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109 KiB

1ReferenceIDTagsQuoteOccurrenceQuestionResponse
21:2-3a4zcयशायाह भविष्यद्वक्ता ने प्रभु के आगमन से पूर्व किस घटना की भविष्यदवाणी की थी? यशायाह ने भविष्यदवाणी की थी कि परमेश्वर एक संदेशवाहक को भेजेगा, कि मरूभूमि में किसी के पुकारने का शब्द होगा, प्रभु के लिए मार्ग तैयार करो।
31:4g2v6यूहन्ना क्या प्रचार करने आया था?यूहन्ना पापों की क्षमा के लिए मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार करने आया था।
41:5kdd7यूहन्ना से बपतिस्मा लेकर लोगों ने क्या किया?यूहन्ना से बपतिस्मा लेकर लोगों ने अपने पापों का अंगीकार किया।\n\n
51:6zlqiयूहन्ना क्या खाता था?यूहन्ना टिड्डियाँ और वन मधु खाता था।
61:8yaklयूहन्ना ने क्या कहा था कि उसके बाद आनेवाला कैसा बपतिस्मा देगा?यूहन्ना ने कहा था कि उसके बाद आनेवाला पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देगा।\n\n
71:10y6faयूहन्ना से बपतिस्मा लेने के पश्चात जब यीशु पानी के बाहर आया तब उसने क्या देखा?\n\n\nबपतिस्मा लेने के बाद यीशु ने देखा कि आकाश खुल गया है और आत्मा उस पर कबूतर के रूप में उतरते देखा।
81:11f2a4यीशु के बपतिस्मा लेने के बाद आकाशवाणी में क्या कहा गया था?आकाशवाणी में कहा गया था, “तू मेरा प्रिय पुत्र है; मैं तुझ से अत्यन्त प्रसन्न हूँ।\n\n\n
91:12ahm3यीशु को मरुभूमि में जाने के लिए किसने विवश किया था?\n\nआत्मा ने यीशु को मरुभूमि में जाने के लिए विवश किया था।\n\n\n\n
101:13ex5pयीशु मरुभूमि में कितने दिन रहा और वहाँ उसके साथ क्या हुआ था?\n\nयीशु 40 दिन मरुभूमि में रहा और वहाँ शैतान उसकी परीक्षा लेता रहा।\n\n\n\n
111:15kyxpयीशु ने क्या सन्देश प्रचार किया? \n\n\n\nयीशु प्रचार किया कि परमेश्वर का राज्य निकट है, और लोगों को मन फिरना और सुसमाचार में विश्वास करना चाहिए।\n\n\n\n
121:16yzo9शमौन और अन्द्रियास का क्या व्यवसाय था?शमौन और अन्द्रियास मछुआरे थे।
131:17r3baयीशु ने क्या कहा कि वह शमौन और अन्द्रियास को बनाएगा?यीशु ने कहा कि वह शमौन और अन्द्रियास को मनुष्यों को पकड़ने वाले मछुआरे बनाएगा।
141:19foqjयाकूब और यूहन्ना का क्या व्यवसाय था?याकूब और यूहन्ना मछुआरे थे।
151:22lq6yआराधनालय में यीशु की शिक्षा सुनकर लोग विस्मित क्यों हुए थे?वे यीशु की शिक्षा सुनकर विस्मित हुए क्योंकि यीशु अधिकार के साथ शिक्षा देता था।
161:24rtx4आराधनालय में उस अशुद्ध आत्मा ने यीशु को क्या उपनाम दिया था? आराधनालय में उस अशुद्ध आत्मा ने यीशु को परमेश्वर का पवित्र जन का उपनाम दिया था।
171:28dn9oयीशु के विषय में समाचार का क्या हुआ?यीशु के विषय में समाचार सभी जगह फैल गया।
181:30ii0vजब वे शमौन के घर पहुंचे तब यीशु ने किसको चंगा किया था? जब वे शमौन के घर में पहुचें, यीशु ने शमौन की सास को चंगा किया था । \n\n\n\n
191:32-34ywmcजब शाम हुई तब क्या हुआ था?\n\n\n\nजब शाम हुई तब लोग सब बीमारों को तथा दुष्टआत्माग्रस्त लोगों को लेकर आए और यीशु ने उनको चंगा किया।
201:35i2xaसूर्योदय से पहले यीशु ने क्या किया था?सूर्योदय से पूर्व यीशु एकांत स्थान में चला गया और वहाँ उसने प्रार्थना की।
211:38-39y32lयीशु ने शमौन से क्या कहा था कि वह क्या करने आया था?यीशु ने कहा था कि वह आस-पास के नगरों में प्रचार करने आया था।
221:40-42xyj3जिस कोढ़ी ने यीशु से चंगाई की विनती की थी उसके प्रति यीशु की भावना कैसी थी? यीशु को उस पर तरस आ गया और उसको चंगाई प्रदान की।
231:44dzi8यीशु ने उस कोढ़ी से क्या करने के लिए कहा और क्यों कहा?यीशु ने उससे कहा की वह जाकर मूसा की व्यवस्था के अनुसार भेंट चढ़ाए। इससे समाज के समक्ष प्रकट हो जाएगा कि वह चंगा हो गया है।
242:4zvpgउस लकवे के मारे हुए व्यक्ति को उठाने वाले उन चार मनुष्यों ने क्या किया था?उन्होंने घर की छत के एक भाग को हटा कर उस रोगी को यीशु के समक्ष उतार दिया।
252:5efneयीशु ने उस लकवे के रोगी से क्या कहा था?यीशु ने उससे कहा, “पुत्र तेरे पाप क्षमा हुए”।
262:6-7k9lqयीशु की इस बात पर शास्त्रियों ने आपत्ति क्यों उठाई? शास्त्रियों ने तर्क किया कि यीशु ने परमेश्वर की निंदा की है क्योंकि एकमात्र परमेश्वर पाप क्षमा कर सकता है।
272:10-12v3ysयीशु ने कैसे प्रदर्शित किया कि उसके पास पाप क्षमा करने का अधिकार पृथ्वी पर भी है?यीशु ने लकवे के उस रोगी से कहा कि वह अपना खाट लेकर घर चला जाए और उस रोगी ने वैसा ही किया।
282:13-14llaqजब यीशु ने लेवी को अपने पीछे चलने के लिए कहा तब वह क्या कर रहा था? \n\nलेवी चुंगी लेने की चौकी पर बैठा था जब यीशु उसे बुलाया।
292:15-16c07hलेवी के घर में यीशु के किस काम पर फरीसी नाराज़ हुए थे? यीशु पापियों और चुंगी लेने वालों के साथ भोजन कर रहा था।
302:17zqw0यीशु ने किसके लिए कहा कि वह किसे बुलाने आया था?यीशु ने कहा कि वह पापियों को बुलाने आया है।
312:18p9lnउपवास के विषय में कुछ लोगों ने यीशु से क्या प्रश्न किया था?उन्होंने यीशु से पूछा कि उसके चेले उपवास क्यों नहीं रखते हैं जबकि यूहन्ना के शिष्य और फरीसियों के चेले उपवास रखते हैं।
322:19w6goयीशु ने कैसे समझाया कि उसके चेले उपवास क्यों नही रखते है?यीशु ने कहा कि बाराती मित्रों के साथ जब दूल्हा होता है तब वे उपवास नहीं रखते हैं।
332:23-24ej7hसब्त के दिन खेतों में यीशु के शिष्यों के किस काम से फरीसी नाराज़ हुए थे?यीशु के चेलो ने सब्त के दिन खेत से गेहूँ की बालें तोड़कर खाई थीं।
342:25-26iwe2यीशु ने किसका उदाहरण दिया कि जब उसको भूख लगी थी तब उसने वर्जित रोटियाँ लेकर खाई थीं?यीशु ने दाऊद का उदाहरण दिया की जब उसको भूख लगी थी तब उसने भेंट की उन रोटियों को खाया था जो केवल याजकों के लिए अनुमति थीं।
352:27m19rयीशु ने सब्त के दिन को किसके लिए ठराया?यीशु ने कहा की सब्त लोगों के लिए बना है।
362:28ak51यीशु ने अपने किस अधिकार का दावा किया था?यीशु ने कहा कि वह सब्त का भी प्रभु है।\n\n\n
373:1-2o82fवे आराधनालय में यीशु पर आँखें क्यों गढ़ाए हुए थे?\nवे यीशु पर दृष्टि किए हुए थे कि वह सब्त के दिन चंगाई का काम करे तो वे उस पर दोष लगाएं।
383:4dk1gयीशु ने सब्त के विषय में लोगों से जो प्रश्न किया, वह क्या था? यीशु ने उनसे पूछा कि व्यवस्था के अनुसार सब्त के दिन भला काम करना उचित है या हानि करना।
393:4p1z9यीशु के इस प्रश्न पर उपस्थित लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी?वे सब चुप थे।
