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बीज, वीर्य
परिभाषा:
बीज पौधे का वह भाग है जिसे भूमि में डालने पर उसी जाति का पौधा अंकुरित होता है।तथापि बाइबल में "बीज" शब्द का उपयोग लाक्षणिक रूप में भी किया गया है जिसके अनेक भिन्न-भिन्न अर्थ हैं।
- "बीज" शब्द प्रतीकात्मक और शिष्टोक्ति रूप में स्त्री-पुरुष की सन्तानोत्पत्ति की सूक्ष्म कोशिकाओं के लिए भी काम में लिया गया है। इनको वीर्य कहा जाता है।
- इसी संदर्भ में "बीज" शब्द मनुष्य की सन्तान या वंशजों के लिए भी काम में लिया जाता है।
- इस शब्द का अर्थ प्रायः बहुवचन में होता है जो एक से अधिक बीज के दानों या एक से अधिक वंशजों के संदर्भ में होता है।
- बीज बोनेवाले के दृष्टान्त में यीशु उसके बीजों की तुलना परमेश्वर के वचनसे करता है, जब यह मनुष्यों के मन में अंकुरित होता है तब उत्तम आत्मिक फल लाता है।
- प्रेरित पौलुस भी "बीज" शब्द का उपयोग परमेश्वर के वचन के संदर्भ में करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब संदर्भ वास्तव में बीज का ही हो, तो अनुवाद में "बीज" शब्द का ही उपयोग किया जाए, जो लक्षित भाषा में उपयोग किया जाता है,अर्तात किसान द्वारा अपने खेत में बोया जाने वाला बीज।
- जब परमेश्वर के वचन का लाक्षणिक संदर्भ हो तब बीज शब्द को ज्यों का त्यों ही काम में लेना होगा.
- प्रतीकात्मक उपयोग में जब सन्दर्भ एक ही वंश के पारिवारिक सदसयों से हो तब "बीज" की अपेक्षा "वंशज" या "वंशजों" शब्दों का उपयोग अधिक स्पष्ट होगा। कुछ भाषाओं में ऐसा शब्द भी हो सकता है जिसका अर्थ "सन्तान और नाती-पोते" हो।
- स्त्री या पुरुष का "बीज" के लिए देखें कि लक्षित भाषा में इसे किस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है जिससे पाठकों को बुरा न लगे या लज्जा का अनुभव न हो। (देखें: व्यंजना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2232, H2233, H3610, H6507, G4615, G4687, G4690, G4701, G4703