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1 | Reference | ID | Tags | Quote | Occurrence | Question | Response |
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2 | 1:1 | nyyi | सबसे पहले प्रकाशितवाक्य किस से मिला था और यह प्रकाशन किस पर प्रकट किया जाना था? | यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य परमेश्वर से प्राप्त हुआ कि अपने दासों की वे बातें जो शीघ्र होनेवाली हैं दिखाए। प्रकाशितवाक्य की घटनाओं का शीघ्र होना आवश्यक था। | |||
3 | 1:3 | wpzi | इस पुस्तक से आशिष कौन पाएगा? | जो इस पुस्तक को उंचे शब्द में पढ़ेंगे, सुनेंगे और इसका पालन करेंगे आशिष पाएंगे। | |||
4 | 1:4 | syed | इस पुस्तक का लेखक कौन है और यह किसको लिखी गई थी? | इस पुस्तक का लेखक यूहन्ना है और प्राप्तकर्ता एशिया की सात कलीसियाएं हैं। | |||
5 | 1:5 | cd04 | यूहन्ना मसीह यीशु को कौन से तीन नाम देता है? | यूहन्ना यीशु मसीह को विश्वासयोग्य गवाह कहता है मृतकों में से ज़ी उठनेवालों में पहिलौठा और पृथ्वी के राजाओं का हाकिम है। | |||
6 | 1:6 | k8uq | यीशु ने विश्वासियों को क्या बना दिया है? | यीशु ने विश्वासियों को एक राज्य और परमेश्वर के लिए याजक भी बना दिया है। | |||
7 | 1:7 | a97d | यीशु के पुनः आगमन को कौन देखेगा? | यीशु के पुनः आगमन को प्रत्येक आंख देखेगी और वे भी जिन्होने उसे छेदा है। | |||
8 | 1:8 | rgvz | प्रभु परमेश्वर अपना वर्णन कैसे करता है? | प्रभु परमेश्वर स्वयं को अल्फ़ा और ओमेगा अर्थात जो हैं, जो था और जो आनेवाला है, सर्वशक्तिमान कहता है। | |||
9 | 1:9 | nwgw | यूहन्ना पतमुस टापू में क्यों था? | परमेश्वर के वचन और यीशु की गवाही के कारण यूहन्ना पतमुस नामक टापू में था। | |||
10 | 1:14 | rgec | यूहन्ना ने जिस पुरुष को देखा उसके बाल और उसकी आंखें कैसी थीं? | उस पुरुष के बाल पाले के सदृश्य श्वेत थे और उसकी आंखें आग की ज्वाला के समान थीं? | |||
11 | 1:16 | rdv3 | उस पुरुष के दाहिने हाथ में क्या था और मुख से क्या निकलता था? | उसके दाहिने हाथ में सात सितारे थे और उसके मुख से दो धारी तलवार निकलती थी। | |||
12 | 1:17 | qam9 | उस पुरुष को देखकर यूहन्ना ने क्या किया? | यूहन्ना उसके पावों में मृतक की नाईं गिर पड़ा। | |||
13 | 1:18 | ogf4 | कौन सी कुंजियाँ पुरुष के हाथ में थी? | उस पुरुष ने कहा कि उसके हाथ में मृत्यु और अधोलोक की कुंजिया हैं। | |||
14 | 1:20 | urxx | उन सात सितारों और सोने की सात दीवटों का अर्थ क्या है? | वे सात सितारे सातों कलीसियाओं के स्वर्गदूत थे और सात दिवटें सात कलीसियाएं थी। | |||
15 | 2:1 | binv | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | इस पुस्तक का अगला भाग इफिसुस की कलीसिया के दूत के नाम है। | |||
16 | 2:2 | lb18 | इफिसुस की कलीसिया ने दुष्टों और झूठे भविष्यद्वाक्ताओं के साथ क्या किया था? | इफिसुस की कलीसिया ने बुरे लोगों को सहन नहीं किया और जो प्रेरित नहीं परन्तु प्रेरित होने का दावा करते हैं उन्हे परखकर झूठा पाया। | |||
17 | 2:4 | bb1p | इफिसुस की कलीसिया से मसीह को क्या शिकायत थी? | इफिसुस की कलीसिया से मसीह को शिकायत थी कि उन्होने अपना पहला सा प्रेम छोड़ दिया था। | |||
18 | 2:5 | u3x1 | यदि उन्होने मन नहीं फिराया तो मसीह क्या कहता है कि वह करेगा? | यदि वे मन नहीं फिराएंगे तो मसीह कहता है कि वह आकर उसकी दीवट को अपने स्थान से हटा देगा। | |||
19 | 2:7 | dhz6 | मसीह जय पानेवालों से क्या प्रतिज्ञा करता है? | जो जय पाए उसे मसीह जीवन के पेड़ से जो परमेश्वर के स्वर्ग लोक में है फल खाने को देगा। | |||
20 | 2:8 | inb0 | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | पुस्तक का अगला भाग स्मुरना की कलीसिया के दूत को लिखा गया है। | |||
21 | 2:9 | xx3l | स्मुरना की कलीसिया अनुभव कैसा था? | स्मुरना की कलीसिया क्लेश और दरिद्रता में थी और निन्दा का पात्र थी। | |||
22 | 2:10 | f74o | जो प्राण देने तक विश्वासी रहें और जय पाएं उनसे मसीह क्या प्रतिज्ञा करता है? | मसीह प्रतिज्ञा करता है कि जो मरने तक विश्वासी बने रहें और जय पाएं उन्हे वह जीवन का मुकुट देगा और उन्हें दूसरी मृत्यु से हानि नहीं पहुंचेगी। | |||
23 | 2:12 | wgbg | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | पुस्तक का अगला भाग पिरगमुन की कलीसिया के दूत को लिखा गया है। | |||
24 | 2:13 | tge4 | पिरगमुन की कलीसिया कहां थी? | पिरगमुन की कलीसिया शैतान के सिंहासन के क्षेत्र में रहती थी। पिरगमुन की कलीसिया मसीह के नाम पर स्थिर थी और मसीह के साक्षी अन्तिपास के घात किए जाने पर भी पीछे नहीं हटी। | |||
25 | 2:14 | omcu | पिरगमुन की कलीसिया में कुछ लोग कौन सी दो शिक्षाओं को मानते थे? | पिरगमुन की कलीसिया में कुछ विश्वासी बिलाम की शिक्षा पर चलती थी तो कुछ नीकुलइयों की शिक्षा को मानते थे। | |||
26 | 2:16 | mu3k | यदि इन शिक्षाओं पर चलनेवाले मन न फिराएं तो मसीह उन्हे क्या चेतावनी देता है? | मसीह चेतावनी देता है कि ऐसी शिक्षाओं पर चलनेवालों के साथ वह तलवार से लड़ेगा। | |||
27 | 2:17 | tnjm | मसीह जय पानेवालों से क्या प्रतिज्ञा करता है? | मसीह प्रतिज्ञा करता है कि जो जय पाएंगे उन्हे वह गुप्त मन्ना देगा और एक श्वेत पत्थर भी देगा जिसपर एक नाम लिखा होगा। | |||
28 | 2:18 | m9hr | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | पुस्तक का अगला भाग थुआतीरा की कलीसिया के दूत के नाम है। | |||
29 | 2:19 | dxtl | मसीह थुआतीरा की कलीसिया के कौन से भले कामों को जानता था? | मसीह उसके कामों को, उसके प्रेम और विश्वास और सेवा और धीरज को जानता था। | |||
30 | 2:20 | zvwi | थुआतीरा की कलीसिया से मसीह को क्या शिकायत थी? | मसीह को उनसे एक शिकायत थी कि वे उस भ्रष्ट स्त्री, इजेबेल को रहने देता था। | |||
31 | 2:22 | pa49 | यदि इजेबेल मन न फिराए तो मसीह ने उसे क्या चेतावनी दी? | मसीह चेतावनी देता है कि वह इजेबेल को रोग शैय्या पर डाल देगा और उसकी सन्तान को घात करेगा यदि वह मन न फिराए। | |||
32 | 2:25 | kohs | जिन्होंने इजेबेल की शिक्षा नहीं मानी उनसे मसीह ने क्या कहा? | मसीह उनसे कहता है कि वे उसके आने तक अपनी धरोहर को थामे रहें। | |||
33 | 2:26 | w89t | जय पानेवालों से मसीह ने क्या प्रतिज्ञा की? | जो जय पाएं उनसे मसीह ने प्रतिज्ञा की वह उन्हे जाति जाति पर अधिकार और भोर का तारा देगा। | |||
34 | 2:29 | c6ni | इस पुस्तक के पाठक से मसीह क्या सुनने के लिए कहता है? | पाठक सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है। | |||
35 | 3:1 | m5p6 | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | इस पुस्तक का अगला भाग सरदीस की कलीसिया के दूत के नाम है। सरदीस की कलीसिया जीवित मानी जाती थी परन्तु वह वास्तव में मृतक थी। | |||
36 | 3:2 | p0yx | मसीह सरदीस की कलीसिया को क्या करने की चेतावनी देता है? | मसीह उन्हे चेतावनी देता है कि वे जागृत हों और उन वस्तुओं को जो बाकी रह गई हैं उन्हे दृढ़ करें, और जो शिक्षा उन्होने पाई और सुनी उनमें बने रहें। | |||
37 | 3:5 | kvmv | जय पानेवालों से मसीह ने क्या प्रतिज्ञा की? | जो जय पाएं वे श्वेत वस्त्र पहनकर मसीह के साथ घूमेंगे और उनका नाम जीवन की पुस्तक में से कभी नहीं काटा जाएगा और मसीह उनका नाम पिता के सामने मान लेगा। | |||
38 | 3:7 | lvix | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | इस पुस्तक का अगला भाग फिलदिलफिया के दूत के नाम है। | |||
39 | 3:8 | guab | फिलदिलफिया कि कलीसिया ने अपनी कम सामर्थ्य में भी क्या किया था? | फिलदिलफिया कि कलीसिया ने मसीह के वचन का पालन किया और उनके नाम का इन्कार नहीं किया था। | |||
40 | 3:9 | opnk | मसीह शैतान की सभावालों का क्या करेगा? | मसीह ऐसा करेगा कि शैतान की सभा वाले आकर उनके पैरों में गिरेंगे। | |||
41 | 3:11 | vd95 | क्योंकि मसीह शीघ्र आनेवाला है इसलिए वह उनसे क्या चाहता है? | मसीह उनसे कहता है कि उनके पास जो है उसे थामें रहें कि उनका मुकुट कोई छीन न लें। | |||
42 | 3:12 | eypy | मसीह जय पानेवालों से क्या प्रतिज्ञा करता है? | जो जय पाएंगे उन्हे मसीह परमेश्वर के मन्दिर का खंभा बनाएगा और उस खंभे पर परमेश्वर का नाम, यरूशलेम का नाम और अपना नया नाम लिखेगा। | |||
43 | 3:14 | bzgb | इस पुस्तक का अगला भाग किस दूत के नाम है? | पुस्तक का अगला भाग लौदीकिया की कलीसिया के नाम लिखा है। | |||
44 | 3:15 | flsm | मसीह क्या चाहता था लौदीकिया की कलीसिया कैसी हो? | मसीह चाहता था कि लौदीकिया की कलीसिया या तो ठंडी हो या गर्म हो। | |||
45 | 3:16 | w9rf | मसीह लौदीकिया की कलीसिया के साथ क्या करने पर था और क्यों? | मसीह लौदीकिया की कलीसिया को उगलने पर था क्योंकि वह न तो ठंडी थीं न ही गर्म थी। | |||
46 | 3:17 | kc1p | लौदीकिया की कलीसिया अपने बारे में क्या कहती थी? | लौदीकिया की कलीसिया कहती थी कि वह धनवान है और उसे किसी वस्तु की घटी नहीं। मसीह के विचार में वह कलीसिया अभागी, तुच्छ और कंगाल और अंधी और नंगी है। | |||
47 | 3:19 | n4sd | मसीह हर एक प्रेमी जन के साथ क्या करता है? | मसीह अपने प्रत्येक प्रेमी जन को सिखाता है। | |||
48 | 3:21 | hags | मसीह जय पानेवालों से क्या प्रतिज्ञा करता है? | जो जय पाए वे मसीह के साथ सिंहासन पर बैठेंगे। | |||
49 | 3:22 | ic8n | मसीह पाठकों से किसकी बात सुनने के लिए कहता है? | मसीह कहता है, जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है। | |||
50 | 4:1 | ek79 | यूहन्ना ने क्या खुला हुआ देखा? | यूहन्ना ने देखा कि स्वर्ग में एक द्वार खुला हुआ है। जिसने यूहन्ना के साथ बातें की थीं उसी ने यूहन्ना से फिर कहा कि वह उसे वे बातें दिखाएगा जिनका इन बातों के बाद पूरा होना आवश्यक है। | |||
51 | 4:2 | cns6 | स्वर्ग में सिंहासन पर कौन बैठा था? | स्वर्ग में सिंहासन पर कोई बैठा था। | |||
52 | 4:4 | rank | स्वर्ग में सिंहासन के चारों ओर क्या था? | उस सिंहासन के चारों और चौबीस सिंहासन थे और उन पर चौबीस प्राचीन बैठे थे। | |||
53 | 4:5 | fu3z | उस सिंहासन के सामने जल रहे सात दीपक क्या थे? | वे सात दीपक परमेश्वर की सात आत्माएं थीं। | |||
54 | 4:6 | v33c | सिंहासन के चारों ओर चार वस्तु क्या थीं? | उस सिंहासन के चारों ओर चार प्राणी थे। | |||
55 | 4:10 | a3z8 | जब वे प्राणी परमेश्वर की महिमा का वर्णन करते थे तब उन चौबीस प्राचीनों ने क्या किया? | चौबीस प्राणी सिंहासन पर बैठने वाले के सामने गिर पड़े और उसे प्रणाम करके अपने अपने मुकुट उसके सामने डाल दिए। | |||
56 | 4:11 | r3cc | वे प्राचीन सृष्टि के कार्य में परमेश्वर की भूमिका के बारे में क्या कह रहे थे? | और उन चौबीस प्राचीनों ने गुणगान किया, परमेश्वर ही ने सब वस्तुएं सृजी और वे उसी की इच्छा से थीं और सृजी गई। | |||
57 | 5:1 | zgjf | सिंहासन पर बैठने वाले के दाहिने हाथ में यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने एक पुस्तक देखी जिस पर सात मुहरें थी। | |||
58 | 5:2 | wikm | उस पुस्तक को खोलकर पढ़ने योग्य कौन था? | उस पुस्तक को खोलकर पढ़ने योग्य कोई नहीं था। | |||
59 | 5:5 | ia5n | उस पुस्तक की मुहरें तोड़ने और उसे खोलने के लिए कौन योग्य ठहरा? | यूहन्ना के गोत्र का सिंह, दाऊद का मूल उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिए जयवन्त हुआ है। | |||
60 | 5:6 | gk5y | सिंहासन के सामने प्राचीनों के मध्य कौन खड़ा था? | एक वध किया हुआ मेमना उन प्राचीनों के बीच में सिंहासन के सामने खड़ा था। उसके सात सिंग और सात आंखे थी जो पृथ्वी पर भेजी गई परमेश्वर की सात आत्माएं थी। | |||
