141 KiB
141 KiB
1 | Reference | ID | Tags | Quote | Occurrence | Question | Response |
---|---|---|---|---|---|---|---|
2 | 1:2 | kowp | \# लूका ने जिन “आँखों देखे गवाहों” का उल्लेख किया वे कौन थे? | “आँखों देखे गवाह” वह थे जो यीशु की सेवकाई के प्रारम्भ से ही प्रेरितों के साथ थे। | |||
3 | 1:2 | gjx5 | \# यीशु ने जो किया उसे देखने के बाद कुछ चश्मदीद गवाहों ने क्या किया? | उन्होंने यीशु द्वारा किए गए कामों का क्रमानुसार विवरण लिखा या कहानी लिखी। | |||
4 | 1:4 | b5g8 | \# यीशु ने जो कहा और किया, लूका ने उसका विवरण स्वयं लिखने का निर्णय क्यों लिया? | वह चाहता था कि थियुफिलुस उन बातों के विषय में निश्चिंतता से जाने जो उसे सिखाई गई थी। | |||
5 | 1:6 | ykne | \# परमेश्वर ने जकर्याह और एलीशिबा को धर्मी क्यों माना? | परमेश्वर ने उन्हें धर्मी माना, क्योंकि वे बिना किसी दोष के उसके सभी आदेशों और नियमों का पालन करते थे। | |||
6 | 1:7 | lyss | \# जकर्याह और एलीशिबा के कोई भी संतान क्यों नहीं थी? | उनके कोई भी संतान नहीं थी क्योंकि एलीशिबा संतान उत्पन्न करने में सक्षम नहीं थी| अब वह और जकर्याह दोनों ही बहुत बूढ़े हो गए थे। | |||
7 | 1:8 | ndy2 | \# जकर्याह परमेश्वर के सामने क्या काम करता था? | जकर्याह याजक के रूप में सेवा करता था। | |||
8 | 1:9 | am5d | \# जकर्याह ने मन्दिर में क्या किया? | उसने प्रभु के लिए धूप जलाई। | |||
9 | 1:10 | i1yp | \# जब जकर्याह मन्दिर में था तब लोग क्या कर रहे थे? | लोग मन्दिर के बाहर रुके रहे और वे प्रार्थना कर रहे थे। | |||
10 | 1:11 | aeen | \# जब जकर्याह मन्दिर में था तब उसके सामने कौन प्रगट हुआ? | मन्दिर में जकर्याह के सामने प्रभु का एक स्वर्गदूत प्रकट हुआ। | |||
11 | 1:12 | x8vw | \# जब जकर्याह ने उस स्वर्गदूत को देखा तो उसने ने क्या किया? | जब जकर्याह ने उस स्वर्गदूत को देखा तो वह घबरा गया और बहुत भयभीत हो गया था। | |||
12 | 1:13 | di28 | \# उस स्वर्गदूत ने जकर्याह से क्या कहा? | उस स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा, कि डर मत और यह कि तेरी पत्नी एलीशिबा एक पुत्र को जन्म देगी। उसके पुत्र का नाम यूहन्ना होगा। | |||
13 | 1:16 | uvx1 | \# उस स्वर्गदूत ने क्या कहा कि यूहन्ना इस्राएल के लोगों के लिए क्या करेगा? | उस स्वर्गदूत ने कहा कि यूहन्ना इस्राएल के बहुत से लोगों को उनके प्रभु परमेश्वर की ओर लौटने को प्रेरित करेगा। | |||
14 | 1:17 | itoe | \# यूहन्ना के कामों ने लोगों को किस तरह से तैयार किया? | यूहन्ना के कामों ने लोगों को प्रभु की खातिर तैयार किया। | |||
15 | 1:19 | nsxz | \# उस स्वर्गदूत का क्या नाम था और वह सामान्य रूप से कहाँ रहता था? | उस स्वर्गदूत का नाम जिब्राईल था और वह सामान्य रूप से परमेश्वर की उपस्थिति में खड़ा रहता था। | |||
16 | 1:20 | go3k | \# उस स्वर्गदूत ने क्या कहा कि जकर्याह के साथ क्या होगा क्योंकि उसने उस स्वर्गदूत की बातों पर विश्वास नहीं किया? | जकर्याह तब तक बोलने में असमर्थ हो जायेगा जब तक कि उस बच्चे का जन्म न हो जाए। | |||
17 | 1:27 | sls7 | \# एलीशिबा के गर्भधारण के छठे महीने के बाद, जिब्राईल को परमेश्वर ने किसे देखने के लिए भेजा था? | उसे मरियम नाम की एक कुँवारी के पास भेजा गया जिसकी दाऊद के वंशज यूसुफ़ से सगाई हो चुकी थी। | |||
18 | 1:31 | mv8j | \# उस स्वर्गदूत ने क्या कहा कि मरियम के साथ क्या होगा? | उस स्वर्गदूत ने कहा कि मरियम गर्भवती होगी और एक पुत्र को जन्म देगी और वह उसका नाम यीशु रखेगी। | |||
19 | 1:33 | c31e | \# वह बच्चा क्या करेगा? | वह बच्चा अनन्त काल तक याकूब के घराने पर राज करेगा और उसके राज्य का अंत कभी नहीं होगा। | |||
20 | 1:35 | gpsc | \# स्वर्गदूत ने कैसे कहा कि मरियम के कुँवारी होने के बावजूद भी ऐसा होगा? | स्वर्गदूत ने कहा कि पवित्र आत्मा मरियम पर उतरेगा और परमप्रधान की शक्ति उस पर छाया करेगी। | |||
21 | 1:35 | jxtb | \# स्वर्गदूत ने क्या कहा कि यह पवित्र बालक किसका पुत्र होगा? | स्वर्गदूत ने कहा कि यह पवित्र बालक परमेश्वर का पुत्र कहलायेगा। | |||
22 | 1:37 | muvo | \# स्वर्गदूत ने क्या कहा कि परमेश्वर के लिए क्या असंभव नहीं है? | परमेश्वर के लिए कुछ भी असम्भव नहीं। | |||
23 | 1:41 | ln0x | \# जब मरियम ने एलीशिबा का अभिवादन किया, तो एलीशिबा के बच्चे ने क्या किया? | बच्चा उसके पेट में ख़ुशी से उछल पड़ा। | |||
24 | 1:42 | nyxb | \# एलीशिबा ने किसे धन्य कहा? | एलीशिबा ने कहा कि मरियम और उसका बच्चा धन्य हैं। | |||
25 | 1:54 | bf4d | \# परमेश्वर ने अपने दास इस्राएल की सहायता क्यों की? | परमेश्वर ने अपनी दया को याद किया। | |||
26 | 1:59 | so1w | परमेश्वर ने अपनी दया को याद किया। | आम तौर पर, वे उसके पिता के नाम के अनुसार उसका नाम जकर्याह रखने जा रहे थे। | |||
27 | 1:63 | opls | \# जब उससे पूछा गया कि बच्चे का नाम क्या होना चाहिए तो जकर्याह ने क्या लिखा? | जकर्याह ने लिखा कि, “इसका नाम यूहन्ना है।” | |||
28 | 1:64 | yzdk | \# बच्चे का नाम लिखने के तुरंत बाद जकर्याह के साथ क्या हुआ? | बच्चे का नाम लिखने के तुरंत बाद, जकर्याह बोलने लगा और परमेश्वर की स्तुति करने लगा। | |||
29 | 1:66 | hn4h | \# इन सभी घटनाओं के कारण सभी को बच्चे के बारे में क्या पता चला? | उन्होंने जान लिया कि प्रभु का हाथ उस पर है। | |||
30 | 1:68 | hv8v | \# परमेश्वर ने अब क्या पूरा किया जिसके कारण जकर्याह ने परमेश्वर की स्तुति की? | परमेश्वर ने अब अपने लोगों के लिए छुटकारे को पूरा कर किया है। | |||
31 | 1:77 | der1 | \# जकर्याह ने क्या भविष्यवाणी की थी कि उसका बच्चा यूहन्ना लोगों को क्या जानने में सहायता करेगा? | यूहन्ना लोगों को यह जानने में सहायता करेगा कि उनके पापों की क्षमा के द्वारा कैसे उनका उद्धार होगा। | |||
32 | 1:80 | jswc | \# यूहन्ना कहाँ बड़ा हुआ और जनता में प्रगट होने तक वह कहाँ रहा? | यूहन्ना निर्जन स्थानों में रहा और वहीं बड़ा हुआ। | |||
33 | 2:3 | fd0v | \# जनगणना के लिए गणना कराने के लिए लोग कहाँ गए थे? | सब लोग जनगणना के लिए अपने अपने नगर को गए थे। | |||
34 | 2:4 | o7h3 | \# यूसुफ मरियम के साथ बैतलहम में गणना कराने के लिए क्यों गया? | यूसुफ और मरियम बैतलहम गए क्योंकि यूसुफ दाऊद का वंशज था। | |||
35 | 2:7 | bzmx | \# जब मरियम ने अपने पुत्र को जन्म दिया तो उसने उसे कहाँ रखा? | जब बच्चे का जन्म हुआ, तो मरियम ने उसे एक चरनी में रखा। | |||
36 | 2:8 | euif | \# उस रात गड़रिये क्या कर रहे थे? | वे खुले खेतों में थे और अपने झुंड की रखवाली कर रहे थे। | |||
37 | 2:9 | e8sp | \# स्वर्गदूत को देखकर गड़रियों ने क्या प्रतिक्रिया की? | गड़रिये बहुत डर गए थे। | |||
38 | 2:11 | vzkf | \# स्वर्गदूत ने गड़रियों को क्या अच्छा समाचार दिया? | स्वर्गदूत ने गड़रियों से कहा कि उद्धारकर्ता प्रभु मसीह का जन्म हुआ है। | |||
39 | 2:15 | kpya | \# स्वर्गदूतों के जाने के बाद गड़रियों ने क्या करने का फैसला किया? | गड़रियों ने उस बालक को देखने के लिए बैतलहम जाने का फैसला किया जिसका जन्म हुआ था। | |||
40 | 2:16 | lk05 | \# बैतलहम में गड़रियों ने क्या पाया? | गड़रियों ने मरियम और यूसुफ और चरनी में पड़े हुए बालक को पाया। | |||
41 | 2:21 | kk9x | \# यीशु का खतना कब हुआ था? | यीशु के जन्म के आठवें दिन पर उसका खतना किया गया था। | |||
