translationCore-Create-BCS_.../bible/kt/god.md

8.7 KiB

परमेश्वर

# तथ्य: #

बाइबल में “परमेश्वर” का संदर्भ शाश्वत जीव से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्वर का नाम यहोवा है।

परमेश्वर सदा से है, जब कुछ भी नहीं था तब परमेश्वर था और वह अनन्त काल तक रहेगा। *वही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है और उसका अधिकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर है। *परमेश्वर धार्मिकता में सिद्ध, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्यायी, दयालु और प्रेमी है। *वह वाचा रखनेवाला परमेश्वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है। *मनुष्य को परमेश्वर की उपासना हेतु बनाया गया था और उसे सदैव उसी की उपासना करना चाहिए। *परमेश्वर ने अपना नाम “यहोवा” बताया है जिसका अर्थ है, “वह है” या “मैं हूँ” या “जो हमेशा से है।” *बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना मनुष्य करता है।

# अनुवाद के सुझाव: #

*“परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “अलौकिक प्राणी”। *“परमेश्वर” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अलौकिक सृजनहार” या “अनन्त परम प्रधान प्रभु” या “शाश्वत अलौकिक प्राणी” *ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए एक शब्द है। यदि है तो सुनिश्चित करें कि उस शब्द में एकमात्र सच्चे परमेश्वर के गुण प्रकट है, जैसा ऊपर व्यक्त किया गया है। *अनेक भाषाओं में परमेश्वर शब्द का प्रथम अक्षर बड़ा कर दिया जाता है कि वह झूठे ईश्वरों से भिन्न करा जा सके।

  • इस अन्तर को प्रकट करने के लिए परमेश्वर और ईश्वर शब्दों को दो भिन्न अक्षरों द्वारा व्यक्त किया जाए। *“मैं उनका परमेश्वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।”

(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें])

(यह भी देखें: [बनाने], [झूठे देवता], [पिता परमेश्वर], [पवित्र आत्मा], [मूर्ति], [परमेश्वर का पुत्र], [यहोवा])

# बाइबल सन्दर्भ: #

  • [1 यूह. 01:5-7]
  • [1 शमूएल 10:7-8]
  • [1 तीमुथियुस 04:9-10]
  • [कुलुस्सियों 01: 15-17]
  • [व्य. 29:14-16]
  • [एज्रा 03:1-2]
  • [उत्पत्ति 01: 1-2]
  • [होशे 04:11-12]
  • [यशा. 36:6-7]
  • [याकूब 02:18-20]
  • [यिर्मयाह 05:4-6]
  • [यूह. 01:1-3]
  • [यहोशू 03:9-11]
  • [[विलापना 03:40-43]
  • [मीका 04:4-5]
  • [फिलिप्पुस 02:5-8]
  • [नीतिवचन 24:11-12]
  • [भजन-संहिता 047:8-9]

# बाइबल कहानियों के उदाहरण: #

  • __ [01:01] __ परमेश्वर ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया।
  • __ [01:15] __ परमेश्वर ने अपनी छवि में आदमी और औरत को बनाया।
  • __ [05:03] __ "मैं परमेश्वर सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा।
  • __ [09:14] __ परमेश्वर ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का परमेश्वर, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है
  • __ [10:02] __ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है।
  • __ [16:01] __ इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
  • __ [22:07] __ और तू हे बालक, परमप्रधान परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा।
    • __ [24:09] __ ” केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता परमेश्वर को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
  • __ [25:07] __ "कि ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
  • __ [28:01] __ "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है।"
  • [49:09] लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
  • __ [50:16] __ लेकिन एक दिन परमेश्वर एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी।

# Word Data:#

  • Strong's: