ये शब्द एक विशेष लकड़ी के सन्दूक के लिए है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई हुई थी। उसमें दस आज्ञाओं की पत्थर की दो पट्टियां थी। उसमें हारून की लाठी और मन्ना का मर्तबान भी था।
* वाचा का सन्दूक "परमपवित्र स्थान" में रखा हुआ था।
* मिलाप वाले तम्बू में परमेश्वर की उपस्थिति परमपवित्र स्थान में वाचा के सन्दूक के ऊपर थी। वहां वह इस्राएलियों के लिए मूसा से बातें करता था।
* जिस समय वाचा का सन्दूक मन्दिर के परमपवित्र स्थान में था, उस समय केवल प्रधान पुरोहित उस सन्दूक के निकट जा सकता था और वह भी वर्ष में एक बार प्रायश्चित दिवस पर।
* अनेक अंग्रजी अनुवादों में “वाचा के आदेशों” का अनुवाद शब्दशः “साक्षी(टेस्टीमनी)” किया गया है। यह इस तथ्य का संदर्भ देता है कि दस आज्ञाएं प्रजा के साथ परमेश्वर की वाचा की साक्षी या गवाही हैं। इसका अनुवाद “वाचा का विधान” भी किया गया है।