hi_zec_tn/14/06.txt

18 lines
898 B
Plaintext

[
{
"title": "सामन्‍य जानकारी",
"body": "यह पाठ यरूशलम के लिऐ आखरी जंग और प्रमेशवर उनको केसे बचाऐगा का वर्नण करता है।"
},
{
"title": "जीवन का जल",
"body": "सामन्‍य रूप में इसका अर्थ चलता और बहता पानी ना कि रुका और ठहरा हुवा पानी।"
},
{
"title": "पूरब के ताल ",
"body": "यह मर्ति सागर को दर्शाता है जो कि यरूशलम के पूर्व में है।"
},
{
"title": "पश्चिम के समुद्र",
"body": "यह भूम्‍धयसागर को दर्शाता है।"
}
]