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21:1zmb4\# यूहन्ना को जीवन के वचन के बारे में किस माध्यम से पता चला?यूहन्ना ने जीवन के वचन को सुना, देखा, ध्यान से देखा और हाथों से छुआ था।
31:2n05u\# यूहन्ना पर प्रगट होने से पहले अनन्त जीवन कहाँ था?यूहन्ना पर प्रगट होने से पहले अनन्त जीवन पिता के साथ था।
41:3dkvx\# यूहन्ना ने जो देखा और सुना है उसका समाचार क्यों दे रहा है?यूहन्ना ने जो कुछ देखा और सुना है, उसका समाचार इसलिए दे रहा है ताकि दूसरे भी उसके साथ सहभागी हो सकें।
51:3wbwe\# यूहन्ना की पहले से ही किसके साथ सहभागिता है?यूहन्ना की पहले से ही पिता और उसके पुत्र, यीशु मसीह के साथ सहभागिता है।
61:5e5d4\# यूहन्ना अपने पाठकों के लिए परमेश्वर की ओर से किस संदेश की सूचना दे रहा है?यूहन्ना इस सन्देश की सूचना दे रहा है कि परमेश्वर ज्योति है, और उसमें कुछ भी अंधकार नहीं है।
71:6wnfhयूहन्ना उस व्यक्ति के बारे में क्या कहता है जो कहता है कि उसकी परमेश्वर के साथ सहभागिता है, परन्तु वह अंधकार में चलता है?यूहन्ना कहता है कि ऐसा व्यक्ति झूठा होता है और वह सत्य पर नहीं चलता है।
81:7q6um\# ज्योति में चलने वालों को उनके सब पापों से क्या शुद्ध करता है?यीशु का लहू उन्हें उनके सब पापों से शुद्ध करता है।
91:8s0mr\# यदि हम कहते हैं कि हम में कुछ भी पाप नहीं है, तो हम अपने साथ क्या करते हैं?यदि हम कहते हैं कि हम में कुछ भी पाप नहीं है, तो हम अपने आप को धोखा देते हैं और हम में सत्य नहीं है।
101:9ldre\# जो लोग अपने पापों को मान लेते हैं, उनके लिए परमेश्वर क्या करेगा?जो लोग अपने पापों को मान लेते हैं, परमेश्वर उनके पापों को क्षमा करेगा और उन्हें सब अधर्म से शुद्ध करेगा।
112:2cwjq\# यीशु मसीह किसके पापों का प्रायश्चित है?यीशु मसीह सारे जगत के पापों का प्रायश्चित है।
122:3o2gw\# हम कैसे जानते हैं कि हम यीशु मसीह को जान गए हैं?यदि हम उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, तो हम जान जाते हैं कि हम उसे जान गए हैं।
132:4oq37\# किस प्रकार का व्यक्ति कहता है कि वह परमेश्वर को जानता है, परन्तु परमेश्वर की आज्ञाओं को नहीं मानता है?एक झूठा व्यक्ति कहता है कि वह परमेश्वर को जानता है, परन्तु परमेश्वर की आज्ञाओं को नहीं मानता है।
142:6djan\# एक व्यक्ति को कैसे चलना चाहिए यदि वह कहता है कि वह मसीह में बना रहता है?उसे वैसे ही चलना चाहिए जैसे यीशु मसीह चलता था।
152:9d7er\# जो कोई यह कहता है कि वह ज्योति में है, परन्तु अपने भाई से बैर रखता है तो उसकी आत्मिक स्थिति क्या है?जो कोई यह कहता है कि वह ज्योति में है, परन्तु अपने भाई से बैर रखता है, तो वह अंधकार में है।
162:11t52d\# जो कोई अपने भाई से बैर रखता है उसकी आत्मिक स्थिति क्या है?जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, वह अंधकार में है, और अंधकार में चलता है।
172:12w6ak\# परमेश्वर विश्वासियों के पापों को क्यों क्षमा करता है?परमेश्वर अपने नाम से विश्वासियों के पापों को क्षमा करता है।
