31 KiB
31 KiB
1 | Reference | ID | Tags | Quote | Occurrence | Question | Response |
---|---|---|---|---|---|---|---|
2 | 1:1 | f700 | पौलुस जिन लोगों को पत्र लिख रहा है उनके लिए इस पत्र में क्या लिखता है? | पौलुस अपने पत्र के प्राप्रिकर्ताओं को मसीह के लिए पृथक किए गए और निष्ठापूर्वक मसीह यीशु में विश्वास करनेवाले कहता है। | |||
3 | 1:3 | y5bx | पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को कैसी आशिष दी है? | पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आत्मिक आशिष दी है। | |||
4 | 1:4 | j78t | पिता परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को कब चुन लिया था? | परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को जगत की उत्पत्ति से पहले चुन लिया था। पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को चुन लिया था कि वे उसकी दृष्टि में पवित्र और निर्दोष हों। | |||
5 | 1:5 | lusr | परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक सन्तान होने के लिए पहले से क्यों ठहराया था? | परमेश्वर ने विश्वासियों को अपनी इच्छा के भले अभिप्राय के अनुसार अपने लिए पहले से ठहराया कि उसके अनुग्रह की स्तुति हो। | |||
6 | 1:7 | kndy | परमेश्वर के प्रिय मसीह के लहू के द्वारा विश्वासियों को क्या प्राप्त है? | विश्वासी मसीह के लहू के द्वारा मुक्ति अर्थात पापों की क्षमा पाते हैं। | |||
7 | 1:10 | lbf2 | परमेश्वर अपनी योजना के पूरा होने पर क्या करेगा? | परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी पर जो कुछ है सब कुछ मसीह में एकत्र कर दिया है। | |||
8 | 1:13 | f0gk | सत्य का वचन सुनने पर विश्वासियों पर किस की मोहर लगी? | विश्वासियों पर प्रतिज्ञा के पवित्र आत्मा की मोहर है। | |||
9 | 1:14 | nbhb | आत्मा किसका बयाना है? | आत्मा विश्वासियों के उत्तराधिकार का बयाना है। | |||
10 | 1:18 | z3l4 | पौलुस इफिसुस की कलीसिया के लिए किस बात को समझाने के ज्ञान के लिए प्रार्थना करता है? | पौलुस प्रार्थना करता है कि इफिसुस की कलीसिया अपनी बुलाहट की आशा और पवित्र लोगों में उसकी मीरास की महिमा के धन को समझे कि वह कैसा है और उसका सामर्थ्य विश्वासियों में कैसा महान है। | |||
11 | 1:20 | fzm0 | विश्वासियों में जो शक्ति क्रियाशील है उसने मसीह में क्या किया? | उसकी इसी शक्ति के प्रभाव से मसीह मृतकों में से जिलाया गया और स्वर्गीय स्थानों में परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठाया गया। | |||
12 | 1:22 | q09p | परमेश्वर ने मसीह के पांवों तले क्या कर दिया है? | परमेश्वर ने सब कुछ मसीह के पांवों तले कर दिया है। मसीह कलीसिया में सब बातों पर शिरोमणि है। | |||
13 | 1:23 | cryf | कलीसिया क्या है? | कलीसिया मसीह की देह है। | |||
14 | 2:1 | gbik | अविश्वासियों की आत्मिक दशा कैसी हैं? | अविश्वासी सब अपने अपराधों और पापों में मरे हुए हैं। | |||
15 | 2:2 | ssa5 | आज्ञा न माननेवालों में कौन काम करता है? | आकाश के अधिकार के हाकिम का आत्मा आज्ञा न माननेवालों में काम करता है। | |||
16 | 2:3 | a7d3 | अविश्वासी स्वभाव से क्या हैं? | अविश्वासी स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान हैं। | |||
17 | 2:4 | v75h | परमेश्वर ने कुछ विश्वासियों को मसीह के साथ क्यों जिलाया है? | परमेश्वर ने कुछ विश्वासियों को मसीह में नया जीवन दिया, अपनी दया के धन और अपने महान प्रेम के कारण। | |||
