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# स्वर्गदूत, स्वर्गदूतों, प्रधान स्वर्गदूत #
# स्वर्गदूत, प्रधान स्वर्गदूत
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाई गई एक सामर्थी आत्मिक प्राणी है। स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है, वे उसकी हर एक आज्ञा मानते हैं। “ प्रधान स्वर्गदूत” अर्थात सब स्वर्गदूतों पर शासक या अगुवा करनेवाला।
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए  गए  सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें.  “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ  उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है  या उनकी अगुवाई  करता है.
* "स्वर्गदूत" का वास्तविक अर्थ है "सन्देश वाहक"।
* "प्रधान स्वर्गदूत" का अर्थ है, "परमुख सन्देशवाहक" बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है
* बाइबल में स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाया है। इन सन्देशों में निर्देश थे कि परमेश्वर मनुष्यों से क्या करवाना चाहता था
* स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व की घटनाओं की जानकारी दी थी।
* स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता था, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि थे। बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो
* स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना
* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिक: 1) “स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है। इन दोनों अर्थों से स्पष्ट होता है कि स्वर्गदूत द्वारा “मैं” के उपयोग का अर्थ स्पष्ट होगा “जैसे कि यहोवा स्वयं ही कह रहा हो”।
* "स्वर्गदूत" शब्द का मूल अर्थ है "सन्देशवाहक."
* "प्रधान स्वर्गदूत" का मूल अर्थ है, "परम सन्देशवाहक." बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है.
* बाइबल में स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाया था. इन सन्देशों में निर्देश थे कि परमेश्वर मनुष्यों से क्या करवाना चाहता था.
* स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व समय की घटनाओं की जानकारी भी दी थी.
* स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता है, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि हैं. बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो.
* स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना.
* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है जैसे कि यहोवा स्वयं कह रहा हो.
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सन्देश वाहक” या “परमेश्वर का सन्देशवाहक आत्मा”।
* “प्रधान स्वर्गदूत” का अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख प्रशासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ”
* ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है
* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूपों द्वारा किया जाए। इससे उस वाक्य के भिन्न अर्थ अनुवाद प्रकट होगा। संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई देता है
* “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सेवक” या “परमेश्वर की सन्देशवाहक आत्मा.”
* “प्रधान स्वर्गदूत” का  अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख शासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ” हो सकता है.
* ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है.
* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में  लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति  के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई देता है.
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [प्रधान](../other/chief.md), [सिर](../other/head.md), [दूत](../other/messenger.md), [मीकाएल](../names/michael.md), [शासक](../other/ruler.md), [सेवक](../other/servant.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 शमूएल 24:15-16](rc://en/tn/help/2sa/24/15)
* [प्रे.का. 10:3-6](rc://en/tn/help/act/10/03)
* [प्रे.का. 12:22-23](rc://en/tn/help/act/12/22)
* [कुलुस्सियों 02:18-19](rc://en/tn/help/col/02/18)
* [उत्पत्ति 48:14-16](rc://en/tn/help/gen/48/14)
* [लूका 02:13-14](rc://en/tn/help/luk/02/13)
* [मरकुस 08:38](rc://en/tn/help/mrk/08/38)
* [मत्ती 13:49-50](rc://en/tn/help/mat/13/49)
* [प्रकाशितवाक्य 01:19-20](rc://en/tn/help/rev/01/19)
* [जकर्याह 01:7-9](rc://en/tn/help/zec/01/07)
* [2 शमूएल 24:16](rc://hi/tn/help/2sa/24/16)
* [प्रे.का. 10:3-6](rc://hi/tn/help/act/10/03)
* [प्रे.का. 12:23](rc://hi/tn/help/act/12/23)
* [कुलुस्सियों 02:18-19](rc://hi/tn/help/col/02/18)
* [उत्पत्ति 48:16](rc://hi/tn/help/gen/48/16)
* [लूका 02:13](rc://hi/tn/help/luk/02/13)
* [मरकुस 08:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38)
* [मत्ती 13:50](rc://hi/tn/help/mat/13/50)
* [प्रकाशितवाक्य 01:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20)
* [जकर्याह 01:09](rc://hi/tn/help/zec/01/09)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[02:12](rc://en/tn/help/obs/02/12)__ परमेश्वर जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को रोकने के लिये उद्यान के द्वार पर शक्तिशाली __स्वर्गदूतों__ को रखा।
* __[22:03](rc://en/tn/help/obs/22/03)__ __स्वर्गदूत__ ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा तुझे यह सुसमाचार सुनाने को भेजा गया हूँ।"
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ अचानक, एक चमकता __स्वर्ग दूत__ उन्हें दिखाई दिया , और वह बहुत डर गए। तब __स्वर्गदूत__ ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूँ”
* __[23:07](rc://en/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक __स्वर्गदूतों__ का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया,
* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__ तब __स्वर्गदूत__ आए और यीशु की सेवा करने लगे।
* __[38:12](rc://en/tn/help/obs/38/12)__ यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था। परमेश्वर ने अपना एक __स्वर्ग दूत__ भेजा उसे बलवन्त करने के लिए।
* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ " क्या तू नहीं जनता कि मैं अपने पिता से विनती कर सकता हूँ, और वह __स्वर्ग दूतों__ की पलटन अभी मेरे पास भेज देगा।"
* **[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)** जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये **परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली **स्वर्गदूतों** को वाटिका के द्वार पर रख दिया.
* **[22:03](rc://hi/tn/help/obs/22/03)**उस**स्वर्गदूत** ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं."
* **[23:06](rc://hi/tn/help/obs/23/06)** अचानक, एक चमकता हुआ**स्वर्गदूत** उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे  बहुत डर गए. तब **स्वर्गदूत** ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है,"
* **[23:07](rc://hi/tn/help/obs/23/07)** तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति  करते हुए **स्वर्गदूतों** से आकाश भर गया.   
* **[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)** तब **स्वर्गदूत** आए और यीशु की सेवा करने लगे.
* **[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)** यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक **स्वर्गदूत** भेजा.           
* **[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)** " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर **स्वर्गदूतों** की पलटन मंगा सकता हूँ.
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, G2465
* स्ट्रोंग्स : H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, G2465

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# ठहराए, नियुक्त करना, निुयक्त किया #
# नियुक्त करना, निुयक्त किया
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
ठहराए” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य या भूमिका के लिए चुनना।
नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य या भूमिका के लिए चुनना।
* “नियुक्त होना” का संदर्भ भी “चुना गया” कि कुछ प्राप्त करे जैसे “अनन्त जीवन के लिए ठहराया” लोग जो “अनन्त जीवन के लिए ठहराया” अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए हैं।
* “नियुक्त समय” अर्थात परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय” कि कोई घटना घटे।
* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा दी” या “किसी को किसी काम के लिए रखना”
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “नियुक्त होना” का संदर्भ “चुना हुआ” होना से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे  “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया” में है. लोग “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” थे अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे.
* “नियुक्त समय” अर्थात किसी घटना के होने के लिए परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय.” 
* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना."
* प्रकरण के अनुवाद “ठहराए” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनना” या “सौंपना” या “विधिवत चुन लेना” या “अधिकार देना”।
* “नियुक्त किया” का अनुवाद हो सकता है, “सौंपा” या “योजना बनाई” या “विशेष रूप से चुना”।
* “निुयक्त किया गया” का अनुवाद “चुना गया” हो सकता है।
## अनुवाद के सुझाव:
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* प्रकरण के अनुसार  “ठहराए” शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनना” या “सौंपना” या “विधिवत चुन लेना” या “अधिकार देना."
* “नियुक्त किया” का अनुवाद हो सकता है, “सौंपा” या “योजनाबद्ध किया"  या “विशेष रूप से चुना."
* “निुयक्त किया जाए ” का अनुवाद “चुना हुआ हो ” हो सकता है.
* [1 शमूएल 08:10-12](rc://en/tn/help/1sa/08/10)
* [प्रे.का. 03:19-20](rc://en/tn/help/act/03/19)
* [प्रे.का. 06:2-4](rc://en/tn/help/act/06/02)
* [प्रे.का. 13:48-49](rc://en/tn/help/act/13/48)
* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://en/tn/help/gen/41/33)
* [गिनती 03:9-10](rc://en/tn/help/num/03/09)
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 08:11](rc://hi/tn/help/1sa/08/11) 
* [प्रे.का. 03:20](rc://hi/tn/help/act/03/20)
* [प्रे.का. 06:02](rc://hi/tn/help/act/06/02)
* [प्रे.का. 13:48](rc://hi/tn/help/act/13/48)
* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://hi/tn/help/gen/41/33)
* [गिनती 03:9-10](rc://hi/tn/help/num/03/09)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087
* स्ट्रोंग्स : H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087

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# मान लेगा, माकर, मान लेगा, अंगीकार #
# मान लेना, अंगीकार
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
* “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है। इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है।
* बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा
* याकूब अपने पत्र में लिखता है कि विश्वासी एक दूसरे के सामने अपने पापों को मान लें तो इससे आत्मिक चंगाई मिलती है
* प्रेरित पौलुस ने फिलिप्पी की कलीसिया को पत्र लिखा कि एक दिन हर एक जन अंगीकार करेगा कि यीशु प्रभु है।
* पौलुस ने यह भी कहा है कि मनुष्य यदि यीशु को प्रभु कहकर अंगीकार करें और विश्वास करें कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया तो वे उद्धार पाएंगे
* “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है. इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है.
* बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा.
* प्रेरित याकूब अपने पत्र में लिखता है कि विश्वासी एक दूसरे के सामने अपने पापों को मान लें तो इससे आत्मिक चंगाई मिलती है.
* प्रेरित पौलुस ने फिलिप्पी की कलीसिया को पत्र लिखा कि एक दिन हर एक जन अंगीकार करेगा या घोषणा करेगा कि यीशु प्रभु है.
* पौलुस ने यह भी कहा है कि मनुष्य यदि यीशु को प्रभु कहकर अंगीकार करें और विश्वास करें कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया तो वे उद्धार पाएंगे.
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “मानना” या “पुष्टि करना” हो सकता है
* “अंगीकार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “मानना” या “पुष्टि करना” हो सकता है.
* “अंगीकार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), [साक्षी](../kt/testimony.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://en/tn/help/1jn/01/08)
* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://en/tn/help/2jn/01/07)
* [याकूब 05:16-18](rc://en/tn/help/jas/05/16)
* [लैव्यव्यवस्था 05:5-6](rc://en/tn/help/lev/05/05)
* [मत्ती 03:4-6](rc://en/tn/help/mat/03/04)
* [नहेम्याह 01:6-7](rc://en/tn/help/neh/01/06)
* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://en/tn/help/php/02/09)
* [भजन संहिता 038:17-18](rc://en/tn/help/psa/038/017)
* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://hi/tn/help/1jn/01/08)
* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://hi/tn/help/2jn/01/07)
* [याकूब 05:16](rc://hi/tn/help/jas/05/16)
* [लैव्यव्यवस्था 05:5-6](rc://hi/tn/help/lev/05/05)
* [मत्ती 03:4-6](rc://hi/tn/help/mat/03/04)
* [नहेम्याह 01:6-7](rc://hi/tn/help/neh/01/06)
* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09)
* [भजन संहिता 038:17-18](rc://hi/tn/help/psa/038/017)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3034, H8426, G1843, G3670, G3671
*स्ट्रोंग्स: H3034, H8426, G1843, G3670, G3671

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@ -1,23 +1,23 @@
# सेवक, सेवकों #
# सेवक, सेवकों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सेवक स्थानीय कलीसिया का परिचारक होता था उनकी व्यवहारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता था जैसे भोजन और आर्थिक व्यवस्था
सेवक स्थानीय कलीसिया का परिचारक होता था, उनकी व्यवहारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता था जैसे भोजन और आर्थिक व्यवस्था.
* सेवक शब्द यूनानी शब्द “डीकन” से निकला है, अर्थात परिचारक।
* आरंभिक कलीसिया के समय ही से सेवक का दायित्व कलीसिया में एक सुस्पष्ट भूमिका एवं सेवा रही है।
* उदाहरणार्थ नये नियम के युग में सेवक सुनिश्चित करते थे कि विश्वासी जो पैसा और भोजन उपलब्ध करवाते थे, उसका बंटवारा विधवाओं में निष्पक्षता से किया जाए
* “सेवक” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “कलीसियाई सेवक” या “कलीसियाई कर्मी” या “कलीसियाई परिचारक” या अन्य कोई उक्ति जिसके द्वारा स्पष्ट हो कि स्थानीय मसीही समुदाय के लिए लाभकारी विशिष्ट कार्य हेतु विधिवत नियुक्त किया गया व्यक्ति
* सेवक शब्द यूनानी शब्द “डीकन” से निकला है जिसका अर्थ है, "सेवक" या "परिचारक."
* आरंभिक कलीसिया के समय ही से सेवक का दायित्व कलीसिया में एक सुस्पष्ट भूमिका एवं सेवा रहा है.
* उदाहरणार्थ नये नियम के युग में सेवक सुनिश्चित करते थे कि विश्वासी जो पैसा और भोजन उपलब्ध करवाते थे, उसका बंटवारा विधवाओं में निष्पक्षता से किया जाए.
* “सेवक” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “कलीसियाई सेवक” या “कलीसियाई कर्मी” या “कलीसियाई परिचारक” या अन्य कोई उक्ति जिसके द्वारा स्पष्ट हो कि स्थानीय मसीही समुदाय के लिए लाभकारी विशिष्ट कार्य हेतु विधिवत नियुक्त किया गया व्यक्ति.
(यह भी देखें: [सेवक](../kt/minister.md), [सेवक](../other/servant.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 03:8-10](rc://en/tn/help/1ti/03/08)
* [1 तीमुथियुस 03:11-13](rc://en/tn/help/1ti/03/11)
* [फिलिप्पियों 01:1-2](rc://en/tn/help/php/01/01)
* [1 तीमुथियुस 03:10](rc://hi/tn/help/1ti/03/10)
* [1 तीमुथियुस 03:13](rc://hi/tn/help/1ti/03/13)
* [फिलिप्पियों 01:01](rc://hi/tn/help/php/01/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G1249
* स्ट्रोंग्स : G1249

