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1 | Reference | ID | Tags | Quote | Occurrence | Question | Response |
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2 | 1:1 | yfil | पौलुस ने इस पत्र में किसको सम्बोधित किया था? | इस पत्र में पौलुस ने अध्यक्षों और सेवकों समेत फिलिप्पी में रहने वाले उन सब लोगों को सम्बोधित किया था जो मसीह यीशु में अलग किए गए हैं। | |||
3 | 1:5 | wjhy | फिलिप्पियों के लिए पौलुस ने किस बारे में परमेश्वर का धन्यवाद दिया? | पहले दिन से लेकर इस समय तक सुसमाचार में फिलिप्पियों की सहभागिता के लिए पौलुस ने परमेश्वर का धन्यवाद दिया। | |||
4 | 1:6 | zgrr | फिलिप्पियों के विषय में पौलुस किसलिए आश्वस्त था? | पौलुस आश्वस्त था कि जिसने उनमें भले काम को आरम्भ किया है वही उसे पूरा करेगा। | |||
5 | 1:7 | fq6b | फिलिप्पी के लोग पौलुस के साथ किस बात में भागीदार रहे थे? | पौलुस के कैद होने में, और उसके बचाव में तथा सुसमाचार के पुष्टिकरण में, फिलिप्पी के लोग उसके भागीदार रहे थे। | |||
6 | 1:9 | jqo3 | पौलुस ने क्या प्रार्थना की थी कि वह फिलिप्पियों के मध्य में अधिकाधिक बढ़ता जाए? | पौलुस ने प्रार्थना की थी कि फिलिप्पियों के मध्य में प्रेम अधिकाधिक बढ़ता जाए। | |||
7 | 1:11 | fztt | पौलुस की क्या इच्छा थी कि फिलिप्पी के लोग उससे भर जाएँ? | पौलुस की इच्छा थी कि फिलिप्पी के लोग धार्मिकता के फलों से भर जाएँ। | |||
8 | 1:12-14 | t49j | पौलुस के कैद में होने से सुसमाचार की उन्नति कैसे हुई थी? | मसीह के लिए पौलुस के कैद में होने को व्यापक रूप से जाना गया था, और अब भाइयों में से बहुत से बड़े हियाव से सुसमाचार का प्रचार कर रहे थे। | |||
9 | 1:17 | lr16 | कुछ लोग स्वार्थी और कपटी उद्देश्यों से मसीह का प्रचार क्यों कर रहे थे? | कुछ लोग स्वार्थी और कपटी उद्देश्यों से यह सोचकर मसीह का प्रचार कर रहे थे कि वे पौलुस की कैद में उसके लिए क्लेशों को बढ़ा रहे हैं। | |||
10 | 1:18 | wm2c | मसीह के ईमानदार वाले और कपटी प्रचार के विषय में पौलुस की क्या प्रतिक्रिया थी? | पौलुस आनन्दित था कि, चाहे किसी भी तरीके से, मसीह का प्रचार किया जा रहा था। | |||
11 | 1:20 | bcs1 | जीवित रहते हुए और मृत्यु के द्वारा पौलुस ने क्या इच्छा की थी? | चाहे जीवित रहते हुए या चाहे मृत्यु के द्वारा पौलुस ने मसीह की महिमा करने की इच्छा की थी। | |||
12 | 1:21 | b29r | पौलुस ने कहा कि जीवित रहना क्या है, और मर जाना क्या है? | पौलुस ने कहा कि जीवित रहना मसीह है, और मर जाना लाभ है। | |||
13 | 1:22-24 | ew1f | किन चुनावों ने पौलुस को विभिन्न दिशाओं से दबाया? | मृत्यु में मसीह के साथ होने या अपने परिश्रम को जारी रखते हुए शरीर में होने के चुनावों से पौलुस दब गया था। | |||
14 | 1:25 | wshm | किस उद्देश्य के लिए पौलुस आश्वस्त था कि वह फिलिप्पी के लोगों के साथ रहेगा? | पौलुस आश्वस्त था कि उनकी विश्वास में उन्नति और आनन्द में वह फिलिप्पी के लोगों के साथ रहेगा। | |||
