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हम जीते जी

पौलुस हम सबके संदर्भ में कह रहा है जो मसीह में विश्वास करते और उसका प्रचार करते हैं, जो अभी मरे नहीं हैं।

मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं

“के संकट में हैं”

यीशु का जीवन भी हमारे मरणहार शरीर में प्रकट हो

यह वाक्यांश यीशु के सत्त जीवन को और इब्रानियो के लेखक एवं सब विश्वासियों के लिए इसका जो अर्थ है उसके संदर्भ में है, क्योंकि वे यीशु को अपना प्रभु मानने के कारण मृत्यु के संकट में थे। “हमारा विश्वास है कि यीशु मृतकों में से जी उठा और हमसे अविनाशी जीवन की प्रतिज्ञा की, सिद्ध हो”।

हमारी देह में प्रगट हो

इस वाक्यांश का संदर्भ है कि विश्वासी कैसा जीवन जी रहा है या कैसे चुनाव कर रहा है।

मृत्यु तो हम पर प्रभाव डालती है।

पौलुस मृत्यु को ऐसा प्रकट करता है कि जैसे वह कार्यशील है। कहने का अर्थ है कि जिन विश्वासियों को मृत्यु का भय दर्शाया जाता है, वे अन्यों पर सकारात्मक प्रभाव डालें।

जीवन तुम में कार्य करता है

यहाँ भी पौलुस जीवन को क्रियाशील दर्शाता है। कहने का अर्थ है कि अनन्त जीवन का ज्ञान यहूदी विश्वासियों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।