hi_zec_tn/12/06.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामन्‍य जानकारी",
"body": "यह पद लगातार यरूशलम पर होने वाले हमले के बारे में बता रहे है और कैसे प्रमेशवर सहर को छुड़ाऐगा।"
},
{
"title": "उस समय ",
"body": "यह उस समय को दर्शाता है जब यरूशलम पर हमला होगा और प्रमेशवर उनके दुशमनौ को हरा देगा।"
},
{
"title": " जैसी लकड़ी के ढेर में आग भरी...पूले में ",
"body": "जैसे के लकड़ीयो के डेर में आग से भरी हूई अंगीठी… खेतो में अनाज की खड़ी फसल।"
},
{
"title": "आग भरी अँगीठी",
"body": "ऐक मिट्टी का बर्तन जिसमें प्राचीन लोग जलते आग के अंगिआरो को ले जाते थे।"
},
{
"title": " जलती हुई मशाल ",
"body": "ऐक लकड़ी की सोटी जो के एक सिरे से जल रही होती है, और जो कही ले जा रहा है उसको रोशनी देती है।"
},
{
"title": "वे दाएँ-बाएँ चारों ओर के सब लोगों को भस्म कर डालेंगे;",
"body": "“चारो तरफ के लोगो को खतम कर देगा”"
},
{
"title": "यरूशलेम जहाँ अब बसी है, वहीं बसी रहेगी, यरूशलेम में ही",
"body": "यरूशलम के लोग फिरसे अपने शहर में बसेंगे।"
}
]