15 | 1:27 | lmqq | चाहे फिलिप्पियों के साथ या उनसे दूर, पौलुस ने फिलिप्पियों के विषय में क्या सुनने की इच्छा की थी? | पौलुस सुनना चाहता था कि फिलिप्पी के लोग एक आत्मा में स्थिर खड़े हुए, एक चित्त होकर सुसमाचार पर विश्वास के लिए एक साथ प्रयास करते हैं। | |||
16 | 1:28 | ncsg | जब फिलिप्पी के लोग उनका विरोध करने वालों से नहीं डरे, तो यह किस बात का चिन्ह था? | जब फिलिप्पी के लोग उनका विरोध करने वालों से नहीं डरे, तो यह उनके विरोधियों के विनाश का, परन्तु विश्वास करने वालों के उद्धार का चिन्ह था। | |||
17 | 1:29 | k1bd | परमेश्वर के द्वारा फिलिप्पियों के लिए किन दो बातों को पक्का किया गया था? | फिलिप्पियों के लिए यह पक्का किया गया था कि वे मसीह पर विश्वास करते हैं, परन्तु यह भी कि वे उसकी ओर से कष्ट उठाते हैं। | |||
18 | 2:2 | ploj | पौलुस क्या कहता है कि उसके आनन्द को पूरा करने के लिए फिलिप्पियों को वह काम अवश्य ही करना चाहिए? | फिलिप्पियों का एक ही जैसा मन का होना चाहिए, उन्हें एक ही जैसा प्रेम रखना चाहिए, और आत्मा तथा मनों में एकजुट रहना चाहिए। | |||
19 | 2:3 | l539 | पौलुस क्या कहता है कि फिलिप्पियों को एक दूसरे को कैसा समझना चाहिए? | फिलिप्पियों को एक दूसरे को स्वयं से बेहतर समझना चाहिए। | |||
20 | 2:5 | s5xd | पौलुस क्या कहता है कि हम में किसका मन होना चाहिए? | पौलुस कहता है कि हम में मसीह यीशु का मन होना चाहिए। | |||
21 | 2:6 | jo9x | पौलुस क्या कहता है कि हम में किसका मन होना चाहिए? | पौलुस कहता है कि हम में मसीह यीशु का मन होना चाहिए। मसीह यीशु परमेश्वर के स्वरूप में अस्तित्ववान था। | |||
22 | 2:7 | oxis | फिर मसीह यीशु ने किसका स्वरूप धारण कर लिया? | फिर मसीह यीशु ने, मनुष्य के स्वरूप में दास का रूप धारण कर लिया। | |||
23 | 2:8 | gb74 | यीशु ने स्वयं को कैसे विनम्र किया? | यीशु ने क्रूस पर मृत्यु के क्षण तक आज्ञाकारी रहने के द्वारा स्वयं को विनम्र किया। | |||
24 | 2:9 | n451 | फिर परमेश्वर ने यीशु के लिए क्या किया? | परमेश्वर ने यीशु की अत्यन्त बड़ाई की और उसे ऐसा नाम दिया जो हर नाम से ऊँचा है। | |||
25 | 2:11 | oq9h | हर एक जीभ क्या अंगीकार करेगी? | हर एक जीभ अंगीकार करेगी कि यीशु मसीह ही प्रभु है। | |||
26 | 2:12 | olg1 | फिलिप्पी के लोग अपने उद्धार के लिए कार्य करने हेतु कैसे बुलाए गए हैं? | फिलिप्पियों को डरते और काँपते हुए अपने उद्धार के लिए कार्य करना है। | |||
27 | 2:13 | aych | विश्वासियों में परमेश्वर क्या करने के लिए कार्य करता है? | विश्वासियों में परमेश्वर अपनी भली प्रसन्नता हेतु इच्छा और काम दोनों के लिए कार्य करता है। | |||
28 | 2:14 | hcl2 | हर एक काम किसके बिना किया जाना चाहिए? | हर एक काम बिना शिकायत किए और बिना कुड़कुड़ाए किया जाना चाहिए। | |||
29 | 2:17 | fr46 | पौलुस अपने जीवन को किस उद्देश्य से उण्डेलता है? | पौलुस अपने जीवन को फिलिप्पियों के विश्वास के बलिदान और सेवा के लिए उण्डेलता है। | |||
30 | 2:20 | abeo | पौलुस के लिए तीमुथियुस अनूठा सहायक क्यों है? | तीमुथियुस इसलिए अनूठा है क्योंकि वह वास्तव में फिलिप्पियों की चिन्ता करता है। | |||
