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वह अपने आप

इसका तात्पर्य यीशु से है ज़ोर देने के लिए प्रयोग किया गया है।

हमारे पाप

हर स्थान पर “हमारे” और “हम” का भाव वक्ता पतरस से और जिन विश्वासियों का उल्लेख इसमें किया गया है उनसे है ।

उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।

“परमेश्वर ने तुम्हें मसीह के घावों के द्वारा चंगाई दी है।”

तुम सब भटक रहे थे

शब्द “तुम” विश्वासियों को सम्बोधित करता है

अपने प्राणों के रखवाले और अध्यक्ष

“यीशु तुम्हारी अगुवाई और सुरक्षा करता है”