पुराने नियम के युग में “पिलानेहारा” राजा का वह सेवक होता था जो राजा को मदिरा का कटोरा देता था, वह पहले स्वयं मदिरा का स्वाद लेकर निश्चित करता था कि उसमें विष तो नहीं है।
* इसका शाब्दिक अर्थ हो सकता है “कटोरा लाने वाला” या “वह जो कटोरा लाता है”।
* “पिलानेहारा” विश्वासयोग्य होने और राजा का स्वामी-भक्त होने के लिए जाना जाता था।
* उसकी विश्वसनीय स्थिति के कारण पिलानेहारा प्रायः शासक द्वारा लिए गए निर्णय पर प्रभाव डाल सकता था।