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front:intro exs3 0 # याकूब: प्रस्तावना \n\n## भाग 1: सामान्य परिचय\n\n#### याकूब की पुस्तक की रूपरेखा\n\n1. अभिवादन (1:1) \n\n2. परीक्षा के माध्यम से धीरजवंत बनना (1:2-4) \n\n3. सदबुद्धी के लिए परमेश्वर पर भरोसा रखना  (1:5-8) \n\n4. निर्धनों और धनवानों को किस बात पर घमंड करना चाहिए (1:9-11) \n\n5. परीक्षाओं में स्थिर रहना (1:12-15) \n\n6. परमेश्वर के वचन को सुन कर उसका पालन करना (1:16-27) \n\n7. धनवानों के पक्षधर होने के विरुद्ध चेतावनी (2:1-13) \n\n8. विश्वास और कर्म (2:14-26) \n9. अपनी जीभ पर नियंत्रण रखना (3:1-12) \n\n10. लौकिक और अलौकिक बुद्धी में विषमता (3:13-18) \n\n11. सांसारिक अभिलाषाएं और पाप तथा उनके द्वारा उत्पन्न कलह (4:1-12) 12. आने वाले कल के विषय गर्वोक्ति के विरुद्ध चेतावनी (4:13-17) 13. धनवानों को झिडकी 14. प्रभु के पुन: आगमन की धीरज धर कर प्रतीक्षा करना (5:7-11) 15. शपथ निषेध (5: 12) 16. प्रार्थना, क्षमा और रोग निवारण (5:13-18) 17. पापी का पुरूद्धार (5:19-2\n### याकूब की पुस्तक किसने लिखी थी?\n \n बाईबलविदों में व्यापक मतैक्य है i इस पुस्तक का लेखक, यीशु का भाई याकूब था जो यरूशलेम नगर की आरंभिक कलीसिया में ए क अगुआ था| उसकी बुद्धि और अधिकार के कारण वह सम्मान का पात्र था| उदाहरणार्थ, यरूशलेम की महासभा (प्रे.का. 15:13-21 में चर्चित आरंभिक कलिओसिया की एक अति महत्वपूर्ण सभा) में उसका मत निर्णायक था| गलातोयों 2:9 में पौलुस उसको कलीसिया का "स्तम्भ" कहता है जिसका अर्थ है, कलीसिया के अत्यधिक महत्वपूर्ण अगुओं में से एक| याकूब, यद्यपि कलीसिया का एक प्रभावशाली अगुआ और यीशु का भाई था, वह इस पत्र में विनम्रतापूर्वक स्वयं कको "परमेश्वर के और प्रभु यीशु के दास" कह कर सम्बोधित करता है|\n \n यह यीशु का शिष्य, यूहन्ना का भाई  प्रेरित याकूब नहीं है क्योंकि वह याकूब तो यीशु के क्रूसीकरण और मृतकोत्थान के कुछ समय पश्चात ही विश्वास के कारण घात कर दिया गया था| यह पत्र तो इस घटना के बहुत वर्षों बाद लिखा गया था|\n\n\n### याकूब की पुस्तक किस प्रकार का लेख है?\n \n याकूब की पुस्तक उस युग के पत्रों के आरम्भ का विशिष्ट रूप रखती है परन्तु जैसा कि इस प्रकार के पत्रों में होना आवश्यक है, इसका मुख्य भाग क्रमानुसार और तर्कानुसार प्र्गतीशील नहीं है, अपेक्षा इसके, इसमें लघु कथनों का संग्रह है और विभिन्न विषयों पर विवेचन किया गया है| (इस परिदृश्य में यह पुस्त्रक नितिवचनों के के संग्रह के सदृश्य है) जैसा कि इस समावेशन के आरम्भ में रूपरेखा दी गई है, इस पुस्तक के अनेक लघु अंश हैं एक विषय से दुसरे विषय पर चर्चा करते हैं|\n \n याकूब अपने युग के लाखों के सदृश्य अनेक युक्तियों कको काम में लेता है जैसे किसी के द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का पहले से ही अनुमान लागा कर उनका उत्तर देना| वह प्रकृति  और दैनिक जीवन के अनेक सजीव उदाहरणों द्वारा विवेचन करता है| इस कारन अनेक टीकाकार मानते हैं की इस पुस्तक की विषयवस्तु हेतु याकूब अपने प्रचार किए गए उपदेशों और दी गए बुद्धी के परामर्शों का पुनरावलोकन करता है| वह उस सम्पूर्ण ज्ञान को रोमी साम्राज्य में निवास करने वाले सब विश्वासियों के साथ बांटना चाहता है कि प्रतिकूल समय में निर्वाह करने में उनको सहायता मिले| यह भी संभव है कि याकूब अपने जीवन के अंत समय में था और वह चाहता था कि उसके मरणोपरांत उसकी बुद्धी की बातें सुरक्षित रखी जाएं और साझा की जाएं|\n \n #### याकूब की पुस्तक किसके लिए लिखी गई थी?\n \n याकूब ने इस पत्र को यीशु के उन विश्वासियों के लिए लिखा था जो यहूदी पृष्ठभूमि के थे| यह  उन अनेक बातों से स्पष्ट है जिनकी चर्चा वह पत्र में करता है| उदाहरणार्थ, वह अपने पत्र के प्राप्तिकर्ताओं को लाक्षणिक रूप में "बारहों गोत्रों" कहता है [1:1](../01/01.md)और उनके समागम स्थल को 'सिनेगोग' (सभागृह) कहता है [2:2](../02/02.md) aur [2:19](../02/19.md) में वह मानता है कि वे मूलभूत यहूदी विश्वास  वचन, "परमेश्वर एक है" से भली-भांति परिचित हैं और [2:21](./02/21.md) में वह अब्राहम को "हामरे पिता" कहता है| वह परमेश्वर को इब्रानी नाम "सेनाओं के प्रभु" से संबोधित करता है [5:4](../05/04.md) वह मानता है कि उसके पाठक इब्रानी धर्मशास्त्र से परिचित हैं, जैसे अय्यूब की कहानी से [5:11](../05/11.md) और एलियाह से [5:17](../05/17.md). इन टीकाओं में उन स्थानों पर ध्यान आकर्षित कराया गया है जहां याकूब अपने पाठकों का ध्यान उनकी यहूदी पृष्ठभूमि में एकाग्रचित कराता है|\n \n\n### याकूब की पुस्तक का विषय क्या है? \nइस पत्र में याकूब उन सब उत्पीडित विश्वास्सियों को संबोधित करता है जो सम्पूर्ण रोमी साम्राज्य में निवास करते थे| वह उनसे कहता है कि परमेश्वर उनके कष्टों के माध्यम से उनकी सहायता कर रहा है कि वे और भी अधिक परिपक्व मसीही विश्वासी हो जाएं| याकूब अपने पत्र के अधिकाँश भाग में लिखता है कि विश्वासियों को इस संसार में किस प्रकार का जीवन जीना चाहिए और आपस में कैसा व्यवहार करना चाहिए| वह उंनसे आग्रह करता है कि मनुष्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करें, लड़ाई झगडा न करे और सम्वेदनशील तथा उदार हों|                        \n###इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाना चाहिए?      \nअनुवादक इस पुस्तक को इसके पारंपरिक नाम, "याकूब" से पुकार सकते हैं| विकल्प के रूप में वे एक भिन्न शीर्षक भी चुन सकते हैं जैसे, "याकूब की और से एक पत्र" या "याकूब का लिखा पत्र" परन्तु ध्यान रखें कि अंग्रेज़ी का "जेम्स" लेखक के नाम का अंग्रेजी रूप है| पत्र ही में वह स्वयं को "याकूब" कहता है जो वास्तव में उसके नाम का मूल इब्रानी रूप है| अतः आप इस पुस्तक के शीर्षक के लिए उसी नाम का प्रयोग करना चाहेंगे जिसका प्रयोग आपने उत्पत्ति की पुस्तक में याकूब के लिए किया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) \n\n\n## भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अवधारणाएँ\n \n### क्या याकूब पौलुस से इस बात पर असहमत था कि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष कैसे न्यायोचित ठहर सकता है?\n \nपौलुस ने रोम के विश्वासियों को लिखे पत्र में शिक्षा दी कि विश्वासी कर्मों से नहीं, विश्वास के द्वारा न्यायोचित ठहराए जाते हैं| याकूब की शिक्षा से ऐसा प्रतीत होता है कि विश्वासी कर्मों के द्वारा न्यायोचित ठहराए जाते हैं| इससे उलझन उत्पन्न होती है| तथापि, पौलूस और याकूब दोनों की ही शिक्षाओं को उचित रूप में देखा जाए तो समझ में आता है कि वे दोनों परस्पर सहमत हैं| दोनों की शिक्षाओं में मनुष्य को न्यायोचित ठहरने के लिए विश्वास की आवश्यकता है| दोनों ने सिखाया कि सच्चा विश्वास मनुष्य को सत्कर्मों के लिए प्रेरित करता है| पौलूस और याकूब ने इन शिक्षाओं को भिन्न-भिन्न रूपों में प्रस्तुत किया था क्योंकि उनके पाठक परस्पर भिन्न थे और उनको न्यायोचित ठहरने के लिए समझ के भेद की आवाश्यकता थी| याकोब ने मुख्यतः यहूदी विश्वासियों को पत्र लिखा था जबकि पौलूस ने उन समुदायों को पत्र लिखा था जिनके मध्य अन्यजाति विश्वासी भी थे| (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/justice]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/faith]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/works]])\n \n\n## भाग 3: अनुवाद के महत्वपूर्ण विषय\n \n### याकूब की पुस्तक में विषयों के अवस्थांतर का संकेत अनुवादक कैसे दें?\n \nयाकूब बड़ी चपलता से विषयांतर करता है अधिकाँश समय वह एक विषय को सारांश के द्वारा समाप्त करने की अपेक्षा दूसरे विषय की प्रस्तावना देना आरम्भ कर देता है| पर आ जाता है| आपके पाठकों के लिए सहायक होगा यदि विषयों के मध्य रिक्त स्थान छोड़ दें| तथापि, यदि आप विषयों के मध्य अवस्थांतरण को ज्यों का त्यों रूखेपन से अनुवाद कर देंगे तो आपकी पाठकों को भी वैसा अनुभव होगा जैसा अनुभव याकूब के मूल पाठकों को हुआ था, ठीक वैसे ही जैसे नीतिवाचानों की पुस्तक में है| याकूब चाहता था कि प्रत्येक विषय उसके पाठकों को एक नविन बल से प्रभावित करे| अतः आप भी विषयों के मध्य रिक्त स्थान छोड़ने के चुनाव का त्याग कर सकते हैं| \nयाकूब विषयों के मध्य अधिकतर संयोजक शब्द रखता है जैसे, 1:1 में, "आनंद", 1:2 में, "आनंद". 1:4 में, "घटी" और 1:5 में भी, "घटी", आदि| यदि इस मुख्य शब्दों का अनुवाद इसी प्रकार कर पाएं तो आपके पाठकों को अवस्थांतरण और संयोजन को समझने में सहायता मिलेगी|\n\n### वर्त्तमानकाल से भूतकाल में परिवर्तन \nअनेक स्थानों में जहाँ याकूब अपने हाल ही में दिए गए तर्क के निमित्त उदाहरण देता है तो वह उस उदाहरण को भूतकाल में व्यक्त करता है जैसे कि वह किसी बीती हुई घटना सूना रहा हो| यदि आपके पाठकों के लिए इससे उलझन उत्पन्न हो तो आप इन उदाहरणों का अनुवाद वर्तमानकाल में कर सकते हैं| इनमें से प्रत्येक स्थान को टिप्पणियों में पहचाना गया है और सुझाव दिया गया है|\n\n\nयाकूब की पुस्तक में मूल पाठ आधारित समस्याएँ \n\n\nइस पुस्तक में एक महत्वपूर्ण समस्या पर परिचर्चा हेतु, अध्याय 2 में दी गई सामान्य टिप्प्पणियाँ देखें|
1:intro pz2q 0 याकूब 1: निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण\n\n1. अभिवादन (1:1) \n2. परीक्षाओं से धीरज उत्पन्न होता है \n3. बुद्धी के लिए परमेश्वर पर भरोसा रखना (1:5-8)\n4. निर्धन और धनवान किस बात पर गर्व केवन (1:9-11) \n5. परिषाओं में स्थिर रहना (1:12-15)\n6. परमेश्वर इ वचन ओ सुनना और उसका पालन करना (1:16-27)\n\n\nयाकूब इस पत्र के आरम्भ में अपना नाम प्रकट करता है [1:1](../01/01.md) और उन लोगों की पहचान अनावृत करता है जिनको वह पत्र लिख रहा है तथा उनका अभ्वादन भी करता है| उस युग के पत्र लेखक इसी प्रकार पत्र का आरम्भ करते थे| तथापि, याकूब के पत्र की प्रस्तावना के भाग एक में स्पष्ट हो रहा है कि इस पत्र में तदोपरांत उन विशिष्ट पत्रों के सदृश्य विकास नहीं किया गया है| इसकी अपेक्षा यह पत्र लघु कथनों और विचारों का संग्रह है| \n\n## इस अध्याय में विशिष्ट संकल्पनाएँ \n\n### परखा जाना और परीक्षाओं में पड़ना\n\n\nयाकूब इस अध्याय में एक ऐसे शब्द का प्रयोग करता है जिसका अर्थ "परखना" होइता है, (जैसा [1:2](../01/02.md) और [1:12](../01/12.md) में है) तथा "परीक्षा" (जैसा [1:13-14](../01 /13.md) में है) इन दोनों स्थितियों में इन शब्दों का अभिप्राय एक ऎसी परिस्थिति से है जिसमें मनुष्य को अच्छे और बुरे में से एक का चुनाव करना होता है| इन दोनों भावों में अंतर महत्वपूर्ण है| जब ULT में इस शब्द का अनुवाद "परख" किया गया है तो इसका निहितार्थ है कि परमेश्वर मनुष्य को परख कर देख रहा है और चाहता है कि वह सत्कर्म करे और जब ULT में इस शब्द का अनुवाद "परीक्षा" किया गया है तो इसका निहितार्थ है कि शैतान मनुष्य को प्रलोभित कर रहा है और चाहता है कि वह दुष्टता करे|
1:1 ssc8 General Information: 0 # General Information:\n\n
1:1 pkt2 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit Ἰάκωβος, Θεοῦ καὶ Κυρίου Ἰησοῦ Χριστοῦ δοῦλος 1 उस संस्कृति में, पत्र के लेखक अपना नाम सबसे पहले प्रकट करते थे और अपने लिए तृतीय पुरुष काम में लेते थे| यदि आपकी भाषा में इससे उलझन उत्पन्न हो तो आप प्रथम पुरुष काम में ले सकते हैं| यदि भाषा में लेखक के परिचय का कोई विशिष्ट प्रावधान है तो आप उसका प्रयोग कर सकते हैं यदि आपके पाठकों के लिए सुविधाजनक हो| वैकल्पिक अनुवाद: " मैं, याकूब, इस पत्र को लिख रहा हूँ" या "याकूब की और से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-123person]])
1:1 l4i7 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche ταῖς δώδεκα φυλαῖς 1 याकूब यीशु के अनुयायियों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहा रहा है कि जैसे वे इस्राएल जाति हों क्योंकि परमेश्वर के लोगों का समुदाय उस जाति से विकसित होकर अन्यजातियों को समाहित कर चुका था| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के अनुयायियों को" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:1 vza9 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν τῇ διασπορᾷ 1 **तितर बितर** शब्द उन यहूदियों के सन्दर्भ में काम में लिया जाता था जो अपने देश से विस्थापित रोमी साम्राज्य के विभिन्न भागों में फैले हुए थे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **तितर बितर** को क्रिया शब्द, "विसर्जित होकर" द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण विश्व में विसर्जित होकर रहते थे" या यदि आप द्वितीय पुरुष काम में ले रहे हैं तो कह सकते हैं, "तुम जो सम्पूर्ण विश्व में फैले हुए हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:1 huk9 χαίρειν! 1 उस युग में **आनंदित रहो** शब्द अभिवादन के रूप में काम में लिया जाता था परन्तु आप अपने अनुवाद में अपनी भाषा और संस्कृति के विशिष्ट शब्द को यहाँ काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अभिवादन" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:2 knw6 πᾶσαν χαρὰν ἡγήσασθε, ἀδελφοί μου, ὅταν πειρασμοῖς περιπέσητε ποικίλοις 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **आनंद** में निहित विचार को "प्रसन्न" शब्द जैसे विशेषण से व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रसन्न रहो"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:3 xud2 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τὸ δοκίμιον ὑμῶν τῆς πίστεως κατεργάζεται ὑπομονήν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञाओं, **विश्वास के परखे जाने** और **धीरज** में निहित विचारों को समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जब तुम किसी अनिवार्य परिस्थिति में परमेश्वर से सहायता पाने के लिए उस पर भरोसा रखते हो तो इससे तुम्हे शिक्षा मिलती है कि हिम्मत न हारो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
1:4 j2p4 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ & ὑπομονὴ ἔργον τέλειον ἐχέτω 0 **धीरज को अपना पूरा काम करने दो** इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, "धैर्य का बाँध न टूटने दो"याकूब लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कह रहा है कि जैसे **धीरज** का गुण विश्वासियों में चरित्र निर्माण करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु सुनिश्चित करो कि तुम हिम्मत न हारने की क्षमता का पूर्ण विकास कर चुके हो"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
1:4 unh4 τέλειοι 1 **पूरे** और **सिद्ध** इन दोनों शब्दों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में लेता है कि बलाघात स्पष्ट हो| इस प्रकरण में **सिद्ध** का अर्थ यह नहीं कि कोई भी चूक न हो| इसकी अपेक्षा, इसका सन्दर्भ लक्ष्य प्राप्ति से है| **पूरे** शब्द का अभिप्राय है, अखंड या अभंग| इस शब्दों का संयुक्त उपयोग परिपक्व मसीही चरित्र का वर्णन करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों शब्दों का अनुवाद किसी एक अभिव्यक्ति द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पूर्णतः परिपक्व"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]
1:4 l7ef ἐν μηδενὶ λειπόμενοι 1 आप अपने अनुवाद में इसका अनुवाद सकारात्मक वाक्य में भी कर सकते हैं|वैकक्ल्पिक अनुवाद: "तुम्हारी सम्पूर्ण आवश्यकता की पूर्ति हो" या "समग्रता में वही ही जाओ जो तुम्हे होना है"
1:5 du7z αἰτείτω παρὰ τοῦ διδόντος, Θεοῦ 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **बुद्धि** का अनुवाद विशेषण शब्द, "बुद्धिमान" द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "बुद्धिमान निर्णय का निश्चय न हो तो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:5 q2df τοῦ διδόντος πᾶσιν ἁπλῶς καὶ μὴ ὀνειδίζοντος 1 वैकल्पिक अनुवाद: "वह परमेश्वर से मांगे"
1:5 xu31 δοθήσεται αὐτῷ 0 यदि आपकी भाशा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उसको देगा" (देखें:  [[rc:/hien/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:6 y2mk rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives ἐν πίστει, μηδὲν διακρινόμενος 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस दोहरी नकारात्मक उक्ति के शब्दों, **संदेह** और **कुछ** का अनुवाद सकारात्मक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पूर्ण निश्चय के साथ कि परमेश्वर देगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]]) "
1:6 p12l rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὁ γὰρ διακρινόμενος ἔοικεν κλύδωνι θαλάσσης, ἀνεμιζομένῳ καὶ ῥιπιζομένῳ. 0 इस तुलना का उद्देश्य है कि संदेह करने वाला मनुष्य समुद्र की लहर के सदृश्य है जो विविध दिशाओं में उछलती रहती है| अपने अनुवाद में आप इसको लाक्षणिक भाषा से रहित व्यक्त कर सकते हैं| (तथापि, आप इस उपमा को अग्रिम टिप्पणी के सदृश्य भी व्यक्त कर सकते हैं|) वैकल्पिक अनुवाद: "वह काम करने में मन को अस्थिर ही रखेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:8 b5t6 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δίψυχος 0 ऐसे मनुष्य को याकूब लाक्षणिक भाषा में  दो मनों वाला कहता है, उसका एक मन कहता है, यह कर परन्तु दूसरा मन कहता है, वह कर|वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य जो मन में ठान नहीं सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:8 k89p rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀκατάστατος ἐν πάσαις ταῖς ὁδοῖς αὐτοῦ 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि जैसे जीवन मनुष्य के लिए मार्ग निर्माण करता है,और वह ऐसे मनुष्य के लिए लाक्षणिक भाषा में कहता है कि ऐसा मनुष्य निर्णय नहीं ले सकता है कि कौन सा मार्ग चुने| वैकल्पिक अनुवाद: "जो निर्णय नहीं ले सकता कि यह करूं या वह करूं" (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:9 gc9b ὁ ἀδελφὸς ὁ ταπεινὸς 1 अगले पद में, याकूब ऐसे मनुष्य की तुलना "धनवान" मनुष्य से करते हुए **दीन** शब्द का प्रयोग अवस्थागत रूपक में करता है जिसका अर्थ है, "दरिद्र|" वैकल्पिक अनुवाद: "एक विश्वासी जो दरिद्र है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:9 yxs5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καυχάσθω & ἐν τῷ ὕψει αὐτοῦ 1 याकूब इस अवस्थागत रूपक के प्रयोग द्वारा दरिद्र विश्वासियों का वर्णन इस प्रकार करता है कि जैसे वे ऊंचे पद पर हैं| वह दरशाना चाहता है कि परमेश्वर ने ऐसे लोगों के प्रति विशेष चिंता दर्शाई है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके प्रति परमेश्वर विशेष चिंता प्रकट करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:10 uzk7 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ὁ δὲ πλούσιος ἐν τῇ ταπεινώσει αὐτοῦ 1 यहाँ याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| ये शब्द पिछले पद में से लिए जा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु धनवान गर्व करें तो अपनी दीनता पर"  या "धनवानों को अपनी दीनता से संतुष्ट होना आवश्यक है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])"
1:10 w4ta ὁ δὲ πλούσιος 1 याकूब क्रिया विशेषण, **धनवान** का उपयोग संज्ञा रूप में करता हैकि किसी मनुष्य विशेष को दर्शाए| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रयोग है? यदि नहीं, तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक उक्ति द्वारा कर सकते हैं| प्रकरण से स्पष्ट है कि याकूब किसी धनवान "भाई" या "विश्वासी" के विषय चर्चा करता है जिसको वह पूर्वपद में चर्चित "दरिद्र भाई" के समानांतर रखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "एक विश्वासी जो धनवान है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
1:10 ulk4 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἐν τῇ ταπεινώσει αὐτοῦ 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्अध हो तो आप ULT के सदृश्य सविस्तार वर्णन कर सकते हैं की परमेश्वर ने धनवानों को विनम्रता की शिक्षा देते हुए दर्शाया है कि उनका धनधान्य उनको एनी मानुषों से अधिक उत्तम नहीं बनाता है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
1:10 nug7 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὡς ἄνθος χόρτου παρελεύσεται 1 इस तुलना का उद्अदेश्मीय है कि जिस प्ररकार बनफूल कुछ समय के लिए ही खिलता है, उसी प्रकार धनवान मनुष्य भी अन्यों के सदृश ही पार्थिव जीवन के हैं| उनका धनधान्य किसी भी प्रकार के लाभ का नहीं है| आप अपने अनुवाद में इस लाक्षणिक अभिव्यक्ति का अर्थ स्पष्ट कर सकते हैं| (तथापि, आप इस उपमा को पुनरावृत भी कर सकते हैं, जैसा अग्रिम टिपण्णी में है)  वैकल्पिक अनुवाद: "उसी तुलनात्मक लघु जीवन काल के बाद" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:11 gv7v rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἡ εὐπρέπεια τοῦ προσώπου αὐτοῦ ἀπώλετο 1 याकूब फूल की सुन्दरता को लाक्षणिक भाषा में  इस प्रकार वर्णन करता है कि जैसे उसका **सौन्दर्य** **नष्ट** हो जाता है या वह मर जाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका रूप सुंदर नहीं रह जाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:11 ng26 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὁ πλούσιος ἐν ταῖς πορείαις αὐτοῦ μαρανθήσεται 1 याकूब **धनवान** मनुष्य के लिए कहता है कि मानो वह एक फूल है जो **सूख** जाएगा| इस लाक्षणिक भाषा में याकूब के कहने का अर्थ है कि वह मनुष्य "मर" जाएगा, जैसा UST में संकेत दिया गया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:11 sdi2 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν ταῖς πορείαις αὐτοῦ 1 धनवान मनुष्य की गतिविधियों को याकूब लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह यात्रा कर रहा है| इस रूपक का अभिप्रेत अर्थ है, वह अनपी अवशम्भावी मृत्यु पर विचार नहीं करता है की वह अकस्मात् ही आ जाएगी| वैकल्पिक अब्नुवाद: "उसकी गतिविधियों के मध्य ही" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:12 vcu4 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
1:12 m13d μακάριος ἀνὴρ ὃς ὑπομένει πειρασμόν. 0 **धन्य है** इस उक्ति से संकेत मिलता है कि परमेश्वर किसी पर अनुग्रह कर रहा है या उसकी स्थिति आशावान है या अच्छी है| वैकल्पिक अनुवाद: "परीक्षाओं में स्थिर रहे तो उस पर परमेश्वर अनुग्रह करता है" या "परीक्षाओं में न चूकने वाले मनुष्य की स्थिति आशावान है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:12 vr4a ὑπομένει πειρασμόν 1 यहाँ **परीक्षा** का अर्थ इन दो में से एक हो सकता है: (इस अध्याय के सामान्य टिप्पणी पर परिचर्चा को देखें| हो सकता है कि याकूब चाहता है कि उसके पाठक इस परिदृश्य में दोनों अर्थो पर ध्यान दें क्योंकि यह पद परखे जाने की परिचर्चा से परीक्षा की परिचर्चा में अवस्थांतरण करती है|) (1) **परीक्षा** शब्द का अर्थ वही हो सकता है जो [1:2-3](../01/02.md) में है जहां "विश्वास" के "परखे जाने" का उल्लेख किया गया है| UST में इस व्याख्या को व्यक्त किया गया है| (2) इस शब्द का सन्दर्भ प्रलोभन से भी हो सकता हैअर्थात मनुष्य की अभिलाषा से प्रेरित किसी अनुचित काम को करना जिसपर याकूब अग्रिम पदों में चर्चा करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परीक्षा का विरोध करता है"
1:12 vta6 δόκιμος 0 आप इसका अनुवाद किस प्रकार करते है वह निर्भर करेगा कि आप इस वाक्य के आरम्भ में **परीक्षा** का अनुवाद कैसे करते हैं| (अपने अनुवाद में आप ध्यान केन्द्रित करा सकते है कि परमेश्वर ऐसे मनुष्य का  अनुमोदन कैसे करता है, जैसा UST में है|) वैकल्पिक अनुवाद (1): "जब उसने अपनी विश्वासयोग्यता को प्रकट कर दिया है" (2) "जब उसने अपनी आज्ञाकारिता को प्रकट कर दिया है"
1:12 k3hh rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor λήμψεται τὸν στέφανον τῆς ζωῆς 1 याकूब **मुकुट** की उपमा देता है जिससे संकेत मिलता है कि परमेश्वर ऐसे मनुष्य को सम्मान देगा| वैकल्पिक अनुवाद्ल: "परमेश्वर उसको जीवन देकर सम्मानित करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:12 hx28 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐπηγγείλατο τοῖς ἀγαπῶσιν αὐτόν 0 पद के इस अंतिम उपवाक्य में **उसने** और **उससे** परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं न कि उस मनुष्य के सन्दर्भ में हैं जो **परीक्षाओं में स्थिर रहता है** वैकल्पिक अनुवाद: "जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उन लोगों से की है जो उससे प्रेम रखते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
1:13 a77a πειραζόμενος 1
1:13 lh7z rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀπὸ Θεοῦ πειράζομαι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर मेरी परिक्स्झा ले रहा है" या "परमेश्वर मुझे कुछ अनुचित करें के लिए विवश कर रहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:13 p5cp rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὁ & Θεὸς ἀπείραστός ἐστιν κακῶν 1 यद्यपि ULT में अनुवाद किया गया शब्द, "अलुब्ध" एक विशेषण शब्द है न कि कर्तृवाच्य क्रियात्मक रूप| वैकल्पिक अनुवाद: "बुराई परमेश्वर की परीक्षा नहीं ले सकती है" या "परमेश्वर की लालसाएं उसको कभी भी बुरा करने के लिए विवश नहीं कर सकती हैं" (this word is theologically wrong because God can never have evil desires)
1:13 zb13 πειράζει δὲ αὐτὸς οὐδένα 1 वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर स्वयं किसी को बुराई करने के लिए प्रेरित नहीं करता है"
1:14 nj9m rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἕκαστος πειράζεται ὑπὸ τῆς ἰδίας ἐπιθυμίας 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में **अभिलाषा** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह जीवित प्राणी हो जो मनुष्य को प्रलोभित कर सकती है. उसको ललचा सकती है और उसको बंदी बना कर ले जा सकती है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब मनुष्य में ऐसी अभिलाषा हो जो उसमें नहीं होना है तो वह अनुचित काम करना चाहता है और जब उसके लिए आकार्षित होता है तो वह पाप करता है और करता चला जाता है,रुक नहीं सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
1:14 nle5 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἐξελκόμενος καὶ δελεαζόμενος 1 यहाँ जिस शब्द का अनुवाद,**खिंचकर** किया गया है उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि शिकार को फंसाने के लिए प्रलोभन काम में लेना| संभवतः याकूब परिणाम प्राप्ति की विधि (जाल में प्रलोभन लगाना) से पूर्व परिणाम (फंसाया हुआ शिकार खींच कर ले जाया जा रहा है) पर बल देता है| आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सकता है यदि आप परिणाम से पूर विधि को स्पष्ट करें| वैकल्पिक अनुवाद: "ललचा कर घसीटा गया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
1:14 z4bd δελεαζόμενος 1 याकूब परीक्षा के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे परीक्षा में चूक जाने वाला मनुष्य प्रलोभन लगाए हुए लाल में फँस गया हो| यदि आपकी भाषा में सहायक सिद्ध हो तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यह ऐसा है कि जैसे उसकी अनुचित अभिलाषाएं जाल में लगाया हुआ प्रलोभन हो जिसमें वह फँस गया और शिकारी उसको खींच कर ले जा सकता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:15 s4cd rc://*/ta/man/translate/figs-personification εἶτα ἡ ἐπιθυμία συλλαβοῦσα τίκτει ἁμαρτίαν, ἡ δὲ ἁμαρτία ἀποτελεσθεῖσα, ἀποκύει θάνατον 0 यहाँ भी याकूब **अभिलाषा** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई स्त्री हो जो गर्भवती होकर संतानोत्पत्ति करती है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि कोई मनुष्य अनुचित कामना को स्थान देता है तो वह पाप करने के लिए अधिकाधिक परवण होगा और अंततः वह पाप करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:16 v195 μὴ πλανᾶσθε 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि मानो कोई धोखा देने वाला मार्गदर्शक उसके पाठकों को अनुचित दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहा हो| वैकल्पिक अनुवाद: "धोखा न खाओ"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:17 t2nn rc://*/ta/man/translate/figs-doublet πᾶσα δόσις ἀγαθὴ καὶ πᾶν δώρημα τέλειον 1 ये दोनों उक्तियाँ, **अच्छा वरदान** और **उत्तम दान** एक ही आर्ट रखती हैं| याकूब इनको व्बलाघात के लिए एक साथ काम में लेता है| (जैसा [1:4](../01/04.md) में है **सिद्ध** शब्द का सन्दर्भ किसी वास्तु की उस स्थिति से है जिसमें वह उस पूर्णता तक पहुँच गई है जिसमे वह उद्देश निमित्त काम में लिए जाने के लिए उपयुक्त हो गई है|) यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों उक्तियों को एक ही अभिव्यक्ति में काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर हमें वही देता है जो हमारे लिए यथा उचित है" (देखें: [[rc://ही/ta/man/translate/figs-doublet]])
1:17 n7d8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τοῦ Πατρὸς τῶν φώτων 1 यहाँ **ज्योतियों** का अर्थ है,आकाश की ज्योतियाँ अर्थात, सूर्य, चाँद और सितारे| याकूब लाक्षणिक भाषा में परमेश्वर को उनका **पिता** कहता है क्योंकि उसने उनको सृजा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर है जिसने आकाश की सब ज्योतियों को सृजा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:17 g5ge rc://*/ta/man/translate/figs-simile παρ’ ᾧ οὐκ ἔνι παραλλαγὴ ἢ τροπῆς ἀποσκίασμα. 0 परमेश्वर में वास्तव में किसी भी प्रकार की **छाया** नहीं है, अतः यह एक रूपक है| वैकल्पिक अनुवाद: "परिवर्तनीयता" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])"
1:18 mj29 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀπεκύησεν ἡμᾶς 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि परमेश्वर ने अमको **उत्पन्न किया** क्योंकि परमेश्वर, यीशु में विश्वास करने वाले हर एक जन को आत्मिक जीवन देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हमको आत्मिक जीवन देने का चुनाव किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:18 ykq9 λόγῳ ἀληθείας 1 याकूब **वचन** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है कि यीशु के बारे में शब्दोच्चारित सन्देश का वर्णन करे| वैकल्पिक अनुवाद: "संदेशे के माध्यम से"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:18 qh2e rc://*/ta/man/translate/figs-simile εἰς τὸ εἶναι ἡμᾶς ἀπαρχήν τινα 1 जब इस्राएली प्रति वर्ष अपने फसल का एक अंश सबसे ओपहाले परमेश्वर को भेंट चडाते थे तो वे स्वीकार करते थे कि उनकी सम्पूर्ण फसल परमेश्वर की है और वह उनके लिए परमेश्वर का दान है| याकूब इस उक्ति **प्रथम फल** के चढ़ावे का उपयोग उपमा रूप में करता है कि यह एक संकेत हो कि उसके युग के विश्वासी उन असंक्य लोगों का द्योतक हैं जो भविष्य में परमेश्वर के हो जाएँगे सच तो यह है कि जब याकूब **सृजी हुए वस्तुओं** जैसी उक्ति का प्रयोग करता है तो हो सकता है कि उसका अभिप्राय है कि यीशु के विश्वासी परमेश्वर की सृष्टि का प्रथम अंश हैं जिनको श्राप से मुक्ति मिल गई है और वे परमेश्वर के शासनाधीन आ गए हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु में सिश्वास करने वाले लोगों में से प्रथम" या "परमेश्वर के सृजित प्राणियों में से प्रथम जो श्राप से मुक्त किए जाकर परमेश्वर के शासन के अधीन पुनः आ गए हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])"
1:19 dt7i ἴστε 0 इसका मूल यूनानी शब्द या तो आदेशात्मक होगा या सूचक होगा| अतः इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) यदि यह आदेशात्मक है तो याकूब अपने पाठकों से कह रहा है कि वे उसके द्वारा आगे कही जाने वाली बातों पर ध्यान दें| वैकल्पिक अनुवाद: "यह महत्वपूर्ण है" (2) यदि यह संकेतक है तो याकूब अपने पाठकों से कह रहा है किवः उनको उस बात का स्मरण कराने जा रहा है जिससे वे पूर्वपरिचित हैं| वैकल्पिक अनुइवाद: "तुम तो इस बात को पहक्ले से ही जानते हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-sentencetypes]])
1:19 p728 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἔστω & πᾶς ἄνθρωπος ταχὺς εἰς τὸ ἀκοῦσαι, βραδὺς εἰς τὸ λαλῆσαι. 1 **बोलने में धीर**, इस उक्ति का सन्दर्भ मंद शब्दोच्चारण से नहीं है, इसकी अपेक्षा, यह अपने पूर्वोक्त और उत्तरोक्त वाक्यांशों के सदृश्य एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम में हर एक जन को सावधानी पूर्वक सुनना चाहिए और बहुत सोच-समझ कर बोलना चाहिए तथा क्रोध नहीं करना चाहिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])"
1:19 ev3v βραδὺς εἰς ὀργήν 1 याकूब **मनुष्य** शब्द को व्यापक रूप में काम में लेता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम में से हर एक जन" या "हर एक जन"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:20 ej4p ὀργὴ & ἀνδρὸς, δικαιοσύνην Θεοῦ οὐκ ἐργάζεται. 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **धर्म** में निहित विचार को "धार्मिक" या "उचित" जैसे विशेषण शब्दों द्वारा अनुवाद कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के धार्मिक उद्देश्य की पूर्ति नहीं करता है" या "उन उचित कामों को उपलब्ध नहीं करता है जिनको परमेश्वर करना चाहता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:21 hit5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποθέμενοι πᾶσαν ῥυπαρίαν καὶ περισσείαν κακίας 0 याकूब **मलिनता ** और **बैर भाव** को इस प्रकार वयक्त करता है जैसे की वे वस्त्र हैं जिनको उतार कर फेंका जा सकता है| इन अभिवक्तियों के माध्यम से उसके कहने का अर्थ है, पाप और कुकर्म (इस पद पर उत्तरोक्त टिप्पणियाँ देखें) वैकल्पिक अनुवाद: "पाप करना और अनेक कुकर्म करना त्याग दो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:21 h226 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet ἀποθέμενοι πᾶσαν ῥυπαρίαν καὶ περισσείαν κακίας 0 **मलिनता** और **बैर भाव**, इन उक्तियों का तात्पर्य एक ही है| याकूब इन के संयुक्त प्रयोग द्वारा बलाघात करना चाहता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इनको एक ही वाक्यांश में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हेर एक प्रकार का पापी आचरण" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])"
1:21 h8ty rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ῥυπαρίαν 0 याकूब पाप के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग करता है| इससे उसका अभिप्राय है, ऐसी वास्तु जो मनुष्य को मैला कर देती है| वैकल्पिक अनुवाद: "पाप" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:21 a3u3 ἐν πραΰτητι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **नम्रता**में निहिरत विचार को "नम्रतापूर्वक" क्रिया विशेषण द्वारा अनुवाद कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "नम्रतापूर्वक"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:21 i9w1 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δέξασθε τὸν ἔμφυτον λόγον 1 **बोया गया** किसी वास्तु में किसी वास्तु के समाहित हो जाने का वर्णन करता है| याकूब परमेश्वर के वचन को लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है की जैसे वह बोया गया है और विश्वासियों के भीतर पल्लवित हो रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो वचन तुमने असुना है उसका पालन करो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
1:21 ekl3 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit σῶσαι τὰς ψυχὰς ὑμῶν 1 याकूब **वचन** या सन्देश को लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार दर्शाता है कि जैसे वह कोई जीवित वास्तु है जो कर्मण्यता से विश्वासियों का **उद्धार** कर सकती है| उसके कहने का अर्थ है कि इस सन्देश का अनुपालन करना उद्धार का मार्ग है| यह एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम ऐसा करते हो तो उद्धार पाओगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])"
1:21 z73e rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche τὰς ψυχὰς ὑμῶν 1 पाठकों के एक भाग, **प्राणों** के सन्दर्भ से याकूब का अभिप्रेत अर्थ है, उनका सम्पूर्ण व्यक्तित्व| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])"
1:22 x14m γίνεσθε ποιηταὶ λόγου 1 याकूब **वचन** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है कि यीशु के सन्देश के शाब्दिक प्रचार का वर्णन करे| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के बारे में दी गए सन्देश का अनुपालन करो, केवल सुनो ही नहीं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:22 wvp4 παραλογιζόμενοι ἑαυτούς 1 बाईबल में "सुनना" शब्द प्रायः मुहावरे के भाव में काम में लिया गया है जिसका अर्थ है, सुनी गई बात से सहमत होना| हो सकता है कि याकूब इसी भाव में इस शब्द का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और केवल यह निर्णय मत लो कि तुम उससे सहमत हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:23 ewn9 ὅτι εἴ τις ἀκροατὴς λόγου ἐστὶν 1
1:23 r6pp rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis καὶ οὐ ποιητής 1 इस उपवाक्य के अंत में याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं| ये शब्द इस उपवाक्य के आरम्भ में से लिए जा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वचन का सुनने वाला है ,करने वाला नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])"
1:23 pw5x rc://*/ta/man/translate/figs-simile οὗτος ἔοικεν ἀνδρὶ κατανοοῦντι τὸ πρόσωπον τῆς γενέσεως αὐτοῦ ἐν ἐσόπτρῳ 1 यहाँ याकूब एक उपमा सुनाना आरम्भ करता है, उदाहरण गर्भित तुलना जिसका आख्यान अगले दो पदों में भी किया जाएगा| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:23 shn9 τὸ πρόσωπον τῆς γενέσεως αὐτοῦ 1 यह एक मुहावरा है जिसका सन्दर्भ मनुष्य के जन्मजात चहरे से है अर्थात मनुष्य का प्राकृतिक या शारीरिक चेहरा| अब क्योंकि उस युग में "चहरे" शब्द के अनेक लाक्षणिक अर्थ थे, इसलिए याकूब इस मुहावरे का उपयोग करता है कि स्पष्ट करे कि उसका तात्पर्य इस काल्पनिक मनुष्य के वास्तविक शारीरिक चहरे से है| आवश्यक नहीं कि आप इस स्पष्टीकरण को अपने अनुवाद में दर्शाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका शारीरिक चेहरा" या "उसका चेहरा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:24 wu34 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καὶ ἀπελήλυθεν, καὶ εὐθέως ἐπελάθετο ὁποῖος ἦν 0 यहाँ याकूब भूतकाल में द्रिशंत सुनाता है जैसे कि वह किसी वास्तविक घटना का वर्णन कर रहा है| (इसकी परिचर्चा को याकूब की प्रस्तावना के भाग 3 में देखें). यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका नौवाद वर्तमानकाल में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह स्वयं को दर्पण में देखता है और चला जाता है तथा तत्काल ही अपने रूप को भूल जाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]] और [[rc://*/ta/man/translate/figs-simile]])"
1:25 kvr7 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὁ & παρακύψας εἰς νόμον νόμον τέλειον 1 इस पद में भी याकूब परमेश्वर के वचन को सुनने की तुलना दर्पण में देखने से करता है परन्तु यह दृष्टांत अब उपमा नहीं रूपक बन जाता है क्योंकि याकूब अब किसी के द्वारा **व्यवस्था** पर **ध्यान लगाने को लाक्षणिक भाषा में व्यक्त करता है| उसके कहने का अर्थ है, मनुष्य जिसने परमेश्वर के वचन को ध्यान से सूना है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य जिसने सिद्ध व्यवस्था को ध्यान से सूना है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:25 sf8k rc://*/ta/man/translate/figs-explicit νόμον τέλειον τὸν τῆς ἐλευθερίας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **स्वतन्त्रता** में निहित विचार को "स्वतंत्र" जैसे विशेषण शब्द द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह सिद्ध व्यवस्था जो मनुष्य को स्वतंत्र करती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])"
1:25 jku1 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οὗτος μακάριος ἐν τῇ ποιήσει αὐτοῦ ἔσται 1 **आशीषित** शब्द विशेषण है अतः यह अभिव्यक्ति **आशीषित होगा** कर्मवाच्य नहीं है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो इसका अनुवाद कर्तृवाच्य रूप में किया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ऐसे मनुष्य को आशीष देगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
1:26 j1bg δοκεῖ θρησκὸς εἶναι 0 जिस शब्द का अनुवाद **भक्त** किया गया हैउसका सन्दर्भ आचारण से है न कि आराधना के कृत्यों से | वैकल्पिक अनुवाद: "सोचता है कि वह अपने कामों से परमेश्वर को सम्मानित करता है"
1:26 vxu1 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy γλῶσσαν αὐτοῦ 1 भाषा में **जीभ** की उपयोग विधि के विचार साहचर्य से, याकूब **जीभ** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिसके द्वारा उसका तात्पर्य है, मनुष्य की बात| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो कहता है उस पर उसका नियंत्रण नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
1:26 bj2t ἀπατῶν 1
1:26 sex6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy καρδίαν αὐτοῦ 1 याकूब इस काल्पनिक मनुष्य का एक भाग,**मन** लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जो उसके लिए सम्पूर्ण मनुष्य का द्योतक है| वैकल्पिक अनुवाद: "स्वयं को धोखा देता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
1:26 q83d τούτου μάταιος ἡ θρησκεία 0 याकूब कहता है,**व्यर्थ** जो बलाघात के लिए एक अतिकथन है| कोई मनुष्य अपने शब्दों पर नियंत्रण नहीं रखता है तौभी उस मनुष्य के धर्म में संभवतः कुछ मान्यता है| परन्तु याकूब इस बात पर बल देना चाहता है कि परमेश्वर से प्रेम करने का दावा करना और ऎसी बाते करना जिनसे अन्यों को दुःख हो और उनका तिरस्कार हो| वह इस विचार पर आगे [3:9-10](../03/09.md) में अधिक विस्तार से चर्चा करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके कार्य परमेश्वर को उतने ग्राहन्योग्य नहीं हैं जितने कि वह सोचता है"
1:27 g11k rc://*/ta/man/translate/figs-doublet καθαρὰ καὶ ἀμίαντος 1 इन दोनों शब्दों, **शुद्ध** और **निर्मल** के अर्थ एक ही हैं| इन दोनों से ही प्रकट होता है कि कोई वास्तु प्रदूषण मुक्त है| याकूब इन दोनों शब्दों को बलाघात हेतु प्रयोग करता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इनको एक ही वाक्यांश द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पूर्णरूपेण ग्राहन्योग्य धर्म" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:27 skf4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor παρὰ τῷ Θεῷ καὶ Πατρί 0 यहाँ **निकट** शब्द का अर्थ है, "के सामने" या "किसी मनुष्य की उपस्थिति में" परन्तु यहाँ **निकट** शब्द से संकेत मिलता है, "जहां परमेश्वर देख सकता है|" देखना अपने आप में न्याय और ध्यान देने को दर्शाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के दृष्टिकोण से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:27 iiv2 ὀρφανοὺς 1 यहाँ **सुधि लें** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "के लिए चिंता करना" या "अनुकम्पा सहित सहायता करना|" वैकल्पिक अनुवाद: "अनाथों और विधवाओं के आर्थिक संकट में सहायता करना"\n(See: [[rc://*/ta/man/translate/figs-idiom]]) (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:27 r8nj ἐν τῇ θλίψει αὐτῶν 1 याकूब मान कर चलता है कि उसके पाठकों को अनाथों और विधवाओं के निर्वाह सम्बंधित एवं आर्थिक संकटों का संज्ञान है क्योंकि उनके पिताओं या पतियों का देहांत हो चुका है अतः उनके जीवन निर्वाह का साधन नहीं है| उस संस्कृति में स्त्रियाँ और बच्चे जीवन निर्वाह हेतु पुरुष परिजनों पर निर्भर होते थे| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप सविस्तार संकेत दे सकते हैं कि याकूब अपने पाठकों को किस प्रकार के **संकट** में राहत पहुंचाने की मनोकामना दर्शाता है|
1:27 nmf7 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἄσπιλον ἑαυτὸν τηρεῖν ἀπὸ τοῦ κόσμου 1 याकूब अभक्त जनों के प्रभाव का लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार वर्णन करता है कि जैसे वह किसी मनुष्य को शारीरिक रूप से कलंकित कर सकता है| **निष्कलंक** शब्द के माध्यम से उसके कहने का अर्थ है,पाप रहित| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा न होने दो कि अभक्त जन और उनका प्रभाव किसी को पाप करने के लिए उत्साहित करे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:intro f5zd 0 # याकूब 02: निर्विशेष टिप्पणियाँ \n ## रचना और आरूपण \n1. धनवानों का पक्ष करने के विरुद्ध चेतावनी \n2. विश्वास और कर्म \nइस अध्याय में विशिष्ट संकल्पनाएँ \n### पक्षपात \n\nयाकूब के कुछ पाठक समृद्ध और प्रभावशाली लोगों के साथ मृदु व्यवहार करते थे और गरीब लोगों के साथ कटु व्यवहार करते थे किया। अन्यों की तुलना में कुछ चुने हुए लोगों के साथ म्रदु व्यवहार करना पक्षपात कहलाता है| याकूब अपने पाठकों से कहता है कि ऐसा करना अनुचित है| परमेश्वर अपने लोगों से अपेक्षा करता है कि वे सब के साथ न्रिदु व्यवहार रखें|\n\n ##### निर्दोशिता \n\n निर्दोषिता वह अवस्था है जिसमें मनुष्य परमेश्वर द्वारा न्यायोचित ठहराया जाता है अर्थात, जब परमेश्वर मनुष्य को अपने साथ उचित सम्बन्ध में रखता है| इस अध्याय में याकूब कहता है कि परमेश्वर मनुष्यों को न्यायोचित ठहराता है जब वे विश्वास के साथ सदाचारी होते हैं| इसका कारण है कि उनका सदाचार उनके विश्वास को दर्शाता है, जैसा याकूब [2:18](../02/18.md) में सुस्पष्ट करता है| याकूब के कहने का अर्थ यह नहीं कि मनुष्य को न्यायोचित ठरने के लिए विश्वास में सदाचार को जोड़ें| (the thought is incomplete here!) (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/justice]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/righteous]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/faith]])\n\n \n\n\n\n\n## इस अध्याय में अनुवाद में आने वाली अन्य संभावित कठिनाइयां \n\n\n###वरन कोई कह सकता है, "तुझे विश्वास है और मैं कर्म करता हूँ" \n\n\nयाकूब जब ऐसा कहता है तो वह आपत्ति प्रकट करता प्रतीत होता है कि कोई उसकी बात का प्रतिवाद प्रकट करे| उस युग के सार्वजनिक वक्ता सामान्यतः प्रतिवाद में ऐसी आपत्ति प्रकट करते थे| अतः याकूब उसी युक्ति का प्रयोग करता है| तथापि, यदि वह ऐसा करता है, तो हम आपत्ति की अपेक्षा करते हैं, "तू कर्म दिखा और हम विश्वास दिखाते हैं" क्योंकि याकूब विश्वास के साथ कर्मों पर बल देता है| अतः यह काल्पनिक वक्ता इसकी अपेक्षा क्यों ऐसा कहता है, "तुझे विश्वास है और मैं कर्म करता हूँ" ऐसा प्रतीत होता है याकूब वास्तव में इस काल्पनिक वाक्ता द्वारा उसी "तू" को इन शब्दों से संबोधित कराता है, जिसको वह 2:16 से संबोधित करता आ रहा हा- "तुम में से एक" और इस शेष पद में वह उसी को संबोधित करता जाता है| दुसरे शब्दों में, याकूब इस काल्पनिक आपत्ति को उठा रहा है जिससे कि वह इस "तू" को इस पद में भी संबोधित करे| याकूब कह रहा है, "कोई तुझे यह विशावाद दिलाए कि तुझ में फिर भी विश्वास होना आवश्यक है जबकि मुझ (याकूब) के कर्म हैं| उसका तर्क है कि ये दोनों ही धर्म की उचित अभिव्यक्तियाँ हैं परन्तु आवश्यक नहीं कि मनुष्य में ये दोनों बातें हों|" तदोपरांत याकूब इस विवाद का उत्तर देने के लिए यह अवलोकन करता है कि उसका विश्वाद कर्मों द्वारा प्रकट होता है जबकि विश्वास का दावा करने वाला कर्मों बिना अपने विश्वास को प्रमाणित नहीं कर सकता है| \nआपके अनुवाद में आप इस अन्तर्निहित जानकारी को व्यक्त करना चाहेंगे, जैसा UST में है| विकल्प के रूप में, आप चाहेंगे कि ULT के सदृश्य अनुवाद करें और बाईबल के शिकशों और प्रचारकों पर छोड़ दें कि इसका अर्थ समझाएं| अधिक परिचर्चा हेतु [2:18](../02/18.md) पर टिप्पणी देखें| \n (देखें: [[rchi://en/ta/man/translate/figs-explicit]])\n\n\n## इस अध्याय में मुख्य मूल पाठ अदारित विषय \n\n\n###कर्म बिना विश्वास "व्यर्थ" या "मृतिक" है (2:20) \n\n\nयाकूब [2:20](../02/20.md) में कुछ प्राचीन अभिलेख प्रकट करते हैं कि कर्म बिना विश्वास "व्यर्थ" है| ULT और UST इस पाठ को अपनाते हैं| एनी कुछ अभिलेखों में है, वह "मृतक" है जो संभवतः [2:17(../02/17.md) और [2:26](../02/26.md) के प्रभावाधीन, जहां याकूब "मृतक" शब्द का प्रयोग करता है कर्कीमों से राहिर वोश्वास की व्याक्या करे| यदि आपके क्षेत्र में बाईबल का कोई अनुवाद है तो उसके अनुवाद के अनुसार अनुवाद करें| यदि नहीं है तो हमारा सुझाव है कि आप ULT और UST के अनुसार अनुवाद करें| \n\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
2:1 ici9 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
2:1 kab4 ἀδελφοί μου 1 देखें की आपने **भाइयों** शब्द का अनुवाद [1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:1 qs2x rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἔχετε τὴν πίστιν τοῦ τοῦ Κυρίου ἡμῶν Ἰησοῦ Χριστοῦ 1 **यीशु** में अन्यों के **विश्वास** के लिए याकूब अधिकार्वाचक रूप काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे प्रभु यीशु मसीह में विश्वाद" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:1 x32n rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive τοῦ Κυρίου ἡμῶν Ἰησοῦ Χριστοῦ 1 याकूब **महिमा** का गुण धारण करने वाले **यीशु** का वर्णन करने के लिए अधिकारवाचक रूप काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारा महिमा से भरा प्रभु यीशु मसीह" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]])"
2:1 en1c προσωπολημψίαις 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **पक्षपात** का अनुवाद किसी समानार्थक उक्ति से कर सकते हैं| (पक्षपात पर परिचर्चा हेतु इस अध्याय की निर्विशेष टिप्पणियों को देखें). वैकल्पिक अनुवाद : "तुम किसी के साथ अन्यों से अधिक अच्छा व्यवहार मत करो क्योंकि यह ...के साथ सुसंगत नहीं है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:2 h5uh rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ἐὰν & ἀνὴρ 0 शिक्षा देने के लिए याकूब एक काल्पनिक परिस्थिति का प्रयोग करता है| वह ूिश पद में और अगले पद में परिस्थिति का वर्णन करता है और [2:4](../02/04.md) में परिणाम का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:2 j8d5 χρυσοδακτύλιος, ἐν ἐσθῆτι λαμπρᾷ 0 याकूब मानता है कि उसके पाठक समाज लेंगे किवः एक उदाहरण दे रहा है कि धनवान जन कैसे कपडे पहनते हैं| (**सोने के छल्ले* का अर्थ यह नहीं कि वह सोने के छल्ले से लिपटा हुआ है वरन यह की उसकी उंगली में सोने का छल्ला है).यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो सके तो आप अपनी संस्कृति से किसी और उदाहरण को काम में ले सकते हैं या एक सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई जो धनवान मनुष्य की वेश-भूषा में है"\n(देख्वें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:3 zx9f σὺ κάθου ὧδε καλῶς 0 यहाँ **अच्छी** का अर्थ है "सम्मानित|" इसका अर्थ यह नहीं की धनवान मनुष्य दी गए स्थान में कितने अच्छे से बैठेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "यह इस सम्मानित स्थान में बैठ जाइए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:3 ce14 σὺ στῆθι ἐκεῖ 1 कहने का अभिप्राय है कि गरीब मनुष्य को खड़े रहने के लिए या नीचे के या अधीक अपमानजनक स्थान में बैठने के लिए कहा जाता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसको सविस्तार कह सकते हैं, जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:3 h2fy κάθου ὑπὸ τὸ ὑποπόδιόν μου 1 इस आदेशात्मक कथन में एकवचन प्रथम पुरुष सर्वनाम, **मेरे** का उपयोग किया गया है क्योंकि यह किसी विश्वासी द्वारा काल्पनिक गरीब मनुष्य से कहा गया है| यदि आपकी भाषा में यह स्वाभाविक न हो, क्योंकि इस वाक्य का आरम्भ **तुम** (बहुवचन) **कहो** से किया गया है तो आप इस कथन में बहुवचन को काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे पांवों के पास फर्श पर बैठ जा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
2:4 x9el rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐ διεκρίθητε ἐν ἑαυτοῖς, καὶ ἐγένεσθε κριταὶ διαλογισμῶν πονηρῶν 0 इस परिणाम का वर्णन करते हुए वह बलाघात हेतु प्रश्न का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने कुछ लोगों को अन्यों से अधिक माननीय समझा है क्योंकि तुम न्याय करने वाले बन गए हो जो बुरे विचार रखते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
2:5 m5jr ἀκούσατε, ἀδελφοί μου ἀγαπητοί 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:16](../01/16.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे प्रिय विश्वासी साथियों"\n (देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:5 ha52 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐχ ὁ Θεὸς ἐξελέξατο τοὺς πτωχοὺς τῷ κόσμῳ, πλουσίους ἐν πίστει, καὶ κληρονόμους τῆς βασιλείας ἧς ἐπηγγείλατο τοῖς ἀγαπῶσιν αὐτόν 0 याकूब प्रश्न को शिक्षण साधन के रूप में काम में ले रहा है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने संसार में ग़रीबों को चुना कि विश्वास में धनवान हों और उस राज्य के उत्तराधिकारी हों जिसकी प्रतिज्ञा उसने अपने प्रेम करने वालों से की है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
2:5 ke2q rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τοὺς πτωχοὺς 1 याकूब विशेषण शब्द,**कंगाल**का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कि एक जनसमूह विशेष का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में भी विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा, यदि नहीं है तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी समानार्थक उक्ति द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे मनुष्य जो गरीब हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])"
2:5 s38z rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πλουσίους ἐν πίστει 0 याकूब लाक्षणिक भाषा में **विश्वास** में धनी उक्ति का प्रयोग करता है जैसे कि उससे मनुष्य धनवान हो जाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "दृढ विश्वास रखना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:5 qii5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor κληρονόμους 1 याकूब उन लोगों के लिए लाक्षणिक भाषा का उपयोग करता है जिनसे परमेश्वर ने राज्य की प्रतिज्ञा की है, जैसे कि वे किसी पारिवारिक सदस्य से उत्तराधिकार में धन प्राप्त करेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "राज्य के सहभागी कि" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:6 yv6y rc://*/ta/man/translate/figs-you ὑμεῖς δὲ ἠτιμάσατε 1
2:6 vr53 ἠτιμάσατε τὸν πτωχόν 1 यहाँ याकूब के कहने का अर्थ, [2:2-3](../02/02.md) में उसके द्वारा दी गए उदाहरण से स्पष्ट होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने ग़रीबों के साथ जो व्यवहार किया है वह धनवानों के साथ किए गए तुम्हारे व्यवहार से कहीं अधिक अनुचित है"
2:6 l2lu rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐχ οἱ πλούσιοι καταδυναστεύουσιν ὑμῶν? 1 याकूब प्रश्न को शिक्षण साधन के रूप में काम में ले रहा है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन या विस्मय बोधक वाक्य में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ये धनवान ही तो हैं जो तुम पर अत्याचार करते है और तुमको न्यायालय में खींच कर ले जाते हैं!" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])"
2:6 eeg5 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj οἱ πλούσιοι 1 याकूब इस विशेषण शब्द, **धनवान** को एक जनसमूह विशेष के सन्दर्भ में संज्ञा रूप में काम में लेता है| आपकी भाषा में भी विशेषणों का ऐसा ही उपयोग होगा, यदि नहीं, तो आप इस शब्द को किसी समानार्थक अभिव्यक्ति द्वारा अनुवाद कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य जो धनवान हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])"
2:6 z73x καταδυναστεύουσιν ὑμῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: "क्या यह धनवान नहीं जो तुम पर अत्याचार करता है"
2:6 s9k1 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion αὐτοὶ ἕλκουσιν ὑμᾶς εἰς κριτήρια 0 याकूब धनवानों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कह रहा है की जैसे वे ग़रीबों को सशरीर खींच कर न्यायालय में ले जाते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको न्यायालय जाने के लिए विवश करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
2:6 h8jn rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἕλκουσιν ὑμᾶς εἰς κριτήρια 1 यदि आपके पाठकों को सहायता मिले तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि धनवान लोग ग़रीबों को क्यों न्यायालाय में ले जाते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको न्यायालय में बलपूर्वक ले जाते हैं कि तुम पर मुकद्दमा करके तुम्हारा शोषण करें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:7 las1 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐκ αὐτοὶ βλασφημοῦσιν τὸ καλὸν ὄνομα τὸ ἐπικληθὲν ἐφ’ ὑμᾶς 0 याकूब प्रश्न को शिक्षण साधन के रूप में काम में लेता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन या विस्मय बोधाक्ल वाक्य में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे ही हैं जो उस भले नाम की निंदा करते हैं जिससे तुम पुकारे जाते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:7 wd8y rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸ καλὸν ὄνομα τὸ ἐπικληθὲν ἐφ’ ὑμᾶς 1 यकूब यीशु के **नाम** का सन्दर्भ लाक्षणिक भाषा में देता है, विचार-साहचर्य के द्वारा कि वह *उत्तम** है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु का नाम" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:8 fe1i rc://*/ta/man/translate/figs-you τελεῖτε 1
2:8 q9hh νόμον τελεῖτε βασιλικὸν 1 याकूब यहाँ लैव्यव्यवस्था [लैव्यव्यवस्था 19:18](../19/18.md) से **व्यवस्था** की आज्ञा सन्दर्भ देते हुए कहता है कि वह **राज** व्यवस्था है| इसके दो कारण हो सकते हैं: (1) जब यीशु परमेश्वर के राज्य की घोषणा करते हुए आया था तब उसने काहा था कि यह आज्ञा उन दो आज्ञाओं में से एक है जो सब आज्ञाओं का सारांश है और परमेश्वर के राज्य में मार्ग दर्शन करती हैं| (दूसरी आज्ञा है: अपने परमेश्वर को सम्पूर्ण मन, प्राण,बुद्धी और शक्ति से प्रेम कर) वैकल्पिक अनुवाद: "यह व्यवस्था परमेश्वर के राज्य में जीवन का मार्गदर्शन करती है" (2) संभव है कि याकूब इस **व्यवस्था* को **राज** व्यवस्था कहता है क्योंकि परमेश्वर, वास्तविक राजा ने लोगों को दी है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की व्यवस्था"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:8 ymf5 ἀγαπήσεις τὸν πλησίον σου ὡς σεαυτόν 1 यहाँ मूसा की व्यवस्था को भविष्यकाल के कथन में कहा गया है जो एक आज्ञा है| वैकल्पिक अनुवाद: "आवश्यक है कि तुम अपने पडौसी से वैसा ही प्रेम रखो जैसा तुम अपने आप से रखते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]])
2:8 gll2 τὸν πλησίον σου 1 यह एक मुहावरा है| इसका अर्थ यह नहीं कि केवल उससे प्रेम रखें जो हमारे घर के आस-पास रहता है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:8 b9wu καλῶς ποιεῖτε 1 वैकल्पिक अनुवाद: "तुम वही करते हो जो परमेश्वर तुमसे चाहता है"
2:9 xt6y εἰ & προσωπολημπτεῖτε 1 आपकी भाषा में आवश्यक होगा कि आप **पक्षपात** के पात्र की परिभाषा दें| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम धनवानों का पक्ष लेते हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:9 cq5h ἁμαρτίαν ἐργάζεσθε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसको कर्तृवाच्य में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और व्यवस्था तुमको अपराधी घोषित करती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:9 gl2e rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἐλεγχόμενοι ὑπὸ τοῦ νόμου ὡς παραβάται 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में व्यवस्था के लिए इस प्रकार कहता है की जैसे वह मानवीय न्यायाधीश हो| वैकल्पिक अनुवाद: "और तुम परमेश्वर की व्यवस्था का उल्लंघन करने के दोषी हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:10 l29g ὅστις γὰρ & τηρήσῃ 1 यहाँ **पालन करना** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "अनुसरण करना|" वैकल्पिक अनुवाद: "जो लोई भी उसका अनुसरण करेगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:10 jb5u rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πταίσῃ δὲ ἐν ἑνί, γέγονεν πάντων ἔνοχος 0 याकूब लाक्षणिक भाषा में आज्ञा का उल्लंघन करने वाले के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह **ठाकर खाता ** है, अर्थात, चलते समय संतुलन खो कर गिर जाना| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु एक बात में भी अवज्ञा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:10 m8ep ἐν ἑνί 0 याकूब विशेषण शब्द, **एक** का उपयोग संज्ञा रूप में करता है की व्यवस्था की एक आज्ञा का सन्दर्भ दे| (ULT में इसको उजागर अकरने के लिए,**बात** शब्द जोड़ा गया है)आपकी भाषा में भी विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा, यदि नहीं, तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी समानार्थक उक्ति से कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु एक ही आज्ञा का उल्लंघन करे" \n (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:11 ez11 ὁ γὰρ εἰπών 1 याकूब निर्विवाद परमेश्वर का सन्दर्भ दे रहा है जिसने यह आज्ञा दी है जिसका उल्लेख यहाँ, इस पद में किया गया है| मूसा को व्यवस्था देते समय उसने यह आज्ञा दी थी| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जिसने कहा" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:11 q19i μὴ μοιχεύσῃς 1
2:11 c8jm rc://*/ta/man/translate/figs-you εἰ & οὐ μοιχεύεις, φονεύεις δέ, γέγονας 0 याकूब इस पद में जिन दो आज्ञाओं का उद्दरण देता है उनमें अन्तर्निहित **तू** एक वचन में है क्योंकि मूसा द्वारा समस्त इस्राएलियों को दी गई इन आज्ञाओं का तात्पर्य था कि इनका पालन करने के लिए प्रत्येक मनुष्य से अपेक्षा की गई है| शेष पद में भी **तू* एक वचन में है क्योंकि याकूब आज्ञाओं से इस प्रयोग को आगे भी अभिप्रेत करता है| अतः अपने अनुवाद में **तू** को एक वचन में ही रखें, यदि आपकी भाषा में यह अन्तर स्पष्ट हो| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])"
2:12 c6y8 οὕτως λαλεῖτε καὶ οὕτως ποιεῖτε 1 इस आदेश में अन्तर्निहित "तू" बहुवचन में है| याकूब यहाँ इसके बहुवचन के उपयोग में पुनः आ जाता है जैसा वह शेष पत्र में करता है| अतः अपने अनुवाद में **तू** के बहुवचन का उपयोग करें, यदि आपकी भाषा में यह अंतर स्पष्ट हो और आदेशात्मक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार वार्तालाप करो और काम करो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
2:12 yp6i rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive διὰ νόμου ἐλευθερίας μέλλοντες κρίνεσθαι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जिन मनुष्यों का न्याय करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:12 ik76 διὰ νόμου 1
2:12 e87r νόμου ἐλευθερίας 1 जैसा [1:25](../01/25.md) में है, याकूब **स्वतन्त्रता** दिलाने वाली **व्यवस्था** का वर्णन करने केलिए अधिकार सूचक रूप का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था जो स्वतन्त्रता की जननी है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
2:13 yv6l rc://*/ta/man/translate/figs-personification κατακαυχᾶται ἔλεος κρίσεως 1 याकूब **न्याय** के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग करता है जैसे कि वह कोई जीवित प्राणी हो जो **निर्दयता** के काम करता हो| वैकल्पिक अनुवाद: "जब परमेश्वर मनुष्यों का न्याय करेगा तब वह उन लोगों पर दया नहीं करेगा जिन्होंने अन्यों को दया नहीं दिखाई है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:14 h384 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
2:14 k4e4 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion τί τὸ ὄφελος, ἀδελφοί μου, ἐὰν πίστιν λέγῃ τις, ἔχειν ἔργα, δὲ μὴ ἔχῃ 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे भाइयों, इसमें कोई भलाई नहीं यदि तुम में से कोई कहे कि उसमें विश्वास है और कर्म न करता हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:14 c234 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐὰν πίστιν λέγῃ τις ἔχειν, ἔργα δὲ μὴ ἔχῃ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्म** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक उक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि कोई कहे कि वह परमेश्वर में विश्वास रखता है परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:14 z9q8 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion μὴ δύναται ἡ πίστις σῶσαι αὐτόν? 1 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा विश्वास निश्चय ही उसका उद्धार नहीं करा सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:14 g8kr σῶσαι αὐτόν 1 आपकी भाषा में आवश्यक होगा कि स्पष्ट करें कि वह विश्वास कैसा है जो **उद्धार** नहीं दिला सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसको पर्मेअश्वर के दंड से बचाए"
2:15 f6el ἀδελφὸς ἢ ἀδελφὴ 1 जैसा इस पुस्तक में अन्यत्र सन स्थानों में है,**भाई** शब्द का सन्दर्भ, हर एक प्रकरण में साथी विश्वासी से है| इस शब्द का अर्थ स्त्री या पुरुष हो सकता है| यहाँ याकूब **भाई** शब्द का उपयोग विश्वासी पुरुष के लिए और **बहिन** शब्द विश्वासी स्त्री के लिए करता है| यदि आपकी भाषा में इस शब्द का स्त्रीलिंग और पुल्लिग रूप है तो आप जिस शब्द अर्थात "भाई" का अनुवाद कर रहे है उसके लिए इन दोनों रूपों को काम में ले सकते हैं| अन्यथा आप इसकी समानार्थक उक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु में विश्वास करने वाला कोई भाई या बहन" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:16 lj89 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy θερμαίνεσθε 1 वैकल्पिक अनुवाद: "गर्म रहो"
2:16 ngj8 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit χορτάζεσθε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक अभिव्यक्ति से कर सकते हैं, जो कर्तृवाच्य रूप में हो| वैकल्पिक अनुवाद: "तृप्त हो जाने के लिए पर्याप्त भोजन हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])"
2:16 n5jh rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τοῦ σώματος 1 याकूब मानसिक और आत्मिक पहलुओं गर्भित शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विचार-साहचर्य द्वारा कहता है कि वे मनुष्य के शरीर की आवश्यकताएं हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों के लिए गर्म और पूर्ण पोषित होना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:16 yi63 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion τί τὸ ὄφελος? 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन रूप में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| देखें कि आपने एक ऐसे ही वाक्यांश का आनुवाद [2:14](../02/14.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे कोई लाभ नहीं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:17 me1d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἡ πίστις ἐὰν μὴ, ἔχῃ, ἔχῃ ἔργα νεκρά ἐστιν καθ’ ἑαυτήν 1 याकूब **विश्वास** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कर्मों द्वारा जीवित है और कर्मों बिना निर्जीव है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य का विश्वास अपने आप में सच्चा नहीं है, उसको कर्मों द्वारा उसको प्रकट करना है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
2:18 al63 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ἀλλ’ ἐρεῖ τις 1 याकूब शिक्षा हेतु एक कल्पित स्थिति काम में लेता है| इस अभिव्यक्ति के द्वारा उस काल्पनिक स्तिथि की अवस्था (जैसा याकूब: सामान्य परिचय, भाग 1 में उसके युग के वक्ताओं की शैली में वर्णन किया गया है| याकूब किसी के द्वारा आपत्ति की पूर्व कल्पना करता हैऔर कहता है कि वह कैसी प्रतिक्रया दिखाएगा) वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु कल्पना करो कि कोई तुमसे कहे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:18 ii8d rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns σὺ πίστιν ἔχεις, κἀγὼ ἔργα ἔχω; δεῖξόν μοι τὴν πίστιν σου χωρὶς τῶν ἔργων, κἀγώ σοι δείξω ἐκ τῶν ἔργων μου τὴν πίστιν.” 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्म**का अनुवाद समानार्थक उक्तियों के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तू मुझे दिखा नहीं सकता कि तू परमेश्वर में पूर्ण विश्वास रखता है, यदि तू परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:19 fv39 τὰ δαιμόνια πιστεύουσιν καὶ φρίσσουσιν 0 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट व्यक्त कर सकते है कि परमेश्वर के विचार पर दुष्टात्माएं क्यों **थरथराते** हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "दुष्टात्माएं भी परमेश्वर में विश्वास रखती हैं और थरथराती हिन् क्योंकि वे जानती है कि परमेश्वर उनको दंड देगा"\n (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:20 ax95 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion θέλεις δὲ γνῶναι, ὦ ἄνθρωπε κενέ, ὅτι ἡ πίστις χωρὶς τῶν ἔργων ἀργή ἐστιν? 1 याकूब शिक्षण सादहं हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन रूप में कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु, हे मूर्ख! मैं सिद्ध करके तुझे दिखा सकता हूँ कि कर्म बिना विश्वास शिथिल है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:20 sd63 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ὅτι ἡ πίστις χωρὶς τῶν ἔργων ἀργή ἐστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक उक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर में विश्वास का अंगीकार करना मनुष्य के लिए निरर्थक है यदि वह परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम नहीं कर सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:21 ysr8 General Information: 0 # General Information:\n\n
2:21 q8iv rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion Ἀβραὰμ ὁ πατὴρ ἡμῶν οὐκ ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη, ἀνενέγκας Ἰσαὰκ τὸν υἱὸν αὐτοῦ ἐπὶ τὸ θυσιαστήριον? 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन शब्दों का अनुवाद कथन रूप में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारा पिता अब्राहम कर्मों के द्वारा ही धर्मी ठराया गया था जब उसने अपने पुत्र को वेदी पर बलि होने हेतु रख दिया था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:21 v3ft rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη 1 याकूब : सामान्य परिचय, भाग 2 में परिचर्चा देखें कि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष कैसे धर्मी ठराया जाता है| याकूब के कहने का अर्थ यह नहीं हैं कि अब्राहम ने कोई ऐसा काम किया की परमेश्वर ने उसको धर्मी माना| इसकी अपेक्षा, परमेश्वर ने अब्राहम को पहले से ही धर्मी घोषित कर दिया था क्योंकि उसने परमेश्वर में विश्वास किया था, जैसा कि याकूब अग्रिम दो पदों में वर्णन करेगा| इसके बाद अब्राहम ने अपने विश्वास की सच्चाई प्रकट करने के लिए जो किया उससे सिद्ध गो गया कि उसका विश्वास सच्चा था| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसको सुस्पष्ट कह सकते हैं, विशेष करके तब जब उनकी समझ में फेर हो कि अब्राहम ने कोई ऐसा काम किया जिसके कारण परमेश्वर उसको धर्मी ठहराने के लिए विवश हो गया था| वैकल्पिक अनुवाद: (कथन रूप में) "परमेश्वर ने हमारे पिता अब्राहम को धर्मी ठहराया क्योंकि उसने जो किया उससे प्रकट हुआ था कि वह परमेश्वर में सच्चा विश्वास रखता था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:21 ph1s ὁ πατὴρ 1 याकूब **पिता** शब्द का उपयोग लाक्षणिक रूप में करता हैजिससे उसका अर्थ है, "पूर्वज" वैकल्पिक अनुवाद: "अब्राहम हमारा पूर्वज"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:22 t832 βλέπεις 1
2:22 l1gj rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy βλέπεις 1 यहाँ **देख लिया** लाक्षणिक भाव में समझ को दर्शाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः तुमको समझना चाहिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
2:22 vde4 ἡ πίστις συνήργει τοῖς ἔργοις αὐτοῦ, καὶ ἐκ τῶν ἔργων ἡ πίστις ἐτελειώθη 0 याकूब लाक्षणिक भाषा में **विश्वास** और **कर्मों** को इस प्रकार व्यक्त करता है किजैसे वे जीवित प्राणी हों जो एक साथ काम करने परस्पर सहायता प्रदान करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अब्राहम को ऐसे काम करने के लिए विश्वास से बल मिला था और इन कामों से उसका विश्वास और भी अधिक दृढ हो गया था"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:22 bd9d βλέπεις 1
2:23 qh4i rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐπληρώθη ἡ Γραφὴ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'इससे धर्मशास्त्र की पूर्ति हो गई" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
2:23 l818 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐλογίσθη αὐτῷ εἰς δικαιοσύνην 1 यह [उत्पत्ति 15:6](../gen/15/06.md) का उद्धरण है| याकूब परिकल्पना करता है कि उसके पाठक परमेश्वर की प्रतिज्ञा के प्रति अब्राहम की प्रतिक्रया से अभिज्ञ हैं कि अपनी और अपनी पत्नी की वृद्धावस्था तक निःसंतान होने के उपरान्त भी उसने विश्वास किया कि उसकी संतान आकाश के सितारों के तुल्य होंगी| यदि आपकी भाषा में पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका संकेत सविस्तार दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अब्राहम ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर विओश्वास किया की उसकी संतान असंख्य होंगी, अतः परमेश्वर ने अब्राहम को उसके साथ उचित सम्बन्ध में माना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:24 yha5 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐξ ἔργων δικαιοῦται ἄνθρωπος, καὶ οὐκ ἐκ πίστεως μόνον 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो अप्प इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ उचित सम्बन्ध में होता है" या "परमेश्वर के साथ न्यायोचित अवस्था में आ जाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:25 hir8 ὁμοίως δὲ καὶ Ῥαὰβ ἡ πόρνη οὐκ ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη 0 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि **वैसे ही** का अर्थ इस प्रकरण में क्या है| वैकल्पिक अनुवाद: "वैसे ही अब्राहम"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:25 dcv5 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion Ῥαὰβ ἡ πόρνη οὐκ ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη, ὑποδεξαμένη τοὺς ἀγγέλους, καὶ ἑτέρᾳ ὁδῷ ἐκβαλοῦσα 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वैसे ही रहाब वैश्या भी कर्म के कारण ही धर्मी ठहरी थी जब उसने उन परदेशियों को शरण दी और दुसरे मार्ग से विदा किया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:25 pn2f Ῥαὰβ ἡ πόρνη 1 याकूब परिकल्पना करता है कि उसके पाठक समझ लेंगे कि वह यहोशू की पुस्तक में चर्चित इस घटना का सन्दर्भ दे रहा है| यहोशू ने दो भेदियों को भेजा था की कनान देश की जानकारी ले आएं| रहाब ने उन भेदियों को अपने घर में शरण दी और उनकी सुरक्षा निश्चित की थी और उनको उस मार्ग से विदा किया जिस पर उनको खीजने वाले संदेह नहीं कर सकते थे| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जब उसने उन भेदियों के लिए जिनको यहोशू ने कनान का भेद लेने के लिए भेजा था, अपने घर में सुरक्षा और शरण का प्रबंध किया था और उनको उस मार्ग से विदा किया जिसकी आशा उनके खोजियों को कदापि नहीं थी कि वे उससे जाएंगे"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:25 bx6i rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **कर्मों** में निहित विचार का अनुवाद समानार्थक उक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने जो किया उसके द्वारा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:25 af9u ἀγγέλους 1
2:25 xm5m ἑτέρᾳ ὁδῷ ἐκβαλοῦσα 1 क्योंकि **दूतों** शब्द दो के लिए प्रयुक्त हुआ है इसलिए यह सर्वनाम, **उनको** भी द्वीवचन में होगी, यदि आपकी भाषा में इस रूप का प्रावधान है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:26 uum8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὥσπερ γὰρ τὸ σῶμα χωρὶς πνεύματος νεκρόν ἐστιν οὕτως καὶ ἡ πίστις χωρὶς ἔργων νεκρά ἐστιν 1 याकूब **विश्वास** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कह रहा है कि जैसे उसमें कर्म हों तो वह जीवित है और यदि नहीं हैं तो वह मृतक है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि मनुष्य अपने विश्वास को कर्मों से प्रकट न करे तो उसका विश्वास सच्चा नहीं है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:intro py3p 0 # याकूब 03 निर्विशेष टिप्पणियाँ \n## रचना एवं आरूपण \n1. वार्तालाप में आत्मसंयम (3:1-12) \n2. सांसारिक बुद्धी और स्वर्गिक बुद्धी की तुलना (3:13-18)\n\n\n## इस अध्याय के महत्वपूर्ण अलंकार\n\n### रूपक \n\nइस अध्याय में परमेश्वर को प्रसन्न करने के निमित्त कैसा जीवन जीना है, उसकी शिक्षा देने के लिए अपने पाठकों के लिए दैनिक जीवन से अनेक दृष्टान्त काम में लेता है| \n [3:3](../03/03.md), में वह घोड़ों का उदाहरण देता है, [3:4](../03/04.md), में जहाज़ का, [3:5](../03/05.md), में जंगल की आग का, [3:7](../03/07.md), में पशु प्रशिक्षण का, [3:11](../03/11.md), में जल के सोते का, और [3:12](../03/12.md), में फल के वृक्ष का, (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:1 p4uu rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun μὴ πολλοὶ 0 वैकल्पिक अनुवाद: "तुम में अनेक शिक्षक न बनें"
3:1 c36b ἀδελφοί μου 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) में **भाइयों** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:1 aw5f rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μεῖζον κρίμα λημψόμεθα. 0 **और भी दोषी ठहरेंगे**,याकूब के कहने का अर्थ है कि अन्यों की तुलना में परमेश्वर उसके वचन के शिक्षकों का और भी अधिक कठोरता से न्याय करेगा| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं कि यह सच क्यों है| वैकल्पिक अनुवाद: हम जो परमेश्वर के वचन के प्रचारक हैं उनका न्याय परमेश्वर अन्यों की तुलना में अधिक कठोरता से करेगा क्योंकि हमारी शिक्षा लोगों के विश्वास और जीवन शैली पर महान प्रभाव डालती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:1 v7fa rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive we who teach 0 याकूब अपने और अपने साथी शिक्षकों के विषय में कह रहा है, अपने पाठकों के विषय में नहीं,अतः **हम** शब्द समावेशी है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जो शिक्षा देनेवाले हैं अधिक दंड के भागी होंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
3:2 ab9h rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive πταίομεν ἅπαντες 1 अब याकूब अपने और अन्य शिक्षकों और अपने पाठकों तथा सामान्यतः सब मनुष्यों के विषय कहता है,अतः यह सर्वनाम शब्द, **हम** समावेशी है| वैकलोपिक अनुवाद: " हर एक जन नाना प्रकार से ठोकर खाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]])"
3:2 p9ek rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πταίομεν 1 जैसा [2:10](../02/10.md) में है, याकूब मनुष्यों के पाप करने के लिए लाक्षणिक भाषा में कहता है कि वे **चूक** जाते हैं अर्थात, चलते समय ठोकर खा कर संतुलन खो देते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम सब अनेक प्रकार से पाप करते हैं...शब्दों से पाप नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:2 t6xt ἐν λόγῳ οὐ πταίει 1 यहाँ याकूब **वचन** शब्द को लाक्षणिक प्रयोग करता है जिसका अर्थ है, मनुष्य द्वारा शब्दों में कही गई बात| वैकल्पिक अनुवाद: "यद् कोई अपने वार्तालाप में पाप नहीं करता है" या "कोई अनुचित बातें नहीं करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:2 kn4v οὗτος τέλειος ἀνήρ 1 जैसा [1:4](../01/04.md) में और इस पत्र में अन्यत्र पूर्वोक्त है, **सिद्ध** शब्द का सन्दर्भ किसी वस्तु की उस अवस्था से है जिसमें वह किसी उद्देश्य निमित्त पूर्ण विकसित हो चुकी है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य आत्मिकता में परिपक्व हो चुका है"
3:2 b16h rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche χαλιναγωγῆσαι καὶ ὅλον τὸ τὸ σῶμα 1 "याकूब मनुष्य के सम्पूर्ण व्यक्तित्व-कार्य और व्यवहार भी- के लिए लाक्षणिक भाषा में **देह** शब्द का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो कुछ भी करता उसको नियंत्रण में रखने योग्य है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])"
3:3 z2ez General Information: 0 # General Information:\n\n
3:3 zql3 εἰ δὲ τῶν ἵππων τοὺς χαλινοὺς' εἰς τὰ στόματα βάλλομεν 1 **घोड़ों** आकार में बड़े चौपाए जिनको अनेक संस्कृतियों में मनुष्यों और सामान के परिवहन हेतु काम में लिया जाता है| **लगाम** धातु के छोटे टुकड़े होते हैं जिनको घोड़ों के मुंह में लगा कर उनकी गतिविधि को नियंत्रित किया जाता है| यदि आपके पाठक **घोड़ों** और **लगाम** से परिचित न हों तो आप किसी और पशु और नियंत्रण विधि का नाम को काम में ले सकते हैं या कोई सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम ऊंटों नाक में नकेल लगाते हैं" या "हम बड़े-बड़े पशुओं के शरीर पर नियंत्रण के साधन काम में लेते हैं|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
3:3 s1nf εἰ δὲ 1 याकूब **जब** शब्द के उपयोग द्वारा उदाहरण के रूप में पाशर्व जानकारी का समावेश कराता हैजो उसके पाठकों की सहायता करेगी कि जो शिक्षा वह देना चाहता है उसको अंतर्ग्रहण कर पाएं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी ऎसी उक्ति द्वारा कर सकते हैन्जिस्से प्रकट हो कि याकूब उदाहरण देने जा रहा है, जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-time-background]])
3:3 u92q τῶν ἵππων 1
3:4 yn42 ἰδοὺ, καὶ τὰ πλοῖα, τηλικαῦτα ὄντα, καὶ ὑπὸ ἀνέμων σκληρῶν ἐλαυνόμενα, μετάγεται ὑπὸ ἐλαχίστου πηδαλίου 0 **जहाज** बड़े-बड़े पॉट होते है जिनको मनुष्य और माल के जल परिवहन में काम में लिया जाता है| **पतवार** एक समतल छोटा सा उपकरण होता है जिसको जहाज के पीछे लगाया जाता है और उसको घुमाने के लिए काम में लिया जाता है| यदि आपके पाठक **जहाज** और **पतवार** से अनभिज्ञ हैं तो आप अपने अनुवाद में किसी एनी परिवहन साधन और भिन्न उपकरण का नाम काम में ले सकते हैं या किसी सामान्य अभिव्यक्ति को काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ट्रक ...स्टेरिंग" या बड़ी गाड़ी...घुमाने का उपकरण"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
3:4 k7f5 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὑπὸ ἀνέμων σκληρῶν ἐλαυνόμενα 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यद्यपि वे अति विशाल होते है और प्रचंड वायु उनको गति देती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
3:4 jrk1 μετάγεται ὑπὸ ἐλαχίστου πηδαλίου πηδαλίου ὅπου ἡ ὁρμὴ τοῦ εὐθύνοντος βούλεται 1 याकूब जहाज को घुमाने की क्रिया का लाक्षणिक प्रयोग करता है की उसकी चाल और नियंत्रण का अभिप्राय प्रकट हो| (उदाहरणार्थ, जहाज को सीधा रखने के लिए मनुष्य उसको घुमाता है न कि मात्र उसको किसी गन्तवय की दिशा में रखने के लिए) वैकल्पिक अनुवाद: "वह एक छोटी सी पतवार से नियंत्रित की जाती है" या "वह एक छोटी सी पतवार से चलाया जाता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:5 wt6i οὕτως καὶ 1 **वैसे ही** याकूब इन शब्दों के द्वारा उपमा या मनुष्य की जीभ और पिछले दो पदों में चर्चित छोटे-छोटे साधनों-घोड़े की लगाम और जहाज की पतवार- में तुलना का समावेश कराता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी रीति से" या "इसी प्रकार"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
3:5 qx1k μεγάλα αὐχεῖ 1 याकूब विशेषण शब्द,**बड़ी-बड़ी** को बहुवचन संज्ञा रूप में काम में लेता है| (ULT में यहाँ **बातें** शब्द जोड़ा गया है|) आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इस उक्ति का अनुवाद किसी समानार्थक अभिव्यक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उससे मनुष्य घमंड की बातें करता है कि उसने महान कार्य किए हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:5 ub5h ἰδοὺ 0 **देखो** शब्द श्रोता या पाठक का ध्यान वक्ता या लेखक द्वारा आगे काही जाने वाली बात पर आकर्षित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "ध्यान दो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:5 fr8x ἡλίκον πῦρ ἡλίκην ὕλην ἀνάπτει 1 **वन** वह स्थान होता है जहां असंख्य वृक्ष होते हैं| यदि आपके पाठक **वन** से परिचित न हों तो आप एक भिन्न उदाहरण दे सकते हैं उनके लिए जो उनके लिए आग से नष्ट किया गया परिचित क्षेत्र हो या आप एक सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक छोटी से चिंगारी कैसे शीघ्रता से फैल कर वृहत चराई को भस्म कर देती है" या "एक छोटी सी चिंगारी कैसे तुरंत फैल जाती है और एक वृहत क्षेत्र में सब कुछ भस्म कर देती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
3:6 wm5q rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy καὶ ἡ γλῶσσα πῦρ 1 याकूब द्वारा मानुष की बातों के लिए **जीभ** का प्रयोग लाक्षणिक है, विचा-साहचर्य से भाषा में जीभ के उपयोग की विधि| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जो कहते हैं वह भी आग ही है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]
3:6 i61e rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ κόσμος τῆς ἀδικίας καθίσταται ἐν τοῖς μέλεσιν ἡμῶν 1 यह एक मुहावरा है| इसका भावार्थ यह है, **संसार** का सब *अधर्म** मनुष्य के शब्दों में निहित होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अधर्म का विशाल स्रोत" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 sv44 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἡ σπιλοῦσα ὅλον τὸ σῶμα 1 याकूब शब्दों के प्रयोग के प्रभाव के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे मनुष्य की जीभ उसकी **देह** पर **कलंक** लगाती हो| वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण शरीर को अशुद्ध कर देती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 lf1j rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor φλογίζουσα τὸν τροχὸν τῆς γενέσεως 1 याकूब शब्दों के विनाशक प्रभाव को लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे मनुष्य के जीवन को **आग** से **जलाती** रहती है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन में विनाश का कारण होती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:6 a7qd rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive γενέσεως, καὶ φλογιζομένη ὑπὸ τῆς Γεέννης 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "नरक की आग इसमें आग लगा देती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]
3:7 ug59 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive πᾶσα γὰρ φύσις θηρίων τε καὶ πετεινῶν, ἑρπετῶν τε καὶ ἐναλίων, δαμάζεται καὶ δεδάμασται τῇ φύσει τῇ ἀνθρωπίνῃ 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद (वाक्यांश को "इसलिए" के बाद में रखें): "मनुष्य प्रशिक्षण देता है और प्रशिक्षण दे चुका है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:7 b8c9 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἑρπετῶν 1
3:7 zw5m ἐναλίων 1 याकूब इस विशेषण शब्द ,**समुद्री** को बहुवचन संज्ञा रूप में काम में लेता है| (ULT में यहाँ **जीव** शब्द जोड़ा गाया है की स्पष्ट हो)आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होता होगा| यदि नहीं, तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी समानार्थक उक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "समुद्री जीव"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:8 q9xe rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὴν δὲ γλῶσσαν οὐδεὶς δαμάσαι δύναται ἀνθρώπων 1 पिछले पद में वह पशुओं की सादृश्यता के माध्यम से चर्चा कर चुका है| याकूब **वश** शब्द के प्रयोग से "नियंत्रण" का भाव व्यक्त करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "नियंत्रण करने के लिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
3:8 m7vi rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀκατάστατον κακόν 0 याकूब **प्राण नाशक विष** जैसी उक्ति द्वारा मनुष्य के शब्दों के विनाशक प्रभाव की सादृश्यता प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद (एक नया वाक्य आरम्भ करते हुए): "और हम जो कहते हैं उसके अत्याधिक विनाशकारी प्रभाव होते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:9 le6h ἐν αὐτῇ εὐλογοῦμεν 1 यह सर्वनाम,**इसी** का सन्दर्भ जीभ से है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अपनी जीभ से आशीर्वाद देते है और उसी जीभ से कोसते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:9 ucm9 καταρώμεθα τοὺς ἀνθρώπους 1 इस प्रकरण में, **धन्यवाद** का अर्थ किसी को आशीर्वाद देना नहीं है, जैसा कोई वरिष्ट जन कनिष्ट जन के साथ करता है| इसकी अपेक्षा, इसका अर्थ है किसी के विषय में अच्छे वचनों का उच्चारण करना"
3:9 umg1 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τοὺς καθ’ ὁμοίωσιν Θεοῦ γεγονότας 0 याकूब का निर्विवाद अर्थ है कि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने **स्वरुप** में सृजा है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिनको परमेश्वर ने अपने रूप के सदृश्य रचा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:10 a1ly rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐκ τοῦ αὐτοῦ στόματος ἐξέρχεται εὐλογία καὶ κατάρα 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञाओं, **धन्यवाद** और **शाप** में निहित विचारों को समानार्थान उक्तियों से व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक ही मनुष्य परमेश्वर का धन्यवाद करने के लिए और मनुष्य को कोसने के लिए भी शब्दोच्चारण करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:10 qrs2 ἀδελφοί μου 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) में **भाइयों** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:10 n9zy οὐ χρή, & ταῦτα οὕτως γίνεσθαι 1 याकूब यहाँ मुहावरे में बातें करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे भाइयों, ऎसी बातें नहीं होना चाहिए"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:11 m18q Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
3:11 mz8d rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion μήτι ἡ πηγὴ ἐκ τῆς αὐτῆς ὀπῆς βρύει τὸ γλυκὺ καὶ τὸ πικρόν 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में या विस्मय बोधक वाक्य में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई भी सोता मीठा और कडवा जल एक साथ नहीं निकाल सकता है'\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
3:12 z3qg rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion μὴ δύναται, ἀδελφοί μου, συκῆ ἐλαίας ποιῆσαι 1 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में अनुवाद आकर असकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अंजीर का वृक्ष जैतून उत्पन्न नहीं कर सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
3:12 jjj8 ἀδελφοί μου 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) में **भाइयों** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:12 bu4l rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἢ ἄμπελος, σῦκα? 1 याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को वाक्य के आरम्भ से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "या अंगूर की लता क्या अंजीर उत्पन्न कर सकती है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:13 fgb7 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion τίς σοφὸς καὶ ἐπιστήμων ἐν ὑμῖν? 1 याकूब जानकारी नहीं खोज रहा है| वह प्रश्न पूछ कर किसी परिस्थिति विशेष पर बल देता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद शर्त्वाचक वाक्य में भी कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम में कोई बुद्धिमान और समझदार हो तो वाद प्रकट करे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]]
3:13 f9xv rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns δειξάτω ἐκ τῆς καλῆς ἀναστροφῆς τὰ ἔργα αὐτοῦ ἐν πραΰτητι σοφίας. 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **कामों** , **अच्छे चाल-चलन** , **नम्रता** और **ज्ञान** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने अच्छे आचरण द्वारा और एक ज्ञानवान मनुष्य के लिए आवश्यक विनम्रता द्वारा उसे दिखाने दो की वह परमेश्वर की इच्छा को पूरी करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:14 js7b rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy εἰ & ζῆλον πικρὸν ἔχετε καὶ ἐριθείαν ἐν τῇ καρδίᾳ ὑμῶν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **कडवी डाह** और **घमंड** का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "अपने मन में तुम अन्यों की संपदा से ईर्ध्या करते हो और सबसे अधिक सफल होना की लालसा करते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:14 a191 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μὴ κατακαυχᾶσθε καὶ ψεύδεσθε κατὰ τῆς ἀληθείας. 1 यदि आपकी भाषामें स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** में निहित विचार का अनुवाद विशेषण शब्द, "सच** से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो सच न हो वह झूठ बोलते" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:15 clz6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy οὐκ ἔστιν αὕτη ἡ σοφία ἄνωθεν κατερχομένη 1 याकूब कहता है, **ऊपर से** अर्थात, "स्वर्ग से", यह एक स्थानिक रूपक है जिसका अर्थ है,"परमेश्वर से" वैकल्पिक अनुवाद: "जो परमेश्वर से आता है" या "जिसकी शिक्षा परमेश्वर देता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:15 g44u rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns οὐκ ἔστιν αὕτη ἡ σοφία ἄνωθεν κατερχομένη, ἀλλὰ ἐπίγειος, ψυχική, δαιμονιώδης. 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **ज्ञान** में निहितं विचार का अनुवाद "बुद्धिमानी" जैसे विशेषण से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "बुद्धिमानी की जीवन शैली" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:15 h36b rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐπίγειος 1 **सांसारिक** शब्द उन लोगों की मान्यताओं और आचारण के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर का सम्मान नहीं करते हैं| याकूब इस शब्द का उपयोग उस जीवन शैली के विचार-साचारी से करता है जो ऐसे लोगों के सांसारिक जीवन की है| ऐसे लोग स्वर्गिक चरित्र की मान्यताओं और आचरण को कुछ नहीं समझते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के लिए सम्मान का कारन नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:15 a2u6 ψυχική 1 याकूब मानुष के एक पक्ष, शारीरिक का उपयोग दुसरे पक्ष, आत्मा की विषमता में करता है जिससे उसके कहने का अर्थ है, "अस्वर्गिक|" इसका भावार्थ हो सकता है, ऐसे आचरण में आत्मिक बातों का कोई स्थान नहीं है या यह पवित्र आत्मा प्रदत्त नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "अस्वर्गिक"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:15 mzc9 δαιμονιώδης 1 वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान से" या "शैतान के स्वभाव के सदृश्य"
3:16 x5jz rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ὅπου γὰρ ζῆλος καὶ ἐριθεία, ἐκεῖ ἀκαταστασία καὶ πᾶν φαῦλον πρᾶγμα. 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **डाह** , **विरोध** और **बखेड़ा** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि जब मनुष्य ईर्ष्यालू और आकांक्षी होता है तो वह उलट-फेर और दुराचार परवान हो जाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:16 dvd7 ἐκεῖ ἀκαταστασία 0
3:16 vmt4 πᾶν φαῦλον πρᾶγμα 1 यहाँ **हर प्रकार** बलाघात हेतु सामान्यकरण है| वैकल्पिक अनुवाद: "नाना प्रकार के कुकर्म"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
3:17 s8w4 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ δὲ δὲ ἄνωθεν σοφία πρῶτον ἁγνή ἐστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, ज्ञान** में निहित विचार का अनुवाद "बुद्धिमता" जैसे विशेषण से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "बुद्धिमतापूर्ण जीवन शैली" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
3:17 hhk5 πρῶτον μὲν ἁγνή ἐστιν 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [3:15](../03/15.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो परमेश्वर से आता है" या जिसकी शिक्षा परमेश्वर देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:17 hfh9 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μεστὴ ἐλέους καὶ καρπῶν ἀγαθῶν 1 परमेश्वर से प्राप्त बुद्धि के परिणाम स्वारूप मनुष्य अन्यों के लिए जो दया के काम करते हैं उनके लिए याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है, *अच्छे फलों से लदा हुआ** वैकल्पिक अनुवाद: "भले काम" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:17 by2l ἀνυπόκριτος 0 वैकल्पिक अनुवाद: "पाखण्ड रहित" या "शुचिता" या "सत्यप्रिय*
3:18 md56 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καρπὸς & δικαιοσύνης ἐν εἰρήνῃ σπείρεται, τοῖς ποιοῦσιν εἰρήνην 1 **मिलाप कराने वाले** याकूब की लाक्षणिक भाषा में मानो बीज बने वाले हों और धार्मिकता मानो **फल** हो जो उन बीजों से उत्पान हों| वैकल्पिक अनुवाद: "जो शांतिपूर्वक शांति प्रसारित करते हैं वे धार्मिकता उत्पन्न करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:18 htr1 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ποιοῦσιν εἰρήνην 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **धार्मिकता** और **मेल-मिलाप** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो जो मनुष्यों के परस्पर शान्ति के जीवन के निमित्त शांतिपूर्वक क्रियाशील रहते हैं वे वास्तव में मनुष्यों की सहायता करते हैं कि उचित जीवन जीएं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
4:intro r6vv 0 # याकूब 04: सामान्य टिप्पणियाँ \n##रचना एवं आरूपण \n\n\n\n\n1. सांसारिक अभिलाषाएं और पाप तथा उनसे उत्पन्न कलह \n\n2. आने वाले कल पर घमंड करने के विरुद्ध चेतावनी \n\n## महत्वपूर्ण अलंकार \n\n### व्यभिचार \n\n\nबाईबल के लेखक व्यभिचार को उन लोगों के लिए जो कहते हैं कि वे परमेश्वर के प्रेमी हैं परन्तु काम ऐसे करते है जिनसे परमेश्वर घृणा करता है, प्रायः रूपक स्वरूप वयक्त करते हैं| याकूब ऐसे ही रूपक का प्रयोग [4:4](../ 04/04.md ) में करता है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/godly]])
4:1 q3pd General Information: 0 # General Information:\n\n
4:1 k21j Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
4:1 ub82 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet πόθεν πόλεμοι καὶ πόθεν μάχαι ἐν ὑμῖν? 0 **लडाइयां** और **झगड़े** इन शब्दों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इन दोनों का प्रयोग बलाघात के लिए करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनका अनुवाद एक ही अभिव्यक्ति में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद (कथन रूप में): "मैं तुको बताता हूँ की तुम्हारे मध्य अनवरत कलह का जो कारण है वह कैसे उत्पन्न होता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]
4:1 pqx2 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐκ ἐντεῦθεν ἐκ τῶν ἡδονῶν ὑμῶν, τῶν στρατευομένων ἐν τοῖς μέλεσιν ὑμῶν? 1 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न काम में लेता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का नौवाद कथन रूप में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तुमको बताता हूँ कि तुम्हारे मध्य कलह और मतभेद का कारण कैसे उत्पन्न होता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
4:1 vpe2 rc://*/ta/man/translate/figs-personification οὐκ ἐντεῦθεν ἐκ τῶν ἡδονῶν ὑμῶν, τῶν στρατευομένων ἐν τοῖς μέλεσιν ὑμῶν? 1 पिछली टिप्पणी में जितने भी विषयों पर परिचर्चा की गई है,उन सब में याकूब लाक्षणिक भाषा में **अभिलाषाओं** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वे जीवित वास्तें हों जो **लडती-भिड़ती** हैं| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "तुम्हारे मन में लालसाएं हैं जो पूर्ति हेतु तुम्हे लड़ने के लिए उकसाती हैं" (2) "तुम्हारे मन की लालसाएं अपनी तृष्णा पूर्ति हेतु कुछ वस्तुओं को महत्त्व देती है और चुन लेती हैं" या (3) "तुम्हे लालसाओं के कारण ही तुम एनी विश्वासियों से लड़ते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])"
4:1 v5kg ἐν τοῖς μέλεσιν ὑμῶν 1 जैसा [3:6](../03/06.md) में है, **अंगों** का अर्थ है,"देह के अंग|" इसका अर्थ हो सकता है: (1) **तुम्हारे अंगों में** इस उक्ति द्वारा उस लालसा के स्थान का संकेत मिलता है जिसका वर्णण याकूब करता है| उसके कहने का अर्थ हो सकता है कि समुदाय के सदस्यों में जो जगड़े दिखाई देते हैं उनका मूल उनकी आंतरिक लालसाओं में है जिनकी प्राप्ति के लिए उनमें झगड़े होते हैं, जैसा वह अगले पद में स्पष्ट करता है| यदि ऐसा है तो वह देह के अंगों का लाक्षणिक उपयोग करता है कि मानुष के विचारों और भावनाओं का सन्दर्भ दे| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मन की लालसा तुम्हे लड़ने के लिए विवश करती है" (2) जिस शब्द का अनुवाद **में** किया गया है उसका अर्थ "मध्य** हो सकता है| इस प्रकार इसका भावार्थ होगा की मनुष्य के एक अंग के बाद दूसरा अंग **लालसाओं** के झगड़ों से घिरा हुआ है जो सम्पूर्ण मनुष्य को नियंत्रित करना चाहती हैं| क्योंकि **लालसाएं**मनुष्य के अभौतिक पक्ष, जैसे उसकी इच्छा और मान्यताओं पर नियंत्रण कर रही होती हैं तो याकूब अपने अभिप्राय को स्पष्ट करने के लिए शरीर के अंगों का लाक्षणिक प्रयोग कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारी लालसाएं जो तुम पर वशवर्ती होने के लिए संघर्षरत रहती हैं" (3) याकूब विश्वासियों के समुदाय के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता प्रतीत होता है की जैसे वह एक देह हो और उसके सदस्य देह के अंग हों| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हाई लालसाएं जो एनी विश्वासियों के मध्य झगडे करती हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:2 khh9 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole φονεύετε καὶ ζηλοῦτε, καὶ οὐ δύνασθε ἐπιτυχεῖν 1 हो ससकता है कि याकूब **ह्त्या** शब्द का यथार्थ प्रयोग नहीं करता है| अपेक्षाकृत इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) याकूब इस शब्द का प्रयोग लाक्षणिक और आत्मिक परिप्रेक्य में करता है कि "घृणा" का भाव प्रकट हो| इस उपयोग द्वारा यीशु और प्रेरितों की शिक्षाओं का प्रकाशन होता है| यीशु ने कहा था कि "ह्त्या मत कर" का प्रसंग क्रोध करने तथा मनुष्य का अपमान करने से भी है| ([मत्ती 5:21-22](../mat/05/21.md)). प्रेरित यूहन्ना ने लिखा है, "जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, वह हत्यारा है" ([1 यूहन्ना 3:15](../1jn/03/15.md)). वैकल्पिक अनुवाद: "तुम घृणा और इर्ष्या करते हो" (2) हो सकता है कि याकूब किसी ऐसे मनुष्य का वर्णन करता है जो किसी वास्तु की ऐसे लालसा करता है किउसको पाने के लिए वह ह्त्या भी कर सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम ह्त्या करने की सीमा तक ईर्ष्या करते हो" (देखें: [[rc://h/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:2 v9m8 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet μάχεσθε καὶ πολεμεῖτε 1 **झगड़ते** और **लड़ते** इन शब्दों के अर्थ एक ही हैं| याकूब बलाघात हेतु इनका संयुक प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनका अनुवाद एक ही अभिव्यक्ति में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मध्य लगातार झगडे होते रहते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])"
4:3 nk57 κακῶς αἰτεῖσθε 1 याकूब के कहने का अर्थ यह नहीं कि उसके पाठक अनुचितं रीति से प्रार्थना करते हैं| उसके कहने का अर्थ है कि वे अनुचित कारण से प्रार्थना करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " तुम अनुचित कारण से प्रार्थना करते हो"
4:4 efi8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μοιχαλίδες! 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में अपने पाठकों को विवाहित स्त्रियों के सदृश्य व्यक्त करता है जो अपने अपने पति की अपेक्षा अन्य पुरुषों से शारीरिक सम्बन्ध बनाती हैं| यह रूपक बाईबल में अनेक स्थानों में काम में लिया गया है जो परमेश्वर से विश्वासघात करने के लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम परमेश्वर के निष्ठावान नहीं हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:4 wu5v rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐκ οἴδατε ὅτι ἡ φιλία τοῦ κόσμου, ἔχθρα τοῦ Θεοῦ ἐστιν? 0 याकूब शिक्षण साधन हेतु प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन रूप में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम निश्चय ही जानते हो कि संसार से लगाव रखना परमेश्वर से बैर रखना है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
4:4 b5ly rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἡ φιλία τοῦ κόσμου 1 जैसा [1:27](../01/27.md) में है,याकूब **संसार** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अर्थ है, परमेश्वर को मान-सम्मान नहीं देने वाले मनुष्यों के सिद्धांतों की प्रणाली| वैकल्पिक अनुवाद: "पर्मेश्वर विरोधी सिद्धांतों की प्रणाली से मेल रखना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:4 br36 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ φιλία τοῦ κόσμου 1 याकूब इस परमेश्वर विरोधी सिद्धांत तंत्र के विषय में लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई मनुष्य हो जिसके साथ मित्रता की जा सकती हो| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर विरोधी सिद्धांत तंत्र के अनुसार जीवन निर्वाह करना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
4:4 jf1g rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἡ φιλία τοῦ κόσμου ἔχθρα τοῦ Θεοῦ ἐστιν 1 संभवतः याकूब नहीं मानता है कि उसके पाठक परमेश्वर के कट्टर विरोधी हो गए हैं| वह **बैर** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है कि स्पष्ट कर सके कि सांसारिक सिद्धांतों का तंत्र परमेश्वर की इच्छा अनुरूप मनुष्य की जीवन शैली का कैसा विरोधी है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:5 i2y4 ἢ δοκεῖτε & κενῶς ἡ Γραφὴ λέγει 1 याकूब शिक्षण साधन हेतु इस प्रश्न का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| (इस प्रकरण में **व्यर्थ** शब्द का अर्थ है, "उचित युक्ति हेतु नहीं", "विचित्र कल्पना के रूप में नहीं") वैकल्पिक अनुवाद: "युक्ति उचित है कि पवित्र शास्त्र क्यों कहता है" \n(See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
4:5 bx68 τὸ Πνεῦμα ὃ κατῴκισεν ἐν ἡμῖν 1 इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) **आत्मा** शब्द से अभिप्राय पवत्र आत्मा हो सकता है जो **लालसा**करने का कर्ता है| आत्मा द्वारा ईर्ष्या करने का विचार पिछले पद के व्यभिचार रूपक के साथ समन्वय में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हम में जिस आत्मा को अवस्थित किया है वह लालसा करता है कि हम परमेश्वर के निमित्त विश्वासयोग्य जीवन जीएं" (2) **आत्मा** शब्द का अभिप्राय पवित्र आत्मा हो सकता है जो **लालसा** का कर्ता हो सकता है, इस स्थिति में परमेश्वर उस क्रिया का कर्ता होगा| यह कथन भी व्यभिचार के रूपक से समन्वय में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की लालसा जलनपूर्ण है कि हम उस आत्मा के अनुसार जीवन जीएं जिसको उसने हमारे भीतर अवस्थित किया है" (3) इसका सन्दर्भ संभवतः मनुष्य की आत्मा से हो सकता है, इस स्थिति में यह कथन \n[4:2](../04/02.md) में कहे गए याकूब के वचनों का पुनरावलोकन होगा: मनुष्य की लालसा और ईर्ष्या सम्बंधित| वैकल्पिक अनुवाद: "जिस आत्मा को परमेश्वर ने हमारे भीतर अवस्थित किया है वह उन वस्तुओं की लालसा करता है जो नहीं हैं"
4:6 ub8z rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μείζονα δὲ δίδωσιν χάριν 0 वह पिछले पद में जो कहता है उसके प्रकाश में देखा जाए तो याकूब किसी काम के लिए परमेश्वर से की जाने वाली अपेक्षा और परमेश्वर द्वारा वास्तव में किए जाने वाले काम में विषमता दर्शा रहा है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इस विषमता को और भी अधिक स्पष्ट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु परमेश्वर यद्यपि, संसार के साथ हमारी मित्रता के विषय जलन रखता है, वह हमें त्याग नहीं देता है| इसकी अपेक्षा वह हमें और भी अधिक अनुग्रह प्रदान करता है कि हम उससे मित्रता करें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])"
4:6 hyh2 διὸ λέγει 0 यह सर्वनाम, **यह** धर्मशास्त्र के सन्दर्भ में है, पिछले पद का पूर्ववर्ती है| यद्यपि, याकूब अब सामान्य शिक्षा की अपेक्षा एक निश्चित बाईबल अंश, \n [नीतिवच 3:34](../pro/03/34.md), का उद्धरण देता है जिसका सन्दर्भ सम्पूर्ण बाईबल से है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस कारण धर्मशास्त्र कहता है" या "इस कारण धर्मशास्त्रों में कहा गया है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:6 qs61 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ὑπερηφάνοις 1 याकूब **अभिमानियों** और **दीनों** का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कि दो प्रकार के मनुष्यों का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग हो सकता है\ यदि नहीं तो आप इनका अनुवाद समानार्थान अभिव्यक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "घमंडी मनुष्य ... दीन मनुष्य" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])"
4:6 uu3r rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ταπεινοῖς 1
4:7 da5t ὑποτάγητε οὖν 1 याकूब पिछले पद में वर्णन किए गए परिणाम का कारण देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि परमेश्वर दीन मनुष्य को अनुग्रह प्रदान करता है इसलिए अधीन रहो" या "क्योंकि परमेश्वर दीन मनुष्य को अनुग्रह प्रदान करता है इसलिए अधीनता स्वीकार करो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:7 g7e5 ὑποτάγητε & τῷ Θεῷ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इसलिए अधीनता स्वीकार कर लो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:7 nud3 ἀντίστητε & τῷ διαβόλῳ 1 वैकल्पिक अनुवाद: "संकल्प कर लो कि शैतान की इच्छा के काम नहीं करने हैं"
4:7 w9ue φεύξεται 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कह रहा है कि जैसे विश्वासी परमेश्वर के अधीन होकर शैतान का विरोध करे तो वह उसके पास से भाग जाएगा| वैकल्पिक अनुवाद: "वह तुम्हे अपनी इच्छा पूर्ति हेतु विवेश करना छोड़ देगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:7 b5yz rc://*/ta/man/translate/figs-you ὑμῶν 1
4:8 vd6z rc://*/ta/man/translate/figs-you General Information: 0 # General Information:\n\n
4:8 g62m rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐγγίσατε τῷ Θεῷ 1 याकूब दो मनुष्यों के अच्छे संबंधों के लिए स्थानिक रूपक का उपयोग करता है जैसे कि वे एक दुसरे के **निकट** हों| वैकल्पिक अनुवाद: "अपना उत्तरदायित्व पूरा करो कि परमेश्वर के साथ अच्छे सम्बन्ध में हो जाओ और तुम देखोगे कि परमेश्वर भी तुम्हारे साथ अच्छे संबंद बनाना चाहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:8 yh1k rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism καθαρίσατε χεῖρας, ἁμαρτωλοί, καὶ ἁγνίσατε καρδίας, δίψυχοι. 0
4:8 elh1 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy καθαρίσατε χεῖρας 0 याकूब **हाथ** शब्द को लाक्षणिक भाषा में प्रयोग करता है जिसका अर्थ है,कार्य विचार-साहचर्य से, किसी काम के लिए मनुष्यों द्वारा हाथों को काम में लेने की विधि| वैकल्पिक अनुवाद: "अनुचित कामों को करना त्याग दो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
4:8 mw54 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἁγνίσατε καρδίας 0 **शुद्ध** शब्द सांस्कारिक शोधन के सन्दर्भ में है जब वह धार्मिक कृत्यों में सहभागी होता है| याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि जैसे उसके पाठकों के **ह्रदय** इस प्रकार शुद्ध हो जाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "सुनिश्चित करो कि तुम न तो अनुचित विचार मन में लाते हो और न ही अनुचित लालसा करते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
4:8 iw61 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δίψυχοι 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:8](../01/08.md) में कैसे किया है| याकूब अपने पाठकों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे उनके पास दो मन हों, एक मन से एक काम करने का निर्णय लेते हों और दुसरे मन किसी और काम को करने का निर्णय लेते हों| वैकल्पिक अनुवाद: "तू लोग निर्णय नहीं ले सकते कि परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करें या न करें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:9 kdn8 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet ταλαιπωρήσατε, πενθήσατε, καὶ κλαύσατε. 1 इन तीन क्रिया शब्दों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इनको एक साथ काम में लेकर इस बात पर बल देना चाहता है कि उसके पाठकों को कितना दुखी होना चाहिए| वैकल्पिक अनुवाद: "बहुत दुःख मनाओ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]
4:9 rf6g rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism ὁ γέλως ὑμῶν εἰς πένθος μετατραπήτω, καὶ ἡ χαρὰ εἰς κατήφειαν. 0 इन दोनों उपवाक्यों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इनका संयुक्त प्रयोग बलाघात हेतु करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनको एक कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "लापरवाही त्याग कर सच्चा दुःख प्रकट करो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]]
4:10 an8i rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταπεινώθητε ἐνώπιον Κυρίου 1 **सामने** शब्द का अर्थ है, "सम्मुख" या "किसी की उपस्थिति में|" एक अर्थ में तो परमेश्वर सर्वत्र उपस्थित है, परन्तु याकूब जिन विश्वासियों को पत्र लिख रहा है वे परमेश्वर की भौतिक उपस्थिति में नहीं हैं, अतः वह इस अभिव्यक्ति को संभवतः लाक्षणिक भाषा में व्यक्त करता है| उसका सन्दर्भ उनके उस स्वभाव से है जो परमेश्वर के प्रति उनका होना चाहिए| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के प्रति तुम्हारा व्यवहार" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:10 tn5w rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὑψώσει ὑμᾶς 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कह रहा है कि जैसे उसके पाठक पश्चताप प्रकट करने के लिए परमेश्वर के सम्मुख दीनता पूर्वक घुटने टेकें या दंडवत करें और परमेश्वर उनको खडा करके दर्शाए कि उसने उनको ग्रहण कर लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह प्रकट करेगा कि उसने तुमको ग्रहण कर लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:11 sy54 General Information: 0 # General Information:\n\n
4:11 r3hc καταλαλεῖτε 1 वैकल्पिक अनुवाद: "एक दुसरे के लिए बुरी बातें मत कहो"
4:11 uyi9 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἀδελφοί 1 देखें कि आपने इस शब्द का अनुवाद [1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों...एक साथी विश्वासी...उसका साथी विश्वासी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
4:11 jlx4 ἀλλὰ κριτής 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप अधिक स्पष्टता में कह सकते हैं कि इसका अर्थ क्या है| देखें कि आपने ऐसे ही एक वाक्यांश का अनुवाद पिछले वाक्य के अंत में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अन्य जनों से प्रेम रखने की अपेक्षा तुम कहते हो कि उनसे प्रेम रखना महत्वपूर्ण नहीं है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:12 e9da εἷς ἐστιν νομοθέτης καὶ κριτής 0 वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था देने वाला और न्यायी एक ही हैं"
4:12 m49q rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion σὺ δὲ τίς εἶ ὁ κρίνων τὸν πλησίον? 1 याकूब इस प्रश्न द्वारा अपने पाठकों को चुनौती देता है और शिक्षा भी देता है|यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद कथन रूप में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु तुम्हे कोई अधिकार नहीं कि अपने पडौसी का न्याय करो!"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
4:13 iz9h rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ποιήσομεν ἐκεῖ ἐνιαυτὸν 1 यह एक और मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "वहां एक वर्ष रहेंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])"
4:14 b7ir rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οἵτινες οὐκ ἐπίστασθε τὸ τῆς αὔριον, ποία ἡ ζωὴ ὑμῶν? 0 याकूब इस प्रश्न के द्वारा अपने पाठकों को चुनौती देता है और उन्हें शिक्षा भी देता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसकी शब्दों का अनुवाद कथन रूप में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम नहीं जानते की कल क्या होगा, हो सकता है कि तुम कल जीवित भी न रहो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
4:14 a9v2 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀτμὶς γάρ ἐστε, ἡ πρὸς ὀλίγον φαινομένη, ἔπειτα καὶ ἀφανιζομένη. 1 याकूब अपने पाठकों के लिए लाक्षणिक भाषा मेबं इस प्रकार कहता है कि जैसे वे **भाप** हों जो प्रातःकाल दिखाई देती है और सूर्योदय के बाद तुरंत विलोप हो जाती है| अपने अनुवाद में आप इस अलंकार के अर्थ का वर्णन कर सकते हैं या आप इसको एक उपमा स्वरूप प्रस्तुत कर सकते हैं, जैसा UST में है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि तुम कुछ समय के लिए ही जीवित रहोगे और फिर मर जाओगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:15 gj65 ἀντὶ, τοῦ λέγειν ὑμᾶς, 1
4:15 e1il ζήσομεν καὶ ποιήσομεν τοῦτο ἢ ἐκεῖνο 1 याकूब यहाँ एक ऎसी रचना का प्रयोग करता है जो दो बातों के पहले "और" शब्द का उपयोग करती है जो यथार्थ में दो कारक हैं, "हम जीवित रहेंगे और हम करेंगे|" आपकी भाषा में ऎसी रचना होगी जिसका आप यहाँ उपयोग कर सकते हैं| यदि नहीं है तो आवश्यक नहीं कि आप "और" की पहली रचना का अनुवाद करें जिसको ULT में **दोनों** के रूप में प्रकट किया गया है| (ULT में **दोनों** का अर्थ, "हम दोनों " नहीं है) वैकल्पिक अनुवाद: "हम जीवित रहेंगे और हम करेंगे"
4:17 q84z εἰδότι οὖν καλὸν ποιεῖν, καὶ μὴ ποιοῦντι, ἁμαρτία αὐτῷ ἐστιν. 0 याकूब **इसलिए** शब्द का प्रयोग करता है कि निष्कर्ष की अपेक्षा परिणाम का वर्णन करे| वह कहता है कि यदि परमेश्वर की इच्छा जाने ब्निना किसी काम करना अनुचित है तो यह भी अनुचित है कि परमेश्वर की इच्छा को जानते हुए भी उसके अनुरूप कामों को नहीं करना| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे हम यह भी समझ पाते हैं कि मनुष्य को जब पता हो कि परमेश्वर क्या चाहता है कि वह करे परन्तु वह उसको नहीं करता है तो वह पाप करता है"
5:intro ud8q 0 # याकूब 05: सामान्य टिप्पणियाँ \n\n\n## रचना और आरूपण \n1. धनवानों को झिडकी (5:1-6) \n2. प्रभु के पुनः आगमन की धीरज के साथ प्रतीक्षा करना (5:7-11)\n3. शपथ खाना वर्जित है (5:12)\n4. प्रार्थना, क्षमा और रोग मुक्ति (5:13-18)\n5. पापियों का पुनरुद्धार (5:19-20)\n \n## इस अध्याय में विशेष अवधारणाएँ \n\n\n\n### अनंतकालीन जीवन \n\n\n इस अध्याय का प्रथम भाग जो धनवानों की लिए चेतावनी का है, वह इस संसार की अल्पकालिक वस्तुओं के लिए जीने और अनंतकालीन बातों के लिए जीने में विषमता दर्शाता है| इस अध्याय का दूसरा भाग प्रथम भाग से ही सम्बंधित है| इसमें याकूब बल देकर कहता है कि यीशु के तुरंत लौट आने की प्रत्याशा में जीना महत्वपूर्ण है| (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/eternity]])\n\n ### शपथ\n [5:12](../05/12.md) में याकूब अपने पाठकों से कहता है कि वे किसी भी प्रकार की शपथ न खाएं| परन्तु बाईबल के विद्वान् इस विषय पर मतभेद रखते हैं कि क्या याकूब यथार्थ में मानता है कि सब शपथ अनुचित हैं| कुछ विद्वानों का मानना है कि कुछ शपथों की अनुमति है और याकूब इस बात पर बल देता है कि मसीही विश्वासियों के वचनों में एकनिष्ठा होनी चाहिए| \n\n## इस अध्याय में अन्य संभावित अनुवाद की कठिनाइयाँ\n\n### एलिय्याह \n[5:17-18](../05/17.md) में याकूब द्वारा दिए गए भाविश्यद्वाक्ता एलिय्याह के जीवन के इस उदाहरण को समझना आपके पाठकों के लिए कठिन होगा यदि 1 और 2 राजाओं तथा 1 और 2 इतिहास की पुस्तकों का अभी तक अनुवाद नहीं किया गया है। इस उदाहरण को अधिक सुविधा से समझने में अपने पाठकों की सहायता हेतु 5:17 में दी गई प्रथम टिप्पणी को देखें|
5:1 phs3 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
5:1 gel9 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οἱ πλούσιοι 1 अति संभव है कि याकूब उन विश्वासियों को सम्बोधिओत कर रहा है जी धनवान हैं, या कम से कम,वे धनवान लोग जो विश्वासियों की सभा में आते थे न कि धनवान अविश्वासियो को या सर्वनिष्ठ धनवानों को| ( इस पत्र का लक्ष्य था कि इसको उन सभाओं में पढ़ा जाए और याकूब [110](../01/10.md) में स्पष्ट करता है कि कुछ विश्वासी धनवान थे). यदि आपके पाठकों के लिए सहायक हो तो आप इसका सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम धनवान विश्वासियों" या "तुम धनवान जनों जो कहते हो कितुम यीशु का अनुसरण करना चाहते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:1 l3wd rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐπὶ ταῖς ταλαιπωρίαις ὑμῶν ταῖς ἐπερχομέναις 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द,**क्लेशों** का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि अति शीघ्र अनेक बुरी बातें तुम पर आ पड़ेंगी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:2 gq45 rc://*/ta/man/translate/figs-pastforfuture ὁ πλοῦτος ὑμῶν σέσηπεν, καὶ τὰ ἱμάτια ὑμῶν σητόβρωτα γέγονεν. 1 याकूब भावी घटनाओं को भूतकाल में व्यक्त करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप अपने अनुवाद को भविष्य काल में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारा धन सड़ जाएगा और तुम्हारे वस्त्र को कीड़े खा जाएंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-pastforfuture]])
5:2 v241 ὁ πλοῦτος & τὰ ἱμάτια 0 इन दो उपवाक्यो और अगले पद के प्रथम उपवाक्य में ("तुम्हारे सोने चांदी में कई लग गई है"), याकूब लाक्षणिक भाषा में इन धनवान जानो की कुछ वस्तुओं का ही उल्लेख करता है जिसका अभिप्राय उनकी सम्पूर्ण संपदा से है| यदि आप पद सेतु रचना चाहते हैं तो आप इस सब उपवाक्यों का एक वाक्य बना सकते हैं जिससे इनका अर्थ सपष्ट प्रकट हो| (इसके तुरंत बाद ही आपको एक नया वाक्य आरम्भ करना होगा). वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हे संपदा की हर एक मूल्यवान वस्तु नष्ट होने वाली है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
5:3 am1u rc://*/ta/man/translate/figs-pastforfuture ὁ χρυσὸς ὑμῶν καὶ ὁ ἄργυρος κατίωται, 0 याकूब भावी घटना को भूतकाल में व्यक्त करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप अपने अनुवाद में भाविश्काल काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे सोने-चांदी में कई लग जाएगी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-pastforfuture]])
5:3 wj9v χρυσὸς & ἄργυρος 0 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे सोना-चांदी में कई लग गई है" या "तुम्हारे सोना-चांदी में कई लगने वाली है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:3 q4pm κατίωται, & ὁ ἰὸς αὐτῶν 0 यदि आप सविस्तार संकेत देना चाहते हैं कि याकूब कहता है कि धनवानों का सोना-चांदी व्यर्थ हो गए तो आप उसके भविष्यकाल-के लिए-भूतकाल के कथन को उपमा में व्यक्त कर सकते हैं जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
5:3 e55t rc://*/ta/man/translate/figs-personification ὁ ἰὸς αὐτῶν εἰς μαρτύριον ὑμῖν ἔσται. 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में इस **काई** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह धनवानों के विरुद्ध मुकद्दमें में प्रमाण होगी| वैकल्पिक अनुवाद: "तम्हारे सोने-चांदी पर लगी काई दिखाएगी कि तुमने अनुची काम किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
5:3 i37x rc://*/ta/man/translate/figs-simile φάγεται τὰς σάρκας ὑμῶν ὡς πῦρ. 0 इस उपमा का पूर्ण अर्थ प्रकट करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "ठीक वैसे ही जैसे आग जलने वाली वस्तु को पूर्णतः राख कर देती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]]
5:3 w3aj rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὰς σάρκας ὑμῶν 1 याकूब **मांस** शब्द का प्रयोग मानवीय शरीर के लिए करता है विचार-साहचर्य से कि शरीर मांस का बना है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह तुम्हारे शरीर को खा जाएगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
5:3 j6fe rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πῦρ 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि यह काई सोने-चांदी के स्वामियों को गला कर नाश कर देगी वरण उन धातुओं को तो गला भी रही है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह तुम्हे खा जाएगी" या "वह तुम्हे नष्ट कर देगी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:3 np1u rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐν ἐσχάταις ἡμέραις 1 यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के पुनः आगमन के ठीक पहले का समय" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])"
5:4 gcj5 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
5:4 e9iy rc://*/ta/man/translate/figs-personification ὁ μισθὸς τῶν ἐργατῶν, τῶν ἀμησάντων τὰς χώρας ὑμῶν, ὁ ἀφυστερημένος ἀφ’ ὑμῶν, κράζει, 0 याकूब लाक्षणिक भाषा में **मजदूरी** के लिए इस प्रकार कहता है किजैसे वह कोई जीवित वास्तु हो जो चिल्ला सकती है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह प्रकट प्रमाण है कि तुमने अनुचित काम किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])"
5:4 n21a rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor αἱ βοαὶ τῶν θερισάντων, εἰς τὰ ὦτα Κυρίου Σαβαὼθ εἰσελήλυθαν. 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है प्रभु के **कानों** तक जिसका अर्थ है, सुनना| वैकल्पिक अनुवाद: "सब्त के प्रभु ने लवने वालों की चिल्लाहट को सुन लिया है" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
5:4 h9y8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor εἰς τὰ ὦτα Κυρίου Σαβαὼθ 1
5:5 xt8h rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐθρέψατε τὰς καρδίας ὑμῶν ἐν ἡμέρᾳ σφαγῆς. 1 याकूब इन धनवान मनुष्यों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है की जैसे वे पशु हों जिनको विलासिता में अन्न खिलाया गया है जिससे कि वे भोज के लिए मोटे और तगड़े हो जाएं| यहाँ भोज सुखद रूप में नहीं है जैसा कि अन्यत्र चर्चित है जब परमेश्वर के भावी राज्य का उल्लेख किया जाता है वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे भोग-विलास ने तुमको कठोर दंड का भागी बना दिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:5 pr31 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὰς καρδίας ὑμῶν 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में ह्रदय को मनुष्य की लालसा का केंद्र कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अपनी लालसाओं में लिप्त रहे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:6 u5c5 κατεδικάσατε, ἐφονεύσατε τὸν δίκαιον, 0 संभवतः याकूब के कहने का अर्थ यह नहीं है कि इन धनवानों ने व्यक्तिगत रूप से ऐसा किया है|संभवतः वह \n[2:6](../02/06.md) में चर्चित कर्मों का सन्दर्भ देता है जहां वह कहता है कि धनवान जन कैसे ग़रीबों पर "अत्याचार" करते हैं, उनको न्यायालय में खड़ा करते हैं| उसके कहने का संभावित अर्थ है कि धनवान लोगों के पास न्यायालय हैं कि निर्दोषों को दोषी ठहराएं और कुछ स्थितियों में उनको मृत्यु दंड भी दिलवाएं| उसके कहने का अर्थ यह भी हो सकता है कि धनवानों के पास न्यायालय हैं कि मुकद्दमा उनके पक्ष में हो जाए और परिणाम स्वारूप कुछ लोग घोर दरिद्रता के कारण मर भी गए हैं| याकूब धनवानों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे ही हों जो ऐसा काम करते हैं| उनके नाम में वह उन सब को समाहित करता है जो ऐसे कामों में सहभागी होते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे पास न्यायालय हैं कि गरीबों को दोषी ठहराकर मृत्यु दंड भी दिलवाएं" या "तुम्हारे पास न्यायालय हैं कि मुकद्दमा अपने पक्ष में करवाएं जिसके परिनाम्स्वारूप गरीब लोग दरिद्रता के कारण मर जाते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
5:6 lq6p rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun τὸν δίκαιον. οὐκ ἀντιτάσσεται 1 **धर्मी** शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः सब धर्मी जनों के लिए है, किसी एक मनुष्य के लिए नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मी जन" या "निर्दोष मनुष्य" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
5:6 z7w1 ἀντιτάσσεται ὑμῖν 1 इसके अर्थ हो सकते हैं: (1)इसका निहितार्थ हो सकता है कि निर्दोष जन धनवानों के कामों का विरोध नहीं कर पाते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह तुम्हारा विरोध नहीं कर पाता है" (2) इसका अर्थ है सकता है, निर्दोष जन शान्ति का समाधान खोजते हैं, वे लड़ते-झगड़ते नहीं हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने ऐसा किया जबकि निर्दोष जन शान्ति का समाधान चाहता था"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:7 n888 General Information: 0 # General Information:\n\n
5:7 xr6g Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\n
5:7 a4sv μακροθυμήσατε οὖν 1 याकूब **इसलिए**शब्द के द्वारा अपने पाठकों के लिए किए गए वर्णन को समाविष्ट कराता है कि उसने धनवानों के विषय जो कहा है उसके परिणामस्वरूप उनको क्या करना चाहिए| वह निश्चित रूप से परमेश्वर के अवश्यम्भावी दंड का सन्दर्भ देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि तुम जानते हो कि परमेश्वर शीघ्र ही उन लोगों को दंड देगा जो तुम पर अत्याचार करते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
5:7 wgk4 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἕως τῆς παρουσίας τοῦ Κυρίου. 0 याकूब यीशु के लिए सम्मान का पदनाम काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब तक यीशु लौट कर आता है" या "जब तक प्रभु का पुनः आगमन हो"
5:7 y4er rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ γεωργὸς 1 **किसान** शब्द सामान्यतः किसानों के सन्दर्भ में है, न कि किसी एक किसान के| वैकल्पिक अनुवाद: "किसान प्रतीक्षा करता है" या "किसान प्रतीक्षा करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
5:8 bbn1 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy στηρίξατε τὰς καρδίας ὑμῶν 1 याकूब **ह्रदय** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता हैजिसका सन्दर्भ इच्छा से है| वैकल्पिक अनुवाद: "समर्पित रहो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:8 jw3b ἡ παρουσία τοῦ Κυρίου ἤγγικεν. 0 याकूब यीशु के लिए सम्मान का पदनाम काम में लेता है| (**निकट** शब्द से उसका तात्पर्य है, निकट समय में| यह स्थानिक रूपक नहीं है) वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु शीघ्र आने वाला है" या "प्रभु यीशु शीघ्र आएगा"
5:9 k74r μὴ στενάζετε, ἀδελφοί, κατ’ ἀλλήλων, ἵνα μὴ κριθῆτε. 0 देखें कि आपने इस शब्द, **भाइयों** का अनुवाद [1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:9 w9xv κατ’ ἀλλήλων 1
5:9 z3p7 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive μὴ κριθῆτε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर संभवतः तुमको दंड न दे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
5:9 ita4 ἰδοὺ, ὁ κριτὴς 1 **देखो** शब्द श्रोता या पाठक का ध्यान आकर्षित कराने के लिए है कि वक्ता या लेखक जो कहने जा रहा है उसको सुनें| वैकल्पिक अम्नुवाद: "सावधान रहो कि न्यायाधीश"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:9 g938 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ κριτὴς πρὸ τῶν θυρῶν ἕστηκεν. 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में यीशु की तुलना एक ऐसे न्यायाधीश से करता है जो न्यायालय में प्रवेश करने ही वाला है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु शीघ्र ही आएगा और हर एक का न्याय उसके कामों के अनुसार करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:10 sic1 τῆς κακοπαθίας καὶ τῆς μακροθυμίας τοὺς προφήτας, οἳ ἐλάλησαν ἐν τῷ ὀνόματι Κυρίου. 1 याकूब एक ही विचार को **और** शब्द से संयुक्त दो शब्दों से व्यक्त करता है| **धीरज** शब्द से वर्णन होता है कि भविष्यद्वक्ताओं ने कैसे **दुःख** उठाया था| वैकल्पिक अनुवाद: "भविष्यद्वक्ताओं द्वारा धीरज धरकर दुःख उठाने का" या "भविष्यद्वक्ताओं ने कैसे धीरज धरकर दुःख उठाया" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
5:10 pvs3 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy οἳ ἐλάλησαν ἐν τῷ ὀνόματι Κυρίου. 1 याकूब प्रभु के **नाम** को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जिससे उसका तात्पर्य है, प्रभु का व्यक्तित्व और अधिकार| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रभु की और से" या "प्रभु के अधिकार से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:11 xwr8 ἰδοὺ, μακαρίζομεν 1 **देखे** शब्द वक्ता या लेखक द्वारा कही या लिखी जाने वाली बात पर श्रोताओं या पाठकों का ध्यान आकर्षित कराता है| वैकल्पिक अनुवाद: "निश्चय ही"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:11 s3nl τοὺς ὑπομείναντας 1 याकूब कल्पना करता है कि उसके पाठक धर्मशास्त्र में विहित अय्यूब की कहानी से अभिज्ञ हैं|यदि आपके पाठक इस कहानी से अनभिज्ञ हैं तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम धर्मशास्त्र से अय्यूब नामक एक प्राचीन पुरुष की कहानी जानते हो किउसने कैसे धीरज धरकर घोर कष्टों को सहन किया था" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:12 fug7 πρὸ πάντων & ἀδελφοί μου, 1 याकूब स्थानिक रूपक के उपयोग द्वारा अपनी आगे की बातों के महत्त्व पर बल देता है| आपकी भाषा में संभवतः एक भिन्न स्थानिक रूपक का प्रयोग होता होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "सबसे बड़ी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:12 bjt3 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀδελφοί μου 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) में **भाइयों** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:12 s755 μὴ ὀμνύετε 1 यहाँ **शपथ** का अर्थ है,किसी निश्चित एवं निर्भर करने योग्य बात के सन्दर्भ से पुष्टि करना की कोई कथन सत्य है या कोई कार्य किया जाएगा| वैकल्पिक अनुवाद: "शपथ न खाना" या "प्रण न करना"
5:12 t1uq rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy μήτε τὸν οὐρανὸν, μήτε τὴν γῆν 1
5:12 m3ve ἤτω & ὑμῶν τὸ “ ναὶ”, ναὶ, καὶ τὸ “ οὒ”, οὔ, 0 वैकल्पिक अनुवाद: "शपथ खाए बिना ही वचन दो"
5:12 f6mx rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἵνα μὴ ὑπὸ κρίσιν πέσητε 1 याकूब **दंड** को लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई ऐसी वस्तु हो जिसके नीचे मनुष्य **दब** जाता है वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि तुम दंड के भागी न हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:13 m3e6 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion κακοπαθεῖ τις ἐν ὑμῖν? Προσευχέσθω. 1 याकूब जानकारी की खोज में नहीं है| वह प्रश्न पूछ कर किसी अवस्था को दर्शाता है और इस प्रश्न के तुरंत बाद वह एक लघु वाक्य में परिणाम को दर्शाता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस प्रश्न और उस वाक्य का अनुवाद कथन रूप में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम में से कोई कष्टों में है तो वह प्रार्थना करे" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
5:13 wdf7 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion εὐθυμεῖ τις? Ψαλλέτω. 1 याकूब किसी अवस्था को दर्शाने हेतु पुनः प्रश्न का उपयोग करता है और अनुवर्ती वाक्य में परिणाम प्रकट करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस प्रश्न और अनुवर्ती वाक्य को एक कथन में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'यदि कोई हर्षित है तो वह स्तुतिगान करे" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
5:14 in34 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion ἀσθενεῖ τις ἐν ὑμῖν? προσκαλεσάσθω 1 एक बार फिर याकूब प्रश्न पूछ कर अवस्था को दर्शाता है और अनुवर्ती वाक्य में परिणाम प्रकट करता है|यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस प्रश्न और अनुवर्ती वाक्य को एक ही कथन में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम्हारे मध्य कोई बीमार है तो वह कलीसिया के प्राचीनों को बुलाए और वे उसके लिए प्रार्थना करें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
5:14 fik7 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐν τῷ ὀνόματι τοῦ Κυρίου 1 याकूब प्रभु के **नाम** को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जिसका अर्थ है, प्रभु का व्यक्तित्व और अधिकार| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रभु की और से"" या "प्रभु के अधिकार से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:15 c8q6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἡ εὐχὴ τῆς πίστεως σώσει τὸν κάμνοντα 1 याकूब **प्रार्थना** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह स्वयं ही रोगी को निरोग कर देगी| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके लिए विश्वास में की गई प्रार्थना के उत्तर में परमेश्वर रोगी को रोग मुक्त कर देगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
5:15 qiw4 ἡ εὐχὴ τῆς πίστεως 1 याकूब अधिकारसूचक सर्वनाम के उपयोग द्वारा **प्रार्थना** का वर्णन करता है जो **विश्वास** की है| वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वास में की गई प्रार्थना रोगी को बचा लेगी" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
5:15 ei3q ἐγερεῖ αὐτὸν ὁ Κύριος 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में रोगी के स्वास्थ्य लाभ के लिए विचार-साहचार्य से इस प्रकार कहता है कि जैसे वह निरोग होते ही बिस्टर पर से उठ खड़ा होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रभु उसको स्वस्थ कर देगा" या "प्रभु उसको इस योग्य कर देगा कि वह अपने नियमित कर्क्लाप को पुनः कर पाए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:16 t2iq General Information: 0 # General Information:\n\n
5:16 dl5k ἐξομολογεῖσθε οὖν & τὰς ἁμαρτίας, 1 याकूब **इसलिए** शब्द के प्रयोग द्वारा विश्वासियों के लिए एक अनिवार्य काम को समाविष्ट कराता है जो उसके द्वारा पूर्ववर्ती पद में कही गई बात का परिणाम है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप उसके कहने के अर्थ को अधिक विस्तार से प्रकट कर सकते हैं जैसा UST में है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
5:16 i8cm ἀλλήλοις 1
5:16 mzk8 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὅπως ἰαθῆτε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर तुमको निरोग कर सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
5:16 zk62 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πολὺ ἰσχύει δέησις δικαίου ἐνεργουμένη. 0 याकूब **प्रार्थना** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु है और **अत्यधिक शक्तिशाली** है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब धर्मी जन प्रार्थना करता है तो परमेश्वर प्रतिक्रया में अति सामर्थी कार्य करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification])
5:17 vhw2 προσευχῇ προσηύξατο 1 एलिय्याह ने गहन उत्तेजना के साथ प्रार्थना की थी जिसका संकेत देने के लिए याकूब परोक्ष कर्ता और उसी मूल से क्रिया का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में ऎसी रचना है तो आपके अनुवाद में यहाँ उसका प्रयोग करना उचित होगा| परन्तु आपकी भाषा में ऎसी रचना अनावश्यक अतिरिक्त जानकारी दे तो आप इस बलाघात को किसी और रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने गहन उत्तेजना के साथ प्रार्थना की"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicitinfo]])
5:17 i8wv τρεῖς & ἕξ 0
5:18 zwc9 ὁ οὐρανὸς ὑετὸν ἔδωκεν 1 इस प्रकरण में **स्वर्ग** का अर्थ है, "आकाश" याकूब आकाश के लिए लाक्षणिक भाषा में ऐसे कहता है कि जैसे वह कोई जीवी वस्तु हो जिसने **वर्षा दी** वैकल्पिक अनुवाद: "आकाश से वर्षा हुई"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
5:18 yi7m ἡ γῆ ἐβλάστησεν τὸν καρπὸν αὐτῆς 1 याकूब **भूमि** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु हो जिसने **फल उत्पन्न किए**\nजैसा [5:7](../05/07.md) में है, याकूब **फल** शब्द को व्यापक भाव में काम में लेता है जिसका भावार्थ है, पेड़-पौधों का उत्पाद भोजन के लिए उत्तम है| उसके कहने का अर्थ मात्र यह नहीं कि वृक्षों और लताओं पर लगने वाले फल| वैकल्पिक अनुवाद: "भूमि पर फसलें उगीं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
5:18 s76l rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν καρπὸν 1
5:19 xr4l rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀδελφοί 1 देखें कि आपने **भाइयों** शब्द का अनुवाद [1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:19 dv4v rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐάν τις ἐν ὑμῖν πλανηθῇ ἀπὸ τῆς ἀληθείας, καὶ ἐπιστρέψῃ ἐπιστρέψῃ τις αὐτόν 1 जैसा [1:16](../01/16.md) में है, याकूब लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे किसी धोखा देने वाला मार्गदर्शक उसके पाठकों को अनुचित दिशा में ले गया हो| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम में से कोई सत्य के विषय में छला गया हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
5:20 xg1y rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὁ ἐπιστρέψας ἁμαρτωλὸν ἐκ πλάνης ὁδοῦ αὐτοῦ, σώσει ψυχὴν αὐτοῦ ἐκ θανάτου, καὶ καλύψει πλῆθος ἁμαρτιῶν. 0 **फेर लाया** और **भटके हुए**, इन अभिव्यक्तियों द्वारा किसी मनुष्य को किसी के द्वारा उचित दिशा में ले कर चलने का ही रूपक है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की इच्छा से विमुख हो जाने वाले पापी को जो भी मनुष्य सुधारता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:20 pd78 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche σώσει ψυχὴν αὐτοῦ ἐκ θανάτου, καὶ καλύψει πλῆθος ἁμαρτιῶν. 0 ऐसा प्रतीत होता हैकी याकूब वास्तविक शारीरिक मृत्यु के वरन नहीं वरन आत्मिक मृत्य- परमेश्वर से सदाकालीन अलगाव, के विषय चर्चा कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "आत्मिक मृत्यु से" (जैसा UST में है) या "परमेश्वर से अनंत अलगाव" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:20 rh4d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καλύψει πλῆθος ἁμαρτιῶν. 1 याकूब किसी मनुष्य के पाप के विषय में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे वसतें हों जिनको मनुष्य ढांक सकता हैकी परमेश्वर को दिखाई न दें| उसके कहने का अर्थ है कि मन फिराव में किसी पापी की सहायता करने से दूसरा विश्वासी उस पापी के लिए क्षमा प्राप्ति में सहायक हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्षमा किए जाने में उसकी सहायता करेगा" संभावित अर्थ हैं 1) वह व्यक्ति जो अनाज्ञाकारी भाई को वापस लाता है, उसके पापों को क्षमा कर दिया जाएगा या 2) अनाज्ञाकारी भाई, जब वह परमेश्वर के पास लौट आएगा, तो उसके पाप क्षमा होंगे। पापों के बारे में बात ऐसे की जाती है जैसे वे वस्तुएँ थीं जिन्हें परमेश्वर ढाँप सकता था ताकि वह उन्हें न देख सके, ताकि वह उन्हें क्षमा कर सके। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:1 j000 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἰάκωβος 1 यह नाम उस पुरुष का है जो यीशु का आधा भाई था| उसके बारे में जानकारी हेतु देखें याकूब: प्रस्तावना, भाग 1.\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
1:1 j001 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ταῖς δώδεκα φυλαῖς 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में इस तथ्य के विचार-साहचर्य से कहता है कि इस्राएल बारह गोत्रों से निर्मित है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएल जाति के लिए"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:1 j002 rc://*/ta/man/translate/figs-123person ταῖς δώδεκα φυλαῖς 1 उस संस्कृति में अपना नाम देने के बाद,पत्र के लेखक उनका नाम लिखते थे जिनको वे पत्र लिख रहे थे, उनके नाम तृतीय पुरुष में रखते थे| यदि आपकी भाषा में यह उलझन उत्पन्न करे तो आप द्वीतीय पुरुष काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम, यीशु के अनुयायियों के लिए" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-123person]])
1:1 j003 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν τῇ διασπορᾷ 1 यद्यपि **तितर-बितर** का सन्दर्भ वास्तव में यहूदियों से है, याकूब इसका प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसके द्वारा वह यीशु के अनुयायियों को संदर्भित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण विश्व में विसर्जित" या द्वीतीय पुरुष का उपयोग करें तो, "जो सम्पूर्ण विश्व में विसिर्जित हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:2 j004 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πᾶσαν χαρὰν ἡγήσασθε 1 याकूब कहता है, **सब** तो वह बलाघात हेतु अतिशयोक्ति है| उसके कहने का अर्थ यह नहीं है कि विश्वासियों को **परीक्षाओं** में सब बुराइयों से प्रसन्न होना चाहिए, अपितु यह कि **परीक्षाएं** उनके लिए आनंद का सामान्य अवसर उत्पन्न करती हैं क्योंकि परमेश्वर उनक्ले जीवनों में महत्वपूर्ण बातें विकसित कर रहा है| इन बातों का वर्णन वह अनुवर्ती पद में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हे बहुत आनंदित होना चाहिए" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
1:2 j005 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί μου 1 याकूब **भाइयों** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका तात्पर्य है,यीशु में साथी विश्वासी| वैकल्पिक अनुवाद, जैसा UST में है, "मेरे साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:2 j006 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀδελφοί μου 1 याकूब **भईयों** शब्द को व्यापक रूप में काम में लेता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| सुनिश्चित करें कि आपके अनुवाद में यह स्पष्ट हो जिससे कि आपके पाठकों को ऐसा प्रतीत न हो कि याकूब केवल पुरुषों को संबोधित कर रहा है| यदि आप इस रूपक,**भाइयों** के अनुवाद में अलंकार रहित शब्द का उपयोग करते हैं जैसे, "विश्वासी" तो आपको अपनी भाषा के इस शब्द के लिए पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों रूप काम में लेने होंगे| यदि आप रूपक को ही रखते है तो कह सकते हैं,"मेरे भाइयों और बहनों" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:2 j007 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor περιπέσητε 1 याकूब **परीक्षाओं** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे एक गढहां हों जिसमे विश्वासी **गिर** सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम सामना करते हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:2 j008 rc://*/ta/man/translate/figs-you περιπέσητε 1 यहाँ सर्वनाम शब्द, **तुम** बहुवचन में है, क्योंकि याकूब यीशु के विश्वासियों के समूह को लिख रहा है| सामान्यतः इस सम्पूर्ण पत्र में सर्वनाम शब्द, "तुम" और "तुम्हारे" इसी कारण से बहुवचन में हैं| इन टिप्पणियों में उन कुछ स्थानों को उजागर किया जाएगा जहां वे एकवचन में हैं| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
1:3 j009 γινώσκοντες ὅτι 1 यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना उचित होगा जैसा UST में है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं चाहता हूँ कितुम जान लो कि"
1:6 j010 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν πίστει 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाव्वाचन संज्ञा शब्द, **विश्वास** में निहित विचार का अनुवाद क्रिया शब्द से कर सकते हैं जैसे, "आस्था रखना|" वैकल्पिक अनुवाद: "आत्मविश्वास से परमेश्वर में आस्था रखने"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:6 j011 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown κλύδωνι θαλάσσης, ἀνεμιζομένῳ καὶ ῥιπιζομένῳ 1 यदि आप इस उपमा, **समुद्र की लहर** को अपने अनुवाद में काम में लेना उचित समझते हैं परन्तु आपके पाठक इससे अनभिज्ञ हैं तो आप किसी ऐसे उदाहरण को काम में ले सकते हैं जिससे वे परिचित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मरूभूमि की रेट हवा में उडती है" या "लंबी घास के वृन्त हवा में यहाँ-वहाँ झूलते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
1:6 j012 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive κλύδωνι θαλάσσης, ἀνεμιζομένῳ καὶ ῥιπιζομένῳ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुइवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "समुद्र की लहर जिसको हवा यहाँ-वहाँ उछालती है"\n(देखें : [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:7 j013 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations μὴ γὰρ οἰέσθω ὁ ἄνθρωπος ἐκεῖνος 1 याकूब **मनुष्य** शब्द को व्यापक रूप में काम में लेता है जिसमे स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा मनुष्य कदापि न सोचे"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:8 j014 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνὴρ δίψυχος 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो मनुष्य मानस नहीं बना पाता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:9 j015 καυχάσθω δὲ ὁ ἀδελφὸς ὁ ταπεινὸς 1 याकूब **घमंड** शब्द का प्रयोग सकारात्मक भाव में करता है| वह इस शब्द का प्रयोग पाप के भाव में नहीं करता है जैसे, गर्वोक्ति, या अन्यों पर डींग मारना| वैकल्पिक अनुवाद: "अब दीं भाई संतोष करें"
1:9 j016 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφὸς 1 याकूब **भाई** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जिसका अर्थ है, यीशु में साथी विश्वासी| देखें कि आपने इसका अनुवाद \n[1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वासी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:9 j017 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τῷ ὕψει αὐτοῦ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **ऊंचे** में निहित विचार का अनुवाद किसी सामानार्थक वाक्यांश से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जिस ऊंचे पद पर है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:10 j018 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τῇ ταπεινώσει αὐτοῦ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भावाचक संज्ञा शब्द, **नीची दशा** में निहित विचार का अनुवाद किसी समानार्थक वाक्यांश से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह नीचा स्थान जहां वह है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:10 j019 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῇ ταπεινώσει αὐτοῦ 1 याकूब स्थानिक रूपक के माध्यम से धनवान विश्वासियों का वर्णन करता है कि जैसे वे नीचे के स्थान में हैं कि परमेश्वर द्वारा उनको सिखाए गए दीनता के सबक का संकेत मिले| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने उनको जो दीनता सिखाई है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:10 j020 rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism παρελεύσεται 1 याकूब मृत्यु के लिए सौम्य अभिव्यक्ति का उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मर जाएगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism]])
1:10 j021 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ὡς ἄνθος χόρτου παρελεύσεται 1 अपने अनुवाद में आप उपमा का प्रयोग करना चाहेंगे परन्तु आपके पाठक **घास के फूल** (अर्थात वनफूल) की उपमा से परिचित न हों तो आप किसी औए उदाहरण का प्रयोग कर सकते हैं| आप कोई ऐसा उदाहरण काम में ले सकते हैं जो अल्पकालिक है, जिससे वे परिचित हैं \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
1:11 j022 ἀνέτειλεν γὰρ ὁ ἥλιος σὺν τῷ καύσωνι, καὶ ἐξήρανεν τὸν χόρτον, καὶ τὸ ἄνθος αὐτοῦ ἐξέπεσεν, καὶ ἡ εὐπρέπεια τοῦ προσώπου αὐτοῦ ἀπώλετο 1 यहाँ याकूब जो उदाहरण दे रहा है वह भूतकाल में हैऔर वह इस प्रकार सूना रहा है कि जैसे वह घटना वास्तव में घटी है| (इस पर परिचर्चा हेतु याकूब:प्रस्तावना, भाग 3 देखें) यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद वर्तमान काल में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि सूर्य उदय होकर गरमी बढाता है जिससे घास सूख जाति है और उसका फूल गिर जाता है, उसकी सुन्दरता नष्ट हो जाति है"
1:11 j023 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब पिछले पद में स्पष्ट रूप से चर्चित परिणाम का अब कारण देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसका कारण है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
1:11 j024 σὺν τῷ καύσωνι 1 यहाँ **गरमी** का अर्थ इन दो में से के हो सकता है: (1) इसका अर्थ झुलसा देने वाली चिलचिलाती गरमी हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और झुलसा देने वाली गरमी प्रसारित की" या यदि आप वर्तमान काल काम में ले रहे हैं, "झुलसाने वाली गरमी प्रसारित करता है" (2) इसका सन्दर्भ उस गर्म हवा से हो सकता है जो सूर्य के पूर्ण प्रभाव में बहती है| वैकल्पिक अनुवाद: "और हवा को गर्म किया" या "गर्म हवा बहाई"
1:11 j025 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ εὐπρέπεια τοῦ προσώπου αὐτοῦ ἀπώλετο 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सुन्दरता** में निहित विचार का अनुवाद विशेषण शब्द, "सुंदर" से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका सुंदर रूप नहीं रह गया"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:11 j026 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἡ εὐπρέπεια τοῦ προσώπου αὐτοῦ ἀπώλετο 1 याकूब वन के **फूल** के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग इस प्रकार करता है कि जैसे उसका **मुख** हो| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका सुंदर रूप अब नहीं रह गया है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:11 j027 rc://*/ta/man/translate/figs-simile οὕτως καὶ 1 याकूब इस उक्ति **इसी प्रकार**के उपयोग द्वारा एक उपमा का या एक धनवान मनुष्य और सूखे हुए फूल में तुलना का समावेश करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी रीति से" या "वैसे ही" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
1:11 j028 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ὁ πλούσιος 1 याकूब विशेषण शब्द,**धनवान** का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है की मनुष्य के प्रकार का संकेत दे| आपकी भाषा इसी प्रकार विशेषण का उपयोग करती होगी| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद समानार्थक उक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक धनवान मनुष्य" \n (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-nominaladj]])
1:12 j029 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνὴρ 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:12 j030 rc://*/ta/man/translate/figs-possession λήμψεται τὸν στέφανον τῆς ζωῆς 1 याकूब अधिकारसूचक रूप का उपयोग उस **मुकुट** के लिए नहीं करता है जो **जीवन** का है परन्तु जीवन ही का वर्णन करने के लिए करता है जोजैसे कि वह **मुकुट** ही हो| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मुकुट पाएगा जो जीवन है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]]
1:12 j031 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor λήμψεται τὸν στέφανον τῆς ζωῆς 1 संभवतः याकूब सांसारिक जीवन की चर्चा नहीं, आत्मिक **जीवन** की चर्चा करता है अर्थात, मरणोपरांत अनंत काल तक परमेश्वर की उपस्थिति में रहना| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उस मनुष्य को अपनी उपस्थिति में अनंत जीवन देकर सम्मानित करेगा" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:14 j032 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast δὲ 1 याकूब **परन्तु** शब्द के उपयोग द्वारा दो विचारों में विषमता दर्शाता है: एक तो यह कि परमेश्वर किसी की परीक्षा लेता है जो अनुचित है और और दूसरा यह कि प्रत्येक मानुष "अपनी ही अभिलाषा से परीक्षा में पड़ता है" जो एक सत्य है| यह वास्तव में एक प्रबल विषमता है और आप इसके लिए कोई प्रभावशाली अभिव्यक्ति काम में लेना चाहेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "नहीं, इसके विपरीत"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
1:14 j033 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἕκαστος & πειράζεται ὑπὸ τῆς ἰδίας ἐπιθυμίας, ἐξελκόμενος καὶ δελεαζόμενος 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनमें से प्रत्येक को कर्तृवाच्य में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रत्येक मनुष्य की अपनी अभिलाषाएं उसको ललचा कर परीक्षा में गिराती हैं तदोपरांत उसको खींच कर ले जाती हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:15 j034 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-time-sequential εἶτα ἡ ἐπιθυμία συλλαβοῦσα τίκτει ἁμαρτίαν 1 याकूब **तब** शब्द के प्रयोग द्वारा संकेत देता है कि इस पद में वह जिस बात का वर्णन करता है वह उसके द्वारा पिछले पद में चर्चित बात के बाद होती है| तथापि, उसके कहने का अर्थ यह नहीं है कि ऐसा तब होता है जब मनुष्य "फंसाया जाकर लालच में पद जाता है" जैसा उसने उस पद के अंत में कहा है| इसकी अपेक्षा,उसके कहने का अर्थ है कि ऐसा तब होता है जब मनुष्य किसी अनुचित "अभिलाषा" की परीक्षा को संजोने लगता है| हो सकता है कि आपकी भाषा में "जब" का उपयोग करना इसके संकेत हेतु अधिक स्पष्ट हो| वैकल्पिक अनुवाद: "अभिलाषा परिपक्व होकर पाप को उत्पन्न करती है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-time-sequential]])
1:15 j035 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ δὲ ἁμαρτία ἀποτελεσθεῖσα, ἀποκύει θάνατον 1 याकूब **पाप** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई जीवित प्राणी हो- एक बालिका शिशु जो विकसित होकर स्त्री हो गई और तब गर्भवती होकर उसने संतानोत्पत्ति की| वैकल्पिक अनुवाद: "और यदि वह पाप करता जाता है तो उसका जीवन इससे अधिकाधिक प्रभावित होता जाता है जब तक कि उसकी मृत्यु न हो जाए" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
1:15 j036 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποκύει θάνατον 1 यहाँ **मृत्यु** के अर्थ हो सकते हैं: (1) याकूब आत्मिक मृत्यु के बारे में चर्चा कर रहा है अर्थात, परमेश्वर से अलगाव| यह UST की व्याख्या है| (2) याकूब शारीरिक मृत्यु के बारे में कह रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य की मृत्यु का कारण होता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:16 j037 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive μὴ πλανᾶσθε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| यहाँ इसका अर्थ वास्तव में कर्मवाच्य नहीं है, अर्थात, याकूब इस प्रकार कहता है कि जैसे कोई उसके पाठकों को पथभ्रष्ट कर रहा है| इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) याकूब अपने पाठकों को चेतावनी दे रहा है कि पथभ्रष न हों अर्थात, स्वयं को धोखा न दें| यह UST की व्याख्या है| (2) इस कथन का अर्थ सरल कर्तृवाच्य में हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस बारे में कदापि चूक न हो" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:16 j038 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μὴ πλανᾶσθε 1 याकूब [1:13](../01/13.md) में प्रस्तुत अपने कथन का सन्दर्भ दे रहा है कि परमेश्वर कभी भी बुराई करने की इच्छा नहीं रखता है और न ही वह किसी को बुराई करने की प्रेरणा देता है| इसकी अपेक्षा, याकूब अगले दो पदों में कहेगा कि परमेश्वर मनुष्यों को केवल भली वस्तुएं देता है| यदि आपकी पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इस सम्बन्ध को और भी अधि स्पष्ट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "स्वयं से धोखा न करो, परमेश्वर बुरा नहीं भला है" (2) "इस विषय में कदापि चूक न जाना, परमेश्वर बुरा नहीं, भला है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:16 j039 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί μου ἀγαπητοί 1 देखें की आपने इसका अनुवाद \n[1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे प्रिय साथी विश्वासियो" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:17 j040 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πᾶσα δόσις ἀγαθὴ, καὶ πᾶν δώρημα τέλειον, ἄνωθέν ἐστιν 1 **ऊपर ही से** यह एक स्थानिक रूपक है जो लाक्षणिक भाषा में परमेश्वर का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर हमको प्रत्येक को अछा वरदान और प्रत्येक उत्तम दान देता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:17 j041 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καταβαῖνον ἀπὸ 1 स्थानिक रूपक के ही परिप्रेक्ष्य में याकूब इन वरदानों के लिए लाक्ष्निंक भाषा का प्रयोग करता है- परमेश्वर **से मिलता है** यदि आप इसके अनुवाद में लाक्षणिक भाषा के अतिरिक्त अभिव्यक्तियाँ काम में लेते हैं तो यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "वे हमें ...से मिलते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:17 j042 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet παρ’ ᾧ οὐκ ἔνι παραλλαγὴ ἢ τροπῆς ἀποσκίασμα 1 यहाँ **परिवर्तन** और **अदल बदल...छाया** के अर्थ एक ही हैं| याकूब बलाघात के लिए इन उक्तियों को दोहराता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक हो तो आप इनको एक वाक्यांश में संयोजित कर सकते हैं और **छाया** के रूपक (उत्तरकालिक टिप्पणी देखें) को उपमा में व्यक्त कर सकते हैं| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: " (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
1:17 j043 rc://*/ta/man/translate/figs-possession τροπῆς ἀποσκίασμα 1 याकूब **छाया** का, जिसमें **बदलने** का गुण है, वर्णन करने के लिए अधिकार सूचक रूप का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "छाया जो बदलती है" या "छाया जो स्थिति बदलती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
1:17 j044 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τροπῆς ἀποσκίασμα 1 याकूब आकाश की ज्योतियों के सृजनहार परमेश्वर की तुलना उन ज्योतियों से करते हुए कहता है कि वे अपने सृजनहार के तुल्य महान नहीं हैं|वे स्थिति बदलने वाली छाया बनती हैं परन्तु परमेश्वर मनुष्यों के लिए भली वस्तुओं की इच्छा से कभी बदलता नहीं है|यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "सूर्य और चंद्रमा के सदृश्य छाया बदलते हुए| नहीं, परमेश्वर मनुष्यों के लिए सदा भली वस्तुओं की इच्छा रखता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:18 j045 βουληθεὶς, ἀπεκύησεν ἡμᾶς 1 वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हमें उत्पन्न करने का चुनाव किया है"
1:18 j046 rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive ἡμᾶς & ἡμᾶς 1 यहाँ और इस सम्पूर्ण पत्र में याकूब एक सर्वनाम शब्द, **हम** का प्रयोग करता है जिसका सन्दर्भ उससे और उसके पाठकों से है| कहीं-कहीं वह व्यापकता में सब विश्वासियों या सब अमनुष्यों का भाव प्रकट करता है| इसलिए, हर एक परिप्रेक्ष्य में सर्वनाम शब्द, **हम** समावेशी है अत, यदि आपकी भाषा में ऐसा अंतर है तो उस रूप को काम में लें| ऐसा ही सर्वनाम शब्द, "हमारे" के साथ है| तथापि, कुछ परिप्रेक्ष्यों में,सर्वनाम शब्द,"हम" व्यावर्तक है| टिप्पणियों में ऐसे सन्दर्भों को दर्शाया गया है| अन्यत्र सब स्थानों में, सर्वनाम शब्द, "हम" समावेशी है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:18 j047 rc://*/ta/man/translate/figs-possession λόγῳ ἀληθείας 1 याकूब अधिकार सूचक रूप के द्वारा **सत्य** के गुण वाले **शब्द** का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सत्य के वचन के द्वारा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
1:18 j048 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns λόγῳ ἀληθείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाव्वाचन संज्ञा शब्द, **सत्य**का अनुवाद एक सामानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते है जो "सचा" जैसा विशेषण काम में लेती है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब हमने सच्चा वचन ग्रहण किया"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:18 j049 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit λόγῳ ἀληθείας 1 याकूब निहितार्थ में यीशु के बारे में सन्देश का सन्दर्भ दे रहा है|यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आपाप इसका अनुवाद स्पष्ट रूप में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जब हमने यीशु के बारे में सच्चा वचन ग्रहण किया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:18 j346 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-goal εἰς τὸ εἶναι ἡμᾶς ἀπαρχήν τινα τῶν αὐτοῦ κτισμάτων 1 यह एक उद्देश्य गर्भित उपवाक्य है| याकूब उस उद्देश्य को प्रकट करता है जिसके निमित्त परमेश्वर ने **हमें उत्पन्न करने की इच्छा की** . अपने अनुवाद में आप उद्देश्य गर्भित उपवाक्य के अनुवाद में आपकी भाषा की रीति काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद (जिसमें कोमा पहले न हो): "जिससे कि हम उसके प्राणियों में प्रतःम फल जैसे हों" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-goal]])
1:18 j050 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀπαρχήν τινα τῶν αὐτοῦ κτισμάτων 1 याकूब कल्पना करता है कि उसके पाठक समझते हैं कि वह पारंपरिक इस्राएली भेंट,**प्रथम फल** का उपयोग उपमा रूप में करता है| मूसा की व्यवस्था में इस्राएलियों के लिए अनिवार्य था कि वे प्रति वर्ष की फसल की प्रथम लवनी परमेश्वर के लिए भेंट चढ़ाएं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि यह एक चढ़ावे का नाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके प्राणियों में से प्रथम फल की भेंट के सदृश्य" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:19 j051 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί μου ἀγαπητοί 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:16](../01/16.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे प्रिय साथी विश्वासियों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:20 j053 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब कारन देता है कि मनुष्यों को क्रोध क्यों नहीं करना चाहिए,जैसा उसके पूर्वोक्त पद में कहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको क्रोध नहीं करना है क्योंकि"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
1:19 j052 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast δὲ 1 **परन्तु** के अर्थ हो सकते हैं: (1) यदि **जान लो** आदेश है तो याकूब **परन्तु** शब्द का प्रयोग अवस्था परिवर्तन उपसर्ग के रूप में करता है जो विषमता का संकेतक नहीं है| यदि आपने **जान लो** का अनुवाद आदेश रूप मेंकारने का निर्णय लिया है तो आपकी भाषा में इसका समरूप शब्द होगा जिसका उपयोग आप इसी उद्देश्य निमित्त कर सकते हैं अन्यथा आवश्यक नहीं कि आप इस शब्द का अनुवाद करें| (2) यदि **जान लो** तथ्य बोधक है तो याकूब **परन्तु** शब्द का प्रयोग मंद विषमता दर्शाने के लिए करता है| वह कहता है कि यद्यपि उसके पाठक पहले से ही जानते हैं कि वह क्या कहने वाला है, वह फिर भी उस पर बल देना चाहता है| यदि आप **जान लो** का अनुवाद तथ्य बोधक रूप में करना चाहते हैं तो आप अपनी भाषा में कोई ऐसा शब्द काम में लें जो मंद विषमता दर्शाता है| \n(देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
1:20 j054 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ὀργὴ & ἀνδρὸς 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक भाव में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मानवीय क्रोध"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
1:21 j055 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result διὸ 1 यहाँ याकूब अपने पाठकों से कहता है कि उसके द्वारा पूर्वोक्त पद में कही गई बातों के परिणामस्वरूप उनको क्या करना आवश्यक है| वैकल्पिक अनुवाद: "परिनाम्स्वारूप"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
1:21 j056 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns περισσείαν κακίας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द,**बैर भाव** का अनुवाद एक विशेषण शब्द, "अनुचित" के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अनेक अनुचित कार्य जिनको मनुष्य करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:21 j057 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy δέξασθε τὸν ἔμφυτον λόγον 1 याकूब इस शब्द, **वचन** का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में यीशु के सन्देश के लिए करता है जो शब्दों से प्रसारित किया गया था| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु का सन्देश जो तुमने सूना उसका पालन करो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:22 j058 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast δὲ 1 **परन्तु** शब्द विषमता दर्शाता है, याकूब के अभी-अभी कहे गए शब्दों से नहीं अपितु, उस संभावित भ्रम से जो उसके अभ-अभी- कहे गए शब्दों से उत्पन्न होने की संभावना में हो| वह स्पष्ट करना चाहता है कि "उस वचन को ग्रहण कर लो जो ह्रदय में बोया गया" इस वाक्यांश के कहने का उसका अर्थ यह नहीं कि मात्र उस पर विश्वास करें परन्तु उस को अभ्यास में लाएं| आपकी भाषा में उचित हूगा यदि आप **परन्तु** शब्द का अनुवाद: ऎसी अभिव्यक्ति द्वारा करें जो स्पष्टीकरण समाविष्ट कराती है| वैकल्पिक अनुवाद: "अब"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
1:22 j059 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis γίνεσθε δὲ ποιηταὶ λόγου, καὶ μὴ μόνον ἀκροαταὶ 1 इस उपवाक्य के अंत में याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को उपवाक्य के आरम्भ से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वचन के करने वाले बनो न कि वचन के मात्र सुनने वाले"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
1:23 j060 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ὅτι εἴ τις ἀκροατὴς λόγου ἐστὶν, καὶ οὐ ποιητής, οὗτος ἔοικεν ἀνδρὶ κατανοοῦντι τὸ πρόσωπον τῆς γενέσεως αὐτοῦ ἐν ἐσόπτρῳ 1 याकूब एक काल्पनिक परिस्थिति को काम में लेता है किशिक्षा दे| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि कोई वचन का सुनने वाला हो, करने वाला नहीं तो वह उस मनुष्य के सदृश्य है जो अपने जन्मजात चहरे को दर्पण में देखता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:23 j061 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἀκροατὴς λόγου ἐστὶν, καὶ οὐ ποιητής 1 देखें कि आपने इन अभिव्यक्तियों को पूर्वोक्त पदों में कैसे अनुवाद किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "केवल वचन को सुनते हो परन्तु उसका पालन नहीं करते"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:23 j062 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy λόγου 1 याकूब **वचन** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता हैकि यीशु के सन्देश का वर्णन करे जिसका प्रसारण शब्दों में किया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के बारे में सन्देश का"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:23 j063 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνδρὶ 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमे स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " व्यक्ति"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:23 j064 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἐν ἐσόπτρῳ 1 **दर्पण** प्रकाश की किरणों को लौटाने वाली किसी धातु से निर्मित समतल वस्तु है , जैसे कांच या चमकाई गई धातु जिसमें मनुष्य अपना रूप देख सकते हैं की वे कैसे दिखते हैं| यदि आपके पाठक **दर्पण** से अनभिज्ञ हैं तो आप अपनी संस्कृति के अनुसार किसी ऎसी वस्तु का नाम ले सकते है जो इसी उद्देश्य निमित्त काम में ली जाती है| वैकल्पिक अनुवाद: "पानी में प्रतिबिम्बित हुआ" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
1:24 j065 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit γὰρ 1 ** इसलिए** कारण का समावेश कराता है, जैसी अपेक्षा की जाएगी परन्तु यह किसी ऎसी बात का कारण है जिसका निषकर्ष प्रकरण से निकाला जाना है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप सुस्पष्ट कर सकते हैं कि याकूब किस का कारण प्रकट कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे उसको वास्तव में कोई लाभ नहीं हुआ क्योंकि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:25 j073 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis καὶ παραμείνας 1 याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को प्रकरण से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और जो उस व्यवस्था का पालन करता रहा है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
1:24 j066 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns κατενόησεν & ἑαυτὸν 1 याकूब पिछले पद में संदर्भित उपमा का ही प्रयोग कर रहा है अतः सर्वनाम शब्द, **वह** और **अपने** उस काल्पनिक मनुष्य के सन्दर्भ में हैं जो दर्पण में अपना चेहरा देखता है| वैकल्पिक अनुवाद (भूतकाल में): "ऐसे मनुष्य ने स्वयं को दर्पण में देखा" या आप यदि वर्तमान काल का उपयोग करते हैं, "ऐसा मनुष्य स्वयं को दर्पण में देखता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:24 j067 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καὶ ἀπελήλυθεν, καὶ εὐθέως ἐπελάθετο ὁποῖος ἦν 1 याकूब के कहने का निहितार्थ है कि यह एक ऐसा मनुष्य है जो देखता है परन्तु करता नहीं, ठीक उस मनुष्य के सदृश्य जोपर्मेश्वर के वचन को सुनता है परन्तु उसका पालन नहीं करता है| इसका अभिप्रेत अर्थ है, वह दर्पण में देखता है कि उसको कुछ करना है जैसे, मुंह धोना या बाल संवारना परन्तु वह दर्पण में देखते समय ऐसा नहीं करता है तो वहाँ से चले जाने के बाद वह ऐसा करना भूल जाता है| तुलना का महत्त्व यह है,कि परमेश्वर के वचन का पालन नहीं करने वाला मनुष्य ऐसा ही है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि उसने जो देखा उसको करना उसके लिए आवश्य था परन्तु उसने नहीं किया तो दर्पण से हट जाने के बाद वह भूल गया कि उसने क्या देखा था इसलिए उसने उस विषय में कुछ नहीं किया" या यदि आप वर्तमान काल काम में लेते हैं, "क्योंकि वह तत्काल ही उस आवश्यक काम नहीं करता है जो उसने देखा है तो दर्पण के पास से हट जाने के बाद वह भूल जाता है कि उसने क्या देखा है इसलिए वह उस विषय में कुछ नहीं करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:24 j068 ὁποῖος ἦν 1 वैकल्पिक अनुवाद: "जो उसको अपने रूप के लिए करना आवश्यक था' या आप यासी वर्तमान काल काम में लेते हैं, "उसको अपने रूप के लिए क्या करना आवश्यक है"
1:25 j069 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ὁ δὲ παρακύψας εἰς νόμον τέλειον, τὸν τῆς ἐλευθερίας, καὶ παραμείνας & οὗτος μακάριος & ἔσται 1 याकूब एक काल्पनिक परिस्थिति के प्रयोग द्वारा शिक्षा देना चाहता है| यह उदाहरण उस उदाहरण की विषमता में है जो उसने \n [1:23](../01/23.md) में दिया था| वैकल्पिक अनुवाद: 'परन्तु मान लो कि कोई स्वतंत्रता की सिद्ध व्यवस्था पर ध्यान देता है और उसको संजोकर रख लेता है... तो ऐसा मनुष्य आशीषित होगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:25 j070 rc://*/ta/man/translate/figs-possession νόμον τέλειον, τὸν τῆς ἐλευθερίας 1 याकूब अधिकार्स्प्पचक रूप के प्रयोग द्वारा **स्वतंर्ता** दिलाने वाली **व्यवस्था** का वर्णन करता है| याकूब **स्वतंत्रता की व्यवस्था** से याकूब का क्या तात्पर्य है, इसके अधिक वर्णन हेतु [2:12](../02/12.md) पर तिप्पानियाँ देखें| वैकल्पिक अनुवाद: "सिद्ध व्यवस्था जिसके द्वारा स्वंत्रता प्राप्त होती है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
1:25 j071 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit νόμον τέλειον, τὸν τῆς ἐλευθερίας 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप सुस्पष्ट कह सकते हैं कि यह **व्यवस्था** मनुष्यों को क्या करने की **स्वतंत्रता** देती है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था मनुष्यों को स्वतंत्र करती है कि वे परमेश्वर की आज्ञा मानें"\nGod” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:25 j072 νόμον τέλειον, τὸν τῆς ἐλευθερίας 1 जैसा [1:4](../01/04.md) और [1:17](../01/17.md) में है, **सिद्ध** शब्द का सन्दर्भ किसी वस्तु की उस स्थिति से है जिसमें वह पूर्णतः विकसित होकर किसी उद्देश्य निमित्त उपयोग हेतु पूर्णतः अनुकूल हो जाती है| देखें कि आपने उन पदों में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था जो मनुष्यों को पाप से स्वतंत्र कराने में पूर्णतः सिद्ध है"
1:25 j074 rc://*/ta/man/translate/figs-possession ἀκροατὴς ἐπιλησμονῆς 1 याकूब **भुलक्कड़** **सुनने वाले** का वर्णन करने के लिए अधिकार सूचक रूप का उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सुनने वाला जो भुलक्कड़ है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
1:25 j075 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἀκροατὴς ἐπιλησμονῆς 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **विस्मरण** में निहित विचार का अनुवाद "भूलना** जैसे विशेषण शब्द से कर सकते है| वैकल्पिक अनुवाद: "सुनने वाला जो भूल जाता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:25 j076 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ποιητὴς ἔργου 1 परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने में जो **काम** करना होता है उसके विचार-साहचर्य से याकूब परमेश्वर द्वारा दी गई आज्ञाओं को लाक्षणिक भाषा में **काम** कहता है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:25 j077 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν τῇ ποιήσει αὐτοῦ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस संज्ञा शब्द, **काम** में निहित विचार का अनुवाद "करता है" जैसे क्रिया शब्द के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जोस कुछ भी करता है उसमें"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:26 j078 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo εἴ τις δοκεῖ θρησκὸς εἶναι, μὴ χαλιναγωγῶν γλῶσσαν αὐτοῦ, ἀλλὰ ἀπατῶν καρδίαν αὐτοῦ, τούτου μάταιος ἡ θρησκεία 1 याकूब एक काल्पनिक परिस्थिति के प्रयोग द्वारा शिक्षा देता है| " मान लो कि कोई अपने को भक्त कहता है परन्तु अपनी जीभ को वश में नहीं रखता हो, इस प्रकार अपने मन को धोखा देता है, तो उसकी भक्ति व्यर्थ है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:26 j079 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μὴ χαλιναγωγῶν γλῶσσαν αὐτοῦ 1 याकूब **जीभ पर लगाम देने वाले** मनुष्य के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है की जैसे वह लगाम से घोड़े को वश में रखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु वह अपनी जीभ को वश में नहीं रखता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:26 j080 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown μὴ χαλιναγωγῶν γλῶσσαν αὐτοῦ 1 **लगाम** घोड़े को वश में रखने का साधन है| यदि आपके पाठक **लगाम** से परिचित नहीं हैं तो आप कोई और उदाहरण काम में ले सकते हैं जो आपकी संस्कृति में पशुओं को वश में करने के लिए काम में ली जाती हो जिससे वे परिचित हैं|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
1:27 j081 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor θρησκεία καθαρὰ καὶ ἀμίαντος 1 याकूब **भक्ति** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है जैसे कि वह कोई भौतिक वस्तु हो जो **शुद्ध** और **निर्मल** है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनभावन और ग्रहणयोग्य भक्ति" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:27 j082 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys τῷ Θεῷ καὶ Πατρί 1 याकूब दो भिन्न-भिन्न प्रकार के मनुष्यों के बारे में चर्चा करता है| वह **और** शब्द से संयोजित दो संज्ञा शब्दों के उपयोग के द्वारा एक ही विचार को प्रकट करता है| एक संज्ञा शब्द, **पिता** जो अतिरिक्त पहचान कराते हुए कहता है, **परमेश्वर** वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
1:27 j083 rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples Πατρί 1 **पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण पदनाम है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
1:27 j084 ἄσπιλον ἑαυτὸν τηρεῖν ἀπὸ τοῦ κόσμου 1 यह न तो उद्देश्य गर्भित और न ही परिणाम गर्भित उपवाक्य है| याकूब अपने पाठकों से नहीं कहता है कि उनको**अनाथों और विधवाओं** की सहायता करना चाहिए जिससे कि वे **संसार से निष्कलंक** रहें या यह कि यदि वे उनकी सहायता करें तो परिणाम ऐसा होगा| अपेक्षा इसके, याकूब कहता है कि यह **भक्ति** का गुण दर्शाने वाली दूसरी बात है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप स्पश्तिकारण हेतु इस उपवाक्य से पहले "और" शब्द का प्रयोग कर सकते हैं|
1:27 j085 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἄσπιλον ἑαυτὸν τηρεῖν ἀπὸ τοῦ κόσμου 1 याकूब **संसार** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है कि परमेश्वर का सम्मान नहीं करने वाले लोगों के सिद्धांतों के तंत्र का सन्दर्भ दे, विचार-साहचर्य से उन लोगों के सांसारिक जीवन की रीति| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने आप को अभक्त लोगों के सिद्धांत तंत्र से निष्कलंक रखें"\n(देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:2 j086 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνὴρ 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अभिप्राय है, स्त्री या पुरुष| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यक्ति" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:2 j087 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown συναγωγὴν 1 यहाँ **सभा** का अर्थ है, यहूदियों का आराधना स्थल| याकूब इस शब्द का उपयोग इसलिए करता है किवः मुख्यतः उन यहूदियों को लिखता है जिन्होंने यीशु को मसीह मानने का विश्वास कर लिया है| (याकूब: प्रस्तावना, भाग 1 में परिचर्चा को देखें|) अपने अनुवाद में आप और अधिक सामान्य शब्द का उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सभागृह"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
2:2 j088 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj πτωχὸς 1 याकूब इस विशेषण शब्द, **कंगाल** का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कि एक प्रकार के मनुष्य को संदर्भित करे| (ULT में इसका संकेत देने के लिए **एक** शब्द को इसमें जोड़ा गया है) आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रयोग होगा| यदि नहीं, तो आप इसका अनुवाद एक सामानार्थक वाक्यांश से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक मनुष्य जो गरीब है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:3 j089 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo δὲ 1 याकूब उसके द्वारा पिछले पद में चर्चित काल्पनिक परिस्थिति का ही वर्णन कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद, जैसा UST में है: "और मान लो कि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:3 j090 rc://*/ta/man/translate/figs-you ἐπιβλέψητε & εἴπητε & εἴπητε 1 इन तीनों उदाहरणों में **तुम** शब्द बहुवचन में हैं क्योंकि याकूब अपने सब पाठकों से कह रहा है कि ऎसी परिस्थिति में वे क्या करेंगे|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
2:3 j091 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐπιβλέψητε & ἐπὶ 1 इस प्रकरण में, इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, कसी मनुष्य या किसी वस्तु को प्रशंसा से निहारना| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रशंसा से देखते हो" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:3 j092 rc://*/ta/man/translate/figs-yousingular σὺ κάθου ὧδε καλῶς & σὺ στῆθι ἐκεῖ & κάθου ὑπὸ τὸ ὑποπόδιόν μου 1 यहाँ ये टिप्पणियाँ धनवान और गरीब के लिए अनन्यता में हैं इसलिए पहले दो सन्दर्भों में **तू** एकवचन में है **बैठ** के आदेश में अभिप्रेत **तू** भी एकवचन में है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-yousingular]])
2:3 j093 rc://*/ta/man/translate/figs-imperative σὺ κάθου ὧδε καλῶς 1 यह आदेशात्मक है परन्तु इसका अनुवाद आदेश की अपेक्षण नम्र निवेदन के शब्दों में किया जाए| यदि "कृपया" शब्द जैसी अभिव्यक्ति जोड़ दी जाए तो स्पष्टीकरण में सहायक सिद्ध होगी| वैकल्पिक अनुवाद: "कृपया सम्मान के इस स्थान को ग्रहण करें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-imperative]])
2:3 j094 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast καὶ 1 यहाँ **और** शब्द धनवान मनुष्य के साथ व्यावहा और एक गरीब के साथ व्यवहार में विषमता दर्शाने के लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:3 j095 rc://*/ta/man/translate/figs-imperative σὺ στῆθι ἐκεῖ & κάθου ὑπὸ τὸ ὑποπόδιόν μου 1 गरीब मनुष्य से काही गई ये बातें विनम्र निवेदन की अपेक्षा आदेश हैं क्योंकि याकूब उदहारण दे रहा है कि विश्वासी गरीबों के साथ धनवानों की तुलना में कैसा भिन्न व्यवहार करेंगे| इन कथनों में "कृपया" शब्द नहीं जोड़ने से धनवान मनुष्य के साथ किए गए व्यवहार की विशाम्न्ता में प्रकट होगा|\nदेखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-imperative]])
2:4 j096 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo οὐ διεκρίθητε ἐν ἑαυτοῖς, καὶ ἐγένεσθε κριταὶ διαλογισμῶν πονηρῶν? 1 इस पद में याकूब उसी काल्पनिक परिस्थिति के परिणाम को प्रकट करता है जिसा वर्णन वह [2:2](../02/02.md) से करता आ रहा है| यहाँ एक नए वाक्य का आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तो तुमने अपने मध्य अंतर स्थापित कर दिया है और तुम बुरे विचार के न्यायी बन गए"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:4 j097 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result οὐ διεκρίθητε ἐν ἑαυτοῖς, καὶ ἐγένεσθε κριταὶ διαλογισμῶν πονηρῶν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशोंके क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरा वाक्यांश पहले वाक्यांश के परिणाम का कारण प्रकट करता है|वैकल्पिक अनुवाद: "क्या तुम बुरे विचार रखने वाले न्यायी नहीं हो गए कि कुछ लोगों को अन्यों से अधिक माननीय समझते हो" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:4 j098 rc://*/ta/man/translate/figs-possession ἐγένεσθε κριταὶ διαλογισμῶν πονηρῶν 1 याकूब **बुरे विचार** का गुणकारी **न्याय करने वालों** का वर्णन करने के लिए अधिकारसूचक रूप का उपयोग करता है| वह न्याय करने वालों के विचारों को बुरा नहीं कहता है| वैकल्पिक अनुएआद: "न्याय अकरने वाले हो गए जो बुरा सोचे हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
2:4 j099 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐγένεσθε κριταὶ διαλογισμῶν πονηρῶν 1 याकूब निष्क्रियता में किसी भूमिका को ग्रहण करने और किसी विचार विधा विशेष से भी अधिक किसी बात का वर्णन करता है| वह ऐसे विचारों के आधार पर किए जाने वाले काम का वर्णन करता है| यदि आपकी पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए उसके बारे में अनुचित न्याय किया और फी वैसा व्यवहार भी किया" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:5 j344 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἀκούσατε 1 याकूब इस अभिव्यक्ति द्वारा आगे कहने वाली बातों पर बल देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस पर ध्यान दो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:5 j100 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τῷ κόσμῳ 1 याकूब यहाँ **संसार** शब्द का उपयोग 1:27 से भिन्न भाव में करता है| यहाँ वह हमारे इस संसार का सन्दर्भ देता जिसमें हम रहते हैं अतः यह एक सामान्य जीवन का संकेतक है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस जीवन में"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:5 j101 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit πλουσίους ἐν πίστει 1 आपकी भाषामें **विश्वास** के कर्ता को स्पष्ट करने की आवश्यकता होगी| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु में दृढ विश्वास रखना"
2:5 j102 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns κληρονόμους τῆς βασιλείας ἧς 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **राज्य** में निहित विचार का अनुवाद "शासन करना" जैसी क्रिया से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "लाभों का आनंद लेना जब परमेश्वर .. हो कर शासन करता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:6 j103 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τὸν πτωχόν 1 याकूब इस विशेषण शब्द,**कंगाल** का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है कि मनुष्यों के एक वर्ग विशेष का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं, तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी समानार्थक वाक्यांश से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य जो गरीब हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:6 j104 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns οὐχ οἱ πλούσιοι καταδυναστεύουσιν ὑμῶν, καὶ αὐτοὶ ἕλκουσιν ὑμᾶς εἰς κριτήρια 1 जिस शब्द का अनुवाद:** वे ही** किया गया है वही शब्द है जिसका अनुवाद अगले पद में **वे** किया गया है| यह एक नए मुक्त उपवाक्य का प्रभावी कर्ता है, अतः आप इसका अनुवाद दो वाक्यों में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या धनवान लोग तुम पर अत्याचार नहीं करते हैं? क्या वे तुमको न्यायालयों में घसीट कर नहीं ले जाते हैं?" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:6 j105 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐχ οἱ πλούσιοι καταδυναστεύουσιν ὑμῶν, καὶ αὐτοὶ ἕλκουσιν ὑμᾶς εἰς κριτήρια? 1 याकूब का अभिप्रेत अर्थ है कि जिन विश्वासियों को वह पत्र लिख रहा है उनके द्वारा धनवानों के साथ पक्षपात का व्यवहार करना उनके योग्य नहीं है क्योंकि धनवानों ने, वास्तव में, उनके साथ बुरा व्यवहार किया है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "धनवान इस योग्य नहीं कि अन्यों की अपेक्षा तुम्हारे सम्मान के पात्र बनें| वे ही तो है जो तुम पर अत्याचार करते हैं और तुमको न्यायालयों में घसीटते हैं"\nदेखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:7 j106 οὐκ αὐτοὶ βλασφημοῦσιν τὸ καλὸν ὄνομα 1 यहाँ **निंदा** शब्द पारिभाषिक भाव में है| इसके द्वारा ऐसे मनुष्य का वर्णन होता है जो किसी ईश्वरीय बात का अनुचित इनकार करता है| परन्तु इस शब्द का सामान्य भाव "ओमान" भी हो सकता है और संभवतः याकूब के द्वारा इसके उपयोग का यहाँ यही भावार्थ है| (तथापि, यीशु के नाम की **निंदा** करने के कारण ये धनवान मनुष्य विधि के भाव में निंदा करने के दोषी हैं क्योंकि यीशु परमेश्वर है और उसके नाम का सम्मान हों आवश्यक है|) वैकल्पिक अनुवाद: "क्या वे उस उत्तम नाम का अपमान नहीं करते हैं?"
2:7 j107 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τὸ ἐπικληθὲν ἐφ’ ὑμᾶς 1 यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसके द्वारा तुम बुलाए जाते हो" या "जिसके द्वारा तुम्हारी पहचान है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:7 j108 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τὸ ἐπικληθὲν ἐφ’ ὑμᾶς 1 यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे मनुष्य तुम्हे पुकारता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:8 j109 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast εἰ μέντοι 1 याकूब इन शब्दों के उपयोग के द्वारा [2:6](../02/06.md) में कही गई उसकी बातों से विषमता दर्शाता है, "तुमने उस कंगाल का अपमान किया है" अर्थात " तुमने गरीबों के साथ किए गए व्यवहार की तुलना में धनवानों के साथ कहीं अच्छा व्यवहार किया है" वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु यदि, धनवानों का पक्ष लेने की अपेक्षा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:8 j110 τελεῖτε 1 यह क्रिया शब्द, **पूरी करते** उसी मूल का है जिसका विशेषण शब्द,"सिद्ध" है जिसका उपयोग याकूब इस पत्र में पहले अनेक बार करता है| इसका अर्थ है, किसी वस्तु को उद्देश्य पूर्ति के या लक्ष्य प्राप्ति के निमित्त पूर्ण करना| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अचूक आज्ञा पालन करते हो"
2:8 j111 rc://*/ta/man/translate/figs-youcrowd ἀγαπήσεις τὸν πλησίον σου ὡς σεαυτόν 1 इस उद्धरण में **तू** और **अपने** एकवचन में हैं,यद्यपि मूसा ने यह व्यवस्था इस्राएलियों को सामूहिक रूप में दी थी, प्रत्येक व्यक्ति से अपेक्षा की गई थी कि इसका पालन करे| अतः अपने अनुवाद में **तू** और **अपने** के एकवचन रूपों का उपयोग करें, यदि आपकी भाषा में ऐसा अंतर स्पष्ट हो| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:10 j112 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब पिछले पद में दी गए अपने वक्तव्य का कारन देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "पक्षपात करना परमेश्वर की व्यवस्था का उल्लंघन क्यों है, इसका कारन है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:10 j113 πάντων ἔνοχος 1 वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण व्यवस्था के उल्लंघन का दोषी है"
2:10 j114 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit πάντων ἔνοχος 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते है कि याकूब क्यों कहता है कि यह सच है| वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण व्यवस्था का उल्लंघन करने वाला ठहरा क्योंकि परमेश्वर ने सम्पूर्ण व्यवस्था दी कि मनुष्यों पर प्रकट करे कि वह उनसे कैसा जीवन चाहता है, इसलिए यदि आप उसमें से एक नियम का उल्लंघन करते हैं तो आप उसके अनुकूल जीवन नहीं जी रहे हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:11 j115 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब पिछले पद में कही गई अपनी बात का यहाँ कारण देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था की एक बात का उल्लंघन करने से मनुष्य सम्पूर्ण व्यवस्था के उल्लंघन का दोषी हो जाता है, इसका कारन है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:12 j116 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns νόμου ἐλευθερίας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **स्वतंत्रता** में निहित विचार का अनुवाद एक विशेषण शब्द, जैसे "स्वतंत्र" का उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था जो मनुष्यों को स्वतंत्र कर देती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:12 j117 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit νόμου ἐλευθερίας 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते है कि व्यवस्था मनुष्यों को किस काम की **स्वतंत्रता** देती है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यवस्था मनुष्यों को परमेश्वर के आज्ञा पालन की स्वतंत्रता देती है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:12 j118 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit νόμου ἐλευθερίας 1 इस प्रकरण में ऐसा प्रतीत होता है कि जब याकूब **स्वतंत्रता की व्यवस्था** की चर्चा करता है तो वह उस आज्ञा का सन्दर्भ दे रहा है जिसकी चर्चा उसने [2:8](../02/08.md) में की थी, "तू अपने पडौसी से अपने सामान प्रेम रख" यदि आप्केपाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं और वर्णन कर सकते हैं कि यह व्यवस्था मनुष्यों को कैसे स्वतंत्र करती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने पडौसी से प्रेम रखने की आज्ञा जो मनुष्यों को उनके सम्पूर्ण कार्यकलापों में अनुपालन हेतु एक सिद्धांत प्रदान करते हुए परमेश्वर के आज्ञा पालन के लिए स्वतंत्र करती है \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:13 j119 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब कारण देता है कि मनुष्यों से प्रेम करने का सिद्धांत मनुष्यों के कार्यकलापों का आधार क्यों होना है, जैसा उसने पिछले पद में कहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको मनुष्यों से प्रेम करने के सिद्धांत का पालन करना है क्योंकि" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:13 j120 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἡ γὰρ κρίσις ἀνέλεος τῷ μὴ ποιήσαντι ἔλεος 1 याकूब **न्याय** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जो परमेश्वर का प्रतिनिधित्व करता है क्योंकि वही है जो न्याय करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब परमेश्वर न्याय करेगा तब वह उन लोगों पर दया नहिबं करेगा जिन्होंने दूसरों पर दया नहीं की है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:13 j121 τῷ μὴ ποιήσαντι ἔλεος 1 जिस शब्द का यहाँ अनुवाद **दया** किया गया है उसका सन्दर्भ अनुकम्पा से भी हो सकता है| याकूब इस प्रकरण में मनुष्यों से प्रेम करने की आज्ञा के अनुसरण का सन्दर्भ देता है तो यहाँ इसका संभावित अर्थ यही हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे जिन्होंने अन्यों के प्रति अनुकम्पा का व्यवहार नहीं किया है"
2:13 j122 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast κατακαυχᾶται ἔλεος κρίσεως 1 इस वाक्य और पिछले वाक्य के अभिकथन- "न्याय बिना दया के", में अभिप्रेत विषमता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस वाक्य के आरम्भ में "तथापि" जैसे शब्द द्वारा इस विषमता का संकेत स्पष्ट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तथापि, दया न्याय के विरुद्ध गर्व करती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:13 j123 rc://*/ta/man/translate/figs-personification κατακαυχᾶται ἔλεος κρίσεως 1 याकूब **दया** और **न्याय** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे जीवित वस्तुएं हों जो एक दुसरे के साथ स्पर्धा करती हैं| वह **दया** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह इस स्पर्धा में, **न्याय** के पराजित करने के बाद गर्व करती है| याकूब परमेश्वर द्वारा मानुषों के न्याय का ही वर्णन करता जा रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "थापी, परमेश्वर उन लोगों पर दया करेगा जिन्होंने दूसरों पर अनुकम्पा की है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:14 j124 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τί τὸ ὄφελος 1 यहं एक मुहावरा है| आपकी भाषा में इसके तुल्य कोई अभिव्यक्ति होगी जिसका उपयोग आप यहाँ कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे क्या भला होगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:14 j125 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί μου 1 देखें कि आपने **भाइयों** शब्द का अनुवाद [1:2](../01/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14 j126 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μὴ δύναται ἡ πίστις σῶσαι αὐτόν 1 इस प्रकरण में याकूब साधारण **विश्वास** के विषय नहीं, उस विश्वास के विषय प्रश्न करता है जो **कर्मों द्वारा प्रकट नहीं है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा विश्वास उसका उद्धार नहीं कर सकता है, कर सकता है क्या?"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:14 j127 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives μὴ δύναται ἡ πίστις σῶσαι αὐτόν 1 इस वाक्य में जो पहला शब्द है वह मूल यूनानी भाषा में नकारात्मक शब्द है जिसको ऐसे प्रश्न में परिवर्तित किया जा सकता है जिसके द्वारा एक नकारात्मक उत्तर की अपेक्षा की जाती है| ULT में इसको, क्या ऐसा है?" के द्वारा प्रकट किया गया है| आपकी भाषा में नकारात्मक उत्तर पाने के लिए प्रश्न पूछने के अनेक अन्य रूप होंगे, उदाहरणार्थ, किसी सकारात्मक वाक्य अभिकथन के शब्द क्रम में परिवर्तन लाने के द्वारा| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या ऐसा विश्वास उसके उद्धार के योग्य है?" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
2:14 j128 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μὴ δύναται ἡ πίστις σῶσαι αὐτόν? 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **विश्वास** में निहित विचार का अनुवाद **विश्वास करना** जैसी क्रिया द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर में मात्र विश्वास करना क्या उसका उद्धार करेगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:15 j129 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ἐὰν 1 याकूब शिक्षा देने के लिए एक काल्पनिक परिस्थिति का प्रयोग कर रहा है| इस पद में वह उस परिस्थिति का वर्णन करना आरम्भ करता है| शेष परिस्थिति और परिणाम का वर्नान वह अगले पद में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:15 j130 γυμνοὶ 1 **नंगे-उघाड़े** का आर्ट हो सकता है "नग्न," यदि आपकी भाषा में कोई बाईबल अनुवाद है तो वहाँ ऐसा लिखा होगा| परन्तु इस प्रकरण में, वास्तविक अर्थ है, पर्याप्त वस्त्रों की कमी| वैकल्पिक अनुवाद: "धंद से कपडे न पहने हुए"
2:16 j131 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo δέ 1 याकूब उसी काल्पनिक परिस्थिति का वर्णन करता है जिसका उपयोग वह शिक्षा के लिए करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और मान लो कि" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:16 j132 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns αὐτοῖς & αὐτοῖς 1 यद्यपि पिछले पद में याकूब " भाई या बहन" के लिए एक वचन काम में लेता है, यहाँ वह आवश्यकता ग्रस्त मनुष्यों के लिए सामान्यतः बहुवचन का म में लेता है, **उनसे** यदि आपके पाठकों के लिए या उलझन का विषय हो तो आप इस पद में भी एकवचन काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उस भाई या उस बहन को... उसको या उसको" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:16 j133 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy θερμαίνεσθε καὶ χορτάζεσθε 1 वह मनुष्य जो आवश्यकता ग्रस्त मनुष्यों से ऐसा कह सकता है वह लाक्षणिक भाषा में वस्त्रों के लिए विचार-साहचार्य में वस्त्रों द्वारा मनुष्यों को गर्म रखने के सन्दर्भ में कहता है और भोजन के लिए लाक्षणिक भाषा में,विचार-साहचर्य से, मनुष्यों की संतुष्टि के विषय कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "पर्याप्त वस्त्र और तुष्टिकारक भोजन मिले \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:16 j134 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo δὲ 1 याकूब उसी काल्पनिक परिस्थिति का वर्णन कर रहा है जिसका प्रयोग वह शिक्षण हेतु करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु यह भी मान लो कि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:16 j135 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns μὴ δῶτε 1 इस पद के आरम्भ में याकूब तृतीय पुरुष एकवचन काम में लेता है, **तुम में से कोई** परन्तु अब वह विश्वासियों के लिए सामान्यतः द्वितीय पुरुष बहुवचन काम में लेता है, **तुम** की संकेत दे कि समुदाय समग्रता में कैसी प्रतिक्रया दिखाएगी| यदि आपके पाठकों के लिए इससे उलझन उत्पन्न हो तो आप यहाँ तृतीय पुरुष एकवचन काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह नहीं देता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:16 j136 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τὰ ἐπιτήδεια 1 याकूब यहाँ विशेषण शब्द, **आवश्यक** को बहुवचन संज्ञा में काम में लेता है| (ULT में **वस्तुएं**जोड़कर इसका संकेत दिया गया है) आपकी भाषा में विशेशाषणों का ऐसा ही उपयोग होगा| यदि नहीं. तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी समानार्थक वाक्यांश से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वस्तुएं जो आवश्यक हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:16 j137 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo τί τὸ ὄφελος? 1 यह उस काल्पनिक परिस्थिति का परिणाम है जिसको याकूब शिक्षा देने के लिए काम में लेता है| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक ही सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तब उससे कैसा भी भला नहीं होता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:17 j138 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ πίστις, ἐὰν μὴ ἔχῃ ἔργα, νεκρά ἐστιν καθ’ ἑαυτήν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकाल्पिक अनुवाद: "यदि कोई कहे कि वह परमेश्वर में विश्वास करता है परन्तु वह परमेश्वर की इच्छा का काम नहीं करता है तो वह वास्तव में परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:18 j139 rc://*/ta/man/translate/figs-quotations ἀλλ’ ἐρεῖ τις, σὺ πίστιν ἔχεις, κἀγὼ ἔργα ἔχω 1 इस वाक्य पर परिचर्चा इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में देखें| प्रत्याक्ष उद्धरण को अप्रत्यक्ष उद्धरण में परिवर्तित करना \**तू* के स्पष्टीकरण हेतु सहायक ही होगा कि उसका अभिप्राय "तुम में से कोई" हैहै जिसको संबोधित किया जा रहा है जैसा [216](../02/16.md) में है और जब याकूब \**मैं*\* शब्द का प्रयोग करता है तो वह स्वयं का सन्दर्भ दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु कोई तुमसे कैगा, तुझे विश्वास है और मैं कर्म करता हूँ"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotations]])
2:18 j140 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀλλ’ ἐρεῖ τις, σὺ πίστιν ἔχεις, κἀγὼ ἔργα ἔχω 1 इस वाक्य पर परिचर्चा इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में देखें| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस वाक्य के अर्थ को अधिक स्पष्टा में व्यक्त कर सकते हैं| (UST में तो इसके अभिप्राय को यहाँ दिए गए सुझावों से भी अधिक दर्शाया गया है|) वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु कोई तुमको विश्वास दिलाने का प्रयत्न करे कि तुममें विश्वास है जबकि मैं. याकूब कर्म करता हूँ"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotations]])
2:18 j141 rc://*/ta/man/translate/figs-yousingular σὺ πίστιν ἔχεις 1 यहाँ **तू** एकवचन में है क्योंकि याकूब उदाहरण देता है की कोई किसी व्यक्ति विशेष को संबोधित करे| तदोपरांत याकूब स्वयं ही इस पद के शेष भाग में और पद, [19-22](../02/19.md) में इसी व्यक्ति विशेष को संबोधित करता है| अतः यदि आपकी भाषा में यह अंतर स्पष्ट होता है तो यहाँ से पद 22 तक अपने अनुवाद में &&तू\*\* का एकवचन काम में लें|  (देखो: [[rc://hn/ta/man/translate/figs-quotations]])
2:18 j142 rc://*/ta/man/translate/figs-quotations δεῖξόν μοι τὴν πίστιν σου χωρὶς τῶν ἔργων, κἀγώ σοι δείξω ἐκ τῶν ἔργων μου τὴν πίστιν 1 पर्स्तावना के बाद इस वाक्य को प्रत्यक्ष उद्धरण में रखना सहायक सिद्ध होगा कि प्रकट हो कि उस काल्पनिक प्रश्न के प्रत्योत्तर में याकूब ऐसा कहेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तब मैं तुम से कहूंगा, 'कर्म बिना अपना विश्वास मुझे दिखाओ, और मैं अपना विश्वास कर्मों से प्रकट करूंगा'" (देखो: [[rc://hn/ta/man/translate/figs-quotations]])
2:18 j143 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo δεῖξόν μοι τὴν πίστιν σου χωρὶς τῶν ἔργων, κἀγώ σοι δείξω ἐκ τῶν ἔργων μου τὴν πίστιν 1 यह उस काल्पनिक परिस्थिति का परिणाम है जिसका वर्णन याकूब करता आ रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तब मैं तुम से कहूंगा,'मुझे अपना विश्वास कर्मों बिना दिखाओ, और मैं तुमको अपना विश्वास कर्मों से दिखाऊंगा'" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotations]])
2:18 j144 rc://*/ta/man/translate/figs-imperative δεῖξόν μοι τὴν πίστιν σου χωρὶς τῶν ἔργων 1 याकूब आदेशात्मक उक्ति, **मुझे … दिखा** काम में लेता है कि उस काल्पनिक "तू" को चुनौती दे और उसके बोध कराए कि याकूब उसको जो कहता है, उसको वह वास्तव में नहीं कर सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू मुझे अपना विश्वास कर्मों के बिना नहीं दिखा सकता है"(देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-imperative]])
2:18 j145 rc://*/ta/man/translate/figs-declarative κἀγώ σοι δείξω ἐκ τῶν ἔργων μου τὴν πίστιν 1 याकूब इस अभिकथन को भविष्य काल में काम में लेता है कि प्रकट करे कि वह उस कार्य विशेष को करने में सक्षम है| (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]])
2:18 j146 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns κἀγώ σοι δείξω ἐκ τῶν ἔργων μου τὴν πίστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक उक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु परमेश्वर मुझ से जो कराना चाहता है उसको करने के द्वारा मैं तुमको दिखा सकता हूँ कि मैं वास्तव में परमेश्वर में विश्वास रखता हूँ" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:19 j147 σὺ πιστεύεις ὅτι εἷς ἐστιν ὁ Θεός 1 जिस क्रिया का अनुवाद, **विश्वास करना** किया गया है वह उसी मूल से है जिससे अनुवादित शब्द "विश्वास" है| इसको अपने अनुवाद में प्रकट करना सहायक ही होगा की स्पष्ट किया जा सके कि याकूब उसी व्यक्ति विशेष से कह रहा है जो पिछले पद में था| वैकल्पिक अनुवाद: "तुझे विश्वास है कि परमेश्वर एक है"
2:19 j148 σὺ πιστεύεις ὅτι εἷς ἐστιν ὁ Θεός 1 जैसा याकूब: प्रस्तावना, भाग 1 में वर्णन किया गया है, याकूब के पत्र प्राप्तिकर्ता यीशु के विश्वासी ठेपरान्तु उनकी पृष्ठभूमि यहूदी थी| परिणामस्वरूप, उनको बोध होगा कि याकूब यहाँ अनिवार्य यहूदी विश्वास वचन का सन्दर्भ दे रहा है,"हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है|" [व्यवस्थाविवरण 6:4](../deu/06/04.md) में यह आज्ञा मूसा द्वारा दी गई है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'तुम मूसा की अनिवार्य शिक्षा में विश्वास करते हो कि परमेश्वर एक है"
2:19 j149 rc://*/ta/man/translate/figs-irony καλῶς ποιεῖς; καὶ τὰ δαιμόνια πιστεύουσιν καὶ φρίσσουσιν 1 जब याकूब कहता है,**तू अच्छा करता है** तो वह वास्तव में अपने अभिप्राय के विपरीत कहता है| याकूब मानता है कि एक परमेश्वर में विश्वास करने अपनव आप में अच्छा है, परन्तु वह वास्तव में कहता है कि अपने आप में यह विश्वास कर्मों से वंचित है और मनुष्य का उद्धार नहीं कर सकता है| अपनी इस बात को वह सिद्ध करने के लिए वह कहता है कि दुष्टात्माओं को उद्धार प्राप्त नहीं है परन्तु वे भी विश्वास करती हैं कि परमेश्वर एक ही है और यह उनके लिए थरथराने का कारन है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम सोच सकते हो कि ऐसा करना अच्छा है परन्तु दुष्टात्माएं भी एक परमेश्वर में विश्वास करती हैं और थरथराती हैं" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-irony]])
2:20 j150 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom θέλεις & γνῶναι 1 यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है," मैं सिद्ध कर सकता हूँ"निहितार्थ सुझाव द्वारा,यदि तुम वास्तव में जानना चाहते हो तो मैं सिद्ध करके दिखा सकता हूँ" वैकल्पिक अनुवाद: "मैं सिद्ध कर सकता हूँ" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:20 j151 ὦ ἄνθρωπε κενέ 1 याकूब विस्मय बोधक कथन के बाद संबोधन कारक में इस काल्पनिक **मनुष्य** को संबोधित करता है| यदि आपकी भाषा में संबोधन कारक हो तो उसको यहाँ काम में लेना उचित ही होगा| यदि नहीं तो आप अपने भाषा के किसी स्वाभाविक रूप में इसका अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हे मूर्क मनुष्य"
2:20 j152 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ὦ ἄνθρωπε κενέ 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता हैअर्थात, कोई भी मनुष्य, स्त्री हो या पुरुष| वैकल्पिक अनुवाद: "हे मूर्ख मनुष्य"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:20 j153 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ πίστις χωρὶς τῶν ἔργων ἀργή ἐστιν 1 याकूब **विश्वास** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रका कहता है कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु हो जिसके पास काम नहीं तो वह आलसी होकर कुछ नहीं करती है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य का विश्वास व्यर्थ है यदि वह उसको कर्मों से प्रकट नहीं करे" या "मनुष्य का विश्वास बंजर है यदि वह उसको कर्मों द्वारा न दर्शाए" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:20 j154 rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants ἡ πίστις χωρὶς τῶν ἔργων ἀργή ἐστιν 1 इस अध्याय के अंत में सामान्य टिप्पणियों में मूल पाठ विषयक चर्चा विषयों पर परिचर्चा देखें की आपके अनुवाद में इस पाठ को रखना है अन्य किसी पाठ को, "कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है" निम्नलिखित टिप्पणी उस पाठ में अनुवाद की समस्या पर परिचर्चा करती है, उनके लिए जो इस पाठ को रखना चाहते हैं|(देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
2:20 j155 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ πίστις χωρὶς τῶν ἔργων ἀργή ἐστιν 1 यदि यह पाठ, कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है" सही है तो याकूब **विश्वास** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे कर्म हो तो वह जीवित है और यदि कर्म न हों तो वह मृतक है| वैकल्पिक अनुवाद: "मौश्य का विश्वास सच्चा नहीं है यदि वह उसको कैमों द्वारा प्रकट नहीं करता है"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
2:21 j156 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit Ἀβραὰμ ὁ πατὴρ ἡμῶν οὐκ ἐξ ἔργων ἐδικαιώθη, ἀνενέγκας Ἰσαὰκ τὸν υἱὸν αὐτοῦ ἐπὶ τὸ θυσιαστήριον? 1 याकूब यह मानता है की उसके पाठकों को समझ में आ जाएगा कि वह उत्पत्ति की पुस्तक में विहित एक क्लाहनी को सूना रहा है| इस कहानी में परमेश्वर अब्राहम से कहता है कि वह अपने पुत्र इसहाक को उसके लिए बलि चढ़ा दे परन्तु परमेश्वर वास्तव में अब्राहम से ऎसी अपेक्षा नहीं करता था| वह तो चहाता था कि अब्राहम अपने विश्वास और आज्ञापालन को ऐसा करने की इच्छा से प्रकट करे| अंत में परमेश्वर अब्राहम को उसके पुत्र की बलि चढाने से रोक देता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका स्पष्ट संकेत दे सकते हैं, विशेष कलरके तब जब वे इस कहानी से अनभिज्ञ हों और जब वे यह मानते हैं कि अब्राहम ने वास्तव में अपने पुत्र की बलि चढ़ाई थी| वैकल्पिक अनुवाद- अभिकथन रूप में: "हमारा पिता अब्राहम कर्मों द्वारा धर्मी ठराया गया था जब उसने यह सिद्ध कर दिया था कि वह परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए तैयार था चाहे उसको अपने पुत्र की बलि ही क्यों न चढ़ानी हो, जबकि परमेश्वर वास्तव में उससे ऐसा कर्म नहीं चाहता था और परमेश्वर ने उसको ऐसा करने से रोक दिया था"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:21 j157 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive Ἀβραὰμ ὁ πατὴρ ἡμῶν οὐκ & ἐδικαιώθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कत्रिवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद- अभिकथन रूप में: "परमेश्वर ने हमारे पिता, अब्राहम को धर्मी ठराया" या "परमेश्वर ने हमारे पिता, अब्राहम को धर्मी घोषित किया"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:21 j158 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἀβραὰμ & Ἰσαὰκ 1 ये नाम दो पुरुषों के हैं|
2:21 j159 rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive ὁ πατὴρ ἡμῶν 1 याकूब अब्राहम का वंशज, यहूदी है और जिनको वह पत्र लिख रहा है वे भी यहूदी पृष्ठभूमि के हैं इसलिए **हमारा** शब्द समावेशी है, यदि आपकी भाषा में यह अंतर है| (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
2:22 j160 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ πίστις συνήργει τοῖς ἔργοις αὐτοῦ, καὶ ἐκ τῶν ἔργων ἡ πίστις ἐτελειώθη 1 यदि आपकी भाषा मेंस्पष्ट होई सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** में निहिओत विचारों को समानार्थक अभियाक्तियों द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अब्राहम ने ऐसा किया क्योंकि वह परमेश्वर में विश्वास करता थाऔर इन कर्मों के कारण उसका विश्वास परमेश्वर में और भी अधिक हीओ गया" (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:22 j161 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐκ τῶν ἔργων ἡ πίστις ἐτελειώθη 1 यदि यहआप की भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद : "उसके कर्म विश्वास से सिद्ध होते हैं"  (देखो: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:22 j162 ἐκ τῶν ἔργων ἡ πίστις ἐτελειώθη 1 **सिद्ध हुआ** शब्द का क्रिया रूप विशेषण शब्द "सिद्ध" के ही मूल से आता है जिसका उपयोग याकूब अपने इस पत्र में अनेक बार पहले भी कर चुका है| यह क्रिया शब्द उस किसी वस्तु के संदर्व्ह में है जो किसी उद्देशय निमित पूर्णता प्राप्त कर चुकी है| वैकल्पिक अनुवाद: " उसके कर्मों ने उसके विश्वास को पूर्णता प्राप्त करने में सहायता की है"
2:23 j163 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit φίλος Θεοῦ ἐκλήθη 1 याकूब यह मानता है कि उसके पाठक जानते हैं कि [Isaiah 41:8](../isa/41/08.md) में परमेश्वर इस्राएल को "मेरे मित्र अब्राहम के वंश" कहता है और \n[2 Chronicles 20:7](../2ch/20/07.md) में राजा यहोशापात परमेश्वर से प्रार्थना करते समय इस्रैल के लिए कहता है, "अपने मित्र अब्राहाम के वंश" कहता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उत्तरकालीन धर्मशास्त्रों में वह परमेश्वर का मित्र कहलाता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:23 j164 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive φίλος Θεοῦ ἐκλήθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के क्लारने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने यशायाह के माध्यम से कहते हुए उसको उत्तरकाल में अपना मित्र कहा और राजा यहोशापत भी अपनी प्रार्थना में उसके परमेश्वर का मित्र कहता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:24 j165 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁρᾶτε 1 यहाँ **देख** शब्द लाक्षणिक प्रयोग में समझ का भाव दर्शाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः तुमको समझ लेना चाहिए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:24 j166 rc://*/ta/man/translate/figs-you ὁρᾶτε 1 याकूब यहाँ बहुवचन का प्रयोग करने लगता है जैसा कि वह अपने इस पत्र में अधिकतर कर रहा है| अतः अपने अनुवाद में **तू* का बहुवचन काम में लें, यदि आपकी भाषा में ऐसा अंतर स्पष्ट हो| अन्य भाषाओं में बहुवचन में अवस्थांतरण का संकेत देने के अन्य रूइप हो सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः तुम सब को समझना चाहिए" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
2:24 j167 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἄνθρωπος 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसका अर्थ स्त्री या पुरुष कोई भी हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्यक्ति** \n person” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:24 j168 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐξ ἔργων & καὶ οὐκ ἐκ πίστεως μόνον 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके कर्मों के द्वारा न कि उसके विश्वास के द्वारा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:24 j169 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐξ ἔργων & καὶ οὐκ ἐκ πίστεως μόνον 1 परमेश्वर के समक्ष मनुष्य कैसे धर्मी ठहरता है इस पर परिचर्चा हे हेतु याकूब: सामान्य प्रस्तावना, भाग 2 का अवलोकन करें| याकूब के कहने का अर्थ यह नहीं है कि धर्मी ठहराए जाने के लिए आवश्यक है कि अह्ने अपने विश्वास में कर्मों को संयोजित करना है| इसकी अपेक्षा याकूब उन कर्मों के लिए कहता है जो मनुष्य के उद्धार हो जाने के साथ-साथ विश्वास की अभिव्यक्ति और प्रमाण हैं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट संकेत दे सकते हैं, विशेष करके तब जब वे भ्रमित होकर सोचें कि याकूब के कथनानुसार हमको अपने विश्वास में कर्मों को संयोजित करना है कि परमेश्वर हमको धर्मी ठहराए| वैकल्पिक अनुवाद: "वह अपने विश्वास को प्रकट अकरने के लिए क्या करता है उसके द्वारा न कि केवल विश्वास के द्वारा"\n(देखें: [[rc://enhi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:25 j170 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὁμοίως & καὶ Ῥαὰβ ἡ πόρνη οὐκ & ἐδικαιώθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करनेवाले को दर्शा सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "क्या परमेश्वर ने इसी प्रकार रहाब वैश्या को धर्मी नहीं ठहराया था" या "क्या परमेश्वर ने राहाब वैश्या को इसी प्रकार धर्मी घोषित नहीं किया था"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:25 j171 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ῥαὰβ 1 **रहाब** एक स्त्री का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
2:26 j172 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब इस शब्द के द्वारा एक सामान्य सिद्धांत का समावेश कराता है जो उस विवाद से निकाला जा सकता है जिसकी चर्चा वाहवाह [2:14](../02/14.md) से करता आ रहा है कि ** विश्वास** को **कर्मों** से प्रकट करना आवश्यक है| वह इसका संकेत देने के लिए **इसलिए** का प्रयोग नहीं करता है जिसका अर्थ **क्योंकि** होता है जिससे प्रकट हॉप किअब्राहम और रहाब इसी कारण से धर्मी ठराए गए थे| इसकी अपेक्षा वह **इस कारन** का प्रयोग करता है कि अपने वाद का समापन करे| वैकल्पिक अनुवाद: "ये विशिष्ट उदाहरण एक सिद्धांत की पुष्टि करते हैं कि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:26 j173 τὸ σῶμα χωρὶς πνεύματος νεκρόν ἐστιν 1 जिस शब्द का अनुवाद **आत्मा** किया गया है उसका अर्थ "श्वास"" भी हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "देह में जीवन का श्वास नहीं है तो वह मृतक है"
2:26 j174 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ πίστις χωρὶς ἔργων νεκρά ἐστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास** और **कर्मों** का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि कोई मनुष्य कहे कि वह परमेश्वर में विश्वास रखता है परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम नहीं करता है तो वह वास्तव में परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:1 j175 εἰδότες ὅτι 1 वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि तुम यह जानते हो"
3:2 j176 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब **क्योंकि** शब्द के उपयोग द्वारा एक कारण का समावेश कराता है कि उसके पाठकों में से अधिकाँश जनों को शिक्षक नहीं बनना है कारण नहीं कि परमेश्वर शिक्षकों का न्याय अधिक कठोरता से करेगा यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस कारण को अधिक स्पष्टा में, एक नए वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं, जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:2 j177 πολλὰ & πταίομεν ἅπαντες 1 याकूब इस विशेषण शब्द, **बहुत** का उपयोग क्रिया विशेषण रूप में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम सब अनेक प्रकार से चूक जाते हैं"
3:2 j178 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δυνατὸς χαλιναγωγῆσαι καὶ ὅλον τὸ σῶμα 1 जैसा [1:26](../01/26.md) में है याकूब अपने पर **लगाम** लगाने वाले मनुष्य के लिए लाक्षणिक भाषा में कहता है की जैसे वह मनुष्य लगाम के द्वारा घोड़े को वश में रखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने सम्पूर्ण शरीर को वश में रखने में सक्षम है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:3 j179 εἰς τὸ πείθεσθαι αὐτοὺς ἡμῖν 1 वैकल्पिक अनुवाद: "की वे हामारी आज्ञा मानें"
3:3 j180 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy καὶ ὅλον τὸ σῶμα αὐτῶν μετάγομεν 1 याकूब के कहने का अर्थ है की जिस प्रकार मनुष्य लागाम के उपयोग से घोड़े को जैसा चाहें वैसा चला सकते हैं| याकूब घोड़े को चलाने के काम को लाक्षणिक भाषा में उसको सामान्य रूप से लेकर चलने और वश में रखने के अभिप्राय से कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसके द्वारा हम उसकी सम्पूर्ण देह को चलाने में सक्षम होते हैं" या "इसके द्वारा हम सक्षम हो जाते हैं कि उनकी सम्पूर्ण देहों कोवश में कर लें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:3 j181 ὅλον τὸ σῶμα αὐτῶν 1 याकूब **घोड़ों** के लिए बहुवचन काम में लेता है तो आपकी भाषामें भी अधिक प्रायोगिक होगा कि देह** का बहुवचन रूप काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद: "उनकी सम्पूर्ण देहों"
3:4 j182 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἰδοὺ, καὶ τὰ πλοῖα 1 **देखो** शब्द श्रोता या पाठक का ध्यान उस और आकर्षित कराता है जिसकी चर्चा अब वक्ता या लेखक करने वाला है|यद्यपि, इसका शाब्दिक अर्थ है, "निहारना" या "देखना", इस शब्द को लाक्षणिक उपयोग में ध्यान देने और कान लगाने के लिए काम में लिया जा सकता है, याकूब इसका उपयोग इसी प्रकार करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जहाज के उदाहरण पर भी ध्यान दें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:4 j183 τηλικαῦτα ὄντα, καὶ ὑπὸ ἀνέμων σκληρῶν ἐλαυνόμενα 1 यहाँ एक नया वाक्य काम में लेना सहायक ही होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "यद्यपि, वे विशाल होते है और प्रचंड हवाओं से चलाए जाते हैं"
3:4 j184 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive μετάγεται ὑπὸ ἐλαχίστου πηδαλίου 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक बहुत छोटा सा पतवार उसको घुमा देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:4 j185 μετάγεται ὑπὸ ἐλαχίστου πηδαλίου 1 याकूब **जहाज़ों** शब्द को बहुवाचान में काम में लेता है तो आपकी भाषा में भी प्रायोगिक हो सकता है कि आप इस उपवाक्य में बहुवचन काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद: "वे बहुत छोटे पतवारों से घुमाए जाते हैं" या "छोटे से पतवार उनको घुमा देते हैं"
3:4 j186 ἐλαχίστου πηδαλίου 1 याकूब **छोटी** शब्द को विशेषण की उत्तमावस्था में काम लेता है कि विशेषण के अर्थ को सकारात्मक रूप में व्यक्त करे| आपकी भाषा में भी इसी प्रकार की उत्तमावस्था का प्रयोग होता होगा| यदि नहीं तो आप इसके अनुवाद में सकारातमक रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "बहुत ही छोटा सा पतवार"
3:4 j187 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ὅπου ἡ ὁρμὴ τοῦ εὐθύνοντος βούλεται 1 याकूब जहाज को घुमाने के लिए मनुष्य की **इच्छा** को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु हो जिओसने किसी न किसी दिशा में जाने की इच्छा की हो| वैकल्पिक अनुवाद: "जहाज को चलाने वाला जिस किसी दिशा में उसको चलाना चाहता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
3:4 j188 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τοῦ εὐθύνοντος 1 याकूब **घुमाए** एक विशाशन निर्मित क्रिया का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कि जहाज के कर्मियों में से किसी एक विशेष व्यक्ति का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में ऐसे नाविक के लिए कोई विशेष शब्द होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "पतवार घुमाने वाले का" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:5 j189 μικρὸν μέλος 1 वैकल्पिक अनुवाद: "देह का एक अंग"
3:5 j190 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast καὶ 2 यहाँ याकूब **और** शब्द के प्रयोग द्वारा जीभ के छोटे से आकर और मनुष्यों द्वारा बड़ी-बड़ी बातें करने मेनुसके उपयोग में तुलना करता है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
3:5 j191 rc://*/ta/man/translate/figs-personification μεγάλα αὐχεῖ 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में **जीभ** को जीवित दर्शाता है जो **डींगें** मारती है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके उपयोग से मनुष्य बड़ी-बड़ी बातें करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
3:5 j192 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἰδοὺ 1 यहाँ अभिप्रेत अर्थ है कि याकूब अपने पाठकों के लिए अतिरिक्त सादृश्यता आधारित तर्क देता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक और उदाहरण के लिए इस बात पर ध्यान दें"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:6 j193 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καὶ ἡ γλῶσσα πῦρ 1 याकूब **आग** का उपयोग भी ऐसे ही तर्क के निमित्त करता हैजिसके माध्यम से वह प्रकट करना चाहता है किमानुश्य की बातें भी ऎसी ही विनाशकारी हो सकती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जो कहते हैं वह भी बहुत विनाशकारी हो सकता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 j194 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τῆς ἀδικίας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अधर्म** का अनुवाद समानार्थान अभिव्यक्ति द्वारा कर सकते हैं| इस प्रकरण में, इस शब्द का सन्दर्भ उन अनुचित बातों से है जो मनुष्यों के मुंह से निकलती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पापी बातों का"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:6 j195 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καθίσταται ἐν 1 यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "के मध्य में है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:6 j196 τοῖς μέλεσιν ἡμῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: "हमारी देह के अन्य अंग"
3:6 j197 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἡ σπιλοῦσα 1 याकूब विशेषण निर्मित क्रिया को संज्ञा रूप, **कलंक** में काम में लेता है| (ULT में इसका संकेत **वस्तु** शब्द के जोड़ने से दिया गया है|) आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा ही उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| कुछ भाषाओं में विशेसन निर्मित क्रिया शब्द का प्रयोग ज्यों का त्यों ही किया जाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "कलंक"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:6 j198 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor σπιλοῦσα ὅλον τὸ σῶμα 1 याकूब **देह** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसके द्वारा सम्पूर्ण व्यक्ति को दर्शाया गया है क्योंकि वह इस पद में कहता है कि अनिष्ठ वचनों का प्रभाव नैतिक रूप से प्रदुष्ट होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सम्पूर्ण मनुस्यत्व को नैतिक रूप से भ्रष्ट कर देती है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 j199 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom φλογίζουσα τὸν τροχὸν τῆς γενέσεως 1 **जीवन गति** एक मुहावरा है जिसके अर्थ हो सकते हैं: (1) मनुष्य का सम्पूर्ण जीवन- जन्म से मृत्यु तक| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन में आग लगा देती है" (2) आने वाली पीढियां| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य की पीढ़ियों में, एक बाद एक, में आग लगा देती है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:6 j200 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor φλογιζομένη ὑπὸ τῆς Γεέννης 1 याकूब अनर्थ शब्दों के लिए लाक्षणिक भाषा में ही कह रहा है कि जैसे वे **आग** हों वैकल्पिक अनुवाद: "उनके विनाशक प्रभाव नरक से उभरते हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 j201 rc://*/ta/man/translate/translate-names τῆς Γεέννης 1 **गहेन्ना** शब्द यूनानी भाषा में हिन्नोम घाटी के लिए है जो यरूशलेम के बाहर है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
3:6 j202 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῆς Γεέννης 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में इस स्थान के नाम का उपयोग करता है जहां कूड़ा डाला जाता था| वहाँ आग लगातार जलती रहती थी| इस शब्द से उसका तात्पर्य था, ""नरक" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6 j203 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῆς Γεέννης 1 क्योंकि नरक एक स्थान होने के कारण मनुष्य के वचनों और आचरण पर प्रभाव डालने में सक्षम नहीं है| अतः संभव है कि याकूब विचार-साह्चर्य से शैतान के लिए **गेहन्ना** शब्द का उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:7 j204 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-time-background γὰρ 1 याकूब **क्योंकि** शब्द के उपयोग द्वारा उदाहरण के रूप में पाशर्व जानकारी का समावेश कराता है जिससे उसके पाठकों को उसकी शिक्षा को समझने में सहायता मिलेगी| वैकल्पिक अनुवाद: "अब"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-time-background]])
3:7 j205 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πᾶσα & φύσις θηρίων τε καὶ πετεινῶν, ἑρπετῶν τε καὶ ἐναλίων, δαμάζεται καὶ δεδάμασται 1 यहाँ **हर प्रकार के** बलाघात के लिए सामान्यकरण है| वैकल्पिक अनुवाद: "विभिन्न प्रकार के अनेक पशु, पक्षी, रेंगने वाले जंतु और जलचर प्रशिक्षित किए जाते है और किए जा चुके हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
3:7 j206 πᾶσα γὰρ φύσις θηρίων τε καὶ πετεινῶν, ἑρπετῶν τε καὶ ἐναλίων 1 यदि आप इस सामान्यकरण को अपने अनुवाद में रखना चाहते हैं तो आपकी भाषा में इस सूची के जंतुओं के लिए एकवचन काम में लेना प्रायोगिक होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "पशुओं,पक्षियों,रेंगने वाले जंतुओं और जलचरों में से एक-एक प्रकार"
3:7 j207 rc://*/ta/man/translate/figs-merism πᾶσα γὰρ φύσις θηρίων τε καὶ πετεινῶν, ἑρπετῶν τε καὶ ἐναλίων 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में नाना प्रकार के जीवधारियों के वर्गों के नाम लेता है की प्रत्येक प्राणी का अभिप्राय प्रकट हो| वैकल्पिक अनुवाद: "विद्यमान जीवधारियों में से प्रत्येक प्रकार"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]])
3:7 j208 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet δαμάζεται καὶ δεδάμασται τῇ φύσει τῇ ἀνθρωπίνῃ 1 याकूब इन दोनों उक्तियों, **वश में हो सकते हैं** और **हो भी गए हैं** को साथ-साथ काम में लेता की बलाघात हो| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों वाक्यांशों को संयुक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद (वाक्यांश को "क्योंकि" के ढीक बाद में रखें): "मनुष्य वश में करने की प्रक्रिया में है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
3:7 j209 τῇ φύσει τῇ ἀνθρωπίνῃ 1 वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों के द्वारा"
3:8 j210 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations οὐδεὶς & ἀνθρώπων 1 याकूब **मनुष्य** शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें सब मनुष्य आते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मानवजाति से कोई भी नहीं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
3:8 j211 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὴν & γλῶσσαν 1 याकूब **जीभ** शब्द के प्रयोग द्वारा लाक्षणिक भाषा में विचार-साहचर्य से भाषा में जीभ के उपयोग द्वारा मनुष्यों के शब्दोच्चारण का सन्दर्भ देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो कहता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:8 j212 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἀκατάστατον κακόν 1 याकूब विशेषण शब्द, **बला** को संज्ञा रूप में काम में लेता है| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इस शब्द का अनुवाद किसी सामानार्थक अभिवुँक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कभी न रुकने वाली बुरी वस्तु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:8 j213 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἀκατάστατον κακόν 1 इस प्रकरण में, **कभी रूकती ही नहीं** का अर्थ है, "विश्राम रहित|" याकूब याकूब जीभ के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु हो जो कभी विश्राम नहीं करती क्योंकि उसको सदैव बुरी बातें ही कहानी होती हैं| यहाँ एक नया वाक्य आरंभ करना सहायक ही होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "हम लगातार बुरी बातें कहते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
3:9 j214 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐν αὐτῇ εὐλογοῦμεν & καὶ ἐν αὐτῇ καταρώμεθα 1 याकूब **जीभ** का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका तात्पर्य है, विचार-साहचर्य के द्वारा, भाषा में जीभ का उपयोग करने की रीति| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अपनी जीभ को आशीर्वाद देने के शब्दों के लिए काम में लेते हैं...और हम अपनी जीभ को कोसने के शब्दों के लिए काम में लेते हैं" या "आशीर्वाद के शब्दोच्चारण ...और कोसने के शब्दोच्चारण के लिए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:9 j215 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys τὸν Κύριον καὶ Πατέρα 1 याकूब दो भिन्न मनुष्यों के विषय चर्चा नहीं कर रहा है| वह एक ही विचार को **और** से जोड़ कर दो संज्ञा शब्दों द्वारा वयक्त करता है| संज्ञा शब्द, **पिता** **प्रभु** की अतिरिक्त पहचान कराता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारा पिता प्रभु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
3:9 j216 rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples Πατέρα 1 **पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण पदनाम है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
3:9 j217 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations τοὺς ἀνθρώπους 1 याकूब **मनुष्य** शब्द को व्यापक रूप में काम में लेता है जो सब मनुष्यों को समाहित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मानवजाति"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
3:10 j218 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐκ τοῦ αὐτοῦ στόματος ἐξέρχεται εὐλογία καὶ κατάρα 1 याकूब **मुंह** शब्द को लाक्षणिक भाषा में मनुष्यों के शब्दोच्चारण के लिए काम में लेता है, विचार-साहचर्य सेभाषा के लिए मुंह के प्रयोग की रीति| वैकल्पिक अनुवाद: "एक ही मनुष्य आशीर्वाद और श्राप देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:10 j219 εὐλογία 1 देखें कि आपने **धन्यवाद** शब्द का अनुवाद [3:9](../03/09.md) में कैसे किया है| आप ऐसे ही अनुवाद को यहाँ भी काम में लेना चाहेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "शुभ वचन"
3:11 j220 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives μήτι ἡ πηγὴ ἐκ τῆς αὐτῆς ὀπῆς βρύει τὸ γλυκὺ καὶ τὸ πικρόν 1 इस यूनानी वाक्य में पहला शब्द नकारात्मक है जिसका उपयोग अभिकथान को प्रश्न बनाने में काम में लिया जा सकता है जिसके द्वारा नकारात्मक प्रश्न की अपेक्षा की जा सकती है| ULT में इसका संकेत "है क्या?" जोड़ कर दिया गया है| आपकी भाषा में नकारात्मक उत्तर पाने की अपेक्षा में पूछी जाने वाले प्रश्नों का प्रयोग भिन्न हो सकता है, उदाहरणार्थ, किसी सकारात्मक वाक्य के शब्द क्रम को बदलते हुए| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या कोई सोता एक ही मुंह से मीठा और कडवा जल प्रवाहित कर सकता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
3:11 j221 ἡ πηγὴ 1 इस प्रकरण में **सोते** शब्द का सन्दर्भ जल स्रोत से है, अर्थात,भूमि से निकलने वाले जल का सोता| वैकल्पिक अनुवाद: "जल का सोता"
3:11 j222 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τὸ γλυκὺ καὶ τὸ πικρόν 1 याकूब **मीठा** और **कडवा** विशेषण शब्दों को संज्ञा रूप में काम में लेता है कि जल के प्रकार का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में विशाषणों का ऐसा ही उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इनका अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मीठा जल और कड़वा जल"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:12 j223 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives μὴ δύναται, ἀδελφοί μου, συκῆ ἐλαίας ποιῆσαι 1 इस वाक्य का पहला शब्द यूनानी भाषा में नकारात्मक है जिसका उपयोग अभिकथन को ऐसे प्रश्न रूप में परिवर्तित करने में किया जा सकता है जिससे नकारात्मक उत्तर की अपेक्षा की जाए| ULT में इसका संकेत, "होता है क्या?" जोड़कर दिया गया है| आपकी भाषा में अन्य रूप होंगे जिनके द्वारा नकारात्मक उत्तर पाने की अपेक्षा की जाती है, उदाहरणार्थ, सकारात्मक वाक्य के शब्द क्रम को बदल कर| वैकल्पिक अनुवाद: 'क्या अंजीर का वृक्ष जैतून उत्पन्न कर सकता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
3:12 j224 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown μὴ δύναται, ἀδελφοί μου, συκῆ ἐλαίας ποιῆσαι 1 **अंजीर का वृक्ष** छोटे-छोटे मीठे फल देने वाला वृक्ष है| **जैतून** भी वृक्ष में लगने वाले फल हैं परन्तु वे तेल के होते हैं और चरपरे होते हैं| यदि आपके पाठक इन फलों से अनभिज्ञ हों तो आप दो प्रकार के एनी विपरीत फलों का उदाहरण दे सकते हैं या सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद (कथन रूप में): "कोई वृक्ष ऐसे फल उत्पन्न नहीं कर सकता जो किसी और वृक्ष के हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
3:12 j225 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion ἢ ἄμπελος σῦκα 1 याकूब शिक्षा देने हेतु प्रश्न का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद अभिकथन रूप में कर सकते हैं,यदि आपने इस वाक्य के आरंभिक भाग में प्रश्न का अनुवाद अभिकथन रूप में किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अंगूर की लता से अंजीर उत्पन्न नहीं होते हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
3:12 j226 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἢ ἄμπελος σῦκα 1 **दाख की लता** लकड़ी की बेला होती है जिसमें छोटे-छोटे रसीले फल लगते हैं| यह फल **अंजीर** के फल से सर्वथा भिन्न होता है| यदि आपके पाठक इन फलों से अनभिज्ञ हैं तो आप उदाहरण के लिए एनी दो प्रकार के फलों के नाम ले सकते है जो परस्पर विषमता में हों या आप कोई सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| यदि आपने इस पद में पहले भी सामान्य अभिव्यक्ति काम में ली है तो आप उसको यहाँ दोहरा सकते हैं और बलाघात हेतु एक नया वाक्य बना सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "नहीं कोई भी वृक्ष ऐसा नहीं कर सकता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
3:12 j227 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὔτε ἁλυκὸν γλυκὺ ποιῆσαι ὕδωρ 1 याकूब वचनों के उच्चारण के विषय में अपनी शिक्षा के एक अंतिम उदाहरण के साथ यहाँ समापन करता है| इस उदाहरण के बाद इस पद में और पूर्वोक्त पद में याकूब द्वारा दिए गए सब उदाहरणों का पुनरवलोकन सहायक सिद्ध होगा, जैसा UST में है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:12 j228 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis οὔτε ἁλυκὸν γλυκὺ ποιῆσαι ὕδωρ 1 याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अन्य अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को पद के आरम्भ से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और खारा जल देने वाला साधन मीठा जल नहीं दे सकता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:12 j229 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἁλυκὸν 1 याकूब विशेषण शब्द, **खारे** का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है| क्योंकि याकूब एक ऎसे साधन का उल्लेख करता है जो **पानी** देता या **निकालता** है, अतः अति संभव है कि वह सोते के विषय कह रहा है|आपकी भाषा में विशाषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं, तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यकि द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "खारे पानी का सोता" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:13 j230 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet σοφὸς καὶ ἐπιστήμων 1 **ज्ञानवान** और **समझदार** शब्दों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इनका संयुक्त उपयोग बलाघात हेतु करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनका अनुवाद एक अभिव्यक्ति में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वास्तव में बुद्धिमान"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
3:13 j231 rc://*/ta/man/translate/figs-possession ἐν πραΰτητι σοφίας 1 याकूब अधिकार सूचक रूप के उपयोग द्वारा **नम्रता** का वर्णन करता है जो **ज्ञान** की उपज है| वैकल्पिक अनुवाद: "ज्ञान से उत्पन्न नम्रता में" या "ज्ञानवान होने के परिणामस्वरूप उत्पन्न नम्रता के साथ"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
3:14 j232 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ζῆλον πικρὸν ἔχετε, καὶ ἐριθείαν ἐν τῇ καρδίᾳ ὑμῶν 1 याकूब **मन** का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जो विचारों और भावनाओं का प्रतीक है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम में कडवाहट भरी ईर्ष्या और अभिलाषी विचार एवं भावनाएं हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:14 j233 τῇ καρδίᾳ ὑμῶν 1 इस पद में **तुम** और **तुम्हारे** शब्द बहुवचन में हैं, यदि आप अपने अनुवाद में इस रूपक, **मन** को रखते हैं तो इस शब्द का बहुवचन काम में लेना आपकी भाषा में अधिक प्रायोगिक होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मानों में"
3:14 j234 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μὴ κατακαυχᾶσθε καὶ ψεύδεσθε κατὰ τῆς ἀληθείας 1 क्योंकि याकूब पूर्वोक्त पद में कहता है कि जो मनुष्य वास्तव में ज्ञानवान है, वह नम्र होगा, परन्तु यहाँ वह कह रहा है, यदि कोई यह दवा करता है कि वह ज्ञानवान हैपरान्तु वह ईर्ष्यालु और अभिलाषी है तो वह सिद्ध करता है कि वह वास्तव में ज्ञानवान नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "तो डींग न मारो कि तुम ज्ञानवान हो क्योंकि यह सच नहीं होगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:14 j235 rc://*/ta/man/translate/figs-explicitinfo ψεύδεσθε κατὰ τῆς ἀληθείας 1 आपकी भाषा में ऐसा प्रतीत होगा कि यह वाक्यांश अनावश्यक अतिरिक्त जानकारी देता है| यदि ऐसा है तो आप इसके अर्थ को भिन्न रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ऎसी बातें कहते हो जो सत्य नहीं हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicitinfo]])
3:15 j236 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit αὕτη 1 **यह** शब्द **कडवी डाह और विरोध** के सन्दर्भ में है जिसका वर्णन याकूब पूर्वोक्त पद में करता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका वर्णन सविस्तार कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यह कड़वी ईर्ष्या और अभिलाषा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:16 j237 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 याकूब पूर्वोक्त पद में कहे गए कथन का कारण दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह स्पष्ट है कि यह ईश्वरीय ज्ञान नहीं है क्योंकि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:18 j238 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καρπὸς & δικαιοσύνης ἐν εἰρήνῃ σπείρεται, τοῖς ποιοῦσιν εἰρήνην 1 यदि आप बोने के रूपक को रखते हैं तो आप इसको कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं, यदि आपकी भाषा में यह स्पष्ट हो| वैकल्पिक अनुवाद: "जो शांति बनाए रखते हैं, वे शान्ति में ही धार्मिकता का फल बोते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:1 j239 πόθεν πόλεμοι καὶ πόθεν μάχαι ἐν ὑμῖν 1 जिस शब्द का अनुवाद, **कहाँ से** किया गया है उसका अर्थ है,"किस बात से|" आपकी भाषा में कोई समरूप शब्द होगा जिसका उपयोग आप अपने अनुवाद में कर सकते हैं| अन्यथा, आप इसी अर्थ को इस प्रकार प्रकट कर सकते हैं कि आपकी भाषा में वह स्वाभाविक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मध्य लड़ाइयां और झगड़े किस बात से उत्पन्न हो गए हैं"
4:1 j240 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πόθεν πόλεμοι καὶ πόθεν μάχαι ἐν ὑμῖν 1 याकूब **लड़ाइयां** और **झगड़े** शब्दों को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मध्य लड़ाइयां और झगड़े किस बात से उत्पन्न हो गए हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:1 j241 rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion οὐκ ἐντεῦθεν ἐκ τῶν ἡδονῶν ὑμῶν, τῶν στρατευομένων ἐν τοῖς μέλεσιν ὑμῶν? 1 याकूब प्रश्न को शिक्षण साधन स्वरुप काम में लेता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को अभिकथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे उत्पान होते हैं, तुम्हारी अभिलाषाओं से जो तुम्हारे अंगों में लड़ती हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
4:1 j242 οὐκ ἐντεῦθεν 1 जिस शब्द का अनुवाद, **इसलिए** किया गया है, उसका अर्थ है, "यहाँ से|" आपकी भाषा में समरूप शब्द होगा जिसका आप अपने अनुवाद में प्रयोग कर सकते हैं| अन्यथा, आप इसी अर्थ को इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं कि वह आपकी भाषा में स्वाभाविक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या वे यहाँ से नहीं आते हैं"
4:2 j243 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast ἐπιθυμεῖτε καὶ οὐκ ἔχετε; φονεύετε καὶ ζηλοῦτε, καὶ οὐ δύνασθε ἐπιτυχεῖν 1 इन दोनों वाक्यों में याकूब उस शब्द को काम में लेता है जिसका अनुवाद **और** किया गया है, इसके द्वारा वह प्रथम उपवाक्य और द्वितीय उपवाक्य में विषमता का समावेश कराता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लालच तो करते हो परन्तु पाते नहीं, तुम ह्त्या करते और ईर्ष्या करते हो परन्तु प्राप्त नहीं कर पाते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
4:2 j244 ἐπιθυμεῖτε καὶ οὐκ ἔχετε; φονεύετε καὶ ζηλοῦτε, καὶ οὐ δύνασθε ἐπιτυχεῖν 1 आपकी भाषा में आवश्यक होगा कि **मिलता** और **प्राप्त करने** की वस्तुओं को स्पष्ट करें| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लालच तो करते हो परन्तु लालच की गई वस्तु तुम्हे मिलती नहीं है| तुम ह्त्या करते हो और ईर्ष्या करते हो परन्तु तुमको इर्ष्या की हुई वस्तु प्राप्त नहीं होती है"
4:2 j245 rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism ἐπιθυμεῖτε καὶ οὐκ ἔχετε; φονεύετε καὶ ζηλοῦτε, καὶ οὐ δύνασθε ἐπιτυχεῖν 1 इन दो वाक्यों के अर्थ एक ही हैं| याकूब बलाघात हेतु इनका संयुक्त उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इनको जोड़ सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अन्य मानुष्यों की संपदा को किसी भी कीमत पर प्राप्त करना चाहते हो परन्तु तुम उसको प्राप्त नहीं कर सकते हो" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
4:2 j246 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys φονεύετε καὶ ζηλοῦτε 1 याकूब एक ही विचार को व्यक्त करने के लिए **और** शब्द से संयोजित दो सह्ब्दों का प्रयोग करता है| **ह्त्या** शब्द वर्णन करता है कि उसके पाठक अन्यों की संपदा से कैसा **डाह** करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "तुम घृणा के साथ ईर्ष्या करते हो" (2) "तुम्हारी ईर्ष्या में ह्त्या करने की मानसिकता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
4:2 j247 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μάχεσθε καὶ πολεμεῖτε 1 जैसा [4:1](../04/01.md) में है, याकूब लाक्षणिक भाषा में **लड़ाइयाँ** और **झगड़े** जैसे शब्दों का उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे मध्य कलह है और हितों की टक्कर है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:2 j248 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐκ ἔχετε, διὰ τὸ μὴ αἰτεῖσθαι ὑμᾶς 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसके अर्थ अधिक पूर्णता में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको अपनी मनोवांछित वस्तु नहीं मिलती है क्योंकि तुम परमेश्वर से नहीं मांगते हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:3 j249 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast αἰτεῖτε καὶ οὐ λαμβάνετε 1 याकूब अनुवादित शब्द **और** के उपयोग द्वारा इन दो उपवाक्यों में विशंता दर्शाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम मांगते तो हो परन्तु तुमको मिलता नहीं है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
4:3 j250 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἵνα ἐν ταῖς ἡδοναῖς ὑμῶν δαπανήσητε 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि उसके पाठकों को जो मिलता है उसको वे भोग-विलास में उड़ा देते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कि तुम अपनी पापी अभिलाषाओं को संतुष्ट कर सको"\nदेखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:4 j251 μοιχαλίδες 1 याकूब अपने पाठकों से परिचर्चा में संबोधन कारक का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में संबोधन कारक है तो उसका यहाँ उपयोग करना उचित होगा| यदि नहीं तो आप इसके अर्थ को किसी और रूप में व्यक्त कर सकते हैं जो आपकी भाषा में प्रायोगिक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "यौम व्यभिचारिनियों"
4:4 j252 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἡ φιλία τοῦ κόσμου, ἔχθρα τοῦ Θεοῦ ἐστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **मित्रता** और **बैर** में निहित विचारों को वस्तुवाचक संज्ञा शब्दों, "मित्र" और "बैरी" द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम संसार के मित्र हो तो तुम परमेश्वर के बैरी हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:4 j253 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy φίλος εἶναι τοῦ κόσμου 1 देखें कि आपने इस पद के आरम्भ में **संसार** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर विरोधी सिद्धांत तंत्र के मित्र होना"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:4 j254 rc://*/ta/man/translate/figs-personification φίλος εἶναι τοῦ κόσμου 1 याकूब पुनः परमेश्वर विरोधी सिद्धांत तंत्र के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई मनुष्य हो जिसके साथ कोई मित्रता कर सके| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर विरोधी सिद्धांत तंत्र के अनुसार जीवन जीना"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
4:4 j255 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καθίσταται 1 यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "स्वयं को करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:4 j256 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐχθρὸς τοῦ Θεοῦ 1 देखें कि आपने इस पद के आरम्भ में इसी प्रकार की अभिव्यक्ति का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई मनुष्य परमेश्वर की इच्छा के विरुद्ध जीवन शैली रखता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:5 j257 ἡ Γραφὴ λέγει 1 याकूब बाईबल की सामान्य शिक्षा का आख्यान करता है न कि किसी विशिष्ट गद्यांश का सन्दर्भ देता है| ऐसी स्थिति में आपकी भाषा में एकवचन की अपेक्षा बहुवचन काम में लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मशास्त्र कहता है"
4:5 j258 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἡ Γραφὴ λέγει 1 याकूब बाईबल के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह अपने आप बात कर सकती हो| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मशास्त्र में लिखा है" या "हम धर्मशास्त्र में पढ़ते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
4:5 j259 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns ὃ κατῴκισεν ἐν ἡμῖν 1 इस सम्पूर्ण वाक्य की व्याख्या कुछ भी हो, इस उपवाक्य में सर्वनामशब्द, **वह** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको परमेश्वर ने हम में अन्तर्वासी किया है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:6 j260 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns μείζονα δὲ δίδωσιν χάριν 1 सर्वनाम शब्द, **वह** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु परमेश्वर और भी अधिक अनुग्रह प्रदान करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:6 j261 μείζονα & χάριν 1 तुलना रूप, **और भी** का सन्दर्भ आकार से नहीं, मात्रा से है| वैकल्पिक अनुवाद: "और भी अधिक अनुग्रह"
4:6 j262 rc://*/ta/man/translate/figs-personification λέγει 1 याकूब बाईबल के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह अपने आप बात कर सकती हो| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मशास्त्र में लिखा है" या "हम धर्मशास्त्र में पढ़ सकते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
4:7 j263 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ἀντίστητε δὲ τῷ διαβόλῳ, καὶ φεύξεται ἀφ’ ὑμῶν 1 याकूब इस अनुवादित शब्द,**और** के उपयोग द्वारा परिणाम दर्शाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु शैतान का विरोध करो| यदि तुम करोगे तो वह तुम्हारे पास से भाग जाएगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:8 j264 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ἐγγίσατε τῷ Θεῷ, καὶ ἐγγιεῖ ὑμῖν 1 याकूब इस अनुवादित शब्द, **और** के द्वारा परिणाम का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम परमेश्वर के निकट आओगे तो वह तुम्हारे निकट आएगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:8 j265 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καθαρίσατε χεῖρας 1 याकूब हाथों को धोने की उपमा के द्वारा उस मनुष्य का वर्णन करता है जो अपने जीवन से पाप का निवारण करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "पाप करना त्याग दो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:8 j266 ἁμαρτωλοί 1 याकूब अपने पाठकों से आख्यान करते समय संबोधन कारक का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में संबोधन कारक है तो यहाँ उसका प्रयोग करना उचित होगा| यदि नहीं तो आप इसके अर्थ का अनुवाद किसी और रूप में कर सकते हैं जो आपकी भाषा में प्रायोगिक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम पापियों"
4:8 j267 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἁγνίσατε καρδίας 1 याकूब **ह्रदय** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अभिप्राय है,विचार और अभिलाषाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने विचारों को और अभिलाषाओं को शुद्ध करो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:8 j268 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj δίψυχοι 1 याकूब **दुचित्ते** शब्द का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है कि एक प्रकार के मनुष्य का संदर्भ दे| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा|यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक वाक्यांश द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अस्थिरचित मनुष्यों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
4:8 j269 δίψυχοι 1 याकूब अपने पाठकों से आख्यान करते समय सबोधन कारक काम में लेता है| यदि आपकी भाषा में संबोधन कारक है तो उसका यहाँ उपयोग करना उचित होगा| यदि नहीं तो आप इसके अर्थ को किसी और रूप में व्यक्त कर सकते हैं जो आपकी भाषा में प्रायोगिक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अश्तिर्चित लोगों"
4:9 j270 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ταλαιπωρήσατε, καὶ πενθήσατε, καὶ κλαύσατε 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि याकूब अपने पाठकों को किस बात के लिए दुखी होने को कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए अत्यधिक दुःख मनाओ"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:9 j271 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ὁ γέλως ὑμῶν εἰς πένθος μετατραπήτω, καὶ ἡ χαρὰ εἰς κατήφειαν 1 इस वाक्य के उत्तरार्ध में याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक एनी भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवाश्यक होते हैं| इन शब्दों को वाक्य के आरंभिक अंश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारी हँसी विलाप में बदल जाए और तुम्हारा आनंद विषाद में बदल जाए"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
4:9 j272 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὁ γέλως ὑμῶν εἰς πένθος μετατραπήτω, καὶ ἡ χαρὰ εἰς κατήφειαν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारी हँसी विलाप हो जाए और तुम्हारा आनंद विषद हो जाए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:9 j273 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ὁ γέλως ὑμῶν εἰς πένθος μετατραπήτω, καὶ ἡ χαρὰ εἰς κατήφειαν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **हँसी** , **शोक** , **आनंद** और **उदासी** में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हंसना त्याग कर दुःख मनाओ| आनंद मनाना त्याग कर विषाद में डूब जाओ" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:9 j274 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁ γέλως ὑμῶν εἰς πένθος μετατραπήτω, καὶ ἡ χαρὰ εἰς κατήφειαν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि याकूब अपने पाठकों से क्यों कहता है कि भुत दुःख मनाओ| वैकल्पिक अनुवाद: 'ऎसी लापरवाही का त्याग करके अपने पाप के लिए सच्चा दुःख प्रकट करो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:10 j275 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ταπεινώθητε ἐνώπιον Κυρίου, καὶ ὑψώσει ὑμᾶς 1 याकूब इस अनुवादित शब्द, **और** के उपयोग द्वारा परिणाम का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तुम प्रभु के समक्ष दीन बनोगे तो वह तुमको शिरोमणि बनाएगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:10 j276 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ταπεινώθητε 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं|म्वैकल्पिक अनुवाद: "अपने को दीन बनाओ"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:11 j277 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καταλαλεῖ νόμου καὶ κρίνει νόμον 1 **व्यवस्था** से याकूब का वही अभिप्राय है जो [2:8](../02/08.md) में "राज व्यवस्था" से और [1:25](../01/25.md) और [2:12](../02/12.md).में"स्वतंत्रता की सिद्ध व्यवस्था" से है| उसके कहने का अर्थ है, यह आज्ञा, "अपने पदुई से अपने सामान प्रेम रख|" याकूब अपने पाठकों को शिक्षा दे रहा है कि कहने या मानने से कि उनके साथी विश्वासी अनुचित काम कर रहे हैं तो वे इस आज्ञा का अनुपालन नहीं करते हैं और इस आज्ञा को वे अनुसरण हेतु महत्वपूर्ण नहीं मानते हैं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका स्पष्ट संकेत दे सकते हैं| देखें कि आपने \n [2:8](../02/08.md) में "पडौसी" शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह व्यवस्था विरोधी है जिसमें कहा गया है, मनुष्यों से अपने सामान प्रेम रखें और यह व्यवस्था को महत्वहीन घोषित करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:11 j278 rc://*/ta/man/translate/figs-youcrowd εἰ & νόμον κρίνεις, οὐκ εἶ ποιητὴς νόμου 1 इन दो परिस्थितियों में **तू** शब्द एकवचन में है क्योंकि, यद्यपि, याकूब एक जनसमूह को संबोधित कर रहा है, वह एकांकी परिस्थिति का वर्णन कर रहा है \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-youcrowd]])
4:11 j279 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis οὐκ εἶ ποιητὴς νόμου, ἀλλὰ κριτής 1 दुसरे वाक्यांश में,याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता हैजो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं|इन शब्दों को प्रथम वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू व्यवस्था का करने वाला नहीं, व्यवस्था का न्याय करने वाला है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
4:12 j280 rc://*/ta/man/translate/figs-distinguish ὁ δυνάμενος σῶσαι καὶ ἀπολέσαι 1 याकूब इस वाक्यांश का उपयोग करता है जो परमेश्वर के दो गुणों को प्रकट करता है कि **व्यवस्था देने वाला और हाकिम" से उसका अर्थ क्या है, उसको स्पष्ट करे| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जो उद्धार कर सकता है और नष्ट भी कर सकता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-distinguish]])
4:12 j281 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns σὺ δὲ τίς εἶ 1 बलाघात हेतु याकूब सर्वनाम शब्द,**तू** को समाहित करता है जबकि क्रिया के साथ उसकी आवश्यकता नहीं है| यदि आपकी भाषा में सामान्यतः क्रिया के साथ सर्वनाम की आवश्यकता नहीं होती है परन्तु बलाघात हेतु उनका प्रयोग किया जाता है तो आप के अनुवाद में यहाँ ऎसी रचना का उपयोग करना उचित होगा| अन्य भाषाओं में इस बलाघात को अन्य रूपों में प्रकट करती होंगी,जैसे सर्वनाम को दोहराना| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु तू कौन है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:12 j282 rc://*/ta/man/translate/figs-youcrowd σὺ & τίς εἶ 1 पिछले पद के सदृश्य याकूब **तू** को एक वचन में काम में लेता है क्योंकि यद्यपि, वह जनसमूह को संबोधित कर रहा है, वह एकांकी परिस्थिति का वर्णन करता है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-youcrowd]])(See: [[rc://*/ta/man/translate/figs-youcrowd]])
4:12 j283 τὸν πλησίον 1 देखें कि आपने "पडौसी शब्द का अनुवाद [2:8](../02/08.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अन्य मनुष्य"
4:13 j284 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἄγε νῦν 1 यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "अब सुनो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:13 j285 οἱ λέγοντες 1 याकूब अपने पाठकों के लिए आख्यान करते समय संबोधन कारक का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में संबोधन कारक है तो उसको यहाँ काम में लेना उचित होगा| यदि नहीं तो आप इके अर्थ को किसी और प्रकार व्यक्त कर सकते हैं जो आपकी भाषा में प्रायोगिक होगा| (यदि आप "तू" शब्द काम में लेते हैं तो उसको बहुवचन में होना है क्योंकि याकूब जनसमूह को संबोधित कर रहा है|) वैकल्पिक अनुवाद: "तुम जो कहते हो"
4:13 j286 rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive πορευσόμεθα 1 ये लोग केवल अपने लिए ही कहते हैं, अतः सर्वनाम शब्द, **हम** यहाँ अनन्य रूप में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:13 j287 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τήνδε τὴν πόλιν 1 यह एक मुहावरा है| इसके अभिप्रेत अर्थ में कोई निश्चित नगर नहीं है| आपकी भाषा में इसके समतुल्य कोई मुहावरा होगा जिसका उपयोग आप यहाँ, अपने अनुवाद में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अमुक नगर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:13 j288 κερδήσομεν 1 वैकल्पिक अनुवाद: "लाभ कमाएंगे"
4:15 j289 rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive καὶ ζήσομεν καὶ ποιήσομεν 1 ये लोग केवल अपने ही लिए कह रहे हैं इसलिए सर्वनाम शब्द, **हम** अनन्य रूप में है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:15 j290 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τοῦτο ἢ ἐκεῖνο 1 यह एक मुहावरा है| कोई निश्चित कार्य वांछित नहीं है| आपकी भाषा में कोई तुलनात्मक मुहावरा होगा जिसका उपयोग आप अपने अनुवाद में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अमुक"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:16 j291 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns καυχᾶσθε ἐν ταῖς ἀλαζονίαις ὑμῶν. πᾶσα καύχησις τοιαύτη πονηρά ἐστιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों,**दिखावा** और **डींग** (ULT में यह शब्द दूसरी बार आता है) में निहित विचारों का अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अपने कल्पनाकृत कामों के विषय गर्वोक्ति करते हो| ऎसी गर्वोक्ति सदैव ही अनुचित है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:1 j292 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἄγε νῦν 1 यह एक मुहावरा है| देखें कि आपने इसका अनुवाद \n[4:13](../04/13.md)में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अब सुनो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:1 j293 οἱ πλούσιοι 1 याकूब इन लोगों से आख्यान करने में संबोधन कारक का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा मेंसंबोधन कारक है तो उसका यहाँ प्रयोग करना उचित होगा| यदि नहीं तो आप इसके अर्थ को किसी और प्रकार से व्यक्त कर सकते हैं जो आपकी भाषा में प्रायोगिक हो| (यदि आप "तू" शब्द को काम में लेना चाहते हैं तो उसको बहुवचन में होना है क्योंकि याकूब जनसमूह को संबोधित कर रहा है) वैकल्पिक अनुवाद: "तुम जो धनवान हो"
5:1 j294 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj οἱ πλούσιοι 1 याकूब विशेषण शब्द,**धनवान** को संज्ञा शब्द के रूप में काम में ले रहा है की एक प्रकार के मनुष्य का सन्दर्भ दे| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रयोग होता होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक अभिव्यक्ति द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जो धनवान हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:1 j295 ἐπὶ ταῖς ταλαιπωρίαις ὑμῶν ταῖς ἐπερχομέναις 1 इसी प्रकार आपकी भाषा में किसी भावी घटना को ऐसे व्यक्त किया जाए की जैसे वह **आ रही हो** . यदि नहीं हो सके तो आप इसको किसी और प्रकार से व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उन क्लेशों के कारण जिनका अनुभव तुमको शीघ्र ही होने वाला है"
5:2 j296 rc://*/ta/man/translate/translate-versebridge 0 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप [5:2](../05/02.md) और [5:3](../05/03.md) को पद सेतु में संयोजित कर सकते हैं| आप [5:3](../05/03.md) के अंतिम वाक्य को पहले रख सकते हैं और उसके बाद सम्पूर्ण [5:2](../05/02.md) तदोपरांत शेष सम्पूर्ण [5:3](../05/03.md) को| इससे आपके लिए अनेक अनुवाद समस्याओं का समाधान हो जाएगा जिनकी चर्चा इस पद और अग्रिम पद पर की गई टिप्पणियों में विहित है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-versebridge]])
5:2 j297 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁ πλοῦτος ὑμῶν σέσηπεν, καὶ τὰ ἱμάτια ὑμῶν σητόβρωτα γέγονεν 1 "तुमने अंतिम युग में धन बटोरा है" इस अभिकथन के अर्थ पर निर्भर अगले पद में (इस अभिकथन पर टिप्पणी देखें), याकूब लाक्षणिक भाषा में कहता है कि धनवानों का धन और बहुमूल्य वस्त्र निकम्मे हो गए| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका स्पष्ट संकेत दे सकते है, जैसा UST में है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:2 j298 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὁ πλοῦτος ὑμῶν σέσηπεν, καὶ τὰ ἱμάτια ὑμῶν σητόβρωτα γέγονεν 1 यदि आप स्पष्ट संकेत देना चाहते हैं कि याकूब कहता है कि धनवानों का धन और बहुमूल्य वस्त्र निकम्मे हो गए तो आप उसके भूतकाल आधारित भविष काल के कथन को उपमा रूप में व्यक्त कर सकते हैं,जैसा UST में है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
5:3 j299 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁ χρυσὸς ὑμῶν καὶ ὁ ἄργυρος κατίωται 1 "तुमने अंतिम युग में धन बटोरा है" (इस कथन पर पहली टिप्पणी नीचे देखें) इस अभिकथन के अर्थ पर निर्भर याकूब संभवतः लाक्षणिक भाषा में कहता है कि धनवानों का सोना-चांदी सब व्यर्थ हो गया है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका स्पष्ट संकेत दे सकते हैं, जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:3 j300 καὶ ὁ ἰὸς αὐτῶν εἰς μαρτύριον ὑμῖν ἔσται 1 यदि आपने पद सेतु रचा है और आपने इस कथन,"तुम्हारे सोने-चांदी में काई लग गई है" को [5:2](../05/02.md) के दो उपवाक्यों से जोड़ दिया है तो यहाँ एक नया वाक्य रचना और इन धनवानों की सम्पूर्ण सम्पदा के प्रसंग में एक सामान्य अभिव्यक्ति का उपयोग करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारी संपदा के नष्ट हुए अवशेष तुम्हारे लिए गवाही का काम करेंगे" या "तुम्हारी संपदा कके नष्ट किए हुए अवशेष तुम्हारे विरुद्ध गवाही देंगे"
5:3 j301 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁ ἰὸς αὐτῶν εἰς μαρτύριον ὑμῖν ἔσται 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि इन धनवानों ने कैसा अनर्थ किया है, जिसका प्रमाण यह **कई** है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे सोने-चांदी पर लगी काई प्रकट करेगी कि मनुष्यों की सहायता करने की अपेक्षा धन संचय में स्वयं को समर्पित करके तुमने अनुचित काम किया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:3 j302 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐθησαυρίσατε ἐν ἐσχάταις ἡμέραις 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि इन धनवानों ने क्या **बटोरा है** और उनके द्वारा ऐसा करना अनुचित क्यों था| इसका अर्थ हो सकता है: (1) याकूब कहता है कि उन्होंने **अंतिम युग** में धन संचय किया है अर्थात उस समय में जब यीशु पुनः आने वाला है| यह अनुची काम है क्योंकि जब यीशु पुनः आएगा तब सांसारिक संपदा किसी काम की नहीं होगी| अधिकाधिक धनसंचय करने की अपेक्षा इन लोगों को अपनी धन-संपदा मनुष्यों के कल्याण में लगानी थी| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों की सहायता करने की अपेक्षा तुमने ऐसे समय में धन-संपदा का अनुचित उपार्जन किया है जब सांसारिक धन-संपदा का मूल्य ही नहीं रहेगा" (2) संभवतः याकूब कह रहा है कि उनके अनुचित कार्य के द्वारा, जिसका वर्णन [5:4-6](../05/04.md) में किया गया है, इन धनवानों ने वास्तव में अपने लिए दंड **बटोरा** है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर बस अब अनर्थकारियों को दंड देने वाला है और तुमने परमेश्वर को अनेक कारण दिए हैं कि वह तुमको दंड दे" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:3 j303 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ἐθησαυρίσατε ἐν ἐσχάταις ἡμέραις 1 यदि उपरोक्त टिप्पणी में इस कथन की प्रथम व्याख्या सही है तो याकूब उस परिणाम का कारण देता है जिसका वर्णन उसने पिछले पद और इस पद के आरम्भ में किया है| यदि आपने [5:2](../05/02.md) पर की गई प्रथम टिप्पणी के निर्देशानुसार पद सेतु रचा है तो आप उस सेतु में इस कथन को पहले रख कर परिणाम से पहले यह कारण प्रकट कर सकते हैं| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
5:4 j304 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἰδοὺ, ὁ μισθὸς τῶν ἐργατῶν 1 **देखो** शब्द श्रोता या पाठक का ध्यान उस और आकर्षित कराता है जिसकी चर्चा वक्ता या लेखक करने वाला है| इसके अर्थ को एक अलग वाक्य में व्यक्त करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "इस बात पर ध्यान दो! श्रमिकों का पारिश्रमिक"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:4 j305 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὁ μισθὸς τῶν ἐργατῶν, τῶν ἀμησάντων τὰς χώρας ὑμῶν, ὁ ἀφυστερημένος ἀφ’ ὑμῶν, κράζει 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| जब याकूब कहता है, **तुम से** तो उसके कहने का अर्थ यह नहीं कि यह पारिश्रमिक इन खेतों के धनवान स्वामियों का है जो दिया नहीं गया है| वह कहता है कि यह पारिश्रमिक उनका निकलता है परान्तु उन्होंने अपने श्रमिकों को दिया नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने अपने खेतों की लावनी करने वाले श्रमिकों का जो पारिश्रमिक रख लिया है वह आर्तनाद कर रहा है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:4 j306 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit Κυρίου Σαβαὼθ 1 याकूब मन कर चलता है कि उसके पाठक समझते हैं कि वह परमेश्वर के लिए इस नाम से कह रहा है क्योंकि परमेश्वर को पुराने नियम में प्रायः इसी नाम से जाना जाता था| इब्रानी शब्द,**सबोअत**का अर्थ है, "सैन्य बल|" वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर,स्वार्गिक सेना का प्रभु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:4 j307 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy Κυρίου Σαβαὼθ 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में परमेश्वर की सर्वशक्ति के लिए विचार-साहचर्य के द्वारा ऐसा कहता है क्योंकि परमेश्वर के पास स्वर्ग की समस्त सेना उसके आदेशाधीन है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर, सर्वशक्तिमान प्रभु" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:5 j308 rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism ἐτρυφήσατε ἐπὶ τῆς γῆς. καὶ ἐσπαταλήσατε 1 इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| याकूब इनके संयुक्त उपयोग द्वारा बलाघात करना चाहता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनको एक कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने स्वयं को सांसारिक भोगविलास में लिप्त रखा है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
5:5 j309 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐν ἡμέρᾳ 1 याकूब **दिन** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जिससे उसका तात्पर्य है,वह विशेष समय| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसे समय"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:5 j310 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν ἡμέρᾳ σφαγῆς 1 याकूब **वध** के विचार को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता हैजिसका सन्दर्भ परमेश्वर के दंड से है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसे समय जब परमेश्वर हर एक मनुष्य का न्याय उसके कामों के अनुसार करेगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:6 j311 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τὸν δίκαιον 1 याकूब इस विशेषण शब्द का उपयोग संज्ञा रूप में एक मनुष्य विशेष के लिए करता है| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मी मनुष्य" या "निर्दोष मनुष्य"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:6 j312 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐκ ἀντιτάσσεται ὑμῖν 1 उन सब बातों के प्रकाश में जो याकूब [5:1-6](../05/01.md) में कहता है, अभिप्रेत अर्थ यह है कि यद्यपि, ये निर्दोष जन अपनी रक्षा करने में असमर्थ हैं, परमेश्वर इन धनवानों को दंड देकर उनकी रक्षा करेगा| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं, जैसा UST में है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:7 j313 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) **भाइयों** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:7 j314 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἰδοὺ, 1 **द्र्खो** शब्द के द्वारा वक्ता या लेखक की बात पर श्रोता या पाठक का ध्यान आकर्षित कराया जाता है,जिसकी वह चर्चा करने जा रहा है| याकूब यहाँ इस शब्द के प्रयोग द्वारा एक सादृश्यता का समावेश कराता जिसका स्पष्टीकरण वह अगले पद के आरम्भ में करता है| अतः इस शब्द, **देखो** के अर्थ को व्यक्त करने के लिए एक अलग वाक्य की रचना सहायक सिद्ध होगी| वैकल्पिक अनुवाद: "इस पर ध्यान दो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:7 j315 τὸν τίμιον καρπὸν τῆς γῆς 1 याकूब **फल** शब्द का प्रयोग व्यापक भाव में करता है कि वृक्षों के उत्पाद जो भोजन के लिए उत्तम हैं,उनका अर्थ प्रकट हो| उसके कहने का अभिप्राय यह नहीं कि केवल वृक्षों और लताओं पर लगने वाले फल| वैकल्पिक अनुवाद: "पृथ्वी पर उगने वाली महत्वपूर्ण फसल"
5:7 j316 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns μακροθυμῶν ἐπ’ αὐτῷ ἕως λάβῃ 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप स्पष्ट कर सकते हैं कि प्रत्येक स्थिति में सर्वनाम शब्द, **यह** का सन्दर्भ किससे है| वैकल्पिक अनुवाद: "पृथ्वी के प्राप्त करने तक इस फल की धीरज धरकर प्रतीक्षा करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:7 j317 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj πρόϊμον καὶ ὄψιμον 1 याकूब इन दो विशेषण शब्दों, **प्रथम** और **अंतिम** का प्रयोग वर्षा के प्रकार के निमित्त संज्ञा रूप में करता है| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रयोग होगा| यदि नहीं तो आप इनका अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्तियों के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उगने की ऋतु में आरंभिक वर्षा और उगने की ऋतु में अंतिम वर्षा" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:7 j318 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit πρόϊμον καὶ ὄψιμον 1 यदि आपके पाठक वर्षा आधारित फसल से अनभिज्ञ है तो उनके लिए वर्णन करना कि इन किस्सानों को फसल के लिए वर्षा की आवश्यकता क्यों होती है, सहायक सिद्ध होगा, जैसा UST में इसका एक प्रतिमान रूप है| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:8 j319 μακροθυμήσατε καὶ ὑμεῖς 1 यहाँ याकूब स्पष्ट करता है कि उसने पिछले पद में किस्सानों के लिए जो कहा है वह उसके पाठकों के लिए एक दृष्टांत था| वैकल्पिक अनुवाद: "किसानों के सदृश्य तुमको भी धीरज धरकर प्रतीक्षा करनी है"
5:10 j320 ὑπόδειγμα λάβετε, ἀδελφοί, τῆς κακοπαθίας 1 वैकल्पिक अनुवाद: "भाइयों, उन कष्टों को उदाहरण स्वरुप ग्रहण करो"
5:10 j321 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀδελφοί 1 देखें कि आपने [1:2](../01/02.md) में **भाइयों** शब्दों का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथी विश्वासियों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:11 j322 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὸ τέλος Κυρίου εἴδετε 1 याकूब अय्यूब की कहानी ही सुना रहा है| इसका अर्थ हो सकता है: (1) जिस शब्द का अनुवाद **अंत** किया गया है उसका अर्थ हो सकता है, "उद्देश्य|" यदि ऐसा है तो याकूब **जान लिया** शब्द को लाक्षणिक भाषा में "समझ लिया" के अभिप्राय से काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने परमेश्वर के उद्देश्य को समझ लिया है जो अय्यूब के कष्टों में था" (2) जिस शंड का अनुवाद **अंत** क्या गया है उसका अर्थ हो सकता है, "अंतिम परिणाम|" यदि ऐसा है तो याकूब **जान लिया** का लाक्षणिक उपयोग कर रहा है जिसका अभिप्राय है, "सीख लिया|" वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने धर्मशास्त्र से सीखा है कि परमेश्वर ने अंत में अय्यूब की कैसी सहायता की थी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:11 j323 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ὅτι πολύσπλαγχνός ἐστιν ὁ Κύριος καὶ οἰκτίρμων 1 इसका अर्थ हो सकता है: (1) जिस शब्द का अनुवाद **जिससे** किया गया है, उसका अर्थ हो सकता है,"अतः" और कारण का समावेश किया गया है| याकूब संभवतः कारण दे रहा है कि परमेश्वर अय्यूब के कष्टों में भी अपने भले अभिप्राय को सिद्ध कर रहा था| यह परमेश्वर अति करुनामय और दयावान है" (2) याकूब संभवतः किसी बात का अतिरिक्त वर्णन कर रहा है जो उसके पाठकों ने अय्यूब की कहानी से सीखी है| वैकल्पिक अनुवाद: "और तुमने इस कहानी से सीखा है कि परमेश्वर अत्यधिक कृपालु और दयालु है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
5:12 j324 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἤτω & ὑμῶν τὸ ναὶ, ναὶ, καὶ τὸ οὒ, οὔ 1 इस दुसरे वाक्यांश में याकूब कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अन्य अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को पहले वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारा 'हाँ' 'हाँ' ही हो और तुम्हारा 'नहीं' 'नहीं' ही हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
5:12 j325 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἵνα μὴ ὑπὸ κρίσιν πέσητε 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसके अर्थ को अधुइक स्पष्टा में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि परमेश्वर तुम्हे शपथ तोड़ने का दंड न दे"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:14 j326 προσευξάσθωσαν ἐπ’ αὐτὸν, ἀλείψαντες αὐτὸν ἐλαίῳ ἐν τῷ ὀνόματι τοῦ Κυρίου 1 यह स्पष्ट नहीं हैं कि याकूब प्रार्थना या अभिषेक को प्रभु के नाम में करने के लिए कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "तेल से उसका अभिषेक करने के बाद वे प्रभु के नाम में उसके लिए प्रार्थना करें" (2) वे प्रभु के नाम में उसका अभिषेक करके प्रार्थना करें"
5:14 j327 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor προσευξάσθωσαν ἐπ’ αὐτὸν 1 याकूब स्थानिक रूपक के माध्यम से संकेत देता है कि रोगी मनुष्य प्राचीनों की प्रार्थनाओं का लाभार्थी है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके लिए प्रार्थना करो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:14 j328 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἀλείψαντες αὐτὸν ἐλαίῳ 1 बाईबल की संस्कृति में, मनुष्यों का **तेल** से अभिषेक करना, उनको परमेश्वर के निमित्त समर्पित करने की विधि थी परन्तु वह आयुर्वेदिक उपचार भी था| **रोगी** मनुष्य के बारे में चर्चा करते हुए याकूब उसके औषधीय मूल्य का भी आंशिक अभिप्राय प्रकट करता है| अतः वह विश्वासियों से कहता प्रतीत होता है कि वे रोगी के स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना के साथ-साथ व्यावहारिक सहायता का प्रयास भी करें| यदि आपके पाठक समझ न पाएं कि तेल से अभिषेक करने के याकूब के निर्देश में एक कारण औषधीय लाभ भी है तो आप अपने अनुवाद में या टिप्पणी में इसकी व्याख्या कर सकते हैं या आप इसका अनुवाद सामान्य अभिव्यक्ति के रूप में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसकी व्यावहारिक सहायता के निमित्त संभव प्रयास कर लेने के बाद"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
5:15 j329 rc://*/ta/man/translate/figs-possession ἡ εὐχὴ τῆς πίστεως σώσει τὸν κάμνοντα 1 याकूब इस अनुवादित उक्ति, **बच जाएगा** को एक अर्थ, "रोग मुक्ति" के निमित्त करता है| (वह अगले पद में अधिक निश्चित शब्द काम में लेता है जिसका अर्थ है, "रोगमुक्ति") वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वास में की गई प्रार्थना उस रोगी को चंगाई प्रदान करेगी" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
5:15 j330 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἡ εὐχὴ τῆς πίστεως σώσει τὸν κάμνοντα 1 याकूब विशेषण शब्द, **रोगी** का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कीकिसी मनुष्य विशेष को संदर्भित करे| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका नौवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वास में की गई प्रार्थना रोगी मनुष्य को रोगमुक्त कर देगी" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:15 j331 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀφεθήσεται αὐτῷ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उसको क्षमा करेगा" \n (देखें: [[rc://hi//ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:16 j332 πολὺ ἰσχύει δέησις δικαίου ἐνεργουμένη 1 यहाँ **प्रभाव** शब्द में विशेषण की अपेक्षा क्रिया विशेषण का भाव है| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मी जन की प्रार्थना काम करते समय बहुत प्रभावशाली होती है" या "धर्मी जन की प्रार्थना परिणाम के निमित्त बहुर सामर्थी होती है"
5:16 j333 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj πολὺ ἰσχύει δέησις δικαίου ἐνεργουμένη 1 याकूब इस विशेषण शब्द, **धर्मी** का उपयोग संज्ञा रूप में करता है कि एक मनुष्य विशेष को संदर्भित करे| आपकी भाषा में संभवतः विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक धर्मी मनुष्य की प्रार्थना का प्रभाव बहुत सामर्थी होता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:17 j334 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit Ἠλείας 1 याकूब मान कर चलता है कि उसके पाठक एलिय्याह के जीवन की इस घटना को धर्मशास्त्र में पढ़ चुके हैं| यदि आपके पाठक इस घटना से अनभिज्ञ हैं तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम धर्मशास्त्र से जानते हो कि बहुत समय पहले एलिय्याह नमक एक भविष्यद्वक्ता था"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:17 j335 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁμοιοπαθὴς ἡμῖν 1 इया अभिव्यक्ति का अर्थ है कि एलिय्याह में अन्य किसी भी मनुष्य के जैसी भावनाएं थीं| प्रकरण के आधार पर, याकूब निश्चित संकेत देता है कि उसमें भी ऎसी ही भावनाएं थीं जो मनुष्य के लिए प्रार्थना करना कठिन कर देती हैं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसमें भी वैसे ही संदेह और भय अन्तर्निहित थे जो हम सब में हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:18 j336 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns πάλιν προσηύξατο 1 सर्वनाम शब्द, **उसने** एलिय्याह के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने पुनः प्रार्थना की"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:19 j337 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐάν τις ἐν ὑμῖν πλανηθῇ ἀπὸ τῆς ἀληθείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि किसी ने तुम में से किसी को भी विश्वास से छल कर पथभ्रष्ट कर दिया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:19 j338 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τῆς ἀληθείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द,**सत्य** में निहित विचार को "सच" शब्द के प्रयोग द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो सच है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:19 j339 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐπιστρέψῃ τις αὐτόν 1 याकूब उसी रूपक का उपयोग कर रहा है जिसके द्वारा वह उचित दिशा में ले जाने वाले मार्गदर्शक का उदाहरण देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई उसको सुधारे" या "कोई उसको सच्चाई का बोध कराए"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:20 j340 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns γινωσκέτω 1 यहाँ सर्वनाम शब्द, **उसको** उस व्यक्ति के सन्दर्भ में है जो छले गए विश्वासी को सुधारता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह व्यक्ति जो छले गए विश्वासी को सुधारता है, उसके लिए समझना आवश्यक है"\n (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:20 j341 rc://*/ta/man/translate/figs-possession ὁ ἐπιστρέψας ἁμαρτωλὸν ἐκ πλάνης ὁδοῦ αὐτοῦ 1 याकूब अधिकार सूचक रूप के उपयोग द्वारा एक **विधि** या मार्ग का वर्णन करता है जिसमें **भटकने** का गुण है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य जो भटके हुए विश्वासी को लौटा लाता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
5:20 j342 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy σώσει ψυχὴν αὐτοῦ ἐκ θανάτου 1 याकूब लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे यह व्यक्ति पापी के प्राण को मृत्यु से बचा लेता हो|विचार-साचारी के माध्यम से याकूब के कहने का अर्थ है कि परमेश्वर उन कृत्यों के द्वारा पापी मनुष्य को प्रेरित करेगा कि वह मन फिराए और उद्धार पाए| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के काम के निमित्त एक साधन होगा किपापी के प्राण को मृत्यु से बचाए"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:20 j343 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche σώσει ψυχὴν αὐτοῦ ἐκ θανάτου 1 तथापि, कुछ व्याख्याताओं का मानना है कि याकूब वास्तव में शारीरिक मृत्यु के विषय कह रहा है| उनके विचार में, अपनी पापी जीवन शैली का त्याग करने वाला मनुष्य उसके पापों के परिणामस्वरूप होने वाली शारीरिक मृत्यु का अनुभव नहीं करेगा| ऎसी स्थिति में याकूब मनुष्य के एक पक्ष, **प्राण** को उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व के लिए काम में लेता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसको मरने से सुरक्षित रखेगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])