61 | 5:8 | h2wl | प्राचीनों के हाथ में जो धूप के साथ सोने के कटोरे थे वे क्या थे? | धूप से भरे हुए सोने के कटोरे पवित्र जनों की प्रार्थनाएं थीं। | |||
62 | 5:9 | pf6e | वह मेम्ना पुस्तक को खोलने के योग्य क्यों था? | मेम्ना योग्य था क्योंकि उसने वध होकर अपने लहू से हर एक कुल और भाषा और लोग और जाति में से परमेश्वर के लिए लोगों को मोल लिया था। | |||
63 | 5:10 | m6dz | परमेश्वर के याजक कहां राज करेंगे? | वे परमेश्वर के याजक पृथ्वी पर राज करेंगे। | |||
64 | 5:12 | q07a | स्वर्गदूतों ने क्या कहा कि मेमना उस योग्य है? | स्वर्गदूतों ने कहा वध किया हुआ मेमना ही सामर्थ्य और धन और ज्ञान और शक्ति और आदर और महिमा और धन्यवाद के योग्य है। | |||
65 | 5:13 | ajpc | किसने कहा कि सिंहासन पर विराजमान और मेमना युगानयुग आदर और महिमा के योग्य हो? | प्रत्येक सृजित वस्तु ने पुकारा कि जो सिंहासन पर बैठा है उसका और मेमना का धन्यवाद और आदर और महिमा और राज्य युगानयुग रहे। | |||
66 | 6:1 | ub0h | मेम्ने ने पुस्तक का क्या किया? | मेम्ने ने उस पुस्तक की पहली मुहर खोली। | |||
67 | 6:2 | kjox | पहली मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने देखा कि एक श्वेत घोड़े पर सवार जय प्राप्त करने निकला। | |||
68 | 6:4 | gnr9 | दूसरी मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | एक लाल घोड़े के सवार ने पृथ्वी पर से शान्ति उठा ली। | |||
69 | 6:5 | quqm | तीसरी मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने देखा कि एक काले घोड़े के सवार के हाथ में तराजू है। | |||
70 | 6:8 | s2dq | चौथी मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने एक पीला घोड़ा देखा उसके सवार का नाम मृत्यु था। | |||
71 | 6:9 | wi3f | पांचवी मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने देखा कि वहां परमेश्वर के वचन के कारण वध किए गए मनुष्यों की आत्माएं थीं। | |||
72 | 6:10 | dlp1 | वेदी के नीचे जो आत्माएं थीं वे क्या जानना चाहती थीं? | वे आत्माएं जानना चाहती थीं कि परमेश्वर कब न्याय करेगा। | |||
73 | 6:11 | lp2m | उन आत्माओं को कितनी देर और रुकने को कहा गया? | उन आत्माओं से कहा गया कि वे अपने संगी और भाइयों के वध होने की प्रतिज्ञा करें कि उनकी भी गिनती पूरी हो ले। | |||
74 | 6:12 | i269 | छठवीं मुहर खुलने पर यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने एक बड़ा भूकम्प देखा और सूर्य काला हो गया तथा चांद लहू के समान हो गया और सितारे पृथ्वी पर गिर गए। | |||
75 | 6:15 | fx55 | पृथ्वी के राजा और प्रधान, और सरदार, और धनवान और सामर्थी लोग, और सब जनों को यूहन्ना ने क्या करते देखा? | यूहन्ना ने देखा कि सब लोग पहाड़ों की खोहों में जा छिपे और चट्टानों से कहने लगे कि उन पर गिर कर उन्हे छिपा लें। | |||
76 | 6:16 | fy79 | पृथ्वी के राजा, और प्रधान, और सरदार, और धनवान और अन्य सब लोग किस बात से छिपना चाहते थे? | वे सिंहासन पर विराजमान और मेम्ने के प्रकोप से बचना चाहते थे। | |||
77 | 6:17 | zq4n | कौन सा दिन आ गया था? | सिंहासन पर विराजमान और मेम्ने के प्रकोप का दिन आ गया था। | |||
78 | 7:1 | q0q3 | यूहन्ना ने देखा तो पृथ्वी के चारों कोनों में खड़े चारों स्वर्गदूत क्या कर रहे थे? | चारों स्वर्गदूत पृथ्वी की चारों हवाओं को रोके हुए थे। | |||
79 | 7:2 | s6yn | पूर्व दिशा से आनेवाले उस स्वर्गदूत ने किस बात की आवश्यक्ता दर्शाई थी? | एक और स्वर्गदूत पूर्व दिशा से आया और उसने कहा कि पृथ्वी की हानि से पूर्व परमेश्वर के दासों के माथे पर मुहर लगाना आवश्यक है। | |||
80 | 7:4 | rttw | कौन कौन से गोत्रो से कितने लोगों पर मुहर लगाई गई थी? | इस्राएल के प्रत्येक गोत्र से चुनकर लिए गए लोगों की संख्या एक लाख चौवालीस हज़ार थे। | |||
81 | 7:9 | xx0l | परमेश्वर के सिंहासन और मेम्ने के समक्ष यूहन्ना ने क्या देखा? | यूहन्ना ने देखा कि हर एक जाति और कुल और लोग और भाषा में से एक असंख्य बड़ी भीड़ सिंहासन के सामने खड़ी थी। | |||
82 | 7:10 | qlie | जो सिंहासन के समक्ष खड़े थे उनके अनुसार उद्धार किसका है? | वह भीड़ पुकार कर कहती थी, उद्धार के लिए हमारे परमेश्वर का और मेम्ने का है। | |||
83 | 7:11 | q0u6 | स्वर्गदूत और प्राचीन और जीवित प्राणी जब परमेश्वर को दण्डवत् कर रहे थे तब किस मुद्रा में थे? | वे सिंहासन के सामने गिरे और परमेश्वर को दण्डवत् किया। | |||
84 | 7:14 | ohsw | सिंहासन के समक्ष श्वेत वस्त्र धारी लोग कौन थे? | उस प्राचीन ने कहा कि वे लोग महा क्लेश से निकल कर आए हैं। उन्होने मेम्ने के लहू में अपने वस्त्र धोए थे इसलिए वे श्वेत थे। | |||
85 | 7:15 | xqlb | श्वेत वस्त्र धारियों के लिए उस प्राचीन के अनुसार परमेश्वर क्या करेगा? | जो सिंहासन पर बैठा है वह उनके ऊपर अपना तम्बू तानेगा और उन्हे फिर कष्ट न होगा। | |||
86 | 7:17 | cm4m | उस प्राचीन के अनुसार मेम्ना उन श्वेत वस्त्र वालों के साथ क्या करेगा? | मेम्ना उनकी रखवाली करेगा और उन्हे जीवन जल के सोतों के पास ले जाएगा। | |||
87 | 8:1 | sanz | स्वर्ग में मौन छा जाने का कारण क्या था? | जब मेम्ने ने सातवीं मुहर खोली तब स्वर्ग में मौन छा गया। | |||
88 | 8:2 | bf45 | परमेश्वर के समक्ष उपस्थित रहनेवाले सात स्वर्गदूतों को क्या दिया गया था? | वे सात स्वर्गदूत जो परमेश्वर के समक्ष खड़े होते है उन्हे सात तुरहियां दी गई। | |||
89 | 8:4 | f53r | परमेश्वर के पास क्या पहुंचा? | उस धूप का धुआं पवित्र लोगों की प्रार्थनाओं सहित परमेश्वर के सामने पहुंच गया। | |||
90 | 8:5 | jh79 | जब उस स्वर्गदूत ने वेदी की आग पृथ्वी पर डाली तब क्या हुआ? | जब उस स्वर्गदूत ने वेदी की आग पृथ्वी पर डाली तब गर्जन और शब्द और बिजलियां और भूकम्प होने लगे। | |||
91 | 8:7 | f0za | पहली तुरही फूंकी गई तो क्या हुआ? | पहले स्वर्गदूत ने तुरही फूंकी तो पृथ्वी का एक तिहाई और पेड़ों का एक तिहाई भाग जल गया और सब हरी घास भी जल गई। | |||
92 | 8:8 | qze4 | दूसरी तुरही के फूंके जाने पर क्या हुआ? | जब दूसरी तुरही फूंकी गई तब समुद्र का एक तिहाई भाग लहू हो गया और एक तिहाई समुद्री जीव मर गए और एक तिहाई जहाज नष्ट हो गए। | |||
93 | 8:10 | hlsg | तीसरी तुरही फूंकी जाने पर क्या हुआ? | तीसरी तुरही फूंकी गई तो संपूर्ण जल का एक तिहाई भाग नागदौना सा कड़वा हो गया और उसके कारण बहुत लोग मर गए। | |||
94 | 8:12 | sqfv | चौथी तुरही के फूंकी जाने पर क्या हुआ? | चौथी तुरही फूंकी गई तब दिन की एक तिहाई का उजाला समाप्त हो गया और रात की भी वही दशा हुई। | |||
95 | 8:13 | na14 | उस स्वर्गदूत ने क्यों कहा, पृथ्वी के रहने वालों पर हाय, हाय, हाय,? | एक स्वर्गदूत ने आकाश में उड़ते हुए कहा, उन तीन स्वर्गदूतों की तुरहियों के शब्दों के कारण जिनका फूंकना अभी बाकी है पृथ्वी के रहने वालों पर हाय, हाय, हाय,। | |||
96 | 9:1 | kt1c | पांचवी तुरही के फूंके जाने पर यूहन्ना ने कैसा सितारा देखा था? | पांचवी तुरही के फूंके जाने पर यूहन्ना ने पृथ्वी पर एक तारा गिरता हुआ देखा। | |||
97 | 9:2 | nktu | उस सितारे ने क्या किया? | उसने अथाह कुण्ड को खोला। | |||
98 | 9:3 | q2zv | कुण्ड से निकलने वाली टिड्डियों को क्या आज्ञा दी गई थी? | उन टिड्डियों से कहा गया कि पृथ्वी को नष्ट न करे, केवल उन मनुष्यों को हानि पहुंचाए जिनके माथों पर परमेश्वर की मुहर नहीं है। | |||
99 | 9:6 | ygwt | टिड्डियों से पीड़ित जन क्या चाहेंगे परन्तु होगा नहीं? | टिड्डियों से पीड़ित जन मृत्यु मांगेंगे परन्तु उन्हे मृत्यु नहीं मिलेगी। | |||
100 | 9:9 | xj4n | टिड्डियों के पंखों की ध्वनि कैसी थी? | टिड्डियों के पंखों की ध्वनि ऐसी थी जैसे लड़ाई में दौड़ते बहुत से रथ और घोड़ों की ध्वनि। | |||
101 | 9:11 | qqqp | इन टिड्डियों का राजा कौन था? | अथाह कुण्ड का दूत उनका राजा था जिसे इब्रानी में अबद्दोन और यूनानी में अपुल्लयोन कहते हैं। | |||
102 | 9:12 | jlw8 | पांचवी तुरही के फूंके जाने के बाद क्या हो चुका था? | पांचवी तुरही के फूंक ने के बाद पहली विपत्ति बीत चुकी थी। | |||
103 | 9:13 | madb | छठवीं तुरही फूंके ने पर यूहन्ना ने क्या सुना? | छठवीं तुरही फूंकने पर यूहन्ना ने परमेश्वर के सामने जो सोने की वेदी थी उससे एक आवाज़ सुनी। | |||
104 | 9:15 | trv1 | उस शब्द को सुनकर उन चार स्वर्गदूतों ने क्या किया? | उस शब्द को सुनकर चार स्वर्गदूत खोल दिए गए कि एक तिहाई मनुष्यों को मार डालें। | |||
105 | 9:16 | owpp | यूहन्ना कितने घुड़ सवार सैनिक देखे थे? | यूहन्ना ने बीस करोड़ घुड़सवार सैनिक देखे। | |||
106 | 9:18 | snyr | एक तिहाई मनुष्यों को मारनेवाली महामारी क्या थी? | घोड़ो के मुह से आग, धुआ और गन्धक निकलता था जिससे एक तिहाई मनुष्य मारे गए। | |||
107 | 9:20 | ynbu | जो लोग महामारी से नष्ट नहीं हुए थे उनकी प्रतिक्रिया कैसी थी? | महामारी से बचने वाले मनुष्यों ने अपने कामों से मन नहीं फिराया और न ही दुष्टात्माओं की उपासना समाप्त की। | |||
108 | 10:1 | sbhs | जिस स्वर्गदूत को यूहन्ना ने देखा उसके स्वर्गदूत का मुंह और पांव कैसे दिखाई देते थे? | स्वर्गदूत का मुंह सूर्य के समान और पांव आग के खम्भे के समान थे। | |||
109 | 10:2 | u7ot | वह स्वर्गदूत कहां खड़ा हुआ था? | वह स्वर्गदूत समुद्र पर दाहिना पांव रखकर और पृथ्वी पर बायां पांव रखकर खड़ा हुआ। | |||
110 | 10:4 | k07g | यूहन्ना से क्या नहीं लिखने को कहा गया था? | सातों गर्जन के शब्द सुनाई दिए परन्तु यूहन्ना को उन्हे लिखने के लिए मना किया गया। | |||
111 | 10:6 | fv03 | उस सर्वशक्तिमान स्वर्गदूत ने किसकी शपथ खाई? | उस शक्तिमान स्वर्गदूत ने जो युगानयुग जीवता है जिसने आकाश, पृथ्वी और समुद्र में सब कुछ बनाया, उसी की शपथ खाई। | |||
112 | 10:7 | la2o | उस स्वर्गदूत ने कहा कि अब क्या पूरा होने में देर न होगी? | उस स्वर्गदूत ने कहा, सातवे स्वर्गदूत के तुरही फूंकने पर देरी नहीं होगी, परन्तु परमेश्वर का गुप्त मनोरथ पूरा होगा। | |||
113 | 10:8 | bf29 | उस शक्तिमान स्वर्गदूत से क्या लेने के लिए यूहन्ना से कहा गया? | यूहन्ना से कहा गया कि वह उस स्वर्गदूत के हाथ से खुली पुस्तक ले ले। | |||
114 | 10:9 | ea1k | स्वर्गदूत ने यूहन्ना से क्या कहा कि उस पुस्तक को खाने से होगा? | स्वर्गदूत ने यूहन्ना से कहां कि वह उस पुस्तक को खाले वह उसके पेट में तो कड़वी लगेगी परन्तु मुंह में मीठी लगेगी। | |||
115 | 10:11 | gns3 | उस पुस्तक को खा लेने के बाद यूहन्ना से क्या कहा गया? | यूहन्ना से कहा गया कि उसे बहुत से लोगों और जातियों, और भाषाओं और राजाओं के विषय में फिर भविष्यद्वाणी करनी होगी। | |||
116 | 11:1 | vixl | यूहन्ना से क्या नापने को कहा गया? | यूहन्ना से कहा गया कि वह मन्दिर और वेदी और उसमें उपासना करनेवालों को नाप ले। | |||
117 | 11:2 | v5jq | अन्यजातियां पवित्र नगर को कितने समय रौंदेंगे? | अन्यजातियां पवित्र नगर को बयालीस महीनों तक रौंदेंगी। | |||
118 | 11:3 | hx52 | उन दो गवाहों को क्या क्या करने का अधिकार दिया गया था? | दो गवाहों को 1,260 दिनों तक भविष्यद्वाणी करने का अपने बैरियों को भस्म करने का, आकाश को बन्द करने का और पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाने का अधिकार दिया गया। | |||
119 | 11:8 | ve3v | उन दो गवाहों के शव कहां पड़े रहेंगे? | उनके शव उस बड़े नगर के चौक में पड़े रहेंगे जो आत्मिक रूप से सदोम और मिस्र कहलाता हैं, वहां उनका प्रभु भी क्रूस पर चढ़ाया गया था। | |||
