hi_zec_tn/14/09.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामन्‍य जानकारी",
"body": "यह पाठ यरूशलम के लिऐ आखरी जंग और प्रमेशवर उनको केसे बचाऐगा का वर्नण करता है।"
},
{
"title": "उस दिन एक ही यहोवा और उसका नाम भी एक ही माना जाएगा",
"body": "“यहा पर ऐक ही प्रमेशवर होगा, यहोवा, जिसकी आराधना की जाऐगी”"
},
{
"title": "अराबा...गेबा... रिम्मोन ",
"body": "यह सब स्‍थानो के नाम है।"
},
{
"title": "यरूशलेम बेखटके बसी रहेगी।",
"body": "यह यरूशलम के सहर की उचाई को दर्शाता है समूद्री तल से लगभग 760 मी: ऊँचा"
},
{
"title": "बिन्यामीन के फाटक... पहले फाटक ...कोनेवाले फाटक ",
"body": "यह यरूशलम के सहर की दीवारो में अलग अलग फाटको के नाम है।"
},
{
"title": " हननेल के गुम्मट ",
"body": "यह दीवार के ऊपर शहिरी सुरक्षा में मजबूत स्‍थल को दर्शाता है सायद यह हननेक के द्वारा बनाया गया था।"
},
{
"title": "राजा के दाखरस कुण्डों तक ",
"body": "यह सायद उस स्‍थान को दर्शाता है जहा पर राजघराने के लिऐ मै त्‍यार की जाती थी।"
}
]