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सिर, माथे, चन्दुए, टोपियाँ, गुलूबंद
परिभाषा:
शब्द "सिर" एक मानव शरीर के ऊपरी भाग को संदर्भित करता है, गर्दन के ऊपर। इस शब्द का प्रयोग अक्सर "शीर्ष", "पहले," "शुरुआत," "स्रोत," और अन्य अवधारणाओं सहित कई अलग-अलग चीजों का अर्थ करने के लिए किया जाता है।
बाइबल में “सिर” शब्द को विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है।
- “उसके सिर पर उस्तरा न चलाया जाए” अर्थात “वह न तो कभी अपने बाल कटवाए और न ही कभी दाढ़ी बनवाए।”
- “इसका खून उसके सिर पर हो” अर्थात उसकी हत्या का उत्तरदायी यही मनुष्य हो और दण्ड पाए।
- अभिव्यक्ति “गेहूं का सिर” अर्थात गेहूं या जौ के पौधे का वह ऊपरी भाग को संदर्भित करता है जिसमें बीज होते हैं। इसी तरह, अभिव्यक्ति "एक पर्वत का सिर" पर्वत के शीर्ष भाग को संदर्भित करता है।
- “सिर” का अर्थ कभी-कभी किसी बात के आरंभिक चरण या स्रोत से होता है जैसे, “मार्ग का सिर (आरंभ)”
- इस शब्द का उपयोग मनुष्यों पर अधिकार रखने वाले के लिए किया गया है। “तूने मुझे जाति-जाति का सिर बनाया है।” इसका अनुवाद हो सकता हैः "तू ने मुझे राजा बनाया है" या “तूने मुझे…. पर अधिकार दिया है।"
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “सिर” का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार” या “अगुआई एवं निर्देशन देने वाला” या “उत्तरदायी व्यक्ति”
- “उसके ही सिर पर हो” इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, “उस पर हो” या “वह दण्ड पाए” या “वही उत्तरदायी माना जाए” या “वह दोषी माना जाए”।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “आरंभ” या “स्रोत” या “शासक” या “अगुआ” या “ऊपर”।
(यह भी देखें: अन्न)
बाइबल सन्दर्भ:
- 1 इतिहास 01:51-54
- 1 राजा 08:1-2
- 1 शमूएल 09:22
- कुलुस्सियों 02:10-12
- कुलुस्सियों 02:18-19
- गिनती 01:4-6
शब्द तथ्य:
- Strong's: H441, H1270, H1538, H1627, H3852, H4425, H4761, H4763, H5110, H5324, H6285, H6287, H6797, H6915, H6936, H7139, H7144, H7146, H7217, H7226, H7218, H7541, H7636, H7641, H7872, G346, G755, G2775, G2776, G4719