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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस मसीह का प्रेरित कैसे हुआ?
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# पौलुस मसीह का एक प्रेरित कैसे बना?
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पौलुस परमेश्वर की आज्ञा से मसीह यीशु का प्रेरित है।
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# पौलुस और तीमुथियुस में कैसा संबन्ध था?
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# पौलुस और तीमुथियुस में संबन्ध कैसा था?
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तीमुथियुस विश्वास में पौलुस का सच्चा पुत्र था।
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तीमुथियुस को इफिसुस में रहना था।
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# तीमुथियुस को कुछ लोगों क्या न आज्ञा देनी थी कि वे क्या न करें?
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# तीमुथियुस को कुछ लोगों को आज्ञा देनी थी, वह क्या थी?
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उसे वहां कुछ लोगों को आज्ञा देनी थी कि अन्य प्रकार की शिक्षा न दें।
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# पौलुस की आज्ञा और शिक्षा का उद्देश्य क्या था?
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# पौलुस ने अपनी आज्ञा और शिक्षा के विषय में क्या कहा था?
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पौलुस द्वारा ऐसी आशा देने में निहित लक्ष्य था, शुद्ध मन और अच्छे विवेक और कपट रहित विश्वास से प्रेम उत्पन्न हो।
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पौलुस द्वारा ऐसी आशा देने में निहित लक्ष्य था, कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक और कपट रहित विश्वास से प्रेम उत्पन्न हो।
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@ -1,7 +1,7 @@
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# व्यवस्था किस के लिए दी गई थी?
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# व्यवस्था किस के लिए दी गई है?
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व्यवस्था अधर्मियों, निरंकुशों, भक्तिहिनों, पापियों, अपवित्र और अशुद्ध मनुष्यों के लिए है।
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# वे चार प्रकार के पाप क्या हैं जो ऐसे मनुष्य करते हैं?
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# इस प्रकार के लोगों द्वारा किये जाने वाले पापों के चार उदाहरण क्या हैं?
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ऐसे मनुष्यों है घात करनेवाले हत्यारे, व्यभिचारी, मनुष्य के बेचनेवाले, और झूठ बोलनेवाले।
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वे हत्या करते हैं, व्यभिचार करते हैं, अपहरण करते हैं,और झूठ बोलते हैं.
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# इस प्रकार के लोगों द्वारा किये जाने वाले पापों के चार उदाहरण क्या हैं
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वे हत्या करते हैं, व्यभिचार करते हैं, अपहरण करते हैं,और झूठ बोलते हैं.
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# पौलुस पहले कैसे कैसे पाप करता था?
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# पौलुस ने पहले कैसे कैसे पाप किये थे?
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पौलुस स्वयं ही कभी निन्दा करनेवाला, सतानेवाला और एक अन्धेर करनेवाला मनुष्य था।
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पौलुस स्वयं ही कभी निन्दा करनेवाला, सतानेवाला और अन्धेर करनेवाला मनुष्य था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस को बहुतायत से क्या प्राप्त हुआ कि उसके परिणाम स्वरूप वह मसीह यीशु प्रेरित हो गया?
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# पौलुस को बहुतायत से क्या प्राप्त हुआ कि उसके परिणाम स्वरूप वह मसीह यीशु का प्रेरित हो गया?
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पौलुस पर प्रभु का अनुग्रह बहुतायत से हुआ।
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# मसीह यीशु किसका उद्धार करने इस संसार में आया था?
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मसीह यीशु इस संसार में पापियों का उद्धार करने आया।
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मसीह यीशु इस संसार में पापियों का उद्धार करने आया ।
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# पौलुस क्यों कहता है कि वह परमेश्वर की दया का एक उदाहरण है?
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# पौलुस क्यों कहता है कि वह परमेश्वर की दया का उदाहरण है?
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पौलुस कहता है कि वह एक उदाहरण है क्योंकि वह पापियों में सबसे बड़ा है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# तीमुथियुस के बारे में ऐसा क्या कहा गया था कि पौलुस भी उससे सहमत था?
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# तीमुथियुस के बारे में ऐसा क्या कहा गया था कि पौलुस भी उससे सहमत था
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तीमुथियुस के विषय में जो भविष्यद्वाणियां की गई थीं उनसे पौलुस सहमत था कि वह उस अच्छे विवेक और विश्वास के साथ अच्छी लड़ाई को लड़ता रहे।
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तीमुथियुस के विषय में जो भविष्यद्वाणियाँ की गई थीं उनसे पौलुस सहमत था कि वह उस अच्छे विवेक और विश्वास के साथ अच्छी लड़ाई को लड़ता रहे।
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@ -1 +1,3 @@
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# तीमुथियुस के बारे में ऐसा क्या कहा गया था कि पौलुस भी उससे सहमत था
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तीमुथियुस के विषय में जो भविष्यद्वाणियाँ की गई थीं उनसे पौलुस सहमत था कि वह उस अच्छे विवेक और विश्वास के साथ अच्छी लड़ाई को लड़ता रहे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस ने उन लोगों के लिए क्या किया जिन्होने विश्वास तथा अच्छे विवेक का त्याग करके विश्वास रूपी जहाज़ डूबा दिया था?
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# पौलुस ने उन लोगों के लिए क्या किया जिन्होने विश्वास तथा अच्छे विवेक का त्याग करके विश्वास रूपी जहाज़ डुबा दिया था?
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पौलुस ने उन्हे शैतान को सौंप दिया था कि वे परमेश्वर की निन्दा करना न सीखें।
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पौलुस ने उन्हे शैतान को सौंप दिया था कि वे परमेश्वर की निन्दा न करना सीखें।
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@ -1,3 +1,7 @@
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# पौलुस किसके लिए प्रार्थना करने का आग्रह करता है?
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पौलुस कहता है कि सबके लिए प्रार्थना की जाए, राजाओं और सब उंचे पद वालों के लिए भी।
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# पौलुस मसीही विश्वासियों के लिए कैसे जीवन की मनोकामना करता है?
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पौलुस की मनोकामना थी कि वे विश्राम और चैन के साथ भक्ति और गंभीरता से जीवन जीएं।
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# प्रेरित पौलुस किस के मध्य प्रचार करता है?
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पौलुस अन्यजातियों में प्रचारक है।
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पौलुस अन्यजातियों में शिक्षक है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस विश्वासियों से क्या आशा करता था?
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पौलुस चाहता था कि विश्वासी पवित्र हाथों को उठाकर प्रार्थना करें।
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पौलुस चाहता है कि लोग प्रार्थना करते हुए अपने पवित्र हाथों को ऊँचा उठाएँ।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस स्त्रियों का किस बात की अनुमति नहीं देता है?
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पौलुस स्त्रियों को अनुमति नहीं देता है कि वे पुरुष को शिक्षा दें या उनपर अधिकार का प्रयोग करें।
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पौलुस स्त्रियों को अनुमति नहीं देता है कि वे पुरुष को शिक्षा दें या उन पर अधिकार का प्रयोग करें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस इसके क्या कारण देता है?
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पौलुस कहता है कि उसके कारण हैं कि आदम पहले सृजा गया था और कि आदम के साथ छल नहीं किया गया था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस इसके क्या कारण देता है?
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पौलुस कहता है कि उसके कारण हैं कि आदम पहले सृजा गया था और कि आदम के साथ छल नहीं किया गया था।
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@ -1,7 +1,3 @@
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# पौलुस इस के क्या कारण देता है?
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पौलुस के अनुसार इसका कारण है कि आदम स्त्री से पहले सृजा गया और उसने धोखा नहीं खाया था।
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# पौलुस स्त्रियों को किस बात में स्थिर देखना चाहता था?
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पौलुस चाहता था कि स्त्रियां संयम सहित विश्वास, प्रेम और पवित्रता में स्थिर रहे।
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पौलुस चाहता था कि स्त्रियां मन की शुद्धता के साथ विश्वास, प्रेम और पवित्रता में स्थिर रहे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अध्यक्ष का काम कैसा होता है?
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जो अध्यक्ष होना चाहे वह भले काम की इच्छा करता है।
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अध्यक्ष का कार्य भले काम करना है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अध्यक्ष शराब और धन के संबन्ध में कैसा हो?
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# अध्यक्ष को शराब और धन के प्रति कैसा व्यवहार करना चाहिए।
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अध्यक्ष पियक्कड़ और धन का लोभी न हो।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अध्यक्ष की सन्तान का व्यवहार उसके साथ कैसा हो?
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# अध्यक्ष का अपनी सन्तान के प्रति कैसा व्यवहार होना चाहिए?
