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वहाँ उसे ऐनियास नामक लकवे का मारा हुआ एक मनुष्य मिला

“वहां पतरस को ऐनियास नामक लकवे का मारा हुआ एक मनुष्य मिला।” यह स्पष्ट है कि पतरस उससे मिलने की मंशा से नहीं गया था।

लकवे का मारा हुआ

वह चल-फिर नहीं सकता था, शायद कमर से नीचे से उसका शरीर लाचार था

अपना बिछौना बिछा

अर्थात “अपनी चटाई उठा” (यूडीबी)

...के सब रहनेवाले

यह “बहुत से लोगों” को अतिशयोक्तिपूर्ण दिखाया गया है