42 | 2:22 | rp5d | \# यूसुफ और मरियम बालक यीशु को यरूशलेम के मंदिर में क्यों ले गए? | उसे प्रभु को समर्पित करने के लिये और मूसा की व्यवस्था के अनुसार वह बलि चढ़ाने के लिए, वे उसे मन्दिर में ले गए। | |||
43 | 2:26 | eh4j | \# पवित्र आत्मा ने शमौन पर क्या प्रकट किया? | पवित्र आत्मा ने शमौन पर प्रकट किया कि जब तक वह प्रभु के मसीह के दर्शन नहीं कर लेगा, वह मरेगा नहीं। | |||
44 | 2:32 | ssnc | पवित्र आत्मा ने शमौन पर प्रकट किया कि जब तक वह प्रभु के मसीह के दर्शन नहीं कर लेगा, वह मरेगा नहीं। | शमौन ने कहा कि यीशु ग़ैर यहूदियों के लिए प्रकाशन का स्रोत और परमेश्वर के लोगों, इस्राएल के लिये महिमा है। | |||
45 | 2:35 | t21p | शमौन ने कहा कि यीशु ग़ैर यहूदियों के लिए प्रकाशन का स्रोत और परमेश्वर के लोगों, इस्राएल के लिये महिमा है। | शमौन ने कहा कि तलवार से उसका अपना प्राण भी छिद जाएगा। | |||
46 | 2:38 | c215 | \# नबी हन्नाह ने क्या किया जब वह मरियम, यूसुफ और यीशु के पास आई? | हन्नाह ने परमेश्वर को धन्यवाद देना आरम्भ किया और सब लोगों को उस बालक के बारे में बताने लगी। | |||
47 | 2:40 | spq8 | \# बालक यीशु के नासरत लौटने के बाद क्या हुआ? | यीशु बढ़ता एवं हृष्ट\-पुष्ट होता गया, वह बहुत बुद्धिमान होता गया और उस पर परमेश्वर का अनुग्रह था। | |||
48 | 2:44 | twwk | \# यीशु के माता\-पिता को यह एहसास क्यों नहीं हुआ कि वह फ़सह के पर्व के दौरान यरूशलेम में पीछे रह गया था? | उन्हें इस बात का एहसास इसलिए नहीं हुआ क्योंकि वे यह सोचने लगे कि वह उस समूह में होगा जो उनके साथ यात्रा कर रहा था। | |||
49 | 2:46 | umuq | \# उसके माता\-पिता ने यीशु को कहाँ पाया और वह क्या कर रहा था? | उसके माता\-पिता ने उसे मन्दिर में उपदेशकों के बीच बैठे और उनकी बात सुनते और उनसे प्रश्न पूछते हुए पाया। | |||
50 | 7:34 | jkzs | \# क्योंकि यीशु खाता\-पीता आया था इसलिए यीशु पर क्या दोष लगाया गया? | उन्होंने कहा कि, “वह पेटू और पियक्कड़ मनुष्य है।” | |||
51 | 7:38 | xjeo | \# फरीसी के घर में उस नगर की स्त्री ने यीशु के साथ क्या किया? | उसने अपने आँसुओं से यीशु के पाँवों को भिगोया, अपने सिर के बालों से पोंछा, उसके पाँवों को चूमा, और इत्र से उसके पाँवों का अभिषेक किया। | |||
52 | 7:47 | yz8l | \# यीशु ने क्या कहा कि स्त्री के बहुत प्रेम करने का कारण क्या था? | उसने बहुत प्रेम किया क्योंकि उसके पाप, जो बहुत थे, क्षमा हुए हैं। | |||
53 | 8:3 | txmu | \# स्त्रियों के एक बड़े समूह ने यीशु और उसके चेलों के लिए क्या किया? | स्त्रियों ने अपनी संपत्ति से उनकी सेवा की। | |||
54 | 8:11 | ubfy | \# यीशु के दृष्टान्त में, बोया गया बीज क्या है? | बीज परमेश्वर का वचन है। | |||
55 | 8:12 | ieeb | \# मार्ग के किनारे गिरे हुए बीज कौन हैं और उनका क्या होता है? | ये वे लोग होते हैं जो वचन सुनते हैं, परन्तु तब शैतान आकर उनके मनों में से वचन को उठा ले जाता है, ताकि वे विश्वास न कर सकें और न उद्धार पाएँ। | |||
56 | 8:13 | i5xv | \# चट्टान पर गिरे हुए बीज कौन हैं और उनका क्या होता है? | ये वे लोग हैं जो आनन्द के साथ वचन को ग्रहण तो करते हैं, परन्तु फिर परीक्षा के समय बहक जाते हैं। | |||
57 | 8:14 | xpgl | \# झाड़ियों में गिरे हुए बीज कौन हैं और उनका क्या होता है? | ये वे लोग हैं जो वचन सुनते हैं, परन्तु फिर वह इस जीवन की चिन्ता, धन, और सुख\-विलास से दब जाता है, और उनका फल नहीं पकता है। | |||
58 | 8:15 | tpqt | \# अच्छी भूमि में गिरे हुए बीज कौन हैं और उनका क्या होता है? | ये वे लोग हैं जो वचन को सुनते हैं, उसे सम्भाले रखते हैं, और धीरज के साथ फल लाते हैं। | |||
59 | 8:21 | cx2n | \# यीशु ने क्या कहा कि उसकी माता और भाई कौन हैं? | यीशु ने कहा कि जो लोग परमेश्वर का वचन सुनते हैं और उसे मानते हैं, वे ही उसकी माता और भाई हैं। | |||
60 | 8:25 | pa23 | \# जब यीशु ने आँधी और पानी को शान्त किया तो चेलों ने क्या कहा? | उन्होंने कहा, यह कौन है जो आँधी और पानी को भी आज्ञा देता है, और वे उस की मानते हैं? | |||
61 | 8:29 | av16 | \# दुष्टात्माओं ने गिरासेनियों के क्षेत्र के मनुष्य को क्या करने के लिए प्रेरित किया? | उन्होंने उसे कब्रों में बिना कपड़ों के रहने के लिए प्रेरित किया, उन्होंने उसे जंजीरों और बेड़ियों को तोड़ देने के लिए प्रेरित किया, और वे अक्सर उसे जंगल में ले जाती थी। | |||
62 | 8:33 | i745 | \# यीशु द्वारा मनुष्य में से निकलने की आज्ञा देने के बाद दुष्टात्माएँ कहाँ चली गयी? | दुष्टात्माएँ सूअरों के झुण्ड में समा गयी, जो झुण्ड झील में जा गिरा और डूब गया। | |||
63 | 8:39 | z7k5 | \# यीशु ने उस मनुष्य को जाकर क्या करने के लिए कहा? | यीशु ने उससे कहा कि वह अपने घर में लौट जाए और उसका सब का वर्णन करे कि परमेश्वर ने उसके लिए क्या किया है। | |||
64 | 8:48 | p21r | \# यीशु के अनुसार लहू बहने वाली स्त्री के चंगे होने का क्या कारण था? | यीशु में विश्वास के कारण वह चंगी हो गई थी। | |||
65 | 8:55 | jgt8 | \# यीशु ने याईर के घर में क्या किया? | यीशु ने याईर की मुर्दा बेटी को जिलाया। | |||
66 | 9:2 | u637 | \# यीशु ने बारहों को क्या करने के लिए भेजा? | यीशु ने उन्हें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करने और बीमारों को चंगा करने के लिए भेजा। | |||
67 | 9:7 | icz0 | \# जब हेरोदेस ने जो कुछ हो रहा था, उसके बारे में सुना तो वह क्यों घबरा गया था? | वह घबरा गया था क्योंकि कितने लोगों ने कहा कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला मरे हुओं में से जी उठा है। | |||
68 | 9:8 | mtis | \# कितने ओर लोगों ने क्या सोचा कि जो बाते हो रही थीं, उसका कारण कौन हो सकता है? | कितनों ने कहा कि एलिय्याह दिखाई दिया है, और कितने औरों ने कहा कि पुराने भविष्यद्वक्ताओं में से कोई जी उठा है। | |||
69 | 9:13 | l3uk | \# भीड़ को खिलाने के लिए चेलों के पास क्या भोजन था? | उनके पास पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ थीं। | |||
70 | 9:14 | nid6 | \# जंगल में जो भीड़ थी उसमें कितने पुरुष यीशु के पीछे चल रहे थे? | भीड़ में लगभग 5000 पुरुष थे। | |||
71 | 9:16 | eg5d | \# यीशु ने पाँच रोटियों और दो मछलियों का क्या किया? | उसने वे पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ लीं, और स्वर्ग की और देखा, उन्हें आशीष दी, और तोड़\-तोड़कर चेलों को देता गया ताकि वे लोगों को परोसें। | |||
72 | 9:17 | k35i | \# बचे हुए टुकड़ों की कितनी टोकरियाँ थीं? | बचे हुए टुकड़ों की 12 टोकरियाँ थीं? | |||
73 | 9:23 | zvgf | \# यीशु ने क्या कहा कि यदि कोई उसके पीछे आना चाहता है तो उसे क्या करना चाहिए? | उसे अपने आप का इन्कार करना चाहिए, प्रतिदिन अपना क्रूस उठाए हुए यीशु के पीछे चलना चाहिए। | |||
74 | 9:29 | agyq | \# पहाड़ पर यीशु के रूप का क्या हुआ? | उसके चेहरे का रूप बदल गया, और उसका वस्त्र श्वेत होकर चमकने लगा। | |||
75 | 9:30 | wo95 | \# यीशु के साथ कौन दिखाई दिए? | \# यीशु के साथ मूसा और एलिय्याह दिखाई दिए? | |||
76 | 9:39 | dl2i | \# यीशु के दुष्टात्मा को बाहर निकालने से पहले, इसने उस मनुष्य के पुत्र को क्या करने के लिए प्रेरित किया? | दुष्टात्मा ने उसे चिल्लाने के लिए और मुँह में फेन भरने के लिए प्रेरित किया। | |||