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@ -1,38 +1,38 @@
# दुष्टात्मा, दुष्ट आत्मा, अशुद्ध आत्मा #
# दुष्टात्मा, अशुद्ध आत्मा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्माएं हैं
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्माएं हैं.
* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए माना जाता है कि दुष्टात्माएं ये “पतित स्वर्गदूत” हैं
* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अशुद्ध”
* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं। कभी-कभी वे मनुष्य में प्रवेश करके उसे वश में कर लेती हैं।
* वे मनुष्य से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर से अधिक नहीं।
* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए. माना जाता है कि दुष्टात्माएं ये “पतित स्वर्गदूत” हैं.
* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है. “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अशुद्ध”
* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उसे वश में कर लेती हैं.
* वे मनुष्य से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं.
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* दुष्टात्मा का अनुवाद हो सकता है “बुरी आत्मा”
* “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा”
* सुनिश्चित करें कि इनमें से कोई भी शब्द इस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए
* ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसा होगा। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा.
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद करते समय कोई भी शब्द या उक्ति उस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए.
* ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [दुष्टात्माग्रस्त](../kt/demonpossessed.md), [शैतान](../kt/satan.md), [मूरत](../other/idol.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18)
* [याकूब 03:15-18](rc://en/tn/help/jas/03/15)
* [लूका 04:35-37](rc://en/tn/help/luk/04/35)
* [मरकुस 03:20-22](rc://en/tn/help/mrk/03/20)
* [मत्ती. 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23)
* [याकूब 02:19](rc://hi/tn/help/jas/02/19)
* [याकूब 03:15](rc://hi/tn/help/jas/03/15)
* [लूका 04:36](rc://hi/tn/help/luk/04/36)
* [मरकुस 03:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22)
* [मत्ती. 04:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा__ थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया। यीशु की आज्ञा पर अक्सर दुष्ट-आत्माएँ यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी कि, “तुम परमेश्वर के पुत्र हों!”
* __[32:08](rc://en/tn/help/obs/32/08)__ __दुष्टात्मा__ उस आदमी में से निकलकर सूअरों के अन्दर गई।
* __[47:05](rc://en/tn/help/obs/47/05)__ अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस __आत्मा__ से जो उसमे थी कहा, “मैं तुझे यीशु मसीह के नाम से आज्ञा देता हूँ कि उसमें से निकल जा। उसी घड़ी वह __दुष्ट आत्मा__ उसमें से निकल गई
* __[49:02](rc://en/tn/help/obs/49/02)__ वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, __दुष्टात्माओं__ को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो।
* __[26:09](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा__ थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर__ दुष्ट-आत्माएँ__प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!”
* __[32:08](rc://hi/tn/help/obs/32/08) __दुष्टात्माएं __ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं.
* __[47:05](rc://hi/tn/help/obs/47/05)__ अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस __आत्मा__ से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह __दुष्ट आत्मा__ उसमें से निकल गई.
* __[49:02](rc://hi/tn/help/obs/49/02)__ वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, __दुष्टात्माओं__ को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया.
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2932, H7307, H7451, H7700, G169, G1139, G1140, G1141, G1142, G4190, G4151, G4152, G4189
* स्ट्रोंग्स: H2932, H7307, H7451, H7700, G169, G1139, G1140, G1141, G1142, G4190, G4151, G4152, G4189

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# कपटी, कपटियों, कपट #
# कपटी, कपटियों, कपट
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी दिखने के लिए कुछ करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता है। “कपट” ऐसा व्यवहार जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है।
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी दिखने के लिए कुछ करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता
“कपट” ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है.
* कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छा मनुष्य समझें।
* कपटी प्रायः दूसरों की आलोचना करते हैं जबकि वे स्वयं वैसे काम करते हैं।
* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म के काम ऐसे करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया का और निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे।
* कपटी मनुष्यों दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है
* कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छे मनुष्य समझें.
* कपटी मनुष्य प्रायः दूसरों की तो आलोचना करते हैं परन्तु स्वयं वैसे ही पापी काम करते हैं.
* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म के काम ऐसे करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे.
* कपटी मनुष्य दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* कुछ भाषाओं का शब्द, “दोमुखी” कपटियों और कपटियों के कार्यों की व्याख्या करता है
* “कपटी” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “झूठा” या “ढोंगी” या “उग्र धोखा देने वाला मनुष्य”।
* “पाखण्ड” का अनुवाद “धोखा” या “झूठे कार्य” या “दिखावा” किया जा सकता है
* कुछ भाषाओं में “दोमुखी” शब्द काम में लिया जाता जो कपटियों और कपटियों के कार्यों के सन्दर्भ में होता है.
* “कपटी” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “झूठा” या “ढोंगी” या “दम्भी मक्कार मनुष्य.”
* “कपट” का अनुवाद “धोखा” या “झूठे कार्य” या “दिखावा” किया जा सकता है.
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [गलातियों 02:13-14](rc://en/tn/help/gal/02/13)
* [लूका 06:41-42](rc://en/tn/help/luk/06/41)
* [लूका 12:54-56](rc://en/tn/help/luk/12/54)
* [लूका 13:15-16](rc://en/tn/help/luk/13/15)
* [मरकुस 07:6-7](rc://en/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 06:1-2](rc://en/tn/help/mat/06/01)
* [रोमियो 12:9-10](rc://en/tn/help/rom/12/09)
* [गलातियों 02:13](rc://hi/tn/help/gal/02/13)
* [लूका 06:41-42](rc://hi/tn/help/luk/06/41)
* [लूका 12:54-56](rc://hi/tn/help/luk/12/54)
* [लूका 13:15](rc://hi/tn/help/luk/13/15)
* [मरकुस 07:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 06:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01)
* [रोमियो 12:09](rc://hi/tn/help/rom/12/09)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H120, H2611, H2612, G505, G5272, G5273
* स्ट्रोंग्स: H120, H2611, H2612, G505, G5272, G5273

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@ -1,29 +1,29 @@
# सेवा करना, सेवकाई #
# सेवा करना, सेवकाई
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बाइबल में “सेवकाई” शब्द का संदर्भ मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और उनकी आत्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति में सेवा करने से था।
बाइबल में “सेवकाई” शब्द का संदर्भ मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और उनकी आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेने से था.
* पुराने नियम में याजक मन्दिर में चढ़ावे चढ़ाकर परमेश्वर की सेवा करते थे।
* उनकी “सेवकाई” में मन्दिर की देखरेख और मनुष्यों की ओर से परमेश्वर के लिए प्रार्थना चढ़ाना भी होता था।
* मनुष्यों की सेवा के कार्य में परमेश्वर के बारे में शिक्षा देकर उनकी आत्मिक सेवा करना भी था।
* इसका संदर्भ उनकी सांसारिक सेवा भी था जैसे रोगियों की सुधि लेना और गरीबों को भोजन देना
* पुराने नियम में याजक मन्दिर में चढ़ावे चढ़ाकर परमेश्वर की "सेवा" करते थे.
* उनकी “सेवकाई” में मन्दिर की देखरेख और मनुष्यों की ओर से परमेश्वर के लिए प्रार्थनाएं चढ़ाना भी होता था.
* मनुष्यों की "सेवा" के कार्य में परमेश्वर के बारे में शिक्षा देते उनकी उनकी आत्मिक सेवा करना भी था.
* इसका संदर्भ उनकी सांसारिक सेवा से भी हो सकता था, जैसे रोगियों की सुधि लेना और गरीबों को भोजन देना.
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* मनुष्यों की सेवा के संदर्भ में “सेवा करना” का अनुवाद “परिचर्या” या “सुधि लेना” या “आवश्यकताएं पूरी करना” भी हो सकता है
* मन्दिर में सेवा के संदर्भ में “सेवक” शब्द का अनुवाद” मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करना” या “मनुष्यों के लिए परमेश्वर के समक्ष बलि चढ़ाना” हो सकता है।
* परमेश्वर की सेवा के संदर्भ में इसका अनुवाद “सेवा करना” या “परमेश्वर के लिए काम करना” हो सकता है।
* “सेवा की” का अनुवाद “सुधि ली” या “प्रावधान किया” या “सहायता की” हो सकता है।
* मनुष्यों की सेवा के संदर्भ में “सेवा करना” का अनुवाद “परिचर्या” या “सुधि लेना” या “आवश्यकताएं पूरी करना” भी हो सकता है.
*जब मन्दिर में सेवा का संदर्भ हो तो “सेवक” शब्द का अनुवाद हो सकता है,” मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करना” या “मनुष्यों के लिए परमेश्वर के समक्ष बलि चढ़ाना.
* परमेश्वर की सेवा के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है,“सेवा करना” या “परमेश्वर के लिए काम करना.” हो सकता है.
* “सेवा की” का अनुवाद हो सकता है, “सुधि ली” या “प्रावधान किया” या “सहायता की.
(यह भी देखें: [सेवा करना](../other/serve.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 शमूएल 20:23-26](rc://en/tn/help/2sa/20/23)
* [प्रे.का. 06:2-4](rc://en/tn/help/act/06/02)
* [प्रे.का. 21:17-19](rc://en/tn/help/act/21/17)
* [2 शमूएल 20:23-26](rc://hi/tn/help/2sa/20/23)
* [प्रे.का. 06:04](rc://hi/tn/help/act/06/04)
* [प्रे.का. 21:17-19](rc://hi/tn/help/act/21/17)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H6399, H8120, H8334, H8335, G1247, G1248, G1249, G2023, G2038, G2418, G3008, G3009, G3010, G3011, G3930, G5256, G5257, G5524
* स्ट्रोंग्स: H6399, H8120, H8334, H8335, G1247, G1248, G1249, G2023, G2038, G2418, G3008, G3009, G3010, G3011, G3930, G5256, G5257, G5524

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@ -1,39 +1,39 @@
# परीक्षा करने, परीक्षा #
# परीक्षा करने, परीक्षा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना
किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना.
* परीक्षा में मनुष्य गलत काम करना चाहता है।
* मनुष्य अपने पापी स्वभाव या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरता है।
* शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा और परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है अनुचित कार्यों के द्वारा।
* शैतान ने यीशु की भी परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाना चाहता था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया
* “परमेश्वर की परीक्षा” उसे कुछ गलत करने की कोशिश नहीं कर रहा है, बल्कि हठीलेपन और अनाज्ञाकारिता में बने रहता है जब तक परमेश्वर उसे दण्ड देकर प्रतिक्रिया नहीं करता। इसे भी “परमेश्वर की परीक्षा” लेना कहते हैं।
* परीक्षा में मनुष्य को गलत काम करने की प्रेरणा मिलती है.
* मनुष्य अपने पापी स्वभाव या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं.
* शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा औरअनुचित कार्यों द्वारा परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है.
* शैतान ने यीशु की परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाने का प्रयास किया था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया.
*मनुष्य “परमेश्वर की परीक्षा” लेता है तो वह उससे कुछ गलत करवाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि वह हठीली अवज्ञा करता है, यहाँ तक कि परमेश्वर उसको दंड देने पर विवश हो. यह भी परमेश्वर की परिक्षा लेना कहलाता है.
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना।”।
* “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें
* "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना.”
* “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें.
परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड पाने का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना”
परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.
(यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:4-5](rc://en/tn/help/1th/03/04)
* [इब्रानियों 04: 14-16](rc://en/tn/help/heb/04/14)
* [याकूब 01:12-13](rc://en/tn/help/jas/01/12)
* [लूका 04:1-2](rc://en/tn/help/luk/04/01)
* [लूका 11:3-4](rc://en/tn/help/luk/11/03)
* [मत्ती 26:39-41](rc://en/tn/help/mat/26/39)
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:4-5](rc://hi/tn/help/1th/03/04)
* [इब्रानियों 04: 15](rc://hi/tn/help/heb/04/15)
* [याकूब 01:13](rc://hi/tn/help/jas/01/13)
* [लूका 04:02](rc://hi/tn/help/luk/04/02)
* [लूका 11:04](rc://hi/tn/help/luk/11/04)
* [मत्ती 26:41](rc://hi/tn/help/mat/26/41)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[25:01](rc://en/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उनकी __परीक्षा करने__ आया |
* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया, तब स्वर्गदूत आए और यीशु की सेवा करने लगे |
* __[38:11](rc://en/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि __परीक्षा__ में न पड़ो |
* __[25:01](rc://hi/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उनकी __परीक्षा करने__ आया.
* __[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया.
* __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे प्रार्थना करते रहें कि __परीक्षा__ में न पड़ें.
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987
*स्ट्रोंग्स : H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987

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@ -1,31 +1,30 @@
# टालना, उल्लंघन, अपराध #
#उल्लंघन करना, अपराध
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
शब्द “अपराध” अर्थात् आज्ञा, नियम या सदाचार का नियम तोड़ना। "उल्लंघन" करने का अर्थ है "अपराध" करना।
शब्द “अपराध” का अर्थ है,रेख पार करना या सीमा का उल्लंघन करना. यह शब्द अधिकर रूपक सवरुप काम में लिया जाता है कि आज्ञा, नियम या सदाचार का नियम तोड़ना दर्शाया जाए.
* प्रतीकात्मक “अपराध” का वर्णन इस प्रकार भी किया जा सकता है “रेखा पार करना” अर्थात “किसी व्यक्ति या मनुष्यों की अच्छाई निर्धारित सीमा के पार जाना।”
* “अपराध”, “पाप”, “अधर्म” आदि सब शब्द परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध काम करना और उसकी आज्ञाओं का उल्लंघन करने के संदर्भ में है।
*यह शब्द "अधर्म" शब्द का अत्यधिक समानार्थक शब्द है परन्तु सामान्यत: इसका उपयोग अधिकतर मनुष्यों की अपेक्षा परमेश्वर के विरुद्ध अपराध के लिए किया जाता है.
* “अपराध करना," इसका वर्णन "रेखा लांघने" जैसा भी किया जाता है अर्थात सीमा या हद पार करना जो किसी मनुष्य और अन्य जनों के लिए निर्धारित की गयी है.
## अनुवाद के सुझाव:
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “उल्लंघन करना” का अनुवाद , “पाप करना” या “अवज्ञा” या "विद्रोह करना" हो सकता है.
* यदि किसी पद में या गद्यांश में दो अलग अलग शब्दों का उपयोग किया गया है जिनका अर्थ “पाप”, “अपराध” या “अधर्म” है तो यह महत्वपूर्ण है कि यथासंभव इन शब्दों के अनुवाद में अलग-अलग रूप काम में लें. बाइबल यदि एक ही अभिप्राय के निमित्त दो या अधिक शब्दों का उपयोग करती है तो उसका उद्देश्य है कि बात पर बल दिया जाए या उसका महत्व प्रकट किया जाए.
* “उल्लंघन करना” का अनुवाद , “पाप करना” या “अवज्ञा करने के लिए” या "विद्रोह करना" हो सकता है।
* यदि किसी पद में या गद्यांश में दो अलग शब्दों का उपयोग किया गया है जिनका अर्थ “पाप”, “अपराध” या “अधर्म” है तो यह महत्वपूर्ण है कि यथासंभव इन शब्दों के अनुवाद में अलग-अलग रूप काम में लें। बाइबल यदि एक ही अभिप्राय के निमित्त दो या अधिक शब्दों का उपयोग करती है तो उसका उद्देश्य है कि बात पर बल दिया जाए या उसका महत्व प्रकट किया जाए।
(देखें: [समानता](rc://en/ta/man/translate/figs-parallelism))
(देखें: [समानता](rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism))
(यह भी देखें: [पाप](../kt/sin.md), [अपराध करना](../kt/trespass.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:3-6](rc://en/tn/help/1th/04/03)
* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24)
* [गलातियों 03:19-20](rc://en/tn/help/gal/03/19)
* [गलातियों 06:1-2](rc://en/tn/help/gal/06/01)
* [गिनती 14:17-19](rc://en/tn/help/num/14/17)
* [भजन संहिता 032:1-2](rc://en/tn/help/psa/032/001)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:06](rc://hi/tn/help/1th/04/06)
* [दानिय्येल 09:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24)
* [गलातियों 03:19-20](rc://hi/tn/help/gal/03/19)
* [गलातियों 06:1-2](rc://hi/tn/help/gal/06/01)
* [गिनती 14:17-19](rc://hi/tn/help/num/14/17)
* [भजन संहिता 032:01](rc://hi/tn/help/psa/032/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928
* स्ट्रोंग्स: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928