120 | 11:10 | p64r | इन दो गवाहों की मृत्यु पर पृथ्वी के निवासियों की प्रतिक्रिया क्या होगी? | जब ये दो गवाह मारे जाएंगे तब सब लोग आनन्द मनाएंगे। | |||
121 | 11:11 | ihpq | साढ़े तीन दिन बाद इन दोनों गवाहों का क्या होगा? | साढ़े तीन दिन बाद ये दोनों गवाह जी उठेंगे और स्वर्गरोहण करेंगे। | |||
122 | 11:14 | uajz | इन दोनों गवाहों के स्वर्गरोहण और भूकम्प के बाद क्या हुआ? | इन दोनों गवाहों के स्वर्गरोहण के बाद भूकम्प आया और दूसरी विपत्ति पूरी हुई। | |||
123 | 11:15 | jku3 | जब सातवीं तुरही फूंकी गई तब क्या कहा गया? | सातवीं तुरही के फूंके जाने पर बड़ा शब्द होने लगा कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का और उसके मसीह का हो गया है। | |||
124 | 11:17 | topw | प्राचीनों ने क्या कहा कि प्रभु परमेश्वर राज्य करने लगा है? | प्राचीनों ने कहा, अब प्रभु परमेश्वर राज्य करने लगा है। | |||
125 | 11:18 | l18z | प्राचीनों के अनुसार कैसा समय आ गया है? | अब मृतकों के न्याय का, प्रभु के सेवकों के प्रतिफल का और पृथ्वी को नाश करनेवालों के विनाश का समय आ गया है। | |||
126 | 11:19 | c7j3 | तब स्वर्ग में क्या खोला गया? | तब स्वर्ग में परमेश्वर का मन्दिर खोला गया। | |||
127 | 12:1 | huzz | स्वर्ग में कैसा महान चिन्ह देखा गया था? | स्वर्ग में एक गर्भवती स्त्री दिखाई दी जो सूर्यावरण में थी, चांद उसके पावों तले था और सिर पर उसके सात सितारे थे, वह प्रसव पीड़ा के कारण चिल्लाती थी। | |||
128 | 12:3 | cl7d | स्वर्ग में और कौन सा महान चिन्ह दिखाई दिया? | स्वर्ग में एक बहुत बड़ा लाल अजगर दिखाई दिया, उसके सात सिर और दस सींग थे और उसके सिरों पर सात राज मुकुट थे। | |||
129 | 12:4 | am8v | उस अजगर ने अपनी पूंछ से क्या किया? | उस अजगर ने अपनी पूंछ से आकाश के एक तिहाई तारों को पृथ्वी पर गिरा दिया। वह अजगर उस स्त्री के शिशु को निगल जाना चाहता था। | |||
130 | 12:5 | yg3t | वह नर शिशु क्या करने वाला था? | वह नर शिशु लोहे के दण्ड से सब जातियों पर राज करेगा। वह बालक जन्म लेते ही तुरन्त ही उठाकर परमेश्वर और उसके सिंहासन के पास पहुंचा दिया गया। | |||
131 | 12:6 | pp37 | वह स्त्री कहां चली गई? | वह स्त्री जंगल में भाग गई। | |||
132 | 12:7 | qmuc | स्वर्ग में किसकी लड़ाई हुई? | मीकाईल और उसके स्वर्गदूत अजगर और उसके दूतों के साथ युद्ध करने निकले। | |||
133 | 12:9 | slw4 | युद्ध के बाद अजगर और उसके दूतों का क्या हुआ? | अजगर और उसके दूत पृथ्वी पर गिरा दिए गए। यह अजगर वही पुराना सर्प है, शैतान इब्लीस। | |||
134 | 12:11 | tyba | भाइयों ने अजगर पर जय कैसे पाई? | वे मेम्ने के लहू के कारण और अपनी गवाही के वचन के कारण उस पर जयवन्त हुए। | |||
135 | 12:12 | m1fo | अजगर जान गया था कि उसके पास कितना समय है? | अजगर जान गया था कि उसके पास थोडा ही समय बाकी है। | |||
136 | 12:13 | qjx3 | जब उस अजगर ने उस स्त्री को सताया तब उस स्त्री को क्या दिया गया? | उस स्त्री को पंख दिए गए कि उड़कर उस जगह पहुंच जाए जहां वह पाली जाए। | |||
137 | 12:15 | mxns | जब अजगर उस स्त्री को बहा नहीं पाया तब उसने क्या किया? | तब अजगर उन लोगों से लड़ने को गया जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानते और यीशु की गवाही देने पर स्थिर हैं। | |||
138 | 13:1 | cj70 | यूहन्ना ने जिस पशु को देखा वह कहां से निकला था? | वह पशु समुद्र में से निकला। | |||
139 | 13:2 | d2mg | अजगर ने उस पशु को क्या दे दिया? | उस अजगर ने अपनी सामर्थ्य और अपना सिंहासन और बड़ा अधिकार उसे दे दिया। | |||
140 | 13:3 | ho5x | संपूर्ण संसार ने आश्चर्य क्यों किया और उस पशु के पीछे क्यों हो गया? | संपूर्ण संसार आश्चर्य करके उस पशु के पीछे हो लिया क्योंकि उसका प्राण घातक घाव, अच्छा हो गया था। | |||
141 | 13:5 | uokt | उस पशु के मुंह से कैसे शब्द निकले? | उस पशु ने परमेश्वर की निन्दा करने के लिए मुंह खोला कि उसके नाम और उसके तम्बू अर्थात स्वर्ग के रहनेवालों की निन्दा करे। | |||
142 | 13:7 | zgia | पवित्र लोगों के साथ उस पशु को क्या करने का अधिकार दिया गया? | उस पशु को अधिकार दिया गया कि पवित्र लोगों से लड़ें और उन पर जय पाए। | |||
143 | 13:8 | w8no | उस पशु की पूजा नहीं करनेवाले कौन हैं? | जिन लोगों के नाम मेम्ने की जीवन की पुस्तक में लिखे है वे उस पशु की पूजा नहीं करेंगे। | |||
144 | 13:10 | ysqp | पवित्र जनों से क्या पुकार की गई है? | पवित्र लोगों से धीरज और विश्वास की पुकार की गई है। | |||
145 | 13:11 | m9l0 | यह दूसरा पशु जिसे यूहन्ना ने देखा वह कहां से निकला था? | वह पृथ्वी में से निकला। पशु के दो सींग थे जो मेम्ने के से थे और वह अजगर के समान बोलता था। | |||
146 | 13:12 | zjdx | दूसरे पशु ने पृथ्वी के निवासियों को किस काम के लिए विवश किया? | दूसरे पशु ने पृथ्वी के निवासियों को उस पहले पशु की पूजा करने के लिए विवश किया। | |||
147 | 13:15 | j5ax | पशु की पूजा करने से इन्कार करनेवालों का क्या हुआ? | जिन्होने पशु की पूजा करने से इन्कार किया उन्हे मार डाला गया। | |||
148 | 13:16 | e4xm | हर मनुष्य ने दूसरे पशु से क्या पाया? | सबने दाहिने हाथ और माथे पर छाप पाई। | |||
149 | 13:18 | fxmi | उस पशु का अंक क्या है? | उस पशु का अंक 666 है। | |||
150 | 14:1 | v8y2 | यूहन्ना ने अपने सामने किसको खड़ा देखा? | यूहन्ना ने अपने सामने सिय्योन पर्वत पर मेम्ने को खड़ें देखा। | |||
151 | 14:3 | qsvr | कौन नया गीत जानने के लिए सक्षम था जो सिंहासन के सामने गाया जा रहा था? | केवल 144,000 जो पृथ्वी से बचकर लाए गए थे वे ही नया गीत सीख पाए। | |||
