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# विनती, विनती की, विनती की, कंगाल #
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# विनती, विनती की, भिखारी, कंगाल
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## परिभाषा: ##
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## परिभाषा:
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“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।
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* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
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* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
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प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
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प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगते रहना”
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(यह भी देखें: [निवेदन](../other/plead.md))
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
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## बाइबल सन्दर्भ:
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* [लूका 16:19-21](rc://en/tn/help/luk/16/19)
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* [मरकुस 06:56](rc://en/tn/help/mrk/06/56)
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* [मत्ती 14:34-36](rc://en/tn/help/mat/14/34)
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* [भजन 045:12-13](rc://en/tn/help/psa/045/012)
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* [लूका 16:20](rc://hi/tn/help/luk/16/19)
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* [मरकुस 6:56](rc://hi/tn/help/mrk/06/56)
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* [मत्ती 14:36](rc://hi/tn/help/mat/14/36)
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* [भजन 45:12-13](rc://hi /tn/help/psa/045/012)
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
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* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__।
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* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
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* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
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* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
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* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
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* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__।
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* __[10:4](rc://hi/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__।
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* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
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* __[32:7](rc://hi/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत __विनती__ की, “हमें इस प्रदेश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
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* __[32:10](rc://hi/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
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* __[35:11](rc://hi/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती__ करने लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
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* __[44:1](rc://hi/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__।
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## शब्द तथ्य: ##
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H34, H7592, G154, G1871, G4319, G4434, G6075
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* स्ट्रोंग्स: H0034, H7592, G01540, G18710, G43190, G44340
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