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@ -1,39 +1,39 @@
# आदम #
# आदम
## तथ्य: ##
## तथ्य:
आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे
आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था. वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे.
* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें सांस फूंकी थी।
* आदम शब्द का अर्थ इब्रानी में “लाल मिट्टी” या “धरती” है।
* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम का शब्द “मानवजाति” या “मनुष्य” है
* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं
* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी इस कारण वे परमेश्वर से अलग हो गए और संसार में पाप और मृत्यु को आने दिया।
* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी.
* आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है.
* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम का शब्द “मानवजाति” या “मनुष्य” है.
* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं.
* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी. इस कारण वे परमेश्वर से अलग हो गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने के कारण हुए.
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [वंशज](../other/descendant.md), [हव्वा](../names/eve.md), [परमेश्‍वर का रूप](../kt/imageofgod.md), [जीवन](../kt/life.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 02:13-15](rc://en/tn/help/1ti/02/13)
* [उत्पत्ति 03:17-19](rc://en/tn/help/gen/03/17)
* [उत्पत्ति 05:1-2](rc://en/tn/help/gen/05/01)
* [उत्पत्ति 11:5-7](rc://en/tn/help/gen/11/05)
* [लूका 03:36-38](rc://en/tn/help/luk/03/36)
* [रोमियो 05:14-15](rc://en/tn/help/rom/05/14)
* [1 तीमुथियुस 02:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14)
* [उत्पत्ति 03:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17)
* [उत्पत्ति 05:01](rc://hi/tn/help/gen/05/01)
* [उत्पत्ति 11:05](rc://hi/tn/help/gen/11/05)
* [लूका 03:38](rc://hi/tn/help/luk/03/38)
* [रोमियो 05:15](rc://hi/tn/help/rom/05/15)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[01:09](rc://en/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे
* __[01:10](rc://en/tn/help/obs/01/10)__ आदमी का नाम __आदम__ था। परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाया, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया
* __[01:12](rc://en/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को ढका।
* __[02:12](rc://en/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने सुंदर बगीचे से __आदम__ और हव्वा को बाहर भेज दिया।
* __[49:08](rc://en/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो इसने उनकी सारी संतानों को प्रभावित किया।
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।
* __[01:09](rc://hi/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.
* __[01:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__इस आदमी का नाम __आदम__ था. परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बना, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया.
* __[01:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था.
* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को वस्त्र पहनाए.
* __[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने __आदम__ और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया.
* __[49:08](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए.
* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H120, G76
* स्ट्रोंग्स: H120, G76

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@ -1,34 +1,34 @@
# हव्वा #
# हव्वा
## तथ्य: ##
## तथ्य:
यह नाम सबसे पहली स्त्री का था। उसके नाम का अर्थ है, “जीवन” या “जी रहा” है।
यह नाम सबसे पहली स्त्री का था. उसके नाम का अर्थ है, “जीवन” या “जीवित.”
* परमेश्वर ने आदम के शरीर से एक पसली निकाल कर हव्वा को बनाया था
* हव्वा को आदम की “सहायक” होने के लिए बनाया गया था वह परमेश्वर प्रदत्त कार्यों में आदम के साथ काम करती थी
* शैतान ने सर्प का रूप धारण करके हव्वा को ललचाया था और परमेश्वर के वर्जित फल को खा के पाप करनेवाली मनुष्यों में पहली थी।
* परमेश्वर ने आदम के शरीर से एक पसली निकाल कर हव्वा को बनाया था.
* हव्वा को आदम की “सहायक” होने के लिए बनाया गया था. वह परमेश्वर प्रदत्त कार्यों में आदम के साथ काम करती थी.
* शैतान ने (सर्प का रूप धारण करके) हव्वा को ललचाया था और परमेश्वर के वर्जित फल को खाकर पाप करनेवाली वह मनुष्यों में पहली थी.
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [आदम](../names/adam.md), [जीवन](../kt/life.md), [शैतान](../kt/satan.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 02:13-15](rc://en/tn/help/1ti/02/13)
* [2 कुरिन्थियों 11:3-4](rc://en/tn/help/2co/11/03)
* [उत्पत्ति 03:20-21](rc://en/tn/help/gen/03/20)
* [उत्पत्ति 04:1-2](rc://en/tn/help/gen/04/01)
* [1 तीमुथियुस 02:13](rc://hi/tn/help/1ti/02/13)
* [2 कुरिन्थियों 11:03](rc://hi/tn/help/2co/11/03)
* [उत्पत्ति 03:20](rc://hi/tn/help/gen/03/20)
* [उत्पत्ति 04:02](rc://hi/tn/help/gen/04/02)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[01:13](rc://en/tn/help/obs/01/13)__ तब परमेश्वर ने आदम की पसलियों में से एक से औरत को बनाया और उसे आदम के पास लाए।
* __[02:02](rc://en/tn/help/obs/02/02)__लेकिन वाटिका में एक चालाक साँप था उसने औरत से पूछा, “क्या परमेश्वर ने वास्तव में यह कहा है कि वाटिका के किसी भी पेड़ से फल न खाना?”
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ मनुष्य ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, जिसका मतलब होता है जगत जननी क्योंकि वह समस्त मानव-जाति की माँ कहलाएगी।
* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा करी कि __हव्वा__ के वंश में एक व्यक्ति जन्म लेगा जो साँप के सिर को कुचल डालेगा।
* __[48:02](rc://en/tn/help/obs/48/02)__शैतान ने __हव्वा__ को धोखा देने के लिए वाटिका में साँप के माध्यम से बात की
* __[49:08](rc://en/tn/help/obs/49/08)__ जब आदम और __हव्वा__ ने पाप किया तो इसने उनकी सारी संतानों को प्रभावित किया।
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और __हव्वा__ ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।
* __[01:13](rc://hi/tn/help/obs/01/13)__ तब परमेश्वर ने आदम की पसलियों में से एक को लेकर औरत को बनाया और उसे आदम के पास लाया.
* __[02:02](rc://hi/tn/help/obs/02/02)__लेकिन वाटिका में एक चालाक साँप था. उसने औरत से पूछा, “क्या परमेश्वर ने वास्तव में यह कहा है कि वाटिका के किसी भी पेड़ से फल न खाना?”
* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ मनुष्य ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, जिसका मतलब होता है "जीवनदात्री" क्योंकि वह समस्त मानव-जाति की माँ होगी.
* __[21:01](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा की कि __हव्वा__ का एक वंशज उतपन्न होगा जो साँप के सिर को कुचल डालेगा.
* __[48:02](rc://hi/tn/help/obs/48/02)__शैतान ने __हव्वा__ को धोखा देने के लिए वाटिका में साँप के माध्यम से बात की.
* __[49:08](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__आदम और __हव्वा__ ने पाप किया तो उससे उनका पूरा वंश प्रभावित हुआ.
* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और __हव्वा__ ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2332, G2096
* स्ट्रोंग्स: H2332, G2096

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@ -1,27 +1,27 @@
# मकिदुनिया #
# मकिदुनिया
## तथ्य: ##
## तथ्य:
नये नियम के युग में मकिदुनिया एक रोमी प्रान्त था जो प्राचीन यूनान के उत्तर में था।
नये नियम के युग में मकिदुनिया एक रोमी प्रान्त था जो प्राचीन यूनान के ठीक उत्तर में था.
* मकिदुनिया के कुछ महत्वपूर्ण नगरों का नाम बाइबल में है, बीरिया, फिलिप्पी और थिस्सलुनीके
* परमेश्वर ने पौलुस को दर्शन में कहा कि वह मकिदुनिया के लोगों को सुसमाचार सुनाए
* पौलुस और उसके सहकर्मी मकिदुनिया गए और वहाँ के लोगों को यीशु के बारे में शिक्षा दी तथा नए-विश्वासियों को विश्वास में दृढ़ होने में सहायता की
* बाइबल में मकिदुनिया के नगरों की कलीसियाओं को लिखे पौलुस के पत्र हैं:- फिलिप्पियों की पत्री, थिस्सलुनिकियों की पत्रियाँ।
* मकिदुनिया के कुछ महत्वपूर्ण नगरों का नाम बाइबल में है, बीरिया, फिलिप्पी और थिस्सलुनीके.
* परमेश्वर ने पौलुस को दर्शन में कहा कि वह मकिदुनिया के लोगों को सुसमाचार सुनाए.
* पौलुस और उसके सहकर्मी मकिदुनिया गए और वहाँ के लोगों को यीशु के बारे में शिक्षा दी तथा नए-विश्वासियों को विश्वास में दृढ़ होने में सहायता की.
* बाइबल में मकिदुनिया के नगरों की कलीसियाओं को लिखे पौलुस के पत्र हैं:- फिलिप्पियों की पत्री, थिस्सलुनिकियों की पत्रिया.
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [विश्वासी](../kt/believer.md), [बिरीया](../names/berea.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [यूनान](../names/greece.md), [फिलिप्पुस](../names/philippi.md), [थिस्सलोनिके](../names/thessalonica.md))
(यह भी देखें: [विश्वासी](../kt/believer.md), [बिरीया](../names/berea.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [यूनान](../names/greece.md), [फिलिप्पी](../names/philippi.md), [थिस्सलुनिके](../names/thessalonica.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:6-7](rc://en/tn/help/1th/01/06)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:9-12](rc://en/tn/help/1th/04/09)
* [1 तीमुथियुस 01:3-4](rc://en/tn/help/1ti/01/03)
* [प्रे.का. 16:9-10](rc://en/tn/help/act/16/09)
* [प्रे.का. 20:1-3](rc://en/tn/help/act/20/01)
* [फिलिप्पियों 04:14-17](rc://en/tn/help/php/04/14)
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:6-7](rc://hi/tn/help/1th/01/06)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:10](rc://hi/tn/help/1th/04/10)
* [1 तीमुथियुस 01:3-4](rc://hi/tn/help/1ti/01/03)
* [प्रे.का. 16:10](rc://hi/tn/help/act/16/10)
* [प्रे.का. 20:1-3](rc://hi/tn/help/act/20/01)
* [फिलिप्पियों 04:14-17](rc://hi/tn/help/php/04/14)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G3109, G3110

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@ -1,20 +1,21 @@
# परमेश्‍वर का जन #
# परमेश्‍वर का जन
## तथ्य: ##
## तथ्य:
“परमेश्वर का जन” यहोवा के भविष्यद्वक्ता के बारे में कहने का एक आदर-सूचक उक्ति है। यह उक्ति यहोवा के स्वर्गदूत का संदर्भ भी देती है।
* भविष्यद्वक्ता के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अपना जन” या “परमेश्वर का चुना हुआ मनुष्य” या “परमेश्वर का सेवक जन”
* स्वर्गदूत के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का सन्देश-वाहक” या “तेरा स्वर्गदूत” या “परमेश्वर की ओर से मानव स्वरूप स्वार्गिक प्राणी”
“परमेश्वर का जन” यहोवा के भविष्यद्वक्ता को संबोधित करने की एक सम्मान-सूचक उक्ति है. यह उक्ति यहोवा के स्वर्गदूत के संदर्भ में भी काम में ली गई है.
(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [आदर](../kt/honor.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md))
* भविष्यद्वक्ता के संदर्भ में हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अपना जन” या “परमेश्वर का चुना हुआ मनुष्य” या “परमेश्वर का सेवक जन.”
* स्वर्गदूत के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का सन्देश-वाहक” या “तेरा स्वर्गदूत” या “परमेश्वर की ओर से एक स्वार्गिक प्राणी जो मनुष्य जैसा दिखता ह.”
## बाइबल सन्दर्भ: ##
(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [सम्मान](../kt/honor.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md))
* [1 इतिहास 23:12-14](rc://en/tn/help/1ch/23/12)
* [1 राजा 12:22-24](rc://en/tn/help/1ki/12/22)
* [1 शमूएल 09:9-11](rc://en/tn/help/1sa/09/09)
## बाइबल सन्दर्भ:
## शब्द तथ्य: ##
* [1 इतिहास 23:12-14](rc://hi/tn/help/1ch/23/12)
* [1 राजा 12:22](rc://hi/tn/help/1ki/12/22)
* [1 शमूएल 09:9-11](rc://hi/tn/help/1sa/09/09)
* Strong's: H376, H430, G444, G2316
## शब्द तथ्य:
* स्ट्रोंग्स: H376, H430, G444, G2316

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@ -1,35 +1,35 @@
# पिलातुस #
# पिलातुस
## तथ्य: ##
## तथ्य:
रोमी प्रान्त यहूदिया का प्रशासक पिलातुस था जिसने यीशु को मृत्युदण्ड दिया था
रोमी प्रान्त यहूदिया का प्रशासक पिलातुस था जिसने यीशु को मृत्युदण्ड दिया था.
* प्रशासक होने के कारण पिलातुस के पास अपराधियों को मृत्यु दण्ड देने का अधिकार था
* यहूदी धर्म गुरू चाहते थे कि पिलातुस यीशु को मृत्यु-दण्ड दे, अतः उन्होंने यीशु पर झूठा आरोप लगाया कि वह एक अपराधी है
* पिलातुस समझ गया था कि यीशु ने कोई अपराध नहीं किया है परन्तु वह जनसमूह से डरता था और उन्हें प्रसन्न करना चाहता था, इसलिए उसने सैनिकों को आज्ञा दी कि यीशु को क्रूस पर चढ़ा दें
* प्रशासक होने के कारण पिलातुस के पास अपराधियों को मृत्यु दण्ड देने का अधिकार था.
* यहूदी धर्म गुरू चाहते थे कि पिलातुस यीशु को मृत्यु-दण्ड दे, अतः उन्होंने यीशु पर झूठा आरोप लगाया कि वह एक अपराधी है.
* पिलातुस समझ गया था कि यीशु ने कोई अपराध नहीं किया है परन्तु वह जनसमूह से डरता था और उन्हें प्रसन्न करना चाहता था, इसलिए उसने सैनिकों को आज्ञा दी कि यीशु को क्रूस पर चढ़ा दें.
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [हाकिम](../other/governor.md), [दोष](../kt/guilt.md), [यहूदिया](../names/judea.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 04:27-28](rc://en/tn/help/act/04/27)
* [प्रे.का. 13:28-29](rc://en/tn/help/act/13/28)
* [लूका 23:1-2](rc://en/tn/help/luk/23/01)
* [मरकुस 15:1-3](rc://en/tn/help/mrk/15/01)
* [मत्ती 27:11-14](rc://en/tn/help/mat/27/11)
* [मत्ती 27:57-58](rc://en/tn/help/mat/27/57)
* [प्रे.का. 04:27-28](rc://hi/tn/help/act/04/27)
* [प्रे.का. 13:28](rc://hi/tn/help/act/13/28)
* [लूका 23:02](rc://hi/tn/help/luk/23/01)
* [मरकुस 15:02](rc://hi/tn/help/mrk/15/02)
* [मत्ती 27:13](rc://hi/tn/help/mat/27/13)
* [मत्ती 27:58](rc://hi/tn/help/mat/27/58)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[39:09](rc://en/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर __पिलातुस__ को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था | वे इस आशा में थे कि __पिलातुस__ उसे दोषी ठहरा कर उससे मरवा डाले | __पिलातुस__ ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ __पिलातुस__ ने कहा, “सच क्या है?”
* __[39:11](rc://en/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद __पिलातुस__ भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता |” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो |” __पिलातुस__ ने कहा कि, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता |” वह और जोर से चिल्लाने लगे | __पिलातुस__ ने तीसरी बार कहा कि “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता |
* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ परन्तु __पिलातुस__ डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया |
* __[40:02](rc://en/tn/help/obs/40/02)__ __ पिलातुस__ ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर े ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह यहूदियों का राजा है |
* __[41:02](rc://en/tn/help/obs/41/02)__ __पिलातुस__ ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाओ अपनी समझ के अनुसार रखवाली करो |”
* __[39:09](rc://hi/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर __पिलातुस__ को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था. वे इस आशा में थे कि __पिलातुस__ उसे दोषी ठहरा कर उसे मरवा डाले. __पिलातुस__ ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
* __[39:10](rc://hi/tn/help/obs/39/10) __पिलातुस__ ने कहा, “सच क्या है?”
* __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद __पिलातुस__ भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” __पिलातुस__ ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब __पिलातुस__ ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.
* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ __पिलातुस__ डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया.
* __[40:02](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ __ पिलातुस__ ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर े ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है.
* __[41:02](rc://hi /tn/help/obs/41/02)__ __पिलातुस__ ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्शि कर सकते हो कर लो."
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G4091, G4194
* स्ट्रोंग्स: G4091, G4194