31 | 2:24 | i1b4 | क्या पौलुस फिलिप्पियों से मिलने की आशा कर रहा है? | हाँ, पौलुस फिलिप्पियों से शीघ्र मिलने की आशा करता है। | |||
32 | 2:30 | tke7 | किस कारण से इपफ्रुदीतुस लगभग मर ही गया था? | मसीह के कार्य, तथा पौलुस की सेवा एवं पौलुस की आवश्यकताओं की आपूर्ति करते-करते इपफ्रुदीतुस लगभग मर ही गया था। | |||
33 | 3:2 | bn4q | पौलुस विश्वासियों को किसके प्रति सावधान रहने की चेतावनी देता है? | पौलुस विश्वासियों को कुत्तों, बुरे काम करने वालों, और क्षत-विक्षत करने वालों के प्रति सावधान रहने की चेतावनी देता है। | |||
34 | 3:3 | h6vv | पौलुस किनको कहता है कि वे सच्चे खतना वाले हैं? | पौलुस कहता है कि सच्चे खतना वाले वे हैं जो आत्मा में होकर परमेश्वर की आराधना करते हैं, मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं, और शरीर पर भरोसा नहीं करते। | |||
35 | 3:6 | an1b | व्यवस्था की धार्मिकता के सम्बन्ध में पौलुस अपने पिछले आचरण का वर्णन कैसे करता है? | व्यवस्था की धार्मिकता के सम्बन्ध में अपने पौलुस पिछले आचरण का वर्णन निर्दोष का रूप में करता है। | |||
36 | 3:7 | vgf3 | पौलुस अब शरीर पर अपने पिछले भरोसे को कैसा मानता है? | पौलुस अब शरीर पर अपने पिछले सम्पूर्ण भरोसे को मसीह के कारण बेकार मानता है। | |||
37 | 3:8 | k2gx | किस उद्देश्य से अब पौलुस पिछली सारी बातों को कूड़ा मानता है? | पौलुस पिछली सारी बातों को कूड़ा इसलिए मानता है ताकि वह मसीह को प्राप्त कर सके। | |||
38 | 3:9 | joi9 | अब पौलुस के पास कौन सी धार्मिकता है? | अब पौलुस के पास परमेश्वर की ओर मिली धार्मिकता है जो मसीह पर विश्वास करने से प्राप्त होती है। | |||
39 | 3:10 | xwxj | मसीह के साथ पौलुस की सहभागिता किस में है? | पौलुस की सहभागिता मसीह के दुःखों में है। | |||
40 | 3:12 | edlf | यद्यपि उसने अभी पूरा नहीं किया है, पौलुस क्या करना जारी रखता है? | पौलुस उस बात को पकड़ने के लिए जिसके लिए यीशु ने उसे पकड़ा था, सिद्धता का अनुसरण करता है। | |||
41 | 3:14 | izsd | पौलुस किस लक्ष्य की ओर खिंचा चला जाता है? | मसीह यीशु में परमेश्वर के ऊपर बुलाए जाने के पुरस्कार को जीतने के लिए पौलुस उसके लक्ष्य की ओर खिंचा चला जाता है। | |||
42 | 3:17 | oosw | अपनी चाल के उदाहरण के सम्बन्ध में पौलुस फिलिप्पियों से क्या करने के लिए कहता है? | पौलुस फिलिप्पियों से उसकी चाल में शामिल होने और उसका अनुकरण करने के लिए कहता है। | |||
43 | 3:19 | m560 | उन लोगों की नियति क्या है जिनका ईश्वर उनका पेट है और जो पृथ्वी की वस्तुओं के विषय में सोचते रहते हैं? | उन लोगों की नियति विनाश है जिनका ईश्वर उनका पेट है और जो पृथ्वी की वस्तुओं के विषय में सोचते रहते हैं। | |||
44 | 3:20 | tkm8 | पौलुस क्या कहता है कि विश्वासियों की नागरिकता कहाँ पर स्थित है? | पौलुस कहता है कि विश्वासियों की नागरिकता स्वर्ग में है। | |||
45 | 3:21 | hcr0 | विश्वासियों के शरीर के साथ मसीह क्या करेगा जब वह स्वर्ग से वापस आएगा? | विश्वासियों के दीन शरीरों को मसीह अपने महिमामय शरीर की अनुरूपता वाले शरीरों में परिवर्तित कर देगा। | |||