152 | 14:4 | mzi7 | परमेश्वर और मेम्ने के लिए बचाए गए प्रथम फल कौन थे? | 144,000 जो निर्दोष थे, वह प्रथम फल के रूप में परमेश्वर एवं मेम्ने के लिए छुडाए गए थे। | |||
153 | 14:6 | bmx7 | उस स्वर्गदूत ने सनातन सुसमाचार किसे सुनाया? | स्वर्गदूत ने पृथ्वी की हर एक जाति और कुल और भाषा और लोगों को सनातन सुसमाचार सुनाया। | |||
154 | 14:7 | rnos | उस स्वर्गदूत ने पृथ्वी के निवासियों से क्या कहा? | उस स्वर्गदूत ने कहा कि परमेश्वर का भय मानो और उसकी महिमा करो। उस स्वर्गदूत ने कहा कि परमेश्वर द्वारा न्याय करने का समय आ गया है। | |||
155 | 14:8 | uoiv | दूसरे स्वर्गदूत ने क्या घोषणा की? | दूसरा स्वर्गदूत कहते हुए आया कि बड़ा बेबीलोन गिर गया है। | |||
156 | 14:9 | gm9w | पशु की छाप लेनेवालों के लिए तीसरे स्वर्गदूत ने क्या कहा? | जिन्होने पशु की छाप ली है वे आग और गंधक में सदा के लिए जलते रहेंगे। | |||
157 | 14:12 | ud7j | पवित्र जनों से क्या कहा गया? | पवित्र जनों से धीरज धरने को कहा गया। | |||
158 | 14:14 | m5e8 | यूहन्ना ने किसे बादलों पर सवार देखा? | यूहन्ना ने मनुष्य के पुत्र के सदृश्य किसी को बादलों पर सवार देखा। | |||
159 | 14:16 | zao8 | बादलों पर सवार ने क्या किया? | बादलों पर सवार उस मनुष्य ने अपना हंसिया लगाया और पृथ्वी पर लवनी की। | |||
160 | 14:18 | ik8z | उस चोखे हंसुए वाले स्वर्गदूत ने क्या किया? | उस स्वर्गदूत ने पृथ्वी पर अपना हंसुआ लगाया और पृथ्वी की दाखलता का फल काटकर परमेश्वर के प्रकोप के बड़े रस कुण्ड में डाल दिया। | |||
161 | 14:20 | z57y | परमेश्वर के रस कुण्ड में क्या हुआ? | रस कुण्ड में दाख रौंदे गए और रस कुण्ड में से लहू बहने लगा। | |||
162 | 15:1 | q5t6 | यूहन्ना ने जिन सात स्वर्गदूतों को देखा उनके पास क्या था? | सात स्वर्गदूतों के पास अन्तिम सात विपत्तियां थी। | |||
163 | 15:2 | xk4q | समुद्र के किनारे कौन खड़े थे? | जो उस पशु और उसकी मूर्ति पर जयवन्त हुए थे उन्हे यूहन्ना ने समुद्र के किनारे खड़ा देखा। | |||
164 | 15:3 | nhwb | समुद्र के किनारे खड़े लोग किस का गीत गा रहे थे? | वे जो समुद्र के किनारे खड़े थे, मूसा का गीत और मेम्ने का गीत गा रहे थे। परमेश्वर का मार्ग न्याय और सच्चा है। | |||
165 | 15:4 | ydx6 | उस गीत में परमेश्वर को कौन दण्डवत् करेंगा? | सब जातियां परमेश्वर के सामने दण्डवत् करेंगी। | |||
166 | 15:6 | u3xo | मन्दिर के परमपवित्र स्थान से कौन निकले? | वे सात स्वर्गदूत सात विपत्तियों के साथ मन्दिर से निकले। | |||
167 | 15:7 | txyd | सात स्वर्गदूतों को क्या दिया गया था? | सात स्वर्गदूतों को परमेश्वर के प्रकोप से भरे हुए सात कटोरे दिए गए। | |||
168 | 15:8 | z70d | परमपवित्र स्थान में कब तक प्रवेश वर्जित था? | जब तक वे सात विपत्तियां पूरी नहीं हुई तब तक परमपवित्र स्थान में किसी को प्रवेश करने नहीं दिया गया। | |||
169 | 16:1 | x8e2 | सात स्वर्गदूतों को क्या आज्ञा दी गई? | सात स्वर्गदूतों से कहा गया कि वे जाकर प्रकोप के उन सात कटोरों को पृथ्वी पर उंडेल दें। | |||
170 | 16:2 | lray | परमेश्वर के प्रकोप का पहला कटोरा उंडेला गया तो क्या हुआ? | पशु की छाप लेनेवालों पर घिनौना और दर्दभरा फोड़ा निकला। | |||
171 | 16:3 | qkyr | जब प्रकोप का दूसरा कटोरा उंडेला गया तब क्या हुआ? | समुद्र मरे हुए मनुष्य के लहू जैसा बन गया। | |||
172 | 16:4 | n91v | प्रकोप का तीसरा कटोरा उंडेला गया तब क्या हुआ? | नदियां और पानी के सोते लहू बन गए। | |||
173 | 16:6 | uyln | परमेश्वर ने उन लोगों को लहू पीने को दिया तो यह सच्चा और उचित क्यों था? | यह सच्चा और उचित इसलिए था क्योंकि इन लोगों ने भविष्यद्वाक्ताओं का लहू बहाया था। | |||
174 | 16:8 | za88 | परमेश्वर के प्रकोप का चौथा कटोरा उंडेला गया तब क्या हुआ? | सूर्य ने कड़ी तपन से लोगों को झुलसा दिया। | |||
175 | 16:9 | lsu6 | लोगों ने इन विपत्तियों पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई? | लोगों ने स्वर्ग के परमेश्वर को महिमा न दी और न अपने कामों से मन फिराया। | |||
176 | 16:10 | zxcq | परमेश्वर के प्रकोप का पांचवा कटोरा उंडेला गया तब क्या हुआ? | उस पशु के राज्य पर अन्धेरा छा गया। | |||
177 | 16:12 | c7so | परमेश्वर के प्रकोप का छठवां कटोरा उंडेला गया तब क्या हुआ? | फरात नदी का पानी सूख गया कि पूर्व दिशा के राजाओं के लिए मार्ग तैयार हो जाए। | |||
178 | 16:13 | lc9s | वे तीन अशुद्ध आत्माएं क्या करने के लिए बाहर निकली थीं? | तीन अशुद्ध आत्माएं निकली कि संसार के राजाओं को सर्वशक्तिमान परमेश्वर के उस बड़े दिन की लड़ाई के लिए इकट्ठा करें। | |||
179 | 16:16 | hpkz | जहां संसार के राजा एकत्र हुए उस जगह का नाम क्या है? | उस जगह का नाम हर-मगिदोन है। | |||
180 | 16:19 | xm89 | तब परमेश्वर को क्या स्मरण हुआ कि करे? | बड़े बेबीलोन का स्मरण परमेश्वर को यहां हुआ कि वह अपने क्रोध की जलजलाहट की मदिरा उसे पिलाए। | |||
181 | 16:21 | wmt8 | लोगों ने इन विपत्तियों पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई? | लोगों ने परमेश्वर की निन्दा की। | |||
182 | 17:1 | kafg | उस स्वर्गदूत ने यूहन्ना को क्या दिखाने को कहा? | उस स्वर्गदूत ने यूहन्ना से कहा कि वह उसे उस बड़ी वैश्या का दण्ड दिखाएगा। | |||
183 | 17:3 | xuag | वह स्त्री किस पर बैठी थी? | वह स्त्री को सात सिर और दस सींग वाले पशु पर बैठी थी। | |||
184 | 17:4 | sajc | उस स्त्री के हाथ में जो कटोरा था वह किससे भरा हुआ था? | वह कटोरा घृणित वस्तुओं और उसके व्यभिचार की अशुद्ध वस्तुओं से भरा हुआ था। | |||
185 | 17:5 | g3jb | उस स्त्री का नाम क्या था? | उस स्त्री का नाम था, बड़ा बेबीलोन पृथ्वी की वेश्याओं और घृणित वस्तुओं की माता। | |||