18 | 2:5 | sfgn | विश्वासियों के उद्धार का कारण क्या है? | विश्वासी परमेश्वर के अनुग्रह के कारण बचाए गए। | |||
19 | 2:6 | qjjp | विश्वासी कहां बैठाए गए हैं? | विश्वासी मसीह यीशु के साथ स्वर्गीय स्थानों में मसीह के साथ बैठाए गए हैं। | |||
20 | 2:7 | xbas | परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उन्हे क्यों उठाया? | परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उठाया कि आनेवाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए। | |||
21 | 2:8 | etcj | विश्वासी किस बात पर घमण्ड न करे और क्यों? | विश्वासी अपने कर्मो पर घमण्ड न करे क्योंकि उनका उद्धार परमेश्वर का दान है। | |||
22 | 2:10 | y08k | परमेश्वर ने विश्वासियों को मसीह में क्यों सृजा है? | मसीह के विश्वासियों के लिए परमेश्वर का उद्देश्य है कि वे भले काम करें। | |||
23 | 2:12 | zc2v | अविश्वासी अन्यजातियों की आत्मिक दशा कैसी है? | अविश्वासी अन्यजातियां मसीह से अलग हैं, इस्राएल की प्रजा के पद से अलग हैं और प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी नहीं है, और आशाहीन तथा जगत में परमेश्वर से रहित हैं। | |||
24 | 2:13 | c48b | अविश्वासी अन्यजातियों में से कुछ लोगों को परमेश्वर के निकट लानेवाली बात क्या है? | कुछ अन्यजाति अविश्वासी मसीह के लहू के द्वारा परमेश्वर के निकट हो गए हैं। | |||
25 | 2:14 | zgxo | अन्यजातियों और यहूदियों के संबन्धों में परिवर्तन मसीह कैसे लाया? | अपनी देह द्वारा मसीह ने अन्यजातियों और यहूदियों का मेल करा दिया और अलग करनेवाली दीवार को बीच में थी ढा दिया। | |||
26 | 2:15 | bdx1 | यहूदियों और अन्यजातियों में मेल कराने के लिए मसीह ने क्या ढा दिया? | उसने व्यवस्था जिसकी आज्ञाएं विधियों की रीति पर थीं मिटा दिया कि यहूदियों और अन्यजातियों में मेल हो। | |||
27 | 2:18 | mhh5 | सब विश्वासियों के लिए परमेश्वर की निकटता में आने का साधन क्या है? | सब विश्वासियों को पवित्र आत्मा के द्वारा परमेश्वर की निकटता प्राप्त है। | |||
28 | 2:20 | s8fu | परमेश्वर का परिवार किस नींव पर बना है? | परमेश्वर का परिवार प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नींव पर निर्मित है जिसके कोने का पत्थर मसीह है। | |||
29 | 2:21 | th2y | यीशु का सामर्थ्य परमेश्वर के परिवार की रचना के साथ क्या करता है? | यीशु का सामर्थ्य इस संपूर्ण रचना को एक साथ मिलाकर परमेश्वर के परिवार बनती जाती है। परमेश्वर के परिवार की रचना प्रभु के लिए पवित्र मन्दिर है। | |||
30 | 2:22 | ymlg | परमेश्वर आत्मा द्वारा कहाँ वास करता है? | परमेश्वर विश्वासी में आत्मा द्वारा अन्तर्वास करता है। | |||
31 | 3:1 | cyrx | परमेश्वर ने किस के लाभ के निमित्त पौलुस को यह दान दिया था? | परमेश्वर ने अन्यजातियों के लाभ के लिए पौलुस को यह दान दिया है। | |||
32 | 3:3 | dw54 | अन्य पीढियों में मानव जाति को क्या नहीं बताया गया था? | मसीह का वह भेद अन्य समयों में मनुष्यों को नहीं बताया गया था। | |||
33 | 3:5 | her6 | परमेश्वर ने जो बात किसी भी पीढ़ी को कभी नहीं बताई अब किस पर प्रकट की है? | परमेश्वर ने मसीह का गुप्त सत्य उसके प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं को बताया था। | |||
34 | 3:6 | vjpk | वह गुप्त सत्य क्या है जो अब प्रकट किया गया? | गुप्त सत्य यह था कि अन्यजाति मसीह यीशु में मीरास में साझी और एक ही देह के और प्रतिज्ञा के भागी हैं। | |||
35 | 3:7 | xgis | पौलुस को क्या दान दिया गया था? | परमेश्वर के अनुग्रह का दान पौलुस को दिया गया था। | |||
