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कारी के लिए तर्जुमे को आसानी से पढ़ने और समझने के क़ाबिल होने के लिए, यह अहम है के आप अल्फ़ाज़ की यकसां तौर पर हिज्जा करें। यह मुश्किल हो सकता है अगर हदफ़ ज़बान में लिखने या हिज्जा करने की कोई रिवायत नहीं है। जब कई लोग किसी तर्जुमे के मुख्तलिफ़ हिस्सों पर काम कर रहे हों, वो यकसां अल्फ़ाज़ की एक दूसरे से मुख्तलिफ़ तौर पर हिज्जा कर सकते हैं। इस वजह से, तर्जुमा टीम के लिए यह अहम है के वो तर्जुमा शुरू करने के पहले मिलें और इस बाबत बात करें के किस तरह वो अल्फ़ाज़ को हिज्जे करने का मन्सूबा रखते हैं।

एक टीम के तौर पर, उन अल्फ़ाज़ पर गुफ़्तगू करें जिनके हिज्जे करना मुश्किल है। अगर अल्फ़ाज़ में ऐसी आवाजें हैं जिनकी नुमाइंदगी करना मुश्किल है, फिर आप को उस तहरीरी निज़ाम में तब्दीली करने की ज़रुरत हो सकती है जिसका आप इस्तेमाल कर रहे हैं (देखें अल्फ़ाबet/Orthography). अगर अल्फ़ाज़ के आवाजों की मुख्तलिफ़ तरीक़ों से नुमाइंदगी की जा सकती है, फिर टीम को इस बात पर राज़ी होने की ज़रुरत होगी के उनके हिज्जे किस तरह करने हैं। हरूफ़ ए तहज्जी तरतीब में इन अल्फ़ाज़ के मुत्तफ़िका हिज्जे की एक फ़ेहरिस्त बनाएँ। इस बात को यक़ीनी बनाएँ के टीम के हर रुकन के पास इस फ़ेहरिस्त की एक कॉपी हो जिससे वो तर्जुमा करते वक़्त मशवरा कर सकें। फ़ेहरिस्त में दीगर मुश्किल अल्फ़ाज़ शामिल करें जैसे ही आप उन पर से गुज़रते हैं, और यक़ीनी बनाएँ के ये हर एक की फ़ेहरिस्त में यकसां हिज्जे के साथ शामिल किये गए हैं। आपकी हिज्जे की फ़ेहरिस्त को बरक़रार रखने के लिए स्प्रेडशीट का इस्तेमाल मददगार साबित हो सकता है। इसे आसानी से अपडेट और इलेक्ट्रॉनिक के ज़रिये इश्तिराक किया जा सकता है, या मीआदी तौर पर छापा जा सकता है।

बाईबल में लोगों और मक़ामात के नाम को हिज्जे करना मुश्किल हो सकता है क्योंके उनमे से कई हदफ़ ज़बान में नामालूम हैं। इसको अपने हिज्जे की फ़ेहरिस्त में शामिल करना यक़ीनी बनाएँ।

हिज्जे की जाँच करने के लिए कंप्यूटर बड़े मददगार साबित हो सकते हैं। अगर आप किसी गेटवे ज़बान पर काम कर रहे हैं, तो वर्ड प्रोसेसर में पहले से ही लुग़त दस्तयाब हो सकती है। अगर आप किसी दूसरी ज़बान में तर्जुमा कर रहे हैं, तो आप वर्ड प्रोसेसर की तलाश करें-और-तब्दील करें ख़ुसूसियत का इस्तेमाल ग़लत हिज्जे के अल्फ़ाज़ को ठीक करने के लिए कर सकते हैं। पैरामतन में भी हिज्जे की जाँच की ख़ुसूसियत मौज़ूद है जो तमाम अल्फ़ाज़ के मुख्तलिफ़ हिज्जे की तलाश करेगा। यह इन्हें आपको पेश करेगा और फिर आप चुन सकते हैं के कौन से हिज्जे को इस्तेमाल करने का फ़ैसला आपने किया है।