“इन्कार करना” अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को स्वीकार करने से इन्कार करना।
* “इन्कार” शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है, कि किसी बात में विश्वास नहीं करना।
* परमेश्वर का त्याग करने का अर्थ है उसकी आज्ञा मानने से इन्कार करना।
* इस्राएलियों ने मूसा की अगुआई को स्वीकार नहीं किया, इसका अर्थ है कि वे उसके अधिकार का विरोध कर रहे थे। वे उसकी आज्ञा मानना नहीं चाहते थे।
* इस्राएलियों द्वारा मूर्तिपूजा करने का अर्थ था कि वे परमेश्वर का त्याग कर रहे है।
* इस शब्द का मूल अर्थ है, “धक्का देना”। अन्य भाषाओं में ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है जिसका अर्थ किसी वस्तु या मनुष्य में विश्वास करने का त्याग करना या इन्कार करना।
* प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”।
* "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”।
* मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना” के रूप में हो सकता है।