एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ताओं में से एक था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था।
* सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
* __[19:2](rc://hi/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__इस्राएल के राजा आहाब के राज्यकाल में एक भविष्यद्वक्ता था।
* __[19:2](rc://hi/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
* __[19:3](rc://hi/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
* __[19:4](rc://hi/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनकी __कुप्पी__ का तेल घटने दिया।
* __[19:5](rc://hi/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
* __[19:7](rc://hi/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
* __[19:12](rc://hi/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
* __[36:3](rc://hi/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।