1.7 KiB
1.7 KiB
दोष, दोष, निर्दोष
तथ्य:
“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है।
- कुछ बलियों में परमेश्वर की आज्ञा थी कि बलि पशु निर्दोष एवं निष्कलंक हो।
- यह मसीह यीशु का निष्पाप एक निर्दोष बलि होने का चित्रण है।
- मसीह के विश्वासी यीशु के लहू द्वारा पापों से शुद्ध किए गए हैं और निष्कलंक माने गए हैं।
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष” या “असिद्धता” या “पाप” प्रकरण के अनुसार।
(यह भी देखें: विश्वास, शुद्ध, बलिदान, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3971, H8400, H8549, G3470