* कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह उस काम को करने के प्रति समर्पित है.
* किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है।
* इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना.”
* “उसे वह सेवा सौंप दी” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम का उत्तरदायित्व संभला दिया."
* “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई."