mirror of https://git.door43.org/STR/hi_tn
12 lines
1.3 KiB
Markdown
12 lines
1.3 KiB
Markdown
|
|
यीशु अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहा है, यह घटना में आरंभ हुई थी।
|
|
# मेल कराने वाले।
|
|
ये वे लोग हैं जो मनुष्यों को आपस में मेल मिलाप से रहना सिखाते हैं।
|
|
# परमेश्वर के पुत्र।
|
|
ये परमेश्वर की अपनी सन्तान हैं
|
|
# जो सताए जाते हैं।
|
|
वैकल्पिक अनुवाद, "जिनके साथ मनुष्य अनुचित व्यवहार करता है।"
|
|
# धर्म के कारण
|
|
"क्योंकि वे परमेश्वर की इच्छा पर चलते हैं।"
|
|
# स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।
|
|
"परमेश्वर उन्हें स्वर्ग के राज्य में रहने देगा"। वे स्वर्ग के राज्य के स्वामी तो नहीं हैं परन्तु परमेश्वर उन्हें अपनी उपस्थिति में रहने का अधिकार देता है। |