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@ -1,27 +1,27 @@
# तीमुथियुस #
# तीमुथियुस
## तथ्य: ##
## तथ्य:
तीमुथियुस लुस्त्रा निवासी एक युवक था बाद में वह पौलुस के साथ अनेक प्रचार यात्राओं पर गया और विश्वासियों के नए समुदायों का मार्गदर्शन किया
तीमुथियुस लुस्त्रा निवासी एक युवक था. बाद में वह पौलुस के साथ अनेक प्रचार यात्राओं पर गया और विश्वासियों के नए समुदायों का मार्गदर्शन किया.
* उसकी नानी लोइस और माता यूनीके दोनों यहूदी थे और मसीह यीशु के विश्वासी थे परन्तु उनका पिता यूनानी था।
* धर्मवृद्धों और पौलुस ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखकर प्रार्थना के द्वारा उसे मसीही सेवा में नियुक्त किया था।
* नये नियम में दो पुस्तकें, (1 और 2 तीमुथियुस) पौलुस द्वारा तीमुथियुस को जो एक युवक था स्थानीय कलीसिया की अगुआई के निर्देशनों के पत्र हैं।
* उसकी नानी लोइस और माता यूनीके दोनों यहूदी थे और मसीह यीशु के विश्वासी थे परन्तु उसका पिता यूनानी था.
* धर्मवृद्धों और पौलुस ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखकर प्रार्थना की और उसे मसीही सेवा में नियुक्त किया था.
* नये नियम में दो पुस्तकें, (1और 2तीमुथियुस) पौलुस द्वारा तीमुथियुस को लिखे पौलुस के दो पत्र हैं जिनमें तीमुथियुस को,स्थानीय कलीसिया के युवा अगुआ होने के कारण,मार्गदर्शन प्रदान किया गया है.
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [नियुक्त करना](../kt/appoint.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [यूनानी](../names/greek.md), [सेवक](../kt/minister.md))
(यह भी देखें: [नियुक्त करना](../kt/appoint.md), [विश्वास](../kt/believe.md), [कलीसिया](../kt/church.md), [यूनानी](../names/greek.md), [सेवक](../kt/minister.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:1-3](rc://en/tn/help/1th/03/01)
* [1 तीमुथियुस 01:1-2](rc://en/tn/help/1ti/01/01)
* [प्रे.का. 16:1-3](rc://en/tn/help/act/16/01)
* [कुलुस्सियों 01:1-3](rc://en/tn/help/col/01/01)
* [फिलेमोन 01:1-3](rc://en/tn/help/phm/01/01)
* [फिलिप्पियों 01:1-2](rc://en/tn/help/php/01/01)
* [फिलिप्पियों 02:19-21](rc://en/tn/help/php/02/19)
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:02](rc://hi/tn/help/1th/03/02)
* [1 तीमुथियुस 01:02](rc://hi/tn/help/1ti/01/02)
* [प्रे.का. 16:03](rc://hi/tn/help/act/16/03)
* [कुलुस्सियों 01:01](rc://hi/tn/help/col/01/01)
* [फिलेमोन 01:01](rc://hi/tn/help/phm/01/01)
* [फिलिप्पियों 01:01](rc://hi/tn/help/php/01/01)
* [फिलिप्पियों 02:19](rc://hi/tn/help/php/02/19)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G5095
* स्ट्रोंग्स: G5095

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# बोझ, बोझ, बोझ से दबे, भारी #
# बोझ, बोझ, भारी, कठोर परिश्रम, अभिव्यक्तियाँ
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बोझ उठाने के लिए कोई भारी वस्तु हो सकती है। यह किसी पशु द्वारा उठाया जानेवाला भारी सामान भी होता है। "बोझ" शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं
बोझ कोई भारी वस्तु हो सकता है. इसका मूल अर्थ में सन्दर्भ किसी पदार्थ सम्बन्धी भार से होता है जिसे पशु द्वारा उठाया जाता है. "बोझ" शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं.
* बोझ मनुष्य का एक कठिन दायित्व या महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व भी होता है। उसके लिए कहा जाता है कि वह “भारी बोझ” "उठा रहा है" या “से दबा है”
* निर्दयी शासक जनता पर बोझ डालता है जैसे बहुत अधिक कर चुकाना।
* जो मनुष्य किसी पर बोझ होना नहीं चाहता वह किसी के लिए कष्ट का कारण नहीं होता है।
* मनुष्य के लिए पाप का बोझ एक बोझ है।
* “प्रभु का भारी वचन” का भविष्यद्वक्ता द्वारा परमेश्वर की प्रजा को सुनाए गए “परमेश्वर के सन्देश” की रूपात्मक अभिव्यक्ति है।
* ”बोझ” जिसका अनुवाद हो सकता है, “दायित्व” या “कर्तव्य” या “भारी बोझ” या “सन्देश” प्रकरण के अनुसार जैसा भी हो
* बोझ का सन्दर्भ किसी मनुष्य के कठिन दायित्व या महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व से भी होता है. उसके लिए कहा जाता है कि वह “भारी बोझ” "उठा रहा है" या “से दबा है.
* निर्दयी शासक अपनी जनता पर बोझ डालता है जैसे उनसे बलात बहुत अधिक कर वसूल करना.
* जो मनुष्य किसी पर बोझ होना नहीं चाहता वह किसी के लिए कष्ट का कारण नहीं होना चाहता है.
* मनुष्य के लिए दोष उसके लिए एक बोझ है.
* “प्रभु का भारी वचन” भविष्यद्वक्ता द्वारा परमेश्वर की प्रजा को सुनाए गए “परमेश्वर के सन्देश” की आलंकारिक अभिव्यक्ति है.
* ”बोझ” जिसका अनुवाद हो सकता है, “दायित्व” या “कर्तव्य” या “भारी बोझ” या “सन्देश” प्रकरण के अनुसार जैसा भी हो.
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 थिस्सलुनीकियों 03:6-9](rc://en/tn/help/2th/03/06)
* [गलातियों 06:1-2](rc://en/tn/help/gal/06/01)
* [गलातियों 06:3-5](rc://en/tn/help/gal/06/03)
* [उत्पत्ति 49:14-15](rc://en/tn/help/gen/49/14)
* [मत्ती 11:28-30](rc://en/tn/help/mat/11/28)
* [मत्ती 23:4-5](rc://en/tn/help/mat/23/04)
* [2 थिस्सलुनीकियों 03:6-9](rc://hi/tn/help/2th/03/06)
* [गलातियों 06:1-2](rc://hi/tn/help/gal/06/01)
* [गलातियों 06:03](rc://hi/tn/help/gal/06/03)
* [उत्पत्ति 49:15](rc://hi/tn/help/gen/49/15)
* [मत्ती 11:30](rc://hi/tn/help/mat/11/30)
* [मत्ती 23:04](rc://hi/tn/help/mat/23/04)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H92, H3053, H4614, H4853, H4858, H4864, H4942, H5445, H5447, H5448, H5449, H5450, H6006, G4, G916, G922, G1117, G2347, G2599, G2655, G5413
* स्ट्रोंग्स: H9260, H3053, H4614, H4853, H4864, H5445, H5447, H5448, H5449, H6006, G4, G916, G922, G2347, G2599, G2655, G5413

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# करना, करता है, किया है, करते, प्रतिज्ञा #
# करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
करना” और “प्रतिज्ञा” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने का भरोसा देते है।
समर्पण करना” और “समर्पण” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने की प्रतिज्ञा करने से है.
* कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह करने के प्रति समर्पित है
* “काम सौंपना” अर्थात किसी व्यक्ति को कोई कार्य देना। उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “सौंपा”) है।
* इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना”
* “सेवा सौंप दी” का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम सौंपा।"
* “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई”।
* कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह उस काम को करने के प्रति समर्पित है.
* किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है।
* इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना.
* “उसे वह सेवा सौंप दी” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम का उत्तरदायित्व संभला दिया."
* “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई."
(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [विश्वा](../kt/faithful.md), [प्रतिज्ञा](../kt/promise.md), [पाप](../kt/sin.md))
(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [विश्वायोग्य](../kt/faithful.md), [प्रतिज्ञा](../kt/promise.md), [पाप](../kt/sin.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 इतिहास 28:6-7](rc://en/tn/help/1ch/28/06)
* [1 पतरस 02:21-23](rc://en/tn/help/1pe/02/21)
* [यिर्मयाह 02:12-13](rc://en/tn/help/jer/02/12)
* [मत्ती 13:40-43](rc://en/tn/help/mat/13/40)
* [भजन 058:1-2](rc://en/tn/help/psa/058/001)
* [1 इतिहास 28:07](rc://hi/tn/help/1ch/28/07)
* [1 पतरस 02:21-23](rc://hi/tn/help/1pe/02/21)
* [यिर्मयाह 02:12-13](rc://hi/tn/help/jer/02/12)
* [मत्ती 13:41](rc://hi/tn/help/mat/13/40)
* [भजन 058:02](rc://hi/tn/help/psa/058/02)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H539, H817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G264, G2038, G2716, G3429, G3431, G3860, G3872, G3908, G4102, G4160, G4203
* स्ट्रोंग्स: H539, H817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G264, G2038, G2716, G3429, G3431, G3860, G3872, G3908, G4102, G4160, G4203

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# गाय, गायें, बैल, बैलों, बछड़ा, बछड़ों, पशुओं, बछिया, बैल, बैलों #
# गाय, बैल, बछड, पशुओं, बछिया, बैल
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“पशुओं” का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले पशु से है जो घास खाता है और मांस एवं दूध के लिए पाला जाता है।
"गाय," "बैल," कोलोर," और “पशुओं” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं.
* ऐसे पशु की मादा को गाय कहते हैं और नर को बैल और उसके बच्चे को बछड़ा कहते हैं।
* कभी-कभी गाय शब्द को सामान्यतः सब मवेशियों के लिए काम में लिया गया है।
* कुछ संस्कृतियों में सामान लेने के बदले में मवेशी दिए जाते थे। कभी-कभी पुरुष किसी कुंवारी से विवाह करना चाहता था तो वह उस स्त्री के माता-पिता को उपहार स्वरूप मवेशी देता था।
* बाइबल में यहूदी मवेशियों को बलि चढ़ाने के लिए काम में लेते थे, एक विशेष प्रजाति का लाल बछड़ा।
* "बछिया" वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो।
* एक "बैल" एक विशेष प्रकार का बैल है जिसे कृषि कार्य के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि हल चलाने।
* ऐसे पशु की मादा को गाय कहते हैं और नर को बैल और उसके बच्चे को बछड़ा कहते हैं.
* बाइबल में, मवेशी "शुद्ध"पशुओं में गिने जाते थे इनको मनुष्य खा सकता था और बलिओं के लिए काम में ले सकता था.
"कलोर" वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो.
“बैल” एक चौपाया पशु है जिसे खेती के काम के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है. इस शब्द का बहुवचन है “बैलों.” बैलों नर हैं जिनका बधियाकरण किया गया है.
* संपूर्ण बाइबल में बैलों को जूए में जुता हुआ दर्शाया गया है कि बैलगाड़ी खींचे या हल चलाएं.
* जूए में जुते हुए बैल बाइबल में एक ऐसी सामान्य बात थी कि “जूए में जुतना” कठोर परिश्रम या श्रम की उपमा हो गया.
* सांड भी नर चौपाया है परन्तु उसका बधियाकरण नहीं किया जाता है और न ही काम कराने का उसको प्रशिक्षण दिया जाता था.
बछिया वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो।
“बैल” एक चौपाया पशु है जिसे खेती के काम के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। इस शब्द का बहुवचन है “बैलों” बैलों नर हैं और बधिया किया गया है।
* संपूर्ण बाइबल में बैल जूए में या गाड़ी में या हल में जोते जाते दर्शाए गए हैं।
* जूए में जुते हुए बैलों में एक ऐसी सामान्य बात थी कि “जूए में जुतना” कठोर परिश्रम या श्रम की उपमा हो गया।
* सांड भी नर गाय है परन्तु उसका बधियाकरण नहीं किया जाता है और न ही उससे काम कराया जाता है।
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [जूआ](../other/yoke.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [उत्पत्ति 15:9-11](rc://en/tn/help/gen/15/09)
* [निर्गमन 24:5-6](rc://en/tn/help/exo/24/05)
* [गिनती 19:1-2](rc://en/tn/help/num/19/01)
* [व्यवस्थाविवरण 21:3-4](rc://en/tn/help/deu/21/03)
* [1 शमूएल 01:24-25](rc://en/tn/help/1sa/01/24)
* [1 शमूएल 15:1-3](rc://en/tn/help/1sa/15/01)
* [1 शमूएल 16:2-3](rc://en/tn/help/1sa/16/02)
* [1 राजा 01:9-10](rc://en/tn/help/1ki/01/09)
* [2 इतिहास 11:13-15](rc://en/tn/help/2ch/11/13)
* [2 इतिहास 15:10-11](rc://en/tn/help/2ch/15/10)
* [मत्ती 22:4](rc://en/tn/help/mat/22/04)
* [लूका 13:15-16](rc://en/tn/help/luk/13/15)
* [लूका 14:4-6](rc://en/tn/help/luk/14/04)
* [इब्रानियों 09:13-15](rc://en/tn/help/heb/09/13)
## बाइबल सन्दर्भ:
* [उत्पत्ति 15:9-11](rc://hi/tn/help/gen/15/09)
* [निर्गमन 24:5-6](rc://hi/tn/help/exo/24/05)
* [गिनती 19:1-2](rc://hi/tn/help/num/19/01)
* [व्यवस्थाविवरण 21:3-4](rc:// hi/tn/help/deu/21/03)
* [1 शमूएल 01:24-25](rc://hi/tn/help/1sa/01/24)
* [1 शमूएल 15:03](rc://hi/tn/help/1sa/15/03)
* [1 शमूएल 16:2-3](rc://hi/tn/help/1sa/16/02)
* [1 राजा 01:09](rc://hi/tn/help/1ki/01/09)
* [2 इतिहास 11:15](rc://hi/tn/help/2ch/11/15)
* [2 इतिहास 15:10-11](rc://hi/tn/help/2ch/15/10)
* [मत्ती 22:4](rc://hi/tn/help/mat/22/04)
* [लूका 13:15](rc://hi/tn/help/luk/13/15)
* [लूका 14:05](rc://hi/tn/help/luk/14/05)
* [इब्रानियों 09:13](rc://hi/tn/help/heb/09/13)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H47, H441, H504, H929, H1165, H1241, H1241, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H5697, H6499, H6499, H6510, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7794, H7921, H8377, H8377, H8450, H8450, G1016, G1151, G2353, G2934, G3447, G3448, G4165, G5022, G5022
* स्ट्रोंग्स: H47, H441, H504, H929, H1165, H1241, H1241, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H5697, H6499, H6499, H6510, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7794, H7921, H8377, H8377, H8450, H8450, G1016, G1151, G2353, G2934, G3447, G3448, G4165, G5022, G5022

