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21:1yfilपौलुस ने इस पत्र में किसको सम्बोधित किया था?इस पत्र में पौलुस ने अध्यक्षों और सेवकों समेत फिलिप्पी में रहने वाले उन सब लोगों को सम्बोधित किया था जो मसीह यीशु में अलग किए गए हैं।
31:5wjhyफिलिप्पियों के लिए पौलुस ने किस बारे में परमेश्वर का धन्यवाद दिया?पहले दिन से लेकर इस समय तक सुसमाचार में फिलिप्पियों की सहभागिता के लिए पौलुस ने परमेश्वर का धन्यवाद दिया।
41:6zgrrफिलिप्पियों के विषय में पौलुस किसलिए आश्वस्त था?पौलुस आश्वस्त था कि जिसने उनमें भले काम को आरम्भ किया है वही उसे पूरा करेगा।
51:7fq6bफिलिप्पी के लोग पौलुस के साथ किस बात में भागीदार रहे थे?पौलुस के कैद होने में, और उसके बचाव में तथा सुसमाचार के पुष्टिकरण में, फिलिप्पी के लोग उसके भागीदार रहे थे।
61:9jqo3पौलुस ने क्या प्रार्थना की थी कि वह फिलिप्पियों के मध्य में अधिकाधिक बढ़ता जाए?पौलुस ने प्रार्थना की थी कि फिलिप्पियों के मध्य में प्रेम अधिकाधिक बढ़ता जाए।
71:11fzttपौलुस की क्या इच्छा थी कि फिलिप्पी के लोग उससे भर जाएँ?पौलुस की इच्छा थी कि फिलिप्पी के लोग धार्मिकता के फलों से भर जाएँ।
81:12-14t49jपौलुस के कैद में होने से सुसमाचार की उन्नति कैसे हुई थी?मसीह के लिए पौलुस के कैद में होने को व्यापक रूप से जाना गया था, और अब भाइयों में से बहुत से बड़े हियाव से सुसमाचार का प्रचार कर रहे थे।
91:17lr16कुछ लोग स्वार्थी और कपटी उद्देश्यों से मसीह का प्रचार क्यों कर रहे थे?कुछ लोग स्वार्थी और कपटी उद्देश्यों से यह सोचकर मसीह का प्रचार कर रहे थे कि वे पौलुस की कैद में उसके लिए क्लेशों को बढ़ा रहे हैं।
101:18wm2cमसीह के ईमानदार वाले और कपटी प्रचार के विषय में पौलुस की क्या प्रतिक्रिया थी?पौलुस आनन्दित था कि, चाहे किसी भी तरीके से, मसीह का प्रचार किया जा रहा था।
111:20bcs1जीवित रहते हुए और मृत्यु के द्वारा पौलुस ने क्या इच्छा की थी?चाहे जीवित रहते हुए या चाहे मृत्यु के द्वारा पौलुस ने मसीह की महिमा करने की इच्छा की थी।
121:21b29rपौलुस ने कहा कि जीवित रहना क्या है, और मर जाना क्या है?पौलुस ने कहा कि जीवित रहना मसीह है, और मर जाना लाभ है।
131:22-24ew1fकिन चुनावों ने पौलुस को विभिन्न दिशाओं से दबाया?मृत्यु में मसीह के साथ होने या अपने परिश्रम को जारी रखते हुए शरीर में होने के चुनावों से पौलुस दब गया था।
141:25wshmकिस उद्देश्य के लिए पौलुस आश्वस्त था कि वह फिलिप्पी के लोगों के साथ रहेगा?पौलुस आश्वस्त था कि उनकी विश्वास में उन्नति और आनन्द में वह फिलिप्पी के लोगों के साथ रहेगा।
151:27lmqqचाहे फिलिप्पियों के साथ या उनसे दूर, पौलुस ने फिलिप्पियों के विषय में क्या सुनने की इच्छा की थी?पौलुस सुनना चाहता था कि फिलिप्पी के लोग एक आत्मा में स्थिर खड़े हुए, एक चित्त होकर सुसमाचार पर विश्वास के लिए एक साथ प्रयास करते हैं।
