RepoConversions_hi_obs-tn/content/01/05.md

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2017-09-05 22:26:07 +00:00
# परमेश्वर ने पेड़-पौधों की रचना की [01-05] #
![Image](https://api.unfoldingword.org/obs/jpg/1/en/360px/obs-en-01-05.jpg)
तब [[:hi:key-terms:god|परमेश्वर]] ने __कहा__, __धरती____ सब तरह के__ पेड़-पौधे पैदा करे।’’ और बिल्कुल वैसा ही हो गया। परमेश्वर ने देखा कि उसने जो __रचा__ था, वह __[[:hi:key-terms:good|अच्छा]] था__ ।
## अनुवाद के लिए नोट्स: ##
* __परमेश्वर ने कहा__ - पूरे वनस्पति जगत की रचना परमेश्वर ने बस अपने मुँह से आज्ञा देने के द्वारा की थी।
* __धरती सब तरह के पेड़-पौधे पैदा करे__- यह एक मौखिक आज्ञा थी और कहते ही पूरी हो गई थी, क्योंकि यह परमेश्वर की दी आज्ञा थी।
* __सब तरह के__ - पेड़-पौधों की तरह-तरह की प्रजातिया व प्रकार।
* __रचना की__ - इसका आशय है कि परमेश्वर ने कुछ नहीं से सब कुछ बनाया।
* __अच्छा था__ - उत्पत्ति में सृष्टि की रचना के दौरान इन शब्दों का बारंबार इस्तेमाल हुआ है, जो इस बात पर बल देता है कि परमेश्वर को सृष्टि के हर चरण से प्रसन्नता हुई, और वे उसकी योजना व उद्देश्य को पूरा करते थे।