403:5mrbjतब यीशु का व्यवहार उनके प्रति कैसा था?यीशु उनसे क्रोधित हुआ था।
413:6acwqउस व्यक्ति के चंगा पर फरीसियों ने क्या किया?फरीसियों ने बाहर जाकर यीशु की हत्या का षड्यंत्र रचा।
423:7-8b2bkजब यीशु झील की ओर जा रहा था तब कितने लोग उसके पीछे गए? एक बड़ी भीड़ उसके पीछे जा रही थी
433:11tke0यीशु को देख कर दुष्ट आत्माओं ने ऊंचे शब्द में क्या कहा?उन दुष्ट आत्माओं ने चिल्लाकर कहा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है।
443:14-15e2s0यीशु ने कितने पुरुषों को प्रेरित नियुक्त किया और उनका काम क्या था?यीशु ने 12 पुरुषों को प्रेरित नियुक्त किया कि वे उसके साथ-साथ रहे और प्रचार करें तथा दुष्ट आत्माओं को निकालने का अधिकार रखते थे।\n
453:19raj7यीशु के साथ विश्वासघात करने वाला प्रेरित कौन था?यीशु के साथ विश्वासघात करने वाला प्रेरित यहूदा इस्करियोति था।
463:21rh8oयीशु के परिवार ने उसके चारों ओर उपस्थित बड़ी भीड़ और घटनाओं को देख कर क्या सोचा? यीशु के परिवार ने सोचा कि वह मानसिक संतुलन खो बैठा है।
473:22xmhsशास्त्रियों ने यीशु पर क्या दोष लगाया था?शास्त्रियों ने यीशु पर दोष लगाया कि वह दुष्ट आत्माओं के सरदार की सहायता से दुष्ट आत्माओं को निकालता है।
483:23-25ob9vशास्रियों द्वारा यीशु पर दोष लगाने की प्रतिक्रिया में यीशु ने क्या कहा?यीशु ने कहा कोई भी राज्य विभाजित होकर स्थिर नहीं रह सकता है।\n\n
493:28-30txqbयीशु ने किस पाप के लिए कहा कि उसकी क्षमा नहीं है?यीशु ने कहा कि पवित्र आत्मा की निंदा की कोई क्षमा नहीं है।
503:33-35xtjnयीशु ने किसे अपनी माता और अपना भाई कहा?यीशु ने कहा कि उसके उसकी माता और उसके भाई वे हैं जो परमेश्वर की इच्छा को पूरा करते हैं।
514:1bki3यीशु शिक्षा देने के लिए नाव में क्यों चढ़ गया था?यीशु शिक्षा देने के लिए नाव में चढ़ कर बैठ गया क्योंकि उसके चारों ओर एक बड़ी भीड़ एकत्र हो गया था।
524:4wzuuमार्ग में गिरे बीजों का क्या हुआ?पक्षियों ने आकर उनको खा लिया।
534:6wyhfसूर्य उदय होने पर पथरीली भूमि पर गिरे हुए बीजों का क्या हुआ? जड़ें न होने के कारण वे उगकर सूख गए।
544:7b6maझाड़ियों में गिरे हुए बीजों का क्या हुआ?झाड़ियों ने उनको दबा दिया।
554:8ivy4अच्छी भूमि में गिरे हुए बीजों का क्या हुआ?वे बीज फलवन्त होकर बोए गए बीजों से 30 गुना, 60 गुना और कुछ तो 100 गुना फल लाए।\n\n
564:11o0ssयीशु ने कहा कि बाहरवालो की अपेक्षा उसके बारह शिष्यों को कुछ दिया गया था, वह क्या था?यीशु ने कहा की परमेश्वर के राज्य का भेद उनको दिया गया है परन्तु बाहरी मनुष्यों को नहीं।
574:14pskjयीशु के दृष्टांत में बीज क्या है?बीज परमेश्वर का वचन है।
584:15t1r5मार्ग में गिरा बीज क्या दर्शाता है? वह उन लोगों को दर्शाता है जो वचन को सुनते हैं परन्तु शैतान तुरंत ही उसको ले जाता है।
594:16-17zy18पथरीली भूमि में डाला गया बीज क्या दर्शाता है? वह उन लोगों का प्रतीक है जो आनंद से वचन को सुनते हैं परन्तु जब सताव आता है तो वे ठोकर खाते हैं।
604:18-19alo5झाड़ियों में गिरे हुए बीज क्या दर्शाते हैं?वे उन लोगों को दर्शाते है जो वचन को सुनते हैं परन्तु सांसारिक चिन्ताएं वचन को दबा देती हैं।
614:20lhwrअच्छी भूमि में गिरे बीज क्या दर्शाते हैं?वे उन लोगों को दर्शाते है जो वचन को सुनकर ग्रहण करते है और फल उत्पन्न करते हैं।
624:22c1eyछिपी हुई और गुप्त बातों के विषय में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा की छिपी हुई और गुप्त बातें सब प्रकट हो जाएंगीं।
634:26-29fteqपरमेश्वर का राज्य कैसे उस मनुष्य के समान है जिसने खेत में बीज बोए?उस मनुष्य ने बीज डाले और बीज उगे, वह नहीं जानता कि यह कैसे हुआ परन्तु जब फसल पक गई तब उसने फसल काटी।
644:30-32tzc2परमेश्वर का राज्य राई के दाने के समान कैसे है?राई का दाना सब बीजों में छोटा होता है परन्तु जब वह उग कर बड़ा हो जाता है तब पक्षी उस पर बसेरा करते हैं।
654:35-37tojtजब यीशु और उसके चेले झील पार कर रहे थे तब क्या हुआ था?एक बड़ी आंधी चलने लगी और झील का पानी नाव में भरने लगा।
664:38j9v3उस समय यीशु नाव में क्या कर रहा था?यीशु सो रहा था।
674:38vu2bचेलों ने यीशु से क्या प्रश्न किया था?चेलों ने यीशु से कहा कि क्या उसे चिन्ता नहीं कि वे मरने वाले हैं।
684:39vehjतब यीशु ने क्या किया?यीशु ने आंधी को डांटा और झील को शांत कर दिया।
694:41fkprयीशु के इस कार्य पर चेलों की प्रतिक्रिया कैसी थी?चेलों में डर समा गया और वे आश्चर्य करने लगे कि यीशु कौन है कि आंधी और सागर भी उसकी आज्ञा मानते हैं।
705:1-2f3h1गिरासेनियों के क्षेत्र में पहुँचते ही यीशु के सामने कौन आया? अशुद्ध आत्मा ग्रस्त व्यक्ति यीशु के सामने आया।
715:4pvchजब वह जंजीरों से बाँध दिया जाता था तब वह क्या करता था? \n\nजब उसे जंजीरों से बाँध कर वश में किया जाता था तब वह जंजीरों को तोड़ देता था।\n\n\n\n
725:7s4bfउस अशुद्ध आत्मा ने यीशु को क्या नाम दिया?\n\nउस अशुद्ध आत्मा ने यीशु को परमप्रधान परमेश्वर का पुत्र कहा।
735:9yw86उस अशुद्ध आत्मा का नाम क्या था?\n\nउस अशुद्ध आत्मा का नाम सेना था क्योंकि वे अनेक थीं।
745:13jvthयीशु ने जब उस व्यक्ति में से अशुद्ध आत्मा को निकाल दिया तब क्या हुआ?वे आत्माएं उस में से निकल कर सूअरों के झुण्ड में समा गईं जो उस पहाडी पर से दौड़ कर झील में डूब गए।\n\n
755:15ist0अशुद्ध आत्मा निकल जाने के बाद उस व्यक्ति की दशा कैसी थी?वह व्यक्ति यीशु के पास बैठा था और उसका मानसिक संतुलन सामान्य था।
765:17mpj9उस क्षेत्र के मनुष्यों ने यीशु से क्या निवेदन किया?उन्होंने यीशु से कहा कि वह उस क्षेत्र से चला जाए।
775:19w96xयीशु ने कब्रों में रहने वाले उस व्यक्ति से अब क्या करने को कहा?यीशु ने उससे कहा की वह जाकर अपने परिजनों को बताये कि प्रभु ने उसके लिए क्या किया है।
785:22-23pj22आराधनालय के सरदार, याईर ने यीशु से क्या विनती की थी?याईर ने यीशु से विनती की कि वह आकर उसकी पुत्री पर हाथ रखे क्योंकि वह मरने वाली है।
795:25atxmयीशु का वस्त्र छू लेने वाली उस स्त्री की समस्या क्या थी?वह स्त्री १२ वर्षों से रक्त स्राव से पीड़ित थी।
805:28afd1उस स्त्री ने यीशु के वस्त्र को क्यों छुआ था?वह स्त्री सोचती थी की यीशु के वस्त्र के छूने मात्र से वह चंगी हो जाएगी।
815:30mrlfजब उस स्त्री ने यीशु के वस्त्र का छुआ तब यीशु ने क्या किया?आ। यीशु को अपने में से सामर्थ्य बहार निकलने का अनुभव हुआ तो उसने पूछा कि उसके वस्त्र को किसने छूआ।
825:32lyq8उस स्त्री द्वारा यीशु के वस्त्र के छूने के बाद यीशु ने क्या किया था?यीशु ने जान लिया कि उसमें से समर्थ बाहर निकली है और वह चारों ओर देखने लगा की उसको किसने छुआ था।\n\n
835:34jfchजब उस स्त्री ने यीशु से सब कुछ सच कह दिया तब यीशु ने उससे क्या कहा था?\n\nयीशु ने उससे कहा कि उसके विश्वास ने उसे चंगा किया है और वह शांति के साथ घर जाए।\n\n
845:35spbiजब यीशु याईर के घर पहुंचा तब उसकी पुत्री की स्थिति कैसी थी?याईर की पुत्री मर चुकी थी।
855:36fai5यीशु ने याईर से उस समय क्या कहा था?यीशु ने याईर से कहा था कि वह डरे नहीं परन्तु विश्वास रखे।
865:37ffseउस मृतक बालिका के कक्ष में यीशु के साथ कौन-कौन से चेले गए थे?पतरस, याकूब और यूहन्ना यीशु के साथ गए थे।
875:40sunlउस घर में उपस्थित लोगों ने क्या किया था जब यीशु ने कहा कि बालिका सो रही है? यीशु की इस बात पर की याईर की पुत्री सो रही है उपस्थित लोगों ने उसका उपहास किया।
885:42km08जब वह बालिका उठ कर चलने लगी तब उन लोगों की प्रतिक्रिया कैसी थी? वे लोग तुरन्त बड़े आश्चर्य से विस्मित हो गए।
896:2o2l2यीशु के जन्म स्थान के निवासी उसके विषय में विस्मित क्यों हो गए थे? वे समझ नहीं पा रहे थे कि उसकी शिक्षाएं उसका ज्ञान और चमत्कारी शक्तियां उसको कहाँ से मिले थे।
906:4d9faयीशु ने कहा कि भविष्यद्वक्ता का आदर नहीं होता है?\nयीशु ने कहा कि भविष्यद्वक्ता अपने ही गृह-नगर में, अपने परिजनों में और अपने कुटुंब में आदर का पात्र नहीं माना जाता है।
916:6arwkअपने गृह-नगर के निवासियों की किस बात पर यीशु को आश्चर्य हुआ था?यीशु को अपने गृह-नगर के निवासियों के अविश्वास पर आश्चर्य हुआ था।
926:7djdlयीशु ने अपने बारह चेलो को बाहर जाते समय क्या अधिकार दिया था? यीशु ने उन बारहों को अशुद्ध आत्माओं पर अधिकार दिया था।\n\n
936:8-9e4e2अपनी यात्रा पर उन बारहों ने अपने साथ क्या लिया था?\n\nउन्होंने अपने साथ एक-एक लाठी, जूते और एक कुर्ता लिया था \n\n
946:11yfhpयीशु ने बारहों से क्या कहा यदि कोई स्थान उन्हें ग्रहण न करे ?\n\nयीशु ने बारहों कहा उनके विरोध में गवाही होने के लिए उस धूल को झाड़ दो जो तुम्हारे पाँवों के नीचे लगी हो\n\n
956:14-15iotaलोग यीशु को क्या समझते थे?लोग यीशु को यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला या एलिय्याह या कोई एक भविष्यद्वक्ता समझते थे।
966:18wv8iकिस व्यवस्था विरोधी बात के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने हेरोदेस को कहा था?यूहन्ना ने हेरोदेस को कहा था कि अपने भाई की पत्नी से विवाह करना उचित नही है।
976:20l858यूहन्ना के प्रचार को सुन कर हेरोदेस की प्रतिक्रिया कैसे होती थी?यूहन्ना की बातें सुन कर हेरोदेस विचलित तो होता था परन्तु वह उसकी बातें सुन कर हर्षित भी होता था।
986:23fzf0हेरोदेस ने हेरोदियास से क्या शपथ खाई थी ?हेरोदेस ने उसे शपथ खाई कि जो कुछ वह उससे मांगेगी, अपने राज्य के आधे भाग तक।
996:25tn2qहेरोदियास ने उससे क्या मांग लिया था?हेरोदियास ने यूहन्ना का सिर थाल में रख कर मांग लिया था।\n\n
1006:26cu47हेरोदियास की इस मांग पर हेरोदेस की प्रतिक्रिया कैसी थी? हेरोदेस को बहुत दुःख हुआ परन्तु अतिथियों के समक्ष की गई प्रतिज्ञा के कारण वह इनकार नहीं कर पाया था।
1016:33c20jजब यीशु और उसके चेलों ने अकेले जाकर विश्राम करने का निर्णय लिया तब क्या हुआ था?\n\nबहुत से लोगों ने उनको पहचान लिया था और वे दौड़ कर यीशु और उसके चेलों से पहले उस स्थान में पहुँच गए।
1026:34mdl0उनके लिए प्रतीक्षा करते हुए भीड़ को देख कर यीशु की भावना कैसी थी?यीशु को उन पर तरस आ गया क्योंकि वे बिना चरवाहे की भेड़ों के समान थे।
1036:37if60जब यीशु ने अपने चेलों से भीड़ को भोजन कराने के लिए कहा तब चेलों ने क्या सोचा था कि उनको करना होगा?चेलों ने सोचा कि उनको जाकर 200 दीनार की रोटियाँ खरीदनी होंगी। \n\n
1046:38o56uचेलों के पास पहले से ही क्या भोजन था?चेलों के पास तो बस पांच रोटियाँ और दो मछलियाँ थीं।
1056:41bqywरोटियों और मछलियों के लेकर यीशु ने क्या किया?रोटियाँ और मछलियों को लेकर यीशु ने आकाश की ओर देखा और रोटी को तोड़ कर आशीषित किया तथा चेलों को दीं।\n\n
1066:43zbvhजब सब लोग खाकर तृप्त हो गए तब कितना भोजन बचा था? सब खाकर तृप्त हो गए तब 12 टोकरे भर कर रोटियों के टुकड़े और मछलियाँ बच गई थीं।\n\n
1076:44yrioकितने पुरुषों ने भोजन किया था?\n\nवहा पर पांच हज़ार पुरुषों ने भोजन किया था।
1086:48uxaeयीशु चेलों के पास झील में कैसे पहुंचा था?यीशु झील के पानी पर चलकर चेलों के पास पहुंचा था।
1096:50j2xzचेलों ने जब उसको देखा तब यीशु ने उनसे क्या कहा था?यीशु ने अपने चेलों से कहा साहस रखो डरो नही! \n\n
1106:52icdcरोटियों के चमत्कार के विषय में चेले क्यों समझ नहीं पाए थे?रोटियों के चमत्कार को चेले समझ नहीं पाए थे क्योंकि उनकी मानसिक शक्ति मंद थी।\n\n
1116:55qiduयीशु को पहचान लेने पर उस क्षेत्र के लोगों ने क्या किया था?लोगों जब भी यीशु के आने के विषय में सुना वे तुरंत रोगियों को खाटों पर यीशु के पास ला रहे थे।
1126:56nktoयीशु के वस्त्र की छोर को छू लेने के बाद उनके साथ क्या हुआ?जिन्होने यीशु के वस्त्र की छोर को छूआ वे लोग चंगे हो गए थे।
1137:2t05xयीशु के चेलो के किस काम से फरीसी और शास्त्री क्रोधित हुए थे?\n\nचेले हाथों को धोए बिना भोजन खा रहे थे।
1147:3-4ym0vहाथों को, कटोरों को, पात्रों को और तांबे के बरतनों को धोने की प्रथा किसकी थी? पूर्वजों की प्रथा के अनुसार भोजन करने से पहले हाथों को, कटोरों को, पात्रों को और तांबे के बरतनों को धोना अनिवार्य था।\n\n
1157:8-9qrmrधोने की उनकी शिक्षा के विषय में उनकी यीशु ने फरीसियों और शास्त्रियों से क्या कहा था?यीशु ने कहा की फरीसियों और शास्त्रियों परमेश्वर की आज्ञाओं को अनदेखा करके मनुष्यों के बनाए हुए नियमों का पालन करते हैं।\n\n
1167:11-13d1yrफरीसियों और शास्त्रियों ने परमेश्वर की उस आज्ञा को कैसे टाल दिया जो पिता और माता का आदर करने को कहती है?उन्होंने लोगों से यह कहकर परमेश्वर की आज्ञा को टाल दिया कि उन्हें भेंट के रूप में धन दिया जाए जिससे उनके माता और पिता की सहायता होती हैं।
1177:15nqfnयीशु ने क्या कहा कि मनुष्य किस से अशुद्ध नहीं होता है?मनुष्य के शरीर में प्रवेश करने वाली कोई भी वस्तु उसे अशुद्ध नहीं करती है।\n\n
1187:15l384यीशु ने क्या कहा कि मनुष्य कैसे अशुद्ध होता है? यीशु ने कहा कि मनुष्य के भीतर से निकलने वाली हर एक बात उसको अशुद्ध करती है।
