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# प्रभु का दिन, यहोवा का दिन #
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## वर्णन: ##
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पुराने नियम में “यहोवा का दिन” एक निश्चित समय के संबन्ध में है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा।
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* नये नियम में “प्रभु का दिन” उस समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु पुनः आएगा और अन्त के समय में मनुष्यों का न्याय करेगा।
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* न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा।
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* इन उक्तियों में “दिन” कभी-कभी वास्तव में दिन के ही संदर्भ में होता है या यह कभी “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है।
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* कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का पड़ना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा।
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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* प्रकरण के आधार पर “यहोवा का दिन” का अनुवाद होगा, “यहोवा का समय” या “वह समय जब यहोवा अपने बैरियों को दण्ड देगा” या “यहोवा के क्रोध का समय."
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* “प्रभु का दिन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “प्रभु के न्याय का समय” या “वह समय जब प्रभु यीशु मनुष्यों का न्याय करने आएगा”
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(यह भी देखें: [दिन], [न्याय का दिन ], [प्रभु], [पुनरुत्थान], [यहोवा])
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# # बाइबल सन्दर्भ: ##
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* [1 कुरिन्थियों 05:3-5]
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* [1 थिस्सलुनीकियों 05:1-3]
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* [2 पतरस 03:10]
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* [2 थिस्सलुनीकियों 02:1-2]
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* [प्रे.का. 02:20-21]
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* [फिलिप्पियों 1: 9-11]
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## Word Data:##
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