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@ -1,33 +1,32 @@
# बना रहेगा, धीरज धरेगा, सहते, स्थिर रहता, धीरज #
# बना रहेगा, धीरज धरेगा, सहते, स्थिर रहता, धीरज
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“बना रहेगा” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को धीरज धरकर सहन करना.”
“बना रहेगा” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को सहन करना”।
* इसका अर्थ यह भी है कि परीक्षा के समय हिम्मत न हारना वरन दृढ़ रहना.
* “धीरज” शब्द का अर्थ “सहनशीलता” या “परीक्षा में सहनशील बने रहना” या “सताव में सहनशीलता दिखाना.”
* विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उन्हें कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े.
* “क्लेश सहने” का अर्थ, “दुख उठाना” भी हो सकता है.
* इसका अर्थ परीक्षा के समय, हिम्मत न हारकर दृढ़ रहना।
* “धीरज” शब्द का अर्थ “सहनशीलता”, “परीक्षा में सहन करना” या “सताव में सहनशीलता दिखाना”
* विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहेगा” अर्थात् उन्हें कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन को चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े।
* “क्लेश सहने” का अर्थ है, “दुख उठाना”
## अनुवाद के सुझाव:
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “धीरज से सहते रहना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “डटा रहना” या “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर जो चाहता है वह करते रहना” या “दृढ़ खड़े रहना”।
* कुछ संदर्भों में “धीरज से सहने” का अर्थ है अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना” या “भोगना”
* दीर्घकालीन अभिप्राय में “सहन” का अनुवाद हो सकता है, “लम्बे समय रहना” या “होते रहना”। “सहन नहीं करे” का अनुवाद हो सकता है “सदैव नहीं रहेगा” या “अस्तित्व में नहीं रहेगा”।
* “धीरज” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दृढ़ता” या “विश्वास करते रहना” या “विश्वासयोग्य बने रहना”।
* “धीरज से सहते रहना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “डटा रहना” या “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर जो चाहता है वह करते रहना” या “दृढ़ खड़े रहना."
* कुछ संदर्भों में “धीरज से सहने” का अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना” या “भोगना.”
* दीर्घकालीन अभिप्राय में “सहन” का अनुवाद हो सकता है, “लम्बे समय रहना” या “होते रहना.” “सहन नहीं करे” का अनुवाद हो सकता है “सदैव नहीं रहेगा” या “अस्तित्व में नहीं रहेगा.”
* “धीरज” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दृढ़ता” या “विश्वास करते रहना” या “विश्वासयोग्य बने रहना.”
(यह भी देखें: [धीरज](../other/perseverance.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 तीमुथियुस 02:11-13](rc://en/tn/help/2ti/02/11)
* [याकूब 01:1-3](rc://en/tn/help/jas/01/01)
* [याकूब 01:12-13](rc://en/tn/help/jas/01/12)
* [लूका 21:16-19](rc://en/tn/help/luk/21/16)
* [मत्ती 13:20-21](rc://en/tn/help/mat/13/20)
* [प्रकाशितवाक्य 01:9-11](rc://en/tn/help/rev/01/09)
* [रोमियो 05:3-5](rc://en/tn/help/rom/05/03)
* [2 तीमुथियुस 02:11-13](rc:// hi/tn/help/2ti/02/11)
* [याकूब 01:03](rc://hi/tn/help/jas/01/03)
* [याकूब 01:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12)
* [लूका 21:19](rc://hi/tn/help/luk/21/19)
* [मत्ती 13:21](rc://hi/tn/help/mat/13/21)
* [प्रकाशितवाक्य 01:09](rc://hi/tn/help/rev/01/09)
* [रोमियो 05:3-5](rc://hi/tn/help/rom/05/03)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H386, H3201, H3557, H3885, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2553, G2594, G3114, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342
* स्ट्रोंग्स: H386, H3201, H3557, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2594, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342

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@ -1,26 +1,26 @@
# सोना, सोने #
# सोना, सोने का
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सोना पीले रंग की उत्तम धातु है जिससे आभूषण तथा धार्मिक वस्तुएं बनाई जाती हैं। प्राचीन युग में यह सबसे अधिक मूल्यवान धातु थी।
सोना पीले रंग की उत्तम धातु है जिससे आभूषण तथा धार्मिक वस्तुएं बनाई जाती थीं। प्राचीन युग में यह सबसे अधिक मूल्यवान धातु थी।
* बाइबल के युग में, सोने से विभिन्न वस्तुएं बनाई जाती थी या वस्तुओं पर सोना चढ़ाया जाता था।
* ये वस्तुएं थी कुन्दन तथा अन्य आभूषण, मूर्तियां, वेदियां, तथा निवास (मण्डप) या मन्दिर की अन्य वस्तुएं जैसे वाचा का सन्दूक।
* पुराने नियम के युग में सोना क्रय-विक्रय के काम में आता था। उसे तराजू में तोल कर उसका मूल्य ज्ञात किया जाता था।
* बाइबल के युग में, ठोस सोने की विभिन्न वस्तुएं बनाई जाती थी या वस्तुओं पर सोना चढ़ाया जाता था।
* इन वस्तुओं में थे, कुन्दन तथा अन्य आभूषण, मूर्तियां, वेदियां, तथा निवास (मण्डप) या मन्दिर की अन्य वस्तुएं जैसे वाचा का सन्दूक।
* पुराने नियम के युग में सोना क्रय-विक्रय में मुद्रा स्वरुप काम में आता था। उसे तराजू में तोल कर उसका मूल्य ज्ञात किया जाता था।
* उत्तरकाल में सोने और चाँदी के सिक्के क्रय-विक्रय में काम में आने लगे।
* जब किसी ऐसी वस्तु की चर्चा हो जो सोने की नहीं हो उस पर केवल सोना चढ़ा हुआ था तो “सुनहरा” या “सोना चढ़ा” या “स्वर्णआवृत” अनुवाद किया जा सकता है।
* कभी-कभी किसी वस्तु को “सुनहरा” कहा जाता है, अर्थात वह उसका रंग सोने जैसा है परन्तु सोने से बनी नहीं है।
* जब किसी ऐसी वस्तु की चर्चा हो जो ठोस सोने की नहीं है उस पर केवल सोना चढ़ा हुआ है तो “सुनहरा” या “सोना चढ़ा” या “स्वर्णआवृत” अनुवाद किया जा सकता है।
* कभी-कभी किसी वस्तु को “सुनहरा” कहा जाता है, अर्थात उसका रंग सोने जैसा है परन्तु यथार्थ में सोने से बनी नहीं है।
(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [वाचा का सन्दूक](../kt/arkofthecovenant.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [चांदी](../other/silver.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 पतरस 01:6-7](rc://en/tn/help/1pe/01/06)
* [1 तीमुथियुस 02:8-10](rc://en/tn/help/1ti/02/08)
* [2 इतिहास 01:14-15](rc://en/tn/help/2ch/01/14)
* [प्रे.का. 03:4-6](rc://en/tn/help/act/03/04)
* [दानिय्येल 02:31-33](rc://en/tn/help/dan/02/31)
* [1 पतरस 01:07](rc://hi/tn/help/1pe/01/07)
* [1 तीमुथियुस 02:8-10](rc://hi/tn/help/1ti/02/08)
* [2 इतिहास 01:15](rc://hi/tn/help/2ch/01/15)
* [प्रे.का. 03:06](rc://hi/tn/help/act/03/06)
* [दानिय्येल 02:32](rc://hi/tn/help/dan/02/32)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1220, H1222, H1722, H2091, H2742, H3800, H4062, H5458, H6884, H6885, G5552, G5553, G5554, G5557
* स्ट्रोंग्स: H1220, H1722, H2091, H2742, H3800, H5458, H6884, H6885, G5552, G5553, G5554, G5557

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@ -1,23 +1,23 @@
# कानाफूसी, गपशप, कानाफूसी करनेवाला #
# कानाफूसी, गपशप, कानाफूसी करनेवाला
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“कानाफूसी” किसी के बारे में नकारात्मक एवं व्यर्थ की बातें करना। जो कुछ इस प्रकार कहा जाता है वह सच सिद्ध नहीं होता है।
“कानाफूसी” किसी की व्यक्तिगत बातों के बारे में लोगों में चर्चा करना और वह भी प्रतिकूल एवम् निरर्थक! अधिकतर जो बातें की जाती हैं उनकी सत्यता की पुष्टी नहीं की गई होती है।
* बाइबल में किसी के बारे में अनुचित बातें करना गलत है। बकबक करना और निन्दा करना ऐसी नकारात्मक बातों के उदाहरण है।
* जिसके बारे में अनुचित बातें की जा रही है, उसकी हानि करती हैं, क्योंकि ऐसा करने से मनुष्यों के साथ उसके संबन्धों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
* बाइबल में किसी के बारे में अनुचित बातें करना गलत है। अफवाह फैलाना और निन्दा करना ऐसी प्रतिकूल बातों के उदाहरण है।
* जिसके बारे में अनुचित बातें की जा रही है, उसकी हानि ही होती है, क्योंकि ऐसा करने से मनुष्यों के साथ उस व्यक्ति के संबन्धों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
(यह भी देखें: [झूठा दोष लगाना](../other/slander.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 05:11-13](rc://en/tn/help/1ti/05/11)
* [2 कुरिन्थियों 12:20-21](rc://en/tn/help/2co/12/20)
* [लैव्यव्यवस्था 19:15-16](rc://en/tn/help/lev/19/15)
* [नीतिवचन 16:27-28](rc://en/tn/help/pro/16/27)
* [रोमियो 01:29-31](rc://en/tn/help/rom/01/29)
* [1 तीमुथियुस 05:13](rc://hi /tn/help/1ti/05/13)
* [2 कुरिन्थियों 12:20](rc://hi/tn/help/2co/12/20)
* [लैव्यव्यवस्था 19:15-16](rc://hi/tn/help/lev/19/15)
* [नीतिवचन 16:28](rc://hi/tn/help/pro/16/28)
* [रोमियो 01:29-31](rc://hi/tn/help/rom/01/29)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H5372, H7400, G2636, G2637, G5397
* स्ट्रोंग्स: H5372, G2636, G5397

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@ -1,26 +1,26 @@
# निर्देश, निर्देश, निर्देश दिए, निर्देश देते रहना, अनुदेश, निर्देश, निर्देशक #
# निर्देश देना, आदेश, निर्देश, निर्देशक
## तथ्य: ##
## तथ्य:
"निर्देश" और "अनुदेश" शब्दों के संदर्भ किसी काम को करने के स्पष्ट निर्देशनों से है।
"निर्देश देना" और "आदेश" शब्दों के संदर्भ किसी काम को करने के स्पष्ट निर्देशनों से है।
* “निर्देश” देने से तात्पर्य किसी को बताना कि वह विशेष करके क्या काम करे
* जब यीशु ने अपने शिष्यों को रोटी और मछलियां दी कि लोगों में बांट दें तब उसने उन्हें विशेष निर्देश द कि कैसे करना है।
* “निर्देश” देने से तात्पर्य किसी को निशित रूप से बताना कि उसे क्या करना आवश्यक है
* जब यीशु ने अपने शिष्यों को रोटी और मछलियां दी कि लोगों में बांट दें तब उसने उन्हें विशेष निर्देश दिए कि कैसे करना है।
* प्रकरण के अनुसार “निर्देश” शब्द का अनुवाद “कहना” या “निर्देश देना” या “शिक्षा देना” या “आदेश देना” भी किया जा सकता है।
* “निर्देश” देने का अनुवाद “निर्देशन” या “समझाना” या “उसने जो कहा है उसे करना” किया जा सकता है।
* जब परमेश्वर निर्देश देता है तब उसका अनुवाद “फरमान” या “आदेश” किया जा सकता है।
* जब परमेश्वर निर्देश देता है तब उसका अनुवाद “आज्ञा” या “आदेश” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [आदेश](../other/decree.md), [शिक्षा/सिखाना](../other/teach.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [निर्गमन 14:4-5](rc://en/tn/help/exo/14/04)
* [उत्पत्ति 26:4-5](rc://en/tn/help/gen/26/04)
* [इब्रानियों 11:20-22](rc://en/tn/help/heb/11/20)
* [मत्ती 10:5-7](rc://en/tn/help/mat/10/05)
* [मत्ती 11:1-3](rc://en/tn/help/mat/11/01)
* [नीतिवचन 01:28-30](rc://en/tn/help/pro/01/28)
* [निर्गमन 14:04](rc://hi/tn/help/exo/14/04)
* [उत्पत्ति 26:05](rc://hi/tn/help/gen/26/05)
* [इब्रानियों 11:22](rc://hi/tn/help/heb/11/22)
* [मत्ती 10:05](rc://hi/tn/help/mat/10/05)
* [मत्ती 11:1](rc://hi/tn/help/mat/11/01)
* [नीतिवचन 01:30](rc://hi/tn/help/pro/01/30)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H241, H376, H559, H631, H1004, H1696, H1697, H3256, H3289, H3384, H4148, H4156, H4687, H4931, H4941, H5657, H6098, H6310, H6490, H6680, H7919, H8451, H8738, G1256, G1299, G1319, G1321, G1378, G1781, G1785, G2322, G2727, G2753, G3559, G3560, G3614, G3615, G3624, G3811, G3852, G3853, G4264, G4367, G4822
* स्ट्रोंग्स: H241, H376, H559, H631, H1004, H1696, H1697, H3256, H3289, H3384, H4148, H4156, H4687, H4931, H4941, H6098, H6310, H6490, H6680, H7919, H8451, G1256, G1299, G1319, G1321, G1378, G1781, G1785, G2727, G2753, G3559, G3560, G3811, G3852, G3853, G4264, G4367, G4822