77 | 9:44 | n9w8 | \# यीशु ने चेलों से क्या कहा जो उन्हें समझ में नहीं आया? | उसने कहा कि, “ मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जायेगा।” | |||
78 | 9:48 | nspo | \# यीशु ने क्या कहा कि चेलों में से सबसे बड़ा कौन है? | जो उन में सबसे छोटे से छोटा है, वही बड़ा है। | |||
79 | 9:51 | e4t5 | \# जब यीशु के ऊपर उठाए जाने के दिन पूरे होने पर थे, तो उसने क्या किया? | उसने यरूशलेम को जाने का विचार दृढ़ किया। | |||
80 | 10:4 | fmh0 | \# यीशु ने 70 को अपने साथ क्या न ले जाने के लिए कहा? | उसने उनसे कहा कि वे बटुआ, झोली, या जूते साथ न लें। | |||
81 | 10:9 | iuct | \# यीशु ने 70 को प्रत्येक नगर में क्या करने के लिए कहा? | उसने उनसे बीमारों को चंगा करने और लोगों से यह कहने के लिए कहा कि, “परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुँचा है।” | |||
82 | 10:12 | op7j | \# यदि कोई नगर उन्हें ग्रहण न करे, जिन्हें यीशु ने उनके पास भेजा, तो उस नगर का न्याय कैसा होगा? | यह उनके लिए सदोम के न्याय से भी अधिक बुरा होगा। | |||
83 | 10:20 | ziwo | \# जब 70 आनन्द के साथ लौटकर कहने लगे कि वे दुष्टात्माओं को निकालने में समर्थ हैं, तो यीशु ने उनसे क्या कहा? | उसने कहा, “इससे आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे गए हैं।” | |||
84 | 10:21 | fjku | \# यीशु ने किससे कहा कि परमेश्वर के राज्य को प्रगट करना पिता को अच्छा लगता है? | परमेश्वर के राज्य को उन पर प्रगट करना पिता को अच्छा लगा, जो बालकों की तरह अशिक्षित हैं। | |||
85 | 10:27 | w64k | \# यीशु के अनुसार, यहूदी व्यवस्था क्या कहती है कि एक मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए? | तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी शक्ति और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख; और अपने पड़ोसी से अपने जैसा प्रेम रख। | |||
86 | 10:31 | x812 | \# यीशु के दृष्टान्त में, यहूदी याजक ने मार्ग पर अधमरे पड़े हुए मनुष्य को देखकर क्या किया? | वह मार्ग की दूसरी ओर से चला गया। | |||
87 | 10:32 | t8ik | \# उस मनुष्य को देखकर लेवी ने क्या किया? | वह मार्ग की दूसरी ओर से चला गया। | |||
88 | 10:34 | czk3 | \# उस मनुष्य को देखकर सामरी ने क्या किया? | उसने उसके घावों पर पट्टियाँ बाँधी, उसे अपनी सवारी पर चढ़ाकर, एक सराय में ले गया, और उसकी सेवा टहल की। | |||
89 | 10:37 | ab3v | \# दृष्टान्त सुनाने के बाद यीशु ने यहूदी व्यवस्था के व्यवस्थापक को जाकर क्या करने के लिए कहा? | जा और दृष्टान्त में के सामरी की तरह दया दिखा। | |||
90 | 10:39 | ejbf | \# उसी समय मरियम ने क्या किया? | उसने प्रभु के पाँवों के पास बैठकर उसका वचन सुना। | |||
91 | 10:40 | njpz | \# जब यीशु उसके घर में आया तो मार्था ने कैसा व्यवहार किया? | वह सेवा करते\-करते घबरा गई। | |||
92 | 10:42 | gnoc | \# यीशु ने क्या कहा कि किसने करने के लिए उत्तम काम को चुना है? | उसने कहा कि मरियम ने उस उत्तम भाग को चुन लिया है जो उससे छीना न जाएगा। | |||
93 | 11:3 | x3s1 | \# यीशु क्या चाहता था कि उसके चेले पिता के नाम को क्या होने के लिए प्रार्थना करें? | वह चाहता था कि वे प्रार्थना करें कि पिता का नाम पवित्र माना जाए। | |||
94 | 11:4 | nxgh | \# जब हम परमेश्वर से हमारे पापों को क्षमा करने के लिए कहते हैं, तो हमें उन अन्य लोगों के बारे में क्या करना चाहिए जो हमारे विरूद्ध पाप करते हैं? | हमें उन्हें वैसे ही क्षमा करना चाहिए जैसे परमेश्वर ने हमें क्षमा किया है। | |||
95 | 11:8 | u5vi | \# यीशु के दृष्टान्त में, मनुष्य ने आधी रात को उठकर अपने मित्र को रोटी क्यों दी? | अपने मित्र की दृढ़ता के कारण। | |||
96 | 11:13 | zda1 | \# स्वर्गीय पिता अपने माँगने वालों को क्या देगा? | वह उन्हें पवित्र आत्मा देगा। | |||
97 | 11:15 | vyas | \# जब उन्होंने उसे दुष्टात्माओं को निकालते देखा, तो कुछ लोगों ने यीशु पर क्या करने का दोष लगाया? | उन्होंने उस पर दुष्टात्माओं के प्रधान बालजबूल (शैतान) की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालने का दोष लगाया। | |||
98 | 11:20 | kpkl | \# यीशु ने क्या उत्तर दिया कि किस सामर्थ्य से उसने दुष्टात्माओं को निकाला? | उसने कहा कि उसने परमेश्वर की उंगली से दुष्टात्माओं को निकाला। | |||
99 | 11:26 | kk3v | \# यदि कोई अशुद्ध आत्मा किसी मनुष्य में से निकल जाती है परन्तु बाद में जब वह लौट आए, तो उस मनुष्य की अंतिम दशा क्या हो जाती है? | उस मनुष्य की अंतिम दशा पहली दशा से भी बुरी हो जाती है। | |||
100 | 11:28 | f4db | \# जब स्त्री ने ऊँचे शब्द से कहा, यीशु की माता धन्य है, तो यीशु ने किसे धन्य कहा? | जो परमेश्वर का वचन सुनते और मानते हैं, वे धन्य हैं। | |||
101 | 11:32 | aci8 | \# यीशु ने क्या कहा कि वह पुराने नियम के किन दो मनुष्यों से बड़ा था? | वह सुलैमान और योना से भी बड़ा है। | |||
102 | 11:39 | n0tr | \# यीशु ने क्या कहा कि फरीसी अंदर से किस से भरे हुए थे? | उसने कहा कि वे अंधेर और दुष्टता से भरे हुए थे। | |||
103 | 11:42 | efn9 | \# यीशु ने क्या कहा कि फरीसी क्या टाल देते हैं? | वे न्याय को और परमेश्वर के प्रेम को टाल देते हैं। | |||
104 | 11:46 | e2xn | \# यीशु ने क्या कहा कि व्यवस्था के व्यवस्थापक दूसरे मनुष्यों के साथ क्या कर रहे थे? | वे ऐसे बोझ जिनको उठाना कठिन है, मनुष्यों पर लादते थे, परन्तु वे आप उन बोझों को नहीं छूते थे। | |||
105 | 11:50 | a7kn | \# यीशु ने किस बात के लिए कहा कि इस पीढ़ी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा? | जगत की उत्पत्ति से ही बहाए गए भविष्यद्वक्ताओं के सारे लहू के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाएगा। | |||
106 | 11:54 | jqg1 | \# यीशु की बातें सुनकर शास्त्रियों और फरीसियों ने क्या किया? | वे उसे उसकी ही बातों में फँसाने के लिए घात में लगे हुए थे। | |||
107 | 12:3 | y120 | \# यीशु के अनुसार अंधेरे में की गयी आपकी हर बात का क्या होगा? | इसे उजाले में सुना जाएगा। | |||
108 | 12:5 | uwuu | \# यीशु ने क्या कहा कि तुम्हें किससे डरना चाहिए? | तुम्हें उस से डरना चाहिए, जिसके पास हमें मारने के बाद, हमें नरक में डालने का अधिकार है। | |||
109 | 12:8 | ibxm | \# यीशु उन सभी के लिए क्या करेगा जो मनुष्यों के सामने यीशु के नाम को मान लेते हैं? | यीशु भी उस मनुष्य को परमेश्वर के स्वर्गदूतों के सामने मान लेगा। | |||
110 | 12:15 | jap9 | \# यीशु के अनुसार, हमारा जीवन किससे नहीं होता है? | हमारा जीवन हमारी संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता है। | |||
111 | 12:18 | t13l | \# यीशु के दृष्टान्त में, क्योंकि उसकी भूमि में बड़ी उपज हुई थी इसलिए धनवान मनुष्य क्या करने जा रहा था? | वह अपनी बखारियाँ तोड़कर उनसे बड़ी बखारियाँ बनाने और अपना सब अन्न और सम्पत्ति उनमें ही रखने जा रहा था। | |||
112 | 12:19 | hiid | \# धनवान मनुष्य ने अपने आप से क्या करने के लिए कहा क्योंकि उसके पास बहुत सारा अन्न इकट्ठा हो गया था? | उसने अपने आप से कहा कि चैन कर, खा, पी और सुख से रह। | |||
113 | 12:20 | sz6u | \# परमेश्वर ने धनवान मनुष्य से क्या कहा? | उसने कहा कि, “हे मूर्ख, इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा; और तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है, वह किसका होगा?” | |||