1197:18-19gvrqयीशु ने क्या कहा कि मनुष्य किस से अशुद्ध नहीं होता है?यीशु ने कहा कि ऎसी कोई वस्तु नहीं है जो मनुष्य में प्रवेश करके उसको अशुद्ध करे।
1207:19yf7hयीशु ने किस प्रकार के भोजन को शुद्ध ठहराया हैं?यीशु ने सब भोजन वस्तुओं को शुद्ध कहा था।
1217:21-22t1rzऎसी कौन सी तीन बाते हैं जो यीशु कहता है कि मनुष्य के भीतर से निकलती हैं और उसको अशुद्ध करती हैं?यीशु ने कहा कि बुरे विचार, अनुचित यौनाचार, चोरी, हत्या, व्यभिचार, लालच, दुष्टता, छल, ईर्ष्या, मान-हानि, घमंड, और मूर्खता मनुष्य के भीतर से निकल कर उसको अशुद्ध करती हैं।
1227:20-23w1icयीशु ने क्या कहा कि मनुष्य कैसे अशुद्ध होता है? यीशु ने कहा कि मनुष्य के भीतर से निकलने वाली बातें उसे अशुद्ध करती हैं।
1237:25-26y2wfजिस स्त्री की पुत्री में अशुद्ध आत्मा थी वह क्या यहूदी थी या यूनानी थी?जिस स्त्री की पुत्री में शुद्ध आत्मा थी वह एक यूनानी स्त्री थी।
1247:28q2o4जब यीशु ने कहा कि बच्चों की रोटियाँ लेकर कुत्तों के आगे डालना उचित नहीं है तब उस स्त्री की प्रतिक्रिया कैसी थी?\n\nउस स्त्री ने कहा कि मेज़ के नीचे बैठे कुत्ते भी तो बच्चों के हाथ से गिरे टुकड़े खाते हैं।\n\n
1257:29-30nb1xयीशु ने उस स्त्री के लिए क्या किया?\n\nयीशु ने उस स्त्री की पुत्री में से दुष्ट आत्मा को निकाल दिया।\n\n
1267:33-34ca4dजब एक बहरे और गूंगे मनुष्य को यीशु के पास लाया गया तो उसने उन्हें चंगा करने के लिये क्या किया?यीशु ने उसके कानों में उंगलियाँ डाली, थूका और उसकी जीभ को छुआ फिरस्वर्ग की ओर देख कर कहा, “खुल जा!”\n\n
1277:36hc18जब यीशु ने मनुष्यों से कहा कि उसकी चंगाई के विषय में किसी से चर्चा न करें तो उन्होंने क्या किया?यीशु ने जितनि अधिक आज्ञा दी कि वे चुप रहें, उन्होंने उतनी ही अधिक उसकी चर्चा की।
1288:1-2slguयीशु का अनुसरण करने वाले उस विशाल जनसमूह के प्रति यीशु ने क्या चिन्ता प्रकट की थी?यीशु ने कहा कि वह उस विशाल जनसमूह कि चिंता है जिनके पास भोजन नहीं है।\n\n
1298:5s9ojशिष्यों के पास कितनी रोटियाँ थीं?शिष्यों के पास सात रोटियाँ थीं।
1308:6y5p3यीशु ने शिष्यों की उन रोटियों के साथ क्या किया था?यीशु ने धन्यवाद देकर उन रोटियों को तोड़ा और शिष्यों को देकर कहा कि उनको बाँट दें।
1318:8ckyoसब खाकर तृप्त हो गए तब कितना भोजन बच गया था?सब के खा लेने के बाद बचे हुए भोजन से सात टोकरियाँ भर गई थीं।
1328:9h9smकितने पुरुष खाकर तृप्त हुए थे?लगभग चार हज़ार पुरुषों ने भोजन किया था और वे तृप्त हुए थे।
1338:11bo9wफरीसी यीशु को परखने के लिए क्या मांग रहे थे?फरीसी चाहते थे कि यीशु उन्हें कोई स्वर्गीय चिन्ह दे।
1348:15jt3xफरीसियों के विषय में यीशु ने अपने शिष्यों को किस बात से सतर्क रहने को कहा था?यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि वे फरीसियों के खमीर से सावधान रहें।
1358:16fjm2शिष्यों के विचार में यीशु किसकी चर्चा कर रहा था?शिष्यों ने सोचा कि यीशु उनके द्वारा रोटियाँ घर भूल जाने के तथ्य को उजागर कर रहा है।\n\n
1368:19nrwxयीशु ने अपने शिष्यों को स्मरण कराया कि यीशु ने जब पांच रोटियों को तोड़ा था तब क्या हुआ था?यीशु ने उनको स्मरण कराया कि जब उसने पांच रोटियाँ तोड़ी थीं तब पांच हज़ार पुरुषों ने भोजन किया था और बचे हुए टुकड़ों से बारह टोकरे भर गए थे।
1378:23lkdfउस अंधे मनुष्य के लिए दृष्टि-दान हेतु यीशु ने पहले क्या किया था? यीशु ने पहले उसकी आँखों पर थूका तदोपरांत उनको छूआ।
1388:25w8loउस अंधे मनुष्य की सम्पूर्ण चंगाई के लिए यीशु ने तीसरा काम क्या किया था?\n\nयीशु ने उसकी आँखों पर पुनः हाथ रखा था।
1398:28scqlवे मनुष्य यीशु को क्या कह रहे थे?मनुष्य कहते थे कि यीशु यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला या एलिय्याह या कोई भविष्यद्वक्ता है।
1408:29pf6hपतरस ने यीशु को क्या कहा था?पतरस ने कहा कि यीशु मसीह है।
1418:31ssr3यीशु अपने शिष्यों को कौन सी भाविष्य की घटनाओं के विषय में शिक्षा दे रहा था?यीशु अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहा था कि मनुष्य के पुत्र को दुःख भोगना है, उसका परित्याग किया जाएगा, और अंत में उसको मार डाला जाएगा परन्तु वह तीसरे दिन पुनर्जीवित किया जाएगा।
1428:33o8mdजब पतरस ने यीशु को झिड़का था तब यीशु ने उससे क्या कहा था?यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान, मुझ से दूर हो! तू परमेश्वर की बातों की अपेक्षा मनुष्यों की बातों पर चित लगाता है”।
1438:34vqyxजो कोई यीशु का अनुसरण करना चाहे उसके लिए यीशु ने क्या शर्त रखी थी?यीशु कहा कि उसके अनुसरण के लिए आवश्यक है कि मनुषय स्वयं का त्याग करे और अपना क्रूस उठा कर उसके पीछ आए।
1448:36eoscसांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की मनुष्यों की लालसा के विषय में यीशु ने क्या कहा?यीशु ने कहा, “यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे और अपने प्राण की हानि उठाए तो उसे क्या लाभ?”
1458:38fczmजो यीशु के विषय में और उसके वचन के विषय में लज्जित होते है उनके लिए यीशु ने क्या कहा है?यीशु ने कहा कि उसके पुनः आगमन पर वह भी उनसे लज्जित होगा जो इस समय उसके और उसके वचनों के बारेमें लज्जित होते हैं।
1469:1ryudयीशु ने किसके विषय में कहा कि वे परमेश्वर के राज्य को सामर्थ्य के साथ आता हुआ देखेंगे।यीशु ने कहा कि उसके साथ खड़े होने वालों में से कुछ जन ऐसे हैं जो परमेश्वर के राज्य को सामर्थ्य में आया हुआ देखे बिना मृत्यु को प्राप्त नहीं करेंगे।
1479:2-3j5nwजब पतरस, याकूब और यूहन्ना यीशु के साथ पहाड़ पर गए थे तब यीशु के साथ क्या घटना घटी थी?यीशु का रूपांतरण हो गया था और उसका वस्त्र बहुत ही अधिक चमकीला और उज्ज्वल हो गया था।
1489:4hsspउस पहाड़ पर यीशु के साथ कौन बातें कर रहा था?एलिय्याह और मूसा यीशु के साथ बातें कर रहे थे।
1499:7gnw6उस पहाड़ पर बादलों में से हुई आकाशवाणी के शब्द क्या थे?उसमें कहा गया था, “यह मेरा प्रिय पुत्र है इसकी सुनो”
1509:9wh06शिष्यों ने पहाड़ पर जो दृश्य देखा उसके विषय में यीशु ने उन्हें क्या आज्ञा दी थी?यीशु ने उन्हें आज्ञा दी थी कि जब तक मनुष्य का पुत्र मृतकों में से जी न उठे तब तक उन्होंने जो देखा है उसकी चर्चा किसी से न करें।
1519:11-13ct8yयीशु ने एलिय्याह के आगमन के विषय में क्या कहा था?यीशु ने कहा कि एलिय्याह वास्तव में पहले आकर सब कुछ पुनर्स्थापित करेगा और वह आ भी चुका है।