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@ -1,27 +1,27 @@
# मध्यस्थ #
# मध्यस्थ
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“मध्यस्थ” दो पक्षों या अधिक मनुष्यों के मध्य मतभेद या कलह का समाधान करता है। वह आपसी मेल में उनकी सहायता करता है।
* पाप के कारण मनुष्य परमेश्वर का बैरी है जो उसके क्रोध और दण्ड का भागी है। पाप के कारण, परमेश्वर और उसके लोगों के मध्य संबन्ध विच्छेद है।
* यीशु पिता परमेश्वर और उसके लोगों के बीच मध्यस्थ है उसने पाप का मूल्य चुकानेवाली अपनी मृत्यु के द्वारा इस विच्छेदित संबन्ध को पुनः स्थापित कर दिया है।
* यीशु पिता परमेश्वर और उसके लोगों के बीच मध्यस्थ है उसने उनके पाप का मूल्य चुकानेवाली अपनी मृत्यु के द्वारा इस विच्छेदित संबन्ध को पुनः स्थापित कर दिया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “मध्यस्थ का अनुवाद हो सकता है”, “बिचौलियाँ” या “मेल कराने वाला” या “शान्ति स्थापित करनेवाला”
* इस शब्द के अनुवाद की तुलना “याजक” शब्द के अनुवाद से करें। “मध्यस्थ” का अनुवाद भिन्न शब्द से करेंगे तो उचित होगा।
* इस शब्द के अनुवाद की तुलना “याजक” शब्द के अनुवाद से करें। “मध्यस्थ” का अनुवाद भिन्न शब्द से करें तो उचित होगा।
(यह भी देखें: [याजक](../kt/priest.md), [मेल करना](../kt/reconcile.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 02:5-7](rc://en/tn/help/1ti/02/05)
* [गलातियों 03:19-20](rc://en/tn/help/gal/03/19)
* [इब्रानियों 08:6-7](rc://en/tn/help/heb/08/06)
* [इब्रानियों 12:22-24](rc://en/tn/help/heb/12/22)
* [लूका 12:13-15](rc://en/tn/help/luk/12/13)
* [1 तीमुथियुस 02:05](rc://hi/tn/help/1ti/02/05)
* [गलातियों 03:20](rc://hi/tn/help/gal/03/20)
* [इब्रानियों 08:06](rc://hi/tn/help/heb/08/06)
* [इब्रानियों 12:24](rc://hi/tn/help/heb/12/24)
* [लूका 12:14](rc://hi/tn/help/luk/12/14)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3887, G3312, G3316
* स्ट्रोंग्स: H3887, G3312, G3316

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@ -1,43 +1,43 @@
# जाति, जातियों #
# जाति, जातियों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
जाति एक विशाल जनसमूह है जो किसी प्रकार की सरकार के शासनाधीन रहती है। किसी जाति के लोगों के वंशज अपने ही होते हैं और एक ही जाति के लक्षण धारण करते हैं
जाति एक विशाल जनसमूह है जो किसी प्रकार की सरकार के शासनाधीन रहती है। किसी जाति के लोगों के पूर्वज उनके अपने ही होते हैं और उन सब की सजातीयता एक ही होती है
* “जाति” शब्द में सुव्यक्त संस्कृति एवं भौगोलिक सीमाओं का विचार निहित होता है
* बाइबल में “जाति” कोई देश (जैसे मिस्र, इथोपिया) हो सकता है परन्तु सामान्य परिप्रेक्ष्य में जन समुदायों के संदर्भ में होता है, विशेष करके बहुवचन में हो तब। अतः प्रकरण पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है
* बाइबल में जिन जातियों का उल्लेख किया गया है उसमें इस्राएली, पलिश्ती, अश्शूरी, बेबीलोनी, कनानी, रोमी और यूनानी तथा अन्य हैं।
*किसी “जाति” की अपनी ही सुव्यक्त संस्कृति एवं भौगोलिक सीमाएं होती हैं
* बाइबल में “जाति” कोई देश (जैसे मिस्र, इथोपिया) हो सकता है परन्तु सामान्य परिप्रेक्ष्य में जन समुदायों के संदर्भ में होता है, विशेष करके बहुवचन में हो तब। अतः प्रकरण पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है|
* बाइबल में जिन जातियों का उल्लेख किया गया है वे अनेक हैं जिनमें इस्राएली, पलिश्ती, अश्शूरी, बेबीलोनी, कनानी, रोमी और यूनानी आदि हैं।
* कभी-कभी “जाति” शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में आया है जो किसी विशेष समुदाय के पूर्वजों के संबन्ध में है, जैसे रिबका से परमेश्वर ने कहा था कि उसके जन्म लेने वाले पुत्र दो “जातियां” हैं जो आपस में लड़ते रहेंगे। इसका अनुवाद हो सकता है, “दो जातियों के संस्थापक” या “दो जन समुदायों के पूर्वज”।
* जिस शब्द का अनुवाद “जाति” किया गया है उस शब्द का उपयोग कभी-कभी अन्यजातियों के लिए भी किया जाता है या उन समुदायों के लिए जो यहोवा की उपासना नहीं करते। प्रकरण से इसका अर्थ स्पष्ट हो जाता है।
* जिस शब्द का अनुवाद “जाति” किया गया है उस शब्द का उपयोग कभी-कभी अन्यजातियों के लिए भी किया जाता है या उन समुदायों के लिए जो यहोवा की उपासना नहीं करते। प्रकरण से इसका अर्थ बहूदा स्पष्ट हो जाता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार, “जाति” शब्द का अनुवाद “जन समुदाय” या “नृजाति” या “ग्रामीण क्षेत्र” किया जा सकता है।
* प्रकरण के अनुसार, “जाति” शब्द का अनुवाद “जन समुदाय” या “नृजाति” या “देश” किया जा सकता है।
* यदि किसी भाषा में “जाति” के लिए इन सब शब्दों से भिन्न कोई शब्द है तो बाइबल में जहां भी यह शब्द आता है वहां उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि वह प्रत्येक संदर्भ में स्वाभाविक एवं सही है।
* बहुवचन शब्द “जातियों” का भी अनुवाद “जन समुदाय” किया जा सकता है।
* बहुवचन शब्द “जातियों” का अनुवाद “जन समुदाय” किया जा सकता है।
* कुछ प्रकरणों में इस शब्द का अनुवाद “अन्य-जाति” या “गैर यहूदी” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [अश्शूर](../names/assyria.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [कनान](../names/canaan.md), [अन्य-जाति](../kt/gentile.md), [यूनानी](../names/greek.md), [जन समुदाय](../other/peoplegroup.md), [पलिश्ती](../names/philistines.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 इतिहास 14:15-17](rc://en/tn/help/1ch/14/15)
* [2 इतिहास 15:6-7](rc://en/tn/help/2ch/15/06)
* [2 राजा 17:11-12](rc://en/tn/help/2ki/17/11)
* [प्रे.का. 02:5-7](rc://en/tn/help/act/02/05)
* [प्रे.का. 13:19-20](rc://en/tn/help/act/13/19)
* [प्रे.का. 17:26-27](rc://en/tn/help/act/17/26)
* [प्रे.का. 26:4-5](rc://en/tn/help/act/26/04)
* [दानिय्येल 03:3-5](rc://en/tn/help/dan/03/03)
* [उत्पत्ति 10:2-5](rc://en/tn/help/gen/10/02)
* [उत्पत्ति 27:29](rc://en/tn/help/gen/27/29)
* [उत्पत्ति 35:11-13](rc://en/tn/help/gen/35/11)
* [उत्पत्ति 49:10](rc://en/tn/help/gen/49/10)
* [लूका 07:2-5](rc://en/tn/help/luk/07/02)
* [मरकुस 13:7-8](rc://en/tn/help/mrk/13/07)
* [मत्ती 21:43-44](rc://en/tn/help/mat/21/43)
* [रोमियो 04:16-17](rc://en/tn/help/rom/04/16)
* [1 इतिहास 14:15-17](rc://hi/tn/help/1ch/14/15)
* [2 इतिहास 15:06](rc://hi/tn/help/2ch/15/06)
* [2 राजा 17:11-12](rc://hi/tn/help/2ki/17/11)
* [प्रे.का. 02:05](rc://hi/tn/help/act/02/05)
* [प्रे.का. 13:19](rc://hi/tn/help/act/13/19)
* [प्रे.का. 17:26](rc://hi/tn/help/act/17/26)
* [प्रे.का. 26:04](rc://hi/tn/help/act/26/04)
* [दानिय्येल 03:04](rc://hi /tn/help/dan/03/04)
* [उत्पत्ति 10:2-5](rc://hi /tn/help/gen/10/02)
* [उत्पत्ति 27:29](rc://hi/tn/help/gen/27/29)
* [उत्पत्ति 35:11](rc://hi/tn/help/gen/35/11)
* [उत्पत्ति 49:10](rc://hi/tn/help/gen/49/10)
* [लूका 07:05](rc://hi/tn/help/luk/07/02)
* [मरकुस 13:7-8](rc://hi/tn/help/mrk/13/07)
* [मत्ती 21:43](rc://hi/tn/help/mat/21/43)
* [रोमियो 04:16-17](rc://hi/tn/help/rom/04/16)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H249, H523, H524, H776, H1471, H3816, H4940, H5971, G246, G1074, G1085, G1484
* स्ट्रोंग्स: H523, H524, H776, H1471, H3816, H4940, H5971, G246, G1074, G1085, G148

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@ -1,32 +1,32 @@
# अत्याचार करने, अंधेर करता, सताए हुए, अंधेर करते, अंधेर, ताड़ना , अंधेर करनेवाले, अत्याचार करनेवालों #
# अत्याचार करना, अंधेर करना, सताए हुए, अंधेर करनेवाला, अधिकार रखना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अत्याचार करना” और “अंधेर” अर्थात मनुष्यों के साथ निर्दयता का व्यवहार करना। “अत्याचारी” मनुष्यों पर अत्याचार करता है।
“अत्याचार करना” और “अंधेर” अर्थात मनुष्यों के साथ निर्दयता का व्यवहार करना। “अत्याचारी” वह है जो मनुष्यों पर अत्याचार करता है।
* “अत्याचार” विशेष करके उस परिस्थिति का संदर्भ देता है जिसमें अधिक शक्तिशाली मनुष्य अपने अधिकार के अधीन या अपने राज्य के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं या उन्हें दास बना लेते हैं।
* “उत्पीड़ित” जन वे हैं जिनके साथ निर्दयता का व्यवहार किया जाता है।
* शत्रु राष्ट्र और उनके शासक इस्राएल की प्रजा पर अत्याचार करते थे।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के आधार पर “अत्याचार” का अनुवाद किया जा सकता है, “कठोर व्यवहार करना” या “भारी बोझ डालना” या “दयनीय दासत्व में रखना” या “निर्दयी शासन करना”।
* “अत्याचार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोर दमन एवं दासत्व” या “कष्टप्रद नियंत्रण”
* शोषित” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ित मनुष्य” या “भयंकर दासत्व में मनुष्य” या “निर्दयता का व्यवहार सहनेवाले."
* “अत्याचार करने वाले” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचारी मनुष्य” या “कठोर व्यवहार या राज करनेवाला देश” या “उत्पीड़क”
* शोषित” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ित मनुष्य” या “भयंकर दासत्व में मनुष्य” या “निर्दयता का व्यवहार सहनेवाले"|
* “अत्याचार करने वाले” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचारी मनुष्य” या “कठोर व्यवहार या राज करनेवाला देश” या “उत्पीड़क”|
(यह भी देखें: [बांधना](../kt/bond.md), [दास बनाना](../other/enslave.md), [सताना](../other/persecute.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 10:17-19](rc://en/tn/help/1sa/10/17)
* [व्यवस्थाविवरण 26:6-7](rc://en/tn/help/deu/26/06)
* [सभोपदेशक 04:1](rc://en/tn/help/ecc/04/01)
* [अय्यूब 10:1-3](rc://en/tn/help/job/10/01)
* [न्यायियों 02:18-19](rc://en/tn/help/jdg/02/18)
* [नहेम्याह 05:14-15](rc://en/tn/help/neh/05/14)
* [भजन संहिता 119:133-134](rc://en/tn/help/psa/119/133)
* [1 शमूएल 10:17-19](rc://hi/tn/help/1sa/10/17)
* [व्यवस्थाविवरण 26:07](rc://hi/tn/help/deu/26/07)
* [सभोपदेशक 04:1](rc://hi/tn/help/ecc/04/01)
* [अय्यूब 10:03](rc://hi/tn/help/job/10/03)
* [न्यायियों 02:18-19](rc://hi/tn/help/jdg/02/18)
* [नहेम्याह 05:14-15](rc://hi/tn/help/neh/05/14)
* [भजन संहिता 119:134](rc://hi/tn/help/psa/119/134)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1790, H1792, H2541, H2555, H3238, H3905, H3906, H4642, H4939, H5065, H6115, H6125, H6184, H6206, H6216, H6217, H6231, H6233, H6234, H6693, H7429, H7533, H7701, G2616, G2669
* स्ट्रोंग्स: H1790, H1792, H2541, H2555, H3238, H3905, H3906, H4642, H5065, H6115, H6125, H6184, H6206, H6216, H6217, H6231, H6233, H6234, H6693, H7429, H7533, H7701, G2616, G2669

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@ -1,12 +1,12 @@
# सताएँ, सताए जाते, सताा, उपद्रव, उत्पीड़न, सतानेवाला, पीछा करनेवाले #
# सताएँ, सताए जाते, सताा, उपद्रव, उत्पीड़न, सतानेवाला, पीछा करनेवाले
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“सताएँ” और “उपद्रव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे।
* उपद्रव किसी एक मनुष्य या अनेक मनुष्यों पर हो सकता है जिसमें बार-बार, लगातार वार करना होता है।
* इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने आक्रमण करके सताया था। उन्होंने उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा।
* ष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों।
* मनुष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों।
* यहूदी धर्म के अगुवे यीशु को सताते थे क्योंकि उन्हें उसकी शिक्षाएं अच्छी नहीं लगती थी।
* यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यहूदी धर्म के अगुवे और रोमी सरकार यीशु के अनुयायियों को सताने लगे थे।
* “सताना” का अनुवाद “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना” भी हो सकता है।
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(यह भी देखें: [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [अत्याचार करना](../other/oppress.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 07:51-53](rc://en/tn/help/act/07/51)
* [प्रे.का. 13:50-52](rc://en/tn/help/act/13/50)
* [गलातियों 01:13-14](rc://en/tn/help/gal/01/13)
* [यूहन्ना 05:16-18](rc://en/tn/help/jhn/05/16)
* [मरकुस 10:29-31](rc://en/tn/help/mrk/10/29)
* [मत्ती 05:9-10](rc://en/tn/help/mat/05/09)
* [मत्ती 05:43-45](rc://en/tn/help/mat/05/43)
* [मत्ती 10:21-23](rc://en/tn/help/mat/10/21)
* [मत्ती 13:20-21](rc://en/tn/help/mat/13/20)
* [फिलिप्पियों03:6-7](rc://en/tn/help/php/03/06)
* [प्रे.का. 07:52](rc://hi/tn/help/act/07/52)
* [प्रे.का. 13:50](rc://hi/tn/help/act/13/50)
* [गलातियों 01:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13)
* [यूहन्ना 05:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/05/16)
* [मरकुस 10:30](rc://hi/tn/help/mrk/10/30)
* [मत्ती 05:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10)
* [मत्ती 05:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43)
* [मत्ती 10:22](rc://hi/tn/help/mat/10/22)
* [मत्ती 13:20-21](rc://hi /tn/help/mat/13/20)
* [फिलिप्पियों03:06](rc://hi /tn/help/php/03/06)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[33:07](rc://en/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वह है जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ शाउल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |”
* __[46:04](rc://en/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |"
* __[33:07](rc://hi/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
* __[46:02](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |”
* __[46:04](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |"
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1814, H4783, H6233, H7291, H7852, G1375, G1376, G1377, G1559, G2347
* स्ट्रोंग्स: H1814, H7291, H7852, G1375, G1376, G1377, G1559, G2347