182:15afbd\# संसार की वस्तुओं के प्रति विश्वासी का व्यवहार कैसा होना चाहिए?एक विश्वासी को न तो संसार से प्रेम रखना चाहिए और न ही संसार की वस्तुओं से।
192:16pfzu\# ऐसी कौन सी तीन वस्तुएँ हैं जो पिता की ओर से नहीं परन्तु संसार की ओर से हैं?शरीर की अभिलाषा, और आँखों की अभिलाषा और जीविका का घमण्ड, पिता की ओर से नहीं हैं, परन्तु संसार ही की ओर से है।
202:18cd02\# हम मसीह के विरोधी के बारे में क्या जानते हैं?हम जानते हैं कि वह आनेवाला है।
212:18dz04\# हम कैसे जानते हैं कि यह अन्तिम समय है?हम जानते हैं कि यह अन्तिम समय है क्योंकि बहुत से मसीह के विरोधी उठे हैं।
222:22u6q4\# हम मसीह के विरोधी को कैसे पहचानेंगे?मसीह का विरोधी पिता और पुत्र का इन्कार करेगा।
232:23g5cr\# क्या जो कोई पुत्र का इन्कार करता है उसके पास पिता हो सकता है?नहीं, जो कोई पुत्र का इन्कार करता है, उसके पास पिता नहीं हो सकता है।
242:24x90k\# पुत्र और पिता में बने रहने के लिए विश्वासियों को क्या करना चाहिए?जो कुछ उन्होंने आरम्भ से सुना है, उन्हें उसी में बने रहना चाहिए।
252:25n42d\# परमेश्वर ने विश्वासियों से किस की प्रतिज्ञा की है?परमेश्वर ने विश्वासियों से अनन्त जीवन की प्रतिज्ञा की है।
262:28yjr1\# यदि हम उसमें बने रहें तो मसीह के प्रगट होने पर हमारा व्यवहार कैसा होगा?यदि हम उस में बने रहें, तो जब मसीह प्रगट होगा तो हम में साहस होगा और हम लज्जित नहीं होंगे।
273:1uc2n\# पिता ने विश्वासियों से अपने प्रेम को कैसे प्रगट किया है?उसने उनके लिए परमेश्वर की सन्तान कहलाना संभव बनाया है।
283:2voao\# जब मसीह प्रगट होगा तो विश्वासियों के साथ क्या होगा?जब मसीह प्रगट होगा, तो विश्वासी मसीह के समान होंगे क्योंकि वे उसे वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
293:3vruc\# मसीह में आशा रखने वाले प्रत्येक विश्वासी को अपने विषय में क्या कार्य करना चाहिए?प्रत्येक विश्वासी जो मसीह में आशा रखता है, उसे अपने आप को पवित्र करना चाहिए।
303:5knzf\# मसीह के पास अपने आप में क्या नहीं है?मसीह के पास अपने आप में कोई पाप नहीं है।
313:6mw43\# यदि कोई व्यक्ति पाप करना जारी रखता है, तो यह हमें परमेश्वर के साथ उनके संबंध के बारे में क्या बताता है?यह हमें बताता है कि उन्होंने न तो मसीह को देखा है और न ही उसको जाना है।
323:8rioa\# परमेश्वर का पुत्र किस लिए प्रगट हुआ था?परमेश्वर का पुत्र शैतान के कामों को नाश करने के लिए प्रगट हुआ था।
333:9xjny\# जो परमेश्वर से जन्मा है वह पाप करना क्यों जारी नहीं रख सकता है?वह इसलिए पाप करना जारी नहीं रख सकता है क्योंकि उसमें परमेश्वर का बीज बना रहता है।
343:10sgt9\# शैतान की सन्तान कैसे प्रगट होती है?शैतान की सन्तान प्रगट होती है, क्‍योंकि वे धार्मिकता के काम नहीं करते, और अपके भाई से प्रेम नहीं रखते हैं।
353:11wswk\# वह समाचार क्या है जो हम ने आरम्भ से सुना है?समाचार यह है कि हमें एक दूसरे से प्रेम रखना चाहिए।
363:12bo8y\# कैन ने कैसे दिखाया कि वह उस दुष्ट से था?कैन ने अपने भाई की हत्या करके दिखाया कि वह उस दुष्ट से था।