1529:17-18tzbrउस पिता और उसके पुत्र के लिए शिष्य क्या न कर पाए थे?शिष्य उस पिता के पुत्र में से दुष्ट आत्मा को निकालने में अक्षम थे।
1539:22ifimउस दुष्ट आत्मा ने बालक को नष्ट देने के लिए क्या किया था?उस दुष्ट आत्मा ने बालक को कभी आग में तो कभी पानी में गिराया था कि वह नष्ट हो जाए।
1549:23-24ay7zयीशु ने उससे कहा की विश्वास करने वाले के ली सब कुछ संभव है तो उस पिता की प्रतिक्रिया कैसी थी?पिता ने उत्तर दिया, “मैं विश्वास करता हूँ! मेरे अविश्वास के विरुद्ध मेरी सहायता कर”।
1559:28-29uh6oशिष्य उस बालक में से गूंगी और बाहरी आत्मा को निकलने में अक्षम क्यों थे?वे उस आत्मा को निकालने में अक्षम थे क्योंकि प्रार्थना बिना उसका निकाला जाना संभव नहीं था।
1569:31uvpdयीशु ने अपने साथ हने वाली कौन सी घटनाओं का वर्णन शिष्यों से किया था?यीशु ने कहा था कि वह मौत के घाट उतारा जाएगा और तीसरे दिन वह पुनर्जीवित हो जाएगा।
1579:33-34q8mjमार्ग में चलते समय शिष्यों का तर्क का विषय क्या था?शिष्यों का तर्क का विषय था कि उनमें सबसे बड़ा कौन है।
1589:35xnwcयीशु ने किसको प्रथम कहा था?यीशु ने कहा, वह जो सभी का सेवक बनें, प्रथम है।
1599:36-37d095किसी बालक को यीशु के नाम में ग्रहण किया जाता है तो वास्तव में किसको ग्रहण किया जाता है? यीशु के नाम में किसी बालक को ग्रहण किया जाता है तो यीशु को और उसके भेजने वाले को ग्रहण किया जाता है।
1609:42xm92यीशु में विश्वास करने वाले किसी छोटे के लिए कोई ठोकर खाने का कारण हो तो उसके साथ क्या करना चाहिए?उसके लिए उचित होगा कि उसके गले में चक्की का बड़ा पात बाँध कर उसको समुद्र में फ़ेंक दिया जाए।
1619:47qvrvआँख किसी को ठोकर खिलाए तो क्या करना चाहिए?यीशु ने कहा कि आँख यदि ठोकर खाने का कारण हो तो उसको निकाल देना चाहिए।
1629:48l2p2 यीशु ने क्या कहा की नरक में क्या होता हैं?यीशु ने कहा की नरक में कीड़ा नहीं मरता है, और आग कभी नहीं बुझती है।
16310:2tk8rफरीसियों ने यीशु को परखने के लिए उससे क्या पूछा?फरीसियों ने पूछा कि पत्नी को तलाक देना क्या पति के लिए उचित है।
16410:4p0nlतलाक के सम्बन्ध में मूसा ने यहूदियों को क्या आज्ञा दी थी? मूसा ने अनुमति दी थी कि पुरुष तलाक के दस्तावेज़ तैयार करके अपनी पत्नी को भेज दे।
16510:5cuwgमूसा ने यहूदियों को तलाक के विषय में आज्ञा क्यों दी थी?मूसा ने उनके मन की कठोरता के कारण ऐसी आज्ञा दी थी।
16610:6b18wविवाह के विषय में फरीसियों को परमेश्वर की मूल व्यवस्था का सन्दर्भ देने के लिए यीशु इतिहास में कितना पीछे चला गया था?परमेश्वर की विवाह सम्बंधित मूल व्यवस्था का सन्दर्भ देने के लिए यीशु नर और नारी के आरंभिक सृजन तक चला गया था।
16710:7-8lkz2पुरुष और उसकी पत्नी विवाह के बाद क्या हो जाते हैं, उसको यीशु कैसे व्यक्त करता है?यीशु ने कहा कि वे दोनों एक तन हो जाते हैं।
16810:9bxgtपरमेश्वर विवाह में जिन्हें जोड़ देता है उनके विषय में यीशु क्या कहता है?यीशु कहता है कि परमेश्वर ने जिन्हें जोड़ा है उन्हें कोई अलग न करे।
16910:13-14ftqqजब बच्चों को यीशु के पास लाया जा रहा था तब शिष्यों ने लाने वालों को झिड़का तो यीशु की प्रतिक्रिया कैसी थी? यीशु शिष्यों पर क्रोधित हुआ और कहा कि बच्चों को उसके पास आने दिया जाए।
17010:15s8f7यीशु ने क्या कहा है कि परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करने के लिए उसे कैसे ग्रहण करना चाहियें?यीशु ने कहा कि परमेश्वर के राज्य को एक बालक की नाईं ग्रहण करने पर ही उसमें प्रवेश करना संभव है।
17110:19slblयीशु ने क्या कहा कि अनंत जीवन पाने के लिए उस मनुष्य को क्या करना आवश्यक था? यीशु ने उस मनुष्य से कहा कि उसे हत्या नहीं करनी है, व्यभिचार नहीं करना है, चोरी नहीं करना है, झूठी गवाही नहीं देना है, धोका नहीं देना है और अपने माता-पिता का आदर करना है।
17210:21h1ntइसके बाद यीशु ने उस पुरुष को एक अतिरिक्त आज्ञा दी थी, वह क्या थी?यीशु ने उसको आज्ञा दी कि वह अपनी सम्पूर्ण संपदा बेच कर उसके साथ हो ले।
17310:22r5hjयीशु की इस आज्ञा पर उस मनुष्य की प्रतिक्रिया कैसी थी और क्यों?वह मनुष्य उदास होकर वहाँ से चला गया क्योंकि उसकी धन-संपदा अपार थी।
17410:23-25fn0bयीशु ने किसके लिए कहा कि परमेश्वर के राज्य में उसका प्रवेश करना बहुत कठिन है?यीशु ने कहा कि धनवान मनुष्य का परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना बहुत कठिन है।
17510:26-27a2prधनवान मनुष्य के उद्धार के विषय में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा कि मनुष्य के लिए तो यह असंभव है परन्तु परमेश्वर के लिए सब कुछ संभव है।
17610:29-30ut0nयीशु ने क्या कहा की उस व्यक्ति को की मिलेगा जिसने यीशु के लिये अपना घर को , परिवार को और जमीन का छोड़ दिया हो?यीशु ने कहा कि उन्हें इस संसार में सौ गुना अधिक सताव मिलेगा और अनंत जीवन उस आने वाले संसार में मिलेगा।
17710:32t4vqयीशु और उसके शिष्य किस मार्ग पर यात्रा कर रहे थे?यीशु और उसके शिष्य यरूशलेम के मार्ग पर यात्रा कर रहे थे।
17810:33-34ie59यीशु ने अपने शिष्यों को क्या बताया कि उसके साथ यरूशलेम में होने वाला है?यीशु ने उनसे कहा कि वह मृत्यु दंड के योग्य ठहराया जाएगा और अन्य जातियों के हाथों में सौंप दिया जाएगा।
17910:35-37mu7dयाकूब और यूहन्ना ने यीशु से क्या निवेदन किया था? याकूब और यूहन्ना ने यीशु से निवेदन किया कि उसकी महिमा में वे उसके दाएँ और बाएँ बैठें।
18010:39xafkयीशु ने क्या कहा था कि याकूब और यूहन्ना को सहन करना होगा?यीशु ने कहा कि याकूब और यूहन्ना को वह कटोरा पीना होगा जो यीशु पीने जा रहा है और वह बपतिस्मा लेना होगा जो यीशु लेने जा रहा है।
18110:40vd45क्या यीशु ने याकूब और यूहन्ना का निवेदन स्वीकार किया था?नहीं, यीशु ने कहा कि उसके दाहिने और बाएँ बैठने का पद देना उसके अधिकार में नहीं है।
18210:42m3q4यीशु ने क्या कहा कि अन्यजातियो के शासक अपनी प्रजा से कैसे व्यवहार करते हैं?यीशु ने कहा था कि अन्यजातियो के शासक अपनी प्रजा पर अधिकार जताते हैं।
18310:43-44yky8यीशु ने क्या कहा कि उसके शिष्यों में जो बड़ा होना चाहता है उसे किस तरह से जीना चाहिये?यीशु ने कहा कि उसके शिष्यों में जो बड़ा होना चाहता है उसे आवश्यक है कि वह सब का सेवक बनें।
18410:48ece0अंधे बरतिमाई ने क्या किया जब बहुतों ने उसे डांटा और चुप रहने के लिए कहा? बरतिमाई और भी अधिक ऊंचे शब्दों में पुकारने लगा, “हे दाऊद की संतान, मुझ पर दया कर!”