114 | 12:31 | g72l | \# जीवन की वस्तुओं की चिंता करने के बजाय यीशु ने क्या कहा कि हमें क्या करना चाहिए? | हमें परमेश्वर के राज्य की खोज करनी चाहिए। | |||
115 | 12:33 | rtvr | \# यीशु ने क्या कहा कि हमारा धन कहाँ होना चाहिए? | हमारा धन स्वर्ग में होना चाहिए। | |||
116 | 12:37 | h23z | \# यीशु के अनुसार परमेश्वर के कौनसे दास धन्य हैं? | जो यीशु के आने पर जागते हुए पाए जाते हैं, वे धन्य हैं। | |||
117 | 12:40 | yngq | \# क्या हम जानते हैं कि यीशु किस घड़ी आएगा? | नहीं, वह तब आएगा जब हम उसके आने के बारे में सोचते भी नहीं होंगे। | |||
118 | 12:46 | pt7v | \# उस दास का क्या होता है जो दूसरे दासों को मारता\-पीटता है और अपने स्वामी के आने के लिए तैयार नहीं होता है? | स्वामी उसे दो टुकड़ों में काट देगा और वह विश्वासघातियों के साथ उसका भाग ठहराएगा। | |||
119 | 12:48 | z0ob | \# जिन्हें बहुत दिया गया है, उनसे क्या माँग की जाएगी? | उनसे बहुत की माँग की जाएगी। | |||
120 | 12:52 | tkcv | \# यीशु के अनुसार वह पृथ्वी पर किस तरह के बंटवारे लेकर आया है? | एक ही घर के लोग आपस में अलग\-अलग हुए एक दुसरे से विरोध रखेंगे। | |||
121 | 12:58 | hpl2 | \# यीशु के अनुसार न्यायाधीश के सामने अपने मुद्दई के साथ जाने से पहले हमें क्या करना चाहिए? | न्यायाधीश के पास पहुँचने से पहले हमें अपने मुद्दई से छूटने का यत्न करना चाहिए। | |||
122 | 13:3 | f9d1 | क्योंकि वे अन्य गलीलियों से अधिक पापी थे, क्या इसलिए पिलातुस द्वारा मारे गए गलीलियों को इस प्रकार कष्ट हुआ? | नहीं, वे अधिक पापी नहीं थे। | |||
123 | 13:8 | o1ca | \# यीशु के दृष्टान्त में, बारी का रखवाला उस अंजीर के पेड़ से क्या करना चाहता था जो फल नहीं देता था? | वह उसके चारों ओर खोदना चाहता था और उस में खाद डालना चाहता था ताकि वह फल दे सके। | |||
124 | 13:9 | p9ig | \# बारी का रखवाला अंजीर के पेड़ के साथ क्या करेगा यदि वह एक वर्ष तक उस पर खाद डालने के बाद भी फल नहीं देता है? | यदि वह फिर भी फल नहीं देता है, तो उसका स्वामी उसे काट डालता है। | |||
125 | 13:11 | za5b | \# आराधनालय में, अठारह वर्ष से स्त्री किस कारण कुबड़ी थी? | दुर्बल करनेवाली दुष्टात्मा ने उसे कुबड़ा कर रखा था और वह सीधे खड़े होने में असमर्थ थी। | |||
126 | 13:14 | gq6d | \# जब यीशु ने उस स्त्री को चंगा किया तो आराधनालय के सरदार को क्रोध क्यों आया? | वह इसलिए क्रोधित हुआ था क्योंकि यीशु ने सब्त के दिन में उस स्त्री को चंगा किया था। | |||
127 | 13:15 | vkjh | \# यीशु ने कैसे दिखाया कि आराधनालय का सरदार एक कपटी था? | यीशु ने उसे स्मरण दिलाया कि वह सब्त के दिन अपने पशु खोलकर उसे पानी पिलाता है, तब भी जब यीशु ने सब्त के दिन उस स्त्री को चंगा किया, तब वह क्रोधित हुआ। | |||
128 | 13:19 | m29v | परमेश्वर का राज्य कैसे राई के दाने के समान है? | परमेश्वर का राज्य बीज की तरह एक छोटे से शुरू होता है, परन्तु फिर वह बहुत बड़ा हो जाता है। | |||
129 | 13:28 | r4nl | \# जो लोग परमेश्वर के राज्य से निकाल दिए गए हैं और वे परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करने में सक्षम नहीं हैं वे लोग क्या करेंगे? | वे रोएँगे और दाँत पीसेंगे। | |||
130 | 13:28 | je79 | \# परमेश्वर के राज्य में कौन होंगे? | अब्राहम, इसहाक, याकूब, भविष्यद्वक्ता, और पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण के बहुत से लोग राज्य में होंगे। | |||
131 | 13:33 | ihpm | \# यीशु ने क्या कहा था कि एक भविष्यद्वक्ता को कहाँ मारा जाना चाहिए? | किसी भविष्यद्वक्ता के लिए यरूशलेम को छोड़ कहीं और मारा जाना संभव नहीं है। | |||
132 | 13:34 | uk84 | \# यीशु यरूशलेम के लोगों के साथ क्या करना चाहता था? | वह उन्हें वैसे ही इकट्ठा करना चाहता था जैसे मुर्गी अपने बच्चों को इकट्ठा करती है। | |||
133 | 13:34 | zdxk | \# यीशु की उनके प्रति इच्छा के प्रति यरूशलेम के लोगों ने क्या प्रतिक्रिया दी? | वे यीशु के द्वारा इकट्ठा किए जाने को तैयार नहीं थे। | |||
134 | 14:3 | czam | \# यीशु ने यहूदी व्यवस्था के व्यवस्थापकों और फरीसियों से क्या पूछा? | उस ने उन से पूछा कि क्या सब्त के दिन चंगा करना उचित है या नहीं? | |||
135 | 14:4 | yqwn | \# व्यवस्थापकों और फरीसियों का यीशु को क्या उत्तर था? | वे चुपचाप रहे। | |||
136 | 14:5 | rh3a | \# यीशु ने कैसे दिखाया कि व्यवस्थापक और फरीसी कपटी थे? | यीशु ने उन्हें याद दिलाया कि वे अपने बेटे या बैल की सहायता करेंगे जो सब्त के दिन कुएँ में गिर गया हो। | |||
137 | 14:11 | u4nk | \# यीशु ने क्या कहा कि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाता है उसका क्या होगा? | जो अपने आप को बड़ा बनाता है, वह छोटा किया जाएगा। | |||
138 | 14:11 | zvck | \# यीशु ने क्या कहा कि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाता है उसका क्या होगा? | जो अपने आप को छोटा बनाता है, वह बड़ा किया जाएगा। | |||
139 | 14:14 | ntxe | \# यीशु के अनुसार कंगाल, टुण्डे, लँगड़े और अंधे को अपने घर में न्योता देने वाले को क्या प्रतिफल मिलेगा? | उन्हें धर्मियों के जी उठने पर इसका प्रतिफल मिलेगा। | |||
140 | 14:18 | o6dz | \# रात के खाने के बारे में यीशु के दृष्टान्त में, उन लोगों ने क्या किया जिन्हें मूल रूप से न्योता दिया गया था? | वे इस बात का बहाना बनाने लगे कि वे रात के खाने पर क्यों नहीं आ सकते हैं। | |||
141 | 14:21 | j9b0 | \# फिर स्वामी ने अपने रात के खाने पर किसे न्योता दिया? | उसने कंगालों, टुण्डों, अँधों और लँगड़ों को न्योता दिया। | |||
142 | 14:24 | ogwc | \# तब स्वामी ने उन लोगों के बारे में क्या कहा जिन्हें पहले उसके रात के खाने पर न्योता दिया गया था? | उसने कहा कि उन आमन्त्रित लोगों में से कोई मेरे भोज को न चखेगा। | |||
143 | 14:26 | kmi9 | \# यीशु के अनुसार उसके चेलों को क्या करना चाहिए? | यीशु का चेला बनने के लिए उन्हें अपने परिवार और जीवन को अप्रिय जानना चाहिए। | |||
144 | 14:27 | yhck | \# यीशु के अनुसार उसके चेलों को और क्या करना चाहिए? | यीशु का चेला बनने के लिए प्रत्येक चेले को अपना क्रूस उठाना चाहिए और यीशु के पीछे आना चाहिए। | |||
145 | 14:28 | xrcf | \# यीशु के उदाहरण में उसके पीछे चलने के लिए क्या आवश्यक है, एक मनुष्य को पहले क्या करना चाहिए जो एक गढ़ बनाना चाहता है? | उस मनुष्य को पहले खर्च जोड़ना चाहिए। | |||
146 | 14:33 | kl2t | यीशु के अनुसार उसके चेलों को क्या करना चाहिए? | \# यीशु के अनुसार उसके चेलों को क्या करना चाहिए? | |||
147 | 14:35 | q666 | \# यदि नमक अपना स्वाद खो दे तो उसका क्या किया जाता है? | इसे फेंक दिया जाता है। | |||
148 | 15:4 | kf6s | \# यीशु के दृष्टान्त में, वह चरवाहा क्या करता है जो अपनी 100 भेड़ों में से एक को खो देता है? | वह बाकी 99 को छोड़कर चला जाता है और खोई हुई भेड़ को खोजता है। | |||
149 | 15:5 | bcmr | \# यीशु के दृष्टान्त में, जब चरवाहा अपनी खोई हुई भेड़ को पा लेता है तो वह क्या करता है? | वह आनन्द के साथ उसे वापस लाता है। | |||
150 | 15:8 | rayn | \# यीशु के दृष्टान्त में, वह स्त्री क्या करती है जो अपने दस चाँदी के सिक्कों में से एक खो देती है? | वह तब तक उसे जी लगाकर खोजती है जब तक वह उसे नहीं पा लेती। | |||