186 | 17:6 | vnq4 | वह स्त्री किससे मतवाली हुई थी? | वह स्त्री पवित्र लोगों और यीशु के गवाहों के लहू को पीकर मतवाली थी। | |||
187 | 17:8 | qrgh | उस पशु का क्या होगा? | वह पशु विनाश में पड़ेगा। | |||
188 | 17:9 | nqy6 | उस पशु के सात सिर क्या थे? | वे सात सिर सात पहाड़ थे जिसपर वह स्त्री बैठी थी, वे सात राजा भी थे। | |||
189 | 17:12 | bxrd | उस पशु के दस सींग क्या थे? | वे दस सींग दस राजा थे। | |||
190 | 17:14 | qftt | जब वे राजा और पशु एक मन हो जाएंगे तब वे क्या करेंगे? | वे एक मन होकर मेम्ने से युद्ध करेंगे। | |||
191 | 17:15 | otmu | जिस पानी पर वह वेश्या बैठी थी वह क्या हैं? | वह पानी लोग और भीड़ और जातियां और भाषाएं हैं। | |||
192 | 17:16 | c2re | वे राजा और वह पशु उस स्त्री के साथ कैसा व्यवहार करेंगे? | वे उस वेश्या को लाचार और नंगा कर देंगे और उसका मांस खा जाएंगे और उसे आग में जला देंगे। | |||
193 | 17:18 | uhy0 | यूहन्ना ने जिस स्त्री को देखा वह क्या थी? | यूहन्ना ने जिस स्त्री को देखा वह एक महान नगर था जो पृथ्वी के राजाओं पर शासन करता था। | |||
194 | 18:1 | tvri | बड़े अधिकार वाले स्वर्गदूत ने क्या घोषणा की? | उस स्वर्गदूत ने घोषणा की कि बड़ा बेबीलोन गिर गया है। | |||
195 | 18:4 | g0h7 | स्वर्ग से निकली आवाज़ ने प्रभु के लोगों से क्या करने को कहा? | परमेश्वर के लोग से कहा गया कि वे बेबीलोन नगर से निकल जाए और उसके पापों में भागी न हो। | |||
196 | 18:6 | faot | परमेश्वर ने बेबीलोन के कामों का बदला किस मात्रा में दिया? | परमेश्वर ने बेबीलोन को उसके कामों के अनुसार दो गुणा बदला दिया। | |||
197 | 18:8 | v0ar | बेबीलोन पर एक ही दिन में कौन कौन सी विपत्तियां पड़ेगी? | एक ही दिन में उस पर मृत्यु और शोक और अकाल आ पड़ेगा और वह आग में भस्म हो जाएगी। | |||
198 | 18:9 | rprz | बेबीलोन के दण्ड को देखकर पृथ्वी के राजा और व्यापारी कैसी प्रतिक्रिया दिखाएंगे? | पृथ्वी के राजा और व्यापारी उसके विनाश को देखकर रोएंगे और छाती पीटेंगे। | |||
199 | 18:14 | y5qq | बेबीलोन की कैसी लालसा थी जो घड़ी भर में नष्ट हो गई? | बेबीलोन ने भडकीली और स्वादिष्ट वस्तुओं की लालसा की थी जो घड़ी भर में नष्ट हो गई। | |||
200 | 18:20 | txep | बेबीलोन के दण्ड पर पवित्र लोगों, प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं से क्या करने को कहा गया? | पवित्र लोगों, प्रेरितों, और भविष्यद्वक्ताओं को उनपर आनन्द करने को कहा गया। | |||
201 | 18:21 | hfqg | दण्ड के बाद बेबीलोन फिर कब देखा जाएगा? | दण्ड के बाद बेबीलोन का पता न चलेगा। | |||
202 | 18:24 | calr | उस बड़े नगर बेबीलोन के दण्ड का क्या कारण था? | भविष्यद्वक्ताओं और पवित्र लोगों और पृथ्वी पर सब घात किए हुओं का लहू उसी में पाया गया। | |||
203 | 19:1 | f9jh | परमेश्वर के न्याय के बारे में स्वर्ग से क्या सुनाई दिया? | स्वर्ग से एक ऊंचा शब्द सुनाई दिया, उसके निर्णय सच्चे और ठीक हैं। | |||
204 | 19:2 | s0gf | परमेश्वर ने उस बड़ी वैश्या को क्यों दण्ड दिया? | परमेश्वर ने उस बड़ी वैश्या का, जो अपने व्यभिचार से पृथ्वी को भ्रष्ट करती थी, अपने दासों के लहू का बदला लिया है। | |||
205 | 19:3 | zhm4 | उस बड़ी वैश्या का सदा तक क्या होता रहेगा? | उस बड़ी वैश्या से सदा का धुआं उठता रहेगा। | |||
206 | 19:5 | zg1g | परमेश्वर के सब डरने वालों से क्या करने को कहा गया? | परमेश्वर के सब डरने वाले दासों को उसकी स्तुति करना है। | |||
207 | 19:7 | ajly | परमेश्वर के दासों से आनन्दित और मगन होने को क्यों कहा गया? | परमेश्वर के दासों से कहा गया कि वे आनन्दित और मगन हों और उसकी स्तुति करें क्योंकि मेम्ने का विवाह आ पहुंचा है। | |||
208 | 19:8 | oqf7 | मेम्ने की दुल्हिन को क्या पहनाया गया? | दुल्हिन को शुद्ध और चमकदार और महीन मलमल पहनाया गया जो परमेश्वर के पवित्र लोगों के धर्म के काम हैं। | |||
209 | 19:10 | xu4e | इस स्वर्गदूत ने यीशु की भविष्यद्वाणी को क्या कहा? | इस स्वर्गदूत ने कहा कि यीशु की गवाही भविष्यद्वाणी की आत्मा है। | |||
210 | 19:11 | wapd | यूहन्ना ने जिसे श्वेत घोड़े पर सवार देखा उसका नाम क्या है? | यूहन्ना ने देखा कि परमेश्वर का वचन श्वेत घोड़े पर सवार है। | |||
211 | 19:15 | xtj9 | परमेश्वर का वचन जाति जाति को कैसे मारता है? | जाति जाति को मारने के लिए उसके मुंह से एक चोखी तलवार निकलती है। | |||
212 | 19:18 | le34 | पक्षियों को बड़े भोज में क्या खाने को दिया गया? | पक्षियों को बुलाया गया कि वे राजाओं, सरदारों, शक्तिमान पुरुषों, घोड़ों और उनके सवारों, सब लोगों का मांस खाएं। | |||
213 | 19:19 | wk4t | वह पशु और पृथ्वी के राजा क्यों एकत्र हुए थे? | वे परमेश्वर के वचन से युद्ध करने के लिए एकत्र हुए। | |||
214 | 19:20 | d5bn | उस पशु और झूठे भविष्यद्वक्ता का क्या हुआ? | वह पशु और झूठा भविष्यद्वक्ता आग की झील और गंधक में डाले गए। | |||
215 | 19:21 | k4t1 | जिन्होंने परमेश्वर के वचन के विरुद्ध लड़ाई की उन अन्य लोगों का क्या हुआ? | शेष सब परमेश्वर के वचन के मुख से निकलनेवाली तलवार से मारे गए। | |||
216 | 20:1 | kixy | स्वर्ग से उतरने वाले उस स्वर्गदूत के हाथ में क्या था? | उस स्वर्गदूत के हाथ में अथाह कुण्ड की कुंजी और एक बड़ी जंजीर थी। | |||
217 | 20:2 | nnyf | शैतान कितने समय तक बंधा रहेगा? | शैतान एक हज़ार वर्ष के लिए बांध दिया गया। | |||
218 | 20:3 | k4vp | उस स्वर्गदूत ने शैतान के साथ क्या किया? | उस स्वर्गदूत ने शैतान को अथाह कुण्ड में डालकर बन्द कर दिया। शैतान हज़ार वर्ष तक जाति जाति के लोगों को फिर न भरमाएगा। | |||
