यह शब्द शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है। शारीरिक रूप में जब देह का जीना समाप्त हो जाता है आत्मिक रूप में जब पापी मनुष्य पाप के कारण पवित्र परमेश्वर से अलग हो जाते हैं।
अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है।
* बाइबल में दैहिक मृत्यु एवं जीवन की तुलना प्रायः आत्मिक जीवन एवं मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है।
* कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है।
* “मृतक” शब्द एक विशेषता है जो मृतकों के संदर्भ में काम में लिया जाता है। * कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [नाममात्र विशेषण](rc://en/ta/man/translate/figs-nominaladj)
* “मार डाला जाए” का अनुवाद "मरने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [जीवन](../kt/life.md), [आत्मा](../kt/spirit.md))
* __[01:11](rc://en/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने आदम से कहा कि वह अच्छे और बुरे के ज्ञान के पेड़ के फल को छोड़ वाटिका के किसी भी पेड़ से खा सकता है। अगर वह इस पेड़ के फल को खाए, तो वह __मर जाएगा__।
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ “फिर तुम __मर जाओगे__, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।”
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ इसहाक की __मृत्यु__ हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी।
* __[35:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि __मर भी जाए__ तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेंगा।”