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\v 16 16-घयनु खानी तो सी खानी निश्चित मृत्यु की घान्दे घयनू खानी जीवन की निमित जीवन की खुशबु अवरी अई बतकाव के योग्य हु वाह | \v 17 17-क्योंकि नानी आइला के समान हा गू बाई जो परिमेश्वर के वचन या मिलावट खयरे परन्तु मनोव के निक्को से अवरी परिमेश्वर के बढाई से परिमेश्वर को उपस्थित में देहोवत वारी मसीहा में हा हा हारे |
\v 16 घयनु खानी तो सी खानी निश्चित मृत्यु की घान्दे घयनू खानी जीवन की निमित जीवन की खुशबु अवरी अई बतकाव के योग्य हु वाह | \v 17 क्योंकि नानी आइला के समान हा गू बाई जो परिमेश्वर के वचन या मिलावट खयरे परन्तु मनोव के निक्को से अवरी परिमेश्वर के बढाई से परिमेश्वर को उपस्थित में देहोवत वारी मसीहा में हा हा हारे |

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\c 3 \v 1 \v 2 \v 3 1.क्या नानी फिर पानके बड़ाई घय हारे ,या नानी के घयनु समान के सिफारिश के कितबला ,या ननिला पास बीते को वाह या ननी दी कतेको वा | 2.नानी के किताबें ननी ही जुस्सा ,सो नानी के ह्रदय में लिख्खो तरया वा|अवरी आई जम्मा मंछ पहचानते है अवरी पढ़ढो हारे | 3.अई प्रगट बाकी नग़ मसीह की पत्री जुस्सा जी के नानी सेवके के समान लिख्खवा अवरी जो सियाही से हा हा ,परन्तु जिन्दा परमेश्वर के आत्मा से धुन्गे की पटरी पर हा हा परन्तु हृदय की मांस रूपी पटरी पर लिख्खो तरया वा |

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\v 4 \v 5 \v 6 4.नानी मसीह के दुआरा परमेश्वर पर इन्दल ही भरोसा रख्खो हारे | 5.अई हा हा ,की नानी पानके से पानके अई योग्य वाई ,की पानके अवरी से को बतकाब या विचार घय सक्को रे |पर नानी के योग्यता परमेश्वर की अवरी से वाई | 6.जोई नानी नई वाचा के सेवक ही खानी हा हा वरन ,आत्मा जिन्दा खयेरे |

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\v 7 \v 8 7.अवरी यदि मृत्यु की अई वाचा जो के अक्षर धुन्ग पर खोजव गये थे ,अई तक की तेज हिय्ये ,की मूसा के मंग पय जो तेज के कारणों कम ही हारे, इस्राएल आइके मंग हा दोब्बो स्याकोरे | 8.तो आत्मा के वाचा अवरी की तेज कना हिरी |

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पाठ - 3

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"02-10",
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"02-14",
"02-16",
"03-title"
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