36 | 3:9 | qjej | पौलुस को किस प्रकार के ज्ञान प्रकाशन हेतु अन्यजातियों में भेजा गया था? | पौलुस को भेजा गया था कि अन्यजातियों पर परमेश्वर की योजना का ज्ञान प्रकाशन करे। | |||
37 | 3:10 | yxb8 | परमेश्वर का विभिन्न प्रकार का ज्ञान किस के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा? | कलीसिया के माध्यम से परमेश्वर का विभिन्न प्रकार का ज्ञान प्रकाशित किया जाएगा। | |||
38 | 3:12 | awns | पौलुस के अनुसार विश्वासियों को मसीह में विश्वास के कारण क्या अधिकार है? | पौलुस कहता है कि विश्वासियों को साहस और भरोसे के साथ परमेश्वर के निकट आने का अधिकार है। | |||
39 | 3:14 | vwnu | पिता परमेश्वर पर किस का नाम रखा जाता एवं रचना की जाती है? | स्वर्ग और पृथ्वी पर हर एक घराने का नाम पिता परमेश्वर पर रखा जाता है और वह रचा जाता है। | |||
40 | 3:16 | m2x3 | पौलुस विश्वासियों के बलवर्धन के लिए कैसी प्रार्थना करता है? | पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी अन्तर्वासी परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य द्वारा बल पाएं। | |||
41 | 3:18 | kvqc | पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासियों को समझ प्राप्त हो तो वह किस बात की समझ है? | पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी मसीह के प्रेम की लम्बाई चौड़ाई, ऊंचाई और गहराई को समझें। | |||
42 | 3:21 | j4hs | पौलुस प्रार्थना करता है कि पीढ़ी से पीढ़ी तक पिता के लिए क्या होता रहे? | पौलुस प्रार्थना करता है कि कलीसिया में और मसीह यीशु में उसकी महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानयुग होती रहे। | |||
43 | 4:1 | t8yq | पौलुस विश्वासियों से कैसे जीवन की विनती करता है? | पौलुस विश्वासियों से विनती करता है कि वे सारी दीनता और नम्रता सहित और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लें। | |||
44 | 4:4 | l49d | पौलुस उन केवल एक ही बातों की सूची में क्या लिखता है? | पौलुस कहता है कि एक ही देह है, एक ही आत्मा है, एक ही आशा है, एक ही प्रभु है, एक ही विश्वास, एक ही बपतिस्मा, और सबका एक ही परमेश्वर और एक ही पिता है। | |||
45 | 4:7 | s8tj | मसीह ने स्वर्गारोहण के बाद प्रत्येक विश्वासी को क्या दिया हैं? | मसीह ने प्रत्येक विश्वासी को मसीह के दान के परिणाम के अनुसार अनुग्रह दिया है। | |||
46 | 4:11 | i21g | पौलुस कलीसिया को दिए गए कौन से पांच दान का उल्लेख करता है? | मसीह ने कलीसिया में प्रेरितों, भविष्यवक्ताओं, सुसमाचार सुनानेवालों और रखवालों और उपदेशकों को नियुक्त करके वरदान स्वरूप दे दिया है। | |||
47 | 4:12 | g31r | ये पांच दान किस उद्देश्य के निमित्त काम करते हैं? | कलीसिया को दिए गए ये पांच दान विश्वासियों को सिद्ध करने और सेवा करने के लिए दिए हैं कि मसीह की देह उन्नति पाए। | |||
48 | 4:14 | yo4g | पौलुस विश्वासियों को बालकों की नाई कैसे बताता हैं? | विश्वासी आगे को बालक न रहें जो मनुष्यों की ठग विद्या और चतुराई से इधर उधर उछाले और घुमाए जाते हैं। | |||
49 | 4:16 | h8hh | पौलुस विश्वासियों की देह की रचना का वर्णन कैसे करता हैं? | विश्वासियों की देह हर एक जोड़ की सहायता से एक साथ मिलकर और एक साथ गठ कर अपने आप को बढ़ाती है कि वे प्रेम में उन्नति करती जाए। | |||
50 | 4:17 | jelh | पौलुस अन्यजातियों के आचरण का वर्णन कैसे करता है? | अन्यजातियां लोगों की बुद्धि अन्धेरी हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उनमें है, परमेश्वर के जीवन से अलग किए हुए है और लुचपन में लग गए हैं। | |||
