4.3 KiB
4.3 KiB
गुरु, गुरूओं, उपदेशक
परिभाषा:
गुरु वह मनुष्य है जो मनुष्यों को नई जानकारी देता है। शिक्षक (उपदेशक) मनुष्यों को ज्ञान एवं प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है।
- बाइबल में उपदेशक शब्द एक विशेष अर्थ में काम में लिया गया है जो परमेश्वर के बारे में शिक्षा देनेवाले के संदर्भ में है।
- शिक्षक से ज्ञान प्राप्त करनेवाले को “विद्यार्थी” या “चेला” कहते हैं।
- कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा गया है यदि वह यीशु के संदर्भ में है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में सामान्य शब्द शिक्षक का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि शब्द केवल एक स्कूल शिक्षक के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
- कुछ संस्कृतियों की भाषा में धर्म-गुरूओं के लिए विशेष पदनाम होता है जैसे “श्री-श्री” या “रब्बी” या “प्रचारक”।
(यह भी देखें: चेले, प्रचार करना)
बाइबल सन्दर्भ:
- सभोपदेशक 01:12-15
- इफिसियों 04:11-13
- गलातियों 06:6-8
- हबक्कूक 02:18-20
- याकूब 03:1-2
- यूहन्ना 01:37-39
- लूका 06:39-40
- मत्ती 12:38-40
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 27:01 एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
- 28:01 एक दिन, एक अमीर युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छा शिक्षक, मुझे क्या करना चाहिए अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए ?"
- 37:02 दो दिन बीतने के बाद, यीशु ने अपने चेलों से कहा, “आओ हम फिर यहूदिया को चलें |” चेलों ने उससे कहा “हे रब्बी, कुछ समय पहले तो लोग तुझे मरना चाहते थे |”
- 38:14 यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा |
- 49:03 यीशु एक महान शिक्षक भी था, और वह अधिकार के साथ बोलता था क्योंकि वह परमेश्वर का पुत्र है |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3384, H3887, H3925, G1320, G2567, G3547, G5572