STR_ur-deva_ta/translate/translate-names/01.md

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### तफ़सील
बाइबल बहुत से लोग, लोगों के ग्रुपों और मुक़ामात के नाम हैं. उनमें से कुछ नाम अजीब लग सकते हैं और कहना मुश्किल हो सकते हैं. बाज़-औक़ात क़ारईन को ये मालूम नहीं कि नाम का नाम किया है, और बाज़-औक़ात उनको समझने की ज़रूरत हो सकती है कि एक नाम का मतलब किया है. ये सफा आपकी मदद करेगा कि आप इन नामों को किस तरह तर्जुमा कर सकते हैं और किस तरह आप उन लोगों को समझ सकते हैं जो उनके बारे में जानने की ज़रूरत है |
#### नामों का मतलब
बाइबल में सबसे ज़्यादा नाम मअनी है | बेशतर वक़्त, बाइबल में नाम सिर्फ उन लोगों और जगहों की निशानदेही करने के लिए इस्तिमाल किया जाता है जो उनका हवाला देते है |
>ये सुलेमान बादशाह <u>सुलेमान बादशाह</u> था, ये ख़ुदा के सबसे ज़्यादा आला काहिन था, जो इबराहीम के बादशाहों की ज़बह से वापिस आए और उनसे बरकत हासिल की. (इब्रानियों 7: 1 युएलटी)
यहां तक कि मुसन्निफ़ ने "मीलचीज़डक" का नाम इस्तिमाल किया है जो बुनियादी तौर पर इस शख़्स का हवाला देते हैं और "सलीम के बादशाह" का लक़ब हमें बताता है कि उसने एक ख़ास शहर पर हुकमरान किया था.
>इस का नाम "मीलचीजै़द" का मतलब है "रास्त बाज़ी का बादशाह" और "सलीम का बादशाह", ये "अमन का बादशाह" है. (इब्रानियों 7: 2 युएलटी)
यहां मुसन्निफ़ मीलची ज़कीक का नाम और अनवान के मअनी बयान करता है, क्योंकि इन चीज़ों को हमें इस शख़्स के बारे में मज़ीद बताया जाता है. दूसरे बार, मुसन्निफ़ ने एक नाम का मअनी नहीं बयान किया क्योंकि वो इस क़ारईन को पहले से ही मअनी जानने की तवक़्को रखता है. अगर पासपोर्ट को समझने के लिए नाम का मतलब अहम है, तो आप मतन में या एक फ़ोटोत में मअनी शामिल कर सकते हैं.
### इस का एक तर्जुमा मसला है
* क़ारईन बाइबल में कुछ नाम नहीं जान सकते हैं. वो ये नहीं जान सकते कि आया कोई नाम किसी शख़्स या जगह से या किसी और से मुराद करता है.
* क़ारईन को समझने के लिए क़ारईन को एक नाम के मअनी को समझने की ज़रूरत हो सकती है.
* कुछ नाम शायद मुख़्तलिफ़ आवाज़ या आवाज़ों के मजमुए हो सकते हैं जो आपकी ज़बानमें इस्तिमाल नहीं होते हैं या आपकी ज़बान में नापसंदीदा हैं. इस मसला को हल करने के लिए हिक्मत-ए-अमली के लिए, देखें [क़र्ज़ अलफ़ाज़](../translate-transliterate/01.md)
* बाइबल में कुछ लोग और मुक़ामात दो नाम हैं. क़ारईन ये नहीं समझ सकते कि दो नाम एक ही शख़्स या जगह का हवाला देते हैं.
### बाइबल की मिसाल
>आप <u>यरूशलम</u> के पास गए और <u>यरीव</u> के पास आए. यरीव के रहनुमाओं ने <u>अमूरियों</u> के साथ आपके ख़िलाफ़ लड़ाई (यशवा 24:11 युएलटी)
क़ारईन शायद नहीं जानते कि "अरदन" एक दरिया का नाम है, "यरीव" एक शहर का नाम है, और "अमूरियों" लोगों का एक गिरोह है
>उसने कहा, "क्या मैं वाक़ई देखता रहता हूँ, यहां तक कि उसने मुझे देखा है?" लिहाज़ा उस को अच्छी तरह से <u>बेअरलोरी</u> (बुलाओस 16: 13 14 यू-उल्टी) कहा गया था
रईन की दूसरी सज़ा नहीं समझ सकती अगर वो नहीं जानते कि "बेअरलहराई" का मतलब है "जो ज़िंदा है वो मुझे जो देखता है."
> उसने उसे मौसीस का नाम दिया और कहा, "क्योंकि मैंने उसे पानी से निकाल दिया." (ख़ुरूज 2:11 युएलटी)
क़ारईन इस बात को समझ नहीं सकते कि उसने ये क्यों कहा है कि अगर वो नहीं जानते तो मौसी का नाम इब्रानी अलफ़ाज़ जैसे "बाहर निकाला”.
><u>साओल</u> अपनी मौत के साथ मुआहिदा था (आमाल 8: 1 युएलटी)<br>
<blockquote>ये आईकोनीम के बारे में आया था कि <u>पॉल </u> और बरनबास एक दूसरे के साथ कातिब में दाख़िल हुए (आमाल 14: 1 युएलटी)</blockquote>
क़ारईन ये नहीं जान सकते कि नाम साओल और पॉल उसी शख़्स का हवाला देते हैं.
### तर्जुमा की हिक्मत-ए-अमली
1. अगर क़ारईन को सयाक़-ओ-सबॉक् से आसानी से नहीं समझा जा सकता है, इस का नाम किस किस्म की है, तो आप उस को वाज़िह करने के लिए एक लफ़्ज शामिल कर सकते हैं.
1. अगर क़ारईन को इस के बारे में क्या कहा जाता है समझने के लिए एक नाम का मअनी समझने की ज़रूरत है तो, नाम कापी करें और इस के मअनी के बारे में कि मतन में या एक फ़ोटोत में.
1. या अगर क़ारईन को इस के बारे में क्या कहा जाता है समझने के लिए एक नाम का मतलब समझने की ज़रूरत है, और इस का नाम सिर्फ एक-बार इस्तिमाल किया जाता है, नाम कापी करने की बजाय नाम का मअनी तर्जुमा
1. अगर किसी शख़्स या जगह में दो मुख़्तलिफ़ नाम हूँ तो, ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त और एक नाम का नाम इस्तिमाल करें, जब मतन किसी शख़्स से या एक से ज़्यादा नाम रखने के बारे में बताता है या जब ये किसी चीज़ का ज़िक्र करता है तो इस शख़्स या जगह क्यों थी? इस का नाम दिया एक फ़ोटनोट लिखें जब ज़रीया मतन का नाम इस्तिमाल होता है जो कम कसरत से इस्तिमाल होता है.
1. या अगर किसी शख़्स या जगह में दो मुख़्तलिफ़ नाम हूँ तो, ज़रीया मतन में जो कुछ नाम दिया जाता है इस्तिमाल करें, और एक नामुमकिन शामिल करें जो दूसरा नाम फ़राहम करें
### लागू तर्जुमा सटरीटजीज़ की मिसाले
1. अगर क़ारईन को सयाक़-ओ-सबॉक् से आसानी से नहीं समझा जा सकता है, इस का नाम किस किस्म की है, तो आप उस को वाज़िह करने के लिए एक लफ़्ज शामिल कर सकते है |
* **आप <u>यरूशलम</u> के पास गए और <u>यरीव</u> के पास आए. यरीव के रहनुमाओं ने <u>अमूरियों</u> के साथ आपके ख़िलाफ़ लड़ाई** (यशवा 24:11 युएलटी)
>आप <u>यरूशलम नदी</u> के पास गए और <u>यरीव</u> के पास आए. यरीव के रहनुमाओं ने <u>अमूरियों</u> के साथ आपके ख़िलाफ़ लड़ाई
* **कुछ अर्से बाद, कुछ फ़रीसयों के पास आकर इस से कहा, "जाओ और यहां छोड़ो क्योंकि <u> हीरोद </u> आपको मार डाला.”** (लूक 13:31 युएलटी)
* कुछ अर्से बाद, कुछ फ़रीसी आए और इस से कहा, “जाओ और यहां छोड़ दो क्योंकि <u>बादशाह हीरोद</u> को आपको मारना चाहता है.
1. अगर क़ारईन को इस के बारे में क्या कहा जाता है समझने के लिए एक नाम का मतलब समझने की ज़रूरत है, नाम कापी करें और इस के मअनी के बारे में या तो मतन में या एक फ़ोटोत मे
* **उसने उसे <u>मोसेस >/u> का नाम दिया और कहा, "क्योंकि मैंने उसे पानी से निकाल दिया.”** (एक्सोडस 2:11 युएलटी)
* उसने उसे मौसी का नाम दिया, जिसकी तरह आवाज़ <u>निकली</u> और कहा, "क्योंकि मैंने उसे पानी से निकाल दिया."