161:28ncsgजब फिलिप्पी के लोग उनका विरोध करने वालों से नहीं डरे, तो यह किस बात का चिन्ह था?जब फिलिप्पी के लोग उनका विरोध करने वालों से नहीं डरे, तो यह उनके विरोधियों के विनाश का, परन्तु विश्वास करने वालों के उद्धार का चिन्ह था।
171:29k1bdपरमेश्वर के द्वारा फिलिप्पियों के लिए किन दो बातों को पक्का किया गया था?फिलिप्पियों के लिए यह पक्का किया गया था कि वे मसीह पर विश्वास करते हैं, परन्तु यह भी कि वे उसकी ओर से कष्ट उठाते हैं।
182:2plojपौलुस क्या कहता है कि उसके आनन्द को पूरा करने के लिए फिलिप्पियों को वह काम अवश्य ही करना चाहिए?फिलिप्पियों का एक ही जैसा मन का होना चाहिए, उन्हें एक ही जैसा प्रेम रखना चाहिए, और आत्मा तथा मनों में एकजुट रहना चाहिए।
192:3l539पौलुस क्या कहता है कि फिलिप्पियों को एक दूसरे को कैसा समझना चाहिए?फिलिप्पियों को एक दूसरे को स्वयं से बेहतर समझना चाहिए।
202:5s5xdपौलुस क्या कहता है कि हम में किसका मन होना चाहिए?पौलुस कहता है कि हम में मसीह यीशु का मन होना चाहिए।
212:6jo9xपौलुस क्या कहता है कि हम में किसका मन होना चाहिए?पौलुस कहता है कि हम में मसीह यीशु का मन होना चाहिए। मसीह यीशु परमेश्वर के स्वरूप में अस्तित्ववान था।
222:7oxisफिर मसीह यीशु ने किसका स्वरूप धारण कर लिया?फिर मसीह यीशु ने, मनुष्य के स्वरूप में दास का रूप धारण कर लिया।
232:8gb74यीशु ने स्वयं को कैसे विनम्र किया?यीशु ने क्रूस पर मृत्यु के क्षण तक आज्ञाकारी रहने के द्वारा स्वयं को विनम्र किया।
242:9n451फिर परमेश्वर ने यीशु के लिए क्या किया?परमेश्वर ने यीशु की अत्यन्त बड़ाई की और उसे ऐसा नाम दिया जो हर नाम से ऊँचा है।
252:11oq9hहर एक जीभ क्या अंगीकार करेगी?हर एक जीभ अंगीकार करेगी कि यीशु मसीह ही प्रभु है।
262:12olg1फिलिप्पी के लोग अपने उद्धार के लिए कार्य करने हेतु कैसे बुलाए गए हैं?फिलिप्पियों को डरते और काँपते हुए अपने उद्धार के लिए कार्य करना है।
272:13aychविश्वासियों में परमेश्वर क्या करने के लिए कार्य करता है?विश्वासियों में परमेश्वर अपनी भली प्रसन्नता हेतु इच्छा और काम दोनों के लिए कार्य करता है।
282:14hcl2हर एक काम किसके बिना किया जाना चाहिए?हर एक काम बिना शिकायत किए और बिना कुड़कुड़ाए किया जाना चाहिए।
292:17fr46पौलुस अपने जीवन को किस उद्देश्य से उण्डेलता है?पौलुस अपने जीवन को फिलिप्पियों के विश्वास के बलिदान और सेवा के लिए उण्डेलता है।
302:20abeoपौलुस के लिए तीमुथियुस अनूठा सहायक क्यों है?तीमुथियुस इसलिए अनूठा है क्योंकि वह वास्तव में फिलिप्पियों की चिन्ता करता है।
312:24i1b4क्या पौलुस फिलिप्पियों से मिलने की आशा कर रहा है?हाँ, पौलुस फिलिप्पियों से शीघ्र मिलने की आशा करता है।