18510:52ratoयीशु ने क्या कहा बरतिमाई की उसकी अंधेपन से चंगाई मिलने के बाद।यीशु ने कहा था कि बरतिमाई के विश्वास ने उसको दृष्टि-दान दिया है।
18611:2agr2यीशु ने अपने शिष्यों में से दो को सामने के गाँव में क्या करने के लिए भेजा था?यीशु ने उनको भेजा कि वहाँ जाकर एक गधे के बच्चे को ले आएं जिस पर कभी कोई सवार नहीं हुआ है।
18711:5-6u8heशिष्यों ने जब गधे के बच्चे को खोला तब क्या हुआ था?कुछ मनुष्यों ने शिष्यों से कहा कि वे क्या करते है तब उन्होंने वही उत्तर दिया जो यीशु ने उनसे कहा था और तब उन्हेंने उसे ले जाने दिया।
18811:8cgd8जब यीशु गधे के बच्चे पर सवार हो गया तब भीड़ ने मार्ग में क्या किया?भीड़ ने अपने वस्त्र और खेतों में से काटी हुई पेड़ों की डालियाँ मार्ग में बिछाईं।
18911:10vfq1यीशु यरूशलेम की ओर जा रहा था तब लोग आने वाले राज्य के विषय में क्या नारा लगा रहे थे?लोग नारा लगा रहे थे कि उनके पिता दाऊद का राज्य आता है।
19011:11pj8sमंदिर परिसर में प्रवेश करने के बाद यीशु ने क्या किया था?यीशु ने चारों ओर देखा और फिर बैतनिय्याह चला गया।
19111:14qg7eअंजीर के वृक्ष में फलों को न पाकर यीशु ने क्या किया था?यीशु ने उस वृक्ष से कहा, “अब से कोई तेरा फल कभी न खाने पाए”।
19211:15-16pbr1इस बार जब यीशु मंदिर परिसर में आया तो उसने क्या किया था?यीशु ने बेचने और खरीदने वालों को बाहर निकाल दिया तथा सामान लाने ले जाने वालों को रोक दिया।
19311:17dgqlयीशु के शब्दों में धर्मशास्त्र के अनुसार मंदिर को क्या होना था?यीशु ने कहा कि वह मंदिर सब जातियों के लिए प्रार्थना का भवन माना जाता है।
19411:17hpgpयीशु ने प्रधान याजकों और शास्त्रियों को क्या कहा कि उन्होंने मंदिर को क्या बना रखा है?यीशु ने कहा कि उन्होंने मंदिर को डाकुओं की गुफा बना दिया है।
19511:18x7njप्रधान याजकों और शास्त्री यीशु के साथ क्या करने का विचार कर रहे थे?प्रधान याजक औए शास्त्री यीशु की हत्या करना चाहते थे।
19611:20geb7यीशु ने अंजीर के जिस वृक्ष से बात की थी उसका क्या हो गया था??यीशु ने अंजीर के जिस वृक्ष से बात की थी वह जड़ तक सूख गया था।
19711:24okwnहम प्रार्थना में जो कुछ भी माँगते हैं उसके लिए यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा कि हम प्रार्थना में जो कुछ भी मांगते हैं, तो विश्वास रखो कि हमने उसे प्राप्त कर लिया है और वह हमारी होगी।
19811:25udprयीशु ने क्या कहा कि हमें करना है जिससे कि स्वर्ग में हमारा पिता भी हमें क्षमा कर देगा?यीशु ने कहा कि यदि हमारे मन में किसी के विरोध में कुछ हो तो हमें उसको क्षमा कर देना है जिससे कि पिता भी हमें क्षमा कर दे।
19911:27-28y3u8मंदिर में, प्रधान याजक, शास्त्री और पुरनिए यीशु से क्या जानना चाहते थे?वे जानना चाहते थे कि वह किस अधिकार से वह सब कर रहा है जो उसने किया था।
20011:30cdceयीशु ने महायाजकों से और शास्त्रियों एवं पुरनियो से क्या पूछा?यीशु ने उनसे पूछा की यूहन्ना का बपतिस्मा स्वर्ग से था या मनुष्यों से।
20111:31qfb1महायाजक, शास्त्री और पुरनिए क्यों कहना नहीं चाहते थे कि यूहन्ना का बपतिस्मा स्वर्ग से था?वे अपने उत्तर में यह नहीं कहना चाहते थे क्योंकि यीशु उनसे पूछता कि उन्होंने यूहन्ना की बातों पर विश्वास क्यों नहीं किया।
20211:32zg5iमहायाजक, शास्त्री और पुरनिए कहना क्यों नहीं चाहते थे कि यूहन्ना का बपतिस्मा मनुष्यों की ओर से था?वे अपने उत्तर में यह कहना नहीं चाहते थे क्योंकि वे मनुष्यों से डरते थे जो यूहन्ना को एक भविष्यद्वक्ता मानते थे।
20312:1k9g4दाख की बारी को तैयार करके ठेकेदारों को देने के बाद उसके स्वामी ने क्या किया?अपनी दाख की बारी को तैयार करके ठेके पर देने के बाद उसका स्वामी यात्रा पर चला गया।
20412:5qm75दाख की बारी के स्वामी ने जब अपने सेवकों को एक-एक करके भेजा कि उसके फल को लेकर आएं तो ठेकेदारों ने क्या किया था?उन ठेकेदारों ने कुछ सेवकों को मारा-पीटा और कुछ की हत्या कर दी।
20512:6p7p2अंत में दाख की बारी के स्वामी ने किसको भेजा?अंत में बारी के स्वामी ने अपने प्रिय पुत्र को भेजा।
20612:8abgxस्वामी ने अंत में जिसे भेजा था उसके साथ ठेकेदारों ने क्या किया? ठेकेदारों ने उसको पकड़ कर मार डाला और दाख की बारी के बहार फ़ेक दिया।
20712:9bpsjअब उस दाख की बारी का स्वामी उन ठेकेदारों के साथ क्या करेगा?दाख की बारी का स्वामी आएगा और उन ठेकेदारों का नाश करके अपनी दाख की बारी किसी और को दे देगा।
20812:10c54cधर्मशास्त्र में उस पत्थर का क्या हुआ जिसको राज-मिस्त्रियों ने निकम्मा ठहराया था?निकम्मा ठहराया हुआ वह पत्थर कोने का पत्थर ठहरा।
20912:14n5veफरीसियों ने और हेरोदियों में से कुछ ने यीशु से क्या पूछा?उन्होंने यीशु से पूछा कि कैसर को कर देना क्या उचित है या नहीं?
21012:17z3xoयीशु ने उनके प्रश्न का उत्तर कैसे दिया था?यीशु ने उनसे कहा कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो।
21112:18jy15सदूकी किस बात में विश्वास नहीं करते थे?सदूकी पुनरुत्थान में विश्वास नहीं करते थे।
21212:22nmukसदूकियों ने जो दृष्टांत सुनाया उसमें उस स्त्री के कितने पति थे?उस स्त्री के सात पति थे।
21312:23fehvसदूकियों ने उस स्त्री के विषय में यीशु से क्या पूछा था?उन्होनें पूछा की पुनरुत्थान के दिन उस स्त्री का पति कौन होगा।
21412:24bs3eसदूकियों के अज्ञान पर यीशु ने क्या कारण प्रकट किया था?यीशु ने कहा कि सदूकी न तो धर्मशास्त्र को जानते थे और न ही परमेश्वर के सामर्थ्य को।
21512:25ks2qउस स्त्री के विषय में यीशु ने सदूकियों को क्या उत्तर दिया था?यीशु ने कहा कि पुरुत्थान में पुरुष और स्त्रियाँ विवाह नहीं करते हैं वरन वे स्वर्गदूतों के जैसे होते हैं।
21612:26-27ete1यीशु ने धर्मशास्त्र के कौन से पाठ के द्वारा पुनरुत्थान को बताया था?यीशु ने मूसा की पुस्तक से उन्हें बताया कि वहाँ परमेश्वर स्वयं को अब्राहम, इसहाक और याकूब का परमेश्वर कहता है जिसका अर्थ है कि वे सब अभी भी जीवित हैं।
21712:29-30tzehयीशु ने किस आज्ञा को सबसे अधिक महत्वपूर्ण कहा था?यीशु ने कहा, तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से, अपने सारे प्राण से, अपनी सारी बुद्धि से और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना।
21812:31mh0yयीशु ने दूसरी सबसे मुख्य आज्ञा कौन सी दी?यीशु ने दूसरी आज्ञा सबसे मुख्य आज्ञा दी कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना।
21912:35-37qo6tयीशु ने शास्त्रियों से दाऊद के विषय में क्या प्रश्न किया था?यीशु ने पूछा, दाऊद मसीह को प्रभु कैसे कहता है मसीह तो दाऊद का पुत्र है।
22012:38-40ndccशास्त्रियों से सावधान रहने के लिए यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा कि शास्त्री मनुष्यों से सम्मान पाना चाहते हैं परन्तु वे विधवाओं के घरों को खा जाते हैं और दिखाने के लिए लाबी-लम्बी प्रार्थनाएं करते हैं।
22112:44vxj4यीशु ने क्यों कहा कि दान पेटी में भेंट अर्पित करने वालों में उस गरीब विधवा ने सब से अधिक दिया है? यीशु ने कहा कि उसने अपनी घटी में से दिया है जबकि अन्यों ने अपनी बहुतायत में से दिया है।
22213:2a889मंदिर की भव्य इमारत और विशाल पत्थरों के विषय में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा की उसके पत्थर पर पत्थर भी न बचेगा।
22313:4et3pइस पर शिष्यों ने यीशु से क्या पूछा था?शिष्यों ने यीशु से पूछा कि ये सब बातें कब घटित होगी और उनका चिन्ह क्या होंगा।
22413:5-6znviयीशु ने अपने शिष्यों को किस बात से सावधान रहने के लिए कहा था?यीशु ने कहा कि शिष्यों को सावधान रहना है कि कोई उन्हें भटका न दे।
22513:7-8umt6प्रसव पीड़ाओं के आरम्भ के विषय में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा कि प्रसव पीड़ा के आरम्भ के चिन्ह होंगे, युद्ध, युद्ध के समाचार, भूकंप और अकाल।
22613:9arqh यीशु ने क्या कहा कि उसके शिष्यों के साथ क्या होगा ?यीशु ने कहा कि उसके शिष्यों को सभाओं में ले जाएगे और आराधनालयों में पीटा जाएगा और वे गवाही देने के कारण उन्हें शासकों और राजाओं के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
22713:10p9a0यीशु ने क्या कहा कि सबसे पहले घटित होना आवश्यक है?यीशु ने कहा कि सुसमाचार पहले सब जातियों में सुनाया जाएगा।
22813:12zlctपरिवार के सदस्यों के विषय में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा कि परिवार का एक सदस्य दूसरे सदस्य को मृत्यु दंड के लिए पकड़वाएगा।
22913:13trz5यीशु ने किसके लिए कहा कि वह उद्धार पाएगा?यीशु ने कहा कि जो अंत तक धीरज रखेगा उसका उद्धार होगा।
23013:14a194यीशु ने क्या कहा कि यहूदिया वासियों को करना होगा, जब वे उजाड़ने वाली घृणित वस्तु को देखेगे?यीशु ने कहा कि उजाड़ने वाली घृणित वस्तु को देखते ही यहूदिया वासी पहाड़ों में भाग जाए।
23113:20pgpiयीशु ने क्या कहा कि प्रभु चुने हुओं के लिए क्या करेगा, ताकि उनका उद्धार हो?यीशु ने कहा कि परमेश्वर अपने चुने हों के हित में क्लेश के दिनों को कम कर देगा।
23213:22zmokयीशु ने किसके लिए कहा कि वे मनुष्यों को बहकाने के ली उठ खड़े होंगे?यीशु ने कहा कि झूठे मसीह और झूठे भविष्यद्वक्ता मनुष्यों को बहकाने के लिए उठेंगे।
23313:24-25mxj5उन दिनों के क्लेश के बाद आकाश की ज्योतियों और शक्तियों का क्या होगा? सूर्य और चाँद अंधकार में हो जाएंगे और आकाश के सितारे गिरने लगेंगे तथा आकाश की शक्तियां हिलाई जाएंगी।
23413:26cturमनुष्य बादलों में क्या देखेंगे?वे देखेंगे कि मनुष्य का पुत्र बड़ी सामर्थ्य और महिमा के साथ बादलों में आ रहा है।
23513:27kyemजब मनुष्य का पुत्र आएगा तब वह क्या करेगा?मनुष्य का पुत्र पृथ्वी के छोर से और आकाश से अपने चुने हों को एकत्र करेगा।
23613:30zo90यीशु ने क्या कहा कि जब तक ये सब बातें घटित न हो जाए तब तक अंत न होगा? यीशु ने कहा कि इन सब घटनाओं के होने तक यह पीढ़ी जाती न रहेगी।
23713:31oxg8यीशु के कथनानुसार वह क्या है जो कभी न टलेगा?यीशु ने कहा कि उसकी बातें कभी न टलेंगी।
23813:32pmdnयीशु ने इन सब घटनाओं के होने के समय के विषय में क्या कहा था?यीशु ने कहा कि पिता की अपेक्षा कोई नहीं जानता कि वह दिन और समय कौन सा होगा।
23913:33mck3यीशु ने अपने शिष्यों को क्या आज्ञा दी उसके पुनः आगमन के विषय में?यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि वे सतर्क रहें और जागते रहे तथा प्रार्थना करते रहें।
24013:35zfgpयीशु ने अपने पुनः आगमन के सम्बन्ध में अपने शिष्यों को क्या आज्ञा दी थी?यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि वे उसके पुनः आगमन के लिए सतर्क रहें।
24113:37c6rmअपने पुनः आगमन के सम्बन्ध में यीशु ने अपने शिष्यों को क्या आज्ञा दी थी?यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि वे जागते रहे और सतर्क रहें।
24214:1l7mbमुख्य याजक और शास्त्री किस बात को करने की युक्ति खोज रहे थे?वे यीशु को पकड़ने और मार डालने की युक्ति खोज रहे थे।
24314:2ezqiअखमीरी रोटी के पर्व के समय मुख्य याजक और शास्त्री किस काम को करने में संकोच कर रहे थे? उनको डर था की लोगों में उपद्रव न हो जाए।
24414:3lyx4शमौन कोढ़ी के घर में उस स्त्री ने क्या किया था? उस स्त्री ने मूल्यवान इत्र का पात्र तोड़ कर यीशु के सिर पर उंडेल दिया था।
24514:5tn7qउस स्त्री की आलोचना क्यों की गई थी?वे उस स्त्री की आलोचना कर रहे थे कि उसने वह इत्र बेच कर पैसा ग़रीबों में क्यों नहीं दिया।
24614:8rqmpयीशु ने उस स्त्री के लिए क्या कहा कि उसने यीशु के लिए किया था?यीशु ने कहा कि उस स्त्री ने उसके दफन के लिए उसका अभ्यंजन किया है।
24714:9s2syयीशु ने उस स्त्री के इस काम के लिए उससे क्या प्रतिज्ञा की थी?यीशु ने कहा कि सम्पूर्ण संसार में जहां भी सुसमाचार सुनाया जाएगा, उस स्त्री की याद में उसके इस काम की चर्चा की जाएगी।
24814:10rueuयहूदा इस्करियोति मुख्य याजक के पास क्यों गया था? यहूदा इस्करियोति मुख्य याजक के पास गया कि यीशु को पकड़वाने की बात करे।
24914:12-14glcbफसह खाने के लिए शिष्यों ने भोजन कक्ष कैसे खोजा था?यीशु ने उनसे कहा था कि वे नगर में जाएं और पानी का पात्र उठा कर ले जा रहे एक मनुष्य का अनुसरण करें और उससे पूछें कि अतिथि कक्ष कहाँ है जिसमें उन्हें फसह का भोज खाना है।
25014:18kkmcजब वे भोजन तख़्त पर आधे लेटे हुए भोजन कर रहे थे तब यीशु ने उनसे क्या कहा था?यीशु ने कहा की उसके साथ भोजन करने वाले शिष्यों में से एक उसके साथ विश्वास घात करेगा।
25114:20grhrयीशु ने किस शिष्य के लिए कहा कि वह उसके साथ विश्वासघात करेगा? यीशु ने कहा की जो उसके साथ कटोरे में रोटी डूबा रहा है वही उसके साथ विश्वासघात करेगा।
25214:21lk7cइस विश्वासघाती शिष्य के भविष्य के लिए यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा था की उसके लिए जन्म न लेना ही अच्छा था।
25314:24apk9शिष्यों को कटोरा देते समय यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने कहा था, यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिए बहाया जाता है”
25414:25r9soयीशु ने किस समय का उल्लेख किया था जब वह पुनः दाखरस उनके साथ पीएगा?यीशु ने कहा था कि वह दाखरस को उस समय पुनः पीएगा जब परमेश्वर के राज्य में वह नए सिरे से उसको न पीए।.
25514:27yns3जैतून के पहाड़ पर यीशु ने अपने शिष्यों के लिए क्या भविष्यदवाणी की थी?यीशु ने भविष्यदवाणी की थी कि वे सब उसको छोड़ कर भाग जाएंगे।
25614:30gvoqजब पतरस ने कहा कि वह कभी ऐसा नहीं करेगा तो यीशु ने उससे क्या कहा था?यीशु ने उससे कहा था कि मुर्ग के दो बार बांग देने से पहले पतरस तीन बार यीशु का इनकार करेगा।
25714:32-34v9zaजब यीशु प्रार्थना करने गया तब उसने अपने उन तीन शिष्यों से क्या कहा था?यीशु ने उनसे कहा था कि वे वहाँ बैठ कर जागते रहें।
25814:35uvgsयीशु ने किस बात के लिए प्रार्थना की थी?यीशु ने प्रार्थना की थी कि वह समय उस पर से टल जाए।
25914:36u792पिता से प्रार्थना करके उत्तर पाने में यीशु ने क्या अपेक्षा की थी?यीशु पिता की इच्छा को ही पूरी करना चाहता था।
26014:37vaa4यीशु लौट कर उन तीन शिष्यों के पास आया तो उसने क्या देखा?उसने देखा कि वे तीनों शिष्य सो रहे थे।
26114:40taduयीशु जब दूसरी बार प्रार्थना करके लौटा तब उसने क्या देखा?यीशु ने देखा कि वे तीनों शिष्य सो रहे थे।
26214:41yc6cजब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके लौटा तब उसने क्या देखा?यीशु ने देखा की वे तीनों शिष्य सो रहे थे।
26314:44-45xku4यहूदा ने यीशु की पहचान के लिए प्रहरियों को कैसा चिन्ह दिया था?यहूदा ने यीशु को चूमा कि पता चल जाए कि यीशु कौन है।
26414:48-49afwaयीशु ने अपने बंदीकरण पर धर्मशास्त्र की कौन सी बात की पूर्ति का सन्दर्भ दिया था?यीशु ने कहा था कि धर्मशास्त्र की बात पूरी हो रही है क्योंकि वे लाठियां और तलवारें लेकर उसको ऐसे पकड़ने आए है जैसे किसी डाकू को।
26514:50v5q7जब यीशु को पकड़ लिया गया तब उसके साथियों ने क्या किया था?जो यीशु के साथ थे उसे छोड़ कर भाग खड़े हुए थे।
26614:51-52xj5bजब यीशु को पकड़ा गया था तब वहाँ एक युवक था, उसने क्या किया था? वह अपने तन को ढांकने वाली चादर छोड़ कर भाग गया था।
