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दो साल बाद भी, निर्दोष होणै के बावजूद यूसुफ जेणखाणे म्ह था | एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसताही फ़िरौन कहवै सै उसने रात म्ह दो सपणे देखए ज्यो उसे लगातार दुखी कर रहे थे | ज्यो सपणा उसताहि देख्या उसका फण बताण आळोा कोयै भी ना सै |