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एक टीम के तौर पर किसी क़तआ या बाब की जाँच करने के लिए, एक टीम ज़बानी हिस्सा जाँच करें। इसे करने के लिए, हर मुतर्जिम टीम के बाकी लोगों के लिए अपने तर्जुमे को बुलन्द आवाज से पढ़ेगा। हर हिस्से के आख़िर में, मुतर्जिम रुकेगा ताके टीम हिस्से पर गुफ़्तगू कर सके। मिशाली तौर पर, हर तहरीरी तर्जुमे को पेश किया जाता है जहाँ सभी इसे देख सकते हैं जबके मुतर्जिम मतन को ज़बानी तौर पर पढता है।
टीम अरकान के फ़राइज़ तक़सीम किये गए हैं यह अहम है के हर एक टीम रुकन एक वक़्त में सिर्फ़ मुन्दर्जा जैल किरदारों में से एक अदा करे।
1. एक या ज़ियादा टीम के अरकान क़ुदरतीपन के लिए सुनें। अगर कुछ ग़ैर क़ुदरती है तो, हिस्से को पढ़ने के आख़िर में वो इसे कहने के लिए एक ज़ियादा क़ुदरती तरीक़े का मशवरा दें।
1. एक या ज़ियादा टीम के अरकान माख़ज़ मतन के साथ पैरवी करें, ऐसी कोई भी चीज़ नोट करें जो इज़ाफ़ा किया गया है, ग़ायब है, या तब्दील किया गया है। हिस्से को पढ़ने के आख़िर में, वो टीम को चौकस करें के कुछ इज़ाफ़ा किया गया है, ग़ायब है, या तब्दील किया गया है।
1. दूसरा टीम रुकन तर्जुमकोर के रिपोर्ट मोड के साथ पैरवी करते हुए माख़ज़ मतन में तमाम नुमायाँ करदा कलीदी शराअत को नोट करता है। फिर टीम पढ़ने में सतह पर आने वाली किसी भी दूसरी परेशानी के साथ, तर्जुमा में ऐसी कोई भी कलीदी शराअत पर गुफ़्तगू करती है जो मुतज़ाद या नामुनासिब लगता है। अगर यह मोड दस्तयाब नहीं है, तो टीम का यह रुकन टीम के कलीदी इस्तलाह स्प्रेडशीट पर कलीदी शराअत को तलाश कर सकता है।
जब तक टीम अपने तर्जुमे से मुतमईन न हो जाए तब तक इन इक़दामात को बतौर ज़रूरी दोहराया जा सकता है।
इस मक़ाम पर, तर्जुमा को पहला मसव्वदा समझा जाता है, और टीम को भी मुन्दर्जा जैल करने की ज़रुरत होती है।
1. तर्जुमा टीम में किसी को तर्जुमास्टूडियो में मतन को दाख़िल करने की ज़रुरत है। अगर टीम मसव्वदा करने के आग़ाज़ से ही तर्जुमास्टूडियो का इस्तेमाल कर रही है, तो फिर टीम ने जो तब्दीलियाँ की हैं, इस मक़ाम पर सिर्फ़ उन्हें ही दाख़िल होने की ज़रुरत है।
1. तर्जुमे का एक नया आवाज़ रिकॉर्डिंग बनाया जाना चाहिए, जिसमे वो तमाम तब्दीलियाँ और बेहतरी शामिल हों जो टीम ने किये हैं।
तर्जुमास्टूडियो फाइलें और आवाज़ रिकॉर्डिंग को दरवाज़ा43 पर टीम के ज़ख़ीरे में अपलोड किया जाना चाहिए।