* __[01:13](rc://hi/tn/help/obs/01/13)__ तब परमेश्वर ने आदम की पसलियों में से एक को लेकर औरत को बनाया और उसे आदम के पास लाया.
* __[02:02](rc://hi/tn/help/obs/02/02)__लेकिन वाटिका में एक चालाक साँप था. उसने औरत से पूछा, “क्या परमेश्वर ने वास्तव में यह कहा है कि वाटिका के किसी भी पेड़ से फल न खाना?”
* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ मनुष्य ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, जिसका मतलब होता है "जीवनदात्री" क्योंकि वह समस्त मानव-जाति की माँ होगी.
* __[21:01](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा की कि __हव्वा__ का एक वंशज उतपन्न होगा जो साँप के सिर को कुचल डालेगा.
* __[48:02](rc://hi/tn/help/obs/48/02)__शैतान ने __हव्वा__ को धोखा देने के लिए वाटिका में साँप के माध्यम से बात की.
* __[49:08](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__आदम और __हव्वा__ ने पाप किया तो उससे उनका पूरा वंश प्रभावित हुआ.
* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और __हव्वा__ ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.