1.9 KiB
1.9 KiB
न जुतो
“संगति करो” या “घनिष्ठ संबन्ध रखो”
विश्वासी के साथ अविश्वासी का क्या नाता?
विश्वासी के जीवन में अविश्वासी की सी मान्यताएं नहीं होती हैं, वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी अविश्वासी के साथ जीवन के मूल्यों की क्या समानता रख सकता है”?
ज्योति और अन्धकार की क्या संगति?
ज्योति और अन्धकार की क्या संगति? - ज्योति और अन्धकार दोनों एक साथ उपस्थित नहीं हो सकते। ज्योति के आते ही अंधकार मिट जाता है।
बलियाल के साथ
बलियाल शैतान का दूसरा नाम है
विश्वासी की अविश्वासी के साथ क्या सहभागिता?
विश्वासियों और अविश्वासियों के जीवनों में मान्यताएं सर्वदा भिन्न होती हैं जो परस्पर विरोधी होती हैं।
हम जीवते परमेश्वर के मन्दिर हैं
पौलुस सब विश्वासियों को परमेश्वर के निवास हेतु मन्दिर कहता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हममें परमेश्वर का पवित्र आत्मा वास करता है”।