373:13tyil\# यूहन्ना क्या कहता है कि विश्वासियों को किस से अचम्भा नहीं करना चाहिए?यूहन्ना यह कहता है कि विश्वासियों को इस से अचम्भा नहीं करना चाहिए कि संसार उनसे बैर करता है।
383:14hiyp\# कौन\-सा व्यवहार यह प्रदर्शित करता है कि हम मृत्यु से पार होकर जीवन में पहुँच गए हैं?हम जानते हैं कि हम मृत्यु से पार होकर जीवन में पहुँच गए हैं क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं।
393:16n128\# हमने प्रेम किस से जाना है?हमने प्रेम इसी से जाना है कि मसीह ने हमारे लिए अपने प्राण दे दिए।
403:17uefx\# क्या प्रगट करता है कि एक व्यक्ति में परमेश्वर का प्रेम नहीं है?जब कोई धनवान किसी भाई को जरूरत में देखता है, परन्तु उसकी मदद नहीं करता है, तो उस व्यक्ति में परमेश्वर का प्रेम नहीं बना रह सकता है।
413:18ecze\# ऐसे कौन से दो तरीके हैं जिनसे हमारे लिए प्रेम करना अपर्याप्त है?यदि हम केवल वचन या जीभ में प्रेम करते हैं तो यह हमारे लिए पर्याप्त नहीं है।
423:18sh2i\# वे दो तरीके कौनसे हैं जिनके द्वारा हमें प्रेम करना चाहिए?हमें काम और सत्य के द्वारा प्रेम करना चाहिए।
433:21yz2h\# यदि हमारा मन हमें दोष नहीं देता है तो हमारे पास क्या है?यदि हमारा मन हमें दोष नहीं देता है तो हमें परमेश्वर के सामने साहस होता है!
443:23wvkw\# परमेश्वर ने हमें क्या आज्ञा दी है?परमेश्वर की आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र यीशु मसीह के नाम पर विश्वास करें और एक दूसरे से प्रेम रखें।
453:24c6pa\# विश्वासी कैसे जानते हैं कि परमेश्वर उनमें बना रहता है?परमेश्वर ने विश्वासियों को आत्मा दिया है ताकि वे जान सकें कि परमेश्वर उनमें बना रहता है।
464:1rxps\# विश्वासियों को हर एक आत्मा पर विश्वास क्यों नहीं करना चाहिए?उन्हें हर एक आत्मा पर विश्वास नहीं करना चाहिए, क्योंकि बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता जगत में निकल खड़े हुए हैं।
474:2w9sr\# आप परमेश्वर के आत्मा को कैसे पहचान सकते हो?हर एक आत्मा जो मान लेती है कि यीशु मसीह परमेश्वर की ओर से शरीर में होकर आया है।
484:3raus\# कौन\-सी आत्मा यह नहीं मानती है कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है?एक मसीह के विरोधी की आत्मा यह नहीं मानती है कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है।
494:4o8nn\# विश्वासी कैसे उन आत्माओं पर जय पाने के योग्य होते हैं जो परमेश्वर की ओर से नहीं हैं?हम उन पर जय पा सकते हैं क्योंकि जो आत्मा हम में है वह उस आत्मा से बड़ा है जो संसार में है।
504:7y7ja\# विश्वासियों को क्यों एक दूसरे से प्रेम रखना चाहिए?विश्वासियों को एक दूसरे से प्रेम रखना चाहिए क्योंकि प्रेम परमेश्वर की ओर से है, और जो परमेश्वर से जन्मा हुआ है वह प्रेम करता है।
514:8x7ex\# जो प्रेम नहीं रखता है, वह कैसे प्रदर्शित करता है कि वह परमेश्वर को नहीं जानता है?जो लोग परमेश्वर को जानते हैं वे प्रेम रखते हैं क्योंकि परमेश्वर प्रेम है।
524:9ax54\# परमेश्वर ने हमारे लिए अपने प्रेम को कैसे प्रगट किया?परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजकर हमारे लिए अपने प्रेम को प्रगट किया।
