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परन्तु

"परन्तु" अब प्रसंग में परिवर्तन आता है

हम सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें।

“हमें बार-बार धन्यवाद देना है”

हम

हम अर्थात् पौलुस, सिलवानुस और तीमुथियुस

तुम

“तुम्हें” बहुवचन है और थिस्सलोनिका के विश्वासियों के लिए है।

प्रभु के प्रिय लोगों

“भाइयों, प्रभु तुमसे प्रेम करता है”।

आदि से तुम्हें चुन लिया

“विश्वास करने वालों में प्रथम (यू.डी.बी.)

आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर

“कि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार करके आत्मा के माध्यम से तुम्हें अपने लिए पृथक करे” (यू.डी.बी.)

सत्य की प्रतीति करके

“सत्य में विश्वास करो” या “सत्य पर भरोसा करके”

जो-जो बातें मसीह के सत्य के बारे में पौलुस एवं अन्य प्रेरितों द्वारा

ये परम्पराएं वे शिक्षाएं है जो पौलुस और सम्भवतः अन्य प्रेरितों द्वारा मसीह के सत्यों वे, बारे में उन्हें सोंपी गई थी।

सीखी हैं

“हमने तुम्हें सिखाई है” (यू.डी.बी)

वचन या पत्रों

हमने जो कहकर सिखाया या पत्र लिखकर सिखाया