151 | 15:9 | xwq0 | \# यीशु के दृष्टान्त में, जब स्त्री अपना खोया हुआ चाँदी का सिक्का पा लेती है तो वह क्या करती है? | वह अपनी सखियों और पड़ोसियों के साथ आनन्द करती है। | |||
152 | 15:10 | zjx8 | \# जब एक पापी मन फिराता है तो स्वर्ग में क्या होता है ? | परमेश्वर के स्वर्गदूतों के सामने आनन्द होता है। | |||
153 | 15:12 | tjx8 | \# यीशु के दृष्टान्त में, छोटे पुत्र ने अपने पिता से क्या विनती की? | उसने अपने पिता से कहा कि वह उसे वह सम्पत्ति तुरंत दे जो उसका भाग है। | |||
154 | 15:13 | jcgn | \# छोटे पुत्र ने अपने भाग का क्या किया? | उसने कुकर्म का जीवन जीने के द्वारा सम्पत्ति को उड़ा दिया। | |||
155 | 15:15 | o8hb | \# उसके पैसे खर्च हो जाने के बाद छोटे पुत्र ने जीने के लिए क्या किया? | उसने दूसरे मनुष्य के सूअरों को खिलाने के लिए नौकरी की। | |||
156 | 15:18 | rjhd | \# जब वह साफ\-साफ सोचने लगा तो छोटे पुत्र ने क्या करने का फैसला किया? | उसने अपने पिता के सामने जाकर अपने पाप को मानने का फैसला किया। | |||
157 | 15:19 | pfko | \# छोटे पुत्र ने अपने पिता से अपने लिए क्या करने के लिए कहने की योजना बनाई? | उसने फैसला किया कि वह अपने पिता से उसे अपने मजदूरों में से एक के रूप में रखने के लिए कहेगा। | |||
158 | 15:20 | k49o | \# छोटे पुत्र को घर वापस आते देख पिता ने क्या किया? | उसका पिता तरस से भर कर, दौड़ता हुआ उसके पास गया, और उसे गले लगाया और उसे चूमा। | |||
159 | 15:22 | n982 | \# छोटे पुत्र के लिए पिता ने झट से क्या किया? | पिता ने उसे अच्छे वस्त्र, एक अंगूठी और जूतियाँ दीं। | |||
160 | 15:23 | kzi7 | \# पिता ने अपने छोटे पुत्र की वापसी का आनन्द कैसे किया? | पिता ने दासों से पाले हुए बछड़े को मारने के लिए कहा ताकि वे खा सकें और आनन्द कर सकें। | |||
161 | 15:28 | d3im | \# जब उसे छोटे पुत्र के लिए बड़े भोज के बारे में बताया गया तो बड़े पुत्र की क्या प्रतिक्रिया थी? | वह क्रोध से भर गया था और भोज में नहीं गया। | |||
162 | 15:29 | xpls | \# बड़े पुत्र की पिता से क्या शिकायत थी? | बड़े पुत्र ने शिकायत की कि उसने अपने पिता की आज्ञाओं का पालन किया है, परन्तु उसे अपने मित्रों के साथ भोज करने के लिए कभी बकरी नहीं दी गई है। | |||
163 | 15:32 | gk62 | \# पिता ने क्यों कहा कि छोटे पुत्र के लिए भोज करना क्यों उचित है? | भोज करना इसलिए उचित था क्योंकि छोटा पुत्र खो गया था और अब मिल गया है। | |||
164 | 16:1 | tesv | \# धनवान मनुष्य ने अपने भण्डारी के बारे में क्या ख़बर सुनी? | उसने सुना कि भण्डारी उस धनवान मनुष्य की संपत्ति को उड़ाए देता है। | |||
165 | 16:5 | r9uo | \# अपना काम छोड़ने के लिए मजबूर होने से ठीक पहले भण्डारी ने क्या किया? | उसने अपने स्वामी के हर कर्जदार को बुलवाया। | |||
166 | 16:6 | wcfw | \# भण्डारी ने अपने स्वामी के पहले कर्जदार के लिए क्या किया? | उसने उसे अपना कर्ज कम करने की अनुमति दी। | |||
167 | 16:7 | u323 | \# भण्डारी ने अपने स्वामी के दूसरे कर्जदार के लिए क्या किया? | उसने उसे भी अपना कर्ज कम करने की अनुमति दी। | |||
168 | 16:8 | o750 | \# धनवान मनुष्य की अपने भण्डारी के कामों के प्रति क्या प्रतिक्रिया थी? | उसने भण्डारी को सराहा क्योंकि उसने चतुराई से काम किया था। | |||
169 | 16:9 | cztp | \# इस कहानी के आधार पर यीशु ने औरों को क्या करने के लिए कहा? | उसने कहा, “संसार के धन से अपने लिये मित्र बना लो, ताकि जब वह जाता रहे, तो वे तुम्हें अनन्त निवासों में ले लें। | |||
170 | 16:10 | for6 | \# यीशु ने उस मनुष्य के बारे में क्या कहा जो थोड़े से थोड़े में विश्वासयोग्य है? | वह मनुष्य बहुत में भी विश्वासयोग्य होगा। | |||
171 | 16:13 | l7ey | \# यीशु ने कहा कि हम दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकते हैं।वह किन दो स्वामियों की बात कर रहा था? | हमें परमेश्वर की सेवा और धन की सेवा के बीच चुनाव करना चाहिए। | |||
172 | 16:16 | eljr | \# यूहन्ना तक, परमेश्वर के राज्य को सुसमाचार के रूप में घोषित किया गया है। यूहन्ना से पहले कौन\-सी दो बातें प्रभावशाली थी? | यूहन्ना तक व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता थे। | |||
173 | 16:16 | mnwn | \# यीशु के अनुसार अब तक क्या प्रचार किया गया है? | अब तक परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार प्रचार किया गया है। | |||
174 | 16:18 | j7t2 | \# यीशु के अनुसार, जो अपनी पत्नी को त्यागकर दूसरी से विवाह करता है, वह क्या पाप करता है? | जो अपनी पत्नी को त्यागकर दूसरी से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है। | |||
175 | 16:22 | q5ur | \# यीशु की कहानी में कंगाल लाज़र मरने के बाद कहाँ गया? | कंगाल लाज़र को स्वर्गदूतों ने उसे लेकर अब्राहम की गोद में पहुँचाया। | |||
176 | 16:23 | ll4n | \# धनवान मनुष्य के मरने के बाद उसका क्या हुआ? | उसे अधोलोक में पीड़ा में रखा गया। | |||
177 | 16:24 | ehd8 | \# धनवान मनुष्य ने अब्राहम से पहली विनती क्या की थी? | उसने अब्राहम से कहा कि वह लाज़र को उसके पास थोड़ा पानी लेकर भेजे क्योंकि वह आग में बहुत पीड़ित था। | |||
178 | 16:26 | exfb | \# धनवान मनुष्य को अब्राहम ने क्या उत्तर दिया था? | उसने कहा कि उनके बीच एक बड़ी खाई है जिसे कोई पार नहीं कर सकता था। | |||
179 | 16:27 | dpl1 | \# धनवान मनुष्य ने अब्राहम से दूसरी विनती क्या की थी? | उसने अब्राहम से लाज़र को उसके पिता के घर भेजने के लिए कहा। | |||
180 | 16:28 | uwyp | \# धनवान मनुष्य क्यों चाहता था कि लाज़र उसके पिता के घर जाए? | वह चाहता था कि लाज़र उसके भाइयों को अधोलोक के बारे में चेतावनी दे। | |||
181 | 16:29 | o62h | \# धनवान मनुष्य को अब्राहम ने क्या उत्तर दिया था? | उसने कहा कि धनवान के भाइयों के पास मूसा और भविष्यद्वक्ता हैं, और वे उनकी सुन सकते हैं। | |||
182 | 16:31 | l14w | \# अब्राहम ने कहा कि यदि वे मूसा और भविष्यद्वक्ताओं की नहीं सुनते, तो वे और क्या नहीं मानेंगे? | मरे हुओं में से कोई भी जी उठे तो भी वे उसकी नहीं मानेंगे। | |||
183 | 17:12 | ls84 | \# सामरिया और गलील की सीमा के एक गाँव में प्रवेश करते समय यीशु किससे मिला? | वह दस कोढ़ियों से मिला। | |||
184 | 17:14 | nllg | \# यीशु ने कोढ़ियों को क्या करने के लिए कहा? | उसने उनसे कहा कि जाओ और अपने आप को याजकों को दिखाओ। | |||
185 | 17:14 | owkh | \# जब वे याजकों के पास गए तो कोढ़ियों के साथ क्या हुआ? | वे शुद्ध हो गए थे। | |||
186 | 17:15 | muqw | \# दस में से कितने कोढ़ी यीशु का धन्यवाद करने के लिए वापिस आए? | केवल एक ही वापिस आया। | |||
187 | 17:16 | q4d6 | \# यीशु का धन्यवाद करने के लिए वापिस आया कोढ़ी कहाँ से था? | वह सामरिया से था। | |||
188 | 17:21 | sp3a | \# राज्य के आने के बारे में पूछे जाने पर यीशु ने क्या कहा कि परमेश्वर का राज्य कहाँ है? | उसने कहा कि परमेश्वर का राज्य उनके बीच में ही है। | |||
189 | 17:24 | anle | \# यीशु ने क्या कहा कि यह उसके दिन में कैसा होगा, जब वह फिर से प्रगट होगा? | यह बिजली के आकाश की एक छोर से कौंधकर आकाश की दूसरी छोर तक चमकने के समान होगा। | |||
190 | 17:25 | pw95 | \# यीशु ने क्या कहा कि उसके वापिस आने से पहले क्या होना चाहिए? | अवश्य है, कि वह बहुत दुःख उठाए, और इस युग के लोग उसे तुच्छ ठहराएँ। | |||