51 | 4:22 | eex4 | पौलुस क्या कहता है कि विश्वासी त्यागे और धारण करें? | विश्वासी पुराने भ्रष्ट मनुष्यत्व को त्याग दे और धार्मिकता में रचे हुए नए मनुष्यत्व को धारण करें। | |||
52 | 4:26 | iaxc | विश्वासी शैतान को कैसे अवसर देता है? | विश्वासी सूर्यास्त तक क्रोधित रहे तो वह शैतान को अवसर देता है। | |||
53 | 4:28 | lu67 | विश्वासियों को चोरी करने की अपेक्षा क्या करना चाहिए? | विश्वासियों को अपने हाथों से परिश्रम करना चाहिए कि जिसे प्रयोजन हो उसे देने के लिए उसके पास कुछ हो। | |||
54 | 4:29 | kkrv | पौलुस के कथनानुसार विश्वासी के मुंह से क्या निकलना चाहिए? | विश्वासियों के मुंह से कोई गंदी बात न निकले परन्तु आवश्यक्ता के अनुसार वही निकले जो उन्नति के लिए उत्तम हो। | |||
55 | 4:30 | a4pr | विश्वासी किसे दुःखी न करें? | विश्वासी पवित्र आत्मा को दुःखी न करें। | |||
56 | 4:32 | cc7n | विश्वासी को परमेश्वर ने मसीह में क्षमा किया है इसलिए उसे क्या करना चाहिए? | विश्वासी क्षमा करें क्योंकि परमेश्वर ने मसीह में उन्हे क्षमा किया है। | |||
57 | 5:1 | ur5m | विश्वासियों को किसका अनुकरण करना चाहिए? | विश्वासियों को सन्तान स्वरूप परमेश्वर का अनुकरण करना चाहिए। | |||
58 | 5:2 | p1g8 | मसीह ने परमेश्वर के लिए सुखदायक सुगन्ध होने के लिए क्या किया? | मसीह ने विश्वासियों के लिए स्वयं को परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया। | |||
59 | 5:3 | rxb5 | विश्वासियों में क्या नहीं होना है? | व्यभिचार और किसी प्रकार के अशुद्ध काम या लोभ की चर्चा तक विश्वासियों में नाममात्र के लिए भी न हो। | |||
60 | 5:4 | doth | विश्वासियों का आचरण कैसा दिखाई देना हैं? | इसकी अपेक्षा विश्वासियों में धन्यवाद का स्वभाव हो। | |||
61 | 5:5 | kt5n | मसीह और परमेश्वर के राज्य में किसे मीरास नहीं हैं? | व्यभिचारी या अशुद्ध जन या लोभी मनुष्य को मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं है। | |||
62 | 5:6 | t2e4 | अवज्ञाकारी सन्तानों पर क्या भड़कने वाला हैं? | अवज्ञाकारी की सन्तानों पर परमेश्वर का क्रोध भड़कने वाला है। | |||
63 | 5:9 | y0wn | प्रभु को ज्योति का कैसा फल ग्रहण योग्य है? | ज्योति का फल सब प्रकार की भलाई, और धार्मिकता और सत्य है जो परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। | |||
64 | 5:11 | gizw | अन्धकार के कामों के प्रति विश्वासी को क्या करना चाहिए? | विश्वासियों को अन्धकार के कामों में सहभागी नहीं होना है वरन् उन पर उलाहना दें। | |||
65 | 5:13 | v40d | ज्योति क्या प्रकट करती है? | ज्योति हर एक काम को प्रकट करती है। | |||
66 | 5:16 | dx2o | क्योंकि दिन बुरे हैं इसलिए विश्वासियों को क्या करना चाहिए? | विश्वासी अवसर को बहुमूल्य समझें क्योंकि दिन बुरे हैं। | |||
67 | 5:18 | lyrf | लुचपन किससे होता हैं? | दाखरस से मतवाले बनने से लुचपन होता है। | |||
68 | 5:19 | y8yz | विश्वासी आपसमें क्या करें? | विश्वासी आपस में भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करें। | |||
69 | 5:22 | w10z | पत्नियां किस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें? | पत्नियां इस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें जैसे प्रभु के। | |||
70 | 5:23 | pkob | पति किसका सिर है और मसीह किसका सिर है? | पति पत्नी का सिर है और मसीह कलीसिया का सिर है। | |||
