"सेवा" शब्द का अर्थ सामान्यतः काम करना, और अवधारणा को विभिन्न प्रकार के संदर्भों में लागू किया जा सकता है।यह शब्द एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए काम करता है (या पालन करता है), या तो अपनी इच्छा से या बलपूर्वक। बाइबल में, निम्नलिखित लोगों में से किसी को "दास:" एक दास एक युवा महिला कार्यकर्ता, एक युवा पुरुष कार्यकर्ता को कहा जा सकता है, जो परमेश्वर और अन्यों का पालन करता हो। बाइबल के युग में दास और सेवक में अधिक अन्तर नहीं था जैसा आज समझा जाता है। सेवक और दास दोनों ही अपने स्वामी के घराने के महत्वपूर्ण सदस्य होते थे और अधिकतर परिवार के सदस्य ही माने जाते थे। कभी-कभी सेवक अपने स्वामी के अजीवन सेवक स्वैच्छा से बनना चाहते थे।
* दास एक ऐसा सेवक होता था जो अपने स्वामी की सम्पदा होता था। जो दास को खरीदता था वह उसका “स्वामी” कहलाता था। कुछ स्वामी अपने दासों के साथ निर्दयता का व्यवहार करते थे परन्तु कुछ स्वामी अपने दासों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते थे जैसे वे परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हों।
* प्राचीन युग में कुछ लोग किसी के ऋणी होने के कारण स्वैच्छा से उसके दास बन जाते थे कि लिया हुआ उधार चुका सकें।
* मेहमानों की सेवा करने वाले व्यक्ति के संदर्भ में, इस शब्द का अर्थ है "देखभाल करना" या "भोजन परोसना" या "भोजन प्रदान करना।" जब यीशु ने चेलों को लोगों को मछली "परोसने " के लिए कहा, तो इसका अनुवाद "वितरित" या "बांटने" या "देना" हो सकता है।
* बाइबल में व्यक्त एक उक्ति “तेरा दास” का उपयोग किसी अधिकार संपन्न व्यक्ति जैसे राजा के लिए सम्मान प्रकट करने हेतु किया जाता था। इसका अर्थ यह नहीं कि कहने वाला वास्तव में उसका दास था।
* "परमेश्वर की सेवा करने के लिए" का अनुवाद "परमेश्वर की आराधना और आज्ञा का पालन" करने के लिए किया जा सकता है या "उस कार्य को करना जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी हो।"
* "मेज़ पर परोसा" का अर्थ है उन लोगों को भोजन पहुंचाना जो मेज़ पर बैठे हैं, या अधिक सामान्यतः पर "भोजन वितरित" करते हैं।
* जो लोग दूसरों को परमेश्वर के बारे में सिखाते हैं, उन्हें कहा जाता है कि वे परमेश्वर और जिन्हे वे शिक्षा दे रहे हैं, दोनों की सेवा करें।
* प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीहियों को लिखा कि वे किस तरह से पुरानी वाचा को “सेवा” करते थे। यह मूसा की व्यवस्था का पालन करने के लिए संदर्भित करता है। अब वे नई वाचा की "सेवा" करते हैं। यह यीशु के क्रूस पर बलिदान के कारण, उनके विश्वासियों को पवित्र आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने और पवित्र जीवन जीने के लिए सक्षम किया जाता है।
*पौलुस उनकी "सेवा" के संदर्भ में और कार्यों के बारे में पुरानी या नई वाचा में बात करता है। इसका अनुवाद "सेवा करना" या "पालन करना" या "भक्ति करना" हो सकता है।
* __[06:01](rc://hi/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम बहुत वृद्ध था और उसका पुत्र, इसहाक, एक आदमी हो गया था, अब्राहम ने अपने __दासों__ में से एक को कुटुम्बियों के पास भेजा की वे उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आये।
* __[08:04](rc://hi/tn/help/obs/08/04)__ __दास__ व्यापारियों ने यूसुफ को एक __दास__ के रूप में एक धनी सरकारी अधिकारी को बेचा।
* __[09:13](rc://hi/tn/help/obs/09/13)__ "मैं(परमेश्वर) तुझे(मूसा) फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र के __दासत्व__ से निकाल ले आए।"
* __[19:10](rc://hi/tn/help/obs/19/10)__ फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है, और मैं तेरा __दास__ हूँ,
* __[29:03](rc://hi/tn/help/obs/29/03)__ "जबकि चुकाने को __दास__ के पास कुछ न था, तो उसके स्वामी ने कहा, ‘__यह (दास)__ और इसकी पत्नी और बाल-बच्चे और जो कुछ इसका है सब बेचा जाए, और क़र्ज चुका दिया जाए।’"
* __[35:06](rc://hi/tn/help/obs/35/06)__ "मेरे पिता के कितने ही __मजदूरों__ को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाँ भूखा मर रहा हूँ।"
* __[47:04](rc://hi/tn/help/obs/47/04)__ __दासी__ पीछे आकर चिल्लाने लगी, “ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।”
* __[50:04](rc://hi/tn/help/obs/50/04)__ यीशु ने यह भी कहा, " __दास__ अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता"