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Reference	ID	Tags	SupportReference	Quote	Occurrence	Note
front:intro	nl27				0	# 1 यूहन्ना: परिचय \n## भाग 1: सामान्य परिचय\n\n#### 1 यूहन्ना की पुस्तक की रूपरेखा \nयह प्रेरित यूहन्ना रचित एक पत्र है जिसमें यीशु के अनुयायिओं द्वारा अनुचित बातों में विश्वास और अनुचित जीवन शैली की आधारभूत झूठी शिक्षाओं को चुनौती देने और उनमें सुधार करने का उद्देश्य निहित है| उस युग में परत लेखन शैली में अनन्य आरम्भ और समापन अंश होते थे और पत्र का मुख्य अंश इनके मध्य होता था| \n\n\n1. पत्र का आरम्भ (1:1-4)\n1. पत्र का मुख्य अंश (1:5-5:12) \n    * सच्चे विश्वासी परमेश्वर का आज्ञापालन करते है और आपस में प्रेम रखते हैं (1:5-2:17)\n    * यीशु का मसीह होने से इनकार करना झूठी शिक्षा है (2:18-2:27)\n    * परमेश्वर की सच्ची संतान पाप नहीं करती हैं (2:28-3:10)\n    * सच्चे विश्वासी आत्मत्याग द्वारा एक दुसरे की सहायता करते हैं (3:11-18)\n    * सच्चे विश्वासियों को प्रार्थना में व् पूर्ण विश्वास होता है (3:19-24)\n    * यीशु के देहधारण से इनकार करना झूठी शिक्षा है (4:1-6)\n    * सच्चे विश्वासी आपस में वैसा ही प्रेम रखते हैं जैसा परमेश्वर ने उनसे रखा है (4:7-21)\n    * यीशु को परमेश्वर का पुत्र मानने से इनकार करना झूठी शिक्षा है (5:1-12)\n1. पत्र का समापन (5:13-21)  \n\n\n### 1 यूहन्ना की पुस्तक किसने लिखी?\n\nइस पुस्तक का लेखक अपना नाम प्रकट नहीं करता है| तथापि आरंभिक मसीही युग से ही कलीसिया ने प्रेरित यूहन्ना को इस पुस्तक का लेखक माना है| यूहन्ना रचित सुसमाचार उसी का है और उस पुस्तक की विषयवस्तु तथा इस पत्र की विषयवस्तु में अनेक समानताएं हैं| यदि यूहन्ना ने इस पत्र को लिखा है तो संभवतः वह उसके जीवन का अंतिम समय था| \n\n\n### 1 यूहन्ना किसके लिए लिखा गया पत्र है?\nलेखक ने यह पत्र उन लोगों को लिखा जिनको वह "प्रिय" और लाक्षणिक भाषा में "मेरे बालकों" कहता है| इसका संभावित अर्थ है, विभिन्न कलीसियाओं के विश्वासी जो उस स्थान में थे जहां यूहन्ना उस समय था|\n\n### 1 यूहन्ना की पुस्तक का विषय क्या है?\n\nझूठे शिक्षक यीशु के अनुयायियों को झूठी बातों में विश्वास करने का और अनुचित जीवन जीने का प्रोत्साहन दे रहे थे| यूहन्ना उन झूठी शिक्षाओं को चुनौती देता है और उनमें सुधार करता है जिससे कि उसके इस पत्र को प्राप्त करने वाले उस सत्य के विश्वास में बने रहें जिसकी शिक्षा उनको दी गई है और उचित जीवन जीएं| झूठे शिक्षकों का कहना था कि उनको उद्धार प्राप्त नहीं है| यूहन्ना उनको विश्वास दिलाना चाहता है कि उनका उद्धार हो चुका है|\n\n### इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद किस प्रकार किया जाना चाहिए?\n\nअनुवादक इस पुस्तक को उसके परंपरागत शीर्षक, "1 यूहन्ना" या "पहला यूहन्ना" कह सकते हैं| वे एक भिन्न शीर्षक भी चुन सकते हैं जैसे, "यूहन्ना से प्राप्त पहला पत्र” या “यूहन्ना द्वारा लिखा गया पहला पत्र|” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])\n\n\n## भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक धारणाएं \n\n### वे मनुष्य कौन थे जिनका यूहन्ना खंडन करता है?\n\nजिन झूठे शिक्षकों को यूहन्ना चुनौति देता है वे उन विचारों को मानने वाले प्रतीत होते हैं जो उत्तरकालीन ज्ञानवाद के नाम से प्रसिद्द हो गए थे| इन शिक्षकों का मानना था कि यह भौतिक संसार बुरा है| उनके विचार में परमेश्वर मनुष्य नहीं हो सकता है क्योंकि वे इस शरीर को बुरा मानते थे, इसलिए वे इनकार करते थे कि यीशु परमेश्वर है जो मानव रूप में पृथ्वी पर आया। (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/evil]])\n\n\n## भाग 3: अनुवाद के महत्वपूर्ण विषय \n\n### "पाप"\n\nअध्याय 1 में यूहन्ना कहता है कि हमें इनकार नहीं करना है कि हमने पाप किया है| इसकी अपेक्षा यदि हम अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर हमें क्षमा करेगा| अध्याय 2 में यूहन्ना कहता है कि इस पत्र को लिखने में उसका उद्देश्य है कि इसके प्राप्तिकर्ता पाप नहीं करें वरन वह कहता है कि यदि वे पाप भी करें तो यीशु उनके लिए मध्यस्थता करेगा| परन्तु अध्याय 3 में यूहन्ना कहता है कि परमेश्वर का हर एक लेपालक मनुष्य जो परमेश्वर में अवस्थित रहता है, वह पाप नहीं करता है और न ही पाप करने योग्य होता है| और अध्याय 5 में यूहन्ना कहता है कि हमें कुछ पापों के करने वालों के लिए प्रार्थना नहीं करना चाहिएयाद्यापी, हमें अन्य प्रकार के पापों को करने वालों के लिए प्रार्थना करना चाहिए| यह उलझन कारी और विरोधाभासी प्रतीत होता है|\n\nतथापि, व्याख्या यह है कि जिन लोगों की शिक्षाओं को छुनौती देकर सुधार करने के लिए यूहन्ना पत्र लिख रहा है, उनके अनुसार मनुष्य इस शरीर में जो कुछ भी करता है उससे कुछ नहीं होता है| इसका कारण है कि उनके विचार में भौतिक पदार्थ बुरा है इसलिए उनका मानना था कि परमेश्वर को इसकी चिंता नहीं है| वस्तुतः,वे कहते थे कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो पाप कहलाए| इस कारण यूहन्ना को अध्याय 1 में कहने की आवश्यकता हुई कि पाप वास्तव में है और हर एक जन ने पाप किया है| हो सकता है कि कुछ विश्वासी इन झूठी शिक्षाओं के भ्रम में पड़ कर पाप करने लगे थे, अतः यूहन्ना के लिए आवश्यक हो गया था कि उनको विश्वास दिलाए कि यदि वे मन फिरा कर अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उनको क्षमा करेगा| ऎसी ही बातें यूहन्ना अध्याय दो में भी करता है| अध्याय 3 में वह समझाता है कि परमेश्वर की संतान होने के कारण विश्वासियों में जो नया स्वभाव है वह पाप काटने का इच्छुक नहीं है और न ही पाप करने से आनंदित होता है| अतः जो पाप को बहाना बनाते या अनदेखा करते हैं, उनको समझ लेना है कि वे वास्तव में परमेश्वर की संतान नहीं हैं, वरन परमेश्वर की संतान होने के कारण वे अधिकाधिक आज्ञाकारी और पापमुक्त हैं| अंत में, अध्याय 5 में,यूहन्ना सावधान करता है कि यदि मनुष्य निरंकुश होकर पाप करता जाता है तो इसका संभावित अर्थ है कि उसने यीशु का परित्याग कर दिया है और वह पवित्र आत्मा के प्रभाव में नहीं है| वह कहता है कि ऎसी स्थिति में उसके लिए प्रार्थना करनी परिणामित हो सकता है| दूसरी और, वह अपने पाठकों को प्रोत्साहित करते हुए कहता है कि यदि कोई मनुष्य यदा-कडा पाप करे और पछताए तो वह आत्मा के प्रभाव में है इसलिए अन्य विश्वासियों की प्रार्थना उसके प्रायश्चित में और पुनः उचित जीवन में आ जाने में सहायक सिद्ध होगी| \n(देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/sin]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/faith]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/forgive]])\n\n### “बने रहना” \n\nइस पत्र में यूहन्ना प्रायः "बने रहना" उक्ति का प्रयोग करता है| (इसका अनुवाद "अवस्थित" या "स्थिर" भी हो सकता है) स्थानिक रूपक स्वरुप यूहन्ना किसी विश्वासी के लिए यीशु का अधिक निष्ठावान होने और यीशु को अधिक भली-भाँती जानने के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे उस विश्वासी में यीशु का वचन "बना रहता" है| वह किसी मनुष्य के साथ किसी अन्य मनुष्य के आत्मिक सम्बन्ध केलिए भी इसी प्रकार कहता है की जैसे वह मनुष्य उस मनुष्य में "बना रहता" है| वह लिखता है कि विश्वासी मसीह में और परमेश्वर में "बने रहें" और वह कहता है कि पिता पुत्र में "बना रहता" है और पुत्र पिता में "बना रहता" है, पुत्र विश्वासियों में "बना रहता" है और पवित्र आत्मा विश्वासियों में "बना रहता" है|\nयदि अनुवादक प्रत्येक सन्दर्भ में इन्ही शब्दों और अभिव्यक्तियों को काम में लेने का प्रयास करें तो इनमें निहित विचारों को उनकी भाषा में व्यक्त करना कठिन होगा| उदाहरणार्थ, [2:6](../02/06.md) में जब यूहन्ना विश्वासी के लिए परमेश्वर में "बने रहने" की बात करता है तो वह परमेश्वर के साथ विश्वासी की आत्मिक एकता के विचार को दर्शाने की इच्छा रखता है| तदनुसार, UST में कहा गया है, विश्वासी "परमेश्वर के साथ अभिन्न" है| अब एक और उदाहरण देखिए, \n[2:13](../02/13.md) का कथन, "परमेश्वर का वचन तुम में बना रहता है", UST में है,"तुम परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करते रहते हो" इससे प्रकट होता है कि अन्य अभिव्यक्तियाँ कैसे खोजी जाएं कि उनके द्वारा उन विभिन्न विचारों को यथावत व्यक्त किया जा सके जिनको यूहन्ना "बने रहने" के उपयोग द्वारा व्यक्त करता है|\n\n### "प्रगट हुआ"\n\n\nइस पत्र में अनेक स्थानों में, यूहन्ना एक ऐसे शब्द का प्रयोग करता है जिसका अनुवाद ULT में प्रायः "आविर्भाव" किया गया है| यह वास्तव में यूनानी भाषा में कर्मवाच्य है परन्तु उस भाषा में ऐसे रूपों के साथ जो होता है वह है की इनका अर्थ कर्तृवाच्य में होता है| जब इसका अर्थ कर्तृवाच्य में हो यह महत्वपूर्ण है कि इसके अर्थ को मात्र "वहाँ उपस्थित प्रतीत होता है" नहीं माना जाए, जैसा "प्रगट हुआ" से सुझाव मिलता है|इसकी अपेक्षा इसका अर्थ है, "वहाँ था|" इसका एक उत्तम उदाहरण नए नियम की एक और पुस्तक, 2 कुरिन्थियों में इस उक्ति का प्रयोग है, जिसमें पौलुस लिखता है: "हम सब को मसीह के न्याय के सिंहासन के सामने प्रकट होना है" {5:10](../2co/05/10.md). स्पष्टतः इसका अर्थ यह नहीं है किकी हमें वहाँ उपस्थित प्रतीत होना आवश्यक है|\n\n\n\n\nइस सम्पूर्ण पत्र में यह अर्थानुवाद का एक दुर्बोध विषय है कि यूहन्ना "प्रगट हुआ" का उपयोग कर्तृवाच्य के भाव में करता है या कर्मवाच्य के भाव में करता है| उदाहरणार्थ,  \n[1:2](../01/02.md) में यूहन्ना इस शब्द को "जीवन का वचन" अर्थात यीशु, के साथ काम में लेता है| परन्तु स्पष्ट नहीं है कि वह यीशु के "प्रगट होने" की बात करता है अर्थात, उसके पृथ्वी पर आविर्भाव की या उसके "प्रत्यक्ष किए जाने" (दिखाई देने) की, बल तो इस बात पर दिया गया है कि परमेश्वर ने संसार में यीशु को प्रकट किया और इस प्रक्रिया के द्वारा स्वयं को, यीशु के माध्यम से, संसार में प्रकट किया| जहां जहां यूहन्ना इस शब्द को काम में लेता है, वहाँ वहाँ टिप्पणियों पर ध्यान दिया जाएगा और विचार किया जाएगा कि उस प्रसंग में इसका संभावित अर्थ क्या है| \n\n### "संसार"\n\n\nइस पत्र में, यूहन्ना "संसार" शब्द का प्रयोग भी नानाविध भावों में करता है| इसका अर्थ पृथ्वी, कभी-कभी संसार के लोग, परमेश्वर का सम्मान नकारने वाले लोग, या परमेश्वर का सम्मान न करने वाले लोगों का सिद्धांत तंत्र| जहां जहां यूहन्ना "संसार" शब्द का प्रयोग करता है, वहाँ वहाँ इसका अर्थ टिप्पणियों में स्पष्ट किया जाएगा|\n\n\n### "जानते"\n\nयह क्रिया शब्द,"जानते" इस पत्र में दो भिन्न-भिन्न अभिप्रायों निमित्त काम में लिया गया है| कभी-कभी इसका उपयोग किसी तथ्य को जानने के लिए किया गया है, जैसा 3:2, 3:5, और 3:16 में है| कभी-कभी इसका प्रयोग किसी व्यक्ति या वास्तु को समझने के लिए किया गया है, जैसा 3:1, 3:6, 3:16 और 3:20 में है| कभी-कभी यूहन्ना इसका उपयोग एक ही वाक्य में दो भिन्न-भिन्न भावों में करता है, जैसा 2:3 में है, "इससे हम जान लेंगे कि हम उसे जान गए हैं|" आपकी भाषा में इन भिन्न-भिन्न अर्थों के लिए भिन्न-भिन्न शब्द होंगे जिंक उपयोग आपके अनुवाद में उचित होगा|  \n\n### 1 यूहन्ना की पुस्तक में मूल पाठ आधारित प्रमुख समस्याएँ \n\n\nजब बाईबल की प्राचीन हस्तलिपियों में अंतर होता है तब ULT उन पाठों का उपयोग करती है जिंकू विद्वान् मूल पाठ में सबसे अधिक अचूक मानते हैं परन्तु उसमे उन अन्य संभावित अचूक पाठों को पाद टिप्पणियों में दिया गया है| प्रत्येक अध्याय की प्रस्तावना उन स्थानों पर चर्चा करेगी जहां प्राचीन हस्तलिपियों में महत्वपूर्ण अंतर है और पुस्तक में जहां-जहां वे होंगे वहाँ-वहाँ टिप्पणियाँ दी जाएंगी| यदि आपके क्षेत्र में बाईबल संस्करण उपलब्ध है तो उसमें प्रकट पाठों को स्थान दें| यदि नहीं है, तो हमारा सुझाव है कि आप ULT के मूल लेखों का अनुसरण करें| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])\n\n"
1:intro	ab9v				0	,# 1 यूहन्ना 01: सामान्य टिप्पणियाँ\n\n\n## संरचना और आरूपण \n1. पत्र का आरम्भ (1:1-4) \n2. सच्चे विश्वासी परमेश्वर का आज्ञापालन करते है और आपस में प्रेम रखते हैं (1:5-10, 2:17 तक) \n\n## इस अध्याय में अनुवाद के महत्वपूर्ण विषय \n\n\nउस युग की अनेक यूनानी रचनाओं के सदृश्य, शैलीगत उद्देश्य निमित्त यह पात्र अत्यधिक लम्बे वाक्य से आरम्भ होता है, \n [1:1](../01/01.md) से आरम्भ होकर [1:3](../01/03.md) के मध्य भाग तक| इस वाक्य के अंश उस क्रम में नहीं हैं जो अनेक भाषाओं में परम्परागत है| प्रत्यक्ष कर्म पहले आ रहा है और वह बहुत लंबा है, अनेक भिन्न-भिन्न उपवाक्यों से निर्मित| कर्ता और क्रिया तब तक नहीं आते हैं जब तक वाक्य लगभग समाप्त होने लगता है और मध्य भाग में मुख्य विषय को छोड़ कर अन्य विषय की लम्बी चर्चा की गई है| अतः इसका अनुवाद करना चुनौतीभरा है| \nएक विधि जो आपकी भाषा में अति सुचारू हो सकती है वह है, पद सेतु की रचना जिसमें सम्पूर्ण 1:1-3 समाहित होगी| आप इस लम्बे वाक्य को छोटे-छोटे अनेक वाक्यों में विभाजित कर सकते है जिनमें स्पष्टता के लिए कर्ता और क्रिया को दोहराना होगा| इससे आपको वाक्य के अंशों को एक क्रम में रखना होगा जो आपकी भाषा में परम्परागत हों और आपके पाठक भलीभांति समझ सकें| उदाहरणार्थ:\n"इसलिए कि तुम भी हमारे साथ सहभागी हो, जो कुछ हमने देखा और सूना है, उसका समाचार तुम्हे देते हैं| हम तुम्हे उसके विषय में समाचार देते हैं जोजो अनाडी काल से था जिसे हमने सुना, और जिसे अपनी आँखों से देखा, वरन जिसे हमने ध्यान से देखा और हाथों से छुआ| यह उस जीवन के वचन के विषय में है| निश्चय ही यह जीवन प्रकट हुआ और हमने उसे देखा, और उसकी गवाही देते हैं हाँ, हाँ तुम्हे उस अनंत जीवन का समाचार देते हैं जो पिता के साथ था और हम पर प्रकट हुआ|"\nयदि आप इस विधि को काम में लेते हैं तो दुसरे वाक्य का अनुवाद करने का एक और रूप होगा: "हम तुम्हे उसका समाचार देते हैं जो आदि से था जिसे हमने सुना, और जिसे अपनी आँखों से देखा, वरन जिसे हमने ध्यान से देखा और हाथों से छुआ"\nएक और सुचारू विधि है जिसमें पद सेतु की आवश्यकता नहीं है| इसमें आपको वाक्यांशों को उनके वर्तमान क्रम में ही रखना है परन्तु पद विभाजन पर उनको तीन भागों में करना है| यदि आप ऐसा करते है, तो आप इस वाक्यांश को "उस जीवन के वचन के विषय में" अनुवाद करके \n [1:1](../01/01.md) के अंत की अपेक्षा आरम्भ में रख सकते हैं और इसको पात्र की प्रस्तावना स्वरुप काम में ले सकते हैं| अन्यथा,आपके पाठक \n[1:4](../01/04.md) के अंत में पहुँचने तक समझ नहीं पाएंगे कि यह एक पत्र है जहां यूहन्ना औपचारिक रूप से पत्र लिखने के उद्देश को प्रकट करता है|\n [1:1-4](../01/01.md) पर दी गई टिप्पणियाँ और अधिक विशिष्ट सुझाव देती है कि इस लंबे आरंभिक वाक्य का अनुवाद कैसे करें|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-versebridge]])\n\n## इस अध्याय में महत्वपूर्ण मूलपाठ विषयक विसमस्याएं\n [1:4](../01/04.md) को सर्वाधिक अचूक प्राचीन हस्थलिपियों में इस प्रकार लिखा हुआ है, "कि हमारा आनंद पूरा हो जाए" ULT में इसी को अपनाया गया है| तथापि, कुछ अन्य प्राचीन हस्तलिपियों में "हमारा आनंद" के स्थान में "तुम्हारा आनंद" लिका हुआ है| यदि आपके क्षेत्र में बाईबल की अनुवादित प्रतिलिपि है तो उसमें जैसा भी अनुवादित पाठ है उसको काम में लें| यदि कोई भी अनुवाद नहीं है तो हमारे सुझाव के अनुसार आप ULT के अनुवाद को काम में लें| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
1:1	axg6		rc://*/ta/man/translate/figs-you	General Information:	0	# General Information:\n\n
1:1	ej5x			ὃ & ἀκηκόαμεν	1	इसका निहितार्थ है कि यूहन्ना और अन्य साक्षात गवाहों ने जो **सुना** था वह यीशु का आख्यान था| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको हमने आख्यान कतरे सूना है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:1	rb73		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	which we have seen & we have looked at	0	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभव है कि यूहन्ना इनको बलाघात हेतु संयुक प्रयोग में लेता है|यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों वाक्यांशों को संयोजित करके एक बल देने वाली अभिव्यक्ति में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको हमने स्वयं स्पष्ट रूप में देखा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
1:1	gt44			τοῦ λόγου τῆς ζωῆς	1	यहाँ, **जीवन के वचन** विशिष्ट रूप में येशु का वर्णन है| जैसा सामान्य प्रस्तावना में वर्णन किया गया है, इस पत्र में और यूहन्ना रचित सुसमाचार में अनेक समानताएं हैं| उस सुसमाचार की आरम्भ में यीशु के लिए कहा गया है, "आदी में वचन था" अतः संभव है कि यूहन्ना जब इस पत्र में लिखता है, **जीवन के वचन** "जो आदी से था" तो वह यीशु ही के बारे में कहता है| उल्ट में इसका संकेत **वचन** को बड़े अक्षरों में लिख कर दिया गया है कि यह यीशु के लिए पदनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु, परमेश्वर का वचन, जो जीवन देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:1	i8b4		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ζωῆς	1	इस पत्र में यूहन्ना **जीवन** शब्द का प्रयोग भिन्न-भिन्न रूपों में करता है: वास्तविक रूप में भौतिक्जीवान के लिए या लाक्षणिक भाषा में आत्मिक जीवन के लिए| यहाँ आत्मिक जीवन संदर्भित है| वैकल्पिक अनुवाद: "आत्मिक जीवन के" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:2	la4a		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἡ ζωὴ ἐφανερώθη	1	"प्रगट हुआ" के लिए 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3 में परिचर्चा देखें| इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) यूहन्ना बल दे रहा हो कि यीशु इस संसार में कैसे आया| (ULT में इसको इस प्रकार प्रकट किया गया है,वह यहाँ इस पृथ्वी पर आया") ऎसी स्थिति में, यह एक ऎसी अवस्था है जिसमें यूनानी भाषा में के कर्मवाच्य रूप का अर्थ कर्तृवाच्य में है| जैसा इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में सुझाव दिया गया है, यहाँ एक नए वाक्य की रचना करना सहायक होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "निश्चय ही जीवन यथास्थान यहाँ आया" (2) यूहान्ना के कहने में बलाघात हो सकता है कि परमेश्वर ने संसार में यीशु को प्रकट किया और इस प्रकार,यीशु के द्वारा स्वयं को इस संसार में प्रकट किया| इस बलाघात को उजागर करने के लिए आप इसका अनुवाद कर्मवाच्य रूप में कर सकते हैं या आपकी भाषा में कर्वाच्य्रूप न हो तोतो आप कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "निश्चय ही जीवन प्रकट किया गया" या "निश्चय ही परमेश्वर ने जीवन को प्रकट किया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:2	jp6s			we have seen it	0	यदि आपने [1:1](../01/01.md) व्यक्तिवाचक सर्वनामों को काम में लेने का निर्णय लिया है तो आप उनका उपयोग इन रचनाओं में भी कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमने उसको देखा है और हम गवाही देते हैं कि हमने उसको देखा है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:2	ih36			we bear witness to it	0	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभवतः यूहन्ना बलाघात हेतु इन दोनों का प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तोतो आप इन दोनों वाक्यांशों को संयोजित कर सकते हैं, जैसा UST में है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
1:2	lyt6		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὴν ζωὴν τὴν αἰώνιον	1	जैसा कि इस पद के आरम्भ में है, यूहन्ना यीशु को लाक्षणिक भाषा में **जीवन कहा कर संदर्भित करता है,जीवन जो उससे जुड़ा हुआ है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु जो अनंत जीवन है" या "यीशु जो सदा जीवित है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:2	itv8			ἥτις ἦν πρὸς τὸν Πατέρα	1	**पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण नाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
1:2	fru2		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	καὶ & ἐφανερώθη & ἡμῖν	1	देखें कि आपने इस पद के आरम्भ में **प्रगट हुआ** का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "और यथावत हमारे ही पास आया" या "हमारे लिए प्रकट किया गया" या "जिसको परमेश्वर ने हम पर प्रकट किया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:3	vw2w			ὃ ἑωράκαμεν, καὶ ἀκηκόαμεν, ἀπαγγέλλομεν καὶ ὑμῖν	1	यूहन्ना अभिप्रेत अर्थ में यह कहता है कि उसने और अन्य प्र्त्याक्स गवाहों ने यीशु को **देखा और सूना** है,जब वह इस पृथ्वी पर था| वैकल्पिक अनुवाद: "जब यीशु इस पृथ्वी पर जीवित था तब हमने उसको जो देखा और सुना"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:3	dw7l			have fellowship with us. Our fellowship is with the Father	0	यदि आकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आपिस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सहभागिता** में निहित विचार को एक वस्तुवाचक संज्ञा शब्द जैसे, "मित्र" या विशेषण शब्द, जैसे "घनिष्ट" के द्वारा अनुवाद कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "कि तुम हमारे घनिष्ट मित्र हो जाओ... हम सब पिता परमेश्वर और उसके पुत्र,यीशु के साथ घनिष्ट मित्र हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:3	tf4m			ἡ κοινωνία & ἡ ἡμετέρα	1	यह शब्द,**हमारी** संभवतः समावेशी है क्योंकि यूहन्ना उन विश्वासियों के लिए, जिनको वह पत्र लिकता है, कहता है किवे उसके साथ और उन विश्वासियों के साथ जिनकी और से वह पत्र लिखता है, कैसे सहभागिता कर सकते हैं| अतः आपकी भाषा में यदि यह अंतर स्पष्ट हो तो आप इस शब्द का अनुवाद समावेशी शब्द द्वारा कर सकते हैं| आपकी भाषा में यदि ऐसा अंतर स्पष्ट न भी हो तो आप अपने अनुवाद में संकेत दे सकते हैं कि यह शब्द यूहन्ना और उन विश्वासियों (जिनको वह पत्र लिखता है) दोनों को समाहित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम सब घनिष्ट मित्र हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:3	rxq7		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Father & Son	0	ये महत्वपूर्ण शीर्षक हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर...उसका पुत्र,यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
1:4	xn9d			ἵνα ἡ χαρὰ ἡμῶν ᾖ πεπληρωμένη	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **आनंद** में निहित विचार को "हर्षित" जैसे विशेषण शब्द के द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कि हम पूर्णतः हर्षित हो जाएं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:5	djn4		rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive	General Information:	0	# General Information:\n\nयहाँ **हम** शब्द अनन्य है क्योंकि यूहन्ना स्वयं और उन्प्रत्याक्स गवाहों की और से कह रहा है जिन्हों यीशु के सांसारिक जीवन को देखा था| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:5	kz3i			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
1:5	cd6f		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ Θεὸς φῶς ἐστιν	1	यूहन्ना इस पत्र में **ज्योति** शब्द का प्रयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, पवित्र, न्यायोचित और भली वस्तु| यहाँ, परमेश्वर के सन्दर्भ में यह शब्द पवित्रता का संकेत देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर पवित्र है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:5	e9m2		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	σκοτία ἐν αὐτῷ, οὐκ ἔστιν οὐδεμία	1	इस पत्र में यूहन्ना **अन्धकार**शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में प्रायः दुष्टता के भाव में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर कदापि बुरा नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:6	f958		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ σκότει περιπατῶμεν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **चलें** शब्द का प्रयोग मनुष्य की जीवन शैली और आचरण के सन्दर्भ में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "दुष्टा का व्यवहार करें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:7	lpr3		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ φωτὶ περιπατῶμεν, ὡς αὐτός ἐστιν ἐν τῷ φωτί	1	यूहन्ना **चलते** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जो मनुष्य के जीवन-आचरण के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह वही करते है जो न्यायोचित है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:7	d7d8		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸ αἷμα Ἰησοῦ	1	इसके अर्थ हो सकते हैं:: (1) यूहन्ना वास्तव में उस **लहू** का सन्दर्भ दे रहा है जो यीशु ने पापबलि के रूप में बहाया | (2) यूहन्ना संभवतः **लहू** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय यीशु की पापबलि मृत्यु से है, विचार-साहचर्य से उसकी मृत्यु के समय बहाया गया **लहू** वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु की मृत्यु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:7	jb3e		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ Υἱοῦ	1	**पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण नाम है, परमेश्वर का पुत्र| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
1:8	enu7			ἁμαρτίαν οὐκ ἔχομεν	1	वैकल्पिक अनुवाद: "हम कभी पाप नहीं करते हैं"
1:8	m8hf			πλανῶμεν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में उन लोगों के लिए कहता है जो ऐसा दावा करते हैं कि जैसे वे मार्गदर्शक हैं जो मनुष्यों-स्वयं का पथप्रदर्शन कर रहे हों परन्तु निश्चय ही अनुचित दिशा में| वैकल्पिक अनुवाद: "हम स्वयं के साथ धोखा करते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:8	tt51		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν ἐν ἡμῖν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **सत्य** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई वस्तु हो जो विश्वासियों में अन्तर्निहित हो| वैकल्पिक अनुवाद: "हम विश्वास नहीं करते कि परमेश्वर की बातें सच्ची हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:9	f68c		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ἵνα ἀφῇ ἡμῖν τὰς ἁμαρτίας, καὶ καθαρίσῃ ἡμᾶς ἀπὸ πάσης ἀδικίας	1	ये दोनों वाक्यांश मूल रूप से एक ही अर्थ रखते हैं। यूहन्ना संभवतः बलाघात हेतु इनका संयुक्त उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इनको संयोजित कर सकते हैं, विशेष करके तब जब दोनों वाक्यांशों को काम में लेने से आपके पाठक उलझन में पड़ जाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "और वह हमें हमारे सब कुकर्मों की पूर्ण क्षमा देगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
1:10	hii2		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ψεύστην ποιοῦμεν αὐτὸν	1	सुनिश्चित करें कि आपके अनुवाद में स्पष्ट समझ में आए कि ऎसी परिस्थिति में परमेश्वर वास्तव में **झूठा** नहीं हो सकता है| जबकि वस्तुस्थिति तो यह है कि मनुष्य जो स्वयं को निष्पाप कहता है, वह परमेश्वर को झूठा ठहराता है क्योंकि परमेश्वर ने कहा है कि प्रत्येक मनुष्य पापी है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यह तो वैसा ही है जैसा कि परमेश्वर को झूठा कहा जाए, क्योंकि परमेश्वर ने कहा है कि हम सबने पाप किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:10	m3p1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ λόγος αὐτοῦ οὐκ ἔστιν ἐν ἡμῖν	1	जैसा उसने "सत्य" के विषय [1:8](../01/08.md) में किया है, वैसे ही वह परमेश्वर के **वचन** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह विश्वासियों में अन्तर्निहित कोई वस्तु हो| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर की बात पर विश्वास नहीं करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
2:intro	zjj9				0	# 1 यूहन्ना 02 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n## रचना एवं आरूपण \n\n\n1. सच्चे विश्वासी परमेश्वर का आज्ञा पालन करते है और आपस में प्रेम रखते हैं (2:1-17, 1:5 से आगे)\n2. यीशु के मसीह होने का इनकार झूठी शिक्षा है (2:18- 2:27)\n3. परमेश्वर की सच्ची संतान पाप नहीं करती हैं (2:28-29 से 3:10 तक)\n\nयह प्रकट करने के लिए कि [2:12-14](../02/12.md) में यूहन्ना कविता जैसा कुछ लिख रहा है, कुछ अनुवादक इन पदों के कथनों को शेष अभिलेख से दूर दाहिनी और रखते हैं और प्रत्येक कथन का आरम्भ एक नए वाक्य से करते हैं| \n\n\n##इस अध्याय में विशिष्ट संकल्पनाएँ \n### मसीह-विरोधी\n\n [2:18](../02/18.md) और [2:22](../02/22.md) में यूहन्ना एक विशेष मानुष, मसीह विरोधी और अनेक मनुष्य जो "मसीह विरोधी" होंगे, दोनों की चर्चा करता है| "मसीह विरोधी" शब्द का अर्थ है, "मसीह का बैरी|" मसीह विरोधी वह मनुष्य होगा जो मसीह के आगमन से ठीक पहले आएगा और मसीह के कामों की नकल करेगा परन्तु उसका उद्देश्य दुष्टता गर्भित होगा| उस मनुष्य के आगमन से पूर्व अनेक मनुष्य मसीह के विरोध में काम करेंगे| वे भी "मसीह विरोधी" कहलाते हैं परन्तु यह उनका वर्णन है न कि उनका नाम| \n(देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/antichrist]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/lastday]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/evil]])\n\n#### इस अध्याय के महत्वपूर्ण मूल पाठ विषयक समस्याएँ \n\n\n[2:20](../02/20.md) कुछ प्राचीन हस्तलिपियों में लिखा है, "तुम सब जानते हो" और ULT में यही पाठ है| तथापि, अन्य प्राचीन हस्तलिपियों में है, "तुम सब कुछ जानते हो|" पत्र में अन्य सब बातों पर आधारित, अधिक संभावना है कि "तुम सब जानते हो" उचित मूल पाठ है, क्योंकि यूहन्ना झूठी शिक्षकों के दावे का खंडन करता है तो वह अन्य विश्वासियों से अधिक जानता है| यह रचना,"तुम सब कुछ जानते हो" इसलिए रखी गई थी कि लिपिकों को क्रिया शब्द,"जानते हो" के लिए कर्ता की आवश्यकता का बोध हुआ था| तथापि, आपके क्षेत्र में यदि बाईबल अनुवाद की कोई प्रतिलिपि है तो उसमें जो भी पाठ है उसको अपनाएं| यदि आपकी सुविधा के लिए कोई भी अनुवाद नहीं है तो हमारा सुझाव है कि आप ULT के अभिलेख का अनुसरण करें|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
2:1	u65h		rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive	General Information:	0	# General Information:\n\n
2:1	w9ji			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
2:1	v57g		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τεκνία	1	यूहन्ना **बालकों** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है कि जिन विश्वासियों को वह पत्र लिखता है उनका वर्णन करे| वे उसकी आत्मिक देख-रेख में थे इसलिए वह उनको अपनी संतान का मान प्रदान करता है| आप इसके अनुवाद में लाक्षणिक भाषा का परिवर्जन कर सकते हैं या इस रूपक को उपमा में बदल सकते है जैसा ULT में है| वैकल्पिक अनुवाद: “तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देख-रेख में हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:1	p49e			ταῦτα γράφω	1	वैकल्पिक अनुवाद: "मैं यह पत्र लिखता हूँ"
2:1	bi4g			καὶ ἐάν τις ἁμάρτῃ	1	यूहन्ना अपने पाठकों को विश्वास दिलाने के लिए एक काल्पनिक परिस्थिति का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि किसी ने पाप किया, तो हमारे पास पिता के निकट एक मध्यस्थ है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:1	stj2		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	Παράκλητον ἔχομεν πρὸς τὸν Πατέρα, Ἰησοῦν Χριστὸν δίκαιον	1	यह यूहन्ना की परिकल्पना है कि उसके पाठक **सहायक** शब्द का अर्थ समझते हैं कि वह एक ऐसा मनुष्य है जो किसी मनुष्य का पक्ष करते हुए उसके लिए याचना करता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु हमारा पक्ष लेकर पिता परमेश्वर से हमारे लिए क्षमा की याचना करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:2	h8fg			αὐτὸς ἱλασμός ἐστιν περὶ τῶν ἁμαρτιῶν ἡμῶν	1	यह भाववाचक संज्ञा शब्द,**प्रायश्चित** का सन्दर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा किए गए काम या दी गई वस्तु से है की वह अब क्रोधित न रहे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के कारण परमेश्वर हमारे पापों पर हमसे क्रोधित नहीं है, और हमारे ही नहीं, सम्पूर्ण संसार के पापों पर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:3	el7q			γινώσκομεν ὅτι ἐγνώκαμεν αὐτόν	1	यूहन्ना **जान गए** का प्रयोग दो भिन्न भावों में करता है| **जान गए** पर परिचर्चा को 1 यूहन्ना:प्रस्तावना, भाग 3 में देखें| यदि आपकी भाषा में इन भिन्न भावों के लिए अलग-अलग शब्द हैं तो उनको यहाँ उपयोग में लाना उचित होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "हम को पूर्ण विश्वास है कि हम उसके साथ घनिष्ट संबंधों में हैं"
2:3	qn85			ἐὰν τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηρῶμεν	1	यहाँ, **मानेंगे** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, आज्ञापालन| वैकल्पिक अब्नुवाद: "यदि हम उसकी आज्ञा का पालन करते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:4	kmz5			ὁ λέγων	1	वैकल्पिक अनुवाद: "जो कोई कहता है" या "जो मनुष्य कहता है"
2:4	q665			I know God	0	जैसा [2:3](../02/03.md) में दूसरा उदाहरण है, यूहन्ना **जान गया** का उपयोग एक निश्चित भाव में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ मेरा घनिष्ठ सम्बन्ध है"
2:4	qp1j			μὴ τηρῶν	1	इस उदाहरण में **मानता है** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "पालन करना" वैकल्पिक अनुवाद: "आज्ञा नहीं मानता है" या "अवहेलना करता है"
2:4	qt4e			τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ	1	
2:4	cj84		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τούτῳ ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν	1	**सत्य** के विषय में यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह विश्वासियों के भीतर अवस्थित कोई वस्तु हो| वैकल्पिक अनुवाद: "और ऐसा मनुष्य सच नहीं बोलता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:5	aqa4		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τηρῇ αὐτοῦ τὸν λόγον	1	इस सन्दर्भ में, **चले** शब्द एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "आज्ञापालन" वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने जो आज्ञा दी है उसका पालन करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:5	x88p		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	ἀληθῶς ἐν τούτῳ ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ τετελείωται	1	**परमेश्वर का प्रेम** इस उक्ति के अभीप्राय हो सकते हैं: (1) इसका सन्दर्भ उस मनुष्य से है जो परमेश्वर से प्रेम करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य निश्चय ही परमेश्वर से पूर्णतः प्रेम करता है" (2) इसका सन्दर्भ परमेश्वर के प्रेम से है जो वह मनुष्यों से रखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के प्रेम ने उस मनुष्य के जीवन में अपना उद्देश्य पूरा कर लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]]
2:5	b688		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τούτῳ & γινώσκομεν ὅτι ἐν αὐτῷ ἐσμεν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासी परमेश्वर में अन्तर्वास कर सकते हो| इस अभिव्यक्ति के द्वारा घनिष्ट संबंधों का वर्णन किया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ हमारा घनिष्ट सम्बन्ध है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:6	u6lu		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	remains in God	0	"बना रहना" की परिचर्चा हेतु इस पुस्तक की प्रस्तावना, भाग 3 देखें| यहाँ, परमेश्वर में **बने रहने** का अर्थ लगभग वही है जो [1:3](../01/03.md) और [1:6](../01/06.md) में और [2:5](../02/05.md) में  परमेश्वर के साथ "सहभागिता" का है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह परमेश्वर का घनिष्ट मित्र है" या "परमेश्वर के साथ उसके घनिष्ट सम्बन्ध हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:6	x5n1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὀφείλει καθὼς ἐκεῖνος περιεπάτησεν, καὶ αὐτὸς περιπατεῖν	1	जैसा [1:6](../01/06.md) और [1:7](../01/07.md) में है, यूहन्ना **चले** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अर्थ है, मनुष्य का जीवन-आचरण कैसा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के सदृश्य जीवन आवश्यक है" या "यीशु के सर्वथा अनुकूल परमेश्वर का आज्ञापालन करना आवश्यक है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:7	s5wc			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
2:7	py9g			ἀγαπητοί & γράφω	1	यह अनुराग का एक और शब्द है जिससे यूहन्ना उन विश्वासियों को संबोधित करता है जिनको वह पत्र लिख रहा है| इसमें विशेषण शब्द, **प्रियों** का उपयोग संज्ञा के रूप में किया गया है कि एक विशेष जनसमूह का संकेत प्रकट हो| आपकी भाषा में विशेषणों का एशिया प्रयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" या "प्रिय मित्रों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:7	amu6			οὐκ ἐντολὴν καινὴν γράφω ὑμῖν, ἀλλ’ ἐντολὴν παλαιὰν	1	कहने का अभिप्राय है कि जिस विशिष्ट शब्द, **वचन** या सन्देश का वर्णन यूहन्ना कर रहा है वह यीशु के द्वारा विश्वासियों को दी गई आज्ञा है कि वे आपस में प्रेम रखें| देखें यूहन्ना रचित सुसमाचार, [13:34](../jhn/13/34.md) और [15:12](../jhn/15/12.md) जिसको यूहन्ना इस पत्र के पदों मेंमें स्पष्ट प्रकट करता है:[3:23](../03/23.md) और [4:21](../04/21.md). यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका यहाँ स्पष्ट उल्लेख कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वही आज्ञा जी यीशु ने हमें दी कि हम आपस में प्रेम रखें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:7	vz9w		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना अपने इस पात्र में “आरम्भ” शब्द का उपयोग विभिन्न रूपों में करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ उस सनय से है जिस समयं उसके पत्र प्राप्तिकर्ताओं ने यीशु में विश्वास का पहला कदम रखा था| वैकल्पिक अनुवाद: "तब से जब से तुमने यीशु में विश्वास किया था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:7	eia9			ἡ ἐντολὴ ἡ παλαιά ἐστιν ὁ λόγος ὃν ἠκούσατε	1	यूहन्ना **वचन** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है किउस सन्देश को संदर्भित करे जो शब्दों के द्वारा विश्वासियों ने सूना था| वैकल्पिक अनुवाद: "वह सन्देश जो तुमने सूना है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:8	i1up			πάλιν ἐντολὴν καινὴν γράφω ὑμῖν	1	यूहन्ना इस आज्ञा का स्नादार्भ [2:7](../02/07.md) में देता है, वही आज्ञा जो यीशु ने परस्पर प्रेम रखने के लिए दी थी जो विश्वासियों के पास सदा से है| अतः उसके कहने का अर्थ है कि वह कोई **नई** एवं भिन्न आज्ञा नहीं लिख रहा है अपितु, वही आज्ञा जिसको वह **पुरानी** कहता है, परन्तु यह एक अर्थ में **नई** भी मानी जा सकती है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप सपष्ट उल्लेख कर सकते हैं कि यूहन्ना किस **आज्ञा** को संदर्भित कर रहा है और आप संभावित तर्क दे सकते हैं कि वह **नई** क्यों मानी जा सकती है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हे आपस में प्रेम रखने की जो आज्ञा मैं लिख रहा हूँ वह एक प्रकार से नई आज्ञा भी है क्योंकि यह नए जीवन का गुण है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:8	c2fa			which is true in Christ and in you	0	यूहान्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे यह आज्ञा यीशु में और इन विश्वासियों में आत्मसात की हुई **सच्चाई** है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु यथार्थतः इस आज्ञा का पालन करता था और अब तुम भी इसका यथार्थतः पालन करते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:8	i8gr		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἡ σκοτία παράγεται, καὶ τὸ φῶς τὸ ἀληθινὸν ἤδη φαίνει	1	जैस [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **अन्धकार** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिससे उसका अभिप्राय है, बुराई और **ज्योति** शब्द के लाक्षणिक प्रयोग में उसका अभिप्राय है, पवित्र,न्यायोचित और भला| ज्योति **चमकने** लगी का लाक्षणिक प्रयोग में अर्थ है, उसका प्रभाव पड़ने लगा| वैकल्पिक अनुवाद: "जो बुरा है वह समाप्त हो रहा है और जो वस्तुतः भला है वह उसकी अपक्षा, प्रभावी हो रहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:9	j4f7			General Information:	0	# General Information:\n\nयूहन्ना **भाई** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अभिप्राय उस मनुष्य से है जो उसी विश्वास में है| वैकल्पिक अनुवाद: "एक साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:9	a3jt			ὁ λέγων	1	यूहन्ना अपने पाठकों को चुनौती देने के लिए एक और काल्पनिक परिदृश्य सुझाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि कोई कहता है कि वह ज्योति में है, परन्तु वह अपने भाई से घृणा करता है तो वह मनुष्य अभी भी अन्धकार में है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:9	srl7		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ φωτὶ εἶναι	1	जैसा [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **ज्योति** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, पवित्र, न्यायोचित और भला| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो करता है वह न्यायोचित है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:9	mp9f		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν & τῇ σκοτίᾳ ἐστὶν	1	जैसा [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **अन्धकार** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभोप्राय है, अनुचित और बुरा| वैकल्पिक अनुवाद: "जो करता है वह बुरा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:10	q2x1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	σκάνδαλον ἐν αὐτῷ οὐκ ἔστιν	1	**ठोकर** शब्द से यूहन्ना का अभिप्राय है, कोई ऎसी वस्तु जिससे टकरा कर मनुष्य संतुलन खो दे जिसका अर्थ लाक्षणिक भाषा में है, मनुष्य को पाप में गिराने वाली बात| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा कुछ नहीं जिससे वह पाप करने को प्रेरित हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:11	u44x		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῇ σκοτίᾳ ἐστὶν, καὶ ἐν τῇ σκοτίᾳ περιπατεῖ	1	यूहन्ना **चलता** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, मनुष्य का जीवन-आचरण| वैकल्पिक अनुवाद: "अनुचित जीवन निर्वाह करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:11	y5cs		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	οὐκ οἶδεν ποῦ ὑπάγει	1	यह चलने के ही रूपक का लाक्षणिक प्रयोग है जिसका अर्थ है,मनुष्य का जीवन-आचरण| वैकल्पिक अनुवाद: "उसको जीवन के न्यायोचित मार्ग का ज्ञान नहीं है"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:11	w4r2		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἡ σκοτία ἐτύφλωσεν τοὺς ὀφθαλμοὺς αὐτοῦ	1	जैसा [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **अन्धकार** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता हैजिससे उसका अभिप्राय है,अनुचित और बुरा| वैकल्पिक अनुवाद: "वही करता है जो अनुचित है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:12	k1w9			General Information:	0	# General Information:\n\n
2:12	in8n		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	you, dear children	0	यूहन्ना [2:1](../02/01.md) में वरन अपने पत्र में अनेक अन्य स्थानों में **बालकों** शब्द का प्रयोग करता है जिसके माध्यम से वह उन सब विश्वासियों को संदर्भित करता है जिनको वह पत्र लिख रहा है| इसकी व्याख्या हेतु \n[2:1](../02/01.md) पर की गई दो टिप्पणियाँ देखें| UST में इस शब्द का यहाँ भी यही अर्थ अपनाती है| तथापि, यह भी संभव है कि इस स्थिति में, इस शब्द का अधिक विशिष्ट अर्थ है जो कुछ ही मनुष्यों को संदर्भित करता है क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि यूहन्ना द्वारा  \n[2:12-14](../02/12.md) में दो बार संबोधित तीन विश्वासी समूहों में से यह एक के विषय में है| इसके अतिरिक्त यूहन्ना जब अगली बार इसी प्रथम समूह को \n[2:14](../02/14.md)में संबोधित करता है तब वह एक भिन्न शब्द का प्रयोग करता है जिसका अर्थ है, "जवान बच्चों|" अतः इस सन्दर्भ में, यह शब्द लाक्षणिक भाषा में नव विश्वासियों का सूचक हो सकता है अर्थात, जिन्होंने हाल ही में पापों की क्षमा के लिए यीशु को ग्रहण किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "नव विश्वासी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:12	ed41		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἀφέωνται ὑμῖν αἱ ἁμαρτίαι	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'परमेश्वर ने तुम्हारे पापों को क्षमा कर दिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:12	yjy8		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	διὰ τὸ ὄνομα αὐτοῦ	1	यूहन्ना यीशु के लिए **नाम** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है की यीशु और उसके काम को उजागर करे| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु ने तुम्हारे लिए जो किया उसके कारण" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:13	kue2		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	γράφω ὑμῖν, πατέρες	1	यदि [2:12](../02/12.md) में "बालकों" शब्द का अर्थ "नव विश्वासी" है तो **पितरों** शब्द संभवतः लाक्षणिक भाषा में है और और विश्वासियों के एक और समूह का वर्णन करता है| इसका आर्ट इन दो में से एक हो सकता है: वैकल्पिक अनुवाद: (1) "परिपक्व विश्वासी" (2) "कलीसियाई अगुवे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:13	y1vm			ἐγνώκατε	1	जैसा [2:12](../02/12.md) में है, यूहन्ना **जानते** शब्द का उपयोग एक निश्चित भाव में करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ तुम्हारा घनिष्ट सम्बन्ध है"
2:13	wmt8			τὸν ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना इस उक्ति, **आदि से** का उपयोग अपने पत्र में नाना प्रकार से करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ परमेश्वर के अनंत अस्तित्व से है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जो सदा से अस्तित्ववान है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:13	wg4v		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	νεανίσκοι	1	यह संभवतः तीसरे समूह के विश्वासियों के वर्णन हेतु एक लाक्षणिक अभिव्यक्ति है| यह संभवतः उन लोगों के सन्दर्भ में है जो अपने विश्वास में दृढ हो चुके हैं परन्तु दूसरे समूह, **पितरों** के तुल्य परिपक्व नहीं हैं, क्योंकि **जवान** जीवन के उस समय में हैं जब वे बलवंत और ऊर्जा से परिपूर्ण हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "दृढ़ विश्वासी"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:13	tfh1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	νενικήκατε	1	यूहन्ना इन दृढ़ विश्वासियों के लिए जो शैतान की इच्छा के प्रतिरोधक हैं उनके लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता हैकी जैसे उन्होंने उसको स्नाघर्ष में पराजित कर दिया हो| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने शैतान की इच्छा पूर्ति से इनकार कर दिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14	l74j		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἰσχυροί ἐστε	1	यूहन्ना **बलवंत** शब्द विश्वासियों की शारीरिक शक्ति के लिए नहीं करता है अपितु, यीशु के प्रति उनकी विश्वासयोग्यता का वर्णन लाक्षणिक भाषा में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम यीशु के निष्ठावान हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:14	u3n8		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ ἐν ὑμῖν μένει	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु 1 यूहन्ना:प्रस्तावना,भाग 3 देखें| यहाँ इस उक्ति के द्वारा उस व्यवहारं का वर्णन किया गया प्रतीत होता है जिसको सच्चा माना गया है क्योंकि वह अपरिवर्तनीय है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम यथार्थतः परमेश्वर की आज्ञा को मानते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
2:15	xig6		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	μὴ ἀγαπᾶτε τὸν κόσμον, μηδὲ	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब् का उपयोग अनेक अभिप्रायों में करता है| यहाँ इसका लाक्षणिक भाषा में इसका सन्दर्भ उन मनुष्यों के सिद्धांत तंत्र से है जो परमेश्वर का सम्मान नहीं करते है जो आवश्यक रूप से ईश्वर भक्त मनुष्यों के सिद्धांत तंत्र के विपरीत है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का सम्मान न करने वाले मनुष्यों के अभक्त सिद्धांत तंत्र में सह भागी मत होना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:15	h2hm			τὰ ἐν τῷ κόσμῳ	1	इस वाक्यांश का अर्थ तात्विक रूप में वही है जो पहले कहा गया है| संभवतः यूहन्ना बलाघात हेतु इसको दोहराता है| तथापि, अर्थ में लेशमात्र अंतर के कारण आप इन वाक्यांशों का अनुवाद संयोजित करने की अपेक्षा पृथक रखना चाहेंगे| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "नहीं, ऐसे किसी भी सिद्धांत का पालन मत करो जिसमें उस तंत्र का कोई भी गुण हो"  \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
2:15	p56b		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐάν τις ἀγαπᾷ τὸν κόσμον, οὐκ ἔστιν ἡ ἀγάπη τοῦ Πατρὸς ἐν αὐτῷ	1	यूहन्ना अपने पाठकों को चुनौती देने के लिए एक काल्पनिक परिदृश्य रचता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो की कोई इस संसार से प्रेम रखता है तो पिता का प्रेम उसमें नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:15	s48z			οὐκ ἔστιν ἡ ἀγάπη τοῦ Πατρὸς ἐν αὐτῷ	1	**पिता का प्रेम** इस उक्ति के अर्थ हो सकते हैं: (1) इसका सन्दर्भ उस मनुष्य से हो सकता है जो पिता परमेश्वर से प्रेम रखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह अम्नुश्य वास्तव में पिटा परमेश्वर से प्रेम नहीं रखता है" (2) इसका सन्दर्भ परमेश्वर के प्रेम से हो सकता जो उसने मनुष्यों से रखा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का क्रियाशील प्रेम उस मनुष्य के जीवन में प्रामाणिक नहीं है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
2:16	pz3q			ἡ ἐπιθυμία τῆς σαρκὸς	1	यूहन्ना **शरीर** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है इससे उसका अभिप्राय है, मनुष्य का पार्थिव शरीर जो **मांस** है| वैकल्पिक अनुवाद: "शारीरिक सुख भोग की प्रबल पापी अभिलाषा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:16	x124			ἡ ἐπιθυμία τῆς σαρκὸς & ἡ ἐπιθυμία τῶν ὀφθαλμῶν	1	यूहाना **आँखों** शब्द का लाक्षणिक उपयोग करता है जिसका अर्थ है, देखने की क्षमता| वैकल्पिक अनुवाद; "आँखों देखी वस्तुओं के लिए प्रबल लालसा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:16	c3xw			οὐκ ἔστιν ἐκ τοῦ Πατρός	1	देखें कि आपने **संसार** शब्द का अनुवाद [2:15](../02/15.md) में कैसे किया है| इस पद में भी इसका अर्थ वही है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की इच्छा के अनुसार हमारे जीवन को प्रकट नहीं करता है, अपितु, वह परमेश्वर विरोधी सिद्धांतों के तंत्र से उभरा हुआ दिखाई देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:17	ct43			παράγεται	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **संसार** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह प्रस्थान कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह संसार अधिक समय का नहीं है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:18	fi2k			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
2:18	c7td			παιδία	1	यह वही शब्द है जिसका उपयोग यूहन्ना ने [2:14](../02/14.md) में नव विश्वासियो का वर्णन करने के लिए लाक्षणिक भाषा में [2:1](../02/01.md) और [2:12}(../02/012.md) में वरन इस पत्र में अनेक अन्य स्थानों में प्रयुक्त इस शब्द (जहां सब विश्वासियों को संबोधित किया गया है जिनको वह पत्र किख रहा है) का शैलीगत रूपंतर प्रतीत होता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे प्रिय बालकों" या "प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:18	esd9		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἐσχάτη ὥρα ἐστίν	1	यूहन्ना इस उक्ति **अंतिम समय** का प्रयोग समय विशेष के लिए लाक्षणिक भाषा में करता है| यह अभिव्यक्ति, **अंतिम समय** यीशु के आगमन के ठीक पूर्वकाल में सांसारिक इतिहास के अंत समय का विशेष वर्णन करती है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु अति शीघ्र आने वाला है...कि यीशु शीघ्र आएगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:18	r2vq			ἀντίχριστοι πολλοὶ γεγόνασιν	1	**मसीह का विरोधी** और **मसीह-विरोधी** पर परिचर्चा हेतु इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियाँ देखें| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई आने वाला है जो यीशु का महान विरोध करेगा, अनेक मनुष्य तो पहले ही यीशु का विरोध कर रहे हैं"
2:18	rs4w			γεγόνασιν, ὅθεν γινώσκομεν	1	
2:19	rmj7			ἐξ ἡμῶν ἐξῆλθαν	1	ये लोग पूर्वकाल में इन विश्वासियों के साथ सहभागिता करते रहे थे जिनको यूहन्ना लिख रहा है| उन्होंने उस स्थान में आना त्याग दिया है जहां विश्वासी सभा करते है इस कारण यूहन्ना **निकले** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिससे उसका अभिप्राय है कि इन लोगों ने समुदाय की सहभागिता त्याग दी है| वैकल्पिक अनुवाद: "उन्होंने हम यीशु के विश्वासियों के समुदाय का भाग होने से इनकार कर दिया है" \nदेखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:19	ytb1			ἀλλ’ οὐκ ἦσαν ἐξ ἡμῶν	1	यूहन्ना इन सन्दर्भों में इस पद के पहले सन्दर्भ की अपेक्षा इस अभिव्यक्ति, **हम ही में से** को कुछ भिन्न भाव में काम में लेता है| इसका अर्थ है, इन लोगों ने समुदाय का त्याग कर दिया है| इस सन्दर्भ में इसका अर्थ है कि वे इस समुदाय के सच्चे सदस्य कभी नहीं थे| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु वे कभी भी हमारे समुदाय के सच्चे सदस्य नहीं थे...उनमें से कोई भी हमारे समुदाय का सच्चा सदस्य नहीं है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:19	jin1			εἰ γὰρ ἐξ ἡμῶν ἦσαν, μεμενήκεισαν & μεθ’ ἡμῶν	1	**साथ रहते** पर परिचर्चा हेतु देखें 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस उक्ति का अर्थ है, समुदाय में लगातार सहभागिता करना| वैकल्पिक अनुवाद: "वे हमारे समुदाय में सहभागिता करते रहते"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:20	k4s4			General Information:	0	# General Information:\n\n
2:20	i3m1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καὶ ὑμεῖς χρῖσμα ἔχετε ἀπὸ τοῦ Ἁγίου	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अभिषेक** का अनुवाद क्रियापद, द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उस पविय्र ने हमारा अभिषेक किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
2:20	gy16		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	τοῦ Ἁγίου	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्द, **पवित्र** को संज्ञा रूप में काम में ले रहा हैकी एक मनुष्य विशेष को संदर्भित करे| ULT में इसको उजागर करने हेतु **एक** शब्द का प्रयोग किया गया है| यूहन्ना विशेष करके परमेश्वर को संदर्भित करता है, अतः ULT में इन दोनों शब्दों को बड़े अक्षरों में लिखा गया है की प्रकट हो कि इनके द्वारा दिव्य मनुष्य को दर्शाया जा रहा है| आपकी भाषा में विशेषण को संज्ञा रूप में काम में लेने का प्रावधान होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जो पवित्र है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])"
2:20	rnw6		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	the truth	0	
2:21	r8yr		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	τῆς ἀληθείας	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** में निहित विचार का अनुवाद एक विशेषण शब्द,"सच" के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो सच है उससे जो सच है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
2:22	d71l		rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion	τίς ἐστιν ὁ ψεύστης, εἰ μὴ ὁ ἀρνούμενος ὅτι Ἰησοῦς & ἔστιν ὁ Χριστός	1	यूहन्ना बलाघात हेतु प्रश्न का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को अभिकथन में या विस्मय बोधक वाक्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो कोई यीशु का मसीह होने से इनकार करे वह निश्चय ही झूठा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
2:22	d4u7			ἀρνούμενος ὅτι Ἰησοῦς & ἔστιν ὁ Χριστός	1	यूहन्ना यूनानी भाषा में दो नकारात्मक वाक्यांशों के प्रयोग द्वारा बल देना चाहता है, विशेष करके नकारात्मक क्रिया (**इनकार**) के साथ नकारात्मक उपसर्ग, "नहीं" का प्रयोग करके| इसके अंग्रेज़ी अनुवाद का अनुवाद होगा, "वह जो इनकार करता है कि यीशु मसीह नहीं है|" यूनानी भाषा में दूसरा नकारात्मक उपयोग प्रथम नकारात्मक उपयोग को निरस्त करके सकारात्मक अर्थ उत्पन्न नहीं करता है परन्तु अंग्रेज़ी में इसका अर्थ अनुचित रूप में सकारात्मक होता है| यही कारण है कि ULT में एक ही नकारात्मक उपयोग किया गया है| उसमें "नहीं" शब्द को काम में नहीं लिया गया है, केवल कहा गया है,वह जो इनकार करता है कि यीशु मसीह है|" तथापि, यदि आपकी भाषा में बलाघात हेतु दो नकारात्मक शब्दों का उपयोग किया जा सकता है जो एक दुसरे का निराकरण न करें तो ऎसी रचना को आप के अनुवाद में काम में लेना उचित होगा| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
2:22	z4t1			ὁ & ἀρνούμενος & τὸν Πατέρα καὶ τὸν Υἱόν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि यूहन्ना इन लोगों के विषय में ऐसा क्यों कहता है| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक ही होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु का मसीह होने से इनकार करने के द्वारा वह पिता का जिसने यीशु को मसीह होने हेतु भेजा और उसके पुत्र,यीशु जिसको उसने भेजा, दोनों का इनकार करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:22	pth9		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Father & Son	0	**पिता** और **पुत्र** महत्वपूर्ण शीर्षक हैं जो परमेश्वर और यीशु के मध्य सम्बन्ध का वर्णन करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर और यीशु उसका पुत्र" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:23	az2y			τὸν & Πατέρα ἔχει	1	
2:23	u9ep			ὁ & ὁμολογῶν τὸν Υἱὸν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप यूहन्ना के द्वारा पूर्वोक्त पद में कहे गए विचार के प्रकाश में, इसका स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जो वास्ताव में विश्वास करता है और सार्वजनिक अंगीकार करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र और मसीह है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:23	k78f			τὸν & Πατέρα ἔχει	1	यूहन्ना द्वारा अधिकार सूचक भाषा का प्रयोग वास्तव में संकेत देता है कि ऐसा मानुष परमेश्वर का है या नहीं है अपेक्षा इसके कि परमेश्वर ऐसे मनुष्य का है या नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता का नहीं है...पिता का है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
2:24	xmi4		rc://*/ta/man/translate/figs-you	General Information:	0	# General Information:\n\n
2:24	p41e			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
2:24	c42w			ὑμεῖς	1	
2:24	zl8y		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὃ ἠκούσατε ἀπ’ ἀρχῆς, ἐν ὑμῖν μενέτω	1	यूहन्ना अस्पष्ट शब्दों में यीशु के बारे में शिक्षा का सन्दर्भ दे रहा है जो इन विश्वासियों ने **सुनी है** वैकल्पिक अनुवाद: "जो शिक्षा तुमने सुनी है...जो शिक्षा तुमने सुनी है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:24	dsl7			ὃ ἠκούσατε ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना इस पत्र में **आरम्भ से** का उपयोग विभिन्न रूपों में करता है| यहाँ सन्दर्भ उस समय से है जिस समय उसके पत्र के प्राप्तिकर्ताओं ने सर्वप्रथम यीशु को ग्रहण किया था| वैकल्पिक अनुवाद: "तब जब तुमने सर्वप्रथम यीशु में विश्वास किया था...तब जब तुमने सर्वप्रथम यीशु में विश्वास किया था"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:24	rfz8			ἐὰν ἐν ὑμῖν μείνῃ ὃ ἀπ’ ἀρχῆς ἠκούσατε	1	"बने रहो" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इन प्रसंगों में,यीशु के बारे में शिक्षा के सन्दर्भ में, इस उक्ति का संभावित अर्थ है, उस शिक्षा में अनवरत विश्वास| वैकल्पिक अनुवाद: "इसमें विश्वास करते रहो...तुम विश्वास करने से न रुको"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:24	ty7q		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καὶ & ἐν τῷ Υἱῷ καὶ ἐν τῷ Πατρὶ μενεῖτε	1	"बने रहो" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में इसका अर्थ वही प्रतीत होता है जो [2:6](../02/06.md) में इसका है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: "तुम पुत्र और पिता के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में सदा बने रहोगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:25	llj2			αὕτη ἐστὶν ἡ ἐπαγγελία & αὐτὸς ἐπηγγείλατο ἡμῖν– τὴν ζωὴν τὴν αἰώνιον	1	यहाँ यूहन्ना सहार्थी संबंधबोधक कारक का प्रयोग करता है अर्थात कर्म जो क्रिया के मूल से उभरता है| आप अपने अनुवाद में भी ऐसा ही कर पाएंगे| यदि नहीं तो आप इसके अर्थ की व्याख्या कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने जो प्रतिज्ञा हमसे की है" या "उसने जो प्रतिज्ञा की है"
2:25	id51		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὴν ζωὴν	1	यूहन्ना का अभिप्राय पार्थिव **जीवन** से कहीं अधिक है| इस अभिव्यक्ति से संकेत मिल सकता है कि मरणोपरांत परमेश्वर की उपस्थिति में सदा रहना, यह एक सामान्य अवधारणा है|परन्तु इसका संकेत परमेश्वर से प्राप्त सामर्थ्य की और भी हो सकता है कि इस जीवन में नवीन जीवनशैली जीने में सक्षम हों| वैकल्पिक अनुवाद: "कि हम में यहाँ एक नव जीवन जीने का सामर्थ्य हो और मरणोपरान उसके साथ सदा रहें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:26	fe44		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τῶν πλανώντων ὑμᾶς	1	यूहन्ना इन लोगों के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे मार्गदर्शक हैं जो अन्यों को अनुचित दिशा में लेकर चलते हैं|यह उनके प्रयासों के लिए एक रूपक है| वे यूहन्ना के पात्र प्राप्तिकर्ताओं को ऎसी शिक्षा में विश्वास दिलाना चाहते हैं जो न्यायोचित नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे जो तुमको भ्रम में डालते हैं" या "वे जो तुमको ऎसी बातों में विश्वास करने के लिए विवश करते हैं जो सच नहीं हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:27	tdj7			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
2:27	qw47			ὑμεῖς	1	
2:27	cn2f			τὸ χρῖσμα	1	देखें कि आपने **अभिषेक** शब्द का अनुवाद [2:20](../02/20.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह आत्मा जो यीशु ने तुम्हे दे दिया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:27	tb5k		rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole	ὡς τὸ αὐτοῦ χρῖσμα διδάσκει ὑμᾶς περὶ πάντων	1	यह सामान्यकरण बलाघात हेतु है| वैकल्पिक अनुवाद: "उन सब बातों के विषय जो तुम्हारे कली जानना आवश्यक हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])"
2:27	wr63		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένετε ἐν αὐτῷ	1	"बने रहो" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना:प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका अर्र्थ वही प्रतीत होता है जो [2:6](../02/06.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ घनिष्ट सम्बन्ध सदा बनाए रखो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:28	tii1			νῦν	1	यूहन्ना इस अभिव्यक्ति का समावेश इस पत्र में एक नए भाग के निमित्त करता है जिसमें वह परमेश्वर की संतान होने और यीशु के पुनः आगमन की चर्चा करेगा| आपने अनुवाद में आप एक नए विषय के समावेश हेतु कोई शब्द, वाक्यांश या विधि को काम में लेंजो प्रायोगिक हो|
2:28	kjn9		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	dear children	0	यूहन्ना अपने पत्र में एक नया भाग आरम्भ करते समय प्राप्तिकर्ताओं को पुनः संबोधित करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद\n[2:1](../02/01.md).में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
2:28	zz4x			φανερωθῇ	1	इस शब्द "प्रकट" पर परिचर्चा हेतु देखें 1 यूहन्ना: प्रस्तावना,भाग 3. यहाँ इस शब्द का अर्थ या तो कर्तृवाच्य में हो सकता है या कर्मवाच्य में हो सकता है| (1) यदि इसका अर्थ कर्तृवाच्य में है तो यूहन्ना कह रहा है कि यीशु पृथ्वी पर कैसे लौट आएगा| यूहन्ना यह नहीं कहता है कि यीशु केवल लौटता प्रतीत होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "जब यीशु लौ कर आएगा" (2) यदि इसका अर्थ कर्मवाच्य में है तोयूहन्ना कहता है कि परमेश्वर यीशु को संसार में इसके सच्चे राजा के रूप में प्रकट करेगा| इस अर्थ को उजागर करने के लिए आप इसका अनुवाद कर्मवाच्य क्रिया रूप में कर सकते हैं या आपकी भाषा में यदि कर्मवाच्य उपयोग नहीं है तो आप कर्तृवाच्य रूप में अनुवाद कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जब यीशु प्रकट किया जाएगा" या "जब परमेश्वर यीशु को प्रकट करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:28	lnk2			παρρησίαν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **हियाव** में निहित विचा र का अनुवाद "आत्मविश्वासी" जैसे विशेषण से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम आत्मविश्वासी हों"\n(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:28	d4ql			μὴ αἰσχυνθῶμεν ἀπ’ αὐτοῦ	1	यूहन्ना **वह** शब्द का उपयोग करता है जिसका अर्थ है, यीशु और लाक्षणिक भाषा में इसके प्रयोग का अभिप्राय है, यीशु की उपस्थिति| वैकल्पिक अनुवाद: "उसकी उपस्थिति में लज्जित न हों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
2:28	x7ic			ἐν & τῇ παρουσίᾳ αὐτοῦ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "जब वह पृथ्वी पर लौट आएगा"
2:29	u6er			ἐξ αὐτοῦ γεγέννηται	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'परमेश्वर उन सब का पिता है जो न्यायोचित काम करते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:intro	d8r2				0	# 1 यूहन्ना 3: सामान्य टिप्पणियाँ\n## रचना एवं आरूपण\n1. परमेश्वर की सच्ची संतान पाप नहीं करती हैं (3:1-10, 2:28 से आगे) \n2. सच्चे विश्वासी आत्मत्याग के साथ एक दुसरे की सहायता करते हैं (3:11-18)\n3. सच्चे विश्वासियों में प्रार्थना पर विश्वास होता है (3:19-24) \n## इस अध्याय में विशिष्ट संकल्पनाएँ \n\n\n\n\n\n### परमेश्वर की संतान\nमनुष्यों को कभी-कभी "परमेश्रवर की संतान" कहा जाता है क्मेयोंकि परमेश्श्ववर ने उनको सृजा है| परन्तु यूहन्ना इस पत्र में इस अभिव्यक्ति को भिन्न अर्थ में काम में लेता है| वह उन लोगों का वर्णन करने के लिए इसका उपयोग करता है जो यीशु में विश्वास और आस्था के द्वारा परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के संबंधों में प्रवेश कर चुके हैं| निःसंदेह, परमेश्वर ने मनुष्यों को सृजा है परन्तु मनुष्य केवल इस एक अर्थ में परमेश्वर की संतान हो सकता है कि वह यीशु में विश्वास करे| (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/believe]])\n\n\n\n\n## इस अध्याय में अनुवाद की अन्य समस्याएँ \n\n\n### जो उसकी आज्ञाओं को मानता है वह उसमें बना रहता है और वह उसमें (3:24)\n\n\nइसका अर्थ यह नहीं कि हमें उद्धार में बने रहने की शर्त है, कर्मकाण्ड अपितु यूहन्ना आज्ञाओं का पालन करने के परिणाम को स्पष्ट करता है जिसकी चर्चा वह \n[3:32](../03/32.md).में करता है| ये आज्ञाएं हैं, यीशु में विश्वास करना और आपस में प्रेम रखना| यूहन्ना कहता है कि जो मनुष्य यीशु में विशवास करता है और मनुष्यों से प्रेम रखता है, वह प्रकट करता है कि उसका परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध है और वह अपनी आज्ञाकारीता के कारन इस घनिष्ट सम्बन्ध को बनाए रखेगा| सम्पूर्ण विश्व में मसीह विश्वासी भिन्न भिन्न विचार रखते हैं कि मनुष्य का उद्धार हो जाने के बाद वह उद्धार से वंचित हो सकता है या नहीं| यूहन्ना इस विषय पर चर्चा नहीं करता है| अनुवादकों को अत्यधिक सावधान रहना है कि इस गद्यांश के अनुवाद में वे इस विषय पर अपने मत का प्रभाव न पड़ने दें|\n(देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/eternity]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/save]])\n##इस अध्याय में मूल पाठ विषयक महत्वपूर्ण समस्याएँ \n  \n[3:1](../03/01.md) में सर्वाधिक अचूक हस्तलिपि में लिखा है,"और हम हैं|" ULT में इसको अपनाया गया है| तथापि, कुछ अन्य हस्तलिपियों में ये शब्द नहीं पाए जाते हैं\ अतः कुछ बाईबलों में ये शब्द नहीं हैं| यदि आपके क्षेत्र में कोई बाईबल अनुवाद है तो उसमें जो भी पाठ है, आप उसके अनुसार अनुवाद करें| यदि कोई भी बाईबल अनुवाद नहीं है तो हमारा सुझाव है कि आप ULT के अनुसार अनुवाद करें|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])\n\n\n\n\n"
3:1	as62			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
3:1	gl8n			ἴδετε ποταπὴν ἀγάπην δέδωκεν ἡμῖν ὁ Πατὴρ	1	यूहन्ना **देखो** शब्द का अनुवाद लाक्षणिक भाषा में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "ध्यान दो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:1	x99a			τέκνα Θεοῦ κληθῶμεν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कि परमेश्वर हमें अपनी संतान कहे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:1	c3z8			τέκνα Θεοῦ	1	
3:1	fq4t			διὰ τοῦτο, ὁ κόσμος οὐ γινώσκει ἡμᾶς, ὅτι οὐκ ἔγνω αὐτόν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरा वाक्यांश पहले वाले वाक्यांश में प्रकट परिणाम का कारण प्रकट करता है|वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि संसार ने परमेश्वर को नहीं जाना है इसलिए वह अह्में भी नहीं जानता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:1	l5e7		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ & κόσμος οὐ γινώσκει ἡμᾶς, ὅτι οὐκ ἔγνω αὐτόν	1	इस पत्र में यूहन्ना **संसार** शब्द का प्रयोग विविध अर्थों के निमित्त करता है| यहाँ इसका लाक्षणिक भाषा में अभिप्राय है, मनुष्य जो परमेश्वर का मान-सम्मान नहीं करते और परमेश्वर की इच्छा के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि अभक्त लोगों ने परमेश्वर को नहीं जाना है इसलिए वे हमें भी नहीं जानते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]
3:2	ek9v			ἀγαπητοί & ἐσμεν	1	देखें की आपने इसका अनुवाद [2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" या "प्रिय मित्रों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:2	anq1		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	οὔπω ἐφανερώθη	1	यदि आपकी भाषा में कर्मवाचय रूप का प्रयोग नहीं है तो आप कर्तृवाच्य रूप का प्रयोघ कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैअक्ल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने अभी तक प्रकट नहीं किया है कि हम क्या होंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:2	w2v8			ἐφανερώθη	1	
3:3	pj6a			Everyone who has this hope fixed on him purifies himself just as he is pure	0	यहाँ, सर्वनाम शब्द, **उस** का सन्दर्भ **हर एक** से नहीं है, इसका सन्दर्भ यीशु से है| यह अभिव्यक्ति, **यह आशा** उस आशा से संदर्भित है जिसकी चर्चा यूहन्ना पूर्वोक्त पद में करता है- यीशु को वैसा का वैसा देखना जैसा वह है| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक जन यीशु वैसा ही देखने की आशा में है जैसा वह यथार्थ में है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:5	g4ph		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	Christ was revealed	0	"प्रगट" शब्द पर परिचर्चा हेतु देखें, 1यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस शब्द का अर्थ कर्तृवाच्य में है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु इस पृथ्वी पर आया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
3:6	j999		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ ἐν αὐτῷ μένων οὐχ	1	"बना रहत" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका अर्थ वैसा ही प्रतीत होता है जैसा\n[2:6](../02/06.md).में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ पर किसा किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जिसका सम्बन्ध यीशु के साथ घनिष्टता में है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6	eu9c		rc://*/ta/man/translate/figs-doublet	πᾶς ὁ & ἁμαρτάνων οὐχ ἑώρακεν αὐτὸν, οὐδὲ ἔγνωκεν αὐτόν	1	**देखा** और **जाना** इन दोनों शब्दों के अर्थ एक ही हैं| सम्बहाव है कि यूहन्ना इनको बलाघात हेतु संयुक्त रूप में उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन शब्दों को एक अभिव्यक्ति में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "निश्चय ही यीशु के साथ उसका घनिष्ट सम्बन्ध नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
3:7	ia4z		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	Dear children	0	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:1](../02/01.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:7	wg85		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μηδεὶς πλανάτω ὑμᾶς	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:26](../02/26.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई तुम्हें धोखा न देने पाए" या "कोई तुमको उन बातों में विश्वास करने के लिए प्रेरित करने न पाए जो सत्य नहीं हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:7	v4yp			The one who does righteousness is righteous, just as Christ is righteous	0	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो न्यायोचित काम करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:8	uja7			ἐκ τοῦ διαβόλου ἐστίν	1	यहाँ सम्बन्ध सूचक अव्यय, **से** इसी के द्वारा समाविष्ट संज्ञा के प्रभाव का संकेत देता है| यहाँ किया गया प्रयोग \n[2:16](../02/16.md) के वाक्यांश, "संसार में" के सदृश्य ही है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह शैतान के प्रभाव के अधीन काम करता है"
3:8	cit3		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना इस पत्र में, **आरम्भ ही से** का उपयोग विविध रूपों में करता है| यहाँ उस समय को संदर्भित किया गया है जिस समय परमेश्वर ने जगत की रचना की थी| इस प्रसंग में, **से** शब्द का संकेत यह नहीं कि शैतान ने उसी समय से पाप करना आरम्भ कर दिया था परन्तु यह कि उसने उस समय पाप का आरंभ कर दिया था| वैकल्पिक अनुवाद: "जगत की रचना से पूर्व ही" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:8	nq4w		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐφανερώθη ὁ Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	"प्रगट" शब्द पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस शब्द का अर्थ कर्तृवाच्य में प्रतीत होता है जो वैसा ही है जैसा [3:5](../03/05.md) में है, कि यीशु इस पृथ्वी पर आया था| इसका अर्थ यह नहीं कि वह आया हुआ प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "पृथ्वी पर आया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:8	p9ks		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यह यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण पदनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु, परमेश्वर का पुत्र" या "परमेश्वर का पुत्र,यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
3:9	q2pp			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
3:9	ftw3		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	πᾶς ὁ γεγεννημένος ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक जन जिसका पिता परमेश्वर है … क्योंकि परमेश्वर उसका पिता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])"
3:9	ps9v		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τοῦ Θεοῦ	1	यूहन्ना **बीज** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है| इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) इसका रूपकमय सन्दर्भ **बीज** से हो सकता है जिससे पौधा उगता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने उसमें जो नव जीवन रोपा है वह पल्लवित होता जा रहा है" (2) इसका रूपकमय सन्दर्भ पिता के गुणों से हो सकता है जिसके साथ संतान जन्म लेती है और ज्यों-ज्यों वह बढ़ती जाती है त्यों-त्यों उसका अधिकाधिक प्रदर्शन करती जाती है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे गुण जो प्रकट करते हैं कि परमेश्वर उसका पिता है, वे लगातार अधिकता में प्रकट होते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:9	fp7x		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐκ τοῦ Θεοῦ & γεγέννηται	1	
3:10	w33l		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐν τούτῳ φανερά ἐστιν τὰ τέκνα τοῦ Θεοῦ, καὶ τὰ τέκνα τοῦ διαβόλου	1	**इसी से** का अर्थ उस मुहावरे का लगभग समानार्थक है जिसका उपयोग यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार करता है: "इससे हम जानते है|" वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम परमेश्वर की संतान और शैतान की संतान में अंतर कर सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:10	ctk6		rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives	Whoever does not do what is righteous is not from God, neither is the one who does not love his brother	0	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस दोहरे नकारात्मक प्रस्तुतीकरण का अनुवाद एक सकारात्मक अभिकथन में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जो अनुचित काम करता है, परमेश्वर से अलग कर दिया जाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]]
3:10	v1bx			τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकालिक अनुवाद: "विश्वासी साथी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:11	ved4			General Information:	0	# General Information:\n\n
3:11	u7il			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
3:12	frz9			We should not be like Cain	0	यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| ये शब्द पूर्वोक्त पद से लिए जा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और हमको कैन के सदृश्य नहीं होना है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:12	w83v			τὸν ἀδελφὸν	1	यूहन्ना मान कर चलता है कि उसके पाठक जानते हैं कि कैन प्रथम स्त्री-पुरुष, आदम औए हव्वा का पुत्र था|उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णन किया गया है कि कैन ने ईर्ष्या के कारण अपने छोटे भाई, हाबिल की ह्त्या कर दी थी| यदि आपके पाठकों को इसका ज्ञान नहीं है तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कैन, प्रथम स्त्री-पुरुष, आदम औए हव्वा के पुत्र, ने...अपने छोटे भाई, हाबिल की ह्त्या कर दी थी क्योंकि वह उससे ईर्ष्या करता था" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:12	b1xh		rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion	τίνος ἔσφαξεν αὐτόν? ὅτι	1	यूहन्ना शिक्षण साधन रूप में प्रश्न का उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों का अनुवाद अभिकथन में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने उसकी ह्त्या की क्योंकि" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
3:12	mq7x		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	his works were evil and his brother's righteous	0	यहाँ, यूहन्ना एक शब्द, "थे" को छोड़ देता है जो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं| "थे" शब्द को स्पष्टता के निमित्त जोड़ा जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु उसके भाई के काम धर्म के थे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])"
3:13	wc1m			my brothers	0	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे विश्वासी साथी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:13	lq9f		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	εἰ μισεῖ ὑμᾶς ὁ κόσμος	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब्द का उपयोग अनेक अर्थों में करता है| यहाँ लाक्षणिक भाषा में इसका सन्दर्भ उन लोगों से है जो परमेश्वर का मान-सम्मान नहीं करते हैं और परमेश्वर की इच्छा के अनुरूप जीवन निर्वाह नहीं करते हैं, जैसा [3:1](../03/01.md) में है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि अभक्त जन तुमसे घृणा करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:14	fs1x		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μεταβεβήκαμεν ἐκ τοῦ θανάτου εἰς τὴν ζωήν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में जीवित और मृतक दशाओं के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वे भौतिक स्थान हों जिनके मध्य मनुष्य विचरण करता हो| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अब मृतक नहीं वरन जीवित हो चुके हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
3:14	ybc4		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὴν ζωήν	1	क्योंकि यूहन्ना और उसके पाठक यथार्थ में मृतक नहीं थे, इसलिए वह आत्मिक **मृत्यु** और आत्मिक **जीवन** का सन्दर्भ देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अब आत्मिकता में मृतक नहीं अपितु, आत्मिकता में जीवित हो चुके हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:14	qa7l			μένει ἐν τῷ θανάτῳ	1	इस शब्द, "रहता है** पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3.इस प्रसंग में, इसका अर्थ है, एक ही स्थान में रुके रहना| यूहन्ना फिर **मृत्यु** की दशा के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई स्थान हो| वैकल्पिक अनुवाद: "अब भी आत्मिकता में मृतक है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]
3:15	mqu2		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ μισῶν τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ, ἀνθρωποκτόνος ἐστίν	1	यूहन्ना **हत्यारा** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है और वह मत्ती [5:21-22](../05/21.md) में संदर्भित यीशु की शिक्षा को,प्रतिध्वनित करता है| यूहन्ना के कहने का अर्थ है कि मनुष्य किसी की ह्त्या घृणा के कारन करता है| जो मौश्य घृणा करता है वह वास्तव में, अपने आंतरिक मनुष्य में एक हत्यारे मनुष्य के सदृश्य ही है| इस रूपक का अनुवाद उपमा में करना सहायक ही होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "जो किसी विश्वासी से घृणा करता है वह ठीक उस मनुष्य के सदृश्य है जो किसी की ह्त्या करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:15	s3aw		rc://*/ta/man/translate/figs-personification	πᾶς & ἀνθρωποκτόνος & οὐκ ἔχει ζωὴν αἰώνιον ἐν αὐτῷ μένουσαν	1	"रहता है" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में यूहन्ना इस शब्द को शब्दशः काम में लेता प्रतीत होता है अर्थात "निवास" के अर्थ में कि लाक्षणिक भाषा में **अनंत जीवन** का द्योतक हो कि जैसे वह कोई जीवित वस्तु हो जो मनुष्य के भीतर निवास करती हो| वैकल्पिक अनुवाद: "अनंत जीवन प्राप्त नहीं किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
3:16	a2cq		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	Christ laid down his life for us	0	यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे लिए अपनी जान स्वेच्छा से दे दी" या "हमारे लिए स्वेच्छा से मर गया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:17	nlj7			the world's goods	0	इस पत्र में यूहन्ना **संसार** शब्द का प्रयोग विविध अर्थों में करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ सृजित जगत से है और इस प्रकार भौतिक वस्तुओं से है जैसे, इस प्रकरण में, धन,भोजन और वस्त्र| वैकल्पिक अनुवाद: "भौतिक संपदा" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:17	b6lh			θεωρῇ τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ χρείαν ἔχοντα	1	वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको आवश्यकता हो"
3:17	zql1		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	shuts up his heart of compassion from him	0	यूहन्ना **तरस** (मूल में अंतड़ियां ) शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है कि भावनाओं को संदर्भित करे, भावनाओं के द्वारा ही मनुष्य में उदारता उत्पन्न करती है| आपकी भाषा में समानार्थक शब्द होगा जिसका आप यहाँ उपयोग कर सकते हैं| आप अपने अनुवाद में, शाब्दिक अर्थ का भी उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके प्रति अपने मन को कठोर कर ले" या उसकी वदान्य सहायता करने से इनकार कर दे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]] और [[rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:17	l8u4		rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion	πῶς ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ μένει ἐν αὐτῷ	1	यूहन्ना इस प्रश्न को एक शिक्षण साधन के रूप में काम में लेता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को अभिकथन में या विस्मय बोधक वाक्य में काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक्क अनुवाद: "परमेश्वर का प्रेम ऐसे मनुष्य में बना नहीं रहता है" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
3:18	g6uh		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	My dear children	0	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:1](../02/01.md) कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:18	p91w		rc://*/ta/man/translate/figs-doublet	μὴ ἀγαπῶμεν λόγῳ, μηδὲ τῇ γλώσσῃ, ἀλλὰ ἐν ἔργῳ καὶ ἀληθείᾳ	1	**वचन** और **जीभ** इन दोनों शब्दों का अभिप्राय एक ही है| संभवतः यूहन्ना बलाघात के लिए इन दोनों का संयुक्त प्रयोग करता है| यदि आपकी भाषा में संभव हो सके तो आप इन दोनों शब्दों के अर्थ को एक ही अभिव्यक्ति में दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम मात्र यह न कहें कि हम प्रेम रखते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]
3:19	up2h			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
3:19	qx9c			ἐκ τῆς ἀληθείας ἐσμέν	1	इसके अर्थ हो सकते हैं: (1) यूहन्ना परमेश्वर के लिए विचार-साहचर्य में लाक्षणिक भाषा का प्रयोग कर रहा है क्योंकि परमेश्वर सत्य है| दूसरे शब्दों में, परमेश्वर सदा **सत्य** बोलता है और अपने वचन का पक्का है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के हैं जो सत्य है" (2) जैसा \n[2:21](../02/21.md) में है, **सत्य** शब्द का सन्दर्भ उस सच्ची शिक्षा से है जो विश्वासियों ने यीशु से ग्रहण की| वैकल्पिक अनुवाद: "हम सच्चे सन्देश के अनुसार अपने जीवन का निर्वाह कर रहे हैं"| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:19	mv6c		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	πείσομεν τὰς καρδίας ἡμῶν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **मन** का प्रयोग करता है जिससे उसका अभिप्राय है, विचार और भावनाएं| आपकी भाषा में भी सहार्थी अभिव्यक्तियाँ होंगी| वैकल्पिक अनुवाद: "हम इस विषय में पूर्ण आत्मविश्वास रख सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
3:20	f594		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἐὰν καταγινώσκῃ ἡμῶν ἡ καρδία	1	यूहन्ना **मन** के लिए लाक्षणिक भाषा में विचारों और भावनाओं का अभिप्राय प्रकट करता है| आपकी भाषा में भी सहार्थी अभिव्यक्तियाँ होंगी| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हमारी भावनाएं हमें दोषी ठहराती हैं" या "हमारे विचार हम पर दोष लगाते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
3:20	lv7z		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	μείζων ἐστὶν ὁ Θεὸς τῆς καρδίας ἡμῶν	1	यहाँ कहने के अभिप्राय हैं कि परमेश्वर के अधिक ज्ञान के होते हुए हमें उसकी बातों पर विश्वास करना है अपेक्षा इसके कि हमारे विचार और भावनाएं क्या कहती हैं| यदि आपकी पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर निश्चय ही हमसे कहीं अधिक उत्तम रीति से जानता है कि हम उसके हैं, इसलिए हमको इसका विश्वास करना है क्योंकि उसने ऐसा कहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:21	rf96			ἀγαπητοί, ἐὰν	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" या "प्रिय मित्रों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:22	p3ga		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὰ ἀρεστὰ ἐνώπιον αὐτοῦ ποιοῦμεν	1	यहाँ **सम्मुख** शब्द का अर्थ है, किसी के "सामने" या "उपस्थिति में|" इस स्थ्तिती में, **उसके सामने** से संकेत मिलता है, "जहाँ परमेश्वर देख सकता है|" देखें का अर्थ है, ध्यान देना और निर्णय लेना| अतः इसका अर्थ है, वे बातें जिनको परमेश्वर मनभावन मानता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसकी मनभावन वस्तुएं" या "जीनसे वह प्रस्सन होता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:23	irb3		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	This is his commऔरment: that we should believe & just as he gave us this commऔरment	0	इस पद में, **उसकी** शब्द  परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यही वह आज्ञा है जो परमेश्वर ने दी है..जैसी आज्ञा परमेश्वर ने हमें दी है" (देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/figs-pronouns]])
3:23	feq7		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ Υἱοῦ	1	**पुत्र** शब्द यीशु, परमेश्वर के पुत्र, के लिए एक महत्वपूर्ण पदनाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
3:24	we1m		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	remains in him, और God remains in him	0	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना:प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका अर्थ वही है जो \n[2:6](../02/06.md).में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ घनिष्ट सम्बन्ध बनाए रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:intro	l3qa				0	# 1 यूहन्ना 04 सामान्य टिप्पणियाँ\n\n## रचना एवं आरूपण\n\n1. यीशु के देह्धारण का इनकार करना झूठी शिक्षा है (4:1-6)\n2. सच्चे विश्वासी आपस में वैसा ही प्रेम रखते हैं जैसा परमेश्वर ने उनसे रखा है (4:7-21)\n\n## इस अध्याय में विशिष्ट संकल्पनाएँ\n\n### "आत्मा" और "आत्माओं"\n\nयूहन्ना इस अध्याय में "आत्मा" शब्द का उपयोग विविध अभिप्रायों में करता है\n\nकभी-कभी "आत्मा" शब्द का सन्दर्भ अलौकिक प्राणी से है\n\nकभी-कभी "आत्मा" शब्द का सन्दर्भ किसी के चरित्र से है| यह अभिव्यक्ति,\*मसीह के विरोधी की आत्मा," "सत्य का आत्मा, "भ्रम की आत्मा" आदि सब उन लोगों के सन्दर्भ में हैं जो ऎसी बातों को बढ़ावा देते हैं- ऎसी बातों के वैशिष्ट्य में विचारधारा और आचारण; या उन आत्मिक प्राणियों से हो सकता है जी इन बातों के निमित्त प्रेरित करते हैं \n\nजब इस शब्द को बड़े अक्षर से लिखा जाता है जैसे, परमेश्वर का आत्मा" (अंग्रेज़ी में बड़ा S) और "उसकाआत्मा" (अंग्रेज़ी में बड़ा S) तो इनका सन्दर्भ पवित्र आत्मा से है|\n\n## इस अध्याय में अन्य अनुवाद विषयक समस्याएँ\n\n### परमेश्वर से प्रेम रखना\n\nयदि मनुष्य परमेश्वर से प्रेम रखते हैं तो आवश्यक है कि वे अपने जीवन से और मनुष्यों के साथ अपने व्यवहार से इसको प्रकट करें| ऐसा करने से हमको विश्वास होगा कि परमेश्वर ने हमारा उद्धार कर दिया है और हम उसके हैं|परन्तु मनुष्यों से प्रेम रखना हमारे उद्धार का कारण नहीं है| सुनिश्चित करें कि आपके अनुवाद ,में यह स्पष्ट हो| यूहन्ना 4:7 में कहता है, "जो कोई प्रेम करता है,वह परमेश्वर से जन्मा है और परमेश्वर को जानता है" जैसा टिप्पणियों में वर्णन किया गया है, इसका अर्थ है कि परमेश्वर प्रत्येक प्रेम करने वाले का आत्मिक पिता है और हर एक जन जो प्रेम करता है, वह परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में है| ऐसा प्रेम संकेतक हैं कि वे परमेश्वर के हैं जिसका कारन है,क्रूस पर यीशु का काम जो उसने उनके लिए किया है,जैसा यूहन्ना 4:10 में कहता है कि उनका उद्धार यीशु के काम के कारण हुआ है न कि मनुष्यों से उनके प्रेम के कारण| \n(देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/save]])\n\n## इस अध्याय में महत्वपूर्ण मूल पाठ आधारित समस्याएँ\n\n[4:3](../04/03.md) का अनुवाद सर्वाधिक अचूक प्राचीन हस्तलिपियों में इस प्रकार है,"यीशु को स्वीकार करती|" और ULT में यही पाठ अपनाया गया है|कुछ अन्य प्राचीन हस्तलिपियों में है, "यीशु के देह्धारण को स्वीकार करते हैं" (इनमें से कुछ हस्तलिपियां "मसीह यीशु" की अपेक्षा "यीशु" या "प्रभु यीशु" कहती हैं|) यदि आपके क्षेत्र में कोई बाईबल संस्करण पहले से ही उपलब्ध है तो उसमें जो भी पाठ दिया गया है उसका अनुसरण करें| यदि कोई भी अनुवाद उपलब्ध नहीं है तो हमारा सुझाव है कि ULT अनुवाद का अनुसरण करें| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
4:1	c9jb			General Information:	0	# General Information:\n\n
4:1	h1lv			ἀγαπητοί, μὴ & πιστεύετε	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" या "प्रिय मित्रों"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
4:1	zm7f		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	μὴ παντὶ πνεύματι πιστεύετε	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में किसी भविष्यद्वक्ता की चर्चा करता है,विचार साहचर्य के माध्यम से कि **आत्मा** भविष्यद्वक्ता को कहने के लिए प्रेरित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "किसी भी भविष्यद्वक्ता पर विश्वास मत करो, इसकी अपेक्षा भविष्यद्वक्ताओं की बातों को ध्यान देकर समझो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:1	l5nv		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	δοκιμάζετε τὰ πνεύματα	1	
4:2	e6ww		rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche	ἐν & σαρκὶ ἐληλυθότα	1	जैसा [2:16](../02/16.md) में है, यूहन्ना **शरीर** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, यह बहुतिक शरीर जो **मांस** का बना है| 1 यूहन्ना:प्रस्तावना, भाग 2 देखें कि झूठे शिक्षक यीशु के देह्धारण से इनकार क्यों करते थे| वैकल्पिक अनुवाद: "कि मसीह यीशु का शरीर वास्तव में मनुष्य का था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
4:3	cda6			This is the spirit of the antichrist, which you have heard is coming, और now is already in the world	0	**वह** शब्द का अर्थ अति संभावना में, "आत्मा" है जिसका सन्दर्भ पूर्वोक्त वाक्य में **आत्मा** से है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह मसीह के विरोधी की आत्मा है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:4	w1yr		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	dear children	0	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:1](../02/01.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:4	avj3			νενικήκατε αὐτούς	1	जैसा[2:13](../02/13.md) और [2:14](../02/14.md) में है, यूहन्ना **जय पाई** का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है| वह विश्वासी द्वारा झूठे भविष्यद्वक्ताओं पर विश्वास करने के परित्याग के विषय इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासियों ने इन भविष्यद्वक्ताओं को युद्ध में हरा दिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने इन झूठे भविष्यद्वक्ताओं पर विश्वास करने से इनकार कर दिया है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:4	j5ve			ἐστὶν ὁ ἐν ὑμῖν	1	जैसा [3:24](../03/24.md) में है,यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे परमेश्वर विश्वासियों के भीतर समा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर, जिसके साथ तुम्हारा घनिष्ट सम्बन्ध है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:4	tp4q		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ ἐν & τῷ κόσμῳ	1	यूहन्ना पूर्वोक्त पद में कहता है कि मसीह के विरोधी की आत्मा यहाँ और [पद 5](../04/01.md) की यह उक्ति, **जगत में** है, इसका अर्थ [पद1](../04/01.md) और [पद 3](../04/03.md) की इस उक्ति से भिन्न है| वहाँ इसका सन्दर्भ स्थान से है, अतः जब यूहन्ना [पद 3](../04/03.md) में कहता है, मसीह विरोधी की आत्मा "संसार में" है तो इसका अर्थ है, "इस पृथ्वी पर" है या "मनुष्यों के मध्य विचरण करती है|" परन्तु यहाँ, ऐसा प्रतीत होता है कि यूहन्ना, **संसार** शब्द के प्रयोग द्वारा परमेश्वर विरोधी सिद्धांत प्रणाली को प्रकट करना चाहता है| इसके प्रकाश में, यह वाक्यांश, "अब भी जगत में है" संभवतः उसी आत्मा- शैतान, का लाक्षणिक भाषा में सन्दर्भ देता है जो विचार-साहचर्य में, इस सिद्धांत प्रनाली का प्रेरणा स्रोत है| वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
4:5	y2z8		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	αὐτοὶ ἐκ τοῦ κόσμου εἰσίν	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब्द के प्रयोग के विविध अभिप्राय रखता है| यहाँ इन दो प्रसंगों में इस शब्द का लाक्षणिक उपयोग किया गया है जिनका अर्थ है, उन लोगों के सिद्धांतों का तंत्र जो परमेश्वर को नहीं जानते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ये झूठे शिक्षक उन लोगों के सिद्धांत तंत्र के प्रभावाधीन हैं जो परमेश्वर का मान-सम्मान नहीं करते हैं" परिणाम स्वरुप वे उस तंत्र के दृष्टिकोणों को व्यक्त करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
4:5	jy2h		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	therefore what they say is from the world	0	
4:5	em2t		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	καὶ ὁ κόσμος αὐτῶν ἀκούει	1	इस प्रसंग में, **संसार** शब्द लाक्षणिक भाषा में इस संसार के निवासियों को संदर्भित करता है वरन उन लोगों को जो परमेश्वर का सम्मान नहीं करते है और न ही उसकी आज्ञा मानते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्त जन उनकी बातों को मानते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:7	qp8k			General Information:	0	# General Information:\n\n
4:7	fpl5			ἀγαπητοί, ἀγαπῶμεν	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" या "प्रिय मित्रों"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
4:7	va6p			ἀγαπῶμεν ἀλλήλους	1	
4:7	zvt9			καὶ πᾶς ὁ ἀγαπῶν, ἐκ τοῦ Θεοῦ γεγέννηται, καὶ γινώσκει τὸν Θεόν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उन सब का पिता है जो, प्रेम करने वाले हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:7	c6w6			ὅτι ἡ ἀγάπη ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐστιν	1	**परमेश्वर से** इस अभिव्यक्ति का अर्थ लगभग वैसा ही है जैसा [4:1-3](../04/01.md) में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर हमें प्रेम करने की प्रेरणा देता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:7	ec73		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐκ τοῦ Θεοῦ & γεγέννηται	1	देखें कि आपने [2:29](../02/29.md), और [3:9](../03/9.md) में इस रूपक का वर्णन कैसे करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर हर एक प्रेम करने वाले का आत्मिक पिता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:8	kti1		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ μὴ ἀγαπῶν, οὐκ ἔγνω τὸν Θεόν, ὅτι ὁ Θεὸς ἀγάπη ἐστίν	1	यह एक रूपक है जो वर्णन करता है कि परमेश्वर अपने गुणों में कैसा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर पूर्णतः प्रेम करने वाला है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:9	i2b5			Because of this & among us, that God has sent his only Son	0	**इससे** का अर्थ उस मुहावरे के सदृश्य है जिसका उपयोग यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार करता है, "इससे हम जानते हैं|" वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:9	y4m8		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἐφανερώθη ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ ἐν ἡμῖν	1	यहाँ, **जो प्रेम परमेश्वर...रखता है** का सन्दर्भ मनुष्यों के लिए परमेश्वर के प्रेम से है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे लिए परमेश्वर का प्रेम"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
4:9	wxf8			ἵνα ζήσωμεν δι’ αὐτοῦ	1	क्योंकि मनुष्य यीशु के आगमन से पूर्व यथार्थ में जीवित थे, यूहन्ना के कहने का अर्थ लाक्षणिक भाषा में है| संभवतः वह [3:15](../03/15.md) में उसके द्वारा प्रयुक्त उक्ति, "अनंत जीवन" के सन्दर्भ में कह रहा है| इसमें मरणोपरांत सदा के लिए परमेश्वर की उपस्थिति में रहना तथा इस जीवन में परमेश्वर से सामर्थ्य प्राप्त करना कि इस नई जीवन शैली में निर्वाह कर पाएं, दोनों अभिप्राय समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे की हम उसके द्वारा परमेश्वर से सामर्थ्य प्राप्त करें कि इस संसार में नए लोगों का सा जीवन जीएं और मरणोपरांत सदा के लिए परमेश्वर की उपस्थिति में रहें" .\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:10	v1zv			ἐν τούτῳ ἐστὶν ἡ ἀγάπη	1	**इस में** का अर्थ वैसा ही है जैसा इस मुहावरे,"इससे हम जानते हैं" का अर्थ है, जिसका उपयोग यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी प्रकार तो हमने सच्चे प्रेम का अनुभव किया है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:10	b39j		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	he sent his Son to be the propitiation for our sins	0	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **प्रायश्चित** के अर्थ का अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| देखें कि आपने इस शब्द का अनुवाद [2:2](../02/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अपने पुत्र को ऎसी बलि होने के लिए भेज दिया की वह हमारे पापों के कारण हम से अब क्रोधित न रहे"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:11	i4tf			ἀγαπητοί, εἰ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम लोग जिनसे मैं प्रेम रखता हूँ" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
4:11	g4gu			εἰ οὕτως ὁ Θεὸς ἠγάπησεν ἡμᾶς	1	यूहन्ना इस प्रकार कह रहा है कि जैसे यह काल्पनिक संभावना है परन्तु उसके कहने का अभिप्राय है कि यह वास्तव में सच है| यदि आपकी भाषा में किसी निश्चित एवं सच्ची बात को होने के भाव में व्यक्त नहीं किया जाता है या आपके पाठक भ्रम में पड़ कर सोचें कि यूहन्ना जो कहता है वह पक्की बात नहीं है तो आप उसके शब्दों को स्वीकृतिसूचक कथन में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि परमेश्वर ने हमसे इस प्रकार प्रेम रखा " \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
4:11	llp5			καὶ ἡμεῖς ὀφείλομεν ἀλλήλους ἀγαπᾶν	1	
4:12	sh9q		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ Θεὸς ἐν ἡμῖν μένει	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका अर्थ वैसा ही प्रतीत होता है जैसा \n[2:6](../02/06.md) में है|देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर हमारे साथ घनिष्ट सम्बन्ध बनाए रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:12	vt14			ἡ ἀγάπη αὐτοῦ τετελειωμένη ἐν ἡμῖν ἐστιν	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:5](../02/05.md) में कैसे किया है| इस प्रसंग में, यह स्पष्ट है कि यूहन्ना हमारे लिए परमेश्वर के प्रेम का सन्दर्भ दे रहा हैं कि परमेश्वर के लिए हमारे प्रेम का| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के प्रेम ने हमारे जीवन में अपना उद्देश्य पूरा कर लिया है"\n (देखे: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:13	yv6s		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν & αὐτῷ μένομεν, καὶ αὐτὸς ἐν ἡμῖν	1	"बने रहते" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में ऐसा प्रतीत होता है कि इसका अर्थ वैसा ही है जैसा [2:6](../02/06.md) में है|देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में बने रहते है और परमेश्वर हमारे साथ घनिष्ट सम्बन्ध में बना रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:13	m69h		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	καὶ αὐτὸς ἐν ἡμῖν	1	**और वह हम में** इस अभिव्यक्ति में यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ रहा है जो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को पूर्वोक्त वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम उसमें बने रहते है और वह हम में बना रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])"
4:13	gj7p			By this we know & us, because he has given	0	यह पद [3:24](../03/24.md) के उत्तरार्ध की अत्याधिक सहार्थी है| देखें कि आपने इक्सका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| यह उक्ति, **इससे** आपकी भाषा में भद्दी वाक्य रचना होगी| यदि ऐसा है तो शब्दों को बदलने का प्रयास करें| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम जन सकते हैं कि हम उसमें बने हुए हैं और वह हम में, उसने हमें अपने आत्मा में से दिया है" या "हम जानते हैं कि हम उसमें बने रहते हैं और वह हम में क्योंकि उसने हमें अपने आत्मा में से दिया है"
4:13	dge3			ὅτι & ἐκ τοῦ Πνεύματος αὐτοῦ δέδωκεν ἡμῖν	1	**में से** अर्थात, "का कुछ" तःतापी, परमेश्वर का आत्मा विभाज्य नहीं है| इसकी अपक्षा यूहन्ना कहता है कि परमेश्वर अपना आत्मा हमारे साथ साझा करता है| परमेश्वर का आत्मा अनेक स्थानों में उपस्थित हो सकता है और वह प्रत्येक स्थान में पूर्णता में वास करता है| यूहन्ना के कहने का अर्थ है कि परमेश्वर अपने आत्मा के द्वारा सम्पूर्ण समुदाय में वास करता है और प्रत्येक विश्वासी परमेश्वर की उस पूर्ण उपस्थिति के कुछ अंश का अनुभव करते हैं जो उनके जीवन में उसके आत्मा के आविर्भाव के द्वारा है| सुनुश्चित करें कि आपके अनुवाद में स्पष्ट हो कि परमेश्वर के आत्मा में कमी नहीं आ गयी है क्योंकि हम में उसका आत्मा वास कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने हम में प्रत्येक में अन्तर्वास हेतु अपना आत्मा भेज दिया है"
4:14	w6mz			Also, we have seen and have borne witness that the Father has sent the Son to be the Savior of the world	0	इस पद में यूहन्ना अपने और यीशु के पार्थिव जीवन के अन्य प्रत्यक्ष गवाहों की और से कह रहा है, इसलिए यह सर्वनाम **हम**अनन्य है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम प्रेरितों ने देखा है और इस सत्य की गवाही देते हैं कि" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:14	m7cb		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Father & Son	0	ये उपनाम महत्वपूर्ण हैं जो परमेश्वर और यीशु के मध्य सम्बन्ध को दर्शाते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर...यीशु उसका पुत्र" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
4:15	nvb1			ὃς & ὁμολογήσῃ ὅτι Ἰησοῦς ἐστιν ὁ Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	इस अभिव्यक्ति का अर्थ उस अभिव्यक्ति का सहार्थी है, "जो पुत्र को मान लेता है" [2:23](../02/23.md). देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जो वास्तव में विश्वास करता है और सब के सामने अंगीकार करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र और मसीह है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:15	b6td		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्यवर का पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है जो परमेश्वर के साथ उसके सम्बन्ध का वर्णन करता है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
4:15	l3ft		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τοῦ Θεοῦ, ὁ Θεὸς ἐν αὐτῷ μένει, καὶ αὐτὸς ἐν τῷ Θεῷ	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेत देखें, 1 यूहन्ना:प्रस्तावना,भाग 3. इस प्रसंग में ऐसा प्रतीत होता है की इसका अर्थ वही है जो \n[2:6](../02/06.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैओसे किया है|वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उसके साथ घनिष्ट सम्बन्ध बनाए रखता है और वह परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में बना रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
4:15	a7rx			καὶ αὐτὸς ἐν τῷ Θεῷ	1	यह अभिव्यक्ति, **और वह परमेश्वर में** यहाँ यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को पूर्वोक्त वाक्यांश में से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उसमें अन्तर्वासी रहता है और वह परमेश्वर में स्थापित रहता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
4:16	t5am		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ Θεὸς & ἀγάπη ἐστίν	1	यह एक रूपक है जो वर्णन करता है कि **परमेश्वर** अपने गुण में कैसा है| देखें कि आपने इसका अनुवाद [4:8](../04/08.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर पूर्णता में प्रे करने वाला है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:16	dyr6			ὁ & μένων ἐν τῇ ἀγάπῃ	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना:प्रस्तावना, भाग 3. जैसा [2:24](../02/24.md) में है, इस प्रसंग में इस शब्द का सन्दर्भ व्यवहार के एक प्रतिमान क बनाए रखने के लिए किया गया प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "कोई जो अन्यों से प्रेम करता प्रतीत होता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:16	fz29		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν & τῷ Θεῷ μένει, καὶ ὁ Θεὸς ἐν αὐτῷ μένει	1	"बना रहता" पर परिचर्बचा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका अर्थ वही प्रत्तित होता है जो \n [2:6](../02/06.md) और [4:15](../04/15.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ घनिष्ट संबंद बनाए रखता है और परमेश्वर उसके साथ घनिष्ट सम्बन्ध बनाए रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:17	ypv4		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐν τούτῳ τετελείωται ἡ ἀγάπη μεθ’ ἡμῶν, ἵνα παρρησίαν ἔχωμεν	1	जैसा [4:9](../04/09.md) में है, **इसी से** का अर्थ उस मुहावरे का सहार्थी प्रतीत होता है< "इससे हम जानते है" जिसका उपयोग यूहन्ना अनेक बार इस पत्र में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी प्रकार से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:17	m76g		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐν τούτῳ τετελείωται ἡ ἀγάπη μεθ’ ἡμῶν	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:5](../02/05.md) में कैसे किया है| यूहन्ना पूर्वोक्त पद में परमेश्वर के प्रेम की चर्चा करता है इसलिए प्रसंग से सुझाव मिलता है कि यूहन्ना हमारे लिए परमेश्वर के प्रेम का सन्दर्भ दे रहा है अपेक्षा इसके की परमेश्वर के लिए हमारते प्रेम का| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के प्रेम ने हमारे जीवन में अपना उद्देश्य प्राप्त कर लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:17	l78r			ὅτι καθὼς ἐκεῖνός ἐστιν, καὶ ἡμεῖς ἐσμεν ἐν τῷ κόσμῳ τούτῳ	1	यह संकेतवाचक सर्वनाम, **वह** यीशु के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अधिकाधिक यीशु के रूप में ढलते जाते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:18	bu17		rc://*/ta/man/translate/figs-personification	ἀλλ’ ἡ τελεία ἀγάπη ἔξω βάλλει τὸν φόβον	1	यूहन्ना **प्रेम** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जसे वह हम में से **भय** को निकाल कर फ़ेंक सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब परमेश्वर के ओप्रेम ने हमारे जीवन में अपने उद्देश्य को प्राप्त कर लिया है तब वह हमें भयभीत होने से बचाए रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])"
4:18	sq7k			because fear has to do with punishment	0	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि **भय** , **सिद्ध प्रेम** और **दंड** से यूहन्ना का अभिप्राय क्या है, विशेष करके यूहन्ना के वचनों के प्रकाश में जो उसने पूर्वोक्त पद में कहे हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि मनुष्य सोचता है कि उसको दंड दिया जाएगा तो वह डरता है परन्तु ऐसा कोई मनुष्य नहीं है जो वास्तव में जानता हो कि परमेश्वर उससे कितना प्रेम रखता है और डरे, क्योंकि जब परमेश्वर के प्रेम ने हमारे जीवन में अपने उद्देश्य की प्राप्ति कर ली है तो हमें विश्वास हो जाता है कि उसने हमको क्षमा कर दिया है और वह हमको ग्रहण करेगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:18	yg1r		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ὁ & δὲ φοβούμενος, οὐ τετελείωται ἐν τῇ ἀγάπῃ	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:5](../02/05.md) में कसे किया है| जैसा वहाँ है, वैसा ही यहाँ **प्रेम**का अर्थ हो सकता है: (1) हमारे लिए परमेश्वर का प्रेम| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः यदि कोई डरता है तो परमेश्वर के प्रेम ने उसके जीवन में अपने उद्देश्य की प्राप्ति नहीं की है" (2) इसका अर्थ हो सकता है, परमेश्वर के लिए हमारा प्रेम| वैकल्पिक अनुवाद; "अतः, यदि किसी में भय है तो वह वास्तव में अभी तक परमेश्वर से सिद्ध प्रेम नहीं करता है" इसके ये दोनों अर्थ हो सकते हैं, जैसा [3:17](../03/17.md) में है| यदि आपको चुनना आवश्यक हो तो हामारा सुझाव है कि विकल्प (1) को चुनें| परंतुपरान्तु यदि आपके अनुवाद में दोनों विकल्पों को निर्बाध रखा जाए, तो यह एक सर्वोत्तम विचार होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः यदि कोई भयातुर है तो उसके जीवन में प्रेम पूर्णतः क्रियाशील नहीं है"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:20	tfq3			τὸν & ἀδελφὸν αὐτοῦ μισῇ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "साथी विश्वासी"\n” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:20	a8zh		rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives	ὁ γὰρ μὴ ἀγαπῶν τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ, ὃν ἑώρακεν, τὸν Θεὸν, ὃν οὐχ ἑώρακεν, οὐ δύναται ἀγαπᾶν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस दोहरे नकारात्मक अर्थों का अनुवाद एक सकारात्मक अभिकथन में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "केवल वे जो अपने साथी विश्वासी से प्रेम रखते हैं, परमेश्वर से प्रेम रखने में समर्थ हो सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])"
5:intro	bxm4				0	# 1 यूहन्ना 5: सामान्य टिप्पणियाँ\n\n## रचना एवं आरूपण\n\n1. यीशु परमेश्वर का पुत्र है इसका इनकार करना झूठी शिक्षा है (5:1-12)\n2. पत्र का समापन (5:13- 21)\n\n## इस अध्याय में अनुवाद की संभावित कठिनाइयां\n\n### "पाप का फल मृत्यु"\n\nयह पूर्णतः स्पष्ट नहीं है कि इस वाक्यांश से यूहन्ना का अर्थ क्या है| "मृत्यु" का सन्दर्भ या तो शारीरिक मृत्यु से हो सकता है या आत्मिक मृत्यु से, अर्थात, परमेश्वर से अनंत अलगाव| अतिरिक्त परिचर्चा हेतु देखें, [5:16](../05/16.md) पर टिप्पणियाँ| (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/other/death]])\n\n### " सारा संसार उस दुष्ट के वश में पडा है"\n\n"उस दुष्ट" का सन्दर्भ शैतान से है| परमेश्वर ने उसको संसार पर राज करने की अनुमति दे दी है परन्तु परमेश्वर अंततः सब पर वशवर्ती है| परमेश्वर अपनी संतान को उस दुष्ट से बचा कर रखता है| (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/satan]])\n\n## इस अध्याय में महत्वपूर्ण मूल पाठ विषयक समस्याएँ\n\n[5:7-8](../05/07.md) में, सब प्राचीन हस्तलिपियां दर्शाती हैं, "क्योंकि तीन हैं जो गवाही देते हैं, आत्मा, जल और लहू तथा ये तीनों एक ही में हैं|" ULT इसी पाठ का अनुसरण करती है| कुछ बाद के हस्तलेख हैं जिमें लिखा है,क्योंकि तीन हैं जो स्वर्ग में गवाही देते हैं: पिता, वचन और पवित्र आत्मा, और ये तीनों एक हैं, और पृथ्वी पर गवाही देने वाले भी तीन हैं, आत्मा, जल और लहू और ये तीनों एक ही में हैं|" ऎसी स्थिति में अनुवादकों को राय दी जाती है कि इसका अनुवाद ULT के सदृश्य करें क्योंकि व्यापक मतैक्य है कि इसका पाठ अचूक है| तथापि, आपके क्षेत्र में यदि अधिक प्राचीन संस्करण हैं, जिनमें अधिक लंबा पाठ है तो आप उसको समाहित कर सकते हैं परन्तु उनको आप \[ \] में रखें जिससे प्रकट हो सके कि यह संभवतः 1 यूहन्ना के मूल लेख में नहीं था| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
5:1	nej3			General Information:	0	# General Information:\n\n
5:1	h8if			ἐκ τοῦ Θεοῦ γεγέννηται	1	देखें कि आपने [2:29](../02/29.md) में  क्या इस रूपक का वर्णन करने का निर्णय लिया था| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उन सब का आत्मिक पिता है जो विश्वास करते हैं कि यीशु मसीह है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:2	ukc7			Because of this we know that we love God's children, when we love God and do his commandments.	0	यह एक मुहावरा है जिसका प्रयोग यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार करता है| वैकल्पिक अनुवाद: " इस प्रकार हम जानते हैं कि"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:3	ve87			αὕτη γάρ ἐστιν ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ, ἵνα τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηρῶμεν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि पूर्वोक्त पद में यह यूहन्ना के कथन का कारण क्यों है| वैकल्पिक अनुवाद: "और यही कारण है कि हम यदि परमेश्वर से वास्तव में प्रेम करते हैं तो अन्य विश्वासियों से भी प्रेम रखेंगे जो उसकी आज्ञा है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:3	uik3			αἱ ἐντολαὶ αὐτοῦ βαρεῖαι οὐκ εἰσίν	1	यहाँ, **रखना** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "आज्ञापालन" वैकल्पिक अनुवाद: "कि हमें उसकी आज्ञा माननी है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:3	c5z1			βαρεῖαι	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में परमेश्वर की **आज्ञाओं** के विषय में इस प्रकार कहता है कि जैसे उनमें भार तो था परन्तु अधिक भारी नहीं थीं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसकी आज्ञाओं का पालन करना कठिन नहीं है"\n(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:4	i2bf			πᾶν τὸ γεγεννημένον ἐκ τοῦ Θεοῦ, νικᾷ	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद \n [2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जिसका पिता परमेश्वर है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:4	g3uw			νικᾷ τὸν κόσμον	1	जैसा [2:13](../02/13.md) में है, यूहन्ना **जय पाना** को लाक्षणिक भाषा में काम में ले रहा है| वह विश्वासियों के द्वारा अभक्तों के सिद्धांत तंत्र के अनुसार जीवन निर्वाह के प्रत्याख्यान का वर्णन इस प्रकार करता है कि जैसे विश्वासियों ने उस तंत्र को युद्ध में पराजित कर दिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्तों के सिद्धांत तंत्र के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:4	yq2d		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν κόσμον	1	देखें की आपने **संसार** शब्द का अनुवाद [2:15](../02/15.md) में कैसे किया है| इसका अर्थ इस पद में भी वैसा ही है| वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्तों का सिद्धांत तंत्र" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])"
5:4	tf9x			And this is the victory that has overcome the world, even our faith	0	एक बार फिर यूहन्ना **जय पाना** का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है| उसके और उसके पाठकों द्वारा जिस **विश्वास** को साझा किया गया है उसके बारे में वह इस प्रकार कहता है कि जैसे उसने युद्ध में उस अभक्त सिद्धांत तंत्र को पराजित कर दिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हमें सक्षम बनाता है कि हम अभक्तों के सिद्धांत तंत्र से भिन्न जीवन निर्वाह करें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:5	qm85		rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion	τίς ἐστιν & ὁ νικῶν τὸν κόσμον	1	यूहन्ना प्रश्न का उपयोग बलाघात के लिए करता है कि उसने पूर्वोक्त पद के प्रथम वाक्य में जो कहा है उसका पुनः पुष्टिकरण करे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप उसके शब्दों को अभिकथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं और बलाघात को किसी और प्रकार व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "केवल वह जो विश्वास करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, संसार पर जय पाता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])"
5:5	db4f			ὁ & πιστεύων ὅτι Ἰησοῦς ἐστιν ὁ Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	देखें कि आपने **संसार पर जय पाता है** का अनुवाद पूर्वोक्त पद में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो अभक्तों के सिद्धांत तंत्र के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:5	drv2		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधी है जो परमेश्वर के साथ उसके सम्बन्ध का वर्णन करता है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:6	yjh2			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
5:6	js27		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	οὗτός ἐστιν ὁ ἐλθὼν δι’ ὕδατος καὶ αἵματος, Ἰησοῦς Χριστός	1	यूहन्ना स्पष्ट रूप में कहता है कि "यीशु परमेश्वर का पुत्र है" इस पर पूर्णरूपें विश्वास करना क्या है,जैसा उसने पूर्वोक्त पद में वर्णन किया है| **पानी** और **लहू** ये दोनों शब्द लाक्षणिक प्रयोग हैं जिनके द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण रूपों में व्यक्त किया जा रहा है कि परमेश्वर का पुत्र हमारे मध्य **आया** संभवतः आप इनके अर्थ को मूल पाठ में प्रकट करना चाहेंगे या पाद टिप्पणी में रखना चाहेंगे| *लहू** यीशु की क्रूसीकरण मृत्यु का प्रतीक है जब उसने संसार का उद्धारक होने का लहू बहाया था| **पानी** प्रतीक हो सकता है: (1) यीशु के बपतिस्मे का| जब यूहन्ना ने यीशु को यार्दन नदी में बप्तिस्मा दिया था तब यीशु ने संसार का परमेश्वर से मेल कराने की सेवा आरम्भ की थी| UST देखें| (2) यीशु का जन्म| जब परमेश्वर का पुत्र मानव रूप में जन्मा तब जन्म-जल तोड़ा गया था| वैकल्पिक अनुवाद: "यही वह है जो मानवीय जन्म के द्वारा आया था और उसकी बलि की मृत्यु का लहू" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:6	bdl4		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	He came not only by water, but also by water और blood	0	
5:9	k2de		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	εἰ τὴν μαρτυρίαν τῶν ἀνθρώπων λαμβάνομεν, ἡ μαρτυρία τοῦ Θεοῦ μείζων ἐστίν	1	**बढ़कर** शब्द का अभिप्रेत अर्थ है, परमेश्वर की गवाही मनुष्यों की गवाही से अधिक विश्वासयोग्य है क्योंकि परमेश्वर सब कुछ जानता है और परमेश्वर का वचन सत्य है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की गवाही अधिक विश्वासयोग्य है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:9	ai6a		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὴν μαρτυρίαν τῶν ἀνθρώπων λαμβάνομεν	1	यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम मनुष्यों की गवाही सुन कर विश्वास करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]
5:9	nxq1			τὴν μαρτυρίαν τῶν ἀνθρώπων & ἡ μαρτυρία τοῦ Θεοῦ μείζων ἐστίν	1	यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो अनेक अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होते हैं| इन शब्दों को पूर्वोक्त वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमको परमेश्वर की गवाही निश्चय ही स्वीकार करनी हैक्योंकि वह अधिक विश्वासयोग्य है" या "हमें परमेश्वर पर निश्चय ही विश्वास करना है जब वह गवाही देता है क्योंकि उसकी गवाही कहीं अधिक विश्वासयोग्य है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
5:9	gt7u		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ & Υἱοῦ	1	**पुत्र** शब्द यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका पुत्र,यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:10	gkj1			ὁ πιστεύων εἰς τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ, ἔχει τὴν μαρτυρίαν ἐν αὑτῷ	1	यूहन्ना **गवाही** के लिए लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई वस्तु हो जो विश्वासियों के भीतर हो सकती है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के वचन को पूर्णतः स्वीकार करता है"\nदेखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:10	j255			ψεύστην πεποίηκεν αὐτόν	1	जैसा [1:10](../01/10.md) में है सुनिश्चित करें कि आपकी अनुवाद में स्पष्ट हो कि परमेश्वर इस प्रसंग में **झूठा** कदापि नहीं है| इसकी अपेक्षा क्योंकि परमेश्वर ने कह दिया है कि यीशु उसका पुत्र है, इसलिए परमेश्वर की इस बात पर विश्वास नहीं करने वाला परमेश्वर को झूठा ठहराता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वस्तुतः, वह परमेश्वर को झूठा ठहराता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:10	sii2			ὅτι οὐ πεπίστευκεν & τὴν μαρτυρίαν ἣν μεμαρτύρηκεν ὁ Θεὸς περὶ τοῦ Υἱοῦ αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में संज्ञा शब्द, **गवाही** और क्रिया शब्द, **गवाही दी** का संयुक्त प्रयोग अस्वाभाविक है तो आप अपने अनुवाद में इस शब्द का एक ही रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने अपने पुत्र के लिए गंभीरतापूर्वक जो सत्य प्रकाशित कर दिया है"
5:11	bi7k			καὶ αὕτη ἐστὶν ἡ μαρτυρία	1	वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने अपने पुत्र के लिए यह कहा है"
5:11	k2qn		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ζωὴν	1	जैसा [4:9](../04/09.md) में है, **अनंत जीवन** एक ही में दो अर्थ रखता है| इसका अर्थ है, इस नवीन जीवन शैली के लिए परमेश्वर से सामर्थ्य प्राप्त करना और इसका एक और अर्थ है, मरणोपरांत परमेश्वर की उपस्थिति में सदा रहना| देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद \n[4:9](../04/09.md).में कैसे किया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:11	u1w5			αὕτη & ἡ & ζωὴ ἐν τῷ Υἱῷ αὐτοῦ ἐστιν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **जीवन** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई वस्तु हो जो यीशु में अन्तर्निहित है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हमें अनंत जीवन दिया हैजो मनुष्यों को उसके पुत्र,यीशु में विश्वास करने से प्राप्त होता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:11	sz21		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τῷ Υἱῷ	1	**पुत्र** शब्द यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण पदनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका पुत्र, यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:12	st2z		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὁ ἔχων τὸν Υἱὸν, ἔχει τὴν ζωήν; ὁ μὴ ἔχων τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ, τὴν ζωὴν οὐκ ἔχει	1	यूहन्ना उन विश्वासियों के लिए जो यीशु के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में हैं, लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे यीशु उनकी संपदा हो| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जो पुत्र के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में है, उसके पास जीवन है| जो परमेश्वर के पुत्र के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में नहीं है, उसके पास जीवन नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:13	uwm2			General Information:	0	# General Information:\n\n
5:13	ezl8			ταῦτα	1	यहाँ **ये बातें** यूहन्ना द्वारा इस पात्र में लिखी गई सब पूर्वोक्त बातों का सन्दर्भ देता है|          वैकल्पिक अनुवाद: "यह सब"\n(See: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:13	wns6		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τοῖς πιστεύουσιν εἰς τὸ ὄνομα τοῦ Υἱοῦ τοῦ Θεοῦ	1	जैसा [2:12](../02/12.md) में है, यूहन्ना यीशु के **नाम** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है कि यीशु के व्यक्तित्व और उसके काम का वर्णन करे| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम, जो यीशु में और तुम्हारे लिए किए गए उसके कामों में विश्वास करते हो, तुम्हारे लिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:13	gg32		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ Υἱοῦ τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यह यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है जो परमेश्वर के साथ उसके सम्बन्ध का वर्णन करता है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:14	yj31		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	αὕτη ἐστὶν ἡ παρρησία & ἔχομεν πρὸς αὐτόν: ὅτι	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **हियाव** में निहित विचार का अनुवाद "विश्वास" जैसे विशेषण शब्द से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से प्रार्थना करते समय हम इसका विश्वास रख सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])"
5:14	at5n			ἐάν τι αἰτώμεθα κατὰ τὸ θέλημα αὐτοῦ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम परमेश्वर की इच्छा के अनुसार मांगें"
5:15	ev49			οἴδαμεν ὅτι & ἔχομεν τὰ αἰτήματα ἃ ᾐτήκαμεν ἀπ’ αὐτοῦ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "हम जानते हैं कि हमने परमेश्वर से जो माँगा है, वह हमें अवश्य मिलेगा"
5:16	sc1f			τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "साथी विश्वासी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:16	myf6		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ζωήν	1	**जीवन** शब्द लाक्षणिक परिप्रेक्ष्य में आत्मिक जीवन का सन्दर्भ देता है अर्थात परमेश्वर के साथ अनंत जीवन| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर सुनिश्चित करेगा की पाप करने वाला विश्वासी अनंतकाल के लिए उससे विलग न हो जाए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:16	q1me			θάνατον	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप आप सविस्तार वर्णन कर सकते है कि इसका अर्थ क्या है| सम्पूर्ण पत्र के परिप्रेक्ष्य में यूहन्ना का अभिप्राय **पाप का फल मृत्यु** से संभवतः यह है कि वह उस आचरण के सन्दर्भ में चर्चा कर रहा है जो झूठी शिक्षकों का था और जिसकी वे अनुशंसा करते थे| जैसा 1 यूहन्ना प्रस्तावना, भाग 3 में वर्णन किया गया है, इन शूठे शिक्षकों का दावा था कि मनुष्य अपने शरीर में क्या करता है उससे कोई अंतर नहीं पड़ता है, अतः वे अनेक गंभीर पाप करते थे, उनको अपने कुकर्मों का पाप बोध नहीं था| इससे प्रकट था कि उन्होंने यीशु में विश्वास को त्याग दिया था और पवित्र आत्मा के प्रभाव को अस्वीकार कर दिया था| यूहन्ना अभिप्रेत अर्थ में इस झूठी शिक्षा का [5:18](../05/18.md) में फिर से खंडन करता है| उसका कथन कि विश्वासी ऐसा व्यवहार रखने वालों के लिए प्रार्थना नहीं करें, आदेशात्मक होने की अपेक्षा विवरणात्मक है| अर्थात, उसके कहने का अर्थ यह नहीं कि वह नहीं चाहता कि विश्वासी ऐसों के लिए प्रार्थना नहीं करे अपितु, यह कि उनके लिए प्रार्थना करने से कोई लाभ नहीं होगा क्योंकि वे यीशु के विश्वास और पवित्र आत्मा के प्रभाव के जीवन के विपरीत जीवन निर्वाह के दृढ संकल्प हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कुछ ऐसे लोग हैं (जैसे झूठे शिक्षक) जो ऐसे पाप करते हैं कि स्पष्ट होता है कि उन्होंने अनंतकाल के लिए परमेश्वर से विलग होने का निर्णय ले लिया है| ऐसों के लिए प्रार्थना करना निष्फल है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:18	f9y9			Connecting Statement:	0	# Connecting Statement:\n\n
5:18	l7h8			ὁ & πονηρὸς οὐχ ἅπτεται αὐτοῦ	1	जैसा [2:13](../02/13.md) में है, यूहन्ना इस विशेषण शब्द,**दुष्ट** का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है की एक निश्चित प्राणी का संकेत दे| ULT में **एक** शब्द जोइदा गया है कि यह स्पष्ट हो| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थान अभिव्यक्ति से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो दुष्ट है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:19	n9ig		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τῷ πονηρῷ	1	**वश में** इस अभिव्यक्ति का लाक्षणिक अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु के द्वारा नियंत्रित होना| वैकल्पिक अनुवाद: "दुष्ट जन के नियंत्रण में रहता है" या "दुष्टता के प्रभाव से नियंत्रित होता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:19	eh5z		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ κόσμος ὅλος	1	यूहन्ना अपने पत्र में इस शब्द, **संसार** का उपयोग विविध रूपों में करता है| इस प्रसंग में, संभव है कि इसका सन्दर्भ लाक्षणिक भाषा में उन लोगों से और उनके सिद्धांत तंत्र से है जो परमेश्वर का मान-सम्मान नहीं करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सब अभक्त जन और उनका सिद्धांत तंत्र" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:20	je13		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	Υἱὸς τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है जो परमेश्वर के साथ उसके सम्बन्ध का वर्णन करती है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:20	n1nh			δέδωκεν ἡμῖν διάνοιαν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **समझ** में निहित विचार का अनुवाद क्रिया शब्द, "समझना" के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें समझने योग्य किया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:20	ge7c		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐσμὲν ἐν τῷ Ἀληθινῷ	1	जैसा [2:5](../02/05.md) में है, यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासी परमेश्वर और यीशु के भीतर हो सकते हैं| इस अभिव्यक्ति के द्वारा परमेश्वर और यीशु के साथ घनिष्ट सम्बन्ध का वर्णन किया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "सच्चे परमेश्वर और उसके पुत्र,मसीह यीशु के साथ हमारा घनिष्ट सम्बन्ध है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:20	hvr7			τὸν Ἀληθινόν	1	यूहन्ना **सत्य** शब्द का प्रयोग संज्ञा रूप में करता है कि एक निश्चित प्राणी का सन्दर्भ दे| ULT में **एक** शब्द जोड़ कर इसका संकेत दिया गया है| आपकी भाषा में संभवतः विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो सच्चा है...वह जो सत्य है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
5:20	w5yl			οὗτός ἐστιν ὁ ἀληθινὸς Θεὸς	1	**यही** शब्द का सन्दर्भ (1) यीशु से है जिसका उल्लेख अभी-अभी किया गया है, या (2) परमेश्वर से है जिसका उल्लेख पहले किया गया है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:20	dz3s		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	καὶ & ζωὴ αἰώνιος	1	यूहन्ना **और** से संयोजित दो संज्ञा गर्भित उक्तियों के द्वारा एक ही विचार को प्रकट करता है| **अनंत जीवन** **सच्चा परमेश्वर** के गुण को उजागर करता है कि वह अनंत जीवन प्रदान करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "एकमात्र सच्चा परमेश्वर जो अनंत जीवन प्रदान करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
5:21	i3rw		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τεκνία	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:1](../02/01.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम प्रिय विश्वासियों जो मेरी देखरेख में हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:21	hn4y			φυλάξατε ἑαυτὰ ἀπὸ τῶν εἰδώλων	1	यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "से दूर रहो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:1	j363		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ὃ ἦν ἀπ’ ἀρχῆς, ὃ ἀκηκόαμεν, ὃ ἑωράκαμεν τοῖς ὀφθαλμοῖς ἡμῶν, ὃ ἐθεασάμεθα, καὶ αἱ χεῖρες ἡμῶν ἐψηλάφησαν	1	इस अध्याय के लिए सामान्य टिप्पणियों में परिचर्चा देखें कि [1:1-3](../01/01.md).के लम्बे वाक्य का अनुवाद कैसे करें| यदि आप इस वाक्यांश, "उस जीवन के वचन के विषय में" का अनुवाद करने के लिए इसको इस पत्र की प्रासंगिक प्रस्तावना के सुझाव का पालन करते हैं तो आपने पहले ही संकेत दे दिया है कि इस पद के चार उपवाक्य एक मनुष्य, यीशु के सन्दर्भ में हैं अतः आप इनका समावेश व्यक्तिवाचक सर्वनाम शब्द, "वह", "जो" और "जिसको" के प्रयोग द्वारा समावेश करा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यह वही है जो अनादी समय से अस्तित्ववान था जिसको हमने बातें करते हुए सुना, जिसको हमने अपनी आँखों से देखा, और जिसको हमने निहारा और अपने हाथों से स्पर्श भी किया" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:1	j364		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना इस पत्र में, **आदि से** का उपयोग विविध रूपों में करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ यीशु के अनंत अस्तित्व से है| वैकल्पिक अनुवाद: "अनंत अनादिकाल से" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
1:1	jd7p		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἀκηκόαμεν & ἑωράκαμεν & ἡμῶν & ἐθεασάμεθα & ἡμῶν	1	इस पत्र में अधिकाँश सन्दर्भों में प्रथम पुरुष बहुवचन सर्वनाम, **हम** और **हमारा** अनन्य हैं क्योंकि यूहन्ना अपने और यीशु के पार्थिव जीवन के प्रत्यक्ष गवाहों की और से चर्चा कर रहा है परन्तु उसके पत्र के प्राप्तिकर्ताओं ने यीशु को आँखों से नहीं देखा था| अतः, आपकी भाषा यदि ऐसे अंतर को उजागर करती है तो आप अपने अनुवाद में इस अनन्य रूप को काम में ले सकते हैं|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:1	j001		rc://*/ta/man/translate/figs-extrainfo	ἑωράκαμεν τοῖς ὀφθαλμοῖς ἡμῶν & αἱ χεῖρες ἡμῶν ἐψηλάφησαν	1	आपकी भाषा में ऐसा प्रतीत होगा कि इन वाक्यांशों के द्वारा अनावश्यक जानकारियाँ दी जा रही हैं| यदि ऐसा है तो आप उनको छोटा कर सकते हैं| आपकी भाषा में बलाघात हेतु ऎसी अतिरिक्त जानकारियों को प्रकट करने की अपनी ही विधि होगी| आप अपने अनुवाद में वैसा ही कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको हमने देखा...छुआ" या "जिसको हमने अपनी आँखों से देखा...अपने हाथों से छुआ"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-extrainfo]])
1:1	j002		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἑωράκαμεν τοῖς ὀφθαλμοῖς ἡμῶν & αἱ χεῖρες ἡμῶν ἐψηλάφησαν	1	झूठे शिक्षक यीशु के देह्धारण का इनकार करते थे| उनका कहना था कि यीशु मात्र एक आत्मा था परन्तु यूहन्ना के कहने के अभिप्राय है कि यीशु वास्तविक मनुष्य था| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं जैसा UST में है|   यूहन्ना के कहने के अभिप्राय है कि यीशु वास्तविक मनुष्य रहा होगा, जबकी झूठे शिक्षक इसका इनकार करते थे| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार अनुवाद कर सकते है जैसा UST में है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:1	j003			περὶ τοῦ λόγου τῆς ζωῆς	1	जैसा कि इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में सुझाव दिया गया है, आप इस वाक्यांश, **जीवन के वचन के विषय** को इस पद की आरम्भ में रख सकते हैं और इसको एक अलग वाक्य बना सकते हैं जो इस पत्र की प्रासंगिक प्रस्तावना हो, जैसा UST में किया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जीवन के वचन, यीशु के बारे में तुमको लिखते हैं"
1:1	j004		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	περὶ τοῦ λόγου τῆς ζωῆς	1	उस युग के पत्र लेखक विशेषता सूचक रूप में अपने नाम से आरम्भ करते थे| नए नियम के अधिकाँश पत्रों में ऐसा ही है| यह पत्र अपने आप में भिन्न है, परन्तु आपके पाठकों के लिए यदि सहायक सिद्ध हो सके तो आप यहाँ यूहन्ना का नाम दे सकते है जैसा UST में है| जैसा ऊपर देखा गया है, यूहन्ना बहुवचन सर्वनाम, "हम" का प्रयोग करता है क्योंकि वह अपने और यीशु के पार्तिव जीवन के गवाहों की और से कह रहा है| परन्तु आपकी भाषा में अधिक व्यावहारिक होगा कि वह अपने लिए एकवचन सर्वनाम का प्रयोग करे| यदि ऐसा है तो आप अपने अनुवाद में ऐसा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं यूहन्ना, तुम्हे जीवन के वचन, यीशु के विषय में लिख रहा हूँ" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:1	j005		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	τῆς ζωῆς	1	इसका संदर्भ या तो उस जीवन से है जो यीशु में है या उस जीवन से है जो यीशु देता है| परन्तु यूहन्ना विश्वासियों को आश्वस्त करने के लिए यह पत्र लिखता है इसलिए अधिक संभावना है कि यह अभिव्यक्ति उस **जीवन** का सन्दर्भ देती है जो "वचन" (यीशु) विश्वास करने वालों को देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो उन सबको जीवन देता है जो उसमें विश्वास करते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
1:7	j030		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ὡς αὐτός ἐστιν ἐν τῷ φωτί	1	यहाँ सर्वनाम शब्द, **वह** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "जैसे परमेश्वर ज्योति में है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:1	honh		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों को शीर्षक देते हैं तो आप यहाँ पद 1 के आगे एक शीर्षक दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "जीवन का वचन" (देखें:\n[[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
1:2	j006		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἡ ζωὴ	1	यूहन्ना यीशु के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग करता है| पिछले पद में यीशु में उपस्थित **जीवन** के सन्दर्भ द्वारा वह यीशु को "जीवन का वचन" कहता है| इस स्थिति में, ऐसा प्रतीत होता है कि वर्णन उसके पार्थिव **जीवन**का है अपेक्षा उसके द्वारा दी जाने वाले **जीवन** का| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु" या "यीशु, जो जीवन है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
1:2	j007		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἑωράκαμεν & μαρτυροῦμεν & ἀπαγγέλλομεν & ἡμῖν	1	यूहन्ना अपने और यीशु के पार्थिव जीवन के साक्षात गवाहों की और से कह रहा है| अतः ये सर्वनाम शब्द, **हम** और **हमारे** इस पद में अनन्य हैं|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:2	j008		rc://*/ta/man/translate/figs-you	ὑμῖν	1	जैसा सामान्य प्रस्तावना में वर्णन किया गया है, यूहन्ना विभिन्न कलीसियाओं के विश्वासियों को पत्र लिख रहा है| अतः ये सर्वनाम शब्द, **तुम** ,"तुम्हारे" और तुम स्वयं" इस सम्पूर्ण पत्र में बहुवचन में हैं|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
1:3	j009		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ὃ ἑωράκαμεν, καὶ ἀκηκόαμεν, ἀπαγγέλλομεν καὶ ὑμῖν, ἵνα καὶ ὑμεῖς κοινωνίαν ἔχητε μεθ’ ἡμῶν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस अनुभाग के अंशों को पुनः व्यवस्थित कर सकते हैं| आप इस उक्ति, **अतः तुम भी** से आरम्भ होने वाले उपवाक्य को पद के आरम्भ में रख सकते हैं क्योंकि इस उपवाक्य में, शेष पद में चर्चित कार्य का कारण प्रकट किया गया है| स्पष्टता के निमित्त आप अपरोक्ष कर्ता उपवाक्य, **जो कुछ हमने देखा और सूना है** को कर्ता और क्रिया, **उसका समाचार तुम्हे भी देते है** के बाद रख सकते हैं| इस स्थिति में आपके लिए आवश्यक नहीं कि आप **सुनाते हैं** के बाद **भी** शब्द का अनुवाद करें| जैसा इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में वर्णन किया गया है, यहाँ एक नए वाक्य का आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि तुम हमारे साथ सहभागी हो जाओ, हम तुम्हे वह सुनाते है जो हमने देखा और सुना है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
1:3	j010		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἑωράκαμεν, καὶ ἀκηκόαμεν, ἀπαγγέλλομεν & ἡμῶν	1	यूहन्ना अपने और यीशु के पार्थिव जीवन के पर्त्याक्स गवाहों की और से कह रहा है, इसलिए ये सर्वनाम शब्द, **हम** और **हमारे** अनन्य हैं|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:4	j011		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ταῦτα γράφομεν ἡμεῖς	1	जैसा इस अध्याय की सामान्य टिप्पणियों में वर्णन किया गया है, यहाँ यूहन्ना पात्र लेखन में अपने उद्देश्य को औपचारिक रूप में प्रकट करता है|\nयदि आपने [1:1](../01/01.md) में निर्णय लिया है कि उसके लिए इस प्रसंग में अपने लिए एकवचन सर्वमान का उपयोग करना आपकी भाषा में अधिक व्यावहारिक होगा तो आप यहाँ ऐसा ही कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं यूहन्ना, इन बातों को लिख रहा हूँ" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:4	j012		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἡμεῖς & ἡμῶν	1	यदि आप यहाँ सर्वनाम शब्द, **हम** का उपयोग करते हैं तो वह अनन्य होगा क्योंकि यूहन्ना अपने और अन्य गवाहों के विषय में कहता है जिनकी और से वह पत्र लिख रहा है| तथापि, दूसरे उपवाक्य में **हमारा** समावेशी हो सकता है क्योंकि यूहन्ना का अभिप्राय हो सकता है कि वह चाहता है कि वह और उसके पाठक,दोनों पारस्परिक सहभागिता वरन उसके अनुसार पिछ्ले पद में वर्णित पिता और पुत्र के साथ सहभागिता का **आनंद** लें| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
1:4	j013		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	ἡ χαρὰ ἡμῶν	1	इस अध्याय की निर्विशेष टिप्पणियों के अंत में मूल पाठ विषयक समस्याओं पर परिचर्चा को देखें कि आप निर्णय ले सकें कि ULT के अनुसार **हमारा आनंद** काम में लें या अन्य किसी और संस्करण के अनुसार, "तुम्हारा आनंद" काम में लें| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
1:4	j014		rc://*/ta/man/translate/figs-you	ἡ χαρὰ ἡμῶν	1	यदि आप **हमारा आनंद** पाठांतर अनुवाद, "तुम्हारा आनंद" काम में लेना चाहते हैं तो "तुम्हारा" शब्द बहुवचन में होगा जैसा शेष पत्र में है क्योंकि इसका सन्दर्भ विश्वासियों के समुदाय से है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
1:4	j015		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἵνα ἡ χαρὰ ἡμῶν ᾖ πεπληρωμένη	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि हम पूर्ण आनंद को प्राप्त कर पाएं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
1:4	j016		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἵνα ἡ χαρὰ ἡμῶν ᾖ πεπληρωμένη	1	इसके निहितार्थ हैं कि यूहन्ना और उसके पाठक पूर्ण आनंद के भागी होंगे यदि उसके पाठक उस सत्य को अंतर्ग्रहण कर लें जिसके विषय वह लिख रहा है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं,जैसा UST में है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:5	hdrv		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागो को शीर्षक दे रहे हैं, तो आप यहाँ पद 5 से पहले एक शीर्षक दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "पाप परमेश्वर के साथ सहभागिता में बाधक है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
1:5	j017		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἀπ’ αὐτοῦ	1	पद में, इस प्रथम चरण में सर्वनाम, **उसका** यीशु के सन्दर्भ में है क्योंकि यूहन्ना उस सन्देश की चर्चा करता है जो उसने और अन्य प्रत्यक्ष गवाहों ने यीशु से सुना था| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु से"  \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:5	j018		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ὁ Θεὸς φῶς ἐστιν, καὶ σκοτία ἐν αὐτῷ, οὐκ ἔστιν οὐδεμία	1	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं|संभव है कि यूहन्ना बलाघात हेतु इन दोनों का एक साथ उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों को संयुक्त कर सकते हैं और बलाघात को किसी और प्रकार व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर पूर्णतः ज्योति है" या आप यदि इन रूपकों को अलंकर रहित प्रस्तुत करना चाहते हैं (देखें अगली दो टिप्पणियाँ) तो "परमेश्वर पूर्णतः पवित्र है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
1:5	j019		rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives	σκοτία ἐν αὐτῷ, οὐκ ἔστιν οὐδεμία	1	यूनानी भाषा में यूहन्ना दो नकारात्मक शब्दों का प्रयोग करता है| अंग्रेजी भाषा में यह इस प्रकार होगा, "अन्धकार उसमें नहीं है कदापि नहीं|" यूनानी भाषा में प्रथम नकारात्मक शब्द दूसरे नकारात्मक शब्द का निराकरण करके सकारात्मक अर्थ उजागर नहीं करता है| अंग्रेज़ी भाषा में इसका आर्ट अनुचित सकारात्मकता में होगा| यही कारण है कि ULT में एक ही नकारात्मक शब्द काम में लिया गया है, "उसमें अन्धकार कदापि नहीं है|" यदि आपकी भाषा मेंबलाघट हेतु दोहरे नाकारात्मक शब्दों का उपयोग किया जाता है जो परस्पर निराकारी नहीं हैं तो आपके अनुवाद में उस रचना का उपयोग उचित ही होगा|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
1:5	j020		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐν αὐτῷ	1	पद के इस दूसरे चरण में, सर्वनाम शब्द, **उसका** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर में" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:6	j021		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν εἴπωμεν ὅτι κοινωνίαν ἔχομεν μετ’ αὐτοῦ, καὶ ἐν τῷ σκότει περιπατῶμεν, ψευδόμεθα καὶ οὐ ποιοῦμεν τὴν ἀλήθειαν	1	यूहन्ना एक काल्पनिक परिदृश्य के माध्यम से अपने पाठकों को शब्दों और कार्यों में एकरूपता का महत्त्व समझाना चाहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हम कहते हैं, उसके साथ हमारी सहभागिता है परन्तु हम चलते तो अन्धकार में हैं| इस प्रकार तो हम झूठ कहते हैं और सत्य का पालन नहीं करते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:6	j022		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἐὰν εἴπωμεν ὅτι κοινωνίαν ἔχομεν μετ’ αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में भाववाचक संज्ञाओं का उपयोग नहीं है तो देखें कि आपने इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सहभागिता** का अनुवाद [1:3](../01/03.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम कहें कि हम परमेश्वर के घनिष्ट मित्र हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:6	j023		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	μετ’ αὐτοῦ	1	यहाँ सर्वनाम शब्द, **उसके** परमेश्वर के सन्दर्भ में है जो पिछले पद का पूर्वपद है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:6	j024		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना यहाँ **और** शब्द के उपयोग द्वारा एक विषमता का समावेश कराना चाहता है जो परमेश्वर के साथ सहभागिता का दवा करने वाले मनुष्य से की जाने वाली अपेक्षाओं और उस मनुष्य के वास्तविक कार्यों में विषमता दर्शाई ही है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
1:6	j025		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ σκότει περιπατῶμεν	1	जैसा [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **अन्धकार** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, दुष्टता| वैकल्पिक अनुवाद: "जो काम दुष्टता के है वह करते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:6	j026		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ψευδόμεθα καὶ οὐ ποιοῦμεν τὴν ἀλήθειαν	1	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभवतः यूहन्ना बलाघात हेतु इन दोनों का एक साथ उओप्योग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो, आप इन वाक्यांशों को संयुक कर सकते हैं और बलाघात को किसी और प्रकार व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम वास्तव में सत्यवादी कदापि नहीं हैं"\n (देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/figs-parallelism]])
1:6	j027		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	οὐ ποιοῦμεν τὴν ἀλήθειαν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** में निहित विचार का अनुवाद व्यवहारिक संज्ञा शब्द, "सन्देश"" के द्वारा कर सकते हैं जो पिछले पद में पाया जाता है क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि **सत्य** शब्द के माध्यम से यूहन्ना के कहने का अर्थ इस स्थिति में वही है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के सच्चे सन्देश के अनुरूप चाल चलन नहीं रखते हैं"\n(देखें : [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:7	j028		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν δὲ ἐν τῷ φωτὶ περιπατῶμεν, ὡς αὐτός ἐστιν ἐν τῷ φωτί, κοινωνίαν ἔχομεν μετ’ ἀλλήλων	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक स्थिति के माध्यम से अपने पाठकों की सहायता करना चाहता है कि वे पवित्र जीवन जीने के महत्त्व और लाभों को अंतर्ग्रहण कर पाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हम ज्योति में चलें जैसा वह ज्योति में है तो हम में पारस्परिक सहभागिता होगी" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:7	j029		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ φωτὶ περιπατῶμεν	1	जैसा [1:5](../01/05.md) में है, यूहन्ना **ज्योति** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता हैजिसका अर्थ है, जो पवित्र, न्यायोचित और भला है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम वह करते हैं जो पवित्र है" या "हम वह करते हैं जो न्यायोचित है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:7	j031		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὡς αὐτός ἐστιν ἐν τῷ φωτί	1	यूहन्ना **ज्योति** शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अर्थ है, पवित्र| वैकल्पिक अनुवाद: "जैसा परमेश्वर पवित्र है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:7	j032		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	κοινωνίαν ἔχομεν μετ’ ἀλλήλων	1	यदि आपकी भाषा में भाववाचक संज्ञाओं का उपयोग नहीं है तो देखें कि आपने इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सहभागिता** में निहित विचार का अनुवाद \n[1:3](../01/03.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तब हम आपस में घनिष्ट मित्र हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:7	j033		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καθαρίζει ἡμᾶς ἀπὸ πάσης ἁμαρτίας	1	यूहन्ना **पाप** के लिए लाक्षणिक भाषा मनें इस प्रकार कहता है कि जैसे उसने किसी मनुय को मैला कर दिया हो और यीशु के **लहू** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे उसने किसी मनुष्य को स्वच्छ कर दिया हो| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे सब पापों को उठा कर ले जाता है"\n(देखें : [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:8	j034		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν εἴπωμεν ὅτι ἁμαρτίαν οὐκ ἔχομεν, ἑαυτοὺς πλανῶμεν καὶ ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν ἐν ἡμῖν	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक स्थिति के माध्यम से अपने पाठकों को समझने में सहायता करता है कि वे अपने शब्दों और कर्मों में एकरूपता को समझें| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हम कहते हैं, हम में पाप नहीं है तो हम स्वयं को पथभ्रष्ट करते है और हम में सत्य नहीं है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:8	j035		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν ἐν ἡμῖν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** का अनुवाद "सच" जैसे विशेषण शब्द के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के वचनों की सच्चाई पर विश्वास नहीं करते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:9	j036		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν ὁμολογῶμεν τὰς ἁμαρτίας ἡμῶν, πιστός ἐστιν καὶ δίκαιος	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक स्थिति के माध्यम से अपने पाठकों को समझने में सहायता करता है कि वे पवित्रता में जीवन जीने के महत्त्व और लाभों को अंतर्ग्रहण कर पाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हम अपने पापों का अंगीकार करते हैं तो वह विश्वासयोग्य और न्यायोचित है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:9	agve		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἐὰν ὁμολογῶμεν τὰς ἁμαρτίας ἡμῶν	1	परमेश्वर के समक्ष पापों का अंगीकार करने में उनका परित्याग भी एक कृत्य है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम अपने पापों को परमेश्वर के समक्ष स्वीकार कर लें और उनसे विमुख हो जाएं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
1:9	gb5l		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	πιστός ἐστιν & ἵνα ἀφῇ	1	यह सर्वनाम शब्द, **वह** इस पद के दोनों चरणों में परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर विश्वासयोग्य है...और परमेश्वर क्षमा कर देगा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:9	j038		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καθαρίσῃ ἡμᾶς ἀπὸ πάσης ἀδικίας	1	जैसा [1:7](../01/07.md) में है, यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में **पापों** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे उनसे मनुष्य मैला हो गया हो और परमेश्वर की क्षमा के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे उसने मनुष्य को स्वच्छ कर दिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमने जो भी अनुचित कार्य किए हैं, उनको हमारे लेखे में नहीं लेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
1:9	j039		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	πάσης ἀδικίας	1	यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अधर्म** में निहित विचार का अनुवाद वक सहार्थी वाक्यांश के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमने जो भी अनुचित कार्य किए हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
1:10	j040		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν εἴπωμεν ὅτι οὐχ ἡμαρτήκαμεν, ψεύστην ποιοῦμεν αὐτὸν	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक परिदृश्य के माध्यम से अपने पाठकों की सहायता करना चाहता है कि वे पवित्रता में जीवन निर्वाह न करने के गंभीर परिणामों को अंतर्ग्रहण कर पाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हम कहते है कि हमने पाप नहीं किया है तो हम परमेश्वर को झूठा ठहराते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
1:10	j041		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτὸν & αὐτοῦ	1	ये सर्वनाम शब्द, **वह** और **उसका** इस पद में परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर...परमेश्वर का"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
1:10	j042		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ λόγος αὐτοῦ οὐκ ἔστιν ἐν ἡμῖν	1	यूहन्ना **वचन शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिससे उसका अभिप्राय है, परमेश्वर ने उच्चारित शबों में जो कहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने जो कहा है हम उस पर विश्वास नहीं करते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:1	j043			τεκνία μου	1	यहाँ और इस पुस्तक के अनेक अंशों में, यूहन्ना **बच्चों** का लघु रूप काम में लेता जो स्नेह की अभिव्यक्ति है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे प्रिय बच्चों"
2:1	j044		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यहाँ **और** शब्द विषमता दर्शाने के लिए है कि यूहन्ना द्वारा पात्र लेखन की एक आशा है कि वे विश्वासी पा न करें और यदि उनमें से कोई एक पाप करे तो क्या हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु" \n (देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:1	j045		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Πατέρα	1	या परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:1	j046		rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj	δίκαιον	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्द, **धर्मी** को संज्ञा रूप में उपयोग करने के द्वारा एक मनुष्य विशेष का संकेत देता है| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा प्रत्योग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद एक सहार्थी अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो धर्मी है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:2	j047		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτὸς	1	यहाँ यह सर्वनाम शब्द, **वह** यीशु के सन्दर्भ में है- पिछले पद का पूर्वपद| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु"\n(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:2	j048		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὅλου τοῦ κόσμου	1	यूहन्ना अपने पत्र में ** संसार** शब्द का प्रयोग नानाविध अभिप्रायों में करता है| यहाँ इसका लाक्षणिक अभिप्राय है, संसार में रहने वाले लोग| वैकल्पिक अनुवाद: "संसार में हर एक जन"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:2	m14q		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	οὐ περὶ τῶν ἡμετέρων δὲ μόνον, ἀλλὰ καὶ περὶ ὅλου τοῦ κόσμου	1	यूहन्ना इन उपवाक्यों में "पापों" शब्द को छोड़ देता है क्योंकि यह पूर्वोक्त उपवाक्यों में बोधगम्य है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसको समाहित कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और हमारे पापों के कारण ही नहीं, सम्पूर्ण संसार के पापों के निमित भी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
2:3	j049		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι ἐγνώκαμεν αὐτόν, ἐὰν τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηρῶμεν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरे वाक्यांश में पहले वाक्यांश में वर्णन किए गए परिणाम का कारण दिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं तो हमें विश्वास हो जाता है कि उसके साथ हमारा घनिष्ट सम्बन्ध है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:3	ubc9		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι ἐγνώκαμεν αὐτόν, ἐὰν τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηρῶμεν	1	यदि आपकी भाषा में **यदि** के प्रयोग द्वारा किसी सत्य बात के लिए शर्त आधारित अभिकथन का उपयोग नहीं किया जाता है तो आप इसी विचार को "द्वारा" शब्द के प्रयोग द्वारा व्यक्त कर सकते हैं या किसी और विधि द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर को वास्तव में जानते है , इसके विश्वास हेतु एक विधि है जो उसकी आज्ञाओं के पालन करने से है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
2:3	j050		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι	1	यह एक मुहावरा गर्भित अभिव्यक्ति है जिसका उपयोग यूहन्ना अनेक बाय अपने पत्र में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम जान सकते हैं कि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:3	j051		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτόν & αὐτοῦ	1	इस पद में सर्वनाम शब्द, **वह** और **उसका** परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं जिसने आज्ञाएं दी हैं कि मनुष्य उनका पालन करें| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर...परमेश्वर का"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:4	j052		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὁ λέγων, ὅτι ἔγνωκα αὐτὸν, καὶ τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ μὴ τηρῶν, ψεύστης ἐστίν	1	यूहन्ना एक काल्पनिक परिदृश्य का वर्णन कर रहा है कि अपने पाठकों को चुनौती दे| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि कोई कहता है, 'परमेश्वर के साथ मेरा घनिष्ट सम्बन्ध है' परन्तु वह परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करता है तो वह मनुष्य झूठा है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:4	j053		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτὸν & αὐτοῦ	1	इस पद में, सर्वनाम शब्द, **उसको** और **उसका** परमेश्वर के सन्दर्भ में है, जिसने मनुष्यों के पालन हेतु आज्ञाएं दी हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर..परमेश्वर का" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:4	j054		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना **और** शब्द के प्रयोग द्वारा मनुष्य के वचनों और उसके आचरण से प्रकट सत्यता में जो विषमता होती है उसका समावेश कराना चाहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:4	j055		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ψεύστης ἐστίν, καὶ ἐν τούτῳ ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν	1	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभव है कि यूहन्ना बलाघात हेतु इन दोनों का संयुक्त उपयोग करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों वाक्यांशों को एक कर सकते हैं और बलाघात किसी और प्रकार से प्रकट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "निश्चय ही सत्य नहीं कहता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
2:4	j056		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	καὶ ἐν τούτῳ ἡ ἀλήθεια οὐκ ἔστιν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** में निहित विचार का अनुवाद एक विशेषण शब्द के द्वारा कर सकते है जैसे, "सच्चाई|" वैकल्पिक अनुवाद: "और ऐसा मनुष्य जो कहता है वह सच्चाई नहीं है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:5	a3x8		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	δ’	1	इस वाक्य में, पूर्वोक्त वाक्य की नाकारात्मक बात को सकारात्मक रूप में प्रकट करके विषमता उजागर की गई है|आपकी भाषा में इस विषमता को स्वाभाविक रूप में प्रकट करें| वैकल्पिक अनुवाद: "दूसरी और"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:5	j057		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὃς δ’ ἂν τηρῇ αὐτοῦ τὸν λόγον, ἀληθῶς ἐν τούτῳ ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ τετελείωται	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक स्थिति प्रतिपादित करता है जो उसके पाठकों को आश्वस्त करने के लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु मन लो कि कोई अपने वचन का पक्का है तो परमेश्वर का प्रेम उस मनुष्य में वास्तव में सिद्ध हो चुका है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:5	j058		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τηρῇ αὐτοῦ τὸν λόγον	1	यूहन्ना **वचन** शब्द का लाक्षणिक भाषा में प्रयोग करता है जिसका अर्थ है, परमेश्वर के उच्चारित शब्दों द्वारा दी गई आज्ञाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:5	j059		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτοῦ & αὐτῷ	1	इस पद में प्रयुक्त सर्वनाम शब्द, **उसका** और **उसको** परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर्का … परमेश्वर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:5	j060		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἀληθῶς ἐν τούτῳ ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ τετελείωται	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस कर्मवाच्य रूप, **सिद्ध किया जा चुका है** को  कर्तृवाच्य  में अनुवाद कर सकते हैं| काम का करने वाला- मनुष्य या वस्तु, निर्भर करेगा कि आपने **परमेश्वर का प्रेम** को कैसे अनुवाद करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य निःसंदेह परमेश्वर से अचूक प्रेम करता है" या "उस मनुष्य के जीवन में परमेश्वर का प्रेम अपनी उद्देश्य प्राप्ति में पूर्णतः सफल हो चुका है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:5	jdzb		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι ἐν αὐτῷ ἐσμεν	1	**इसी से** इस उक्ति का सन्दर्भ हो सकता है: (1) यूहन्ना पद 6 में कया कहने जा रहा है या (2) यूहन्ना ने अभी-अभी पद 5 में क्या कहा है, या (3) दोनों| यदि आपकी भाषा में अनुमति हो तो आप विकल्प (3) का चुनाव कर सकते हैं क्योंकि दोनों पदों में परमेश्वर के पूर्ण आज्ञा पालन की बात कही गई है, परन्तु अधिकाँश भाषाओं में आवश्यक होगा कि किसी एक को या दूसरे का चुनाव करें| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:6	j061		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν αὐτῷ μένειν	1	यूहन्ना एक बार फिर से लाक्ष्निक्भाषा का प्रयोग करता है, जैसे कि उसके विश्वासी परमेश्वर के भीतर अवस्थित हो सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह परमेश्वर का घनिष्ट मित्र है" या "वह परमेश्वर के साथ जीवन साझा करता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:6	j062		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐν αὐτῷ	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसमें** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर में"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:6	lvw4		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὀφείλει καθὼς ἐκεῖνος περιεπάτησεν, καὶ αὐτὸς περιπατεῖν	1	यूहन्ना विशेष करके यीशु की पार्थिव जीवन शैली का सन्दर्भ दे रहा है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जीवन-आचरण वैसा ही होना आवश्यक है जैसा यीशु का था जब वह इस पृथ्वी पर था"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:6	j063		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐκεῖνος	1	यूहन्ना इस संकेत सूचक सर्वनाम के प्रयोग द्वारा यीशु का सन्दर्भ दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:8	j064		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	πάλιν	1	यूहन्ना **फिर भी** का उपयोग मुहावरे में करता है जिसका भावार्थ है, इसको फिर से देखना परन्तु दूसरे दृष्टिकोण से| वैकल्पिक अनुवाद: "दूसरी और"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:8	j065		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ὅ ἐστιν ἀληθὲς ἐν αὐτῷ καὶ ἐν ὑμῖν, ὅτι ἡ σκοτία παράγεται, καὶ τὸ φῶς τὸ ἀληθινὸν ἤδη φαίνει	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन उपवाक्यों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरा उपवाक्य पहले उपवाक्य में चर्चित परिणाम का कारण उजागर करता है| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना भी सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि अन्धकार जा रहा है और सच्ची ज्योति चमकने लगी है, यह आज्ञा यीशु में और तुम में यथार्थ सिद्ध है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:8	j066		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὅ ἐστιν ἀληθὲς ἐν αὐτῷ καὶ ἐν ὑμῖν	1	क्योंकि यीशु ने प्रेम करने की आज्ञा का लगातार पालन किया है, यूहन्ना संभवतः इस बात पर बल दे रहा है कि विश्वासी भी ऐसा ही कर रहे हैं| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस निहित बलाघात को अपने अनुवाद में उजागर कर सकते हैं| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक ही सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु ने वास्तव में इस आज्ञा का पालन किया था और अब तुम भी इसका वास्तव में पालन कर रहे हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:8	j067		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτῷ	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसमें** यीशु के सन्दर्भ में है| यूहन्ना उसको मनुष्यों से प्रेम करने का सर्वोच्च उदाहरण स्वरुप काम में ले रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:8	j068		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸ φῶς τὸ ἀληθινὸν	1	यूहन्ना परमेश्वर को [5:20](../05/20.md) में **उस सच्चे** कहता है अतः, जब वह कहता है, **सत्य की ज्योति** तो हो सकता है कि वह परमेश्वर की भलाई और पवित्रता का सन्दर्भ दे रहा हो| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की भलाई" या "परमेश्वर की पवित्रता" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:9	j069		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना यहाँ **और** शब्द का उपयोग इसलिए करता है कि वह ऐसे मनुष्य के वचनों और उसके आचरण से प्रकट सच्चाई में विषमता को दर्शाए| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:9	j070		rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	यद्यपि, **भाई** शब्द पुल्लिंग है, यूहन्ना इस शब्द को व्यापक रूप से काम में ले रहा है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक साथी विश्वासी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:9	j071			ἕως ἄρτι	1	वैकल्पिक अनुवाद: "तौभी"
2:10	j072		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὁ ἀγαπῶν τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ, ἐν τῷ φωτὶ μένει	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक परिप्रेक्ष्य का चित्रण करता है किअपने पाठकों को आश्वस्त करे| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि कोई अपने साथी विश्वासी से प्रेम रखता है, तो वह वास्तव में उचित काम करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:10	j073		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: 'प्रत्येक साथी विश्वासी" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/fig
2:10	j074		rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद बहुवचन में कर सकते हैं क्योंकि यूहन्ना सब विश्वासियों से प्रेम रखने का निएदेश दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके भाइयों में से हर एक से"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
2:10	j075		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ φωτὶ μένει	1	यूहन्ना **ज्योति** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका अर्थ है, जो पवित्र, उचित और भला है| वैकल्पिक अनुवाद: "वास्तव में वही करता है जो न्यायोचित है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:10	j076		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν τῷ φωτὶ μένει	1	"रहता है" इस पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस उक्ति द्वारा मान्यता प्राप्त आचरण का वर्णन किया गया प्रतीत होता है क्योंकि वह अपरिवर्तनीय है| वैकल्पिक अनुवाद: "वास्तव में वही कर रहा है जो न्यायोचित है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:10	j077		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	σκάνδαλον ἐν αὐτῷ οὐκ ἔστιν	1	यूहन्ना इस **ठोकर** के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह किसी मनुष्य **में** या उसके भीतर है क्योंकि यह साथी विश्वासी के मन की घृणा का प्रतिनिधित्व करता है जिसका वह [2:9](../02/09.md) में वर्णन करता है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका विस्तृत संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उनके मन में कोई घृणा नहीं है जो उसके लिए पाप करने का कारण हो" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:11	j078		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "एक साथी विश्वासी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:11	j079		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ἐν τῇ σκοτίᾳ ἐστὶν, καὶ ἐν τῇ σκοτίᾳ περιπατεῖ	1	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभवतः यूहन्ना बलाघात हेतु इनका प्रयोग एक साथ करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों को संयोजित कर सकते हैं और बलाघात को किसी और प्रकार प्रकट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पूर्णतः अन्धकार में वास करता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
2:11	j080		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	οὐκ οἶδεν ποῦ ὑπάγει, ὅτι ἡ σκοτία ἐτύφλωσεν τοὺς ὀφθαλμοὺς αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दुसरा वाक्यांश पहले वाक्यांश में चर्चित परिणाम का कारण प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि अन्धकार ने उसकी आँखों को अंधा कर दिया है इसलिए वह नहीं जानता की कहाँ जाता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:11	j081		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὅτι ἡ σκοτία ἐτύφλωσεν τοὺς ὀφθαλμοὺς αὐτοῦ	1	यूहन्ना अंधेपन को लाक्षणिक भाषा में प्रयोग करता है जिससे उसका अभिप्राय है, नैतिकता के बोध का विलोपन| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि उसके बुरे विचार उसको उचित और अनुचित के ज्ञान से विरक्त रखते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:12	y00g			ὅτι	1	यहाँ जिस शब्द का अनुवाद **क्यों** किया गया है उसका अनुवाद "कि" हो सकता है| दूसरे शब्दों में, इस शब्द के बाद आने वाली बात हो सकती है: (1) यूहन्ना के लिखने का कारण या (2) यूहन्ना जिस विषयवस्तु को व्यक्त करना चाहता है| यह उसी वाक्यांश से संप्रयोजित है इसको पद 13 और 14 में अनेक बार काम में लिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "कि"
2:12	j082		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	διὰ τὸ ὄνομα αὐτοῦ	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसके** यीशु के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु के नाम के कारण"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:13	j083		rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations	νεανίσκοι	1	यद्यपि यह शब्द **पुरुष** पुल्लिंग है, यूहन्ना संभवतः इस शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में ले रहा है जिसका भावार्थ स्त्री-पुरुष दोनों है| वैकल्पिक अनुवाद: "दृढ़ विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:13	j084		rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj	τὸν πονηρόν	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्द, **दुष्ट** को संज्ञा रूप में काम में लेता है कि एक प्राणी विशेष को संदर्भित करे| ULT में इसको उजागर करने के लिए **एक** शब्द को जोड़ा गया है| आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद सहार्थी अभिव्यक्ति द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो दुष्ट है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:13	j085		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν πονηρόν	1	यूहन्ना शैतान के **दुष्ट** होने के विचार-साहचर्य से लाक्षणिक भाषा का उपयोग कर रहा है|वैकल्पिक अनुवाद: "वह दुष्ट" या "शैतान" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:14	j086		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	ἔγραψα ὑμῖν, παιδία, ὅτι ἐγνώκατε τὸν Πατέρα	1	यह वाक्य [2:12](../02/12.md) के वाक्य का सहार्थी है| इस पद के अग्रिम दो वाक्यों का अर्थ मूल रूप में [2:13](../02/13.md) के दो वाक्यों का सहार्थी है| यूहन्ना बलाघात एवं काव्य प्रभाव हेतु इस पुनरावृत्ति का उपयोग करता है| अतः इन सब वाक्यों का अनुवाद अलग-अलग करना ही उचित होगा अपेक्षा इसके कि इनको पूर्वोक्त दो पदों के वाक्यों के साथ जोड़ा जाए, चाहे आप इस पुस्तक में अन्यत्र कहीं सहार्थी कथनों को संयोजित करते हों|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
2:14	j087		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	ἔγραψα ὑμῖν, παιδία, ὅτι ἐγνώκατε τὸν Πατέρα	1	कुछ बाईबल अनुवादों में यह वाक्य इस पद, [2:13](../02/13.md) के आरम्भ की अपेक्षा अंत में आता है| बाईबल में पद विभाजन का समावेश इन पुस्तकों के लिखे जाने के शताब्दियों बाद किया गया था जिसका उद्देश्य था कि पाठकों को सन्दर्भ की खोज करने में आसानी हो| अतः इस वाक्य का रखा जान इस पद के आरम्भ में हो या पिछले पद के अंत में हो, इसके अर्थ में कोई महत्वपूर्ण अंतर उत्पन्न नहीं करता है| यदि आपके क्षेत्र में कोई बाईबल संस्करण उपलब्ध है तो उसके अनुसार इस वाक्य की स्थिति का अनुपालन करें| यदि नहीं है तो ULT के आधार पर अनुवाद करें| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
2:14	j088		rc://*/ta/man/translate/figs-verbs	ἔγραψα ὑμῖν	1	**मैं ने तुम्हें इसलिए लिखा है**, इस उक्ति के द्वारा यूहन्ना [2:1213](../02/12.md), की अपेक्षा कुछ भिन्नता में व्यक्त कर रहा है जहां वह लिखता है, "मैं तुम्हें इसलिए लिखता हूँ|" यह अंतर संभवतः बलाघात के लिए है क्योंकि यूहन्ना अतीत का स्मरण करता है कि उसने क्या काहा है और संकेत देता है कि वह फिर से कह रहा है| यदि आपकी भाषा में सामान्य वर्तमान काल और पूर्ण वर्तमान काल में अंतर है तो आपके अनुवाद में यहाँ इस अंतर को उजागर करना उचित होगा| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-verbs]])
2:14	j089		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	παιδία	1	यद्यपि **जवानों** शब्द [2:12](../02/12.md) में कहे गए शब्द, "बालकों से भिन्न है, इनका अर्थ लाक्षणिक भाषा में एक ही है| देखें कि आपने इस सहार्थी शब्द का अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो मेरी अपनी संतान के तुल्य हो" या "नव विश्वासियों" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14	j090			ἐγνώκατε	1	जैसा [2:4](../02/04.md) में है, यूहन्ना **जान गया** का उपयोग एक निश्चित भावार्थ में करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ और \n[2:13](../02/13.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ तुम घनिष्टता में हो"
2:14	j091		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Πατέρα	1	**पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:14	j092		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πατέρες	1	**पितरों** शब्द का संभावित अर्थ लाक्षणिक भाषा में वैसा ही है जैसा [2:13](../02/13.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "परिपक्व विश्वासी" या (2) "कलीसियाई अगुवे"\n(See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14	j093			ἐγνώκατε	2	जैसा [2:4](../02/04.md), [2:13](../02/13.md) में और इस पद में पूर्वकालिक है, यूहन्ना **जान गए** का उपयोग एक निश्चित भावार्थ में करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ तुम घनिष्टता में हो"
2:14	j094		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὸν ἀπ’ ἀρχῆς	1	**आरम्भ से** यूहन्ना इस वाक्यांश को इस पत्र में विभिन्न परिप्रेक्यों में काम में लेता है| यह यीशु या संभवतः पिता परमेश्यवर के सन्दर्भ में है| इस पत्र के आरम्भ में, [2:13}(../02/13.md) में यूहन्ना इन्ही शब्दों से यीशु को संदर्भित करता है और इसी प्रकार यूहन्ना 1:1-2 में भी| वैकल्पिक अनुवाद: "उसको जो सदैव अस्तित्ववान है" या "यीशु, जो सदैव अस्तित्ववान है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:14	j095		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	νεανίσκοι	1	**जवानों** शब्द का भी संभवतः लाक्षणिक अर्थ [2:13](../02/13.md) के सदृश्य यहाँ भी है| वैकल्पिक अनुवाद: "दृढ़ विश्वासी" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14	j096		rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations	νεανίσκοι	1	यद्यपि **पुरुष** शब्द पुल्लिंग है, संभव है कि यूहन्ना इस शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका भावार्थ स्त्री-पुरुष दोनों है| वैकल्पिक अनुवाद: "दृढ़ विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
2:14	j097		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ	1	यूहन्ना **वचन** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिसका सन्दर्भ परमेश्वर के की आज्ञाओं के उच्चारित शब्दों से है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने जो आज्ञाएं दी हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:14	j098		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	νενικήκατε τὸν πονηρόν	1	यूहन्ना इन दृढ़ विश्वासियों द्वारा शैतान के बहकावों का इनकार करने के विषय लाक्षणिक भाषा में कहता है कि जैसे उन्होंने शैतान को युद्ध में पराजित कर दिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम शैतान की इच्छा पूर्ति का इनकार करते हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:14	j099		rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj	τὸν πονηρόν	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्द, **दुष्ट** को संज्ञा रूप में काम में लेता है की किसी प्राणी विओशेष का संकेत दे ULT में इसको उजागर करने के लिए **एक** शब्द को जोड़ा गया है| आपकी भाषा में भी इसी प्रकार विशेषणों का उपयोग होगा| यदि नहीं है तो आप इसका अनुवाद किसी समानार्थक वाक्यांश के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो दुष्ट है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
2:14	j100		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν πονηρόν	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में शैतान के लिए उसके गुण, **दुष्ट** के विचार-साहचर्य से व्याख्या करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह दुष्ट" या "शैतान"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:15	j101		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	μὴ ἀγαπᾶτε τὸν κόσμον, μηδὲ τὰ ἐν τῷ κόσμῳ	1	इस वाक्य के दूसरे वाक्यांश में, यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य्पूर्ति के निमित्त पड़ती है| इन शब्दों को पहले वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "संसार से परें मत रखो और न ही संसार की किसी बात से लगाव रखो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
2:15	j102		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ Πατρὸς	1	**पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर का"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:16	j103		rc://*/ta/man/translate/translate-versebridge	ὅτι	1	इस पद में, यूहन्ना पिछले वाक्य की सत्यता का कारण प्रकट करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस पद और पिछले पद को पद सेतु में संयुक्त करके इस कारण को परिणाम के उस कथन से पूर्व रख सकते हैं| पद सेतु की रचना करने के लिए आप इस पद का आरम्भ **क्योंकि** के स्थान में "इस कारण" का उपयोग कर सक्त्ये हैं और इसका अंत पूर्ण विराम के स्थान में अर्ध विराम से कर सकते हैं, वरन इसको पिछले पद में द्वितीय वाक्य का आरम्भ रच सकते हैं और "यदि कोई संसार से प्रेम रखता है" के आगे रख दें|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-versebridge]])
2:16	j104		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	πᾶν τὸ ἐν τῷ κόσμῳ	1	देखें कि आप०ने ऐसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:15](../02/15.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक बात जो परमेश्वर का मान-सम्मान न करने वाले मनुष्यों के अभक्त सिद्धांत तंत्र का लक्षण है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:16	j105			ἡ ἀλαζονία τοῦ βίου	1	संभवतः यूहन्ना एक यूनानी शब्द का उपयोग करता है, जिसका अनुवाद ULT में **जीवन** किया गया है, एक निश्चित भावार्थ में करता हैजिसका अर्थ है, "संपत्ति" जैसा [3:17](../03/17.md) में है| वैकल्पिक अनुवाद: "अपनी संपत्ति में घमंड करना"
2:16	j106		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τοῦ Πατρός	1	**पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:17	j107		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ κόσμος	1	देखें कि आपने इस शब्द का अनुवाद [2:15](../02/15.md) में कैसे किया है| इस पद में भी इसका अर्थ वही है| वैकल्पिक अनुवाद: 'परमेश्वर का मान-सम्मान न करने वाले मनुष्यों का अभक्त सिद्धांत तंत्र"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:17	j108		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	καὶ ἡ ἐπιθυμία αὐτοῦ	1	यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु पड़ती है| इन शब्दों को पिछले वाक्यांश से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और उसकी लालसा भी विलोप होती जाती है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
2:17	j109		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	ἡ ἐπιθυμία αὐτοῦ	1	यूहन्ना अधिकार सूचक रूप के प्रयोग द्वारा प्रकट करना चाहता है कि **संसार** इस लालसा का स्रोत है और उसके गुण-लक्षणों को आरोपित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सांसारिक कामनाएं" या "मनुष्यों के सांसारिक प्रलोभन" या "सिद्धांतों के इस तंत्र द्वारा मनुष्यों प्रलोभनों की उत्पत्ति"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
2:17	j110		rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun	ἡ ἐπιθυμία αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद बहुवचन में कर सकते हैं क्योंकि यूहन्ना **संसार** से जुड़ी हुई सब प्रकार की **अभिलाषाओं** के सन्दर्भ में कह रहा है जिनकी चर्चा उसने \n[2:16](../02/16.md) में की है| वैकल्पिक अनुवाद: "सांसारिक प्रलोभन" या "इस सिद्धांत तंत्र द्वार मनुष्यों में जगाई गई लालसाएं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
2:17	j111		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένει εἰς τὸν αἰῶνα	1	"बना रहेगा" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस शब्द का सन्दर्भ सतत अस्तित्व से है| वैकल्पिक अनुवाद: "सदा जीवित रहेगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:17	j112		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	εἰς τὸν αἰῶνα	1	यह एक मुहावरा है| अपनी भाषा में सहार्थी मुहावरे का प्रयग करने पर विचार करें| वैकल्पिक अनुवाद: "सदा-सर्वदा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
2:18	t903		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप उपभागों के लिए शीर्षक का उपयोग करते हैं तो आप यहाँ पद 18 से पूर्व एक शीर्षक दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: झूठी शिक्षाएं और सच्ची शिक्षाएं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
2:19	j113		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	οὐκ ἦσαν ἐξ ἡμῶν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि यूहन्ना ऐसा दावा क्यों करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे हमारे समुदाय के सदस्य तो वास्तव में कभी नहीं थे क्योंकि सबसे पहले तो उन्होंने यीशु में सच्चा विश्वास नहीं रखा था" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:19	j114		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-contrary	εἰ γὰρ ἐξ ἡμῶν ἦσαν, μεμενήκεισαν ἂν μεθ’ ἡμῶν	1	यूहन्ना एक ऐसा परिदृश्य रचता है जो वास्तविक नहीं है परन्तु उसके पाठकों की सहायता के लिए है कि वे उसके द्वारा किए गए दावे की सत्यता को वे समझ पाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जानते है कि वे हमारे समुदाय के सच्चे सदस्य नहीं थे क्योंकि उन्होंने सहभागिता को बनाए नहीं रखा"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-contrary]])
2:19	j115		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	ἀλλ’ ἵνα φανερωθῶσιν ὅτι οὐκ εἰσὶν πάντες ἐξ ἡμῶν	1	यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकत अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु पड़ती है| इन शब्दों को पिछले वाक्य से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु उन्होंने हमारी संगती त्याग दी जिससे कि उनके कार्यों से प्रकट हो कि वे सब हमारे समुदाय के सदस्य नहीं हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
2:19	j116		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἵνα φανερωθῶσιν	1	**प्रगट** शब्द पर परिचर्चा हेतु देखें 1 यूहन्ना: प्रस्तावना,भाग 3. यहाँ उन लोगों का अनावरण हो गया कि वे अविश्वासी है क्योंकि उन्होंने समुदाय का परित्याग किया है| यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य का प्रयोग नहीं है तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं और कर्ता को प्रकट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे अलग हो गए कि उनके कामों के प्रकट हो"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:19	j117			οὐκ εἰσὶν πάντες ἐξ ἡμῶν	1	**सब** शब्द का सन्दर्भ उन सब मनुष्यों से है जिन्होंने समुदाय का परित्याग कर दिया है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस कर्ता को नकारात्मक और क्रिया को सकारात्मक बना सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उनमें से एक भी हमारा नहीं है" या "उनमें से एक भी हमारे समुदाय का अंग नहीं है"
2:20	j118		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना **और** शब्द के उपयोग द्वारा समुदाय का परित्याग करने वालों और शेष विश्वासियों, जिनको वह पात्र लिखता है, उनमें विषमता प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तथापि"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
2:20	j119		rc://*/ta/man/translate/translate-unknown	ὑμεῖς χρῖσμα ἔχετε ἀπὸ τοῦ Ἁγίου	1	**अभिषेक** शब्द पुराने नियम में प्रकट अभ्यास के सन्दर्भ में है जब किसी मनुष्य पर तेल उंडेला जाता था कि उसको परमेश्वर की सेवा के निमित्त पृथक किया जाए| यदि आपके पाठक इस अभ्यास से परिचिर नहीं हैं तो आप अपने अनुवाद में इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " उस पवित्र ने तुम पर तेल उंडेला है कि तुम्हे उसकी सेवा निमित्त पृथक करे" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
2:20	j120		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὑμεῖς χρῖσμα ἔχετε ἀπὸ τοῦ Ἁγίου	1	यहाँ यूहन्ना **अभिषेक** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिसका सन्दर्भ पवित्र आत्मा से है| जिस प्रकार राजाओं और याजकों पर तेल उंडेला जाता था कि उनको परमेश्वर की सेवा निमित्त पृथक किया जाए ठीक उसी प्रकार परमेश्वर विश्वासियों को पवित्र आत्मा देता है कि उनको पृथक करके परमेश्वर की सेवा के लिए संपन्न किया जाए| यूहन्ना विशेष करके\n[3:24](../03/24.md) और [4:13](../04/13.md) में कहता है कि परमेश्वर ने विश्वासियों को इसी प्रकार पवित्र आत्मा दिया है|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:20	j121		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	οἴδατε πάντες	1	इस अध्याय पर निर्विशेष टिप्पणियों के अंत में मूल पाठ विषयक समस्याओं पर परिचर्चा देखें की आप निर्णय ले पाएं कि आपको ULT का पाठ अपनाना है और कहना है, **तुम सब जानते हो** या अन्य किसी संस्करण के अनुसार कहना है, "तुम सब बातों को जानते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
2:20	j122		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	οἴδατε πάντες	1	उसके द्वारा अगले पद में जो कहा गया है उसके आधार पर यूहन्ना के कहने का अर्थ यहाँ है कि जिन विश्वासियों को वह लिकता है वे **सब जानते हैं** कि सत्य क्या है|यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम सब सत्य को जानते हो"\n देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:21	j123		rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives	οὐκ ἔγραψα ὑμῖν ὅτι οὐκ οἴδατε τὴν ἀλήθειαν, ἀλλ’ ὅτι οἴδατε αὐτήν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस दोहरे नकारात्मक कथन को सकारात्मक कथन में बदल सकते हैं| क्योंकि यूहन्ना इस कथन को अगले वाक्यांश में सकारात्मक कथन में दोहराता है इस कारण से आप उस वाक्यांश के साथ इसके संयोजन को विषमता के स्थान में अभिकथन में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं ने तुमको लिखा है क्योंकि तुम सत्य को जानते हो, हाँ, निश्चय ही तूम जानते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
2:21	w4fm		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions	οὐκ ἔγραψα ὑμῖν ὅτι οὐκ οἴδατε τὴν ἀλήθειαν, ἀλλ’ ὅτι οἴδατε αὐτήν	1	यदि यह उक्ति, **इसलिए नहीं लिखा** आपकी भाषा में अनुचित या उल्झंकारी प्रतीत हो तो आप नकारात्मकता को अगले उपवाक्य में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " मैं तुमको लिखा है, इसलिए नहीं कि तुम सत्य को नहीं जानते हो परन्तु इसलिए कि तुम सत्य को भली-भाँती जानते हो" या "मैं ने तुमको लिखा है, इसलिए नहीं कि तुमको सत्य का ज्ञान प्रदान करूँ परन्तु मैं ने तुमको इसलिए लिखा है कि तुम तो सत्य को पहले से ही जानते हो" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions]])
2:21	j124		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὴν ἀλήθειαν & ἐκ τῆς ἀληθείας	1	संभव है कि यूहन्ना लाक्षणिक भाषा के प्रयोग द्वारा उस शिक्षा का सन्दर्भ दे रहा है जो विश्वासियों ने यीशु से प्राप्त की है, विचार-साहचर्य से की वह सत्य है| वैकल्पीक अनुवाद: "वह सच्ची शिक्षा जो हमने यीशु से ग्रहण की है...इस सच्चीशिक्षा से" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
2:21	j125		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	καὶ ὅτι πᾶν ψεῦδος ἐκ τῆς ἀληθείας οὐκ ἔστιν	1	यूहन्ना कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति में पड़ती है| इन शब्दों को वाक्य में पूर्वोक्तियों से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और तूम जानते हो कि प्रत्येक झूठ सत्य से नहीं है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
2:21	j126			πᾶν ψεῦδος ἐκ τῆς ἀληθείας οὐκ ἔστιν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसके कर्ता को नकारात्मक करके और क्रिया को सकारात्मक करके प्रस्तुत कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सत्य से कोई भी असत्य नहीं उभरता है"
2:21	nruw			ἐκ τῆς ἀληθείας	1	**सत्य** का दूसरे उल्लेख का सन्दर्भ हो सकता है: (1) पहले उल्लेख से जैसा| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के सच्चे सन्देश सन्देश का अंश" (2) परमेश्वर जो सर्वसत्य का स्रोत है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से जो एकमात्र सच्चा है"
2:22	j128		rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun	οὗτός ἐστιν ὁ ἀντίχριστος	1	यूहन्ना यहाँ उस अंतिम मसीह विरोधी का सन्दर्भ दे रहा है जो संसार के इतिहास के अंत समय में आएगा| यहाँ यूहन्ना के विचारों में कोई मनुष्य विशेष नहीं है| वह सामान्य रूप से उन सब मनुष्यों के सन्दर्भ में कह रहा है जो मसीह का विरोध करते हैं| देखें कि आपने [2:18](../02/18.md) में इसका अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा मनुष्य यीशु का बैरी है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
2:23	j129		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	πᾶς ὁ ἀρνούμενος τὸν Υἱὸν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप पिछले पद में यूहन्ना पूर्वोक्त कथन के प्रकाश में इसका सविस्तार अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पीक अनुवाद: "जो भी यीशु का इनकार करे कि वह परमेश्वर का पुत्र और मसीह है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:23	j130		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Υἱὸν	-1	**पुत्र** शब्द यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:23	j131		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Πατέρα	-1	**पिता** शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिता परमेश्वर...पिता परमेश्वर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:24	j132		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-hypothetical	ἐὰν ἐν ὑμῖν μείνῃ ὃ ἀπ’ ἀρχῆς ἠκούσατε, καὶ ὑμεῖς ἐν τῷ Υἱῷ καὶ ἐν τῷ Πατρὶ μενεῖτε	1	यूहन्ना अपने पाठकों को आश्वस्त करने हेतु एक शर्त आधारित परिदृश्य रचता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने आरम्भ से जो सुना है वह तुम में अवस्थित रहता है, तब तक तुम पुत्र और पिता में स्थिर रहोगे"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-hypothetical]])
2:24	j133		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τῷ Υἱῷ & τῷ Πατρὶ	1	**पुत्र** और **पिता** शब्द यीशु और परमेश्वर के लिए महत्वपूर्ण उपनाम हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का पुत्र यीशु...पिता परमेश्वर"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
2:25	j134		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτὸς	1	इस प्रकरण में **वह** शब्द या तो यीशु के सन्दर्भ में हो सकता है या पिता परमेश्वर के सन्दर्भ में हो सकता है| तथापि, अधिक संभावना है कि इसका सन्दर्भ यीशु से हो सकता है क्योंकि अभी-अभी यूहन्ना ने [2:22-23](../02/22.md) में यीशु के अंगीकार और इनकार की बात कही है और कहा है कि यीशु में विश्वास करने वाले हर एक जन से **अनंत जीवन की प्रतिज्ञा करने वाला यीशु ही है| उदाहरणार्थ देखें, यूहन्ना रचित सुसमाचार [3:36](../jhn/03/36.md) और [6:47](../jhn/06/47.md) .वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:26	d3f5		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	τῶν πλανώντων ὑμᾶς	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट व्यक्त कर सकते है कि ये लोग किस प्रकार विश्वासियों को पथभ्रष्ट कर रहे हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो लोग तुमको यीशु के बारे में भ्रमित कर रहे हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
2:27	j135		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἀπ’ αὐτοῦ & ἐν αὐτῷ	1	जैसा [2:25](../02/25.md) में सर्वनाम "वह" है, वैसे ही **उसमें** और **उसके** शब्द इस पद में संभवतः यीशु के सन्दर्भ में हैं| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन सर्वनाम शब्दों के स्थान में नाम का प्रयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु से ... यीशु में"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:27	j136		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένει ἐν ὑμῖν	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस वाक्य में, ऐसा प्रतीत होता है कि इसका सन्दर्भ विश्वासी के साथ पवित्र आत्मा की अनवरत उपस्थिति से है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे भीतर वास करता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:27	j137		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	καὶ	2	यूहन्ना **और** शब्द के प्रयोग द्वारा इस वाक्य के पूर्वोक्त अंश के परिणाम को प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और इस कारण"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
2:27	j138		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸ αὐτοῦ χρῖσμα	1	देखें कि आपने इस पद में पहले इसका अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका आत्मा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:27	j139			ἀληθές ἐστιν καὶ οὐκ ἔστιν ψεῦδος	1	वैकल्पिक अनुवाद: "सत्य का बखान करता है झूठ नहीं कहता है"
2:27	j140		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐδίδαξεν ὑμᾶς	1	आत्मा का वक्तित्व है इसलिए यदि आप **अभिषेक** शब्द का अनुवाद इस पद में "आत्मा" करें तो आपकी भाषा में अधिक उचित हो सकता  है कि आप इस उपवाक्य में व्यक्तिसूचक सर्वनाम का उपयोग करें| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने तुम्हें सिखाया है" या "आत्मा ने तुमको सिखाया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:27	j141		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένετε ἐν αὐτῷ	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासी परमेश्वर में अवस्थित हो सकते हैं | वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ अटूट घनिष्ट सम्बन्ध में रहते हो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:28	co6g		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों के लिए शीर्षक काम में लेते हैं तो आप यहाँ पद 28 से पहले एक शीर्षक रख सकते हैं| सुझावित शीर्षक: परमेश्वर की संतान"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
2:28	j142		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένετε ἐν αὐτῷ	1	"बने रहते" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना,भाग 3. इस वाक्य में यूहन्ना इस अभिव्यक्ति को उसी प्रकार काम में लेता है जिस प्रकार उसने इसे [2:27](../02/27.md) में काम में लिया है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके साथ सदा घनिष्ट सम्बन्ध में रहते हो" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
2:28	j143		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτῷ & ἐὰν φανερωθῇ & ἀπ’ αὐτοῦ & αὐτοῦ	1	ये सर्वनाम शब्द, **उसकी** , **उसने** , **उसमें** संभवतः इस पद में यीशु के सन्दर्भ में हैं क्योंकि यूहन्ना उसके **आने** की या पुनरागमन की चर्चा करता है| विचार करें कि इन प्रसंगों में से एक या अधिक में "यीशु" नाम का उपयोग आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट या अधिक स्वाभाविक होगा|\n. (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:28	j144		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	σχῶμεν παρρησίαν, καὶ μὴ αἰσχυνθῶμεν ἀπ’ αὐτοῦ	1	इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| संभव है कि यूहन्ना बलाघात हेतु इनको एक साथ काम में ले रहा है| आप इन वाक्यांशों को एक ही प्रभावशाली अभिव्यक्ति में संयोजित कर सकते हैं यदि आपके पाठकों के लिए ऐसा करना स्पष्ट हो| वैकल्पिक अनुवाद: "हम उसके आगमन के विषय पूर्णतः आश्वस्त हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
2:28	j145		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	μὴ αἰσχυνθῶμεν ἀπ’ αὐτοῦ	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम उसकी उपस्थिति में लज्जित नहीं होंगे"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
2:29	j146		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	ἐὰν εἰδῆτε ὅτι δίκαιός ἐστιν	1	यूहन्ना यहाँ शर्त आधारित संभावना का प्रयोग करता है परन्तु वह एक ऎसी बात कहता है जो वास्तव में सच है| यूनानी भाषा में, यह पुश्तिकारण की एक विधि है कि इस कथन का अग्रिम अंश भी सच है| यदि आपकी भाषा में किसी निश्चित या सच बात को शर्त आधारित व्यक्त करना व्यवहारिक नहीं है और आपके पाठक गलत समझ कर सोचें कि यूहन्ना जो कहता है वह कोई निश्चित बात नहीं है तो आप उसके शब्दों को सकारात्मक कथन में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि तुम जानते हो कि परमेश्वर धर्मोचित है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
2:29	j147		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐστιν & αὐτοῦ	1	ये सर्वनाम शब्द, **वह** और **उसके** संभवतः पिता परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं, क्योंकि अगले दो पदों में यूहन्ना कहता है कि विश्वासी "परमेश्वर की संतान" हैं और वह इस पद में उनके लिए कहता है जो **उससे जन्मा है** वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर है...परमेश्वर" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
2:29	j148		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	πᾶς ὁ ποιῶν τὴν δικαιοσύνην	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **धर्मी** में निहित विचार को एक विशेषण, जैसे "उचित" के द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक जन जो उचित काम करता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
2:29	j149		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ ποιῶν τὴν δικαιοσύνην ἐξ αὐτοῦ γεγέννηται	1	क्योंकि विश्वासी यथार्थतः परमेश्वर से जन्में नहीं हैं यूहन्ना का यह लाक्षणिक भावार्थ है| [4:9](../04/09.md) में वह कहता है कि यीशु ही उसका "एकलौता" पुत्र है क्योंकि परमेश्वर उसका वास्तविक पिता है जिस प्रकार कि वह विश्वासियों का वास्तविक पिता नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उन स्साब का आत्मिक पिता है जो न्यायोचित काम करते हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:1	j150			ποταπὴν ἀγάπην δέδωκεν ἡμῖν ὁ Πατὴρ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "पिता ने हमसे कैसा महान प्रेम रखा है"
3:1	j151		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	ὁ Πατὴρ	1	**पिता** परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधी है| वैकल्पिक अनुवाद: "पिटा परमेश्वर"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
3:1	j362		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τέκνα Θεοῦ	1	यहाँ यूहन्ना वैसा ही रूपक काम में लेता है जैसा उसने [2:29](../02/29.md) में काम में लिया है परन्तु लेशमात्र भिन्न रूप में| देखें कि आपने वहाँ लाक्षणिक अर्थ का संकेत दिया है| यदि आपने **बालकों** शब्द का अनुवाद शब्द्श: किया है तो ऐसे शब्द का चुनाव करें जो किसी भी आयु के मनुष्य का सम्बन्ध उसके पिटा से प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की आत्मिक संतान" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:1	j152		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	καὶ ἐσμέν	1	इस अध्याय की निर्विशेष टिप्पणियों के अंत में मूल पाठ विषयक समस्याओं पर परिचर्चा देखें की निर्णय ले सकें कि ULT के अनुसार इन शब्दों को समाहित करें या अन्य संस्करणों के अनुसार इन शब्दों को समाहित न करें| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
3:1	j155			οὐ γινώσκει ἡμᾶς & οὐκ ἔγνω αὐτόν	1	यूहन्ना **जनता** शब्द का उपयोग दो भिन्न भावों में करता है| 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3 में इस शब्द, "जनता" पर परिचर्चा देखें| यदि आपकी भाषा में इन भिन्न भावों के लिए भिन्न शब्द हैं तो उनको अपने अनुवाद में काम में लेना उचित होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें नहीं जानता कि हम कौन हैं...वह उसके साथ भी परिचित नहीं हुआ था"
3:1	j156		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	οὐ γινώσκει ἡμᾶς	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते है कि **संसार हमें नहीं जानता** का अर्थ यीशु के विश्वासियों के सन्दर्भ में क्या है| वैकल्पिक अनुवाद: "नहीं पहचानता कि हम परमेश्वर की संतान हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:1	j157		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτόν	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसको** परमेश्वर के सन्दर्भ में हैपूर्वोक्त वाक्य का पूर्व पद| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:2	j158		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	τέκνα Θεοῦ	1	देखें कि आपने [3:1](../03/01.md) में इस अभिव्यक्ति के लाक्षणिक अर्थ का संकेतं देने का निर्णय लिया था| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर की आत्मिक संतान" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:2	j159		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना **और** शब्द के उपयोग द्वारा विषमता प्रकट करना चाहता है जो **अब** विश्वासियों के विषय जानकारी में और उनके विषय जो **अब तक** प्रकट नहीं हुआ है के मध्य है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
3:2	j160		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐὰν φανερωθῇ	1	"प्रगट" पर परिचर्चा देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यहाँ इस शब्द का अर्थ वही प्रतीत होता है जो [2:28](../02/28.md) में इस शब्द का है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब यीशु लौट कर आएगा" या "जब परमेश्वर यीशु को प्रगट करेगा"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
3:2	j161		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐὰν φανερωθῇ & αὐτῷ & αὐτὸν & ἐστιν	1	ये सर्वनाम शब्द, **वह** और **उसको** संभवतः इस पद में यीशु के सन्दर्भ में हैं क्योंकि यूहन्ना कहता है, **जब वह प्रगट होगा** या लौट कर आएगा| विचार करके देखें कि आपकी भाषा में एक या अधिक स्थानों में यीशु का नाम काम में लेना अधिक स्पष्ट या अधिक स्वाभाविक होगा|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:2	j162		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ὅμοιοι αὐτῷ ἐσόμεθα, ὅτι ὀψόμεθα αὐτὸν καθώς ἐστιν	1	यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरा वाक्यांश पहले वाक्यांश में व्यक्त परिणामों का कारण प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम उसको वैसा ही देखेंगे जैसा वह है, इस कारण हम हम उसी के रूप में होंगे"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:3	j163		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτῷ & ἐκεῖνος	1	इन सर्वनाम शब्दों का सन्दर्भ यीशु से है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु...यीशु"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:4	j164		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	πᾶς ὁ ποιῶν τὴν ἁμαρτίαν, καὶ τὴν ἀνομίαν ποιεῖ, καὶ ἡ ἁμαρτία ἐστὶν ἡ ἀνομία	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **व्यवस्था का विरोधी**में निहित विचार को किसी समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक जन जो पाप करता है वह परमेश्वर की व्यवस्था का उल्लंघन करता है| निःसंदेह,पाप परमेश्वर की व्यवस्था का उल्लंघन करना है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:4	j165			πᾶς ὁ ποιῶν τὴν ἁμαρτίαν, καὶ τὴν ἀνομίαν ποιεῖ, καὶ ἡ ἁμαρτία ἐστὶν ἡ ἀνομία	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते है कि यूहन्ना ऎसी चेतावनी क्यों देता है| "पाप" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. सुझावित पाद टिप्पणी: "झूठे शिक्षक सिखा रहे थे कि मनुष्यों द्वारा अपने शरीर में किए गाए कामों से कोई अंतर नहीं पड़ता है| इस प्रकार वे लोगों को पाप करने के लिए बह्का रही थे"
3:5	j166		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐκεῖνος & ἄρῃ & αὐτῷ	1	ये सर्वनाम शब्द, **वह** , **उसके** और **उसमें** इस पद में यीशु के सन्दर्भ में हैं| विचार करके देखें कि इनमें से एक या एक से अधिक स्थानों में यीशु नाम का उपयोग करना आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट या अधिक स्वाभविक होगा|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:5	j167		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἁμαρτία ἐν αὐτῷ οὐκ ἔστιν	1	यूहन्ना **पाप** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है जैसे कि वह कोई वस्तु है जो यीशु के भीतर है यद्यपि वह बलपूर्वक कहता है कि यीशु में **पाप** नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु ने कभी पाप नहीं किया"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6	j168		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ ἐν αὐτῷ μένων	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासी यीशु के भीतर अवस्थित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: 'हर एक जन जिसका यीशु के साथ घनिष्ट सम्बन्ध है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:6	j169		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτῷ & αὐτὸν & αὐτόν	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसके** इस पद में यीशु के सन्दर्भ में है| विचार करके देखें कि यीशु नाम का उपयोग आपकी भाषा में एक या एक से अधिक स्थानों में, अधिक स्पष्ट या अधिक स्वाभाविक होगा|\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:6	j170		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	οὐχ ἁμαρτάνει	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप यूहन्ना द्वारा इस पत्र में प्रकट स्थिति के प्रकाश में आप इसके निहितार्थ को उजागर कर सकते हैं| "पाप" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस पत्र में अन्यत्र कहीं यूहन्ना स्वीकार करता है कि सच्चे विश्वासी भी पाप कर सकते हैं परन्तु वे लगातार पाप नहीं करते रहते हैं या स्वेच्छा से पाप नहीं करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "स्वेच्छा से और जानबूझ कर पाप नहीं करता है" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:6	j172		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	οὐχ ἑώρακεν αὐτὸν	1	यूहन्ना मनुष्यों द्वारा यीशु को साक्षात देखेने के सन्दर्भ में नहीं कह रहा है अपितु वह दृष्टि का लाक्षणिक प्रयोग करता है जिससे उसका अभिप्राय है, अनुभूति एवं अभिज्ञान| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु का अभिज्ञान नहीं है कि वह है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:7	j173		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	δίκαιός ἐστιν, καθὼς ἐκεῖνος δίκαιός ἐστιν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि इस प्रकरण में **धर्मी** शब्द का अर्थ क्या है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर को ग्राहणयोग्य है, ठीक वैसे ही जैसे यीशु परमेश्वर को ग्राहणयोग्य है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:7	j174		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐκεῖνος	1	यह संकेतवाचक सर्वनाम, **वह** यीशु के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:8	j175		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἵνα λύσῃ τὰ ἔργα τοῦ διαβόλου	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट वर्णन कर सकते हैं कि यूहन्ना कौन से **काम** के विषय चर्चा करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि वह मनुष्यों को लगातार पाप करने से मुक्ति दिला पाए क्योंकि शैतान ने उनको ऐसा करने के लिए उत्प्रेरित किया हुआ है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:9	j176		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ γεγεννημένος ἐκ τοῦ Θεοῦ & ὅτι ἐκ τοῦ Θεοῦ γεγέννηται	1	देखें कि आपने [2:29](../02/29.md) में इस रूपक की व्याख्या करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक जन जिसका आत्मिक पिता परमेश्वर है...क्योंकि परमेश्वर उसका आत्मिक पिता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:9	j177		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	σπέρμα αὐτοῦ ἐν αὐτῷ μένει	1	इस वाक्यांश में **उसका** **परमेश्वर** के सन्दर्भ में है और **उसमें** उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो **परमेश्वर से जन्मा है** वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसे मनुष्य में परमेश्वर का बीज सदा उपस्थित रहता है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:9	j178		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	σπέρμα αὐτοῦ ἐν αὐτῷ μένει	1	"बना रहता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. जैसा [2:27](../02/27.md) में है वैसा ही इस प्रसंग में है, इसका सन्दर्भ अनवरत उपस्थिति में प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसे मनुष्य में परमेश्वर का बीज सदा उपस्थित रहता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:10	j179		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὰ τέκνα τοῦ Θεοῦ, καὶ τὰ τέκνα τοῦ διαβόλου	1	इन दोनों प्रसंगों में यूहन्ना **संतान** शब्दों का उपयोग मुहावरे के रूप में करता है| उसके द्वारा इस शब्द का उपयोग इब्रानी मुहावरे के तुल्य है जिसमें "संतान" जन्मदाता के गुण लक्षणों को साझा करती है| वैकल्पिक अनुवाद : "जो मनुष्य परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में नया जीवन जीते हैं और जो मनुष्य अब भी अपनी पुरानी जीवन शैली में जीवन निर्वाह करते हैं जो शैतान के प्रभाव में है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:10	j180		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ὁ μὴ ποιῶν δικαιοσύνην	1	देखें किआपने ऎसी ही एक अभिव्यक्ति का अनुवाद\n[2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो न्यायोचित काम नहीं करते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:10	j181		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	οὐκ ἔστιν ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	यह अभिव्यक्ति, **परमेश्वर से** एक मुहावरा है| यूहन्ना इस पत्र में इसका नानाविध उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से नहीं हैं" या "परमेश्वर के साथ सम्बन्ध में नहीं रहता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:10	j182		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	καὶ ὁ μὴ ἀγαπῶν τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	यूहन्ना यहाँ कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हतु आवश्यक होती है| ये शब्द इस वाक्य के आरम्भ से लिए जा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता है वह परमेश्वर से नहीं है" या आप यदि पिछले उपवाक्य के दोहरे नाकारात्मक को सकारात्मक अनुवाद करते हैं, "और जो अपने साथी विश्वासी से घृणा करता है वह परमेश्वर से विलग है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:11	qd6j		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों के लिए शीर्षकों का प्रयोग करते हैं तो आप यहाँ पद 11 से पूर्व एक शीर्षक दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "प्रेम क्या है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
3:11	j183		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἀπ’ ἀρχῆς	1	यूहन्ना अपनी पत्री में इस अभिव्यक्ति, **आरम्भ से** का उपयोग विविध रूपों में करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ उस समय से है जब उसके पात्र प्राप्तिकर्ताओं ने सर्वप्रथम यीशु के बारे में सूना था या यीशु में विश्वास किया था| देखें कि आपने इस वाक्यांश का अनुवाद\n[2:7](../02/07.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने पहले-पहले जब यीशु के बारे में सुना था"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:12	j184		rc://*/ta/man/translate/translate-names	Κάϊν	1	**कैन** एक पुरुष का नाम है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
3:12	j185			ἐκ τοῦ πονηροῦ ἦν	1	यह [3:8](../03/08.md) के वाक्यांश, "शैतान की और से" के सदृश्य है| देखें कि आपने इस वाक्यांश का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो उस दुष्ट के हैं" या "जो उस दुष्ट के हैं" या "जो उस दुष्ट के प्रभावाधीन है"
3:12	j186		rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj	τοῦ πονηροῦ	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्, **दुष्ट** को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है की किसी प्राणी विशेष को संदर्भित करे| ULT में **एक** शब्द जोड़ कर इसको प्रकट किया गया है| आपकी भाषा में विशाषणों का ऐसा उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो दुष्ट है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:12	j187		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τοῦ πονηροῦ	1	यूहन्ना शैतान के लिए लाक्षणिक भाषा में उसके **दुष्ट** होने के विचार-साहचर्य द्वारा वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:13	j188		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	μὴ θαυμάζετε	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस वाक्य और पूर्व के वाक्य में सम्बन्ध को संयोजक शब्द, "अतः" या "इस कारण" के उपयोग द्वारा प्रकट कर सकते हैं| कैन के उदाहरण द्वारा यूहन्ना यह सिद्ध करना चाहता है कि दुष्ट जन स्वभाव से ही धर्मी जन से घृणा करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः आश्चर्य मत करो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:14	j189		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ἡμεῖς οἴδαμεν ὅτι μεταβεβήκαμεν ἐκ τοῦ θανάτου εἰς τὴν ζωήν, ὅτι ἀγαπῶμεν τοὺς ἀδελφούς	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दूसरा वाक्यांश पहले वाक्यांश में प्रकट परिणाम का कारण उजागर करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि हम भाइयों से प्रेम करते हैं, इसलिए हम जानते है कि हम मृतु से जीवन में लाए गए हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
3:14	gc6e			ἡμεῖς οἴδαμεν ὅτι μεταβεβήκαμεν ἐκ τοῦ θανάτου εἰς τὴν ζωήν, ὅτι ἀγαπῶμεν τοὺς ἀδελφούς	1	यह सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद यह सुझाव न दे की भाइयों से प्रेम रखना मनुष्यों को मृतु से जीवन में ले आता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जिस प्रकार जानते है कि हम मृत्यु से जीवन में पुनर्वास कर चुके हैं तो इसका कारण है कि हम भाइयों से प्रेम करते हैं"
3:14	j190		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τοὺς ἀδελφούς	1	देखें कि आपने इसका अनुव्वाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अन्य विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:14	j191		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	ὁ μὴ ἀγαπῶν	1	यूहन्ना विशेष रूप में नहीं कहता है कि ऐसा मनुष्य किससे **प्रेम नहीं करता है** प्रकरण के अनुसार तो ऐसा प्रतीत होता है कि उसके कहने का अर्थ है, अन्य विश्वासी| परन्तु यह भी संभव है कि यूहन्ना के कहने का अर्थ है, सर्वनिष्ठरूपेण मनुष्य| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो अपने साथी विश्वासियों से प्रेम नहीं रखता है" या "वह जो मनुष्यों से प्रेम नहीं रखता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:15	j192		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वासी साथी"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:15	j193			πᾶς ἀνθρωποκτόνος οὐκ ἔχει ζωὴν αἰώνιον	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप कर्ता को नकारात्मक और क्रिया को सकारात्मक बना सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हत्यारे को अनंत जीवन प्राप्त नहीं है|
3:15	j194		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ζωὴν αἰώνιον	1	यूहन्ना **अनंत जीवन** जैसी उक्ति के द्वारा वर्तमान वास्तविकता की चर्चा करता है| उसके कहने का अर्थ यह नहीं कि मरणोपरांत परमेश्वर की उपस्थिति में रहना, जो इस अभिव्यक्ति द्वारा वर्णित एक बात समझी जा सकती है| उसके कहने का तात्पर्य है, विश्वासियों के लिए परमेश्वर प्रदत्त पुनर्जीवन का सामर्थ्य जो उनकी सहायता करता है कि वे पाप न करें वरन परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले काम करें| स्पष्टतः **हत्यारे** में यह सामर्थ्य क्रियाशील नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह सामर्थ्य जो परमेश्वर हमें देता है कि हमें नए मनुष्य होने में सहायता मिले" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:16	j195		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ ἐγνώκαμεν τὴν ἀγάπην	1	**इसी से हम जानेंगे** यह उस मुहावरे की अभिव्यक्ति के जैसा अर्थ रखता, "इसी से जाना कि" जिसका यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार उपयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम समजने योग्य हो गए हैं कि प्रेम क्या है"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:16	j196		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐκεῖνος	1	यह संकेतसूचक सर्वनाम, **वह** यीशु के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु**\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:16	j197		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καὶ ἡμεῖς ὀφείλομεν ὑπὲρ τῶν ἀδελφῶν, τὰς ψυχὰς θεῖναι	1	यूहन्ना के कहने का तात्पर्य यह नहीं है कि हम अपने साथी विश्वासी के लिए वास्तव में प्राण त्यागने के उपायों की खोज करें, अपितु यह कि हम इसके लिए तैयार रहें| तथापि, यदि आवश्यक हो तो उसके द्वारा प्रयुक्त अभिव्यक्ति के अनुसार, **प्राण देना चाहिए** इसका लाक्षणिक भाषा में अर्थ है, हमें ऐसे उपायों की खोज में रहना चाहिए कि आत्मत्याग के साथ अपने साथी विश्वासियों से प्रेम रखें, जैसा वह अगले पद में उदाहरण देता है| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:16	j198		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τῶν ἀδελφῶν	1	देखेनकी आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:17	j199		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὃς & ἂν ἔχῃ τὸν βίον τοῦ κόσμου	1	यूहन्ना इस अभिव्यक्ति के द्वारा एक काल्पनिक परिदृश्य रचता है जिसकी चर्चा वह इस सम्पूर्ण पद में करता है| वह किसी व्यक्ति विशेष के बारे में नहीं कह रहा है| यदि आपकी भाषा में इसका अनुवाद काल्पनिक परिदृश्य में करना अधिक स्पष्ट हो तो आप UST के अनुसार कर सकते हैं| \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
3:17	j200		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "एक साथी विश्वासी"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:17	j201		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πῶς ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ μένει ἐν αὐτῷ	1	इस उक्ति, "बना रह सकता" पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. जैस [2:14](../02/14.md) में है, यहाँ यह शब्द ऐसे व्यवहार का वर्णन करता है जो सच्चा माना जाता है क्योंकि वह अपरिवर्तनीय है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा मनुष्य परमेश्वर के प्रेम से मनुष्यों से प्रेम नहीं करता है!" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:17	j202		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	πῶς ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ μένει ἐν αὐτῷ	1	जैसा [2:5](../02/05.md) में है, इस वाक्यांश, **परमेश्वर का प्रेम** का अर्थ हो सकता है: (1) परमेश्वर से प्रेम करने वाले लोग| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या यह संभव है कि उसने वास्तव में परमेश्वर के प्रेम को ग्रहण किया है" (2) परमेश्वर से प्रेम करने वाला मनुष्य| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या यह वास्तव में संभव है कि वह परमेश्वर से सच्चा प्रेम करता है" हमारा सुझाव है कि यदि आपको चुनाव करना है तो विकल्प (1) का चुनाव करें| परन्तु संभावना यह है कि यूहन्ना दोनों अर्थों का अभिप्राय रखता है, अतः यदि आप अपने अनुवाद में संभावनाओं को अबाधित रहने दें तो यह अति उत्तम होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "क्या वह वास्तव में मनुष्यों से वैसे ही प्रेम रखता है जैसे परमेश्वर उससे प्रेम रखता है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
3:18	j203		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	μὴ ἀγαπῶμεν λόγῳ, μηδὲ τῇ γλώσσῃ	1	यूहन्ना **वचन** और **जीभ** शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका सन्दर्भ मनुष्य की बातों से है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम केवल शब्दों द्वारा ही प्रेम न करें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:18	b4mm		rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole	μὴ ἀγαπῶμεν λόγῳ, μηδὲ τῇ γλώσσῃ	1	यूहन्ना यह नहीं कह रहा है कि हमें शब्दों में प्रेम की अभिव्यक्ति नहीं करना चाहिए| वह अतिशयोक्ति के द्वारा शब्दों और कार्यों में विषमता दर्शाता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप "केवल" या "मात्र" जैसे शब्दों को समाहित कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अपने शब्दों से ही प्रेम न करें"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
3:18	j204		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	ἀλλὰ ἐν ἔργῳ καὶ ἀληθείᾳ	1	यूहन्ना यहाँ कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति में होती है| इस शब्दों को वाक्य के आरम्भ में से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु हम कमून और सत्य में प्रेम करें"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:18	j205		rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys	ἐν ἔργῳ καὶ ἀληθείᾳ	1	यूहन्ना दो शब्दों को **और** शब्द से संयोजित करके एक ही विचार को व्यक्त करता है| **सत्य** शब्द **काम** के द्वारा प्रेम करने के गुण का संकेत देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सच में कामों से" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
3:19	d70n		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों को शीर्षक दे रहे हैं तो आप यहाँ पद 19 के पहले दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "जब तुम प्रार्थना कोर तो विश्वास रखो"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
3:19	j206		rc://*/ta/man/translate/translate-versebridge	ἐν τούτῳ γνωσόμεθα & καὶ & πείσομεν τὰς καρδίας ἡμῶν	1	इस पद में यूहन्ना परिणाम का उल्लेख करता है|वह अगले पद में प्रकट परिणाम का कारण देता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप पद सेतु रच कर परिणाम से पहले कारण दर्शा सकते हैं| आप अपने अनुवाद में \n[3:20](../03/20.md) को पहले रख सकते हैं और एक नया वाक्य बना सकते हैं जिसमें दोनों शब्दों, "क्योंकि" को अनुपयोगी कर सकते हैं इस पद को आप अगला पद बना सकते हैं जिसका अनुवाद आप अधोलिखित सुझाव के अनुसार कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम जान सकते है...और कैसे हम अपने मन को समझा सकते हैं" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-versebridge]])
3:19	k2rv			ἐν τούτῳ	1	**इसी से** का सन्दर्भ हो सकता है: (1) पद 18 में यूहन्ना के शब्दों से| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम ऐसा करें" (2) पद 20 में यूहन्ना जो कहने जा रहा है उससे हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तुमको बताता हूँ कैसे"
3:19	j207		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ γνωσόμεθα	1	यह एक मुहावरा गर्भित अभिव्यक्ति है जिसका प्रयोग यूहन्ना अनेक बार इस पत्र में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम जान सकते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:19	j208		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	γνωσόμεθα, ὅτι ἐκ τῆς ἀληθείας ἐσμέν, καὶ & πείσομεν τὰς καρδίας ἡμῶν	1	**हम जानेंगे** और **अपने मन को ढाढ़स दें सकेंगे** इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं संभव है कि यूहन्ना बलाघात हेतु इन दोनों का एक साथ प्रयोग करता है| यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो सके तो आप इन दोनों को संयोजित करके एक प्रभावशाली अभिव्यक्ति बना सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें पूर्ण आश्वासन हो जाएगा कि हम सत्य के हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
3:19	j209		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἐκ τῆς ἀληθείας ἐσμέν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **सत्य** में निहित विचार को "सच्चे" जसे विशेषण द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम उस एकमात्र से हैं जो सच्चा है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:19	j210		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐκ τῆς ἀληθείας ἐσμέν	1	देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [3:10](../03/10.md) में कैसे किया है जो सहार्थी है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के हैं" या "हम परमेश्वर के साथ सम्बन्ध में रहते हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:19	j211		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἔμπροσθεν αὐτοῦ	1	यह सर्वनाम शब्द, **उसके** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के समक्ष"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:19	j212		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἔμπροσθεν αὐτοῦ	1	**सामने** अर्थात किसी "के समक्ष" या "की उपस्थिति में|" इसका संभावित सन्दर्भ है, जब हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं या जब हमें यह बोध होता है कि वह हमारे हर एक कामको देखता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:20	j213		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὅτι ἐὰν καταγινώσκῃ ἡμῶν ἡ καρδία, ὅτι μείζων ἐστὶν ὁ Θεὸς τῆς καρδίας ἡμῶν, καὶ γινώσκει πάντα	1	यूहन्ना अपने पाठकों को आश्वस्त करने के लिए एक काल्पनिक परिस्थिति पर परिचर्चा करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हमारा मन हमें दोषी ठहराता है| इस कारण हमें स्मरण रखना है कि परमेश्वर हमारे मन से अधिक महान है और सब कुछ जानता है|\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
3:20	j214		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἐὰν καταγινώσκῃ ἡμῶν ἡ καρδία	1	यहाँ का विषय [3:19](../03/19.md) से ही चल रहा है कि हम कैसे जानेंगे कि "हम सत्य के हैं" अतः यह संभवतः इस विषय में आश्वासन की आवश्यकता के सन्दर्भ में है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हमें कभी ऎसी अनुभूति हो कि हम परमेश्वर के नहीं हैं"\n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:20	j215		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	ἡμῶν ἡ καρδία & τῆς καρδίας ἡμῶν	1	यदि आपकी भाषा में अनेक जनों के सन्दर्भ में एक **मन** शब्द का उपयोग असामान्य है और आप निर्णय लेते है कि **मन** शब्द को अपने अनुवाद में रूपक स्वरुप रखें तो इसके बहुवचन को काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे मन...हमारे मन"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
3:20	j216		rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism	μείζων ἐστὶν ὁ Θεὸς τῆς καρδίας ἡμῶν, καὶ γινώσκει πάντα	1	क्योंकि यूहन्ना **मन** शब्द को लाक्षणिक भाषा में विचारों और भावनाओं के लिए काम में लेता है, इसलिए यह कथन, **परमेश्वर हमारे मन से बड़ा है** का अर्थ संभवतः है कि परमेश्वर हमारे विषय हमारी समझ से अधिक जानता और समझता है और कि परमेश्वर की करूणा हमारे लिए हम से अधिक है| इस परिप्रेक्ष्य में, यह वाक्यांश, **हमारे मन से बड़ा है** और **सब कुछ जानता है** , इन दोनों के अर्थ एक ही होंगे| यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों को एक प्रभावशाली अभिव्यक्ति में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर निश्चय ही हम से अधिक जानता है की हम उसके हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
3:21	j217		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐὰν ἡ καρδία μὴ καταγινώσκῃ, παρρησίαν ἔχομεν πρὸς τὸν Θεόν,	1	यूहन्ना एक और काल्पनिक परिस्थिति के प्रयोग द्वारा अपने पाठकों को आश्वस्त करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि हमारे मन हमें दोषी नहीं ठहराते हैं तो हमें परमेश्वर के समक्ष साहस बंधता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
3:21	j218		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἐὰν ἡ καρδία μὴ καταγινώσκῃ	1	देखें कि आपने एक ऐसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [3:20](../03/20.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हमें अनुभूति न हो कि हम परमेश्वर के हैं" या निश्चयात्मकता में, "यदि हमें पूर्ण विश्वास है कि हम परमेश्वर के हैं"  \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:21	j219		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	ἡ καρδία	1	यदि आपने पिछले पद में निर्णय लिया है कि **मन** शब्द को रूपक के ही सामान रखें और अनुवाद में उसका बहुवचन काम में लिया है तो आप यहाँ भी इसको बहुवचन में काम में ले सकते हैं| आप वही अधिकार सूचक सर्वनाम को काम में ले सकते है जिसको पिछले पद में का में लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे मन" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
3:21	j220		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	παρρησίαν ἔχομεν πρὸς τὸν Θεόν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप अगले पद में यूहन्ना के वक्तव्य के प्रकाश में स्पष्ट कर सकते हैं कि **हियाव** किस प्रसंग में है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर से प्रार्थना करते समय विश्वास कर सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:21	j221		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	παρρησίαν ἔχομεν πρὸς τὸν Θεόν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **हियाव** में निहित विचार का अनुवाद क्रिया विशेषण, "निश्चय" के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम निश्चय के साथ परमेश्वर से प्रार्थना कर सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
3:22	j222		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὅτι τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηροῦμεν, καὶ τὰ ἀρεστὰ ἐνώπιον αὐτοῦ ποιοῦμεν	1	यूहन्ना के कहने का अर्थ यह नहीं है की हम परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करके और उसको प्रसन्न करने वाले काम करके **जो कुछ हम मांगते हैं** वह **हमें मिलता है** हमारा आज्ञा पालन परमेश्वर को विवश नहीं करता है कि वह हमें वह सब दे जिसका निवेदन हम उससे करते हैं| हमारा आज्ञापालन परमेश्वर का अधिकार है जिसकी वह हमसे अपेक्षा करता है| यह शब्द, **क्योंकि** इस वाक्य के आरम्भ से, पिछले पद से, "हमें परमेश्वर क्व सामने हियाव होता है," से प्रासंगिक है अर्थात, हम परमेश्वर से निःसंकोच मांग सकते हैं| आज्ञा पालन और परमेश्वर के मनभावन कामों को करने से हमें विश्वास हो जाता है कि उसकी इच्छा के अनुसार मांग लें| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप एक नया वाक्य आरम्भ करके इसका सुस्पष्ट वर्णन करके संकेत दे सकते हैं जो इस पूर्वोक्त कथनन से संदर्भित हो और वर्णन कर सकते हैं कि इस पद में यूहन्ना का कथन कैसे प्रासंगिक है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम इस प्रकार निश्चय के साथ प्रार्थना कर सकते हैं क्योंकि हम परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करते हैं और उसके मनभावन काम करते हैं और इससे हमें विश्वास हो जाता है की हम निश्चय ही उसके हैं"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
3:22	j223		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηροῦμεν	1	जैसा [2:3](../02/03.md) में है, यह उक्ति, **मानते हैं** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "आज्ञा पालन|" वैकल्पिक अनुवाद: " हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:22	j224		rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj	τὰ ἀρεστὰ ἐνώπιον αὐτοῦ	1	यूहन्ना इस विशेषण शब्, **भाता** को संज्ञा रूप में काम में लेता है| ULT में इसके साथ **बातों** को जोड़ा गया है कि स्पष्ट हो सके| (यह शब्द बहुवचन में है) आपकी भाषा में विशेषणों का ऐसा ही उपयोग होगा| यदि नहीं तो आप इसका अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसकी मनभावन बातें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
3:23	j225		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τῷ ὀνόματι τοῦ Υἱοῦ αὐτοῦ, Ἰησοῦ Χριστοῦ	1	जैसा [2:12](../02/12.md) में है यूहन्ना, यीशु के लिए **नाम** शब्द का लाक्षणिक भाषा में प्रयोग करता है की यीशु के व्यक्तित्व और कामों को प्रकट करे| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके पुत्र, मसीह यीशु में और उसने हमारे लिए क्या किया उसमें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
3:23	sip4		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἔδωκεν	1	इस सर्वनाम शब्द, **वह** का सन्दर्भ हो सकता है: (1) यीशु से या (2) परमेश्वर से| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:2	j238			ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐστιν	1	देखें कि आपने इस अभिव्यक्तिमका अनुवाद [4:1](../04/01.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से प्रेरित है" या आपकी भाषा में यदि कर्मवाच्य का प्रयोग नहीं होता है तो होगा, परमेश्वर प्रेरणा स्रोत है" उस वाक्यांश को **प्रत्येक आत्मा** या "प्रत्येक भविष्यद्वक्ता" के पहले रखें|
3:24	j226		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ὁ τηρῶν τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ, ἐν αὐτῷ μένει	1	ये सर्वनाम शब्द, **उसकी** और **वह** परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता है परमेश्वर में अवस्थित रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
3:24	j227		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ὁ τηρῶν τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ	1	यह शब्द, **मानता है** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "आज्ञापालन" वैकल्पिक अनुवाद: "वह मनुष्य जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:24	j228		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐν αὐτῷ μένει	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे विश्वासी परमेश्वर के भीतर हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ सदा घनिष्ट सम्बन्ध में रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:24	j229		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	καὶ αὐτὸς ἐν αὐτῷ	1	यूहन्ना यहाँ कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होती है| इन शब्दों को वाक्य के आरम्भ से लिया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और परमेश्वर उसमें अवस्थित रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
3:24	j230		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	καὶ αὐτὸς ἐν αὐτῷ	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है की जैसे परमेश्वर विश्वासियों के भीतर रहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और परमेश्वर उस मनुष्य के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
3:24	fz4g		rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations	καὶ αὐτὸς ἐν αὐτῷ	1	यद्यपि **यूहन्ना द्वारा प्रयुक्त शब्द **उन में** पुल्लिंग है, उसका भावार्थ सर्वनिष्ठ है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और परमेश्वर उस मनुष्य के साथ सदैव घनिष्ठ सम्बन्ध में रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
3:24	j231		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι	1	यह एक मुहावरा गर्भित अभिव्यक्ति है जिसका उपयोग यूहन्ना अनेक बार इस पत्र में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम उसको जानते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
3:24	j232		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	μένει ἐν ἡμῖν	1	**बना रहता** पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. इस प्रसंग में, इसका आर्ट वही है जो इस पद में पहले है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हमारे साथ घनिष्ट सम्बन्ध बनाए रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:1	a7h4		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों के लिए शीर्षकों को काम में लेते हैं तो यहाँ पद 1 से पूर्व एक शीर्षक दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "परमेश्वर के आत्मा को पहचानना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
4:1	j234			εἰ ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐστιν	1	यूहन्ना इस अभिव्यक्ति, **परमेश्वर की और से** को इस पत्र में विविध रूपों में काम में लेता है| यहाँ इसका सन्दर्भ आरम्भ से है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह निश्चित करने के लिए कि परमेश्वर ने उनको भेजा है या नहीं" या "यह सुनिश्चित करने के लिए कि परमेश्वर उनको प्रेरित कर रहा है या नहीं"
4:1	x71q		rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis	εἰ ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐστιν	1	इस वाक्य में कुछ शब्दों को छोड़ दिया गया है जिनकी आवश्यकता अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ति हेतु आवश्यक होती है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन शब्दों को लगा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "देखें के लिए कि वे परमेश्वर की और से है या परमेश्वर की और से नहीं हैं" (देखें: [[rc://देखें/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
4:1	j235		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἐξεληλύθασιν εἰς τὸν κόσμον	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब्द का उपयोग अनेक परिप्रेक्ष्यों में करता है| यहाँ इसका सन्दर्भ संसार में निवास करने वाले मनुष्यों से है| वैकल्पिक अनुवाद: "व्मनुश्यों से बातें करने के लिए निकल पड़े हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:2	j236		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ γινώσκετε	1	यह एक मुहावरा है जिसका प्रयोग यूहन्ना इस पत्र में अनेक बार करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम इस प्रकार पहचान सकते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:2	j237		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	πᾶν πνεῦμα ὃ ὁμολογεῖ	1	यूहन्ना भाविश्द्वाक्ता के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग करते हुए **आत्मा** के विचार-साहचर्य में कहता है कि वह किसी भी भविष्यद्वक्ता को बोलने के लिए प्रेरित करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक भविष्यद्वक्ता जो शिक्षा देता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:3	j239		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	πᾶν πνεῦμα ὃ μὴ ὁμολογεῖ	1	देखें कि आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [4:2](../04/02.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक भविष्यद्वक्ता जो ऎसी शिक्षा न दे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:3	j240		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	Ἰησοῦν	1	इस अध्याय पर निर्विशेष टिप्पणियों के अंत में मूल पाठ विषयक समस्याओं पर परिचर्चा को देख कर निर्णय लें कि ULT के अनुसार यहाँ **यीशु** शब्द का प्रयोग करें या अन्य किसी हस्तलेख के अनुसार अनुवाद करें कि "मसीह यीशु देहधारी हुआ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
4:3	j241		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν Ἰησοῦν	1	यदि आप पाठांतर लेख के अनुसार "मसीह यीशु देहधारी होकर आया" ऐसा अनुवाद करते हैं तो देखें कि आपने पिछले पद में इसका अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "की मसीह यीशु  का शरीर वास्तव में मानवीय था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:3	j242		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	τὸν Ἰησοῦν	1	यदि आप पाठांतर के लेख को भी काम में लेना नहीं चाहते हैं तो आप और भी अधिक वर्णन करना चाहेंगे कि इस प्रकरण में यूहन्ना का अभिप्राय **यीशु** शब्द से क्या है की आप निहित जानकारी को अपने पाठकों के लिए स्पष्ट कर पाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "की यीशु का शरीर वास्तव में मानवीय था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:3	j243			ἐκ τοῦ Θεοῦ οὐκ ἔστιν	1	देखें कि आपने इसी प्रकार की अभिव्यक्ति का अनुवाद पिछले पद में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से प्रेरित नहीं है" या आपकी भाषा में यदि कर्मवाच्य का प्रयोग नहीं है, "परमेश्वर प्रेरित नहीं कर रहा है," इस वाक्यांश को **प्रत्येक आत्मा** से पहले रखते हुए या "प्रत्येक भविष्यद्वक्ता"
4:3	j244			τοῦτό ἐστιν τὸ τοῦ ἀντιχρίστου	1	यह मानते हुए कि **वह** का अर्थ "आत्मा" है,तो इस अध्याय की निर्विशेष टिप्पणी में "आत्मा" पर परिचर्चा देखें| यहाँ यूहन्ना सन्दर्भ दे रहा है: (1) किसी बात का चारित्रिक स्वभाव, या (2) कोई अलौकि प्राणी जो ऐसे स्वाभाव को प्रेरित करता है| देखें की आपने [2:18](../02/18.md) में **मसीह का विरोधी** का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह झूठी शिक्षा यीशु की विरोधी है"
4:3	j245		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ὃ ἀκηκόατε ὅτι ἔρχεται, καὶ νῦν ἐν τῷ κόσμῳ ἐστὶν ἤδη	1	**जो** शब्द का सन्दर्भ **मसीह के विरोधी** की **आत्मा** से है जो पहले से ही **जगत में** है अर्थात उस समय से जब यूहन्ना ने यह पत्र लिखा था परन्तु इसका सन्दर्भ **मसीह के विरोधी** से नहीं है जो **संसार में** नहीं था| यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने सूना है कि इस झूठी शिक्षा का प्रवेश हो रहा है वरन उसका प्रचालन तो मनुष्यों के मध्य होने लगा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:3	j246		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἐν τῷ κόσμῳ	1	इस पत्र में यूहन्ना **संसार** शब्द का उपयोग विविध परिप्रेक्ष्यों में करता है| यहाँ इसका अर्थ पृथ्वी से हो सकता है (अतः इस अभिव्यक्ति का अर्थ "इस पृथ्वी पर" हो भी सकता है), परन्तु इसका अधिक संभावित सन्दर्भ लाक्षणिक भाषा में, इस पृथ्वी पर निवास करने वाली मनुष्यों से है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों के मध्य प्रचलित है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:4	j247		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ὑμεῖς ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐστε	1	यह अभिव्यक्ति, **परमेश्वर के** इस पद में पिछले तीन पदों से भिन्न अभिप्राय में काम में ली गई है, क्योंकि इसका सन्दर्भ विश्वासियों से है न कि भविष्यद्वक्ताओं को प्रेरित करने वाली आत्मा से है| इसका अर्थ वही है जो [3:10](../03/10.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम परमेश्वर के हो" या "तुम परमेश्वर के साथ सम्बन्ध में रहते हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:4	j248		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτούς	1	यह सर्वनाम शब्द, **उन** झूठे भविष्यद्वक्ताओं के सन्दर्भ में है जिनकी चर्चा यूहन्ना [4:1](../04/01.md) कर चुका है| वैकल्पिक अनुवाद: "ये झूठे शिक्षक" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:4	j249			μείζων & ἢ	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस प्रकरण में **से बड़ा** के स्थान में और भी अधिक विशिष्ट डशब्द का प्रयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "से अधिक बलवंत"
4:5	j252		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτοὶ	1	यह सर्वनाम शब्द, **वे** झूठे भविष्यद्वक्ताओं के सन्दर्भ में है जिनकी चर्चा यूहन्ना [4:1](../04/01.md) में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "ये झूठे शिक्षक"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:5	j253		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ὁ κόσμος αὐτῶν ἀκούει	1	यह शब्द, **सुनता है** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "विश्वास करता है" या "प्रेरित किया जाता है|" वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्त जन उन पर विश्वास करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	j254		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἡμεῖς & ἡμῶν & ἡμῶν	1	इस पद के आरंभिक तीन वाक्यों में प्रयुक्त सर्वनाम संभवतः अनन्य हैं| अतः यदि आपकी भाषा में इस अन्तर को उजागर किया जा सकता है तो हमारे सुझाव के अनुसार आप अपने अनुवाद में अनन्य रूपों का प्रयोग करें| ऐसा प्रतीत होता है कि यूहन्ना यहाँ अपने स्वयं के और यीशु के पुनरुत्थान के साक्षात गवाहों के बारे में कहता है कि वे यीशु के बारे में सत्य के शिक्षक हैं| वह पहले [4:4](../04/04.md) में कह चुका है कि जिन विश्वासियों को वह लिख रहा है वे परमेश्वर के है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:6	j328		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἡμεῖς ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐσμεν	1	यहाँ **परमेश्वर के** का अर्थ हो सकता है: (1) की यूहन्ना और उसके साथी गवाह यीशु के सत्य के शिक्षक हैं, क्योंकि परमेश्वर ने उनको इस काम के लिए भेजा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हमको भेजा है" (2) वही बात जो [4:4](../04/04.md) और [4:13](../04/01.md) में की गई है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	j256		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἡμεῖς ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐσμεν	1	यदि आपने यह निर्णय लिया है कि **हम परमेश्वर के हैं** का अर्थ है, "परमेश्वर ने हमको भेजा है" और आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप स्पश्य व्यक्त कर सकते है कि परमेश्वर ने यूहन्ना को और अन्य साक्षात् गवाहों को क्या करने के लिए भेजा है, यहाँ या पादटिप्पणी में| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हमको भेजा है कि इस पृथ्वी पर उसके जीवन के साक्षात गवाह होने के कारण यीशु के सत्य की शिक्षा दें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	j257			ὁ γινώσκων τὸν Θεὸν	1	जैसा [2:34](../02/03.md) में है, यूहन्ना **जानता** शब्द का प्रयोग एक निश्चित भाव में करता है| देखें कि आपने इसका अनुव्वाद वहां कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिस किसी का भी सम्बन्ध परमेश्वर के साथ घनिष्टता में है|
4:6	j258		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἀκούει ἡμῶν & οὐκ ἀκούει ἡμῶν	1	जैसा [4:5](../04/05.md) में है, यहाँ भी **सुनता** शब्द एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "विश्वास करता है" या "विवश होता है|" वैकल्पिक अनुवाद: "हमारी शिक्षा में विश्वास करता है...हमारी शिक्षा में विश्वास नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	j259		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ὃς οὐκ ἔστιν ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर के** इस अभिव्यक्ति का अर्थ इस पद में भी वही है जो [4:4](../04/04.md) में है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो भी परमेश्वर का नहीं है" या "जो भी परमेश्वर के साथ सम्बन्ध में नहीं रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	j260		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐκ τούτου γινώσκομεν	1	यह एक मुहावरा गर्भित अभिव्यक्ति है| इसका अर्थ वही है जो "इससे हम जान लेते हैं" की अभिव्यक्ति का है, जिसका प्रयोग यूहन्ना अनेक बार इस पत्र में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम पहन सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:6	arsa		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐκ τούτου γινώσκομεν	1	**इस प्रकार** का सन्दर्भ यूहन्ना द्वारा पूर्वोक्त दो वाक्यों में चर्चित बातों से है| यदि कोई सन्देश सुनाता है तो उसकी सत्यता को हम यूहन्ना और अन्य प्रेरितों की शिक्षा से तुलना करके देख सकते हैं कि वह उसके साथ समता में है या विषमता में है| और यदि उनमें एकरूपता नहीं है तो वह सन्देश झूठा है| **इस प्रकार** से यूहन्ना का अभिप्राय यह भी हो सकता है कि उसने \n[4:23](../04/02.md) में जो कहा है उसको भी समाहित करे| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:6	j261		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	γινώσκομεν	1	क्योंकि यूहन्ना एक बार फिर अपने बारे में और उसके पत्र प्राप्तिकर्ताओं के बारे में कहा रहा है इसलिए इस पद के अंतिम वाक्य में जो **हम** शब्द लिखा है वह समावेशी होगा| अतः यदि आपकी भाषा में ऐसा अंतर उजागर किया जा सकता है तो अपने अनुवाद में आप समावेशी रूप का प्रयोग करें| यह समावेशी प्रयोग [4:13](../04/13.md) तक चलता है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:6	j262		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸ πνεῦμα τῆς ἀληθείας καὶ τὸ πνεῦμα τῆς πλάνης	1	**आत्मा** शब्द पर परिचर्चा हेतु देखें, इस अध्याय की निर्विशेष टिप्पणियों को| इन प्रसंगों में, इस शब्द का सन्दर्भ हो सकता है: (1) आत्माएं जो किसी विशेष प्रकार के संदेशों को प्रेरित करती हैं| यहाँ **सत्य की आत्मा** का सन्दर्भ परमेश्वर के आत्मा से है और **भ्रम की आत्मा** का सन्दर्भ शैतान से है| ये वही हो सकती हैं जिनको यूहन्ना "जो तुम में है" और "जो संसार में है" कह कर संदर्भित करता है- [4:4](../04/4.md). देखें UST. (2) चरित्र चित्रण के सन्दर्भ में| इस स्थ्तिती में यूहन्ना **आत्मा** शब्द का लाक्षणिक भाषा में प्रयोग कर सकता है जिसका सन्दर्भ उन लोगों से है जिनकी शिक्षा का एक निश्चित लक्षण है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिनकी शिक्षा सच्ची है और जिनकी शिक्षा झूठी है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:6	j263		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	τὸ πνεῦμα τῆς ἀληθείας καὶ τὸ πνεῦμα τῆς πλάνης	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्दों, **सत्य** और **भ्रम** में निहित विचारों का अनुवाद "सच्चे" और "झूठे" जैसे विशेषण शब्दों द्वारा कर सकते है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे आत्माएं जिनके सन्देश सच्चे है और वे आत्माएं जिनके सन्देश झूठे हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:7	bse1		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों को शीर्षक देते हैं तो आप यहाँ पद 7 के पहले दे सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "प्रेम परमेश्वर से मिलता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
4:7	j264			καὶ γινώσκει τὸν Θεόν	1	जैसा [2:4](../02/04.md) में है, यूहन्ना **जानता** शब्द को एक निश्चित भाव में व्यक्त करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "और ऐसे मनुष्य का सम्बन्ध परमेश्वर के साथ घनिष्टता में होता है"
4:8	j265		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ὁ μὴ ἀγαπῶν, οὐκ ἔγνω τὸν Θεόν, ὅτι ὁ Θεὸς ἀγάπη ἐστίν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों का क्रम विपरीत कर सकते हैं, क्योंकि दूसरा वाक्यांश पहले वाक्यांश में प्रकट परिणाम का कारण उजागर करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि परमेश्वर प्रेम है इसलिए जो प्रेम नहीं करता है वह परमेश्वर को नहीं जानता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:8	j266			οὐκ ἔγνω τὸν Θεόν	1	जैसा [2:4](../02/04.md) में है, यूहन्ना **जानता** शब्द का प्रयोग एक निश्चित भाव में करता है| देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में नहीं है"
4:8	j267		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ὁ Θεὸς ἀγάπη ἐστίν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **प्रेम** का अनुवाद "प्रेमी" जैसे विशेषण शब्द के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर पूर्णतः प्रेमी है" (देखें: [[rc://HI/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:9	mhuo		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐν τούτῳ	1	यहाँ **इस प्रकार** का सन्दर्भ यूहन्ना द्वारा शेष वाक्य में कही जाने वाली बात से है| परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेज कर सिद्ध कर दिया कि वह हमसे प्रेम करता है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:9	j268		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	ἐφανερώθη ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ ἐν ἡμῖν	1	**प्रगट** शब्द पर परिचर्चा हेतु देखें, 1 यूहन्ना: प्रस्तावना, भाग 3. यह यूनानी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप है परन्तु इसका अर्थ कर्तृवाच्य में है, अतः इसका अनुव्वाद हो सकता है,**प्रकट हुआ** या "प्रकट किया गया|" यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया का प्रयोग नहीं किया जाता है तो आप कर्तृवाच्य में अनुवाद कर सकते हैं और काम के करने वाले का उल्लेख कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने हम पर प्रकट कर दिया है की वह हंसर कितना प्रेम करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
4:9	j269		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἡμῖν	1	इस अभिव्यक्ति, **हम से** का संभावित सन्दर्भ सम्पूर्ण मानवता से है, केवल उनसे ही नहीं जिन्होंने यीशु को उसके जीवन काल में देखा और सूना था| अतः यह शब्द, **हम** समावेशी है जिसमें वे विश्वासी भी हैं जिनको यूहन्ना पत्र लिख रहा है| इस वाक्य में आगे यूहन्ना लिखता है कि यीशु इसलिए आया **कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं** और उस प्रसंग में**हम**शब्द इन विश्वासियों को समाहित नहीं करता है| अतः यह संभावना है कि इस वाक्य में पहले जो **हम से** आया है उसमें वे भी समाहित हैं| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:9	j270		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Υἱὸν αὐτοῦ	1	**एकलौते पुत्र** यह यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका पुत्र यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
4:9	j271			τὸν μονογενῆ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "जो परमेश्वर का एकमात्र वास्तविक पुत्र है" या "उसका एकमात्र"
4:9	j272		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	εἰς τὸν κόσμον	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब्द का प्रयोग विविध अर्थों में करता है| यहाँ इसका अर्थ है, सृजित संसार| वैकल्पिक अनुवाद: "इस पृथ्वी पर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:9	j273			δι’ αὐτοῦ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "उसने हमारे लिए जो किया उसके परिनाम्स्वारूप"
4:10	bnve		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἐν τούτῳ ἐστὶν ἡ ἀγάπη	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **प्रेम** में निहित अर्थ को किसी क्रिया शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इस प्रकार हम जानते हैं कि प्रेम करने का अर्थ क्या है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:10	j274		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Υἱὸν αὐτοῦ	1	**अपने पुत्र** यह यीशु के लिए एक म,अहत्व्पूर्ण उपाधि है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसका पुत्र यीशु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
4:11	dy86		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	οὕτως	1	**इसमें है** का सन्दर्भ परमेश्वर द्वारा हमारे लिए उसके प्रेम प्रकाशन से है जैसा पद 9 और 10 में वर्णन किया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस रीति (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
4:12	j275		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	ἐὰν ἀγαπῶμεν ἀλλήλους, ὁ Θεὸς ἐν ἡμῖν μένει, καὶ ἡ ἀγάπη αὐτοῦ τετελειωμένη ἐν ἡμῖν ἐστιν	1	यूहन्ना एक वास्तविक स्थिति को इस प्रकार व्यक्त कर रहा है कि जैसे वह काल्पनिक है| यदि आपकी भाषा में किसी शर्त आधारित बात को वास्तविक जैसा व्यक्त नहीं किया जा सकता है और आपके पाठक गलत समझें कि यूहन्ना जो कहता है वह वास्तविक नहीं है, तो आप उसके शब्दों को सकारात्मक कथन में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु जब हम आपस में प्रेम रखते हैं तब परमेश्वर हमारे मध्य वास करता है और उसका प्रेम हम में सिद्ध होता है" या "परन्तु हम आपस में प्रेम रखते ही हैं अतः इसका अर्थ है, कि परमेश्वर हमारे मध्य वास करता है और उसका प्रेम हम में सिद्धता प्राप्त कर चुका है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
4:13	j276		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τούτῳ γινώσκομεν ὅτι	1	यह एक मुहावरा गर्भित अभिव्यक्ति है जिसका प्रयोग यूहन्ना इस पत्र मेंअनेक बार करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी प्रकार हम जानते हैं कि" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:14	j277		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	Σωτῆρα τοῦ κόσμου	1	यूहन्ना इस पत्र में **संसार** शब्द का प्रयोग अनेक अभिप्रायों के निमित्त करता है| यहाँ इसका लाक्षणिक सन्दर्भ है, इस संसार में रहने वाले लोग| वैकल्पिक अनुवाद: "संसार में मनुष्यों के उद्धार के लिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:15	j278		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ὃς ἐὰν ὁμολογήσῃ ὅτι Ἰησοῦς ἐστιν ὁ Υἱὸς τοῦ Θεοῦ, ὁ Θεὸς ἐν αὐτῷ μένει, καὶ αὐτὸς ἐν τῷ Θεῷ	1	इसका अनुवाद शर्त आधारित कथन रूप में किया जा सकता है| यूहन्ना कहा रहा है कि वह दुसरे वाक्यांश में जो कह रहा है वह तब ही संपन्न होगा जब उसके द्वारा प्रथम वाक्यांश में चर्चित बात पूरी होगी| तब वह निश्चय ही होकर रहेगी| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि कोई अंगीकार करे कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है तो परमेश्वर उसमें अन्तर्वास करेगा और वह परमेश्वर में अवस्थित रहेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
4:16	j279		rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive	ἡμεῖς & ἡμῖν	1	यहाँ और शेष पत्र में, यूहन्ना अपने और उन विश्वासियों के लिए कहता है जिनको वह पत्र लिखता है, इसलिए ये शब्द, **हम** और **हम में** समावेशी होंगे| यदि आपकी भाषा में इस अंतर को उजागर किया जा सकता है तो अपने अनुवाद में इस समावेशी रूप का प्रयोग करें| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
4:16	j280		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὴν ἀγάπην ἣν ἔχει ὁ Θεὸς ἐν ἡμῖν	1	जिस वाक्यांश का अनुवाद यहाँ **हम से** किया गया है, वह वैसा ही है जिसका अनुवाद [4:9](../04/09.md) में **हम से** किया गया है| यहाँ इसका अर्थ हो सकता है: (1) हमारे लिए देशित प्रेम जो परमेश्वर से है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह प्रेम जो हमारे लिए परमेश्वर का है" (2) परमेश्वर का प्रेम जो हमारे द्वारा मनुष्यों के प्रति प्रकट है| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रेम जो परमेश्वर ने हम में जड़वन्त किया है" यह भी हो सकता है कि यूहन्ना ने एक अत्यधिक सामान्य वाक्यांश का उपयोग किया है जिसमें दोनों अभिप्राय समाहित हैं| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:17	bp6d		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἐν τούτῳ	1	**इससे** का सन्दर्भ हो सकता है: (1) पूर्वकथित पद16 के शब्दों से| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर में अवस्थित होने के द्वारा" (2) उत्तरोक्त उपवाक्य से जिसका आरम्भ है, **क्योंकि जैसा वह है** वैकल्पिक अनुवाद: "ठीक वैसे ही मनुष्यों से प्रेम रखें जैसा यीशु ने रखा था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:17	j281		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ἵνα παρρησίαν ἔχωμεν ἐν τῇ ἡμέρᾳ τῆς κρίσεως	1	**क्योंकि** से आरम्भ यह उपवाक्य हो सकता है: (1) परिणाम गर्भित उपवाक्य| इसका अर्थ हो सकता है कि यूहन्ना कहता है कि आज हमारे जीवनों में परमेश्वर के प्रेम के उद्देश्य की पूर्ति के परिणाम स्वरूप हम न्याय के दिन उसकी क्षमा और स्वीकरण के विषय आश्वस्त होंगे| यदि आपके निर्णय में स्थिति यही है तो आपके अनुवाद में परिणाम गर्भित उपवाक्यों के लिए आपकी भाषा की परम्परा का पालन करें| वैकल्पिक अनुवाद: "परिणाम स्वरुप हमें न्याय के दिन आश्वासन हो सकेगा" (2) उद्देश्य गर्भित उपवाक्य| इसका अर्थ हो सकता है कि यूहन्ना कहता है, हमारे जीवनों में परमेश्वर के प्रेम की उद्देश्य पूर्ति के निमित्त परमेश्वर का एक कारण है कि वह चाहता है कि न्याय के दिन हम उसकी क्षमा और उसके स्वीकरण के प्रति आश्वस्त हों| यदि आपके निर्णय में यही परिथिति है तो आपके अनुवाद में उद्देश्य उपवाक्य के लिए जो परम्परा है उसका पालन किया जाए| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:17	j282		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἵνα παρρησίαν ἔχωμεν	1	यदि आपके पातकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि विश्वासी किस बात का **हियाव** रखें| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि हम आश्वस्त हो जाएं कि परमेश्वर ने हमें क्षमा कर दिया है और वह हमें ग्रहण करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:17	j283		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἵνα παρρησίαν ἔχωμεν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **हियाव** में निहित विचार का अनुवाद "निश्चय" जैसे विशेषण शब् के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि हमें निश्चय हो जाए कि परमेश्वर ने हमें क्षमा कर दिया है और हमें ग्रहण करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
4:17	j284		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐν τῇ ἡμέρᾳ τῆς κρίσεως	1	यूहन्ना **दिन** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में करता है जिसका सन्दर्भ एक निश्चित समय से है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह समय जब परमेश्वर हमारा न्याय करेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
4:17	j285			ὅτι	1	जिस शब्द का अनुवाद **क्योंकि** किया गया है उसको विविध रूपों में समझा जा सकता है जो निर्भर करेगा कि आप पद की आरंभिक उक्ति, **इसी से** का अनुवाद कैसे करते हैं| (1) यदि आप **इसी से** का अनुवाद पद 16 के सन्दर्भ में करते हैं तो इस शब्द का अनुवाद "क्योंकि" किया जा सकता है| (2) यदि आप **इसी से** का अनुवाद उस उपवाक्य के सन्दर्भ में करते हैं जो जिसका आरम्भ इस शब्द से होता है, तो इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द से करें जो **इसी से** की विषयवस्तु का समावेश कराता है जैसे "कि"
4:17	j286		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἐν τῷ κόσμῳ τούτῳ	1	इस पत्र में यूहन्ना **संसार** शब्द का उपयोग अनेक अभिप्रायों में करता है, अधिकतर लाक्षणिक भावों में| तथापि यहाँ, इसका सन्दर्भ शब्दशः सृजित संसार से है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस संसार में हामारे रहते हुए" या "इस पृथ्वी पर हमारे जीवनों में"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
4:18	j287		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	φόβος οὐκ ἔστιν ἐν τῇ ἀγάπῃ, ἀλλ’ ἡ τελεία ἀγάπη ἔξω βάλλει τὸν φόβον, ὅτι ὁ φόβος κόλασιν ἔχει	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप तीसरे उपवाक्य को पहले उपवाक्य के पहले रख सकते हैं क्योंकि तीसरा उपवाक्य पहले उपवाक्य द्वारा चर्चित परिणाम का कारण उजागर करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि भय दंडयोग्य है, भय प्रेम में अवस्थित नहीं रहता है, परन्तु सिद्ध प्रेम भय का निवारण कर चुका है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:18	j288		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	φόβος οὐκ ἔστιν ἐν τῇ ἀγάπῃ	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में कहता है, जैसे कि **भय** **प्रेम** के भीतर है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा कोई नहीं है जो यह जानता हो कि परमेश्वर उसको कितना प्रेम करता है, कभी भयभीत होगा" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
4:18	j290			ἡ τελεία ἀγάπη ἔξω βάλλει τὸν φόβον	1	**सिद्ध प्रेम** इस उक्ति से यूहन्ना का अभिप्राय वही है जो पिछले पद में 'प्रेम हाँ में सिद्ध हुआ" से है| देखें कि आपने उस अभिव्यक्ति का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जब परमेश्वर के प्रेम ने हमारे जीवनों में अपने उद्देश्य की पूर्ति को प्राप्त कर लिया है तब वह हमें भय से मुक्त रखता है"
4:18	zsl7			ὁ φόβος κόλασιν ἔχει	1	"भय दंड से सम्बंधित है" या "मनुष्य भयभीत होता है जब उसमें दंड का विचार जड़ पकड़ता है"
4:18	j291		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὁ δὲ φοβούμενος, οὐ τετελείωται ἐν τῇ ἀγάπῃ	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट व्यक कर सकते हैं की ऐसा मनुष्य किस बात से **डरता** है| यह पिछले पद में स्पष्ट है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि किसी को भय है कि परमेश्वर ने उसको क्षमा नहीं किया है और परमेश्वर उसको ग्रहण नहीं करेगा तो परमेश्वर के प्रेम ने उसमे अपने उद्देश्य को प्राप्त नहीं किया है" \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:19	j292		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	ἡμεῖς ἀγαπῶμεν, ὅτι αὐτὸς πρῶτος ἠγάπησεν ἡμᾶς	1	इस पद में पद [10](../04/10.md) के विचार का सारांश है| देखें कि आपने वहाँ कैसे अनुवाद किया है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं क्योंकि दुसरे वाक्यांश में पहले वाक्यांश में प्रकट परिणाम का कारण दिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि पहले परमेश्वर ने हमसे प्रेम किया इसलिए हम भी प्रेम करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
4:19	j293		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἡμεῖς ἀγαπῶμεν	1	यदि आपको स्पष्ट करने की आवश्यकता हो कि वह कौन है जिससे **हम प्रेम करते हैं** तो इसकी दो संभावनाएं हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि यूहन्ना के अभिप्राय दोनों ही हैं| यदि आपको चुनना पड़े तो हमारा सुझाव है कि निम्न लिखित में से (1) को चुनें परन्तु यदि आपके अनुवाद में दोनों संभावनाओं को रखा जा सकता है,जैसा UST में है तो बहुत ही अच्छा होगा| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "हम परमेश्वर से प्रेम करते हैं" या (2) "हम मनुष्यों से प्रेम करते हैं" \n (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:19	j294		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτὸς πρῶτος ἠγάπησεν ἡμᾶς	1	यह सर्वनाम शब्द, **वह** परमेश्वर के संदेर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने पहले हमसे प्रेम किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:20	j295		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐάν τις εἴπῃ, ὅτι ἀγαπῶ τὸν Θεόν, καὶ τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ μισῇ, ψεύστης ἐστίν	1	यूहन्ना एक काल्पनिक स्थिति के माध्यम से अपने पाठकों की सहायता करता है कि वे अपने शब्दों और कार्यों में एकरूपता के महत्त्व को समझें| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि कोई कहता है,'मैं परमेश्वर से प्रेम करता हूँ' परन्तु वह अपने भाई से घृणा करता है, तो वह झूठा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
4:20	j296		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना द्वारा **और** शब्द के समावेश कराए जाने का उद्देश्य है, विषमता दर्शाना कि परमेश्वर से प्रेम करने वाले मनुष्य से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने साथी विश्वासी से प्रेम करे परन्तु इस काल्पनिक मनुष्य के आचरण में वास्तव में सच क्या है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
4:20	xssu		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὁ γὰρ μὴ ἀγαπῶν τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ, ὃν ἑώρακεν, τὸν Θεὸν, ὃν οὐχ ἑώρακεν, οὐ δύναται ἀγαπᾶν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप कह सकते हैं कि यह सच क्यों है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह सच है क्योंकि आपके समक्ष उपस्थित साथी विश्वासी से प्रेम करना परमेश्वर से प्रेम करने से अधिक आसान है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
4:21	j297			ταύτην τὴν ἐντολὴν ἔχομεν ἀπ’ αὐτοῦ	1	वैकल्पिक अनुवाद: "यही तो है जिसकी आज्ञा परमेश्वर ने हमें दी है"
4:21	j298		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἀπ’ αὐτοῦ	1	यह सर्वनाम शब्,**उससे** परमेश्वर के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
4:21	jrd1		rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun	ὁ ἀγαπῶν τὸν Θεὸν	1	यहाँ **वह** शब्द उस हर एक जन के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर से प्रेम करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जो कोई भी परमेश्वर के प्रेम करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
4:21	j299		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ	1	देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:9](../02/09.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रत्येक साथी विश्वासी" (देल्हें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:1	ex42		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागों के लिए शीर्षक काम में ले रहे हैं तो यहाँ पद 1 से पहले एक शीर्षक रखा जा सकता है| सुझावित शीर्षक: "यीशु मसीह और परमेश्वर का पुत्र है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
5:1	j300			ὁ Χριστὸς	1	**ख्रीस्त** "मसीह" के लिए यूनानी शब्द है| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह"
5:1	j301		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	πᾶς ὁ πιστεύων ὅτι Ἰησοῦς ἐστιν ὁ Χριστὸς, ἐκ τοῦ Θεοῦ γεγέννηται	1	देखें कि आपने एक ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उन सब का पिता है जो विश्वास करते है कियिशु मसीह है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:1	j302		rc://*/ta/man/translate/writing-proverbs	πᾶς ὁ ἀγαπῶν τὸν γεννήσαντα, ἀγαπᾷ καὶ τὸν γεγεννημένον ἐξ αὐτοῦ	1	यूहन्ना इस लघु कथन के समावेश द्वारा एक सामान्य तथ्य की शिक्षा देना चाहता है जो जीवन में सत्य सिद्ध है और उस बात से प्रासंगिक है जिसकी वह [4:7](../04/07.md) से चर्चा करता आ रहा है कि सच्चे विश्वासी आपस में प्रेम रखते हैं जैसा प्रेम परमेश्वर ने उनसे रखा है| किसी सत्य वचन के लिए अपनी भाषा में स्वाभाविक रूप का प्रयोग करें| वैकल्पिक अनुवाद: "जो पिता सप्रेम करता है वह उसकी संतान से भी प्रेम करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-proverbs]])
5:1	j303		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	πᾶς ὁ ἀγαπῶν τὸν γεννήσαντα, ἀγαπᾷ καὶ τὸν γεγεννημένον ἐξ αὐτοῦ	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसके अर्थ को स्पष्ट व्यक्त कर सकते हैनौर पत्र के इस अंश में यूहन्ना के विवाद के साथ इसकी प्रासंगिकता को भी दर्शा सकते हैं| UST में देखें| वैकल्पिक अनुवाद: "जो परमेश्वर से प्रेम करता है वह अपने साथी विश्वासियों से भी प्रेम करेगा क्योंकि परमेश्वर उनका आत्मिक पिता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:2	j365		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὰ τέκνα τοῦ Θεοῦ	1	क्योंकि यूहन्ना पिछले पद में कहता है कि परमेश्वर विश्वासियों का आत्मिक पिता है और **परमेश्वर की संतानों** से उसका तात्पर्य है, अन्य सब विश्वासी| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारे साथी विश्वासी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:2	j304		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	τὰς ἐντολὰς αὐτοῦ τηρῶμεν	1	यहाँ **मानते** शब्द एक मुहावरा है जिसका अर्थ है,"आज्ञापालन|" वैकल्पिक अनुवाद: "वह उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:3	j305		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result	γάρ	1	इस पद में यूहन्ना कारण प्रस्तुत करता है कि उसके पाठकों को उसके पूर्वोक्त पद के कथन को सत्य मानना कोयं आवश्यक है| वैकल्पिक अनुवाद: "अंततः" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
5:3	j306		rc://*/ta/man/translate/figs-possession	ἡ ἀγάπη τοῦ Θεοῦ	1	इस प्रकरण में **परमेश्वर से प्रेम** का सन्दर्भ विश्वासियों द्वारा परमेश्वर से प्रेम करने से है| यूहन्ना पिछले पद में कहता है, "जब हम परमेश्वर से प्रेम रखते हैं" वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर से प्रेम रखने का अर्थ क्या है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
5:4	j307		rc://*/ta/man/translate/translate-versebridge	ὅτι πᾶν τὸ γεγεννημένον ἐκ τοῦ Θεοῦ, νικᾷ τὸν κόσμον	1	पद सेतु रचने के लिए आप इस वाक्य को **क्योंकि** के स्थान में "इस कारण" से आरम्भ कर सकते हैं और पूर्ण विराम के स्थान में अर्ध विराम लगा सकते हैं और आप इसको पिछले पद में एक नए वाक्य का आरम्भ रच सकते हैं| यह "उसकी आज्ञाएं कठिन नहीं हैं" के पहले आएगा| "और" शब्द छोड़ दिया जाएगा| पद 4 और पद 5 के संयोजन का परिणाम होगा: इस कारण कि यह परमेश्वर का प्रेम है, आवश्यक है कि हम उसकी आज्ञाओं को मानें| क्योंकि वह हर एक जन जो परमेश्वर से उत्पन्न है,संसार पर जयवंत होता है, उसकी आज्ञाएं कोई बोझ नहीं हैं| और यह विजय जो संसार पर जयवंत है हमारा विश्वास है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-versebridge]])
5:4	j308		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶν τὸ γεγεννημένον ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	देखें कि आपने [2:29](../02/29.md) में इस रूपक का अनुवाद करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जिसका आत्मिक पिता परमेश्वर है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:4	j309		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ἡ νίκη	1	यूहन्ना **जय** पाने वाली बात को लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार कहता है की जैसे वह स्वयं ही **जय** है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसने जय पाई है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:4	k26g		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἡ νίκη ἡ νικήσασα	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **विजय** में निहित विचार को क्रिया पदबंध **जय प्राप्त करता** के साथ संयोजित करके व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसने हमें विजय के योग्य किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:4	j310		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν κόσμον	2	यूहन्ना **संसार** शब्द का उपयोग उसी अर्थ में करता है जिस अर्थ में उसने इस शब्द का प्रयोग पिछले वाक्य में किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्त मनुष्यों का सिद्धांत तंत्र" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:4	w8ob		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	ἡ πίστις ἡμῶν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **विश्वास** में निहित विचार को क्रिया रूप, "विश्वास करना" के द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "की हम यीशु में विश्वास करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:5	j311		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν κόσμον	1	देखें किआपने पिछले पद में **संसार** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "अभक्त मनुष्यों के सिद्धांत तंत्र" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:6	j312		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὁ ἐλθὼν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो और भी अधिक स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि इसका अर्थ क्या है,जैसा UST में है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:6	fgl6		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	δι’ ὕδατος καὶ αἵματος	1	यूहन्ना पानी और लहू रूपी रूपक द्वारा यीशु के आगमन को सिद्ध करता है या पानी और लहू के माध्यम से हमारे मध्य यीशु यीशु की उपस्थिति को दर्शाता है|इसका अर्थ है कि यीशु पानी में बपतिस्मा लेकर और क्रूस पर मृत्यु के अनुभव से हमारा उद्धारक हुआ| वैकल्पिक अनुवाद: "हमारा उद्धारक होकर बप्तिम्बप्तिमा और मृत्यु स्वीकार की" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:6	x777		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions	οὐκ ἐν τῷ ὕδατι μόνον, ἀλλ’ ἐν τῷ ὕδατι καὶ ἐν τῷ αἵματι	1	यदि आपकी भाषा में यह कहना, **न केवल पानी के द्वारा...वरन पानी** कहना उलझन का कारण हो तो आप इसका शब्द परिवर्तन करके **पानी के द्वारा** के पुन्रावरण को अनदेखा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पानी में ही नहीं वरन लहू में भी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions]])
5:6	j313			τὸ Πνεῦμά ἐστιν τὸ μαρτυροῦν	1	वैकल्पिक अनुवाद: "पवित्र आत्मा हमें इसका आश्वासन देता है"
5:6	j314		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	τὸ Πνεῦμά ἐστιν ἡ ἀλήθεια	1	जैसा [4:8](../04/08.md) और [4:16](../04/16.md) में कहा गया है, "परमेश्वर प्रेम है" जिससे परमेश्वर का गुण प्रकट होता है, एक रूपक जिसके द्वारा पवित्र आत्मा का गुण प्रकट होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "आत्मा पूर्णतः सत्यवादी है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:7	j315		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὅτι τρεῖς εἰσιν οἱ μαρτυροῦντες	1	इस वक्तव्य में यूहन्ना पुनः पुष्टि करता है कि पद [6](../05/06.md) में उसने जिन तीन बातों का उल्लेख किया है, वे हमें विश्वास दिलाती हैं कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और उसी के पास से आया है| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका स्पष्ट संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः तीन बातें हैं जो गवाही देती हैं कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और उसके पास से आया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:7	j316		rc://*/ta/man/translate/translate-textvariants	ὅτι τρεῖς εἰσιν οἱ μαρτυροῦντες	1	इस अध्याय पर की गई निर्विशेष टिप्पणियों के अंत में मूल पाठ विषयक समस्याओं पर परिचर्चा को देखें और निर्णय लें कि उल्ट के पाठ को स्वीकार करें या किसी उत्तरकालीन हस्तलिपियों के लेखों के अनुसार अनुवाद करें, "तीन हैं जो स्वर्ग में गवाही देते हैं: पिता, वचन और पवित्र आत्मा; और ये तीनों एक हैनौर तीन हैं जो पृथ्वी पर गवाही देते हैं|" जैसा निर्विशेष टिप्पणियों में सुझाव दिया गया है, यदि आप अधिक लम्बे पाठ का निर्णय लेते है तो उसको कोष्ठक, [ ] में रखें कि संकेत मिले कि अति संभव है कि यह1 यूहन्ना के मूल संस्करण में नहीं था| \n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]])
5:7	qpab		rc://*/ta/man/translate/figs-personification	οἱ μαρτυροῦντες	1	यहाँ यूहन्ना पानी और लहू के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वे मनुष्य है जो **गवाही** दे सकते हैं या जो उन्होंने देखा है उसकी चर्चा कर सकते हैं| यदि यह आपके पाठकों के लिए उलझन का कारण हो तो आप इसका अनुवाद अलंकार रहित भाषा में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "माध्यम जो परमेश्वर ने हमको दिए कि हम समझ लें कि उसने यीशु को भेजा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
5:8	j320		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸ ὕδωρ, καὶ τὸ αἷμα	1	देखें कि आपने **पानी** और **लहू** शब्दों का अनुवाद [5:6](../05/06.md) में कैसे करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद: (1) यीशु का बप्तिस्मा और क्रूस पर उसकी मृत्यु" या (2) "यीशु का जन्म और क्रूस पर उसकी मृत्यु" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:8	j321		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	οἱ τρεῖς εἰς τὸ ἕν εἰσιν	1	यह एक मुहावरा है| यदि आपकी भाषा में यह भली-भाँती समझा न जाए तो आप एक समतुल्य मुहावरा काम में ले सकते हैं या साधारण भाषा काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ये तीनों एक ही बात कहते हैं" या ये तीनों सहमत हैं" \n (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:9	j322		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	εἰ τὴν μαρτυρίαν τῶν ἀνθρώπων λαμβάνομεν	1	यूहन्ना इस प्रकार कहता है कि जैसे यह कोई काल्पनिक संभावना हो परन्तु उसके कहने का अर्थ है कि यह वास्तव में सच है| यदि आपकी भाषा में किसी बात को जो निश्चित या सत्य है, इस प्रकार व्यक्त नहीं किया जाता है और आपके पाठक गलत समझें कि यूहन्ना जो कहता है वह निश्चित बात नहीं है तो आप उसके शब्दों को सकारात्मक कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि हम मनुष्यों की गवाही ग्रहण करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
5:9	j323		rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations	τῶν ἀνθρώπων	1	यद्यपि यह शब्द, **मनुष्य**उभय लिंग है, यूहन्ना इस शब्द का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों का" (देखें : [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
5:9	j324			ὅτι αὕτη ἐστὶν ἡ μαρτυρία τοῦ Θεοῦ, ὅτι μεμαρτύρηκεν περὶ τοῦ Υἱοῦ αὐτοῦ	1	यहाँ **और** शब्द समावेश करा सकता है: (1) पुत्र के लिए परमेश्वर की गवाही की विषयवस्तु| इस स्थिति में, यह विषयवस्तु स्वयं ही [5:11](../05/11.md) में प्रकट है, जो "वह गवाही यह है" के बाद आती है| पद 10 में परमेश्वर की गवाही पर विश्वास करने की बात की गई है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह गवाही है जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के बारे में दी है" (2) परमेश्वर की गवाही मनुष्यों की गवाही से अधिक बढकर होने का कारण क्यों है| वैकल्पिक अनुवाद: "अंततः यह परमेश्वर है जिसने हमें अपने पुत्र के बारे में प्रकाशन प्रदान किया है"
5:9	ro4w		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὕτη ἐστὶν ἡ μαρτυρία τοῦ Θεοῦ	1	यहाँ **यह** शब्द का सन्दर्भ हो सकता है: (1) परमेश्वर की गवाही से जिसकी चर्चा यूहन्ना [verse 11](../05/11.md) में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तुम्हें बताऊँगा कि परमेश्वर की गवाही क्या है" (2) [verse 8](../05/08.md) की तीन गवाहियां| वैकल्पिक अनुवाद: "ये बातें परमेश्वर की गवाही है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:10	f7w4		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ὁ πιστεύων εἰς τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ, ἔχει τὴν μαρτυρίαν ἐν αὑτῷ; ὁ μὴ πιστεύων τῷ Θεῷ, ψεύστην πεποίηκεν αὐτόν, ὅτι οὐ πεπίστευκεν εἰς τὴν μαρτυρίαν ἣν μεμαρτύρηκεν ὁ Θεὸς περὶ τοῦ Υἱοῦ αὐτοῦ	1	यह पद यूहन्ना द्वारा परमेश्वर की गवाही के दो समावेशों के मध्य है| यदि आपकी भाषा में यह उलझन का कारण हो तो आप कुछ स्पष्ट व्याख्यान कर सकते हैन्जिस्से आपके पाठकों को समझाया जा सके कि यह गवाही अभी तक दी जा रही है, जैसा UST में है (देखें [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:10	kala		rc://*/ta/man/translate/figs-genericnoun	ὁ πιστεύων	1	यूहन्ना उस हर एक मनुष्य के बारे में कह रहा है जो विश्वास करता है न कि किसी मनुष्य विशेष के बारे में| वैकल्पिक अनुवाद: "जो भी मनुष्य विश्वास करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-genericnoun]])
5:10	j325		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	εἰς τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ	1	अव्यक्त रूप में यूहन्ना के कहने का अर्थ है, विश्वास करना कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है| वैकल्पिक अनुवाद: "कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:10	j326		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:10	j327		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	τὴν μαρτυρίαν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **गवाही** में निहित विचार का अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने जो कहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:11	rhpw		rc://*/ta/man/translate/figs-quotations	ζωὴν αἰώνιον ἔδωκεν ἡμῖν ὁ Θεὸς, καὶ αὕτη ἡ ζωὴ ἐν τῷ Υἱῷ αὐτοῦ ἐστιν	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसको अपरोक्ष उद्धरण में अनुवाद कर सकते हैं, जैसा UST में है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotations]])
5:12	j329		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἔχει τὴν ζωήν & τὴν ζωὴν οὐκ ἔχει	1	क्योंकि मनुष्यों के ये दोनों समूह जीवित हैं, यूहन्ना का कथन बहुवचन में है| जैसा [4:9](../04/09.md) में है, वह संभवतः [3:15](../03/15.md) और [5:11](../05/11.md) में कही गईं उक्ति, "अनंत जीवन" को संदर्भित कर रहा है| देखें कि आपने उन पदों में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का सामथ्य प्राप्त है की इस जीवन में एक नए मनुष्य का जीवन जीए और मरणोपरांत सदा के लिए परमेश्वर की उपस्थिति में जीवित रहे...परमेश्वर से सामार्थ्य प्राप्त नहीं है कि इस जीवन में नए मनुष्य का सा जीवन जीए और मरणोपरांत सदा के लिए परमेश्वर की उपश्थिति में जीए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:12	j330		rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples	τὸν Υἱὸν & τὸν Υἱὸν τοῦ Θεοῦ	1	**परमेश्वर का पुत्र** यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है जो परमेश्वर के साथ उसके सम्बन्ध का वर्णन करती है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
5:13	rr7y		rc://*/ta/man/translate/checking/headings		0	यदि आप अनुभागो के लिए शीर्षकों को काम में ले रहे हैं तो आप यहाँ पद 13 से पूर्व एक शीर्षक रख सकते हैं| सुझावित शीर्षक: "सच्चे परमेश्वर के साथ अनंत जीवन" (देखें: [[rc://hi/ta/man/checking/headings]])
5:13	j331		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ὅτι ζωὴν ἔχετε αἰώνιον	1	इस पद में, इस अभिव्यक्ति, **अनंत जीवन** के भावी परिप्रेक्ष्य पर अधिक बलाघात प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "कि तुम मरणोपरांत सदा के लिए परमेश्वर की उपस्थिति में रहोगे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:14	j332		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	αὕτη ἐστὶν ἡ παρρησία ἣν ἔχομεν πρὸς αὐτόν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो जैसा [3:21](../03/21.md) में है, आप शेष वाक्य में यूहन्ना के कथन के प्रकाश में, स्पष्ट कह सकते हैं कि **हियाव** किस बात का है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम प्रार्थना करते हैं तो हमें इसका साहस होता है" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:14	j333		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	αὐτόν & αὐτοῦ & ἀκούει	1	ये सर्वनाम शब्द, **उसके** , **उसकी** और **वह** इस पद में परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| विचार करके देखें कि आपकी भाषा में इन प्रसंगों में से एक या अधिक में "परमेश्वर" नाम को काम में लेना अधिक स्पष्ट या अधिक स्वाभाविक होगा| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:14	j334		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἀκούει ἡμῶν	1	जैसा [4:5](../04/05.md) में है, यह शब्द, **सुनता** एक मुहावरा है| तथापि, यहाँ इसका अर्थ वहाँ के अर्थ से भिन्न है| वहाँ इसका अर्थ था, "विवश होते हैं|" यहाँ इसका अर्थ है,परमेश्वर हमारी विनती को पूरी करने का इच्छुक है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हमें देने के लिए इच्छा रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:15	j335		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact	ἐὰν οἴδαμεν ὅτι ἀκούει ἡμῶν	1	यूहन्ना इस प्रकार कह रहा है कि जैसे यह एक काल्पनिक संभावना है परन्तु इससे उसका तात्पर्य है कि यह वास्तव में सत्य है| यदि आपकी भाषा में किसी निश्चित या सत्य बात को काल्पनिक परिप्रेक्ष्य में व्यक्त करना नहीं हो सकता है और आपके पाठक गलत समझ सकते हैं की यूहन्ना जो कह रहा है वह निश्चित बात नहीं है तो आप उसके शब्दों को सकारात्मक आख्यान में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि हम जानते हैं कि वह हमारी विनती सुनता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-condition-fact]])
5:15	j336		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἀκούει ἡμῶν	1	जैसा [5:14](../05/14.md) में है, **सुनता** शब्द एक मुहावरा है| देखें की आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हमारी विनती के अनुसार हमें देने के लिए इच्छुक रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:15	j337		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἀκούει ἡμῶν	1	यूहन्ना ने पिछले पद में जिस परिस्थिति को स्पष्ट किया है उसको दोहराना सहायक ही सिद्ध होगा | वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हमारी याचना उसकी इच्छा के अनुकूल है तो वह उसको पूरा करने के लिए तैयार रहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:15	j338		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	ἀκούει & αὐτοῦ	1	ये सर्वनाम शब्द, **वह** और **उससे** इस पद में परमेश्वर के सन्दर्भ में हैं| विचार करके देखें कि **वह** के लिए परमेश्वर शब्द काम में लेना और पद में बाद में **उससे** साहब काम में लेना आपकी भाषा में स्वाभाविक प्रयोग होगा| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:16	j339		rc://*/ta/man/translate/figs-hypo	ἐάν τις ἴδῃ τὸν ἀδελφὸν αὐτοῦ ἁμαρτάνοντα ἁμαρτίαν μὴ πρὸς θάνατον, αἰτήσει	1	यूहन्ना एक काल्पनिक स्थिति का वर्णन कर रहा है कि उसके पाठकों को परामार्श दे| UST में इसका एक मानक है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
5:16	j340			ἁμαρτάνοντα ἁμαρτίαν	1	यदि आपकी भाषा में क्रिया **पाप करना** और संज्ञा शब्द, **पाप** दोनों को काम में लेना अस्वाभाविक है तो आप अपने अनुवाद में इस शब्द का एक ही रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "पाप कर रहा है"
5:16	j341		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἁμαρτίαν μὴ πρὸς θάνατον & τοῖς ἁμαρτάνουσιν μὴ πρὸς θάνατον & ἁμαρτία πρὸς θάνατον	1	इस पद में और अगले पद में यह शब्द, **मृत्यु** लाक्षणिक प्रयोग में आत्मिक मृत्यु के सन्दर्भ में है अर्थात परमेश्वर से अनंत पृथक्करण (यूहन्ना के मन में किस पाप का विचार है जिसका ऐसा परिणाम होगा, इसके लिए परिचर्चा हेतु देखें, इस पद पर उत्तरकालीन टिप्पणियाँ) वैकल्पिक अनुवाद: "पाप जिसका परिणाम परमेश्वर से अनंतकालीन पृथक्करण नहीं है...उनके लिए जिनके पाप का परिणाम परमेश्वर से अनंत पृथक्करण नहीं है...पाप जिसके कारण परमेश्वर से अनंत पृथक्करण नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:16	j342		rc://*/ta/man/translate/figs-declarative	αἰτήσει	1	यूहन्ना एक भावी कथन के माध्यम से निर्देशन और आदेश देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसे उस साथी विश्वासी के लिए प्रार्थना करने की आवश्यकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]])
5:16	j343		rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns	δώσει αὐτῷ ζωήν	1	इस उपवाक्य में यह सर्वनाम शब्द, **उसे** पाप करने वाले विश्वासी के सन्दर्भ में हैऔर यह सर्वनाम शब्द **वह** संदर्भित करता है: (1) परमेश्वर को, क्योंकि केवल परमेश्वर आत्मिक जीवन दे सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर उस विश्वासी को जीवन दान देगा जो पाप करता है" (2) **कोई** को अर्थात प्रार्थना करने वाले को| इस स्थिति में,यूहन्ना संभवतः उस मनुष्य की प्रार्थना के माध्यम से परमेश्वर द्वारा जीवन दान को दर्शा रहा है, जैसा याकूब 5:15, 20 में है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह पाप करने वाले विश्वासी के लिए परमेश्वर के जीवन दान के निमित्त परमेश्वर का साधन होगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]])
5:17	j344		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	πᾶσα ἀδικία ἁμαρτία ἐστίν, καὶ ἔστιν ἁμαρτία οὐ πρὸς θάνατον	1	यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अधर्म** में निहित विचार का अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हम जब भी ऐसा काम करते है जो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार नहीं है तो वह पाप है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:17	j345		rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast	καὶ	1	यूहन्ना **और** शब्द के उपयोग के द्वारा एक विषम कथन का समावेश कराता है जो निःसंदेह उसके पत्र के प्राप्तीकर्ताओं के प्रोत्साहन के लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "तथापि" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
5:17	j346		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἔστιν ἁμαρτία οὐ πρὸς θάνατον	1	देखें कि आपने पिछले पद में **मृत्यु** शब्द का अनुवाद कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हर एक पाप परमेश्वर से अनंत अलगाव नहीं लाता है" या "हर एक पाप मनुष्य के लिए आत्मिक मृत्यु का कारण नहीं होता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:18	j347		rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive	πᾶς ὁ γεγεννημένος ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	देखें की आपने ऎसी ही अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:29](../02/29.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह हर एक जन जिसका पिता परमेश्वर है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
5:18	j348		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	πᾶς ὁ γεγεννημένος ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	देखें कि आपने [2:29](../02/29.md) में इस रूपक का वर्णन करने का निर्णय लिया है| वैकल्पिक अनुवाद्ल: "वह हर एक जन जिसका आत्मिक पिता परमेश्वर है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
5:18	j349		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	οὐχ ἁμαρτάνει	1	देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [3:6](../03/06.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "कामुकतापूर्ण और लगातार पाप नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:18	j350			ὁ γεννηθεὶς ἐκ τοῦ Θεοῦ	1	यह यीशु का वर्णन है| यूहन्ना [4:9](../04/09.md) में यीशु को परमेश्वर का "अपना" पुत्र कहता है| देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु, परमेश्वर का वास्तविक पुत्र"
5:18	j351		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	τηρεῖ ἑαυτὸν	1	इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "उसको परमेश्वर के साथ घनिष्ट सम्बन्ध में रखता है" या (2) उसको पाप करने से बचा कर रखता है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:18	j352		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	ὁ πονηρὸς	1	यूहन्ना लाक्षणिक भाषा में शैतान के लिए विचार-साहचर्य में **दुष्ट** शब्द का प्रयोग करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:18	j353		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	οὐχ ἅπτεται αὐτοῦ	1	यह एक मुहावरा है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप एक सहार्थी मुहावरे का प्रयोग कर सकते हैं या साधारण भाषा को काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उसको हानि नहीं पहुंचा सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:19	j354		rc://*/ta/man/translate/figs-idiom	ἐκ τοῦ Θεοῦ ἐσμεν	1	देखें कि आपने ऎसी अभिव्यक्ति का अनुवाद [4:4](../04/04.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम परमेश्वर के साथ जीवन साझा करते हैं" या "हम परमेश्वर के साथ सम्बन्ध में रहते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
5:19	j355		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	τῷ πονηρῷ	1	यदि आपकी भाषा में सपष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **दुष्ट** में निहित विचार का अनुवाद एक समानार्थक अभिव्यक्ति के द्वारा कर सकते हैं| इसका अर्थ हो सकता है: (1) यूहन्ना संभवतः शैतान के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग कर रहा है जैसा [2:13](../02/13.md) में है| वैकल्पिक अनुवाद: "शैतान" (2) यूहन्ना संभवतः अनाचारी प्रभावों के विषय कह रहा है| वैकल्पुइक अनुवाद: "अनाचारी प्रभाव" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:20	j356		rc://*/ta/man/translate/figs-explicit	ἥκει	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि इसका अर्थ क्या है जैसा आपने [5:6](../05/06.md) में किया होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के पास से पृथ्वी पर आया" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
5:20	j357		rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns	δέδωκεν ἡμῖν διάνοιαν	1	यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो स्पष्ट कह सकते हैं कि यीशु ने हमें जो समझने के योग्य किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें सत्य की समझ के योग्य किया" या "हमें परमेश्वर के बारे में सत्य को समझने योग्य किया है"\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
5:20	j358		rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy	τὸν Ἀληθινόν & τῷ Ἀληθινῷ	1	यूहन्ना परमेश्वर के लिए लाक्षणिक भाषा में विचार-साहचार्य के द्वारा कहता है कि वह **सत्य** है| इसका अर्थ हो सकता है: (1) परमेश्वर जो सच्चा है, झूठे ईश्वरों की तुलना में| वैकल्पिक अनुवाद: "सच्चा परमेश्वर...सच्चा परमेश्वर" (2) परमेश्वर जो अपनी कथनी और करनी में सच्चा है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जो सदा सत्य बोलता है और जो कहता है वह करता है>>>परमेश्वर जो सदा सत्य बोलता नही और जो कहता है वह करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
5:20	gobu		rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor	ἐσμὲν ἐν τῷ Ἀληθινῷ, ἐν τῷ Υἱῷ αὐτοῦ, Ἰησοῦ Χριστῷ	1	**उस सच्चे** का सन्दर्भ हो सकता है: (1) यीशु से जैसा शेष उपवाक्य स्पष्ट करता है| इस स्थिति में, यूहन्ना कहता है कि यीशु और परमेश्वर सच्चे परमेश्वर हैं और हम इन दोनों में अवस्थित हैं| उसत को देखें| (2) परमेश्वर से, जैसा पहला प्रसंग, **उस सच्चे** का सन्दर्भ परमेश्व<E0A58D>