219 | 20:4 | i9c7 | जिन्होने पशु की छाप नहीं ली थी उनके साथ क्या हुआ? | जिन्होने पशु की छाप नहीं ली थी जीवित हुए और मसीह के साथ हज़ार वर्ष तक राज किया। | |||
220 | 20:5 | culh | शेष मृतक कब जी उठेंगे? | शेष मृतक हज़ार वर्ष पूरे होने पर जी उठेंगे। | |||
221 | 20:6 | xzku | पहले पुनरुत्थान के भागी क्या करेंगे? | जो पहले पुनरुत्थान के भागी हैं वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे और उसके साथ हज़ार वर्ष तक राज्य करेंगे। | |||
222 | 20:8 | clt3 | हज़ार वर्ष के बाद शैतान क्या करेगा? | हज़ार वर्ष के बाद शैतान को मुक्त किया जाएगा और वह जाति जाति को भरमाने निकलेगा। | |||
223 | 20:9 | uyqn | पवित्र लोगों का नगर घेरा जाएगा तब क्या होगा? | जब पवित्र लोगों की छावनी और प्रिय नगर घेरा जाएगा तब स्वर्ग से आग गिरकर गोग और मगोग को भस्म कर देगी। | |||
224 | 20:10 | q98q | उस समय शैतान के साथ क्या किया जाएगा? | शैतान आग की झील में डाल दिया जाएगा कि युगानयुग पीड़ा में तड़पता रहे। | |||
225 | 20:12 | wo3n | उस बड़े श्वेत सिंहासन के समक्ष मृतकों का न्याय किस आधार पर किया गया? | मरे हुओं के काम पुस्तक में देखकर उनका न्याय किया गया। | |||
226 | 20:14 | mi9z | दूसरी मृत्यु क्या है? | वह आग की झील दूसरी मृत्यु है। | |||
227 | 20:15 | slrh | जिनके नाम जीवन की पुस्तक में नहीं थे उन सब का क्या हुआ? | जिनके नाम जीवन की पुस्तक में नहीं थे वे सब आग की झील में डाले गए। | |||
228 | 21:1 | mwml | यूहन्ना ने पृथ्वी और आकाश की क्या स्थिति देखी? | यूहन्ना ने देखा कि पृथ्वी और आकाश लोप हो गए। नये आकाश और नई पृथ्वी पुराने आकाश और पुरानी पृथ्वी के स्थान पर आ गए। | |||
229 | 21:2 | t2i9 | स्वर्ग से क्या उतरा? | नया यरूशलेम पवित्र नगर स्वर्ग से उतरा। | |||
230 | 21:3 | vwkk | सिंहासन से होनेवाली आकाशवाणी में परमेश्वर के निवास के लिए क्या कहा गया? | एक आकाशवाणी में कहा गया कि अब परमेश्वर अपने लोगों के मध्य वास करेगा। | |||
231 | 21:4 | mynu | अब क्या समाप्त हो गया है? | मृत्यु शोक, विलाप, पीड़ा फिर कभी न रहेगी। | |||
232 | 21:6 | h5x5 | जो सिंहासन पर बैठा था उसने अपना नाम क्या बताया? | जो सिंहासन पर बैठा था उसने स्वयं को अल्फा और ओमेगा, आदि और अनन्त कहा। | |||
233 | 21:8 | g9v4 | अविश्वासी, व्यभिचारियों तथा मूर्ति पूजकों का क्या होगा? | अविश्वासी, व्यभिचारियों तथा मूर्ति पूजकों का भाग गन्धक से जल रही आग की झील में होगा। | |||
234 | 21:10 | l091 | मेम्ने की पत्नी, उसकी दुल्हन कौन है? | दुल्हन अर्थात मेम्ने की पत्नी स्वर्ग से उतरनेवला यरूशलेम है। | |||
235 | 21:12 | te2v | नये यरूशलेम के फाटकों पर क्या लिखा था? | इस नये यरूशलेम के बारह फाटकों पर इस्राएल के बारह गोत्रों के नाम लिखे थे। | |||
236 | 21:14 | kp90 | नये यरूशलेम की नींव पर किसके नाम लिखे थे? | नये यरूशलेम की नींव पर बारह शिष्यों के नाम लिखे थे। | |||
237 | 21:16 | l9mo | नया यरूशलेम कैसे निर्मित था? | नया यरूशलेम चौकोर था। | |||
238 | 21:18 | kt28 | नगर की सड़कें किससे बनी थीं? | वह नगर और उसकी सड़कें सोने की थीं जैसे स्वच्छ कांच। | |||
239 | 21:22 | s9c7 | नये यरूशलेम का मन्दिर कौन है? | नये यरूशलेम का मन्दिर परमेश्वर और मेम्ना हैं। | |||
240 | 21:23 | u5kp | नये यरूशलेम में प्रकाश का स्रोत क्या होगा? | नये यरूशलेम में प्रकाश का स्रोत परमेश्वर का तेज है। | |||
241 | 21:27 | ceo1 | यरूशलेम में किस का प्रवेश निषेध होगा? | यरूशलेम में कुछ भी अशुद्ध प्रवेश नहीं करेगा। | |||
242 | 22:1 | q1qg | यूहन्ना ने परमेश्वर के सिंहासन से क्या बहता देखा? | यूहन्ना ने देखा कि परमेश्वर के सिंहासन से जीवन जल की नदी बहेगी। | |||
243 | 22:2 | f4he | जीवन वृक्ष की पत्तियां किस काम के लिए होंगी? | जीवन वृक्ष के पत्ते जाति जाति के रोग हरण के लिए होंगे। | |||
244 | 22:3 | hcj3 | उस नगर में ऐसा क्या होगा कि वह कभी न होगी? | तब न तो कोई श्राप होगा और न रात होगी। परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा। | |||
245 | 22:7 | rdrg | इस पुस्तक से आशिष पाने के लिए मनुष्य को क्या करना होगा? | मनुष्य को आशिष पाने के लिए इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी पर विश्वास करना होगा। | |||
246 | 22:8 | fk1m | यूहन्ना ने स्वर्गदूत को दण्डवत् किया तो उसने उससे क्या कहा? | उस स्वर्गदूत ने यूहन्ना से कहा कि वह परमेश्वर ही को दण्डवत् करे। | |||
247 | 22:10 | kfrc | यूहन्ना से क्यों कहा गया कि वह इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी को बन्द नहीं करे? | यूहन्ना से कहा गया कि वह इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी को मोहर बन्द नहीं करे क्योंकि समय निकट है। | |||
248 | 22:12 | uxmk | प्रभु ने क्या कहा कि वह अपने साथ ला रहा है? | प्रभु ने कहा कि वह प्रतिफल के साथ शीघ्र आनेवाला है। | |||
249 | 22:14 | sho0 | जो जीवन वृक्ष के निकट आना चाहते हैं उन्हे क्या करना होगा? | जो जीवन वृक्ष के निकट आने का अधिकार चाहते हैं उन्हे अपने वस्त्र धोने हैं। | |||
250 | 22:16 | abv7 | यीशु ने दाऊद के साथ अपना संबन्ध कैसा बताया? | यीशु ने कहा कि वह दाऊद का मूल और वंश है। | |||
251 | 22:18 | jfwk | इस पुस्तक की बातों को बढ़ाने वाले का क्या होगा? | यदि कोई मनुष्य इन बातों में बढ़ाए तो परमेश्वर उन विपत्तियों को जो इस पुस्तक में लिखी हैं उन पर बढ़ाएगा। | |||
252 | 22:19 | wxod | इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी में से कुछ भी कम करने वाले का क्या होगा? | यदि कोई इस भविष्यद्वाणी की पुस्तक की बातों में से कुछ निकाल डाले तो परमेश्वर जीवन के वृक्ष से उस का भाग निकाल देगा। |