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अध्यक्ष की सन्तान उसकी आज्ञाकारी एवं सम्मान करनेवाली हों।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अध्यक्ष के लिए घर का अच्छा प्रबन्धक होना क्यों आवश्यक है?
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# अध्यक्ष के लिए घर का अच्छा प्रबन्धक होना क्यों महत्वपूर्ण है?
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यह अत्यधिक आवश्यक है क्योंकि यदि वह अपने घर का प्रबन्धन न कर पाए तो कलीसिया की रखवाली कैसे करेगा।
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यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि वह अपने घर का प्रबन्धन न कर पाता तो संभव है कि वह कलीसिया की अच्छी देखभाल नहीं कर पाएगा।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# नया शिष्य अध्यक्ष बने तो क्या खतरा उत्पन्न हो सकता है?
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ऐसे में खतरा इस बात का है कि वह अभिमान हो सकता है।
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ऐसे में खतरा इस बात का है कि वह अभिमानी हो सकता है और परीक्षा में पड़ सकता है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# बाहर वालों में अध्यक्ष का कैसा मन होना आवश्यक है?
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# कलीसिया से बाहर वालों में अध्यक्ष का कैसा मान होना आवश्यक है?
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अध्यक्ष को बाहरवालों में भी सुनाम होना है।
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अध्यक्ष को कलीसिया से बाहरवालों में भी सुनाम होना चाहिए।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# सेवा में प्रवेश से पूर्व सेवकों के साथ क्या किया जाए?
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# सेवा में प्रवेश से पूर्व सेवकों के साथ क्या किया जाना आवश्यक है?
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सेवा में प्रवेश से पूर्व सेवकों को परखा जाए।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# ईश्वर भक्त स्त्रियों में कैसे गुण होना चाहिए?
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# भक्त स्त्रियों में कैसे गुण होना चाहिए?
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स्त्रियों को गंभीर होना है, वे दोष लगानेवाली न हों परन्तु सचेत और सब बातों में विश्वासयोग्य हों।
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भक्त स्त्रियों को गरिमापूर्ण होना है, वे दोष लगानेवाली न हों परन्तु सचेत और सब बातों में विश्वासयोग्य हों।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# परमेश्वर घराना क्या है?
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# परमेश्वर का घराना क्या है?
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परमेश्वर घराना जीवित परमेश्वर की कलीसिया है।
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परमेश्वर का घराना जीवित परमेश्वर की कलीसिया है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# शरीर में प्रकट होने के बाद, आत्मा में धर्मी ठहरकर स्वर्गदूतों को दिखाई देने के बाद यीशु का क्या हुआ?
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# शरीर में प्रकट होने के बाद, आत्मा में धर्मी ठहरकर स्वर्गदूतों को दिखाई देने के बाद यीशु ने क्या किया?
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यीशु का प्रचार अन्यजातियों में हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया और वह महिमा में ऊपर उठाया गया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# आत्मा आनेवाले समयों में विश्वासियों के लिए क्या कहता है?
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कुछ विश्वासी भटकर कर दुष्ट आत्माओं की शिक्षा में मन लगाएंगे।
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कुछ विश्वासी भटकर कर भ्रमित करने वाली आत्माओं की शिक्षा में मन लगाएंगे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# किसी प्रकार का भोजन हमारे लिए शुद्ध कैसे होता है?
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# हम जो कुछ भी खाते हैं वह किसी प्रकार हमारे उपयोग हेतु शुद्ध एवं स्वीकार्य होता है?
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हम जो कुछ खाते हैं वह परमेश्वर के वचन और प्रार्थना द्वारा शुद्ध हो जाता है।
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हम जो कुछ भी खाते हैं वह परमेश्वर के वचन और प्रार्थना द्वारा शुद्ध एवं स्वीकार्य हो जाता है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस तीमुथियुस को किस बात के पोषण का परामर्श देता है?
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# पौलुस तीमुथियुस को किस बात के प्रशिक्षण का परामर्श देता है?
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पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि अच्छे उपदेश की बातों से उसका पोषण होता रहे।
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पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि अच्छे उपदेश की बातों में उसका प्रशिक्षण होता रहे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# भक्ति की साधन देह की साधन से अधिक लाभदायक क्यों है?