191 | 17:27 | ds1v | \# नूह के दिनों में लोग क्या कर रहे थे? | वे खाते\-पीते थे, और उनमें विवाह\-शादी होती थी, वे इस बात से अनजान थे कि विनाश का दिन आ गया है। | |||
192 | 18:1 | s08k | \# इस कहानी से यीशु अपने चेलों को प्रार्थना के बारे में क्या सिखाना चाहता था? | वह उन्हें सिखाना चाहता था कि उन्हें नित्य प्रार्थना करनी चाहिए और साहस नहीं छोड़ना चाहिए। | |||
193 | 18:3 | a184 | \# दुष्ट न्यायी से विधवा क्या माँगती रही? | वह अपने मुद्दई के विरुद्ध न्याय की माँग करती रही। | |||
194 | 18:5 | cxla | वह अपने मुद्दई के विरुद्ध न्याय की माँग करती रही। | उसने कहा, “क्योंकि यह विधवा मुझे सताती रहती है, इसलिए मैं उसका न्याय चुकाऊँगा, कहीं ऐसा न हो कि घड़ी\-घड़ी आकर अन्त को मेरी नाक में दम करे।” | |||
195 | 18:8 | yqaf | \# यीशु अपने चेलों को क्या सिखाना चाहता था कि परमेश्वर प्रार्थना का उत्तर कैसे देता है? | वह उन्हें सिखाना चाहता था कि जो लोग उसकी दुहाई देते हैं, परमेश्वर उनका न्याय चुकाएगा। | |||
196 | 18:9 | rai4 | \# फरीसियों का अपनी धार्मिकता और अन्य लोगों के बारे में क्या व्यवहार था? | वह भरोसा करते थे कि वे अन्य लोगों की तुलना में अधिक धर्मी थे। | |||
197 | 18:10 | acgr | \# यीशु की कहानी में, कौन से दो मनुष्य मन्दिर में प्रार्थना करने के लिए गए थे? | एक फरीसी और एक चुंगी लेने वाला मन्दिर में प्रार्थना करने के लिए गए थे। | |||
198 | 18:11 | nhje | \# फरीसी का अपनी धार्मिकता और अन्य लोगों के बारे में क्या व्यवहार था? | वह भरोसा करता था कि वह अन्य लोगों की तरह पापी नहीं है। | |||
199 | 18:14 | e8c5 | \# कौन सा मनुष्य परमेश्वर के सामने धर्मी ठहरकर अपने घर गया? | चुंगी लेनेवाला परमेश्वर के सामने धर्मी ठहरा था। | |||
200 | 18:16 | jpcd | \# यीशु ने क्या कहा कि परमेश्वर का राज्य कैसों ही का है? | उसने कहा कि यह बालकों जैसों ही का है। | |||
201 | 18:22 | uunb | \# यीशु ने सरदार (जिसने बचपन से ही परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया था) से क्या एक काम करने को कहा? | यीशु ने उससे कहा कि वह अपना सब कुछ बेच दे और कंगालों में बाँट दे। | |||
202 | 18:23 | zar7 | \# यीशु के इस बयान पर सरदार ने क्या प्रतिक्रिया दी और क्यों? | वह बहुत उदास हुआ, क्योंकि वह बहुत धनी था। | |||
203 | 18:30 | ifxt | \# यीशु ने उनसे क्या वादा किया जिन्होंने परमेश्वर के राज्य के लिए सांसारिक चीजें छोड़ दी हैं? | यीशु ने उनसे इस संसार में कई गुणा अधिक, और परलोक में अनन्त जीवन का वादा किया था। | |||
204 | 18:32 | l5w9 | \# यीशु के अनुसार, पुराने नियम के भविष्यवक्ताओं ने मनुष्य के पुत्र के बारे में क्या लिखा था? | कि वह अन्यजातियों के हाथ में सौंपा जाएगा, उसका उपहास किया जायेगा; और उसका अपमान किया जायेगा। | |||
205 | 18:33 | b3fz | \# पुराने नियम के भविष्यवक्ताओं ने क्या लिखा था कि मनुष्य का पुत्र तीसरे दिन क्या करेगा? | उन्होंने लिखा कि वह तीसरे दिन फिर जी उठेगा। | |||
206 | 18:43 | ow6c | \# अंधे को चंगा हुए देखकर लोगों ने क्या प्रतिक्रिया दी? | उन्होंने परमेश्वर की बड़ाई और स्तुति की। | |||
207 | 19:2 | j7em | \# यीशु को देखने के लिए कौन एक पेड़ पर चढ़ गया और उसका पेशा क्या था? | पेड़ पर चढ़ने वाला व्यक्ति जक्कई था। जो चुंगी लेनेवालों का सरदार और धनी था। | |||
208 | 19:7 | h09q | \# जब यीशु जक्कई के घर गया तो सभी ने क्या शिकायत की? | उन्होंने कहा कि, “यीशु तो एक पापी मनुष्य के यहाँ गया है।” | |||
209 | 19:11 | d2yu | \# लोगों को क्या आशा थी कि जब यीशु यरूशलेम पहुँचेगा तो क्या होगा? | वे समझते थे कि परमेश्वर का राज्य अभी प्रगट होने वाला है। | |||
210 | 19:12 | f1eo | \# यीशु के दृष्टान्त में, धनि मनुष्य कहाँ की यात्रा कर रहा था? | वह एक दूर देश में जा रहा था, ताकि राजपद पाए और फिर लौट आए। | |||
211 | 19:17 | mqaj | \# धनी मनुष्य ने उस दास के लिए क्या किया जो वफादार था और जिसने दस मुहरें और कमायी थी? | धनी मनुष्य ने उसे दस नगरों पर अधिकार दिया। | |||
212 | 19:19 | h4ao | \# धनी मनुष्य ने उस दास के लिए क्या किया जो वफादार था और जिसने पाँच मुहरें और कमायी थी? | उसने उसे पाँच नगरों पर अधिकार दिया। | |||
213 | 19:21 | wiup | \# दुष्ट दास ने धनी मनुष्य को किस तरह का मनुष्य समझा? | वह जानता था कि धनी मनुष्य एक कठोर मनुष्य था। | |||
214 | 19:24 | x7uv | \# धनी मनुष्य ने दुष्ट दास के साथ क्या किया? | उसने दुष्ट दास की मोहर छीन ली। | |||
215 | 19:27 | fsqf | \# धनी मनुष्य ने उन लोगों के साथ क्या किया जो नहीं चाहते थे कि वह उन पर राज्य करे? | धनी मनुष्य ने उन्हें अपने सामने मरवा डाला था। | |||
216 | 19:30 | s06l | \# यरूशलेम को जाते समय यीशु किस तरह के जानवर पर सवार हुआ? | वह एक गदही के बच्चे पर सवार हुआ, जिस पर कभी कोई सवार नहीं हुआ था। | |||
217 | 19:38 | spor | \# जब यीशु जैतून पहाड़ के पास पहुँचा तो भीड़ चिल्लाकर क्या कहने लगी? | वे चिल्लाकर कहने लगे, “धन्य है वह राजा जो प्रभु के नाम से आता है!” | |||
218 | 19:40 | bsie | \# यीशु ने क्या कहा कि यदि लोग आनन्द से नहीं चिल्लाएँगे तो क्या होगा? | उसने कहा कि फिर पत्थर चिल्ला उठेंगे। | |||
219 | 19:41 | guie | \# यीशु ने नगर के निकट आते ही क्या किया? | वह इस पर रोया। | |||
220 | 19:44 | aany | \# यीशु ने तब क्या भविष्यवाणी की कि इसके लोगों और नगर के साथ क्या होगा? | उसने कहा कि बैरी नगर को मिट्टी में मिला देंगे और उसमें पत्थर पर पत्थर भी छोड़ा नहीं जायेगा। | |||
221 | 19:47 | n71a | \# मन्दिर में उपदेश देते हुए यीशु को कौन मारना चाहते थे? | प्रधान याजक और शास्त्री और लोगों के प्रमुख यीशु को मारना चाहते थे। | |||
222 | 19:48 | e452 | \# वे इस समय उसे क्यों नहीं मार सके? | वे उसे मार न सके क्योंकि लोग उसकी बात बड़ी चाह से सुनते थे। | |||
223 | 20:4 | zdty | \# जब यहूदी प्राचीनों ने यीशु से पूछा कि वह किस अधिकार से सिखाता है, तो यीशु ने उनसे क्या प्रश्न पूछा? | उसने पूछा, “यूहन्ना का बपतिस्मा स्वर्ग की ओर से था या मनुष्यों की ओर से था?” | |||
224 | 20:11 | nmxa | \# यीशु के दृष्टान्त में, जब स्वामी ने अपने दासों को दाख की बारी का फल लेने के लिए भेजा, तो दाख की बारी के किसानों ने क्या किया? | उन्होंने दासों को पीटा, उनका अपमान किया, और उन्हें खाली हाथ लौटा दिया। | |||
225 | 20:13 | wzkb | \# अंत में, स्वामी ने दाख की बारी के किसानों पास किसे भेजा? | उसने अपने प्रिय पुत्र को भेजा। | |||
226 | 20:15 | g3h7 | \# जब पुत्र दाख की बारी में आया तो दाख की बारी किसानों ने क्या किया? | उन्होंने उसे दाख की बारी से बाहर निकालकर मार डाला। | |||
227 | 20:16 | xvwt | \# दाख की बारी का स्वामी दाख की बारी के उन किसानों के साथ क्या करेगा? | वह आकर उन किसानों को नाश करेगा, और दाख की बारी दूसरों को सौंप देगा। | |||
228 | 20:19 | vhxe | \# यीशु ने यह दृष्टान्त किसके विरुद्ध सुनाया? | उसने यह दृष्टान्त शास्त्रियों और प्रधान याजकों के विरुद्ध सुनाया। | |||
229 | 20:25 | xrkv | \# यीशु ने इस प्रश्न का उत्तर कैसे दिया कि कैसर को कर देना उचित है या नहीं? | उसने कहा कि जो कैसर का है, वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को दो। | |||