322:30tke7किस कारण से इपफ्रुदीतुस लगभग मर ही गया था?मसीह के कार्य, तथा पौलुस की सेवा एवं पौलुस की आवश्यकताओं की आपूर्ति करते-करते इपफ्रुदीतुस लगभग मर ही गया था।
333:2bn4qपौलुस विश्वासियों को किसके प्रति सावधान रहने की चेतावनी देता है?पौलुस विश्वासियों को कुत्तों, बुरे काम करने वालों, और क्षत-विक्षत करने वालों के प्रति सावधान रहने की चेतावनी देता है।
343:3h6vvपौलुस किनको कहता है कि वे सच्चे खतना वाले हैं?पौलुस कहता है कि सच्चे खतना वाले वे हैं जो आत्मा में होकर परमेश्वर की आराधना करते हैं, मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं, और शरीर पर भरोसा नहीं करते।
353:6an1bव्यवस्था की धार्मिकता के सम्बन्ध में पौलुस अपने पिछले आचरण का वर्णन कैसे करता है?व्यवस्था की धार्मिकता के सम्बन्ध में अपने पौलुस पिछले आचरण का वर्णन निर्दोष का रूप में करता है।
363:7vgf3पौलुस अब शरीर पर अपने पिछले भरोसे को कैसा मानता है?पौलुस अब शरीर पर अपने पिछले सम्पूर्ण भरोसे को मसीह के कारण बेकार मानता है।
373:8k2gxकिस उद्देश्य से अब पौलुस पिछली सारी बातों को कूड़ा मानता है?पौलुस पिछली सारी बातों को कूड़ा इसलिए मानता है ताकि वह मसीह को प्राप्त कर सके।
383:9joi9अब पौलुस के पास कौन सी धार्मिकता है?अब पौलुस के पास परमेश्वर की ओर मिली धार्मिकता है जो मसीह पर विश्वास करने से प्राप्त होती है।
393:10xwxjमसीह के साथ पौलुस की सहभागिता किस में है?पौलुस की सहभागिता मसीह के दुःखों में है।
403:12edlfयद्यपि उसने अभी पूरा नहीं किया है, पौलुस क्या करना जारी रखता है?पौलुस उस बात को पकड़ने के लिए जिसके लिए यीशु ने उसे पकड़ा था, सिद्धता का अनुसरण करता है।
413:14izsdपौलुस किस लक्ष्य की ओर खिंचा चला जाता है?मसीह यीशु में परमेश्वर के ऊपर बुलाए जाने के पुरस्कार को जीतने के लिए पौलुस उसके लक्ष्य की ओर खिंचा चला जाता है।
423:17ooswअपनी चाल के उदाहरण के सम्बन्ध में पौलुस फिलिप्पियों से क्या करने के लिए कहता है?पौलुस फिलिप्पियों से उसकी चाल में शामिल होने और उसका अनुकरण करने के लिए कहता है।
433:19m560उन लोगों की नियति क्या है जिनका ईश्वर उनका पेट है और जो पृथ्वी की वस्तुओं के विषय में सोचते रहते हैं?उन लोगों की नियति विनाश है जिनका ईश्वर उनका पेट है और जो पृथ्वी की वस्तुओं के विषय में सोचते रहते हैं।
443:20tkm8पौलुस क्या कहता है कि विश्वासियों की नागरिकता कहाँ पर स्थित है?पौलुस कहता है कि विश्वासियों की नागरिकता स्वर्ग में है।
453:21hcr0विश्वासियों के शरीर के साथ मसीह क्या करेगा जब वह स्वर्ग से वापस आएगा?विश्वासियों के दीन शरीरों को मसीह अपने महिमामय शरीर की अनुरूपता वाले शरीरों में परिवर्तित कर देगा।