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## परिभाषा: ##
“खम्भा” एक बड़ी खड़ी रचना जिस पर छत को या भवन के अन्य भाग को रोका जा। “खम्भा” का दूसरा शब्द स्तंभ होता है।
“खम्भा” एक बड़ी खड़ी रचना होती है जिस पर छत को या भवन के अन्य भाग को रोका जाता है। “खम्भा” का दूसरा शब्द स्तंभ होता है।
* बाइबल के युग में भवन को सहारा देने के लिए जो खंभे बनाए जाते थे वे सामान्यतः एक ही पत्थर में से काटकर निकाले जाते थे।
* पुराने नियम में शिमशोन को पलिश्तियों ने बन्दी बना लिया था तब उसने उनके मन्दिर के खंभों को गिराकर मन्दिर को ध्वंस कर दिया था।
* कभी-कभी “खंभा” शब्द किसी की कब्र या किसी घटना की स्मृति में खड़ी की गई चट्टान को भी कहा गया है।
* यह शब्द किसी देवी-देवता की मूर्ति की उपासना के संदर्भ में भी उपयोग किया गया है। किसी गढ़ी हुई मूरत के लिए भी इस शब्द का उपयोग किया गया है जिसका अनुवाद “प्रतिमा” किया जा सकता है।
* “खंभा” शब्द किसी भी स्तंभ रूपी रचना के लिए किया जा सकता है जैसे आग का खंभा जो इस्राएलियों की जंगल में रात को अगुआई करता था या “नमक का खंभा” लूत की पत्नी नमक का खंभा बन गई थी जब उसने पलट कर सदोम को देखा था।
* “खंभा” शब्द का उपयोग किसी भी स्तंभ रूपी रचना के लिए किया जा सकता है जैसे आग का खंभा जो रात के समय जंगल में इस्राएलियों की अगुआई करता था या “नमक का खंभा” लूत की पत्नी नमक का खंभा बन गई थी जब उसने पलट कर सदोम को देखा था।
* किसी भवन को थामने वाली रचना के लिए “खंभा” शब्द का उपयोग किया जाता है तो इसका अनुवाद “खड़ी पत्थर की लाट का सहारा” या “थामने वाली पत्थर की रचना” किया जा सकता है।
* “खंभा” के अन्य उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, “प्रतिमा” या “ढेर” या “स्तूप” या “स्मारक” या “ऊंची रचना” आदि जो प्रकरण के अनुरूप उचित हो।
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [2 राजा 18:4-5](rc://en/tn/help/2ki/18/04)
* [निर्गमन 13:19-22](rc://en/tn/help/exo/13/19)
* [निर्गमन 33:7-9](rc://en/tn/help/exo/33/07)
* [उत्पत्ति 31:45-47](rc://en/tn/help/gen/31/45)
* [नीतिवचन 09:1-2](rc://en/tn/help/pro/09/01)
* [2 राजा 18:04](rc://hi/tn/help/2ki/18/04)
* [निर्गमन 13:21](rc://hi/tn/help/exo/13/21)
* [निर्गमन 33:09](rc://hi/tn/help/exo/33/09)
* [उत्पत्ति 31:45](rc://hi/tn/help/gen/31/45)
* [नीतिवचन 09:1-2](rc://hin/tn/help/pro/09/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H352, H547, H2106, H2553, H3730, H4552, H4676, H4678, H4690, H5324, H5333, H5982, H8490, G4769
* स्य्रोंग्स: H352, H547, H2106, H2553, H3730, H4552, H4676, H4678, H4690, H5324, H5333, H5982, H8490, G4769

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# गिड़गिड़ाना, विनती, मुकद्दमा, वाद विवाद करना, गिड़गिड़ाकर, निवेदन करता, निवेदन #
# गिड़गिड़ाना, विनती, मुकद्दमा, वाद विवाद करना, गिड़गिड़ाकर, निवेदन करता, निवेदन
## तथ्य: ##
## तथ्य:
“गिड़गिड़ाकर विनती करना” और “विनती” का अर्थ है किसी से कुछ करने की आपातकालीन याचना। “गिड़गिड़ाना” एक गंभीर निवेदन है।
“गिड़गिड़ाकर विनती करना” और “विनती” का अर्थ है किसी से कुछ करने की आपातकालीन याचना। “गिड़गिड़ाना” एक अत्यावश्यक निवेदन है।
* विनती का अर्थ प्रायः यह होता है कि मनुष्य को सहायता की घोर आवश्यकता है।
* मनुष्य परमेश्वर से दया की विनती कर सकते हैं या याचना कर सकते हैं या उससे कुछ देने का निवेदन कर सकते हैं स्वयं के लिए या किसी और के लिए
* विनती का अर्थ प्रायः यह होता है कि मनुष्य को सहायता की घोर आवश्यकता या उसमे सहायता पाने की प्रबल इच्छा है।
* मनुष्य परमेश्वर से दया की विनती कर सकते हैं या आपातकालीन याचना कर सकते हैं या स्वयं के लिए या किसी और के लिए उससे कुछ देने का निवेदन कर सकते हैं।
* इसका अनुवाद हो सकता है, “मांगना”, “अनुनय विनय करना” या “आपातकालीन याचना”
* “प्रार्थना” का अनुवाद हो सकता है, “साग्रह निवेदन” या “प्रबल याचना”।
* स्पष्ट करें कि प्रकरण में इसका अर्थ पैसा मांगना नहीं है।
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 कुरिन्थियों 08:3-5](rc://en/tn/help/2co/08/03)
* [न्यायियों 06:31-32](rc://en/tn/help/jdg/06/31)
* [लूका 04:38-39](rc://en/tn/help/luk/04/38)
* [नीतिवचन 18:17-18](rc://en/tn/help/pro/18/17)
* [2 कुरिन्थियों 08:3-5](rc://hi/tn/help/2co/08/03)
* [न्यायियों 06:31](rc://hi/tn/help/jdg/06/31)
* [लूका 04:39](rc://hi/tn/help/luk/04/39)
* [नीतिवचन 18:17](rc://hi/tn/help/pro/18/17)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1777, H2603, H3198, H4941, H4994, H6279, H6293, H6664, H6419, H7378, H7379, H7775, H8199, H8467, H8469, G1189, G1793, G2065, G3870
* स्ट्रोंग्स: H1777, H2603, H3198, H4941, H4994, H6279, H6293, H6664, H6419, H7378, H7379, H7775, H8199, H8467, H8469, G1189, G1793, G2065, G3870

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# अशुद्ध करना, अपवित्र, अशुद्ध करना #
# अशुद्ध करना, अपवित्र, अशुद्ध करना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
अशुद्ध करने का अर्थ है: अपवित्र करना, गन्दा करना या पवित्र वस्तु का अपमान करना ।
* अशुद्ध मनुष्य वह है जो अपवित्र है और परमेश्वर का आदर नहीं करता है ।
* "अशुद्ध करना" क्रिया शब्द का अनुवाद हो सकता है: "अपवित्रता का व्यवहार करना" या "निन्दा का व्यवहार करना" या "आदर नहीं करना ।"
* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उन्होंने अपने आप को “अशुद्ध” कर लिया है। अर्थात् वे मूर्ति पूजा के पाप से “अपवित्र” या “सम्मान रहित” हो गए थे। वे परमेश्वर का निरादर कर रहे थे।
* प्रकरण के अनुसार विशेषण शब्द “अशुद्ध” का अनुवाद हो सकता है: “सम्मान से वंचित” या “अपवित्र” या “अभक्त”।
* अशुद्ध मनुष्य वह है जो अपवित्र व्हैयवहार करता है और परमेश्वर का आदर नहीं करता है ।
* "अशुद्ध करना" क्रिया शब्द का अनुवाद हो सकता है: "अपवित्रता से व्यवहार करना" या "श्रृद्धा रहित व्यवहार करना" या "आदर नहीं करना ।"
* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उन्होंने अपने आप को “अशुद्ध” कर लिया है। अर्थात् वे मूर्ति पूजा के पाप से “अपवित्र” या “अपमानजनक” हो गए थे। वे परमेश्वर का निरादर भी कर रहे थे।
* प्रकरण के अनुसार विशेषण शब्द “अशुद्ध” का अनुवाद हो सकता है: “सम्मान से रहित” या "अभक्त"या “अपवित्र”।
(यह भी देखें: [अशुद्ध](../other/defile.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 तीमुथियुस 02:16-18](rc://en/tn/help/2ti/02/16)
* [यहेजकेल 20:8-9](rc://en/tn/help/ezk/20/08)
* [मलाकी 01:10-12](rc://en/tn/help/mal/01/10)
* [मत्ती 12:5-6](rc://en/tn/help/mat/12/05)
* [गिनती 18:30-32](rc://en/tn/help/num/18/30)
* [2 तीमुथियुस 02:16-18](rc://hi/tn/help/2ti/02/16)
* [यहेजकेल 20:09](rc://hi/tn/help/ezk/20/09)
* [मलाकी 01:10-12](rc://hi/tn/help/mal/01/10)
* [मत्ती 12:05](rc://hi/tn/help/mat/12/05)
* [गिनती 18:30-32](rc://hi/tn/help/num/18/30)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2455, H2490, H2491, H2610, H2613, H2930, H5234, H8610, G952, G953
* स्ट्रोंग्स: H2455, H2490, H2491, H5234, H8610, G952, G953

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# घमण्ड, घमण्ड से, बड़ाई, घमण्ड भरी #
# घमंडी, घमंड, बड़ाई, घमण्ड भरी
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“घमण्ड” और “घमण्ड भरी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में हैं जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है और विशेष करके सोचता है कि वह अन्यों से कहीं अधिक उत्तम है।
* घमण्डी मनुष्य प्रायः अपनी गलतियां स्वीकार नहीं करता है। वह दीन मनुष्य नहीं है।
* घमण्ड अन्य बातों में परमेश्वर की अवज्ञा की ओर ले जाता है।
* “घमण्ड” और “बड़ाई” को सकारात्मक अर्थ में भी काम में लिया जाता है जैसे किसी की उपलब्धि पर घमण्ड करना या बच्चों पर घमण्ड करना। “अपने काम पर घमण्ड कर” इस अभिव्यक्तिता का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
* कोई घमण्ड से भरे बिना अपने काम पर घमण्ड कर सकता है। कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के इन दोनों शब्दों के भाव अलग-अलग शब्दों में व्यक्त किए जा सकते हैं।
* “घमण्ड” और “बड़ाई” को सकारात्मक अर्थ में भी काम में लिया जाता है जैसे किसी की उपलब्धि पर घमण्ड करना या बच्चों पर घमण्ड करना। “अपने काम पर घमण्ड करना” इस अभिव्यक्तिता का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
* कोई घमण्ड से भरे बिना अपने किए हुए काम पर घमण्ड कर सकता है। कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के इन दोनों शब्दों के भाव अलग-अलग शब्दों में व्यक्त किए जा सकते हैं।
* “घमण्ड से भर जाना” सदैव नकारात्मक होता है अर्थात् “अभिमानी” या “अहंमन्य” या “अपने आपको बहुत बड़ा समझनेवाला”।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* संज्ञा "घमंड" का अनुवाद "अहंकार" या "अभिमान" या "आत्म-महत्व" के रूप में किया जा सकता है।
* अन्य संदर्भों में, "घमंड" का अनुवाद "आनन्द" या "संतोष" या "आनंद" के रूप में किया जा सकता है।
* 'पर गर्व करने के लिए' का अनुवाद "के साथ खुश" या "संतुष्ट" या " ( उपलब्धियों की) " के रूप में किया जा सकता है।
* अन्य संदर्भों में, "घमंड" का अनुवाद "आनन्द" या "संतोष" या "सुख" के रूप में किया जा सकता है।
* "पर गर्व" का अनुवाद "के साथ खुश" या "से संतुष्ट" या " या "आनंदित"( उपलब्धियों पर) " के रूप में किया जा सकता है।
* “अपने काम पर घमण्ड कर” इस वाक्यांश का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
* "यहोवा पर गर्व करने" का अभिप्राय भी अनुवादित किया जा सकता है, "यहोवा ने जो कुछ अद्भुत काम किया है, उसके बारे में प्रसन्न होना" या "खुश होना कि यहोवा कितना अद्भुत है।"
* "यहोवा पर गर्व करना " इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यहोवा ने जो कुछ अद्भुत काम किया है, उसके बारे में प्रसन्न होना" या "खुश होना कि यहोवा कितना अद्भुत है।"
(यह भी देखें: [हठीले](../other/arrogant.md), [दीन](../kt/humble.md), [आनन्द](../other/joy.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [1 तीमुथियुस 03:6-7](rc://en/tn/help/1ti/03/06)
* [2 कुरिन्थियों 01:12-14](rc://en/tn/help/2co/01/12)
* [गलातियों 06:3-5](rc://en/tn/help/gal/06/03)
* [यशायाह 13:19-20](rc://en/tn/help/isa/13/19)
* [लूका 01:50-51](rc://en/tn/help/luk/01/50)
* [1 तीमुथियुस 03:6-7](rc://hi/tn/help/1ti/03/06)
* [2 कुरिन्थियों 01:12](rc://hi/tn/help/2co/01/12)
* [गलातियों 06:3-5](rc://hi/tn/help/gal/06/03)
* [यशायाह 13:19](rc://hi/tn/help/isa/13/19)
* [लूका 01:51](rc://hi/tn/help/luk/01/51)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)__ उन्हें बहुत __घमंड__ था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ Tयीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धार्मिक नेता की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर) छोटा किया जाएगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”
* __[04:02](rc://hi/tn/help/obs/04/02)__ उन्हें बहुत __घमंड__ था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
* __[34:10](rc://hi/tn/help/obs/34/10)__ तब यीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धर्म गुरु की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को __बड़ा__ बनाएगा, उसे परमेश्वर छोटा कर देगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1341, H1343, H1344, H1346, H1347, H1348, H1349, H1361, H1362, H1363, H1364, H1396, H1466, H1467, H1984, H2086, H2087, H2102, H2103, H2121, H3093, H3238, H3513, H4062, H1431, H4791, H5965, H6580, H7293, H7295, H7312, H7342, H7311, H7407, H7830, H8597, G212, G1391, G1392, G2744, G2745, G2746, G3173, G5187, G5229, G5243, G5244, G5308, G5309, G5426, G5450
* स्ट्रोंग्स: H1341, H1343, H1344, H1346, H1347, H1348, H1349, H1361, H1362, H1363, H1364, H1396, H1466, H1467, H1984, H2086, H2087, H3093, H3238, H3513, H4062, H1431, H4791, H5965, H7295, H7312, H7342, H7311,H7830, H8597, G1391, G1392, G2744, G2745, G2746, G3173, G5187, G5229, G5243, G5244, G5308, G5309, G5426