230 | 20:27 | llsb | \# सदूकियों ने किस घटना पर विश्वास नहीं किया? | \# उन्होंने मरे हुओं के जी उठने पर विश्वास नहीं किया? | |||
231 | 20:34 | om9w | \# इस जगत में विवाह के बारे में यीशु ने क्या कहा? | इस युग के लोग विवाह-शादी करते हैं। | |||
232 | 20:35 | c6zf | जी उठने के बाद विवाह के बारे में यीशु ने क्या कहा? | मरे हुओं में से जी उठने के बाद वे लोग विवाह\-शादी नहीं करते हैं। | |||
233 | 20:37 | lu0x | \# जी उठने की सच्चाई को साबित करने के लिए यीशु ने पुराने नियम की कौन सी कहानी याद की? | उसने मूसा और झाड़ी की कहानी को याद किया, जिसमें मूसा ने यहोवा को अब्राहम का परमेश्वर और इसहाक का परमेश्वर और याकूब का परमेश्वर कहता है। | |||
234 | 20:47 | piwf | अपने धर्म के कामों के पीछे शास्त्री कौन\-से बुरे काम कर रहे थे? | वे विधवाओं के घर खा जाते थे, और दिखाने के लिये बड़ी देर तक प्रार्थना करते रहते थे। | |||
235 | 20:47 | ffc7 | यीशु ने क्या कहा कि इन शास्त्रियों का न्याय कैसे किया जाएगा? | उसने कहा कि उन्हें बहुत ही दण्ड मिलेगा। | |||
236 | 21:4 | a2e3 | यीशु ने ऐसा क्यों कहा कि कंगाल विधवा ने औरों से बढ़कर दान भण्डार में डाला है? | यीशु ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसने अपनी घटी में से सब कुछ दिया, जबकि औरों के पास बहुत कुछ था और उनका देना बलिदान के साथ नहीं था। | |||
237 | 21:6 | qugb | यीशु ने क्या कहा कि यरूशलेम के मन्दिर के साथ क्या होगा? | उसने कहा कि इसे ढा दिया जाएगा और किसी पत्थर पर पत्थर नहीं छोड़ा जाएगा। | |||
238 | 21:7 | pc0u | \# लोगों ने यीशु से मन्दिर के बारे में कौन से दो प्रश्न पूछे? | उन्होंने पूछा, “ये सब कब होगा और ये बातें जब पूरी होने पर होंगी, तो उस समय का क्या चिन्ह होगा?” | |||
239 | 21:10 | wtnf | \# यीशु ने क्या कहा कि अंत से पहले क्या होगा? | जातियों और राज्यों के बीच युद्ध होंगे। | |||
240 | 21:11 | cpx5 | \# यीशु ने क्या कहा कि अंत से पहले कौन सी भयानक घटनाएँ होंगी? | भूकम्प, अकाल, महामारियाँ और आकाश में बड़े बड़े चिन्ह होंगे। | |||
241 | 21:13 | pqwx | विश्वासियों के सताने से क्या अवसर उत्पन्न होगा? | यह उनके लिये गवाही देने का अवसर उत्पन्न करेगा। | |||
242 | 21:16 | kfhb | यीशु के अनुयायियों से कौन बैर करेगा? | माता-पिता, भाई, कुटुम्ब और मित्र उनसे बैर करेंगे। | |||
243 | 21:20 | tqnb | कौन-सी घटना दर्शाती है कि यरूशलेम का उजड़ जाना निकट है? | जब यरूशलेम सेनाओं से घिरा हुआ हो, तो उसका उजड़ जाना निकट है। | |||
244 | 21:21 | l94z | यीशु ने लोगों से क्या करने को कहा जो देखते हैं कि यरूशलेम का उजड़ जाना निकट है? | उस ने उन से पहाड़ों पर भाग जाने, और नगर के बाहर निकलने और नगर में प्रवेश न करने को कहा। | |||
245 | 21:22 | jp9s | यीशु ने यरूशलेम के उजड़ जाने के दिनों को क्या कहा? | उस ने उन्हें पलटा लेने के दिन कहा, जिनमें लिखी हुई सब बातें पूरी हो जाएँगी। | |||
246 | 21:24 | jd6o | कब तक यरूशलेम को अन्यजातियों द्वारा रौंदा जाएगा? | जब तक अन्यजातियों का समय पूरा न हो, तब तक यरूशलेम अन्यजातियों से रौंदा जाएगा। | |||
247 | 21:25 | h31e | \# यीशु ने किस चिन्ह के बारे में कहा कि जो उसकी शक्ति और महान महिमा के साथ आने से पहले होगा? | उसने कहा कि सूरज और चाँद और तारों में चिन्ह दिखाई देंगे, और पृथ्वी पर, देश\-देश के लोगों को संकट होगा। | |||
248 | 21:30 | riia | यीशु ने क्या उदाहरण दिया कि उसके सुनने वालों को कैसे पता चलेगा कि कोनसा मौसम निकट है? | उसने कहा कि जब वे अंजीर के पेड़ के पत्तों की कोंपलें निकलती हुई देखते हैं, तो वे जान लेते हैं कि ग्रीष्मकाल निकट है। | |||
249 | 21:33 | x80a | यीशु ने क्या कहा कि क्या टल जाएँगे? | उसने कहा कि आकाश और पृथ्वी टल जाएँगे। | |||
250 | 21:33 | ce6d | क्या कभी नहीं टलेंगी? | यीशु की बातें कभी नहीं टलेंगी। | |||
251 | 21:34 | qbn6 | यीशु ने अपने सुननेवालों को क्या चेतावनी दी कि वे ऐसा न करें क्योंकि वह दिन अचानक आ पड़ेगा? | उसने उन्हें चेतावनी दी कि वे अपने मनों में खुमार और मतवालेपन, और इस जीवन की चिन्ताओं से सुस्त न हो जाएँ। | |||
252 | 21:36 | to14 | यीशु ने अपने सुननेवालों को क्या चेतावनी दी कि वे क्या करें क्योंकि वह दिन अचानक आ पड़ेगा? | उसने उन्हें जागते रहने और प्रार्थना करने की चेतावनी दी। | |||
253 | 22:1 | u719 | इस समय कौन-सा यहूदी पर्व निकट था? | अख़मीरी रोटी का पर्व जो फसह कहलाता है, निकट था | |||
254 | 22:6 | e60k | \# यहूदा किन परिस्थितियों में यीशु को प्रधान याजकों को पकड़वाने के लिए अवसर ढूँढ रहा था? | वह भीड़ के दूर होने पर यीशु को पकड़वाने के अवसर ढूँढ रहा था। | |||
255 | 22:12 | lurc | \# यीशु और चेलों ने फसह का भोजन कहाँ किया? | उन्होंने इसे यरूशलेम में एक सजी-सजाई बड़ी अटारी में खाया। | |||
256 | 22:16 | odsz | \# यीशु ने क्या कहा था कि वह फिर से फसह का भोजन कब खायेगा? | उसने कहा कि वह फसह का भोजन फिर तब खाएगा जब यह परमेश्वर के राज्य में पूरा हो जाएगा। | |||
257 | 22:22 | yz83 | \# क्या यह परमेश्वर की योजना थी कि यीशु को पकड़वाया जाए? | हाँ, परमेश्वर ने यह निश्चित किया था कि यीशु को पकड़वाया जाएगा। | |||
258 | 22:23 | j5qm | \# क्या चेले जानते थे कि यीशु को पकड़वाने वाला कौन था? | नहीं, चेलों को पता नहीं था कि यीशु को कौन पकड़वाएगा। | |||
259 | 22:26 | vo91 | \# यीशु ने क्या कहा कि उसके चेलों में से सबसे बड़े को क्या करना चाहिए? | उसने कहा कि उनमें से सबसे बड़े को सबसे छोटे के समान होना चाहिए। | |||
260 | 22:27 | a1ey | \# यीशु अपने चेलों के बीच में कैसे रहा? | वह उनके बीच में सेवक के समान रहा। | |||
261 | 22:30 | u7qm | \# यीशु ने अपने चेलों से क्या वादा किया था कि वे कहाँ बैठेंगे? | उसने कहा कि वे सिंहासनों पर बैठेंगे, और इस्राएल के बारह गोत्रों का न्याय करेंगे। | |||
262 | 22:34 | kor8 | \# यीशु ने क्या भविष्यवाणी की कि पतरस क्या करेगा? | उसने कहा कि मुर्गे के बाँग देने से पहले पतरस तीन बार इस बात से इनकार करेगा कि वह यीशु को जानता है। | |||
263 | 22:37 | ff1p | \# इन घटनाओं में यीशु के बारे में कौन सी लिखित भविष्यवाणी पूरी हो रही थी? | यीशु के बारे में लिखित भविष्यवाणी जो पूरी हो रही थी, वह यह कहती है कि, “और वह अपराधी के साथ गिना गया।” | |||
264 | 22:40 | e6xc | \# जैतून के पहाड़ पर यीशु ने अपने चेलों से क्या प्रार्थना करने के लिए कहा? | वह चाहता था कि वे प्रार्थना करें ताकि वे परीक्षा में न पड़ें। | |||
265 | 22:45 | k50c | \# जब यीशु प्रार्थना करके वापिस आया तो चेले क्या कर रहे थे? | वे सो रहे थे। | |||
266 | 22:48 | mv3k | \# भीड़ के सामने यहूदा ने यीशु को कैसे पकड़वाया? | उसने यीशु का चुम्बन लेकर पकड़वाया। | |||
267 | 22:51 | wok5 | \# यीशु ने उस मनुष्य के साथ क्या किया जिसका कान काट दिया गया था? | उसने उसके को कान को छुआ और उसे चंगा किया। | |||
268 | 22:53 | oe9b | \# यीशु ने क्या कहा कि वह प्रतिदिन कहाँ प्रधान याजकों के साथ था? | उसने कहा कि वह प्रति दिन मन्दिर में था। | |||
269 | 22:54 | c3la | \# उसे पकड़कर भीड़ यीशु को कहाँ ले गई? | भीड़ उसे प्रधान याजक के घर ले गई। | |||
