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एक तर्जुमा टीम की एहमीयत

बाइबल का तर्जुमा एक बहुत बड़ा और मुश्किल काम हैI जिसे पूरा करने के लिए , बहुत से अफ़राद लग सकते है I इस मोदुले में हम उन खूबी के बारे में बात करंगे जो की बाइबिल तर्जुमा के टीम मैं होनी चाहिए I कुछ लोगों के पास बहुत ज्यादा हुनर और जिम्मेंदारी होगी जबकि कुछ के पास बहुत कम I ये जरूरी है की बाइबिल ट्रांसलेशन टीम में इतने लोग शामिल हो की सारे हुनर का सही इस्तमा हो सके I

चर्च रहनुमाओं

तर्जुमा मंसूबे शुरू करने से पहले, मुम्किना तौर पर बहुत से चर्च के नैटवर्क से राबिता किया जाना चाहीए Iऔर तर्जुमा का एक हिस्सा बनने के लिए हौसला-अफ़ज़ाई की जानी चाहिए I और उनमें से कुछ लोगों को भी तर्जुमा टीम का हिस्सा बनने के लिए भेजा जाये और उनसे मश्वरा किया जाना चाहीए और उनके मशवरों को तर्जुमा के मंसूबे, उस के मक़ासिद में इस्तमाल किया जाना चाहिए I

तर्जुमा कमेटी

ये अच्छा होगा, अगर गिरजा-घरों और चर्च के नैटवर्क के रहनुमा काम की राहनुमाई के लिए एक कमेटी तशकील करें I, मुतर्जिमों का इंतिख़ाब करें, जो मसाइल पैदा हो उन्हें हल करें और गिरिजा-घरों को काम के लिए दुआ करने और माली तौर पर काम करने के लिए हौसला-अफ़ज़ाई करने के लिए कहे I

ये कमेटी ऐसे लोगों को भी मुंतख़ब कर सकती है जो दरूस्तगी और2 के3 सतह पर दरूस्तगी की तर्जुमानी करेंगे

जब वक़्त आता है, तो ये कमेटी भी तर्जुमा की शक्ल के बारे में फ़ैसले कर सकता है I ये किस तरह तक़सीम किया जाएगा, और वो चर्चों को तर्जुमा शूदा सहीफ़े इस्तिमाल करने की हौसला-अफ़ज़ाई कर सकते हैं I

तर्जुमान

ये वो लोग हैं जो तरजमही दस्तकारी बनाने का काम करेंगे, वो तर्जुमा कमीशन की तरफ़ से मुक़र्रर की जाएँगी I उन्हें ऐसे अफ़राद की ज़रूरत है जो हदफ़ ज़बान के मुक़ामी बोलने वाले हैं, जो ज़रीया ज़बान (गेट वे ज़बान को अच्छी तरह से पढ़ सकते हैं, और कम्यूनिटी में उनके ईसाई किरदार के लिए कौन एहतिराम किया जा सकता है इन चीज़ों के बारे में मज़ीद तफ़सीलात के लिए, देखें मुतर्जिम क़ाबिलीयत.

साथ साथ पहले ड्राफ़्ट बनाने के लिए, ये लोग तर्जुमा टीम का बुनियादी बन जाऐंगे जो एक दूसरे के काम की जांच पड़ताल करेंगे I ज़बानी कम्यूनिटी के साथ तर्जुमा की जांच पड़ताल करेंगे और सतह2 और सतह3 चेकर्स से नज़र-ए-सानी के लिए तजावीज़ हासिल करेंगे I हर जायज़े या चैकिंग सैशन के बाद, ये तर्जुमान लाज़िमी तौर पर तर्जुमा में तबदीलीयां करने के लिए ज़िम्मेदार हैंI राबता सही तौर पे कायम करने के लिए वो तर्जुमा को दुबारा करने पे अमल करें I

टाइपिस्टस

अगर मुतर्जिम ख़ुद-कार तरीक़े से कम्पयूटर या टैब्लेट में तर्जुमा का मुसव्वदा नहीं डाल रहे हैं, तो टीम में किसी और को ऐसा करने की ज़रूरत है I इस को किसी ऐसे शख़्स की ज़रूरत है जो बहुत सी गलतीयां किये बग़ैर टाइप कर सकते हैं I इस शख़्स को भी जानने की ज़रूरत है कि किस तरह प्वाईंटस दरुस्त तरीक़े से और मुसलसल तौर पर इस्तिमाल करते हैं I इस शख़्स को चैक करने के हर दौर के बाद तर्जुमा में तरमीम और इस्लाहात की ज़रूरत पड़ सकती हैI

तर्जुमा जचने वाले

कुछ लोगों को ज़बानी कम्यूनिटी के अरकान के साथ तर्जुमा की जांच पड़ताल करने की ज़रूरत है ताकि इस बात का यक़ीन करें कि तर्जुमा वाज़िह है और हदफ़ ज़बान में क़ुदरती तौर पर मुतर्जिम हैंI अक्सर ये तर्जुमान खुद होते हैं पर ये कोई और भी हो सकते है I जाचने वाले को तर्जुमा पढ़ना पड़ता है और फिर पूछना पड़ता है की वो इसे कैसे समझते है ? , देखें दीगर तरीक़ों.

चेकर्स

लोग जो सदाक़त के लिए तर्जुमा चैक करने के लिए मुंतख़ब किए जाते हैं वो लोग ज़रीया ज़बान में बाइबल को अच्छी तरह जानते हो I उन्हें ज़रीया ज़बान में अच्छी तरह पढ़ने के काबिल होना चाहीए वो ज़रीया ब बाइबल में तर्जुमे का मुवाज़ना करेंगे और इस बात का यक़ीन करेंगे कि तर्जुमा ज़रीया बाइबल को पूरी तरह से ज़ाहिर कर्र्ता है I इन लोगों तर्जुमा के काम में दिलचस्पी होना चाहिए और उनके पास जांच पड़ताल का अच्छे से करने का वक़्त है I ये अच्छा है अगर ये लोग मुख़्तलिफ़ चर्च के गिरोहों के अरकान शामिल हो सकते हैं ,जो हदफ़ ज़बान बोलते हैं और जो तर्जुमा का इस्तिमाल करेंगेI सतह2 चेकर्स अपने मुक़ामी चर्च में रहनुमाओं को ,सतह3 चेकर्सों को गिरजा-घरों के ग्रुपों के रहनुमाओं, या ज़बान के इलाक़े में बहुत वसीअ पैमाने पर एहतिराम करना चाहीए चूँकि उनमें से बहुत से लोग बहुत मसरूफ़ हैं, ये मुख़्तलिफ़ कामों या बाबों को मुख़्तलिफ़ लोगों को भेजने के लिए बेहतर काम कर सकते हैं, और पूरी तर्जुमा के साथ एक या दो अफ़राद को बोझ नहीं होगा I