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# भक्ति की साधना देह की साधना से अधिक लाभदायक क्यों है?
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भक्ति सब बातों के लिए लाभदायक है क्योंकि इस समय और आनेवाले जीवन की भी प्रतिज्ञा इसी के लिए है।
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भक्ति अधिक लाभदायक है क्योंकि इसमें इस जीवन और आनेवाले जीवन की भी प्रतिज्ञा शामिल है।
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@ -1 +1,3 @@
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# पौलुस उन सब अच्छी बातों के लिए तीमुथियुस को क्या करने का आदेश देता है जो उसने पौलुस की शिक्षाओं से सीखी थीं?
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पौलुस तीमुथियुस को आदेश देता है कि वह उन बातों का प्रचार करे वरन शिक्षा भी दे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस को कौन सी बातों में विश्वासियों के लिए आदर्श बनना था?
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# तीमुथियुस को कौन सी बातों में विश्वासियों के लिए आदर्श बनना था?
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तीमुथियुस को वचन, और चाल चलन, और प्रेम और विश्वास और पवित्रता में विश्वासियों के लिए आदर्श बनना था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# तीमुथियुस के पास जो आत्मिक वरदान था वह उसे कैसे प्राप्त हुआ था?
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उसे भविष्यद्वाणी द्वारा प्राचीनों के हाथ रखने से आत्मिक वरदान प्राप्त हुआ था।
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उसे भविष्यद्वाणी और प्राचीनों के हाथ रखने के द्वारा आत्मिक वरदान दिया गया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यदि तीमुथियुस अपने जीवन और शिक्षा में बना रहे तो किस का उद्धार होगा?
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# यदि तीमुथियुस अपने जीवन और शिक्षा में निष्ठापूर्वक बना रहे तो किस का उद्धार होगा?
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वह अपने और अपने सुननेवालों के लिए उद्धार का कारण होगा।
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वह अपने लिए और अपने सुननेवालों के लिए उद्धार का कारण होगा।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस ने वृद्ध पुरुषों के साथ कैसा व्यवहार करने के लिए तीमुथियुस को निर्देश दिया?
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# कलीसिया में किसी वृद्ध पुरुष के साथ व्यवहार करने के लिए क्या आदेश पौलुस ने तीमुथियुस को दिए थे?
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पौलुस ने तीमुथियुस से कहा कि वह बूढों को पिता जानकर समझाए।
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पौलुस ने तीमुथियुस से कहा कि वह वृद्ध पुरुष के साथ पिता का सा व्यवहार करे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# किसी विधवा के बच्चे या नाती पोते उसके साथ कैसा व्यवहार करें?
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किसी विधवा के बच्चे या नाती पोते हों तो वे माता पिता को उनका हक देना तथा उसकी सुधि लेना सीखें।
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किसी विधवा के बच्चे या नाती पोते माता पिता को उनका हक देना तथा उसकी सुधि लेना सीखें।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# जब कोई युवा विधवा आजीवन विधवा रहने का समर्पण करे तब क्या खतरा बना रहता है?
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||||
# जब कोई युवा विधवा आजीवन विधवा रहने के लिए समर्पण करे तब क्या खतरा बना रहता है?
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युवा विधवाएं अपने पहले विश्वास को त्याग कर विवाह करना चाहती हैं।
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युवा विधवाएं उत्तरकाल में अपने पहले समर्पण को त्याग कर विवाह करने की लालसा करें तो यह एक ख़तरा हो सकता हैं।
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@ -1 +1,3 @@
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#
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# जब कोई युवा विधवा आजीवन विधवा रहने का समर्पण करे तब क्या खतरा बना रहता है?
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यदि युवा विधवाएं उत्तरकाल में अपने पहले समर्पण को त्याग कर विवाह करने की लालसा करें तो यह एक ख़तरा हो सकता हैं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# पौलुस जवान विधवाओं के लिए क्या सोचता था?
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# पौलुस जवान विधवाओं के लिए क्या चाहता है?
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||||
पौलुस चाहता था कि जवान विधवाएं विवाह करें और बच्चे जनें और घरबार संभालें।
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पौलुस चाहता है कि जवान विधवाएं विवाह करें और बच्चे जनें और घरबार संभालें।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अच्चा प्रबन्ध करनेवाले प्राचीनों के साथ कैसा व्यवहार करना आवश्यक है?
