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निवासस्थान #
परिभाषा:
“परमेश्वर का डेरा” (निवास स्थान) एक विशेष मण्डप था जिसमें इस्राएली जंगल के 40 वर्षों में परमेश्वर की आराधना करते थे।
- परमेश्वर ने इस विशाल मण्डप को बनाने के लिए इस्राएलियों को सविस्तार निर्देशन प्रदान किए थे। इसके दो कक्ष थे और यह एक बन्द आंगन से घिरा हुआ था। *इस्राएली जब भी जंगल में एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते थे तब याजक इस मण्डप को उखाड़कर नये स्थान में ले जाते थे। और अपनी छावनी के केन्द्र में उसे खड़ा करते थे।
- यह मण्डप लकड़ी के ढांचे पर कपड़े, बकरी के बाल तथा पशुओं की खाल से बना हुआ था। उसके चारों ओर का प्रांगण परदों द्वारा घिरा हुआ था।
- मण्डप के दो कक्ष, पवित्र स्थान (जिसमें धूप जलाने की वेदी थी) और परम-पवित्र स्थान (जिसमें वाचा का सन्दूक रखा था) थे।
- मण्डप के प्रागण में एक वेदी थी जिस पर पशु-बलि जलाई जाती थी और एक हौदा था जिसमें शोधन अनुष्ठान का पानी रहता था।
- इस्राएलियों ने इस मण्डप का उपयोग समापत हो गया था जब सुलैमान ने यरूशलेम में मन्दिर बना दिया।
अनुवाद के सुझाव:
- “मण्डप” का अर्थ है “रहने का स्थान”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र मण्डप” या “मण्डप जिसमें परमेश्वर था” या “परमेश्वर का मण्डप”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “मन्दिर” शब्द के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: [वेदी], [धूप जलाने की वेदी], [वाचा का सन्दूक], [मन्दिर], [मिलापवाला तम्बू])
# बाइबल सन्दर्भ:
- [1 इतिहास 21:28-30]
- [2 इतिहास 01:2-5]
- [प्रे.का. 07:43]
- [प्रे.का. 07:44-46]
- [निर्गमन 38:21-23]
- [यहोशू 22:19-20]
- [लैव्यव्यवस्था 10:16-18]
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