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अब

प्रसंग में परिवर्तन

हमारा प्रभु यीशु मसीह... जिसने हमसे प्रेम रखा... आशा ही है

“हमारा” और “हमसे” अर्थात पौलुस के पाठक

प्रभु यीशु मसीह आप ही

“आप ही” प्रभु यीशु के उल्लेख पर बल देने के लिए

तुम्हारे

यह बहुवचन शब्द थिस्सलोनिका की कलीसिया के विश्वासियों के संदर्भ में है।

तुम्हारे मनों में शान्ति दे और दृढ़ करे

“तुम्हें शान्ति देकर दृढ़ करे”