46 | 4:1 | bl3s | फिलिप्पी में रहने वाले अपने प्रिय मित्रों से पौलुस क्या करवाना चाहता था? | पौलुस उन फिलिप्पीवासियों से चाहता था कि वे प्रभु में स्थिर खड़े रहें। | |||
47 | 4:2 | girw | यूओदिया और सुन्तुखे के साथ पौलुस क्या घटित होते हुए देखने की इच्छा करता है? | यूओदिया और सुन्तुखे को पौलुस प्रभु में एक ही मन रखते हुए देखने की इच्छा करता है। | |||
48 | 4:4 | wk8w | फिलिप्पियों को पौलुस सर्वदा क्या करने के लिए कहता है? | पौलुस उनको सर्वदा प्रभु में आनन्दित रहने के लिए कहता है। | |||
49 | 4:6 | rugi | चिन्तित होने के बजाए, पौलुस उनसे क्या करने के लिए कहता है? | पौलुस कहता है कि चिन्तित होने के बजाए, जो हमारी आवश्यकता है उसके विषय में हमें परमेश्वर को बताना है और उसका धन्यवाद करना है। | |||
50 | 4:7 | u0jv | यदि हम ऐसा करते हैं, तो कौन सी बात हमारे हृदयों और विचारों को सुरक्षित रखेगी? | यदि हम ऐसा करते हैं, तो परमेश्वर की शान्ति हमारे हृदयों और विचारों को सुरक्षित रखेगी। | |||
51 | 4:8 | dgs7 | पौलुस किस प्रकार की बातों पर विचार करने के लिए कहता है? | पौलुस उन बातों पर विचार करने के लिए कहता है, जो माननीय, न्यायसंगत, शुद्ध, मनोहर, अच्छे समाचार वाली, उत्कृष्ट, और प्रशंसा के योग्य हैं। | |||
52 | 4:10 | syq8 | फिलिप्पी में रहने वाले लोग इस समय किसे फिर से नया करने में सक्षम हैं? | फिलिप्पी में रहने वाले लोग इस समय पौलुस के लिए अपनी चिन्ता को फिर से नया करने में सक्षम हैं। | |||
53 | 4:11-12 | x5qd | पौलुस ने विभिन्न परिस्थितियों में जीवन व्यतीत करने के विषय में किस रहस्य को सीख लिया है? | पौलुस ने बहुतायत और आवश्यकता दोनों में सन्तुष्ट रहकर जीवन व्यतीत करने के रहस्य को सीख लिया है। | |||
54 | 4:13 | qrc3 | किस सामर्थ्य के द्वारा पौलुस सन्तुष्ट रहकर जीवन व्यतीत कर सकता है? | मसीह जो उसे सामर्थ्य देता है उसके द्वारा पौलुस सन्तुष्ट रहकर सब परिस्थितियों में जीवन व्यतीत कर सकता है। | |||
55 | 4:14 | kw87 | पौलुस अपनी आवश्यकताओं के निमित्त फिलिप्पी के विश्वासियों से कैसा दान चाहता था? | पौलुस फिलिप्पी के विश्वासियों से ऐसा फल चाहता था जो उनके लाभ के लिए बढ़ता जाए। | |||
56 | 4:17 | qsrb | पौलुस अपनी आवश्यकताओं के प्रावधान में उनकी भेंट में फिलिप्पियों के लिए क्या ढूँढ़ता है? | पौलुस उस फल को ढूँढ़ता है जो फिलिप्पियों के खाते में बढ़ता जाता है। | |||
57 | 4:18 | ty29 | फिलिप्पियों के द्वारा पौलुस को दिए गए दान को परमेश्वर कैसे देखता है? | फिलिप्पियों के पौलुस को दिए गए दान से परमेश्वर प्रसन्न हुआ है। | |||
58 | 4:19 | zu96 | पौलुस क्या कहता है कि फिलिप्पियों के लिए परमेश्वर करेगा? | पौलुस कहता है कि फिलिप्पियों की हर एक आवश्यकता की आपूर्ति परमेश्वर अपने उस धन के अनुसार करेगा जो महिमा सहित मसीह यीशु में है। | |||
59 | 4:22 | a09j | पौलुस कहता है कि किस घराने के लोग फिलिप्पियों को नमस्कार करते हैं? | जो कैसर के घराने के हैं वे लोग फिलिप्पियों को नमस्कार करते हैं। |