* __[25:01](rc://en/tn/help/obs/25/01)__ तुरन्त ही यीशु के बपतिस्मा लेने के बाद, आत्मा ने यीशु को जंगल की ओर भेजा जहाँ उन्होंने चालीस दिन और चालीस रात __उपवास किया__ ।
* __[34:08](rc://en/tn/help/obs/34/08)__ “उदाहरण के लिये, मैं सप्ताह में दो बार उपवास रखता हूँ; मैं अपनी सब कमाई का दसवाँ अंश भी देता हूँ।”
* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ एक दिन जब अन्ताकिया की कलीसिया के मसीही __उपवास__ सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, "मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।"