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इस्राएल, इस्राएली
तथ्य:
“इस्राएल” परमेश्वर द्वारा याकूब को दिया गया नाम था। इसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है”
- याकूब के वंशज “इस्राएल की प्रजा”, “इस्राएल जाति” या “इस्राएली” कहलाए।
- परमेश्वर ने इस्राएल की प्रजा से वाचा बांधी थी। वे उसके चुने हुए लोग थे।
- इस्राएल जाति बारह गोत्रों की थी।
- राजा सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल दो राज्य विभाजित हो गया था। दक्षिणी राज्य जो “यहूदा” कहलाया और उत्तरी राज्य “इस्राएल”।
- इस्राएल का अनुवाद “इस्राएली प्रजा” या “इस्राएल जाति” किया जाता है, जो प्रकरण पर निर्भर करता है।
(यह भी देखें: याकूब, इस्राएल का राज्य, यहूदा, राष्ट्र, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
- 1 इतिहास 10:1-3
- 1 राजा 08:1-2
- प्रे.का. 02:34-36
- प्रे.का. 07:22-25
- प्रे.का. 13:23-25
- यूहन्ना 01:49-51
- लूका 24:21
- मरकुस 12:28-31
- मत्ती 02:4-6
- मत्ती 27:9-10
- फिलिप्पियों 03:4-5
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:15 बारह पुत्रों की सन्तान से इस्राएल के बारह गोत्र बन गए।
- 09:03 मिस्रियो ने इस्राएलियों से कठोरता के साथ सेवा करवाई, और यहाँ तक कि कई इमारते व पूरे नगर का निर्माण करवाया।
- 09:05 एक इस्राएली महिला ने पुत्र को जन्म दिया।
- 10:01 उन्होंने कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है, ‘मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे !’”
- 14:12 परन्तु इन सब के बावजूद भी, इस्राएली परमेश्वर व मूसा के विरुद्ध बुड़बुड़ाते रहें।
- 15:09 परमेश्वर उस दिन इस्राएल के लिए लड़े। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और ओले भेजकर बहुत से एमोरियों को घात किया।
- 15:12 युद्ध के बाद, परमेश्वर ने इस्राएलियों को वह सारा देश दिया, जिसे उसने उनको पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था; और वे उसके अधिकारी होकर उसमे बस गए। तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ शांति प्रदान की |
- 16:16 तो परमेश्वर ने इस्राएलियों को फिर से दंडित किया, क्योंकि उन्होंने मूर्ति की उपासना की थी।
- 43:06 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3478, H3479, H3481, H3482, G935, G2474, G2475