“धुन” और “उत्तेजित” का संदर्भ किसी मनुष्य या विचार के समर्थन में प्रबलता से समर्पित होना।
* उत्साह का अभिप्राय है किसी अच्छे काम के लिए प्रबल इच्छा एवं कार्य। इससे प्रायः उस मनुष्य का वर्णन होता है जो निष्ठापूर्वक परमेश्वर की आज्ञा मानता है और अन्यों को भी ऐसी शिक्षा देता है।
* उत्साही होने का अर्थ है, किसी काम को करने में घोर प्रयास करना और उसी में लगे रहना।
* “प्रभु की जलन” या “यहोवा की जलन” का अर्थ है परमेश्वर का प्रबल शाश्वत कार्य कि उसके लोगों को आशिष मिले या न्याय हो।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
“उत्साह से पूर्ण” का अनुवाद “प्रबल यत्न” या “घोर प्रयास करना” हो सकता है।