1. या अगर क़ारईन को इस के बारे में क्या कहा जाता है समझने के लिए एक नाम का मअनी समझने की ज़रूरत है, और इस का नाम सिर्फ एक-बार इस्तिमाल किया जाता है, नाम कापी करने के बजाय नाम का मअनी तर्जुमा.
* **…उसने कहा, "क्या मैं वाक़ई देखता रहता हूँ, यहां तक कि उसने मुझे देखा है?" लिहाज़ा उस को अच्छी तरह से <u>बेअरलोरी</u>;** (इब्तिदा-ए-16: 13-14 युएलटी)
* ... उसने कहा, "क्या मैं वाक़ई देखता रहता हूँ, यहां तक कि उसने मुझे देखा है?" <u> लिहाज़ा उस को अच्छी तरह से वैसे का नाम दिया गया था जो मुझे देखता है </u>
1. अगर किसी शख़्स या जगह में दो मुख़्तलिफ़ नाम हूँ तो, ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त और एक नाम का नाम इस्तिमाल करें, जब मतन किसी शख़्स से या एक से ज़्यादा नाम रखने के बारे में बताता है या जब ये किसी चीज़ का ज़िक्र करता है तो इस शख़्स या जगह क्यों थी? इस का नाम दिया एक फ़ोटनोट लिखें जब ज़रीया मतन का नाम इस्तिमाल होता है जो कम कसरत से इस्तिमाल होता है. मिसाल के तौर पर, पोल 13: 13 और "पाल" के आमाल 13 के बाद "साओल" कहा जाता है |आप हरवक़त " पाल " के तौर पर अपने नाम का तर्जुमा कर सकते हैं, इलावा आमाल 13: 9 में, जहां वो दोनों नामों के बारे में बात करते हैं.
* **...<u> साओल</u> नामी एक जवान आदमी** (आमाल 7:58 युएलटी)
* ...<u> पाल</u> नामी एक जवान आदमी<sup>1</sup>
* फूटेज की तरह नज़र आएगा:
* <sup>[1]</sup>ज़्यादा से ज़्यादा वर्ज़न साओल कहते हैं, लेकिन बाइबल में ज़्यादा-तर वक़्त वो पाल कहते है |
* **लेकिन <u>साओल</u>, जो भी <u> पाल </u> कहा जाता है, रूहुल-क़ुदुस से भरा हुआ था** (आमाल 13: 9)
* लेकिन <u>साओल</u>, जो भी <u>पाल</u> बोला जाता है, रूहुल-क़ुदुस से भर गया;
1. या अगर एक शख़्स या जगह दो नाम हैं तो, ज़रीया मतन में जो कुछ नाम दिया जाता है इस्तिमाल करें और एक नामुमकिन शामिल करें जो दूसरा नाम फ़राहम करे. मिसाल के तौर पर, आप "साओल" लिख सकते हैं जहां ज़रीया मतन "साओल" और "पाल" है जहां ज़राए का मतन "पाल" है |
* **<u>साओल</u> नामा एक नौजवान आदमी** (आमाल 7:58 युएलटी)
* एक जवान आदमी >u>साओल</u> का नाम था
* फूटेज की तरह नज़र आएगा:
* <dup>[1]</sup> वही वही आदमी है जो पाल 13 को इब्तिदा-ए-में शुरू करता है.
* **लेकिन <u>साओल</u>, जो भी पोल कहा जाता है, रूहुल-क़ुदुस से भर गया;** (आमाल 13: 9 युएलटी)
* लेकिन <u>साओल</u> , जो भी कहा जाता है <u> पाल</u>, रूहुल-क़ुदुस से भरा हुआ था;
* **ये आइकनीमीम के बारे में आया था कि <u>पोल</u> और बरनबास एक दूसरे के साथ इबादत-गाह में दाख़िल हुआ** (आमाल 14: 1 युएलटी)
* ये आइकनीमीम के बारे में आया था कि <u>पोल</u><sup>1</sup> और बरनबास एक दूसरे के साथ कातिब में दाख़िल हुए
* फूटेज की तरह नज़र आएगा:
* <sup>[1]</sup>ये वही शख़्स है जिसे आमाल 13 से पहले साओल कहा जाता था