534:9z4i9\# पिता ने अपने पुत्र को किस उद्देश्य से भेजा?पिता ने अपने पुत्र को इसलिए भेजा ताकि हम उसके द्वारा जीवित रहें।
544:15glq3\# यदि किसी व्यक्ति में परमेश्वर बना रहता है और वह व्यक्ति परमेश्वर में बना रहता है, तो वह व्यक्ति यीशु के बारे में क्या मान लेता है?जो व्यक्ति परमेश्वर में बना रहता है वह यह मान लेता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है।
554:17bdox\# न्याय के दिन परमेश्वर का प्रेम हम में किस व्यवहार का कारण बनेगा?परमेश्वर का प्रेम न्याय के दिन हम में साहस का कारण बनेगा।
564:19xolq\# हम कैसे प्रेम कर सकते हैं?हम इसलिए प्रेम करते हैं क्योंकि पहले परमेश्वर ने हमसे प्रेम किया।
574:20vyhw\# यदि कोई अपने भाई से बैर रखता है, तो उसका परमेश्वर से क्या रिश्ता है?जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, तो वह परमेश्वर से प्रेम नहीं रख सकता है।
584:21sjha\# जो कोई परमेश्वर से प्रेम रखता है उसे अपने भाई के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए?जो कोई परमेश्वर से प्रेम रखता है उसे अपने भाई से भी प्रेम करना चाहिए।
595:3edbx\# हम कैसे प्रदर्शित करते हैं कि हम परमेश्वर से प्रेम रखते हैं?जब हम उसकी आज्ञाओं को मानते हैं तो हम प्रदर्शित करते हैं कि हम परमेश्वर से प्रेम रखते हैं।
605:4pw9a\# वह कौन सी जय है जिसने संसार पर जय प्राप्त की है?विश्वास ही वह जय है जिसने संसार पर जय प्राप्त की है?
615:6qola\# यीशु मसीह किन दो चीजों से आया था?यीशु मसीह पानी और लहू के द्वारा आया था।
625:8je7z\# यीशु मसीह के बारे में कौन\-सी तीन चीज़ें गवाही देती हैं?आत्मा, पानी और लहू ये सब यीशु मसीह के विषय में गवाही देते हैं।
635:10s4ar\# यदि कोई अपने पुत्र के विषय में परमेश्वर की गवाही पर विश्वास नहीं करता है, तो वे परमेश्वर को क्या बनाते हैं?जो कोई अपने पुत्र के विषय में परमेश्वर की गवाही पर विश्वास नहीं करता है, वह परमेश्वर को झूठा ठहराता है।
645:11lgj0\# परमेश्वर ने हमें अपने पुत्र में क्या दिया है?परमेश्वर ने हमें अपने पुत्र में अनन्त जीवन दिया है।
655:14xweh\# विश्वासियों को परमेश्वर के सामने क्या साहस होता है?विश्वासियों को यह साहस होता है कि यदि वे परमेश्वर की इच्छा के अनुसार कुछ भी माँगते हैं, तो वह उनकी सुनता है।
665:16yo4u\# एक विश्वासी को तब क्या करना चाहिए जब वह देखता है कि उसका भाई कोई ऐसा पाप कर रहा है जिसका फल मृत्यु नहीं है?एक विश्वासी को जो अपने भाई को कोई ऐसा पाप करते देखता है जिसका फल मृत्यु नहीं है, विनती करनी चाहिए कि परमेश्वर उसके भाई को जीवन दे।
675:17dgvxWhat is all unrighteousness?All unrighteousness is sin.
685:19afpxWhere does the whole world lie?The whole world lies in the evil one.
695:20xwlkWhat is the result of the understanding that the Son of God has given to us?Because of the understanding that the Son of God has given to us, we may know the True One.
705:21e9ogFrom what must believers keep themselves?Believers must keep themselves from idols.