270 | 22:60 | uifo | \# पतरस द्वारा तीसरी बार यीशु को जानने से इनकार करने के तुरंत बाद क्या हुआ? | यीशु को जानने से इनकार करने के तुरंत बाद एक मुर्गे ने बाँग दी। | |||
271 | 22:62 | a42q | \# जब यीशु ने पतरस की ओर देखा तो पतरस ने क्या किया? | वह बाहर निकलकर फूट फूटकर रोने लगा। | |||
272 | 22:63 | w011 | \# यीशु को पकड़ कर रखने वालों ने उसके साथ क्या किया? | वे उसका उपहास कर रहे थे और उसे पीट रहे थे। | |||
273 | 22:64 | p961 | \# यीशु को पकड़ कर रखने वालों ने उसका उपहास कैसे किया? | उन्होंने उसकी आँखें ढाँपकर उससे पूछा कि बता कि तुझे किसने मारा। | |||
274 | 22:67 | gohv | \# महासभा ने माँग की कि यीशु उन्हें बताए कि क्या वह मसीह है। यीशु ने क्या कहा कि यदि वह उन्हें बता देगा तो वे क्या नहीं करेंगे? | उसने कहा कि वे निश्चित रूप से विश्वास नहीं करेंगे। | |||
275 | 22:71 | ne3f | \# महासभा ने यह क्यों कहा कि उन्हें यह साबित करने के लिए गवाहों की आवश्यकता नहीं है कि यीशु ने मसीह होने का दावा किया है? | उन्होंने कहा कि उन्हें और गवाहों की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उन्होंने यीशु को अपने ही मुँह से यह दावा करते हुए सुना है कि वह मसीह है। | |||
276 | 23:2 | e9an | \# यहूदी प्राचीनों ने पिलातुस के सामने यीशु के विरुद्ध क्या दोष लगाए? | उन्होंने कहा कि यीशु लोगों को बहकाता था, कैसर को कर देने से मना करता था, और कहता है कि वह मसीह, एक राजा है। | |||
277 | 23:8 | jwdg | \# हेरोदेस यीशु को क्यों देखना चाहता था? | हेरोदेस यीशु को कुछ चिन्ह दिखाते हुए देखना चाहता था। | |||
278 | 23:9 | ygkx | \# यीशु ने हेरोदेस के प्रश्नों का उत्तर कैसे दिया? | उसने हेरोदेस को कुछ भी उत्तर नहीं दिया। | |||
279 | 23:14 | wklx | \# जब यीशु पीलातुस के पास वापिस लाया गया, तो पीलातुस ने भीड़ से यीशु के बारे में क्या कहा? | उसने कहा कि पर जिन बातों का तुम उस पर दोष लगाते हो, उन बातों के विषय में मैंने उसमें कुछ भी दोष नहीं पाया है। | |||
280 | 23:18 | h8lo | \# भीड़ पीलातुस से क्या चाहती थी कि वह फसह की पर्व के लिए किसे जेल से छोड़ दे? | वे चाहते थे कि वह एक अपराधी बरअब्बा को छोड़ दे। | |||
281 | 23:23 | u8mn | \# पिलातुस ने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने की भीड़ की माँग को आखिर क्यों मान लिया? | उसने उनकी विनती मान ली क्योंकि वे चिल्ला चिल्लाकर पीछे पड़ गए थे। | |||
282 | 23:26 | h3ow | \# यीशु का क्रूस किसने उठाया और यीशु के पीछे हो लिया? | शमौन नाम एक कुरेनी ने यीशु का क्रूस उठाया। | |||
283 | 23:28 | rlh5 | \# यीशु ने क्या कहा कि यरूशलेम की स्त्रियों को उसके बदले किसके लिए रोना चाहिए? | यीशु ने कहा कि उन्हें अपने और अपने बालकों के लिए रोना चाहिए। | |||
284 | 23:32 | lwm9 | \# यीशु के साथ किसे क्रूस पर चढ़ाया गया था? | यीशु के साथ दो कुकर्मियों को क्रूस पर चढ़ाया गया था। | |||
285 | 23:35 | m8de | \# क्योंकि यीशु ने मसीह होने का दावा किया था, लोगों, सैनिकों और उन कुकर्मियों में से एक ने यीशु को क्या करने के लिए चुनौती दी? | उन्होंने उसे अपने आप को बचाने की चुनौती दी। | |||
286 | 23:38 | df2h | \# यीशु के ऊपर एक दोषपत्र पर क्या लिखा था? | दोषपत्र पर यह लिखा था, “यह यहूदियों का राजा है।” | |||
287 | 23:44 | f3di | \# यीशु की मृत्यु से ठीक पहले कौन सी चमत्कारी घटना घटी? | सारे देश में तीसरे पहर तक अंधियारा छाया रहा। | |||
288 | 23:45 | aojr | \# यीशु की मृत्यु से ठीक पहले कौन-सी चमत्कारी घटनाएँ घटीं? | सूर्य का उजियाला जाता रहा, और मन्दिर का परदा बीच से फट गया। | |||
289 | 23:47 | k2ix | \# यीशु की मृत्यु के बाद सूबेदार ने यीशु के बारे में क्या कहा? | उसने कहा, “निश्चय यह मनुष्य धर्मी था।” | |||
290 | 23:52 | oe25 | \# अरिमतियाह के यूसुफ ने पिलातुस से उसे क्या देने को कहा? | उसने पिलातुस से यीशु का शव माँगा। | |||
291 | 23:53 | pc7j | \# अरिमतियाह के यूसुफ ने यीशु के शव का क्या किया? | उसने यीशु के शव को एक नई कब्र में रखा। | |||
292 | 23:54 | f8c6 | जब यीशु को दफ़नाया गया तो कौनसा दिन आरम्भ होने वाला था ? | सब्त का दिन आरम्भ होने वाला था। | |||
293 | 23:56 | uuy5 | \# यीशु के साथ रहने वाली स्त्रियों ने सब्त के दिन पर क्या किया? | उन्होंने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार विश्राम किया। | |||
294 | 24:1 | jor7 | \# स्त्रियाँ यीशु की कब्र पर कब आईं? | वे सप्ताह के पहले दिन बड़े भोर को आईं। | |||
295 | 24:2 | ibne | \# स्त्रियों ने कब्र पर क्या हुआ पाया? | उन्होंने पत्थर को कब्र पर से लुढ़का हुआ पाया। | |||
296 | 24:3 | hrr8 | \# कब्र के अंदर स्त्रियों ने क्या पाया? | उन्होंने पाया कि यीशु का शरीर वहां नहीं था। | |||
297 | 24:6 | a7rz | \# झलकते हुए वस्त्र पहने (स्वर्गदूतों) हुए दो पुरुषों ने क्या कहा कि यीशु के साथ क्या हुआ? | उन्होंने स्त्रियों से कहा कि यीशु जी उठा है। | |||
298 | 24:11 | vnui | \# जब स्त्रियों ने कब्र पर हुए अपने अनुभव के बारे में बताया तो प्रेरितों की क्या प्रतिक्रिया थी? | ये बातें उन्हें कहानी के समान लगी और उन्होंने उन पर विश्वास नहीं किया। | |||
299 | 24:12 | e9um | \# जब पतरस ने कब्र में देखा तो उसने क्या देखा? | पतरस ने देखा कि वहाँ सनी के कपड़े पड़े हुए हैं। | |||
300 | 24:16 | a00e | \# जब यीशु उनके साथ शामिल हुआ तो इम्माऊस को जाने वाले दो चेलों ने यीशु को क्यों नहीं पहचाना? | उनकी आँखें ऐसी बन्द कर दी गईं थी, कि उसे पहचान न सके। | |||
301 | 24:21 | dvfy | \# जब यीशु जीवित था, चेले क्या आशा कर रहे थे कि वह क्या करेगा? | वे आशा कर रहे थे कि वह इस्राएल छुटकारा देगा। | |||
302 | 24:27 | tm5e | \# यीशु ने दोनों मनुष्यों को पवित्रशास्त्र में से क्या समझाया? | उसने समझाया कि पवित्रशास्त्र में उसके बारे में क्या कहा। | |||
303 | 24:31 | ayx8 | \# दो चेलों के साथ क्या हुआ जब यीशु ने रोटी लेकर धन्यवाद किया, और उसे तोड़कर उनको दिया? | उनकी आँखें खुल गईं और उन्होंने उसे पहचान लिया। | |||
304 | 24:36 | wfmy | \# यरूशलेम में चेलों के सामने प्रगट होने पर यीशु ने सबसे पहले क्या कहा? | उसने कहा, “तुम्हें शान्ति मिले।” | |||
305 | 24:39 | yaw3 | \# यीशु ने कैसे साबित किया कि वह केवल एक आत्मा ही नहीं था? | उसने चेलों को उसे छूने के लिए आमंत्रित किया, और उसने उन्हें अपने हाथ और पाँव दिखाए। | |||
306 | 24:45 | krxh | \# तब चेले पवित्रशास्त्र को कैसे समझ पाए? | यीशु ने पवित्रशास्त्र को समझने के लिये उनकी समझ खोल दी। | |||
307 | 24:47 | wvir | \# यीशु ने क्या कहा कि सब जातियों में क्या प्रचार किया जाना चाहिए? | \# यीशु ने कहा कि सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार किया जाना चाहिए? | |||
308 | 24:49 | gwbd | \# यीशु ने चेलों को किस के लिए प्रतीक्षा करने के लिए कहा? | उसने उनसे कहा कि वे तब तक प्रतीक्षा करें जब तक कि वे ऊपर से सामर्थ्य न पा लें। | |||
309 | 24:51 | ifly | \# जब उसने बैतनिय्याह के पास चेलों को आशीष दी तब यीशु के साथ क्या हुआ? | उसे स्वर्ग पर उठा लिया गया। | |||
310 | 24:53 | t0qp | \# तब चेलों ने अपना समय कहाँ बिताया और उन्होंने क्या किया? | वे लगातार मन्दिर में उपस्थित होकर परमेश्वर की स्तुति किया करते थे। |