hi_zec_tn/14/20.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामन्‍य जानकारी",
"body": "यह पाठ यरूशलम के लिऐ आखरी जंग और प्रमेशवर उनको केसे बचाऐगा का वर्नण करता है।"
},
{
"title": "उन कटोरों के तुल्य पवित्र ठहरेंगी, जो वेदी के सामने रहते हैं।",
"body": "“वेदी पे ईसतेमाल किये जाने वाले कटोरे के समान पवित्र होगा”"
},
{
"title": "यरूशलेम में और यहूदा देश में सब हंडियां सेनाओं के यहोवा के लिये पवित्र ठहरेंगी",
"body": "यहोवा की आराधना और बलीयो के लिऐ मंदिर में खास तोर पे ईसतेमाल किऐ जाने वाले अलग-अलग कई प्रकार के बर्तन और बासन बनाए गये थे।यह खास समझे जाते थे कही और ईसते माल नही होते थे।"
},
{
"title": "तब सेनाओं के यहोवा के भवन में फिर कोई व्यापारी* न पाया जाएगा।",
"body": "यह मंदिर में यहोवा के लिए उचित बलिदान करने के लिए लोगों को उन चीजों को बेचने के लिए प्रथा थी जो उन्हें आवश्यक थीं। कुछ संस्करणों ने इसके बजाय \"कनानी\" का अनुवाद किया, क्योंकि इबरानी पाठ का दोहरा अर्थ हो सकता है: \"व्यापारी\" और \"कनानी\"।"
}
]