* विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उनसे कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े.
* “धीरज से सहते रहना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “डटा रहना” या “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर जो चाहता है वह करते रहना” या “दृढ़ खड़े रहना."
* कुछ संदर्भों में “धीरज से सहने” का अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना” या “भोगना.”
* दीर्घकालीन अभिप्राय में “सहन” का अनुवाद हो सकता है, “लम्बे समय रहना” या “होते रहना.” “सहन नहीं करे” का अनुवाद हो सकता है “सदैव नहीं रहेगा” या “अस्तित्व में नहीं रहेगा.”
* “धीरज” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दृढ़ता” या “विश्वास करते रहना” या “विश्वासयोग्य बने रहना.”