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कर्इ बार यह बेहतर रहता है कि हम अनुमानित ज्ञान या अंतनिर्हित सूचना को सुस्पष्ट न बताएँ।

वर्णन

कर्इ बार यह बेहतर रहता है कि हम अनुमानित ज्ञान या अंतनिर्हित सूचना को सुस्पष्ट न बताएँ। यह पृष्ठ कुछ निर्देश दे रहा है कि कहाँ उनका उपयोग नही होना चाहिए।

अनुवाद के सिद्धांत

  • यदि वक्ता अथवा लेखक ने जानबूझकर कुछ स्पष्ट नही किया है, तो उसे स्पष्ट करने की कोशिश न करें
  • यदि प्राथमिक श्रोताओं ने वक्ता के संदेश को नही समझा, तो आप भी उसे इतना स्पष्ट न करें कि पाठकों को यह अपरिचित सा लगे कि असली श्रोताओं को यह समझ क्यों नही आया
  • यदि आप किसी अनुमानित ज्ञान अथवा अंतर्निहित सूचना को स्पष्ट रूप से बताना चाहते हैं, तो इसे इस प्रकार करने की कोशिश करें जिससे पाठकों को यह नही लगे कि प्राथमिक श्रोताओं को यह सब बताने की जरूरत थी
  • यदि यह संदेश को उसकी मुख्य बात से से दूर करता या इसके कारण पाठक इसके केन्द्रबिन्दु को भूल रहे हैं तो इसे स्पष्ट लिखने की कोशिश न करें
  • यदि आपके पाठक इसे वैसे ही समझ पा रहे हैं तो अनुमानित ज्ञान या अंतर्निहित सूचना को स्पष्ट न करें

बाइबल से उदाहरण

खानेवाले में से खाना; बलवन्त में से मीठी वस्तु (न्यायियों 14:14 ULB)

यह एक पहेली थी। शिमशोन ने जानबूझकर ऐसे तरीके में कहा कि उसके दुश्मन उसके अर्थ को न समझ पाएँ। स्पष्ट न करें कि खानेवाला या बलवन्त वस्तु सिंह था और मीठी वस्तु शहद था।

यीशु ने उनसे कहा, ‘‘फरीसियों और सदूकियों के खमीर से सावधान और चौकस रहना’’ चेले आपस में विचार करने लगे और कहा, ‘‘हम तो रोटी नहीं लाए।’’.... (मती 16:6,7 ULB)

यहाँ संभव अंतर्निहित सूचना यह है कि चेलों को फरीसियों और सदूकियों की झूठी शिक्षाओं से सावधान रहना था । परंतु यीशु के चेले यह नही समझे । उन्होने सोचा कि यीशु वास्तविक खमीर और रोटी की बात कर रहे थे। अत: इसे स्पष्ट तरीके से बताना सही नही होगा कि यहाँ प्रयुक्त शब्द ‘‘खमीर’’ झूठी शिक्षा’’ को दिखाता है।

चेले तब तक समझ नही पाए, जब तक कि यीशु ने इसके बारे में मती 16:11 में नही कहा -

‘‘तुम क्यों नहीं समझते कि मैंने तुमसे रोटियों के विषय में नहीं कहा? फरीसियों और सदूकियों के खमीर से चौकस रहना।’’ तब उनको समझ में आया, कि उसने रोटी के खमीर से नहीं, पर फरीसियों और सदूकियों की शिक्षा से चौकस रहने को कहा था (मती 16:11,12 ULB)

यीशु मसीह के द्वारा वर्णन करने पर ही उन्हे पता चला कि उसने रोटी के बारे में नही, परंतु फरीसियों और सदूकियों की झूठी शिक्षा के बारे में कहा था। अत: मती 16:6 में वर्णित अंतर्निहित सूचना को स्पष्ट लिखना सही नही होगा।

अनुवाद रणनीतियाँ

इस पृष्ठ में कोर्इ अनुवाद रणनीति नही है।

अनुवाद रणनीतियों के प्रयोग के उदाहरण

इस पृष्ठ में कोर्इ अनुवाद रणनीतियों के प्रयोग नही हैं।