26714:53-54mcjrजब यीशु को महायाजक के पास लाया गया तब पतरस कहाँ था?पतरस प्रहरियों के साथ बैठ कर आग तापने लगा था।
26814:55-56k3gbयीशु के विरुद्ध, महासभा में दी गई गवाही में क्या कमी थी?यीशु के विरुद्ध दी गई गवाही झूठी थी और सहमती के योग्य नहीं थी।
26914:61g1evमहायाजक ने यीशु से क्या प्रश्न पूछा की यीशु कौन था? महायाजक ने यीशु से पूछा कि क्या वह उस परम धन्य का पुत्र, मसीह है।
27014:62rabuमहायाजक के इस प्रश्न के उत्तर में यीशु ने क्या कहा था?यीशु ने उत्तर में कहा, “मैं हूँ”
27114:64xherयीशु का उत्तर सुनकर महायाजक ने उसे किस बात का दोषी ठहराया था?महायाजक ने कहा कि यीशु ईश-निंदा का दोषी है।
27214:65if4hयीशु को मृत्यु दंड के योग्य ठहराने के बाद उन्होंने क्या किया था?उन्होंने उसके ऊपर थूका और उसे थप्पड़ मारे तथा उसको पीटा।
27314:66-68tjt2पतरस ने उस दासी से क्या कहा जिसने कहा था कि पतरस यीशु का साथी है?पतरस ने उत्तर दिया कि वह न तो उसे जानता है और न ही समझ पा रहा है कि वह क्या कह रही है।
27414:71orueजब पतरस से तीसरी बार पूछा गया की क्या वह यीशु का साथी है तब पतरस ने क्या कहा था?पतरस ने शपथ खाते हुए और धिक्कारते हुए कहा कि वह यीशु को जानता भी नहीं है।
27514:72dgcnपतरस द्वारा तीसरी बार इनकार करने पर क्या हुआ था?तीसरी बार पतरस के इनकार करने पर मुर्गे ने दूसरी बार बांग दी।
27614:72wesnमुर्गे की बांग सुनका पतरस ने क्या किया था?मुर्गे की बांग सुन कर पतरस फूट-फूट कर रिया था।
27715:1myuoप्रातःकाल में महायाजकों ने यीशु के साथ क्या किया था?उन्होंने प्रातःकाल के समय यीशु को बाँध कर पिलातुस के समक्ष उपस्थित किया था।
27815:5w0fhजब मुख्य याजक यीशु पर नाना प्रकार के दोष लगा रहे थे तब यीशु पर पिलातुस क्यों चकित हुआ था?पिलातुस के चकित होने का कारण था कि यीशु प्रतिवाद में कुछ भी नहीं कह रहा था।
27915:6juiiपर्व के समय पिलातुस भीड़ के लिए सामान्यतः क्या करता था?पर्व के समय, भीड़ जिसके लिए निवेदन करती थी उस बंदी को पिलातुस छोड़ देता था।
28015:10c38rपिलातुस यीशु को भीड़ के लिए क्यों छोड़ना चाहता था? पिलातुस जानता था कि ईर्ष्या के कारण महायाजकों ने यीशु को उसके समक्ष प्रस्तुत किया है।
28115:11cjv6भीड़ ने किसको छुड़ाने के लिए पुकारा था?भीड़ ने बरअब्बा को छुड़ाने की पुकार की।
28215:12-13v1o8यहूदियों के राजा के लिए भीड़ ने क्या कहा था?भीड़ ने कहा कि यहूदियों के राजा को क्रूस का दंड दिया जाए।
28315:17hku5सैनिकों के समूह ने यीशु क्या पहनाया था?सैनिकों ने यीशु को बैजनी बागा पहनाया और उसके सिर पर काँटों से बनाया गया मुकुट रखा।
28415:21vt0vयीशु के क्रूस को किसने उठाया था?शमौन नामक कुरेनी वहाँ से जा रहा था। उसे यीशु का क्रूस उठाने के लिए विवश किया गया था।
28515:22ekh7उस जगह का नाम क्या था जहाँ सैनिक यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए लाए थे?उस स्थान का नाम, गुलगुता था जिसका अर्थ है, खोपड़ी का स्थान।
28615:24osm6सैनिकों ने यीशु के वस्त्रों का क्या किया था?सैनिकों ने यीशु के वस्त्रों के लिए चिट्ठियाँ डाली थीं।
28715:26pb4nसैनिकों ने यीशु के दोष पत्र पर क्या लिखा था?सैनिकों ने दोष पत्र पर लिखा, “यहूदियों का राजा”
28815:29-30dh4rआने-जाने वालों ने यीशु को किस बात की चुनौती दी थी?आने-जाने वालों ने यीशु को चुनौती दी कि वह अपने को बचा कर क्रूस पर से उतर आए।
28915:31-32o4ccमुख्य याजकों ने क्या कहा कि उनके लिए विश्वास करने हेतु आवश्यक है?मुख्य याजकों ने कहा कि यीशु क्रूस पर से उतर आए तो वे विश्वास करेंगे।
29015:32wdk2मुख्य याजकों ने यीशु का उपहास करते समय किस उपनाम का उपयोग किया था?मुख्य याजकों ने यीशु को मसीह और इस्राएल का राजा कहा था।
29115:33pptoछठवें घंटे में क्या हुआ था?छटवें घंटे में सम्पूर्ण देश में अन्धकार छा गया था।
29215:34t3wiनौवें घंटे में यीशु ने पुकार कर क्या कहा था?यीशु ने ऊंचे शब्दों में कहा, “हे मेरे परमेश्वर ,हे मेरे परमेश्वर तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
29315:37x92vयीशु ने मरने से पूर्व क्या किया था?मरने से पूर्व यीशु ने ऊंचे शब्दों में कहा था।
29415:38jdq8यीशु के मरने पर मंदिर में क्या हुआ था?यीशु के मरने पर मंदिर का पर्दा ऊपर से नीचे तक दो भागों में विभाजित हो गया था।
29515:39tf5mयीशु की मृत्यु को देख कर सूबेदार ने क्या कहा था?उस सूबेदार ने कहा था कि यह मनुष्य निश्चय ही परमेश्वर का पुत्र है।
29615:42mthbयीशु किस दिन मर गया था?यीशु की मृत्यु सब्त से एक दिन पहले हुई थी।
29715:46yusfयीशु की मृत्यु के पश्चात अरिमतिया के यूसुफ़ ने क्या किया था? अरिमतिया के यूसुफ़ ने यीशु को क्रूस पर से उतारा और उसको सन के कपडे में लपेट कर कब्र में रख दिया था और कब्र के द्वार पर एक पत्थर को लुढ़का दिया।
29816:2l3lcयीशु के शव का अभ्यंजन करने के लिए स्त्रियाँ कब कब्र पर आई थीं?स्त्रियाँ सप्ताह के पहले दिन सूर्योदय के समय कब्र पर आई थीं।
29916:4b2ozकब्र पर तो बहुत भारी पत्थर रखा हुआ था तो स्त्रियाँ कैसे उस कब्र में कैसे प्रवेश करने पाई थीं?किसी ने उस कब्र पर से उस भारी पत्थर को हटा दिया था।
30016:5habpकब्र में प्रवेश करने पर उन स्त्रियों ने क्या देखा?उन स्त्रियों ने देखा की एक मनुष्य श्वेत वस्त्रों में दाहिनी और बैठा है।
30116:6nvicउस युवक ने यीशु के विषय में उनसे क्या कहा?उस युवक ने कहा कि यीशु जी उठा है और वह वहाँ नहीं है।
30216:7iqwxउस युवक ने कौन सा स्थान बताया कि यीशु अपने शिष्यों से वहाँ भेंट करेगा?उस युवक ने कहा कि शिष्य यीशु से गलील में भेंट करेंगे।
30316:9mgj4पुनरुत्थान के बाद यीशु किस पर सबसे पहले प्रकट हुआ था?यीशु सबसे पहले मगदला वासी मरियम पर प्रकट हुआ था।
30416:11ge9jमरियम ने जब शिष्यों से कहा कि उसने यीशु को जीवित देखा है तो शिष्यों ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?शिष्यों ने विश्वास नहीं किया था।
30516:13bhrbजब अन्य दो मनुष्यों ने शिष्यों से कहा की उन्होंने यीशु को देखा है तो शिष्यों की प्रतिक्रिया कैसी थी?शिष्यों ने विश्वास नहीं किया था।
30616:14f1b4जब यीशु शिष्यों पर प्रकट हुआ था तब उसने उके अविश्वास के लिए उनसे क्या कहा था?यीशु ने अपने शिष्यों को अविश्वास के लिए झिड़का था।
30716:15zvc5यीशु ने अपने शिष्यों को क्या आज्ञा दी थी?यीशु ने अपने शिष्यों से कहा था कि वे सम्पूर्ण संसार में जा कर शुभ सन्देश सुनाएं।
30816:16p7ixयीशु के शब्दों में उद्धार किसका होगा?यीशु ने कहा कि जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसका उद्धार निश्चित है।
30916:16u11wयीशु ने किसके लिए कहा कि वह दोषी ठहराया जाएगा?यीशु ने कहा कि जो विश्वास न करे वह दोषी ठहराया जाएगा।
31016:17-18l58hयीशु ने क्या कहा कि विश्वास करने वालों के चीन होंगे?यीशु ने कहा कि विश्वास करने वाले दुष्ट आत्माओं को निकालेंगे और नई-नई भाषाओं में बातें करेंगे। इसी भी प्राण घातक वस्तु से उनकी हानि नहीं होगी और वे रोगियों को स्वास्थ्य भी प्रदान करेंगे।
31116:19bac6शिष्यों से बातें करने के बाद यीशु के साथ क्या हुआ था?शिष्यों से बातें करने के बाद यीशु स्वर्ग में उठा लिया गया और परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया।
31216:20wd92इसके बाद शिष्यों ने क्या किया?इसके बाद शिष्यों ने जाकर सर्वत्र प्रचार किया।
31316:20f45xप्रभु ने तब क्या किया? तब प्रभु ने शिष्यों के साथ काम किया और चमत्कारों के साथ वचन की पुष्टि की।