71 | 5:26 | xp34 | मसीह कलीसिया को पवित्र कैसे बनाता है? | मसीह कलीसिया को वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध करके पवित्र बनाता है। | |||
72 | 5:28 | ebh4 | पति अपनी पत्नी से कैसा प्रेम करें? | पति पत्नी को अपनी देह के जैसा प्रेम करें। | |||
73 | 5:29 | avks | मनुष्य अपनी देह के साथ कैसा व्यवहार करता है? | मनुष्य अपनी देह का पोषण करके उससे प्रेम करता है। | |||
74 | 5:31 | k1u0 | पति जब अपनी पत्नी के साथ जुड़ता है तब क्या होता है? | अपनी पत्नी के साथ पति एक देह होता है। | |||
75 | 5:32 | tykx | पुरुष और उसकी पत्नी के संबन्ध से कौन सा बड़ा भेद प्रकट होता हैं? | मसीह और उसकी कलीसिया के बारे में एक एक बड़ा भेद पति पत्नी के संबन्ध से प्रकट होता है। | |||
76 | 6:1 | czo0 | मसीही सन्तानों को अपने माता पिता के साथ कैसा व्यवहार करना है? | मसीही सन्तानों को अपने माता पिता की आज्ञा मानना और उनका आदर करना है। | |||
77 | 6:4 | cj2o | मसीही पिता अपनी सन्तानों के साथ कैसा व्यवहार करें? | मसीही पिता अपनी सन्तान का पालन पोषण प्रभु के अनुशासन और निर्देशों में करें। | |||
78 | 6:5 | l26m | मसीही दास किस मानसिकता से अपने स्वामी की सेवा करें? | मसीही दास मन की सत्यनिष्ठा में अपने स्वामियों की आज्ञा माने, उनकी सहर्ष ऐसी सेवा करें जैसे प्रभु की। | |||
79 | 6:8 | wewl | विश्वासी अपने भले कामों के बारे में क्या स्मरण रखें? | विश्वासी को स्मरण रखना है कि वह जो भले काम करता है उनका प्रतिफल प्रभु उसे देगा। | |||
80 | 6:9 | euom | एक मसीही स्वामी को अपने स्वामी के बारे में क्या स्मरण रखना है? | एक मसीही स्वामी को स्मरण रखना है कि उसका और उसके दास का स्वामी स्वर्ग में है और उनमे किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं है। | |||
81 | 6:11 | i00a | विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधने की आवश्यक्ता क्यों हैं? | एक विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधकर शैतान की युक्तियों के सामने खड़ा रहना है। | |||
82 | 6:12 | fj0h | विश्वासी का युद्ध किसके साथ है? | विश्वासी प्रधानों से और अधिकारीयों से और इस संसार के अन्धकार के हाकिमों से और दुष्टता की आत्मिक सेनाओं से जो आकाश में हैं, युद्ध करता है। | |||
83 | 6:14 | dd7k | परमेश्वर के हथियारों में क्या क्या है? | परमेश्वर के हथियार हैं, सत्य का कमर बंध, धार्मिकता की झिलम, सुसमाचार की तैयारी के जूते, विश्वास की ढाल, उद्धार का टोप और आत्मा की तलवार। | |||
84 | 6:17 | omo2 | आत्मा की तलवार क्या है? | आत्मा की तलवार परमेश्वर का वचन है। | |||
85 | 6:18 | uodd | विश्वासियों में प्रार्थना की मानसिकता कैसी हो? | विश्वासियों को सदैव प्रार्थना करते रहना है, और परमेश्वर से उत्तर पाने के लिए यत्नशील और सतर्क रहें। | |||
86 | 6:19 | e3iu | पौलुस उसके लिए इफिसुस की कलीसिया से प्रार्थना में क्या अपेक्षा करता है? | पौलुस प्रचार में प्रबल वचन की इच्छा रखता है कि साहस के साथ सुसमाचार का भेद बता सके। | |||
87 | 6:20 | uq0w | इस पत्र को लिखते समय पौलुस कहां है? | इस पत्र को लिखते समय पौलुस बन्दीगृह में है। | |||
88 | 6:23 | ling | पौलुस कौन सी तीन बातें पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह से उन विश्वासियों के लिए मांगता है? | पौलुस प्रार्थना करता है कि परमेश्वर उन विश्वासियों को शान्ति और विश्वास सहित प्रेम प्रदान करे। |