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# अच्छा अगुवाई देनेवाले प्राचीनों के साथ कैसा व्यवहार करना आवश्यक है?
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जो प्राचीन अच्छा प्रबन्ध करते हैं वे दो गुने आदर के योग्य समझे जाएं।
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||||
जो प्राचीन अच्छी अगुवाई देते हैं वे दो गुने आदर के योग्य समझे जाएं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# किसी प्राचीन पर दोष लगाया जाए तो क्या आवश्यक है?
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# किसी प्राचीन पर दोष को सुनने से पहले क्या होना आवश्यक है?
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किसी प्राचीन के विरुद्ध दोषारोपण में दो या तीन गवाह होना आवश्यक है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# पौलुस तीमुथियुस को इन नियमों के पालन में कैसा व्यवहार करने की चेतावनी देता है?
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||||
# पौलुस तीमुथियुस को इन नियमों के पालन में किस बात की चेतावनी देता है?
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||||
पौलुस तीमुथियुस को आज्ञा देता है कि वह कोई काम पक्षपात से न करे।
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पौलुस तीमुथियुस को आज्ञा देता है कि वह पक्षपात बिना इन नियमों का पालन करने की सावधानी रखे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# खरी बातों को और भक्ति के उपदेशों को अस्वीकार करनेवाला मनुष्य क्या है?
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# खरी बातों को और भक्ति से भरे उपदेश को अस्वीकार करनेवाला मनुष्य क्या है?
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जो मनुष्य खरी बातों को और भक्ति के आदेशों को नहीं मानता वह अभिमानी हो गया है और कुछ नहीं जानता है।
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जो मनुष्य खरी बातों को और भक्ति से भरी उपेदश को नहीं मानता वह अभिमानी हो गया है और कुछ नहीं जानता है।
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@ -1 +1,3 @@
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# खरी बातों को और भक्ति से भरे उपदेश को अस्वीकार करनेवाला मनुष्य क्या है?
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जो मनुष्य खरी बातों को और भक्ति के आदेशों को नहीं मानता वह अभिमानी हो गया है और कुछ नहीं जानता है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# हमें भोजन और वस्त्रों में सन्तोष क्यों करना है?
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हम न जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं।
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हमें संतोष करना है क्योंकि हम न तो जगत में कुछ लाए हैं और न ही इसमें से कुछ अपने साथ ले जा सकते हैं।
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@ -1 +1,3 @@
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# हमें भोजन और वस्त्रों में सन्तोष क्यों करना है?
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हमें संतोष करना है क्योंकि हम न तो जगत में कुछ लाए हैं और न ही इसमें से कुछ अपने साथ ले जा सकते हैं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# वह परम धन्य और एक मात्र अधिपति कहां रहता है?
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# वह परम धन्य और एक मात्र अधिपति कहाँ रहता है?
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वह परम धन्य अगम्य ज्योति में रहता है और न उसे किसी मनुष्य ने देखा।
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वह परम धन्य उस अगम्य ज्योति में रहता है जहां उसे किसी ने भी नहीं देखा है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# धनवान चंचल धन की अपेक्षा परमेश्वर पर आशा क्यों रखें?
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परमेश्वर हमारे सुख के लिए सब कुछ बहुतायत से देता है।
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धनवानों को परमेश्वर में आशा रखना है क्योंकि परमेश्वर हमारे सुख के लिए सब कुछ बहुतायत से देता है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अच्छे कामों के धनी अपने लिए क्या करते हैं?
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जो अच्छे कामों धनी हों वे आगे के लिए एक अच्छी नींव डालते हैं और सच्चे जीवन को वश में कर लेते हैं।
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जो अच्छे कामों के धनी हैं वे आगे के लिए एक अच्छी नींव डालते हैं और सच्चे जीवन को थाम लेते हैं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अन्त में पौलुस इस धरोहर के विषय तीमुथियुस को क्या निर्देश देता हैं?
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# अन्त में, पौलुस तीमुथियुस को दी गई धरोहर के विषय उस को क्या निर्देश देता हैं?
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पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि वह इस धरोहर की रखवाली करे।
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पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि वह उस धरोहर की रखवाली करे।
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@ -6,3 +6,5 @@ STRs:
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/212 (OT)
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/501
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/513
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/518
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/528
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description: 'Comprehension questions for checking Bible translations'
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