464:1bl3sफिलिप्पी में रहने वाले अपने प्रिय मित्रों से पौलुस क्या करवाना चाहता था?पौलुस उन फिलिप्पीवासियों से चाहता था कि वे प्रभु में स्थिर खड़े रहें।
474:2girwयूओदिया और सुन्तुखे के साथ पौलुस क्या घटित होते हुए देखने की इच्छा करता है?यूओदिया और सुन्तुखे को पौलुस प्रभु में एक ही मन रखते हुए देखने की इच्छा करता है।
484:4wk8wफिलिप्पियों को पौलुस सर्वदा क्या करने के लिए कहता है?पौलुस उनको सर्वदा प्रभु में आनन्दित रहने के लिए कहता है।
494:6rugiचिन्तित होने के बजाए, पौलुस उनसे क्या करने के लिए कहता है?पौलुस कहता है कि चिन्तित होने के बजाए, जो हमारी आवश्यकता है उसके विषय में हमें परमेश्वर को बताना है और उसका धन्यवाद करना है।
504:7u0jvयदि हम ऐसा करते हैं, तो कौन सी बात हमारे हृदयों और विचारों को सुरक्षित रखेगी?यदि हम ऐसा करते हैं, तो परमेश्वर की शान्ति हमारे हृदयों और विचारों को सुरक्षित रखेगी।
514:8dgs7पौलुस किस प्रकार की बातों पर विचार करने के लिए कहता है?पौलुस उन बातों पर विचार करने के लिए कहता है, जो माननीय, न्यायसंगत, शुद्ध, मनोहर, अच्छे समाचार वाली, उत्कृष्ट, और प्रशंसा के योग्य हैं।
524:10syq8फिलिप्पी में रहने वाले लोग इस समय किसे फिर से नया करने में सक्षम हैं?फिलिप्पी में रहने वाले लोग इस समय पौलुस के लिए अपनी चिन्ता को फिर से नया करने में सक्षम हैं।
534:11-12x5qdपौलुस ने विभिन्न परिस्थितियों में जीवन व्यतीत करने के विषय में किस रहस्य को सीख लिया है?पौलुस ने बहुतायत और आवश्यकता दोनों में सन्तुष्ट रहकर जीवन व्यतीत करने के रहस्य को सीख लिया है।
544:13qrc3किस सामर्थ्य के द्वारा पौलुस सन्तुष्ट रहकर जीवन व्यतीत कर सकता है?मसीह जो उसे सामर्थ्य देता है उसके द्वारा पौलुस सन्तुष्ट रहकर सब परिस्थितियों में जीवन व्यतीत कर सकता है।
554:14kw87पौलुस अपनी आवश्यकताओं के निमित्त फिलिप्पी के विश्वासियों से कैसा दान चाहता था?पौलुस फिलिप्पी के विश्वासियों से ऐसा फल चाहता था जो उनके लाभ के लिए बढ़ता जाए।
564:17qsrbपौलुस अपनी आवश्यकताओं के प्रावधान में उनकी भेंट में फिलिप्पियों के लिए क्या ढूँढ़ता है?पौलुस उस फल को ढूँढ़ता है जो फिलिप्पियों के खाते में बढ़ता जाता है।
574:18ty29फिलिप्पियों के द्वारा पौलुस को दिए गए दान को परमेश्वर कैसे देखता है?फिलिप्पियों के पौलुस को दिए गए दान से परमेश्वर प्रसन्न हुआ है।
584:19zu96पौलुस क्या कहता है कि फिलिप्पियों के लिए परमेश्वर करेगा?पौलुस कहता है कि फिलिप्पियों की हर एक आवश्यकता की आपूर्ति परमेश्वर अपने उस धन के अनुसार करेगा जो महिमा सहित मसीह यीशु में है।
594:22a09jपौलुस कहता है कि किस घराने के लोग फिलिप्पियों को नमस्कार करते हैं?जो कैसर के घराने के हैं वे लोग फिलिप्पियों को नमस्कार करते हैं।