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# नष्ट करना, नष्ट करना, बर्बाद #
# नष्ट करना, नष्ट करना, नष्ट हो गया
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“नष्ट करना” अर्थात लूटना, विनाश करना, या निकम्मा कर देना। “खण्डहर” या “खण्डहरों” नष्ट किए गए मलबे या नष्ट किए गए अवशेष।
“नष्ट करना” अर्थात लूटना, विनाश करना, या निकम्मा कर देना। “खण्डहर” या “खण्डहरों” नष्ट किए गए मलबे या नष्ट किए गए अवशेषों के सन्दर्भ में हैं
भविष्यद्वक्ता सपन्याह ने परमेश्वर के प्रकोप के दिन को “विनाश का दिन” कहा था, जब संसार का न्याय किया जाएगा और दण्ड दिया जाएगा।
नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रतिफल के लिए विनाश एवं बर्बादी है।
नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रतिफल के लिए विनाश एवं मृत्यु है।
प्रकरण के अनुसार, “नष्ट करना” का अनुवाद “ध्वंस करना” या “खण्डहर कर देना” या “निकम्मा कर देना” या “तोड़ देना” किया जा सकता है।
“खण्डहर” या “खण्डहरों” का अनुवाद “मलबा” या “ध्वंस ईमारते” या “नष्ट किया गया नगर” या “विनाश” या “तोड़फोड़” या “सर्वनाश” हो सकता है प्रकरण के अनुसार
“खण्डहर” या “खण्डहरों” का अनुवाद प्रकरण के अनुसार “मलबा” या “ध्वंस ईमारते” या “नष्ट किया गया नगर” या “विनाश” या “तोड़फोड़” या “सर्वनाश” हो सकता है।
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [2 इतिहास 12:7-8](rc://en/tn/help/2ch/12/07)
* [2 राजा 19:25-26](rc://en/tn/help/2ki/19/25)
* [प्रे.का. 15:15-18](rc://en/tn/help/act/15/15)
* [यशायाह 23:13-14](rc://en/tn/help/isa/23/13)
* [2 इतिहास 12:7-8](rc://hi/tn/help/2ch/12/07)
* [2 राजा 19:25-26](rc://hi/tn/help/2ki/19/25)
* [प्रे.का. 15:16](rc://hi/tn/help/act/15/16)
* [यशायाह 23:13-14](rc://hi/tn/help/isa/23/13)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H6, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4383, H4384, H4654, H4658, H4876, H4889, H5221, H5557, H5754, H5856, H6365, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G2679, G2692, G3639, G4485
* स्ट्रोंग्स: H6, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4384, H4654, H4658, H4876, H4889, H5221, H5327, H5557, H5754, H5856, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G2679, G2692, G3639, G4485

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# बहन, बहनों #
# बहन, बहनों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बहन माता या पिता के संबन्ध से किसी की स्त्री संबन्धी होती है। उसे कहा जाता है कि दूसरे व्यक्ति की बहन या उस व्यक्ति की बहन ।
बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता याकिसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है
* नये नियम में "बहन" शब्द का आलंकारिक उपयोग मसीह यीशु में विश्वास करनेवाली स्त्री के लिए किया जाता है।
* नये नियम में "बहन" शब्द का आलंकारिक उपयोग उस स्त्री के लिए किया जाता है जो यीशु में सहविश्वासी है।
* कभी-कभी,"भाइयों और बहनों" शब्द मसीह के सब विश्वासी स्त्री-पुरुष के लिए उपयोग किया गया है।
* पुराने नियम की पुस्तक श्रेष्ठगीत में "बहन" शब्द प्रेमी या जीवन साथी के लिए उपयोग किया गया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* अतः उचित होगा कि इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों ही करें, जब तक कि इसका अभिप्राय गलत न हो।
* अतः उचित होगा कि लक्षित भाषा में इस शब्द का अनुवाद करते समय अनुवांशिक या प्राकृतिक बहन के लिए काम में आने वाले शब्द का ज्यों का त्यों ही उपयोग करें, जब तक कि इसका अभिप्राय गलत न हो।
* इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मसीह में बहन” या “आत्मिक बहन” या “मसीह की विश्वासी स्त्री” या “सहविश्वासी महिला”।
* संभव हो तो पारिवारिक शब्द काम में लेना सबसे अच्छा है।
* यदि लक्षित भाषा में विश्वासी शब्द का स्त्रीलिंग रूप हो तो इसे काम में लेना संभावित अनुवाद हो सकता है।
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(यह भी देखें: [भाई](../kt/brother.md) [मसीह में](../kt/inchrist.md), [आत्मा](../kt/spirit.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [1 इतिहास 02:16-17](rc://en/tn/help/1ch/02/16)
* [व्यवस्थाविवरण 27:22-23](rc://en/tn/help/deu/27/22)
* [फिलेमोन 01:1-3](rc://en/tn/help/phm/01/01)
* [रोमियो16:1-2](rc://en/tn/help/rom/16/01)
* [1 इतिहास 02:16-17](rc://hi/tn/help/1ch/02/16)
* [व्यवस्थाविवरण 27:22](rc://hi/tn/help/deu/27/22)
* [फिलेमोन 01:02](rc://hi/tn/help/phm/01/02)
* [रोमियो16:01](rc://hi/tn/help/rom/16/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H269, H1323, G27, G79
* स्ट्रोंग्स: H269, H1323, G27, G79

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# फंदा, फंदे, फंसाना, फंसाना, फँसना, फंसाना, जाल, जालें, फंस गए #
# फंदा, फंदे, फंसाना, फंसा, फँसना, जाल
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
"जाल" और "फंदा" ये ऐसे उपकरण होते थे जिनसे पशु पक्षी पकड़े जाते थे। जाल में फँसाने के लिए "फंसे" या "जाल" करना" है, और "जाल" या "फंसाने" के लिए एक जाल से पकड़ना है । बाइबल में इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है कि पाप और परीक्षा छिपे हुए फंदे हैं। जिनमें फंसकर मनुष्य हानि उठाता है
"जाल" और "फंदा" ये ऐसे साधन होते थे जिनसे पशु -पक्षी पकड़े जाते थे और वे बचकर भाग नहीं सकते थे। "जाल में फँसाने" का अर्थ है, जाल बिछाकर पकड़ना और फंदे में फंसाना या फंसाने का अर्थ है, फंदे से पकड़ना। बाइबल में इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है कि पाप और परीक्षा छिपे हुए फंदे हैं जो मनुष्य फंसा कर उसकी हानि करते हैं
* “जाल” रस्सी या तार का एक कुंडलाकार फंदा होता है जिसमें पशु का पांव पड़ जाए तो वह उसमें उलझ जाता है।
* “फंदा” धातु या लकड़ी का बना होता है जिसके दो भाग होते हैं जो पशु का पांव पड़ने पर बन्द हो जाते हैं और पशु भाग नहीं पाता है। कभी-कभी फंदा भूमि में खोदा हुआ गड्ढा भी होता है जिसमें पशु गिर जाता है।
* “जाल” रस्सी या तार की एक कुंडली होती है जिसमें पशु का पांव पड़ जाए तो वह उसमें उलझ जाता है।
* “फंदा” धातु या लकड़ी का बना होता है जिसके दो भाग होते हैं जो पशु का पांव पड़ने पर कठोरता से बन्द हो जाते हैं और पशु भाग नहीं पाता है। कभी-कभी फंदा भूमि में खोदा हुआ गड्ढा भी होता है जिसमें पशु गिर जाता है।
* जाल या फंदा छिपाकर रखा जाता है कि पशु उसे देख न पाए।
* “जाल बिछाना” अर्थात किसी को फंसाने के लिए जाल लगाना।
* “जाल में फंसना” अर्थात किसी गहरे गड्ढे में गिरना जो पहले से पशु को फंसाने के लिए खोदा गया है।
* एक व्यक्ति जो पाप करना शुरू कर देता है और रोक नहीं सकता, उसे "पाप से फंसे" के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जिस प्रकार एक जानवर को फँसाने के लिए किया जा सकता है और बच नहीं सकता
* एक व्यक्ति जो पाप करना शुरू कर देता है और रोक नहीं सकता, उसे "पाप से फंसे" के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जिस प्रकार एक जानवर को फँसाने के लिए किया जाता है कि वह बच नहीं पाए
* जिस प्रकार कि पशु फंदे में फंसकर संकट में पड़ जाता है और हानि उठाता है उसी प्रकार मनुष्य पाप में फंस कर हानि उठाता है और उसे मुक्ति की आवश्यकता होती है।
(यह भी देखें: [स्वतंत्र](../other/free.md), , [शिकार](../other/prey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [परीक्षा में डालना](../kt/tempt.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [सभोपदेशक 07:26](rc://en/tn/help/ecc/07/26)
* [लूका 21:34-35](rc://en/tn/help/luk/21/34)
* [मरकुस 12:13-15](rc://en/tn/help/mrk/12/13)
* [भजन-संहिता 018:4-5](rc://en/tn/help/psa/018/004)
* [सभोपदेशक 07:26](rc://hi/tn/help/ecc/07/26)
* [लूका 21:34](rc://en/tn/help/luk/21/34)
* [मरकुस 12:13](rc://hi/tn/help/mrk/12/13)
* [भजन-संहिता 018:5](rc://hi/tn/help/psa/018/05)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2256, H3353, H3369, H3920, H3921, H4170, H4204, H4434, H4685, H4686, H4889, H5367, H5914, H6315, H6341, H6351, H6354, H6679, H6983, H7639, H7845, H8610, G64, G1029, G2339, G2340, G3802, G3803, G3985, G4625
* स्ट्रोंग्स : H2256, H3353, H3369, H3920, H3921, H4170, H4204, H4434, H4685, H4686, H4889, H5367, H5914, H6341, H6351, H6354, H6679, H6983, H7639, H7845, H8610, G64, G1029, G2339, G2340, G3802, G3803, G3985, G4625

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# अधीन होना, अधीन रहना, अधीन हुआ, अधीन रहना, अधीनता,अधीनता में #
# अधीन होना, अधीन रहना, अधीनता,अधीनता में
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अधीन होना” का सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी के या सरकार के अधीन होना।
“अधीन होना” इसका सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी के या सरकार के अधीन होना।
* बाइबल में यीशु के विश्वासियों को कहा गया है कि वे अपने जीवन में परमेश्वर और अन्य अधिकारियों के अधीन रहें।
* “एक दूसरे के अधीन रहो” अर्थात दीनतापूर्वक सुधार स्वीकार करें और अपनी अपेक्षा अन्यों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दें।
* “अधीनता में रहो” अर्थात स्वयं को किसी के अधीन रखो
* “एक दूसरे के अधीन रहो” इस निर्देश का अर्थ है, दीनतापूर्वक सुधार स्वीकार करें और अपनी अपेक्षा अन्यों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दें।
* “अधीनता में रहना” अर्थात स्वयं को किसी के अधीन रखना
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “अधीन रहो” का अनुवाद “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक सम्मान करो और आदर करो”।
* “अधीन रहो” का अनुवाद “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक प्रतीष्ठा करो और आदर करो”।
* “अधीनता” का अनुवाद “आज्ञा पालन” या “अधिकार को स्वीकार करना” हो सकता है।
* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो”।
* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो”
* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो” हो सकता है
* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो” हो सकता है।
(यह भी देखें: [विषय](../other/subject.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 14:34-36](rc://en/tn/help/1co/14/34)
* [1 पतरस 03:1-2](rc://en/tn/help/1pe/03/01)
* [इब्रानियों 13:15-17](rc://en/tn/help/heb/13/15)
* [लूका 10:17-20](rc://en/tn/help/luk/10/17)
* [1 कुरिन्थियों 14:34-36](rc://hi/tn/help/1co/14/34)
* [1 पतरस 03:01](rc://hi/tn/help/1pe/03/01)
* [इब्रानियों 13:15-17](rc://hi/tn/help/heb/13/15)
* [लूका 10:20](rc://hi/tn/help/luk/10/20)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3584, H7511, G5226, G5293
* स्ट्रोंग्स: H3584, G5226, G5293

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# जूआ, जूए, जूए में #
# जूआ, जुते हुए, बंधे हुए
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
जूआ लकड़ी या लोहे का होता है जिसमें दो या अधिक पशु जोते जाते हैं कि हल चलाएं या गाड़ी खीचें। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
* शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है, जो कि एक साथ काम करने के उद्देश्य से लोगों को शामिल करना, जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
* शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से उस बात के लिए किया जाता है, जो मनुष्य को एक साथ काम करने के उद्देश्य से सहकारी करती है जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
* पौलुस ने किसी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करने के लिए "सहकर्मी" शब्द का इस्तेमाल किया जो मसीह की सेवा कर रहा था। इसका अनुवाद “साथी कार्यकर्ता” या “साथी सेवक” या “सहकर्मी” भी हो सकता है।
* शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न द्वारा दमन करते समय
* सन्दर्भ के आधार पे इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो और लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
* शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को उठा कर ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न के समय शोषण किया जाता है
*अधिकाँश प्रकरणों में इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो तो अच्छा होगा, लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, सन्दर्भ के आधार पर “अत्याचार का बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।
इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद सन्दर्भ के आधार पर हो सकता है, “दमनकारी बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।
(यह भी देखें: [बांधना](../kt/bond.md), [बोझ](../other/burden.md), [अत्याचार करना](../other/oppress.md), [सताना](../other/persecute.md), [सेवक](../other/servant.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 15:10-11](rc://en/tn/help/act/15/10)
* [गलातियों 05:1-2](rc://en/tn/help/gal/05/01)
* [उत्पत्ति 27:39-40](rc://en/tn/help/gen/27/39)
* [यशायाह 09:4-5](rc://en/tn/help/isa/09/04)
* [यिर्मयाह 27:1-4](rc://en/tn/help/jer/27/01)
* [मत्ती 11:28-30](rc://en/tn/help/mat/11/28)
* [फिलिप्पियों 04:1-3](rc://en/tn/help/php/04/01)
* [प्रे.का. 15:10](rc://hi/tn/help/act/15/10)
* [गलातियों 05:01](rc://hi/tn/help/gal/05/01)
* [उत्पत्ति 27:40](rc://hi/tn/help/gen/27/40)
* [यशायाह 09:04](rc://hi/tn/help/isa/09/04)
* [यिर्मयाह 27:04](rc://hi/tn/help/jer/27/04)
* [मत्ती 11:30](rc://en/tn/help/mat/11/30)
* [फिलिप्पियों 04:03](rc://hi/tn/help/php/04/03)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3627, H4132, H4133, H5674, H5923, H6776, G2086, G2201, G2218, G4805
* स्ट्रोंग्स: H3627, H4132, H4133, H5674, H5923, H6776, G2086 G2218,