“दर्शन” का अर्थ है, मनुष्य द्वारा कुछ देखना। इसका सन्दर्भ विशेष रूप से असामान्य या अलौकिक विषय से है जो परमेश्वर मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए दिखाता है।
* परमेश्वर मनुष्य को दर्शन दिखाता है कि उन पर कोई महत्वपूर्ण बात प्रकट करे। उदाहरणार्थ, पतरस को दर्शन दिखाया गया जिसका उद्देश्य था कि उसे अन्यजातियों को सुसमाचार सुनाने के लिए स्वीकार करना सिखाए।
* "एक दर्शन देखा" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर की और से असामान्य कुछ देखा" या "परमेश्वर ने उसे कुछ विशेष बात दिखाई।"
* कुछ भाषाओं में "दर्शन" और "स्वप्न" के लिए अलग-अलग शब्द नहीं होंगे। अतः "दानिय्येल के मन में सपने और दर्शन थे" इस वाक्यांश का अनुवाद कुछ इस प्रकार हो सकता है, "दानिय्येल सोते हुए सपना देख रहा था और परमेश्वर ने उसे असामान्य बातों को देखने योग्य किया।"